लगता है एक कॉम्पीटिशन छिड़ने वाला है...गीता गुड्डी को सिखा पढ़ा रही है , इम्तहान कमल और अजय जीजू और रीनू लेंगे
और मंजू मिसेज मोइत्रा को
लगता है एक कॉम्पीटिशन छिड़ने वाला है...गीता गुड्डी को सिखा पढ़ा रही है , इम्तहान कमल और अजय जीजू और रीनू लेंगे
और मंजू मिसेज मोइत्रा को
सही कहा...उनका एक ऐतिहासिक महत्व था, है और रहेगा। विशेष रूप से प्री इंटरेनट के दिनों में।
ये शायद गलती से रिपीट हो गया...Part 2
Part 2
पर कुदरत ने भी साथ दे दिया फिर से जागी एक आस अपनी बेटी से मिलने को आयी दामाद के घर जब सास
रेणु से मिलकर सरिता ने खूब किया दुलार
बेटों को लगा कर गले जी भर लुटाया प्यार
देख के अपनी बेटी की वो खिली खिली जवानी
समझ गई बेटी की चूत को खूब मिल रहा पानी
राहुल भी जब आया शाम को सास ने प्यार जताया
आगे चलकर बड़े प्यार से दामाद को गले लगाया
मिल सरिता से राहुल के कच्छे में आई सुनामी
कच्छे में ही हाय तनकर लौड़ा देने लगा सलामी
सरिता को भी एहसास हो गया की जाग गया है लौड़ा
मिल के सास से जल्दी राहुल अपने कमरे को दौड़ा
फिर सब ने मिल बैठ रात को टेबल पर खाया खाना
राहुल जल्दी खिसक गया कुछ काम का बना बहाना
मम्मी आप तो थकी हुई हैं आप करो आराम
मुझको राहुल बुला रहे हैं इनको है कुछ काम
मम्मी भी खेली खाई थी समझ गई बेटी की बात
दामाद पटक के बिस्तर पर अब चोदेगा पूरी रात
सास तो बड़ी थकी हुई थी सो गई जल्दी आँखे मीच
उधर रेनू पाहुंच चुकी थी अपने पति की टांगो के बीच
सासु जी की खुल गई नींद सुना जो उसने खटका
बेटी की सुन मादक सिस्की उसका मन भी भटका
जाकर देखा खिड़की से पर्दा हटा हुआ था थोड़ा
बेटी पूरी शिद्दत से पतिदेव का चूस रही थी लौड़ा
पनिया गई सासु की चूत देख के अपनी बेटी का जोश
देखा जब दामाद का लौड़ा तो फुर्र हो गए उसके होश
देखा नहीं मैंने अब तक इतना तगड़ा कोई लौड़ा
मेरी बेटी को चोद चोद के ये तो कर देगा चौड़ा
ये तो मेरी चुदी चुदाई बुर को भी फेला देगा
मेरे जैसी भोसड़े वाली को भी ये रुला देगा
कैसी चूत में लेती होगी इतना लंबा मोटा मेरी बेटी
ऐसा कुछ हो जाए जादू की इसका जगह हूं मैं लेटी
उधर बेटी कुद कुद के लौड़ा लपक रही थी
देख देख माँ की चूत से चाशनी टपक रही थी
सोच लिया सरिता ने मन में अब कुछ भी कर जाऊंगी
अपने दामाद के मोटे लौड़े से मैं अपनी चूत मारवाऊंगी
ये नई पेशकश भी जानलेवा है...Part 3
मुश्किल हो गया उसका जीना
भूल चुकी थी अब खाना पीना
उसको कुछ भी समझ ना आये
चूत की खुजली कौन मिटाये
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कैसी कह दू दिल की बात
रिश्ते में मैं लगती हूं सास
पर ये रिश्ते भी तो बनाएं हमने
इनके लिए क्या तोड़ दू सपने
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अपने दामाद को मैं कैसे रिझाऊ
उसको अपने ऊपर मैं कैसे चडाऊ
पहनने लगी वो कपडे छोटे छोटे
जिस्मे दिखे उसके मम्मे मोटे मोटे
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दधक रही थी जो तन में जावला
दामाद था उसे भुजाने वाला
मन का राजी होना... तन से ज्यादा आवस्यक है..एकदम, मन के परदे हटाना बहुत जरूरी था, बिना मन के तन का मज़ा नहीं
तब उन्हें पता चलेगा...अब उन्हें पता चलेगा की असली औजार क्या होता है जब दामाद के नीचे आएँगी, और मंजू सिर्फ दामाद के नीचे लाकर उन्हें नहीं छोड़ने वाली, उन्हें अच्छी तरह से, ' सुसंस्कारी' बनाएगी,
अभी बेटी माँ की मदद कर रही है..और गाजर के बहाने मंजू एक तीर से दो निशाना साध रही थी,
गाजर लाने का काम छुटकी के जिम्मे वो भी सब्जी वाले से खुल के डबल मीनिंग डायलॉग में बात करके,... बस पूरी कालोनी में बात फ़ैलाने में क्या देरी लगती की लौंडिया गरमा रही है फिर तो लम्बी लाइन,...
और कॉलोनी में मिलकर तहलका मचाएंगी...तभी तो रिश्तों में असल बदलाव आएगा,
माँ बेटी मिल के शिकार को निकलेंगी
एकदम डबल धमाल....एकदम सही कहा आपने एक दो पोस्ट के बाद तो जिज्जा साली की मस्ती और साथ में गुड्डी रानी भी
वैसे तो रिश्ते में सबकी बहन लगेंगी गुड्डी रानी लेकिन,...
और डिस्को में दोनों के लटके-झटके...अगली दो पोस्टों में ननद भौजाई मिल के आग लगाएंगी, एक का साजन बाहर तो दूसरे का भाई कम बचपन का यार बाहर है