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Bas Next week update tino stories peBahot jyada intjar karwa diya Komalji
गुड मार्निंग -गुड्डी स्टाइलऔर अब रीनू भी चालु हो गयी उनके लिप्स पर किस करते हुए बोली , जीजू गुड मॉर्निंग , अब आपकी बहना ने जगा दिया है तो ज़रा उसे गुड मॉर्निंग किस भी तो दे दो।उन्होंने गुड्डी के होंठों की ओर होंठ बढाए , ... पर रीनू ने रोक दिया ," कैसे भाई हो ,.. अरे बहन के तो असली होंठ नीचे वाले होते हैं , ... क्यों गुड्डी , यार तेरा भाई न एकदम बुद्धू है। चल तू ही चढ़ के इसे निचले होंठों से गुड मॉर्निंग करा दे ,... "
" एकदम भाभी ,... " और अब गुड्डी सारी ट्रिक सीख गयी थी , एकदम रीनू ने जैसे अभी अभी उसके साथ किया था वैसे ही , इनका हाथ मोड़कर इनके सर के नीचे दबाया , अपने घुटनों से इनकी दोनों बाहों पर अपनी देह का पूरा बोझ डाल दिया , और अपनी किशोर मांसल जांघों के बीच उनका सर दबा दिया ,लेकिन ललचाने तड़पाने में उनकी बहिनिया कम नहीं थी , आखिर हाईस्कूल से ही उन्हें अपनी कच्ची अमिया दिखा दिखा के ललचा रही थी ,अपनी गुलाबो को उनके होंठों से इंच भर दूर कर के पूछ रही थी ," क्यों भैया चाहिए ,... "उन्होंने जोर जोर से हामी में सर हिलाया ," बोल न ,... अभी तो आपका मुंह मैंने बंद भी नहीं किया , न आपके मुंह में कुछ भरा है। .. " उन्हें छेड़ते , मुस्कराकर वो सारंग नयनी बोली।" वही ,... " मुश्किल से इनके बोल फूटे।" वही क्या , साफ़ साफ़ बोलो न जीजू ,... आप साली से तो शर्माते ही थे , क्या बहन से भी , ... गुड्डी बिलकुल मत देना ,, जबतक ये साफ़ साफ़ बोले नहीं /रीनू इनके बगल में बैठी थी , चिढ़ाती बोली , आज साली और बहन एक साथ थीं।
" एकदम भाभी , ... " गुड्डी और रीनू आपस में चाहे जितना , ... लेकिन किसी और के सामने एकदम सयुंक्त विधायक दल बना लेती थीं। दोनों ने उनसे बुलवा कर छोड़ा , और पल भर में उनकी जीभ , अपनी बहन की चूत सपड़ सपड़ और फिर थोड़ी देर में चूत के अंदर ,..गुड्डी खुद अपनी चूत की दोनों फांके फैलाकर , अपने भइया के होंठों पर ,जीभ उनकी ममेरी बहन के बुर के अंदर गोल ,गोल , ... उसी बुर में जिसमें कल रात मेरे दोनों जीजू का लंड घुसा था , झड़ा था और अभी भी दोनों की मलाई मेरी ननद की बुर में ,
उसके भइया चाट रहे थे , बहना चटवा रही थीलेकिन असली प्लानिंग तो कुछ और थी ,
थोड़ी देर में गुड्डी ने अपनी गुलाबी सहेली को ऊपर उठा दिया , और बोली ," भइया , मुँह खोल न "और उन्होंने मुंह खोल दिया , चिड़िया की चोंच की तरहलेकिन गुड्डी को संतोष नहीं था"क्या भैया , इत्ता छोटा सा , अरे राखी में मेरे हाथ से लड्डू खाने के लिए कितना बड़ा सा खोलते थे ,.... "" एकदम अपनी माँ के भोंसडे की तरह ,... " रीनू क्यों मौका छोड़ती , आखिर साली थी।और उन्होंने सच में खूब बड़ा सा मुंह खोल दिया ,बस जरा सा और ,.... गुड्डी अभी भी उनके पीछे पड़ी थी , और उन्होंने पूरी ताकत से ,.." क्यों भैया चाहिए , ... " एकदम फुसफुसाते हुए गुड्डी ने पूछा।वो समझ तो रहे ही थी , लेकिन उहापोह में ,... फिर मुंह खुला था बोलते कैसे ,गुड्डी की आवाज अब और हल्की हो गयी ,..." क्यों भइया पिला दूँ। .. " उनकी आँखों में आँखे डाल कर वो शोख , शरीर छोरी बोली।
