Rahul201220
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मान मनुहार
कमल जीजू , अजय जीजू और रीनू उसी कमरे में बैठे थे , जहां मेरी , ... और सब एकदम चुप , मुझे देख कर भी कोई कुछ नहीं बोला ,
"जीजू , सॉरी " खूब चेहरा बनाकर दोनों कान मैंने पकड़ लिए और कमल जीजू के सामने उदास खड़ी हो गयी ,
कुछ देर तक तो कमल जीजू सीरियस रहे , लेकिन अंत में उनके चेहरे पर मुस्कान फ़ैल गयी , और मुझे हड़काते बोले ,
" स्साली , क्या तय हुआ था "
उनकी शादी में ही एक बार जीजू ने मेरी चोली में हाथ डाल दिया था
और मैंने घूर के देखा तो उनके मुंह से 'सॉरी ' निकल गया बस उसी समय मैंने उन्हें हड़का लिया था ,
ये कह के जीजू साली में 'सॉरी ' नहीं बोलते।
बस उनका ये याद दिलाना काफी था और मैं सीधे उनकी गोद में बैठ गयी और उन्हें मनाने का जो तरीका था एक चुम्मी सीधे लिप पर और उनके हाथ जसिके पीछे पहले दिन से वो दीवाने थे ,
मेरे जोबन पर , ...
" आप गुस्सा हो न " मैंने पूछा ,
हूँ , लेकिन तुमसे नहीं , ... " उन्होंने कबूला।
"चलो मेरा प्रॉमिस , आज नहीं हुआ तो क्या , सैंडविच बनेगी मेरी आप दोनों जीजू से , ... पक्का , एकदम। .. "
मैंने प्रॉमिस किया , ...
" और वो ,... "
अबकी अजय जीजू बोले ,
" उन्ही के सामने " ...
मैंने साफ़ साफ़ बता दिया ,...
" आज तेरी गांड बच गयी , फिर ,... अगर कही वो ,... "
कमल जीजू ने अपना शक बता दिया
" अरे जीजू , आप उसकी गांड पहले मार लीजियेगा , सिम्पल "
मैंने उपाय बता दिया , ... और आगे समझा भी दिया ,
" मुझे मालूम है आपकी पसंद , अगर एक बार उसकी गाँड़ मार लीजियेगा , फिर तो किसी की गांड मारिएगा वो बीच में नहीं आएंगे , ... "
मैंने फिर बोला ,
और मेरी बहन रीनू भी साथ में आ गयी।
" एकदम जीजू , निहराऊंगी मैं " वो बोली
" और पकड़ कर सटाउंगी मैं , बस धक्का आपको मारना होगा , वो भी बिना तेल के ,... " मैंने और बात बढ़ाई। "
देखा है मेरा , बिना तेल के , ... फट जाएगा उसका "
अब जीजू थोड़ा मुस्कराये।
" अरे ये कौन सी बड़ी बात है , अभी खोल के देख लेती हूँ , "
उनकी जींस के ऊपर से कितनी बार दबा के , पकड़ के मसल के देख चुकी थी ,
तो आज मैंने ज़िप खोल कर बाहर निकाल लिया पकड़ भी लिया ,
जी एकदम धक्क से रह गया , खूब मोटा , मेरी कलाई में समा नहीं रहा था ,
जब की अभी वो मोटू सो रहा था , अगर ये न आये होता तो ये मोटू इस समय मेरे पिछवाड़े घुस रहा होता ,
" ठीक है चलो जीजू , थूक मैं लगा दूंगी , एकदम आर्गेनिक ,.. आपके भी उनके भी , "
रीनू ने रास्ता निकाला।
" और फट जायेगा तो फट जाएगा , ... मैं तो चाहती यहीं हूँ जीजू एक बार आप हचक के फाड़ दीजिये , फिर आप जित्ती बार जैसे , जैसे सैंडविच बनायें , .. उनके सामने, आपकी स्साली भागेगी नहीं , ... लेकिन अच्छी तरह से फाड़ियेगा , तीन दिन तक टांग फैला के चले ,... " मैं मुठियाते बोली ,
" एकदम कोमल सही कह रही है , फिर उसके बाद हम साली जिज्जा का प्रोग्राम कभी कोई भड़भंग नहीं करेगा , .... "
रीनू ने बोला।
तब तक तीन बार ये नीचे से गुहार लगा चुके थे ,
हाँ घर लौटने लौटने पर उन्हें अंदाज लगा गया था उन्होंने जो किया वो ठीक नहीं किया और फायदा मेरा हुआ , ...
