Mast kadak update diya hअब वो जल्द से जल्द घर जाकर उसकी बुरी तरह से बजा देना चाहता था..
और प्राची भी बड़ी बेसब्री से अजय का वेट कर रही थी...क्योंकि वो
जानती थी की उसकी ये पिक देखकर उससे रुका नही जाएगा..वो अपने
फ्लैट के दरवाजे के बाहर सीडियो में बैठी हुई थी
और उसने बड़ा ही सेक्सी सा रेड कलर का गाउन पहना हुआ था,
जिसके गले से
उसकी भरी हुई छातियाँ बड़ी सेक्सी लग रही थी, उसने तो नीचे ब्रा-पेंटी
भी नहीं पहनी हुई थी, ये सोचकर की अजय के घर पहुँचते ही उसपर टूट ही
पड़ेगी ,इसलिए ऐसे सेक्सी कपड़ो में वो घर के बाहर बैठी हुई उसका वेट कर रही थी
आज तो अजय की खैर नही
रात के 11 बज चुके थे, और प्राची बड़ी ही बेसब्री से अजय का वेट कर रही
थी
तभी उसे सीडियो पर किसी के उपर आने की आवाज़ सुनाई दी...वो समझ
गयी की अजय आ गया है...वो धड़कते दिल से उसके उपर आने का वेट करने
लगी..अब कपड़े ही उसने इतने सेक्सी पहने हुए थे की उसे खुद ही शर्म आ रही
थी...आज से पहले उसने ये ड्रेस बिना ब्रा के पहनी ही नही थी..क्योंकि इस
गाउन मे आधी से ज़्यादा ब्रा भी बाहर निकली हुई दिखाई देती थी..और
ब्रा के ना पहनने की वजह से अब उसके भरे हुए बूब्स आधे से ज़्यादा बाहर दिख
रहे थे...गाउन का कपड़ा भी जाली वाला था, जिसमे से उसके ब्राउन कलर
के निप्पल वाली जगह ऐसी लग रही थी मानो 1 रुपय के सिक्के चिपका रख हो...
वो धड़कते दिल से अजय के उपर आने का वेट करने लगी...और उसने आँखे बंद कर
ली क्योंकि वो ऐसी हालत में अजय से आँखे मिलाना नही चाहती थी.
और कुछ ही देर मे वो कदम उसके करीब आकर रुके और उसे आवाज़ सुनाई दी :
"अरे....दीदी....आप बाहर क्यो बैठी है ऐसे....और ये क्या पहना हुआ है
आपने ??''
ये आवाज़ सुनते ही प्राची ने झट से आँखे खोल दी...और वो भोचक्की रह
गयी रिया को अपने सामने खड़ा देखकर.
प्राची : "रिया ???????? तू....और इस वक़्त.....!!!!!!!!!!!!!!!''
पर तभी उसे अपनी हालत का ख़याल आया और वो झट से उठ खड़ी हुई
ताकि वो उसकी गहरी घाटी के उभार ना देख सके...
रिया अभी तक अपनी आँखे फाड़े उसके बदन को निहार रही थी..
प्राची ने अपने आप को संभाला और दरवाजा खोलकर अंदर आ गयी ...उसे
गुस्सा तो बहुत आ रहा था रिया पर की वो इस वक़्त यहाँ करने क्या आई
है..पर कुछ बोल नही पाई बेचारी..
वो रिया की तरफ पलटी और अपने गुस्से को दबाते हुए बोली : "क्या हुआ
रिया, सब ठीक तो है ना...इस वक़्त तू क्या करने आई है...''
रिया को भी थोड़ा अजीब सा लगा प्राची का ये व्यवहार...वो तो यही
समझ रही थी की उसके लिए दोनो घर एक जैसे ही है,जहाँ वो कभी भी आ-
जा सकती है...
रिया : "वो...वो... दीदी....नींद नही आ रही थी...पूजा भी सो चुकी है...मैं
तो बस बालकनी में आई तो देखा जीजू की गाड़ी अभी तक नही आई
है...और उपर आपके फ्लोर की लाइट भी जल रही थी...तो मैने सोचा की
आपके पास आकर बैठ जाऊ ..कहीं आपको डर ना लग रहा हो...''
उसकी बात सुनकर प्राची का दिल पसीज गया....रिया बेचारी तो अपनी
नादानी के आवेश में आकर उसके घर तक आ गयी...और वो बिना कुछ सोचे
समझे ही उसपर गुस्सा उतार रही थी..
