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अपडेट पोस्टेड - एक मेगा अपडेट, जोरू का गुलाम - भाग २३९ -बंबई -बुधवार - वॉर -२ पृष्ठ १४५६
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लेकिन जेठानी की बहिन और नगमा.. दोनों को अपने सैंया के मोटे डंडे से....नहीं नहीं
अब लाल डायरी उन्ही के स्वहस्तक्षरों में लिखित मेरे कब्जे में है और उस की सत्यापित प्रतिलिपि भी दिया के पास
फिर पति के इम्पोटेंस का जो फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया था उन्होंने उस की भी मूल प्रतिलिपि मेरे पास और राजपत्रित अधिकारी द्वारा सत्यापित प्रतिलीपी दिया के पास
और ये बात जेठानी जी जो मालूम है लेकिन सबसे बड़ी बात वो चम्पा बाई के साथ हाँ कर चुकी हैं और एक बार हाँ करने के बाद वहां कोई ना नुकुर नहीं चलती
फिर उनके मार्गदर्शक मंडल को भी अच्छे से ठिकाने लगा दिया है , इसलिए बस अब जैसे सपेरा बीन बजायेगा, नागिन नाचेगी
और कहानी अब ज्यादा टाउनशिप में ही आस पास घूमेगी , गुड्डी की कोचिंग शुरू होनी है और और भी
गेस्ट में तो सुजाता, मिसेज खन्ना और भी बहुत सारी लाइन में हैं...guset faculty bhi aayegi jaise Geeta aur Manju
१२ लाख व्यूज क्रॉस कर गए....Thanks so much ye sab aapke sath ka natija hai jaldi hi ye kahani bhi 12 lakh viewer tak phunchegi
Happy new year........Happy New year 2023
बीच-बीच में दिया और जेठानी की झलक भी चार चाँद लगा देती है...phir gadbad kar di aapne
main baar baar kh rahi hun khaani dhyaan se padhiye
Jethani aur Diya to inke maayke men hain to vo kaise,... ye to physical impossibility hai na aur Jethani to khud apna pichvada ,...
kahani padhiye kahani ke saath chaliye
jayda maja aayegaa
naye varsh ki dher saari shubhkamaanyen
अभी जेठानी जी का प्रैक्टिस सेशन चल रहा है....एकदम बहुत जरूरी है ये सब तैयारी
वरना चंपा बाई के कोठे पे पहुँच के सबकी नाक कटवाएंगी, सब कहेंगी न मायके वालों ने सिखाया गुन ढंग न ससुराल वालों ने
और कहते भी हैं न प्रैक्टिस मेक्स अ परसन परफेक्ट
उतार-चढ़ाव एक कहानी का अहम हिस्सा होती हैं....जेठानी की सारी चालों का या तो मुझे पता है या दिया को
गुड्डी को जिस तरह से वो रोक रही थीं और जैसे अपने भाई के सामने परोसने वाली थीं , फिर उसे टार्चर करने की उनकी सहेली के साथ प्लानिंग थी , गुड्डी को हथकड़ी बेड़ी पहना के रात रात भर खड़ा रखने की डाक्टर के बजाय मिडवाइफ का कोर्स कराने की,... वो सब मेसेज पहले दिया ने ही पढ़े थे और वो गुस्से से चूर थी और फिर गुड्डी के साथ उसकी सहेलियों पर भी ताने कसती थीं इसलिए दिया सूद ब्याज के साथ
और जेठानी को मालूम है की दिया के पास लाल डायरी है और जेठ जी का फर्जी परचा तो वो भी
वो तो मायके से हीं.... किसी को मना नहीं करती थी.... तो अब किसी को कैसे....ekdam sahi kaha aapne more the merrier
१०० में १०० ... अरे ज्यादा आना चाहिए....भाग १६४
गुड्डी की ' ख़ास पढ़ाई '
" भाभी , फिजिक्स केमेस्ट्री ख़त्म बस अभी बायोलॉजी कर रही थी , छोडो न "
नीचे से वो कसमसाती बोली।
ननद के जोबन और ब्लाउज में बंद ,... कितनी नाइंसाफी ,... वो भी मेरे घर में ,...
