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अपडेट पोस्टेड - एक मेगा अपडेट, जोरू का गुलाम - भाग २३९ -बंबई -बुधवार - वॉर -२ पृष्ठ १४५६
कृपया पढ़ें, आनंद लें, लाइक करें और कमेंट जरूर करें
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इन्द्रधनुष की तरह आप दोनों लेखिकाएं रंगों से पाठकों को सराबोर कर देती हैं...aap sapane badhiya dihati hain khood itani sapnili hain na indradhanush ki tarh
4,000 views daily nahi ek post ke baad yaani 3-4 din men vo bhi kabhi kabhi lekin aapke munh men Ghee Gud ( Cholestrol sugar kaa apako kya dar aap doctor ho) Thanks soooooooooooooooooooooooooooooooooooo much.
कठिनाई से पाने पर मजा कई गुना बढ़ जाता है....aasman se unchi meri nanadon ki ,... yhi target un teens ke liye hoga na K2 ki tarah ji height jispe panunchana mushkil ho lekin naamumkin nahiThanks for such apt comments aap ke ina story suni thi
वाह... भंडारा भी...Chidiya to ab fans hi gayi as ab dhimi anch pe halke paka ke pahle apne sainya aur uske bachapan ke yaar ke aaage parosana hai phir kuch aur uske baad to Bhandara lagega![]()
Manzil tak sapne dekhne ke baad hi pahuncha ja sakta hai didi.
To swapn dekhna achha hai didi
aur jyada views ki chabi yahi hai ke let ur characters speak every thing & identify themselves (characters created by u)3 ir 4 times in a single page.
अरे स्कूल के सीनियर कमल की कद्र तो उस समय के बचे अरमानों को दूसरे तरीके से पूरा करके हीं होगा...komaalrani जी मैने आपकी कहानी के सारे पार्ट पढ़े ( जेठानी वाला भी और लाल डेयरी का भी और कमल जीजू वाला भी ) यह तक पढ़कर मैं आपका fan होगया मुझे यह कहानी बूथ इरोटिक लगी इनफैक्ट यह कहानी मुझे आज तक की कहानी जो मैने पढ़ी और अच्छी लगी उसमे से एक हैं।
मैं पूरी कहानी पढ़ कर यह बोलना चाहता हु की आप कमल जीजू वाला पार्ट जीजू साली के लिए अच्छा हैं लेकिन गुड्डी के साथ पहले सेक्स आगे और पीछे का सिर्फ कोमल के पति को करना चाहिए बाकी आपकी स्टोरी मुझे बहुत अच्छी लगी (keep writing)
Waiting for another amazing update
अगर कोई बात बुरी लगी तो सॉरी स्टोरी आपकी हैं तो आप जो लिखेंगी वो अच्छा ही होगा
गद्य और पद्य का समायोजन भी लाजवाब है...मैं क्या कहूं ,
आपने कुछ कहने लायक नहीं रखा, आप कहानी पर आये और आपने इतनी जल्दी और लगातार पूरी कहानी अब तक की पढ़ ली,... बस आभार ही कह सकती हूँ,... और ये गुजारिश आकर सकती हूँ की अगर हो सके तो बीच बीच में भी कभी कभार हुंकारी भर के बस अपनी उपस्थिति का अहसास दिलाते रहें,
आप ऐसे पाठक दुर्लभ हैं जो इरोटिका या श्रृंगार न सिर्फ पसंद करते हैं बल्कि समय निकाल के एक लम्बी कहानी पूरी की पूरी पढ़ भी लेते हैं
आप की इस रूचि के कारण मैं सजेस्ट करुँगी मेरी एक कहानी जो पूरी तरह इरोटिक है , और अपने ढंग की अलग कहानी है
मोहे रंग दे,
जो तन से ज्यादा मन की कहानी है , जो मेरे लिए एक अच्छी इरोटिक कहानी के लिए आवश्यक है, मैं हमेशा मानती हूँ की देह तो सिर्फ एक नसेनी है, एक सीढ़ी है मन के कोष तक पहुंचने के लिए असली सुख का सागर तो वहां लहलहा रहा है,...
और इस कहानी के मैं कोशिश करती हूँ की हफ्ते में दो पोस्ट्स कर दूँ तो बीच के समय में आप
मोहे रंग दे पढ़ सकते हैं और हाँ कम से कम पढ़ना शुरू करते समय जरूर अपनी उपस्थिति का अहसास कमेंट से दिला देंगे तो अच्छा रहेगा
मोहे रंग दे
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Erotica - मोहे रंग दे
मोहे रंग दे ,मोहे रंग दे ,रंग की यह कहानी साजन के रंग में सजनी के रंगने की है ,सजनी के रंग में साजन के रंगने की है ,और होली की है , ...और होली की नहीं भी है ,...मन और तन दोनों रंगने की है ,नेह के रंग की , देह के रंग की ,... एक ऐसी कहानी जो सिर्फ इस देस में हो...exforum.live
रंग की यह कहानी साजन के रंग में सजनी के रंगने की है ,
सजनी के रंग में साजन के रंगने की है ,
मन और तन दोनों रंगने की है ,
नेह के रंग की , देह के रंग की ,... एक ऐसी कहानी जो सिर्फ इस देस में हो सकती है ,
वो रंग जो चढ़ता है सिर्फ उतरता नहीं
जो पद्माकर ने कहा था
एरी! मेरी बीर जैसे तैसे इन आँखिन सोँ,
कढिगो अबीर पै अहीर को कढै नहीँ ।
वो रंग जो कभी उतरता नहीं
जो खुसरो ने कहा ,
आज रंग है री मां रंग है री , मेरे महबूब के घर आज रंग है री
मोरे ख्वाजा के घर रंग है री ,
अबकी बहार चुनर मोरी रंग दे ,... रखिये लाज हमारी
आज रंग है री मां रंग है री , मेरे महबूब के घर आज रंग है री
आपकी तो अखंड ज्योत है...Thanks so much aap ka is thread par aana himamat badhana bas aise lagata hai koyi bujhte diyon me tel daal ke baati ko sidhi kar ke phir se unki jyoti badha de ,...
अरे.. बीच में गोद भराई की रस्म भी...asali nanad hai chahati hai Bhaujai Bhaiya se bhi jyada garmaayi rahe aur khud nada khol de apna bhi aur apne unka bhi, 9 mahine baad naand ko neg bhi to chaahiye bhaitje ka
तैयारी तो जोरदार है..Ekdam sahi kaha aapne bas thodi si tayaari aur , aur uske bad Bharatpur loot gayo raat mori amma
अरे अभी तो रफ्तार पकड़ी है...आप भी न
बहुत बहुत आभार , नमन और धन्यवाद बस साथ बनाये रखिये , दो तिहाई कहानी हो चुकी है बस थोड़ी ही बची है,...