वो मुस्कुराइ और उसके करीब आई..और बड़े प्यार से उसके चेहरे पर हाथ फेरती
हुई बोली : "ओहो....थॅंक्स फॉर युवर क्न्सर्न रिया...मैने तुझे बेकार में ही डांट
दिया...दरअसल शाम से ही मेरा मूड खराब था..शायद इसलिए...''
रिया : "मैं जानती हू दीदी, मेरी वजह से ही आपका मूड खराब हुआ है...जीजू
आए थे शाम को ,वो बता रहे थे पूजा दीदी को...''
उसकी बात सुनकर प्राची की आँखे फैल गयी वो बोली : "अच्छा , क्या
बोल रहे थे तेरे जीजू....''
रिया भी बड़े ही भोलेपन से शाम की बातों को अपनी दीदी के आगे
दोहराने लगी...जिसे सुनकर प्राची को तो विश्वास ही नही हुआ की
अजय ने वो सब पूजा और रिया के सामने बोला होगा...क्योंकि ऐसी बातें
किसी और के सामने बोलने का मतलब ही नही बनता...रिया तो भोली है
पर पूजा तो समझदार है ना, वो तो समझ गयी होगी की उनके घर में क्या
चल रहा है...उसे सच मे अपने आप पर बड़ा गुस्सा आ रहा था इस वक़्त...और
अजय पर भी,जिसने वो सब अपनी सालियों के सामने जाकर बोल दिया था.
पर इससे एक बात तो सॉफ हो चुकी थी, अजय काफ़ी गुस्से में था इसलिए
शायद उसने गुस्से में आकर उसकी ये बात पूजा और रिया के सामने बोल
दी...प्राची अपने शाम वाले व्यवहार पर अब पछता रही थी...
वो ये सोचने में लगी थी और रिया उसके संगमरमरी बदन को निहारने में ...
रिया : "वैसे दीदी.....आप इस गाउन मे काफ़ी सेक्सी लग रही हो...''
रिया की बात सुनकर वो एकदम से शरमा गयी..
प्राची : "जब तेरी शादी होगी ना उसके बाद तू भी ऐसे गाउन पहन सकेगी...''
रिया : "क्यों...अभी क्यो नही पहन सकती...मेरे पास तो एक गाउन है भी
ऐसा..कल पहन कर दिखाउंगी आपको...''
उसकी बात सुनकर प्राची की हँसी निकल गयी, कैसे किसी अबोध की तरह
वो बोल रही थी,वो कुछ बोलने ही वाली थी की तभी दरवाजे की बेल बज
उठी...अब तो अजय के अलावा कोई और हो ही नही सकता था..पर प्राची
से पहले रिया एकदम से दरवाजे तक गयी और उसने दरवाजा खोल दिया.
अजय के सामने एक बार फिर से उसकी सेक्सी साली खड़ी थी...इतनी रात
को वो उसके घर पर होगी ये उसने सोचा भी नही था..वो अंदर आ गया और
अंदर आते ही उसकी नज़र जब अपनी बीबी पर पड़ी तो एक बार फिर से
उसकी आँखे फैल गयी...ये गाउन प्राची ने सुहागरात पर पहना था..पर उस
वक़्त भी उसने ब्रा के साथ पहना हुआ था जिसमे वो काफ़ी सेक्सी लग रही
थी..आज तो उसने अंदर कुछ भी नही पहना हुआ,जिसकी वजह से उसका बदन
उस झीने से कपड़े मे सॉफ दिख रहा था...और रिया के सामने भी प्राची उसे
पहन कर खड़ी थी,जिसका अचंभा ज़्यादा लग रहा था उसे..
रिया : "जीजू...आप दीदी से ऐसे नाराज़ न रहा करो...देखो ना कितनी देर
से आपका वेट कर रही है...मैं तो बस इनका साथ देने के लिए आ गयी थी,मुझे
भी नींद नही आ रही थी...पर अब आप आ गये है तो मैं भी चलती हू...गुड नाइट..''
और इतना कहकर वो अपनी गांड मटकाती हुई बाहर निकल गयी..प्राची ने
दरवाजा बंद किया अपने रूम में आ गयी जहाँ अजय अपने कपड़े उतार कर नाइट
सूट पहनने की तैयारी कर रहा था...प्राची आगे आई और उसके हाथ से कपड़े
लेकर नीचे फेंक दिए.
