Part 7B
बहुरानी तुमने भगवान से सच मे इतनी सुन्दरता पाई
जरा बताओ कोलज में तुमने कितनी की नींद उड़ाई
घूमते थे पीछे काफी लड़के लेकर मन में कुछ आस
हमने कभी किसी लड़के को नहीं डाली जरा भी घास
बहूरानी मेरा बेटा बिस्तर में तुझे क्या पूरा सुख है देता
एक पूरे हफ्ते में वो तेरी यह चूत कितनी बार है लेता
बाबूजी ये सब मत पूछिए हमसे हम कैसे कह पायेंगे
ऐसी बातें आप से करेंगे तो हम शर्म से ही मर जायेंगे
बहू रानी तुम मेरी बेटी जैसी हो फिर हमसे कैसी शर्म
अपनी बहू का दुख दर्द समझना हमारा है परम धरम
बाबूजी वो जब भी मांगे चूत मेरी मैं नहीं करती इंकार
लेकिन मेरी चूत तो एक हफ्ते में वो लेते हैं एक ही बार
बहू हमारा बेटा है नालायक और वो बिल्कुल है बेकार तुम्हारी जैसी बीवी मुझे मिले तो तुझे लन पे रखु सवार
तेरी उम्र में तो बहू हर औरत में होती है भरपुर चुदासी
एक बार ही चुदने में तो तुम रह ही जाती होगी प्यासी
बहू तुम्हारी मालिश से आज हमें मिला है बहुत आराम
कहना था कुछ और भी तुमसे अगर कर पायो वो काम
अगर बुरा ना लगे तुम्हें तो जरासा और ऊपर को आओ
और खोल के लंगोट हमारा जरा वहां भी तेल लगाओ
जिसका था इंतज़ार मुझे कब से घड़ी आज वो आई
मेरी चूत को फाड़ेगा जो लंड आज देगा मुझे दिखाई
लंड और चूत की भाषा हम दोनों खुल के रहें थे बोल
इतने मे खुद मैंने ही उनके लंगोट की गाँठ दी खोल
लंगोट के फिर अंदर जो देखा मैंने देख के मैं चिल्लाई
गधे के जैसा ससुर का देख के लौड़ा मैं सच में घबराई
जिसकी चूत में बाबूजी ये अपना मोटा लौड़ा धक देंगे
चुदी चुदायी चुत को भी ये फिर से फाड़ के रख देंगे
अपने इसी फ़ौलादी लौड़े पे बहू तुमको आज बिठाएँगे
चोद के तुमको अपने लौड़े से तुम्हारी प्यास बुझाएंगे
बाबूजी ये कैसा हो सकता है मेरे पिता समान है आप
अगर कभी मैं आपसे चुदवा बैठी तो मुझे लगेगा पाप
अगर पाप पुण्य के भेद में पड़ जाओगी तुम बहुरानी
फिर तुम तो बेकार में करोगी अपनी बरबाद जवानी
हमसे नहीं चुदवा सकती तो हम और कोई बुलवा देंगे
फिर उससे ही हम चुदवा के तुमको गर्मी तेरी मिटा देंगे
अब आप के होते ससुर जी मैं क्यों चुदवाउंगी गैरो से
इतना बोल के मैंने कच्ची निकाल दी अपनी पैरो से
इस से बेहतर क्या है बहू जो तू मुझसे ही चुदवायेगी
इस से बेटी अपने घर की इज्जत घर में ही रह जाएगी