Star Lover
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"और मैं बन गयी देवरानी
लेकिन मम्मी से ज्यादा कोई खुश था तो वो थीं , मेरी सास वो भी झट से खड़ी हो गयीं, और बोलीं, ...
" ये तो बहुत ही ख़ुशी की बात है , इस ख़ुशी में कुछ मीठा हो जाए,... "
और झट्ट से एक बड़ा सा गुलाबजामुन, निकाल कर मेरी सास ने अपनी समधन के मुंह में गप्प से डाल दिया,... एक बार में पूरा,... और कुछ शीरा ठुड्डी पर गिरा, और कुछ सरकते हुए ब्लाउज की गहराई में ,...
समधन ने समधन से खीर वाले मज़ाक का बदला ले लिया था,... बाकी शीरा अपनी समधन के गाल पर पोत दिया,
" आप तो वैसी ही इतनी मीठी हैं , थोड़ी और मीठी हो जाइये "
और खाने के बाद पंडित जी इन्तजार ही कर रहे थे,... मेरी सास और खुश अपनी बड़ी बहू से बोलीं,... चलो समधन ने ये भी अच्छा किया हम लोग वहां जा के कहाँ पंडित जो को बुलाते,... तो अपनी भी साइत , रस्म रिवाज की अभी तय कर लेते हैं , ... '
और इनकी छुट्टी चार दिन पहले की थी,... तो शादी के दिन से तीन दिन पहले तिलक,... और पहले पंडित जी ने लड़के वालों के लिए उड़द छूने से, सिलपोहना , हल्दी तेल , मटमंगरा सब की साइत निकाल दी , फिर हम लोगों के यहाँ की भी,...
शादी का मुहूर्त जल्दी का था रात में आठ बजे के आस पास का , तो मम्मी और खुश , ...
चलो कोहबर में दो तीन घंटे का टाइम मिलेगा, कम से कम ,... दामाद की रगड़ाई करने का,
लेकिन मेरी सास की ज़िद थी, बिदाई जल्द से जल्द ,... समधन को चिढ़ाते बोलीं,
" अब तो आपका बेटा है, चाहे उसकी रगड़ाई करिये या,... उससे रगड़वाइये,... लेकिन मेरी बेटी को सुबह होने से पहले विदा कर दीजियेगा। "
तो वो भी सूरज निकलने के पहले का तय हो गया।
जेठानी ने पहले ही एक सवाल खड़ा किया लेकिन आजकल तो द्वार पूजा ही नौ बजे के पहले कहाँ होता है, बारात आते आते ही देर हो जाती है , आठ बजे तो शादी बैठ ही नहीं सकती, अपने पंडित से भी एक बार
लेकिन मेरी सास ने ही उनकी पतंग की डोर काट दी,...
बात तो सही कह रही हो,... लेकिन इसका रास्ता है न सिम्पल , तीन घंटे ही तो लगता है , बरात की निकासी जराजल्दी कर देंगे , सबेरे सबेरे,... दिन का खाना कहीं रस्ते में,
" अरे रस्ते में क्यों , १० बजे भी आप लोग चलिएगा तो १ बजे तक पहुँच जाइयेगा,... खाना यहीं ,.... वैसे भी अब सबेरे की बिदाई होगी तो भात तो हो नहीं पायेगा , तो कम से कम दो बार का खाना तो हम लोगों के यहाँ बनता है ,... " मम्मी बोलीं।
" बस, और शाम को ,.. गोधूलि का द्वारपूजा सबसे अच्छा रहता है " उनकी समधन बोलीं , दोनों की जुगल बंदी चल रही थी।
लेकिन क्या पता हमारे पंडित जी को,... न सूट करे , उनसे भी तो पूछ लीजिए एक बार , बल्कि मैं कहती हूँ ,.. इतनी जल्दी क्या है , घर पहुंच के आराम से फैसला कर के बता देंगे ,... जेठानी ने आखिरी दांव खेला।
मेरी सास भी , बड़ी बहू की बात उन्होंने काटी नहीं , बोलीं,