प्राची : "अजय...मुझे माफ़ कर दो...शाम को मुझे आपके साथ वैसा व्यवहार
नही करना चाहिए था...आई एम सॉरी...''
इतना कहकर वो अजय से लिपट गयी,अजय ने इस वक़्त सिर्फ़ अंडरवीयर और
बनियान ही पहना हुआ था.और थोड़ा गुस्सा दिखाने के लिए उसने अपनी
तरफ से कोई रिस्पोंड भी नही किया...पर उसका क्या जो उसके अंडरवीयर
में था...उसका 8 इंची लंड ...जो शाम से ना जाने कितनी बार खड़ा हो
चुका था...अपने दोस्त की बीबी अंजलि की वो बातें सुनकर..और उसके बाद
अपनी बीबी की वो पिक्स देखकर...घर आकर अपनी साली रिया को
देखकर ...और अपनी बीबी को उस गाउन में देखकर...और अब एक बार फिर से
जब प्राची उससे लिपटी तो वो खड़ा होने लगा...शाम से यही करता चला
जा रहा था वो बेचारा लंड..
अजय को ऐसे ही खड़ा देखकर प्राची ने एक कदम और बढ़ाया अपनी तरफ से
और अपने होंठों को गीला करते हुए उसके होंठों पर रख दिया और उसे चूसने लगी..
अजय ने बड़ी मुश्किल से अपने हाथों को उसके स्तनों के उपर जाने से रोका
हुआ था..और प्राची थी की भूखी कुतिया की तरह उसके चेहरे को अपनी
गर्म ज़ुबान से चाट रही थी..
प्राची : "अजय....अब गुस्सा छोड़ भी दो ना...सॉरी तो बोल दिया है मैने...''
अब अजय को टूटना तो था ही...इसलिए उसने अपनी टाँग उपर रखते हुए मूक
सा बना रहकर ही प्राची के चेहरे को पकड़ा और उसे नीचे धकेल
दिया...प्राची को शुरू से ही लंड चूसने में थोड़ी परेशानी होती थी..पर
आज अजय उसे अपना लंड ही चुसवाना चाहता था..और वो बेचारी मना
भी नही कर सकती थी..
वो बैठती चली गयी नीचे और उसके अंडरवीयर को खींचकर नीचे कर
दिया...मन ही मन वो खुश भी हो रही थी की आख़िरकार उसने अपने पति
को मना ही लिया.
और अजय का लंड दिखते ही उसने धीरे से अपना मुंह आगे किया और उसे अपने
अंदर निगल गयी...
ऐसा करते हुए हमेशा से उसे उबाकी आती थी..पर पता नही
आज ऐसा कुछ नही हुआ..अजय का लंड बड़े ही आराम से उसके मुँह में चला
गया उसे चूसने में भी मज़ा आने लगा..
वो शायद इसलिए की आज वो खुद सेक्स से भरी पड़ी थी...अगर औरत अंदर से
खुद सेक्स करना चाहे तो उसे हर क्रिया अच्छी लगती है...फिर चाहे वो लंड
चूसना हो या अपनी गांड मरवानी हो..और आज वो दोनों काम करना
चाहती थी ,क्योंकि अजय को ये दोनों ही काम करने में मजा आता था
और अंदर से मज़ा आता देखकर उसने अपने शरीर पर पड़ा वो झीना सा गाउन
भी उतार फेंका और नंगी होकर अपने पति का लंड चूसने लगी.
अजय भी अब पूरी रंगत में आ गया
उसके मुँह से गालियां निकलने लगी...जो शायद पहली बार निकल रही थी
प्राची के सामने..
''साली ......कुतिया......जब इतना ही चुदवाने की आग भरी है तेरे अंदर तो
शाम को नाटक क्यों कर रही थी....भेंन की लोड़ी ...अब चूस मेरे लंड को
पहले...आआआआआआआहह....''
प्राची को पहले तो अजीब सा लगा क्योंकि उसका पति बड़ा ही
सोफेस्टिकेटेड था..आज तक उसने अजय के मुँह से कोई भी गाली नही सुनी
थी...पर आज ऐसे मौके पर उसके मुँह से गंदी गालियां सुनकर उसकी चूत तक
गीली हो गयी....और वो भी उसके रंग मे रंगकर उसका साथ देने लगी.