मैंने आराम से गुड्डी के स्कूल ड्रेस वाली ब्लाउज के बटन चट चट खोलते हुए , चिढ़ाया ,
"अरे ननद रानी ,.. बायोलॉजी छोड़ , अब सेक्सोलॉजी शुरू कर। "
और अगले पल हम दोनों चिपके बैठे , लैपटॉप मेरी लैप में , और गुड्डी मेरी बांहों में।
कसमसाती हुयी वो शोख टीनेजर बोली , भाभी डाउनलोड ख़तम हो होने वाला था।
जिस कोचिंग में वो ज्वाइन करने वाली थी , उन्होंने ही सारा टेक्स्ट और जितने क्लास उसके आने के पहले हो गए थे ,उनके क्लास नोट्स , जो टेस्ट हो हो गए थे उनके क्वेस्चन पेपर भेजे थे। जो मैं कमरे में घुसी तो गुड्डी पेट के बल लेटी बायोलॉजी का टेस्ट पेपर कर रही थी।
तबतक इंडिकेशन आ गया , बॉयोलॉजी का डाउनलोड भी ख़तम हो गया था।
फ़िज़िक्स केमेस्ट्री के टेस्ट पेपर जो ऑनलाइन उसने किया था उसके रिजल्ट भी ,... वो टॉप . 1 पर्सेंटाइल में थी। सिर्फ चार लोग उस पर्सेंटाइल में थे ,तीन लड़कियां उसको जोड़ कर और एक लड़का।
और गुड्डी रानी के स्कूल ड्रेस वाले बटन भी खुल गए थे , उसके जोबन अब उसकी भौजी के हाथों में ,
" यार इत्ता अच्छा रिजल्ट ,.. कुछ मीठा हो जाय , ... " और मेरे होंठ ननद रानी के होंठों पर , थोड़ी देर में ही उस टीनेजर के होंठ भी मेरे होंठों का जवाब दे रहे थे। मैंने जीभ अंदर घुसेड़ दी ,और अच्छी ननद की तरह वो जीभ चूसने लगी।
" हे सुन तू तू आते ही पढ़ाई में जुट गयी ,... कोचिंग वालों से मेरी बात हो गयी है , परसों शाम को बुलाया है ,... तबतक तेरी छुट्टी ,... "
मैंने होंठों को छुड़ा कर उसे समझाया और फिर लैपटॉप के फ़ोल्डर्स दिखाए , जो उसी की नाम के थे।
" तेरे भइया ने बनाये है , इसे तो खोल के देख ,..असली ज्ञान की बातें इसमें हैं "
और गुड्डी ने खोल दिया ,...
ओरल सेक्स ,
सेक्स पोजीशन , और ढेर सारी नीली पीली फ़िल्में ,..
मन ही मन सोच रही थी स्साली जिस काम के लिए तुझे जेठानी से बचा के ले आयी हूँ वो सीख पर उससे बोली
" दिन में थ्योरी करना , और रात में अपने भइया कम सैंया के साथ प्रैक्टिस ,... उसमें १०० में १०० आने चाहिए ,.. " मैंने गुड्डी को छेड़ा।
गुड्डी शर्मा गयी पर एक फोल्डर उसने खोल लिया , डीप थ्रोट ,...
" देख कैसे चूस रही है मस्त ,.. होंठ दांतों के ऊपर , कैसे जीभ की नोक से पेशाब वाले छेद को सुरसुरा रही है , "
गुड्डी के निपल मसलते हुए मैंने दिखाया भी ,सिखाया भी।
और चिढ़ाया भी,
'बस थोड़ी देर की बात है , अभी आ रहे होंगे तेरे फाड़ने वाले, ... फड़वाने के पहले ऐसे कस कस के चूसना '
मेरी ननद बड़ी क्विक लर्नर थी , मैं श्योर थी ,वो मेरी जेठानी का भी नंबर डकायेगी। फिर गीता और मंजू बाई ऐसी गुरुआनी भी तो उसे मिलनेवाली थीं ,जिनकी किताब के पहले पन्ने पर ही किंक लिखा होता था।
बस दो तीन दिन की बात थी ,एक बार ज़रा उसकी ठीक से फ़ट जाय , फिर तो गीता और मंजू ,
गीता ने आज सुबह ही दोस्ती शुरू कर दी थी , भौजाई और ननद का रिश्ता भी बना लिया ,...
