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जोरू का गुलाम भाग १८५
गुड्डी की कोचिंग
कोचिंग शुरू होने में अभी भी एक घंटे से ऊपर समय बाकी था , वहीँ पर ज्यूस का एक स्पा था , मैंने और गुड्डी ने मैनक्योर कराया , और गुड्डी ने फेसियल भी।
" हे तुझे भूख नहीं लगी है " मैंने उसे उकसाया , और हम लोग एक पिज्जा शाप में
एकदम कोचिंग के सामने ही ,ज्यादातर बाइक्स खड़ी थी , उस पर लड़के लड़कियां कुछ गुड्डी के उम्र के , कुछ थोड़े बड़े।
मेरा इरादा साफ़ था। गुड्डी की जवानी का जलवा उन सबको दिखाने का , वो अपनी स्कूल गर्ल वाली यूनिफार्म में ही थी , छोटी सी स्कर्ट , टाइट टॉप , अंदर क्वार्टर बार , और निप्स हलक हल्के टॉप के अंदर से झलक रहे थे , सर उठाये।
सेल्फ सर्विस स्टाल था , और आर्डर करने का काम मैंने गुड्डी को ही पकड़ाया। और उस टीनेजर के जलवे का असर साफ़ साफ़ दिख रहा था ,
और जब सेल्सबॉय ने टोकन दिया तो शरारत में एक लड़के ने हल्का सा झटका दिया , और वो नीचे गिर गया।
"सॉरी , आपका टोकन गिर गया , मैं उठा दूँ ,... " बहुत शराफत से वो बोला
पर गुड्डी खुद झुक गयी
गनीमत थी की उसने लेसी ब्लैक पैंटी पहन रखी थी , और सारे रेस्टोरेंट की निगाही उसकी गोरी जाँघों पर और पैंटी की हलकी सी झलक पर चिपकी थीं।
टाइम हो गया था , जल्दी से पिज्जा ख़तम कर के हम दोनों कोचिंग की ओर चल दिए।
रेस्टोरेंट से हम निकले तो कार मैंने वही पार्क कर दी।
कोचिंग सामने ही थी , सड़क के उस पार मुश्किल से १०० -१५० मीटर ,
लेकिन जैसा कोचिंग में होता है , एक बैच के क्लासेज ख़तम होते हैं दूसरे के शुरू होते हैं और क्लास के अगल बगल सैंडविच , फास्टफूड , कोल्ड ड्रिंक्स की दुकाने , और उस पर कोचिंग में आने जाने वाले लड़कों की भीड़ ,
मैं जान बूझ के गुड्डी के थोड़ा पीछे पीछे चल रही थी , जिससे लड़कों की हिम्मत में कोई कमी न आये ,...
और कोचिंग के पहले दिन ही मैंने चाहती थी की ,.. और वही हो रहा था।
और कमेंट्स की बरसात शुरू हो गयी। कोचिंग के सामने ही, सब कोचिंग के ही लड़के लग रहे थे।
" अरे रामपुरी छुरी है , एकदम कटीली ,.. दोनों देख न ,... " दूसरा बोला।
वो दोनों क्या सभी देख रहे थे , और मैं उन को देख रही थी ,
गुड्डी के टिट्स का कमाल , एकदम खड़े कड़े और ड्रेस को बेधते,
क्वार्टर कप ब्रा टिट्स को जरा भी नहीं ढक रही थी हाँ पुश कर के वो उभारों के उभार को और उभार रही थी , कड़ापन , कटाव सब कुछ
सिर्फ उसका व्हाइट ब्लाउज , सीधे टिट के ऊपर और जैसे नैंसी ने बोला था , रगड़ रगड़ के वो और खड़े कड़े ,
ड्रेस के अंदर से गुड्डी के निप्स साफ़ साफ़ दिख तो नहीं रहे थे , लेकिन झलक जरूर रहे थे। और खड़े कड़े निप्स ,...
" यार ये चिड़िया नयी लग रही है , पहले कभी नहीं देखा ,.. " एक लड़के ने कमेंट किया।
" तो अब देख लो , ... और ठीक से देख लो ,... आयी तो कोचिंग में ही है , अब तो रोज ,... "
तब तक एक छैला टाइप गन्ने के जूस वाले ने कमेंट किया , " चोली में बॉम्ब हौ ,... " और उसके दुकान पर गन्ने के जूस वाले हंस पड़े।
अब तक हम लोग कोचिंग के एकदम पास पहुँच गए थे।
मेरी ओर देखने के लिए गुड्डी ने पीछे मुड़कर देखा और कमेंट वालो की जुबान रुक गयी
जुबान ही नहीं सांस रुक गयी , नीचे की नीचे ऊपर की ऊपर।
और अबकी उसकी निगाह सीधे बाइक पर बैठे उस लड़के पर पड़ी जिसने बरछी की धार वाला कमेंट उसके टिट्स पर दिया था , सीधे उसकी आँखों में
सच में जबरदस्त हंक था , सवा छ फिट के ऊपर ही होगा , एक महगी सी बाइक ,...