''आआआआआआहह मेरे राजा...............आपको तो पता है..मेरी चूत के अंदर जब
तक आपका लंड नही जाता...इसको चैन नही आता.....आगे से ऐसी ग़लती
नही करूँगी....तरसना तो मुझे ही पड़ता है ना....आज मैं आपको ऐसे खुश करूँगी
की आपको कोई शिकायत नही रहेगी मुझसे....''
इतना कहकर वो खड़ी हुई और अजय को बेड पर धक्का देकर उसके उपर चढ़
गयी....और पलक झपकते ही उसने अपनी चूत को उसके लंड के उपर लगा
दिया..
अजय : "ऊऊओ भेंन चोद ....साली इतनी चुदासी चढ़ी है तुझे....पहले मुझे अपनी
चूत तो चूसने दे....''
प्राची : "वो बाद में चूसना मेरे राजा....अभी तो अपना ये मूसल मेरे अंदर
डालो...और चोदो मुझे...सज़ा दो मुझे मेरी ग़लती की....सूजा दो अपने लंड से
मेरी चूत को मारकर.....''
और इतना कहते-2 वो फिसल कर उसके लंबे डंडे को अपनी चूत के अंदर निगल गयी..
और फफकती हुई वो अजय के लंड के उपर डांस करने लगी..
''आआआआआआआआआहह मेरे राजा......................उम्म्म्मममममममममममममम
मज़ा आ गया.............आआआअहह ...चोदो मुझे ......................''
और अजय के सिर को अपनी ब्रेस्ट के उपर लगाकर उसे अपना मुम्मा चूसने के
लिए दे दिया...
अजय ने भी अपने पंजाबी झटकों से उसकी चूत का बेंड बजाना शुरू कर दिया..
शाम से माल अंदर फँसा पड़ा था...इसलिए दोनो ही सिर्फ़ 2 मिनट के अंदर
ही झड़ने के करीब पहुँच गये..
''आआआआआआआअहह मेरे राजा .................. मैं तो गयी ................''
और अपनी रानी की आवाज़ सुनकर अजय भी उसके पीछे -2 झड़ता चला
गया..
और उसके बाद काफ़ी देर तक प्राची उसके उपर ही लेटी रही....अपनी
सांसो पर नियंत्रण पाने की कोशिश करते हुए...
बाद में दोनो ने काफ़ी बातें भी की...और एक बार फिर चुदाई भी, जिसमे
अजय ने उसकी गांड भी मारी ...और इस बार काफ़ी आराम से...एक दूसरे को
चूस-चूस्कर...
और फिर वो दोनो सो गये.
सोते हुए अजय के दिमाग़ में रिया ही घूम रही थी...अगले पूरे दिन वो उसके
साथ जो रहने वाली थी.
Mast update Bhaiघर जाकर उसने पूजा से उस वक़्त तो ज़्यादा बात नही की, जबकि पूजा तो
कब से उसके आने का वेट कर रही थी..वो शायद जानना चाहती थी की आज
क्या-2 हुआ..उसने बोला की रात को कमरे में बताएगी.. और खाना खाकर
जब वो कमरे में पहुँची तो पूजा बाथरूम में चेंज करने गयी हुई थी..
रिया ने तब तक उसका फोन उठाया और जैसा अजय ने बताया था ,गूगल में
उसने सन्नी लिओनी टाइप किया और अगले ही पल उसकी ढेर सारी पिक्स
आ गयी उसकी...वो तो हैरान हुई जा रही थी उन्हे देखकर...और फिर उसने
हॉट पिक्स टाइप किया....कुछ और नंगी पुँगी फोटो आ गयी...और फिर
कुछ सोचकर उसने xxx पिक्स टाइप किया...और अब तो उसके चेहरे का रंग
लाल हो चुका था...मोबाइल पर सन्नी लेयोनी की नंगी पुँगी पिक्स आ
गयी...
पूरी नंगी...जिसमें वो अपने जिस्म की नुमाइश कर रही थी...चुद रही
थी....लंड चूस रही थी... अब वो समझ चुकी थी की वो एक पोर्न स्टार है
जो अब हिंदी पिक्चरों में आ गयी है
और वो देखते-2 उसे पता ही नही चला की कब पूजा बाथरूम से निकल आई
और ऐसे रिया को बड़े गोर से अपना मोबाइल देखते हुए वो भी चोंक
गयी...वो झट से आगे आई और उसने मोबाइल उसके हाथ से ले लिया...और
बोली : "मेरे मोबाइल में क्या देख रही है....दिखा ज़रा...''