" सुन तू अपनी ये पढ़ाई कर , ... तबतक मैं पेट पूजा की तैयारी करती हूँ ,.. " उसे छोड़ कर किचेन में जाते हुए मैं बोली।
पर उछल कर गुड्डी मेरे साथ ,
" नहीं नहीं भाभी ,मैं भी चलती हूँ साथ , ..एक से भले दो ,... जल्दी हो जायेगी। फिर गीता ने सुबह मुझे किचेन की सब चीजें दिखा दी है। "
यही तो मैं चाहती थी , ...उसे इनकी एकदम सच्ची रखैल बनाना ,जो रात में बिस्तर की शोभा बढाए और दिन में घर का सब काम धाम ,
मैंने उसे चूम लिया और कस के उसके चूतड़ पर दो हाथ जड़े ,
" तू न एकदम अपने मायके वालियों की तरह बचपन की छिनार हो , समझ गयी तू क्या चाहती है , एक से तेरा काम नहीं चलने वाला है , तुझे दो दो चाहिए , वो भी बारी बारी से नहीं साथ साथ ,... एक आगे ,..एक पिछवाड़े ,... चल तू भी क्या याद करेगी ,आखिर तेरी भाभी हूँ ,... उसका भी इंतजाम करवा दूंगी ननद रानी। "
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गुड्डी सब कामों एक्सपर्ट निकलेगी और सबके कान काटेगी...किचेन का काम धाम
यही तो मैं चाहती थी , ...उसे इनकी एकदम सच्ची रखैल बनाना ,जो रात में बिस्तर की शोभा बढाए और दिन में घर का सब काम धाम ,
मैंने उसे चूम लिया और कस के उसके चूतड़ पर दो हाथ जड़े ,
" तू न एकदम अपने मायके वालियों की तरह बचपन की छिनार हो , समझ गयी तू क्या चाहती है , एक से तेरा काम नहीं चलने वाला है , तुझे दो दो चाहिए , वो भी बारी बारी से नहीं साथ साथ ,... एक आगे ,..एक पिछवाड़े ,... चल तू भी क्या याद करेगी ,आखिर तेरी भाभी हूँ ,... उसका भी इंतजाम करवा दूंगी ननद रानी। "
हम लोग किचेन में पहुँच गए थे हमने काम बाँट लिए ,
बर्तन धोने का काम मेरी ननद का ,
क्या बनेगा , ये तय करने का काम मेरा ,
सब्जी छीलने काटने का काम ननद का ,...
सब्जी कैसे बनेगी, मसाला कितना पड़ेगा ये सब तय करने का काम मेरा
बनाने का काम उसका
कुछ देर तक तो मैंने थोड़ा बहुत हाथ बटाया , फिर मेरा काम सिर्फ इंस्ट्रक्शन देने का और वो फॉलो कर रही थी ,
खाने में ज्यादा कुछ नहीं , ...सिम्पल सा ,..
बर्तन भी सब उसी ने धुले और किचन में पोंछा सफाई,....
मुझे ये काम भी नहीं करना पड़ा की पोंछा कहाँ रखा है, ... गीता सब सिखा गयी थी,
( गीता का बस चलता तो उसे पहले दिन ही टायलेट भी साफ़ करवा लेती, बिना किसी ब्रश के , मैंने मना तो नहीं किया पर सिर्फ ये बोला ज़रा दो चार दिन, एक बार रानी जी की नथ उतर जाये, शशिकला टाइप सास भी दुल्हन के उतरने के एक दो दिन बाद ही झाड़ू पंजा पकड़ाती है )
नहाये भी हम दोनों साथ साथ लेकिन ज्यादा बदमासी नहीं , ..( लेकिन ननद भाभी साथ साथ हों नंगी पुंगी तो थोड़ी बहुत बदमाशी तो हो ही जाती है ) शाम को तो इसे तैयार करने के पहले एक बार फिर गीता उसे अपने साथ नहलाएगी ही ,...
खाने के साथ दो दो चिल्ड बियर भी ,..
कहती तो जेठानी थी मुझे शराबी कबाबी खानदान की ,लेकिन ये भी उस समय उनकी चमची , साथ तो देती
और फिर हम दोनों सो गए ,एक दूसरे की बांहों में ,..., रात भर उस बिचारी को रतजगा करना था और मेरी भी दो राते पिछली जागते ही बीतीं थी ,
…………………………..
और जब मेरी नींद खुली , बाहर अँधेरा छाया था। मैंने घड़ी देखी , सवा पांच बजे थे, एक बार फिर मेरी निगाह खुले आँगन की ओर गयी , आसमान में भादों की काली घटा छायी हुयी थी , खूब घनघोर , लग रहा था आज जम कर बारिश होगी ,हवा भी थमी होगी।
और जगने पर जिस पर पहली निगाह पड़ती है , वहीँ पड़ी , फोन और टैब पर। ढेर सारे मेसेज , मिसेज खन्ना , दिया और इनके भी दो टेक्स्ट मेसेज थे।