और आँखे हटाने से पहले गुड्डी की आँखों ने हलके से मुस्करा दिया ,
गुड्डी की कोचिंग
कोचिंग शुरू होने में अभी भी एक घंटे से ऊपर समय बाकी था , वहीँ पर ज्यूस का एक स्पा था , मैंने और गुड्डी ने मैनक्योर कराया , और गुड्डी ने फेसियल भी।
" हे तुझे भूख नहीं लगी है " मैंने उसे उकसाया , और हम लोग एक पिज्जा शाप में
एकदम कोचिंग के सामने ही ,ज्यादातर बाइक्स खड़ी थी , उस पर लड़के लड़कियां कुछ गुड्डी के उम्र के , कुछ थोड़े बड़े।
मेरा इरादा साफ़ था। गुड्डी की जवानी का जलवा उन सबको दिखाने का , वो अपनी स्कूल गर्ल वाली यूनिफार्म में ही थी , छोटी सी स्कर्ट , टाइट टॉप , अंदर क्वार्टर बार , और निप्स हलक हल्के टॉप के अंदर से झलक रहे थे , सर उठाये।
सेल्फ सर्विस स्टाल था , और आर्डर करने का काम मैंने गुड्डी को ही पकड़ाया। और उस टीनेजर के जलवे का असर साफ़ साफ़ दिख रहा था ,
और जब सेल्सबॉय ने टोकन दिया तो शरारत में एक लड़के ने हल्का सा झटका दिया , और वो नीचे गिर गया।
"सॉरी , आपका टोकन गिर गया , मैं उठा दूँ ,... " बहुत शराफत से वो बोला
पर गुड्डी खुद झुक गयी
गनीमत थी की उसने लेसी ब्लैक पैंटी पहन रखी थी , और सारे रेस्टोरेंट की निगाही उसकी गोरी जाँघों पर और पैंटी की हलकी सी झलक पर चिपकी थीं।
टाइम हो गया था , जल्दी से पिज्जा ख़तम कर के हम दोनों कोचिंग की ओर चल दिए।
रेस्टोरेंट से हम निकले तो कार मैंने वही पार्क कर दी।
कोचिंग सामने ही थी , सड़क के उस पार मुश्किल से १०० -१५० मीटर ,
लेकिन जैसा कोचिंग में होता है , एक बैच के क्लासेज ख़तम होते हैं दूसरे के शुरू होते हैं और क्लास के अगल बगल सैंडविच , फास्टफूड , कोल्ड ड्रिंक्स की दुकाने , और उस पर कोचिंग में आने जाने वाले लड़कों की भीड़ ,
मैं जान बूझ के गुड्डी के थोड़ा पीछे पीछे चल रही थी , जिससे लड़कों की हिम्मत में कोई कमी न आये ,...
और कोचिंग के पहले दिन ही मैंने चाहती थी की ,.. और वही हो रहा था।
और कमेंट्स की बरसात शुरू हो गयी। कोचिंग के सामने ही, सब कोचिंग के ही लड़के लग रहे थे।
" क्या जोरदार बरछी की नोकें है , ऐसी धारदार बरछियाँ , दोनों ,... सीधे सीने में चुभ गयीं " एक लड़के ने जोरदार आह भरी।" अरे रामपुरी छुरी है , एकदम कटीली ,.. दोनों देख न ,... " दूसरा बोला।
वो दोनों क्या सभी देख रहे थे , और मैं उन को देख रही थी ,
गुड्डी के टिट्स का कमाल , एकदम खड़े कड़े और ड्रेस को बेधते,
क्वार्टर कप ब्रा टिट्स को जरा भी नहीं ढक रही थी हाँ पुश कर के वो उभारों के उभार को और उभार रही थी , कड़ापन , कटाव सब कुछ
सिर्फ उसका व्हाइट ब्लाउज , सीधे टिट के ऊपर और जैसे नैंसी ने बोला था , रगड़ रगड़ के वो और खड़े कड़े ,
ड्रेस के अंदर से गुड्डी के निप्स साफ़ साफ़ दिख तो नहीं रहे थे , लेकिन झलक जरूर रहे थे। और खड़े कड़े निप्स ,...
" यार ये चिड़िया नयी लग रही है , पहले कभी नहीं देखा ,.. " एक लड़के ने कमेंट किया।
" तो अब देख लो , ... और ठीक से देख लो ,... आयी तो कोचिंग में ही है , अब तो रोज ,... "
तब तक एक छैला टाइप गन्ने के जूस वाले ने कमेंट किया , " चोली में बॉम्ब हौ ,... " और उसके दुकान पर गन्ने के जूस वाले हंस पड़े।
अब तक हम लोग कोचिंग के एकदम पास पहुँच गए थे।
मेरी ओर देखने के लिए गुड्डी ने पीछे मुड़कर देखा और कमेंट वालो की जुबान रुक गयी
जुबान ही नहीं सांस रुक गयी , नीचे की नीचे ऊपर की ऊपर।
और अबकी उसकी निगाह सीधे बाइक पर बैठे उस लड़के पर पड़ी जिसने बरछी की धार वाला कमेंट उसके टिट्स पर दिया था , सीधे उसकी आँखों में
सच में जबरदस्त हंक था , सवा छ फिट के ऊपर ही होगा , एक महगी सी बाइक ,...
और आँखे हटाने से पहले गुड्डी की आँखों ने हलके से मुस्करा दिया ,
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