और ऐसे पूजा को एकदम से अपने सामने देखकर रिया का चेहरा जो लाल
सुर्ख हो चुका था, फक्क से पीला पड़ गया...
और पूजा की आँखे फैलती चली गयी और अब उसका चेहरा लाल होने लगा
था वो सब देखकर..
पूजा को तो उम्मीद ही नही थी की रिया उसके मोबाइल में ऐसा कुछ देख
रही होगी..उसने तो सोचा था की वो उसके व्हाट्स ऎप के मेसेज ना पढ़ रही
हो..पर यहाँ तो वो उससे भी ज़्यादा ख़तरनाक काम कर रही थी..
पूजा के सामने सन्नी की नंगी पुंगी पिक थी जिसमे वो अपनी चूत के होंठों
को फैलाकर बड़े ही सेक्सी तरीके से सामने देख रही थी
पूजा (चिल्लाकर) : "ये क्या देख रही है तू....किसने बोला ये देखने के
लिए....जीजू ने कहा ना..''
जीजू पर एकदम से इल्ज़ाम आता देखकर एक पल में ही रिया घबरा गयी, वो
ये बात तो अच्छी तरह से जानती थी की पूजा अपने जीजू को किस नज़र से
देखती है..अगर ये बात उसे पता चल गयी की उन्होने ही रिया को ये
आइडिया दिया है तो बात काफ़ी बिगड़ सकती है...
इसलिए एक दम से सकपकाते हुए वो बोली : "नही दीदी.....जीजू भला क्यों
बोलेंगे ये सब...वो तो आज मैने इस हीरोइन की मूवी का पोस्टर देखा
था...जैकपॉट, और उसमे जिस तरह से ये दिख रही थी तो मुझसे रहा नही
गया,इसलिए घर आते ही मैने मोबाइल पर देखा...पर आई थिंक ये तो कोई
पॉर्न स्टार है....''
पूजा का गुस्सा भी एकदम से साबुन के बुलबुले की तरहा फट गया, वो समझ
गयी की रिया को शायद सन्नी के बारे में ज्यादा पता नही है...लेकिन
गूगल में देखकर अब शायद वो समझ चुकी है.
पूजा : "अरे मेरी प्यारी बहन, तू सच में बड़ी भोली है....ये जो हेरोइन है ना, ये
एक पॉर्न स्टार है...अब बॉलीवुड में आ गयी है..सब जानते है..तुझे बस अभी
पता चला है...''
रिया : "दीदी....आप भी जानते थे क्या...''
पूजा : "यस ....मुझे भी पता था...और मैने तो इसके दूसरे वाले विडिओ भी देखे है...''
'दूसरे वाले विडिओ ' का नाम सुनते ही रिया चोंक गयी, यही तो उसके
जीजू ने भी बताया था,जिसे वो गूगल में सर्च कर रही थी...वो एकदम से
बोली : "दीदी, प्लीज़ ...मुझे भी दिखाओ ना...मुझे देखना है...प्लीज़ प्लीज़...''
पूजा हंस पड़ी, वो अंदर ही अंदर बोली 'ये शायद जानती नही की ये क्या
देखने की ज़िद कर रही है..'
पर वो कुछ बोली नही.
पूजा : "अच्छा , वो तो मैं दिखा दूँगी, पर पहले तू ये बता की आज पूरा दिन
क्या-2 हुआ...मुझे हर बात डिटेल में बताना तू...''
रिया ने बताना शुरू किया, एडमिशन की बात बोलने के बाद वो मूवी देखने
की बात गोल कर गयी, क्योंकि अभी कुछ देर पहले उसने यही कहा था की
सिर्फ़ पोस्टर देखा है, अब अगर मूवी देखने के बारे में बोलती तो पता नही
क्या सोचती पूजा...इसलिए वो बात नही बताई...पर हाँ , लोधी गार्डेन
जाने वाली बात ज़रूर बता दी..
लोधी गार्डेन का नाम सुनते ही पूजा चोंक गयी, और बोली : "वहाँ जाने
की क्या ज़रूरत थी...वो जगह तो सिर्फ़ लवर्स जाते हैं, जीजू तुझे वहां क्यों
लेकर गये..''
रिया ने बात संभाली : "अरे दीदी, वो हम लोग काफ़ी थक गये थे ना, और
वो गार्डेन सामने ही था..और अंदर जाकर जीजू ने कहा भी की वहां से
चलते हैं, क्योंकि वहां तो हर जगह लड़के-लड़कियाँ एक दूसरे को चूमने चाटने में
लगे हुए थे...''