: बात तो तुम्हारी सही है , बिना अपने पंडित से पूछे,... अभी बात कर लेती हूँ,.... और इनके पंडित जी से बात करा देती हूँ , जैसा दोनों लोग तय करें,... "
और उन्होंने पंडित जी को नंबर लगा के शुभ सूचना दी और हम लोगों के पंडित जी को फोन पकड़ा दिया . जब तक वो लोग भद्रा और घड़ी के बारे में बातें कर रहे थे , मेरी सास ने जेठानी से हलके से कहा
" अरे अब तारीख टालने में बड़ी मुश्किल है , तेरे देवर ने तो देख छुट्टी भी सैंक्शन करा ली , कहाँ मिलती है इतनी छुट्टी , ... फिर आफिस में सबको बोला होगा , अब कहाँ कैंसल होगी , फिर दुबारा छुट्टी,... "
तब तक दोनों पंडितों ने बात कर ली और मेरी सास ने फोन स्पीकर फोन पर लगा दिया। इनके पंडित जी बोल रहे ,
"सब घडी एकदम शुभ है , मैंने भी बिचार लिया लड़के की कुंडली तो मेरे पास है ही , और उन तीन चार दिन मैं खाली भी हूँ। "
अब सब पक्का हो गया,... इनकी मम्मी ने अपने मायके भी फोन घुमा दिया,... इनकी बूआ के यहाँ भी , और मेरे साथ की सेल्फी और समधन के साथ की भी , गाँव भी बात कर ली नाउन कहाईन एक हफ्ते पहले आ जाएंगी, ..
मेरी जेठानी का चेहरा झाँवा हो रहा था।
चलते समय मैंने सास का पैर छूने की कोशिश की तो उन्होंने तुरंत पकड़ के गले लगा लिया और मुझे तो क्या बोलतीं,... मम्मी को आने के बाद पहली बार हड़काया,
" किसके साथ मिल के ये बेटी जनी हैं ये तो पता नहीं , इसके मामा, फूफा , पता नहीं,... लेकिन इतनी सुंदर चाँद सी बेटी इतनी गुनी पर इतनी बुद्धू, बेटियां कहीं पैर छूती हैं,... "
और मुझे कस के भींचती हुयी हलके से बोलती हुयी अपनी समधन को चिढ़ाते बोलीं,...
" वो तो अब इनका बेटा हुआ, ... फायदे में मैं ही रही , अब चल तू आ जा तो हम तुम मिल के इनके बेटे का कान खीचेंगे "
पर जेठानी ने बाकायदा पैर छुआया। दोनों पैर आँचल पकड़ के ,...
बस एक पल के लिए उनका चेहरा खुश हुआ जब बिदाई में मम्मी ने उन्हें बनारसी साड़ी और कुंदन का सुन्दर सा सेट,
जेठ जी को हीरे की अंगूठी,... और सूट।
पर मेरी सास ने कुछ भी लेने से मना कर दिया , बेटी का घर कह के,... हाँ समधन के हाथ का बनाया पान उन्होंने जरूर खाया,... और ऐसे उनसे भेंटी जैसे बरसों बिछुड़ी सहेलियां हों ,... हाँ सब के जाते ही मम्मी ने अपना जजमेंट तुरंत मुझे सुना दिया, बाकी सब तो ठीक है , लेकिन वो तेरी जेठानी बड़ी कनटाइन है।
पर अगले पल ही उन्होंने ट्रैक बदला, और तो तेरा वाला तो तेरे ऊपर एकदम लट्टू है।
' मुझसे ज्यादा आप के ऊपर. " हंस के उन्हें चिढ़ाते मैं बोली,...
और क्या अदा से चक्कर काटते हुए हलके से उन्होंने पल्लू गिराया की ऊंचाई गहराई सब झलक गयी. और खिलखिलाते हुए बोलीं,...
" वो तो है , और मैं हूँ ही ऐसी ".
फिर उनकी फ़ोटो अपने मोबाइल से जो उनसे बात करते हुए चुपके से उन्होंने खींच ली थी , मुझे दिखाते बोलीं,...