मेरी जेठानी के लाख कोशिश करने पर भी मैं इनके साथ इनकी पोस्टिंग पर चली आयी ,
और उस के बाद क्या हुआ , कैसे ये बदले ये तो आपने शुरू से देखा ही ,
मुझे उस समय अंदाज तो लग गया था लेकिन बाद में पता चला सारी करतूत मेरी जेठानी की थी ,
उनका एक बड़ा प्लान फेल हो गया था , इसलिए सारी कुढ़न गुस्सा मेरे ऊपर,
वो चाहती थी मैं इनके मायके में रहूं , उनकी सेवा करूँ और सबसे ज्यादा उन्हें मौका मिले मुझे जलाने का , मेरी औकात दिखाने का,
जबसे उन्हें पता चला था की मैं अपने मौसेरे भाई की शादी में गयी हूँ, बस पहले तो मेरी सास को चढाती रहीं,
" झूठी उसकी माँ, यहाँ से मायके के लिए कह के गयी थीं, और,... मुझे मालूम नहीं वहां क्या मस्ती हो रही होगी , अरे उसे बुलाना था , उनकी मौसी को आपसे मुझसे बात करना चाहिए था, पूछना चाहिए था, ...अब शादी हो गयी है , वो इस घर की बहु है , लेकिन नहीं,... और फिर अगर जाना भी था तो यहाँ आके , एकाध दिन के लिए , ये क्या,... "
और उसके बाद अपने देवर के पीछे ,... और साथ में एक उन्होंने कुछ पूजा की एक नयी कहानी शुरू कर दी , जिस दिन रिसेप्शन था उसके ठीक अगले दिन,...
हर दो घंटे पर फोन घुमाती कहतीं तू तो एकदम जोरू का गुलाम हो गया है , हम लोगों को भूल गया है , कल अगर तुम दोनों पूजा में नहीं आये, संस्कार इस घर का और न जाने क्या , क्या ,...
इसलिए वो इतने अलफ़ थे
लेकिन जेठानी नहीं जानती थी किससे पाला पड़ा है , कोमलिया से ,...
मैंने उनका पैर छुआ गलती मानी , लेकिन इन्हे पटाया की मैं आपके साथ चलूंगी ,... ( मन तो इनका भी करता था, रोज खूंटा तंग करता था और इधर उधर मुंह मारने की न इनकी आदत थी न हिम्मत , नथ इनकी मैंने ही उतारी थी। )
सबसे अच्छी बात मेरी सास ने मेरा साथ दिया , और मैं इनके साथ आ गयी ,...
उसके बाद बाद क्या हुआ ये सब तो आप पढ़ ही चुके हैं ,
;;;;;;
इस कहानी मे शुरू के अपडेट से जो भी पति से प्यार का दिखावा हो रहा था, उसका मुख्य कारण इस अपडेट से समझा जा सकता है, सब कुछ इस अपडेट मे रची साजिश को पूरा करने के मकसद से ही किया जा रहा था।
कोमल अपनी माँ, बहन, मौसी, चाची आदि जैसे पति के अलावा भी सबसे चुदना चाहती थी,
लेकिन उसे ऐसा पति मिला जो कोमल को दुसरो से चुदते नही देख सकता था,
इसलिए कोमल ने अपने जीजू, और बहन के साथ मिलकर ( बाद मे अपनी माँ को भी शामिल किया होगा) पति को बदलने और जीजू से गांड मरवाने की साजिश रची,
जिससे कोमल का पति भी दुसरो को चोदे और कोमल के किसी से भी चुदने से रोक - टोक ना कर सके।
इस अपडेट से ये भी साबित हुआ कि कोमल के लिए उसके पति से ज्यादा अहमियत उसके जीजू ही रखते थे, तभी तो कोमल ने अपनी पति की खुशी से ज्यादा अहमियत जीजू को खुश करने पर ध्यान रहा।
पति से प्यार का दिखावा करते हुए पति को अपना गुलाम जैसा बना लिया और अपनी मकसद/साजिश को कामयाब कर ही लिया।
त्रिया-चरित्र का बेहतरीन उदाहरण
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