पूजा : "हाँ ...ये मैं जानती हू...मेरी भी कई फ्रेंड्स अपने बी एफ के साथ
जाती हैं वहां ..''
रिया (आँखे नचाते हुए) : "और पता है दीदी, जीजू और प्राची दीदी भी
शादी से पहले वहां जाया करते थे...और वो भी यही सब करते थे..''
ये बात सुनते ही पूजा के दिल की धड़कन एकदम से तेज हो गयी...जैसी
कल्पना उस वक़्त रिया ने की थी वही कल्पना पूजा भी करने लगी...खुली
आँखो से उसे अपने जीजू और दीदी एक दूसरे को गार्डेन में चूमते हुए दिख रहे थे...
पर अगले ही पल उस ख़याल को झटकते हुए पूजा थोड़े गुस्से में बोली : "मैं
जानती थी, जीजू अपनी बदमाशी से बाज नही आएँगे..ये सब जानते हुए भी
तुझे वहाँ लेकर गये...ज़रूर उन्होने तेरे साथ कुछ बदतमीज़ी भी की होगी...''
ये सुनते ही रिया थोड़े उँचे स्वर मे बोली : "क्या बोल रही हो दीदी....आपने
तो जीजू को पूरा विलेन बना कर रखा हुआ है...ऐसा कुछ भी नही
हुआ...उन्होने मुझे हाथ भी नही लगाया..बल्कि वहाँ जाकर तो वो वापिस
चलने के लिए भी बोल रहे थे...और वो मुझे वहां इसलिए लेकर गये थे क्योंकि
उन्होने सुना था की कुछ महीने पहले पुलिस ने ऐसे लोगो का आना-जाना
बंद करा दिया है...पर वहां फिर से वही माहौल देखकर जीजू ने वापिस चलने
को बोला पर मैने ही मना कर दिया था...''
पूजा को भी ये बात पता थी, न्यूसपेपर में भी आया था की ऐसे लवर्स को
पुलिस ने पकड़ना शुरू कर दिया है...पर शायद वो उनका शुरू-2 का जोश
था...बाद में सब पहले जैसा हो गया होगा..
पूजा : "अच्छा ....चल मान लिया की तेरे जीजू के मन में ऐसा कुछ नही
था...फिर तुझे क्या हुआ था...तू क्यों मना कर रही थी वहां से वापिस आने के लिए..''
अब ये बात सुनकर रिया शरमा सी गयी...उसका चेहरा पहले की तरह गुलाबी
हो गया..वो धीरे से बोली : "दीदी...वो...मुझे सब देखकर मज़ा आ रहा था...''
पूजा ये सुनते ही मुस्कुराने लगी...अब बात ही ऐसी थी ये...शायद वो खुद
भी होती वहां होती तो वापिस आने का मन ना करता उसका...
पूजा भी अब जॉली मूड में आ गयी..वो बोली : "अच्छा बता ना मुझे, क्या
देखा तूने वहाँ...''
ये सुनकर एक पल में ही रिया की आँखो में वहां की पूरी फिल्म घूम
गयी...और वो बिना किसी रोक टोक के एक-2 बात पूजा को सुनाने
लगी..और वो भी कुछ ज़्यादा ही डीटेल में ..की कैसे लड़के अपनी जी एफ
को चूम रहे थे...उनके होंठों को चूस रहे थे...उनकी ब्रेस्ट को दबा रहे थे..और
उन्हे मुँह से लगाकर उनका दूध भी पी रहे थे..
सब कुछ बोलने के बाद रिया बोली : "और दीदी, वो सब देखकर मुझे तो ऐसा
लगा की मेरा पेशाब निकल गया है...बाद में बाथरूम में जाकर देखा तो बड़ा
ही अजीब सा,कुछ गाड़ा-2 सा निकल रहा था यहाँ से...''
उसने अपनी चूत पर हाथ लगाकर कहा.
पूजा को अब उसपर तरस सा आ रहा था...बेचारी को ये बात भी नही पता
थी की वो सब देखते-2 झड़ गयी थी...उसकी चूत का रस निकल गया था
बाहर...शायद आज से पहले उसे ये सब समझाने वाला मिला ही नही
था...उफ्फ्फ ....
क्या -2 समझाना पड़ेगा अपनी मासूम बहन को....ये सोचते -2 वो मुस्कुराती
हुई बेड पर आई और रिया के साथ बैठ गयी..