" देख एकदम लड्डू लग रहा है न मन करता है झट्ट से गप्प कर लूँ "
" तो कर लीजिये ना मैं कौन मना कर रही हूँ " मैं बोली
मैंने कहा था न मम्मी , मम्मी से ज्यादा मेरी सहेली हैं और वो भी बदमाश वाली।
" तू क्या सोचती है तुझसे पूछूँगी ,... गप्प करने से पहले। " और अपने दामाद को उन्होंने फोन घुमा दिया।
लाल डायरी के पन्ने पलटते हुए अचानक मेरी दिमाग में उस दिन की सब घटनाएं एक एक कर के घूम रही थीं ,... और अब मैं समझ रही थी , सब मेरी सास और मम्मी का किया धरा,... पक्का मेरी सास को, 'जो देवरानी नहीं आ सकी' ... उसके गाभिन होने के बारे में तो नहीं पता रहा होगा , नहीं लाल डायरी के बारे, में न जेठानी के इरादों के बारे में,... पर इस उमर में औरतों की छठी इन्द्रिय बहुत जागृत हो जाती है और उनकी तो एड़ी में आँख होती है , तो घर में तो वो बोल नहीं सकती थीं , जेठ जी तो एकदम दबे , ये नौकरी पे ,...
और जेठानी एकदम चढ़ी,...
लेकिन कहीं कुछ उन्होंने सूंघा होगा , लड़की वालों ने एक बार उनसे बात नहीं किया, और फोटो तो सब लोग भेजते हैं,... और जेठानी की छोटी बहन, अभी एक यही चढ़ी रहती है ,... तो बस जैसे ही उन्होंने मौका देखा,
तो इसलिए चट मंगनी पट ब्याह , फिर ये भी मम्मी की बातों ओर मोहनी मंत्र के आगे,... उन्होंने छुट्टी भी लेली , पंडित की भी बात होगयी,... और एक बात और
मेरी सास को अपनी समधन में एक सहेली , जिससे वो खुल के दिल की बात कहें ,... और समधियाने आने की बात ,... तो उन्हें एक तरह का एस्केप स्क्वायर मिल गया , जेठ जी की तो हिम्मत नहीं थी , लेकिन सब के सामने अपनी माँ के खिलाफ भी नहीं ,... इसलिए,...
बस मैं आगयी। और वो जहर की पुड़िया , जिसके किस्सों और प्लानिंग से लाल डायरी भरी थी नहीं आ पायी , पर जेठ जी का क्या चक्कर था , उसका कोई ज़रा सा भी अंदाज लाल डायरी में नहीं था।
तो सौ बात की एक बात , पंद्रह दिन में मैं आ गयी और उस समय मुझे जेठानी जी, उनकी गाभिन बहिनिया के बारे में अंदाजा नहीं थीं , ( जब तक ये लाल डायरी नहीं पढ़ी कुछ भी अंदाजा नहीं था ) मुझे तो सिर्फ ये दीखते थे , पास रहे न रहें,... उनकी लजाती घबड़ाती ललचाती आँखे ,
लेकिन मुझे ये बात नहीं समझ में आ रही थी जेठानी जी ने जेठ जी कैसे इतने दबा के रखा था , ... उस लाल डायरी में कुछ नहीं मिला पार आलमारी में दो कागज़ मिले उनसे अंदाज लग गया , एक तो ऊपर ही था और दूसरा काफी छिपा के उनके अंडर गारमेंट्स के नीचे,
तो सौ बात की एक बात , पंद्रह दिन में मैं आ गयी और उस समय मुझे जेठानी जी, उनकी गाभिन बहिनिया के बारे में अंदाजा नहीं थीं , ( जब तक ये लाल डायरी नहीं पढ़ी कुछ भी अंदाजा नहीं था ) मुझे तो सिर्फ ये दीखते थे , पास रहे न रहें,... उनकी लजाती घबड़ाती ललचाती आँखे ,"
Behetareen Update Komal Ji, Bus aik Prashn aakhir iss ghabhin bhaheniyaa ka hua kya. Teen months ki pregnant to wo thi hii. Aur 1 month devar ki shadi mai chale gaye. Aur jiis Tarah jethani ne hamari pyaari komaliya ke khilaf saajishe ki hain usse to yehi lagta hai ki wo shadi ke baad bhi komaliya ko hata kar iss ghabhin baheniya ko lana chahati this.
Aur inn Sab mai 1 mahina aur Nikal gaya hoga. Aur 5 mahina ke baad to abortion bhi nahi hota. To kya hua ghabhin beheniya ka aur Sandeepwa ke bacche kaa.