और जवाब मैंने और रीनू ने एक साथ दिया , ..." अरे यार प्यासे की प्यास बुझाने से बड़ा पुण्य मिलता है , पिला दे न , ... "" कैसी बहन है तू अपने भाई से पूछती है , इतना तो बहन का भाई पर हक होता है ,... "रीनू ने मेरी ननद को और चढ़ाया , और साथ में अपनी दोनों बाँहों से अपने जीजू को जकड लिया , कंधे पर से ,... अब वो पूरी ताकत भी लगा लें हिल नहीं सकते थे।और उनकी बहन ने कस के उनके सर को अपनी गोरी चिकनी मांसल जाँघों के बीच , उसकी चुनमुनिया बस एक दो सेंटीमीटर मुश्किल से दूर ,पिघलता सोना , छलकती धूप , बहन की देह से भाई के अंदर" एक भी बूँद इधर उधर गयी न , तो बहुत पिटूंगी। " उनकी नमकीन बहिनिया बोली ,
लेकिन कुछ देर बाद छलकने की संभावना ही ख़तम हो गयी , शहद का छत्ता , सीधे उनके होंठों में , शैंपेन कोई सीधे बोतल से पिए ,रीनू भी समझ गयी थी , अब उसके जीजू ,... उसकी ननद के साथ।..तो उसने नीचे की ओर रुख किया जहां झंडा एकदम तना फहरा रहा था , उनके ऊपर वाले होंठों पर बहन के निचले होंठ ,और नीचे मीठी नमकीन साली के होंठ ,... एक साथ मेरी बहन , उनकी बहनतड़पाने में रीनू का जवाब नहीं था , बस मेरी बहन ने अपने जीजू के झंडे के डंडे पर जीभ से दो चार बार ऊपर से नीचे तक जीभ निकाल कर लिक किया , न डंडे को मुंह में लिया न झंडे को ,... वो तड़प रहे थे , तरस रहे थेपर तड़पना , तरसना तो सारे जीजू लोगों की किस्मत हैऔर तड़पाना , तरसाना , सालियों का काम।दो चार बारे कड़े खड़े डंडे को चाट कर , रीनू ने नीचे के दो रसगुल्लों में से एक को मुंह में भर लिया और लगी चूसने चुभलाने। कुछ देर बाद दूसरे का भी नंबर आ गया , और अब वो बॉल मेरी बहन के मुंह में ,... हलके हलके चुभला रही थीपर मेरी तरह , मेरी बहना को भी दया आ ही जाती थी , और मुंह से उसने उस मीठे रसगुल्ले को तो नहीं निकाला लेकिन अपने कोमल हाथों से डंडे को , मुठियाने लगी , और पहला झटका ही इतना तेज था की मेरे सोना मोना का बड़ा सा मोटा सुपाड़ा एक झटके में खुल गया , खूब मांसल रसीला ,... अगर रीनू ने मुझे कसम न धरायी होती , तो सच में मेरी छिनार ननद की कसम , ... उस लीची की तरह मीठे रसीले सुपाड़े को मैं ले ही लेती अपने मुंह में, पर,...हाँ इनके मुंह पर अभी भी मेरी ननद के निचले होंठों की सील लगी थी , सुनहरी बारिश अभी भी हो रही थी , ... थोड़ी देर में गुड्डी ने अपने भीगे होठ ऊपर किये , बची हुयी चार पांच बूंदे भी सुनहली शराब की , बहन के निचले होंठों से भाई के होंठों के बीच ,...और जो कुछ लगा बचा था गुड्डी की प्रेम गली में उसे भी उन्होंने चाट चूट कर साफ़ ,पर गुड्डी कम नहीं थी झुक कर अपने रसीले होंठों से जबरदस्त चुम्मी ली अपने भइया के होंठों की , जैसे उन्हें शाबासी दे रही हो , गुड ब्रदरऔर आगे का प्रोग्राम भी बता , दिया ,... अब रोज बिना नागा ,... सुबह सुबह , पक्का भैया , ...उनका चमकता चेहरा बता रहा था उन्हें कोई ऐतराज नहीं है।मेरी ननद ने अपने भइया के सुनहली शराब से भीगे होंठों से होठ हटा कर सीधे , अपनी भाभी के , मेरे होंठों पर ,... और जबरदस्त लिप लाक किया हम ननद भौजाई ने,लेकिन दूसरी भौजाई , गुड्डी की मीठी भाभी इशारा कर कर के अपनी ननद को बुला रही , और फिर मेरी बहन ,और इनकी बहन ने इनके तन्नाए , बौराये लंड को बाँट लिया , सुपाड़ा इनकी बहन के हवाले और रसगुल्ले मेरी बहन के ,... लेकिन थोड़ी देर मे रोल बदल गया , अब गुड्डी इनके बॉल्स चूस रही थी और रीनू लंड। कभी अपने जीभ से बस इनके पेशाब के छेद को सुरसुरा देती तो कभी अपने होंठों से मांसल सुपाड़े को कस के भींच लेती , और कभी गप्पाक से उनके लंड को आधा से ज्यादा एक बार में घोंट लेती।
karib 70 % aap ne kitana padha hai ?Komal ji story abhi kitne % upload kiye ho yha p
Thankoo soo much, aapke comeent itne behtareen hote hainbehtareen.....ekdum pighalte sone jaisa update