पूजा : "देख...वो जो निकला था ना, पेशाब नही होता, वो हमारे अंदर का
रस होता है जो तभी निकलता है जब हमें मस्ती चड़ती है...हम अपनी
उंगलियों से इस जगह को रगड़ते हैं...या सेक्स करते है तब....''
रिया की आँखे गोल होती चली गयी..वो बोली : "पर दीदी...मैने तो आज
से पहले ऐसा कभी नही किया...और ना ही मैने वहां उंगलियाँ रगडी
आज...सेक्स तो दूर की बात है...''
पूजा : "अरे,ज़रूरी नही की रगड़ने से ही वो निकले...कभी-2 ज़्यादा ठरक
चड़ती है तो बिना रगडे ही निकल जाता है वो कामरस...''
रिया समझने के अंदाज में अपना सिर हिलाती रही...और बोली : "यानी
ठरक हमें भी चढ़ती है, और आप हो की सिर्फ जीजू को ही ठरकी समझते हो ''
ये सुनकर दोनों हंसने लगी
फिर पूजा ने उसे डीटेल में सब कुछ बताया..और रिया काफ़ी कुछ समझने के
बाद अब अपने आप को थोड़ा बहुत बुद्धिमान समझ रही थी...जिसे लाइफ के
एक नये रहस्य के बारे में पता चल चुका था...
और बाद में हमेशा की तरह, इन सबसे दूर रहने की सलाह देते हुए दोनो बहनें सो
गयी...पूजा तो सो गयी पर रिया उन बातों को सोचते-2 काफ़ी देर तक
जागती रही...उसका मन तो कर रहा था की अपनी चूत पर उंगलियो को
रगड़ कर देखे तो सही की वो जादुई पानी दोबारा निकलता है या नही, पर
उसकी हिम्मत नही हुई..और करीब 3 बजे जाकर उसे नींद आई...
दूसरी तरफ, रिया को घर पर छोड़ने के बाद अजय जब घर पहुँचा तो प्रिया
किचन में खाना बना रही थी...वो थोड़ी देर पहले ही ऑफीस से आई
थी...अजय भी कपड़े बदल कर ,अपना पेग बना कर टीवी देखने बैठ गया...और
तभी उसके मोबाइल पर व्हाट्स ऍप मैसेज आया... उसने देखा तो कोई नया
नंबर था...मैसेज खोलकर देखा तो वो हैरान रह गया, उसमे उसके दोस्त अनिल
की बीबी अंजलि भाभी की एक पिक थी, जिसमे वो एक नयी वाइट ड्रेस
में दिख रही थी...
जो उसके भरे हुए शरीर पर काफ़ी जाँच भी रही थी..उसके
उभरे हुए बूब्स और सैक्सी चेहरे को देखकर अजय का दिल धड़कने लगा
अजय ने किचन की तरफ देखा,प्राची बड़े आराम से चिकन बना रही
थी...अंजलि भाभी ऑनलाइन शो हो रही थी, उसने तुरंत अपनी तरफ से
रिप्लाइ भेजकर मैसेज पर बात करनी शुरू कर दी : 'कमाल लग रही हो
भाभी...'
और नीचे उसने किस्सस का आइकान भी बना कर भेज दिया.
एक ही मिनट मे रिप्लाइ भी आ गया : 'थेंक्स'
अजय : 'मेरे पास आपका नंबर सेव नही था...अब कर लेता हूँ '
अंजलि : 'ह्म्*म्म्म'
अजय : 'और दिखाओ ना....'
अंजलि : 'क्या ....'
अजय : 'ऐसी ही कोई और पिक ..... सेक्सी सी ....'
अंजलि : 'ओहो ... जैसी उस दिन प्राची ने भेजी थी तुम्हे ....वैसी वाली ... ही ही '
और नीचे उसने हँसी में लोटपोट होता हुआ स्माइली बना कर भेज दिया..
अजय : 'वैसी भेजोगी तो मज़ा ही आ जाएगा...वैसे भी आपने उस दिन
वादा किया था मुझे...'
और नीचे उसने भी एक शरमाता हुआ स्माइली बना कर भेज दिया.
अंजलि : 'वादा ...मैने कब वादा किया था....मैने तो सिर्फ़ बोला था...'
अजय : "आपने जो बोला, वो मेरे लिए वादे जैसा ही था...'
अंजलि : 'लगता है आज जनाब कुछ मस्ती के मूड में है...प्राची नही है क्या
आस पास...'
वो शायद कन्फर्म कर लेना चाहती थी की अजय ऐसी बातें करता हुआ
पकड़ा ना जाए...
अजय : 'वो किचन में है...और अनिल कहाँ है ...?'
अंजलि : 'वो कुछ काम से बाहर गये हैं...एक घंटे में आएँगे...बैठी हुई बोर हो रही
थी ,इसलिए सोचा तुमसे गप्पे मार लू '
अजय मुस्कुरा दिया...यानी अपने पति के ना होने पर वो उसके साथ फ्लर्ट
कर रही थी...साली सीधा क्यों नहीं बोलती की अपनी चुदाई इंतजाम कर
रही है
अजय : 'तो फिर देर किस बात की ....भेजो ना कुछ ऐसा....जो मैने पहले नही
देखा...'
ऐसा टाइप करते हुए उसके दिल की धड़कन काफ़ी तेज चल रही थी...शायद
अपनी पूरी लाइफ में वो अंजलि को ऐसे ना बोल पाता,पर मेमैसेज में लिखने
में उसे वो डर महसूस नही हो रहा था जो सामने बोलने में होता..
अंजलि : 'ओके .....रूको , कुछ ख़ास दिखाती हूँ ...'
ये पड़कर अजय का लंड एकदम से अकड़ सा गया....अंजलि ऑफलाइन हो
गयी...अब तो उसे पक्का विश्वास हो गया की अंजलि अपने कपड़े उतार कर
अपनी पिक खींच रही होगी...
अजय ने एक ही सीप में पूरा ग्लास खाली कर दिया...और दूसरा . बना
लिया...और तभी मेसेज की टोन दोबारा बजी, पर अजय की खराब किस्मत
तो देखो,जैसे ही टोन बजी, प्राची किचन से निकल कर उसके करीब आकर
खड़ी हो गयी और बोली : "किसके साथ लगे हुए हो मैसेज पर...दिखाओज़रा...''
अजय मन में बड़बड़ाया : 'साली, शक्की औरत '
प्राची ने अपना हाथ आगे करके अजय का मोबाइल माँगा...अजय की तो
गांड फटकर हाथ में आ गयी...मोबाइल उसके सामने ही पड़ा था, टेबल
पर...अगर वो मना करता तो प्राची का शक़ यकीन में बदल जाता की वो
ज़रूर किसी के साथ फ्लर्ट कर रहा था...और अगर दिखा देता है तो प्राची
ने उसकी लेनी कर देनी थी ...
वो थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए बोला : "तुम्हे तो बस मौका मिलना
चाहिए...अभी दो दिन पहले का शक़ का कीड़ा नहीं निकला तुम्हारे
दिमाग़ से जो फिर से वही सब शुरू कर रही हो...''
प्राची भी एकदम से घबरा गयी...वो सहम गयी वो सब याद करके , और
बोली : "अरे नही अजय...मैं तो बस मज़ाक कर रही थी...रूको मैं तुम्हारे लिए
चिकन लाती हूँ ''
इतना कहकर वो वापिस किचन मे चली गयी..अजय ने फॉरन अपना फोन
उठाया और मेसेज चेक किया...अंजलि का ही मेसेज था...और वो उस पिक
को देखकर दंग रह गया जो उसने भेजी थी...
वो उसकी गर्दन के पीछे की तरफ बने हुए एक टैटू की तस्वीर थी, जिसमे गर्दन
से लेकर पीठ तक रंग बिरंगे स्टार्स बने हुए थे...
अंजलि की लगभग नंगी बेक और ब्रा के स्ट्रेप्स देखकर अजय का पूरी तरह से
उत्तेजित हो गया...उसने तो सोचा भी नहीं था की अंजलि उसे अपने टैटू
की पिक भेजेगी...और वो भी ऐसी ड्रेस में ...इतने सेक्सी अंदाज में ...
अजय : 'वाव भाभी......मज़ा आ गया....ये कब बनवाया...मैने तो देखा ही
नही....'
अंजलि : 'लास्ट ईयर जब गोआ गये थे ,तब बनवाया था मैने ये...और वैसे
भी,अभी ऐसा बहुत कुछ है जो तुमने देखा नही है...'
और नीचे फिर से एक स्माइली...
अजय बेचारा अपना लंड मसल कर रह गया...
और फिर उसने काँपते हुए हाथों से लिखा : 'सिर्फ़ यहीं बनवाया था या
कहीं और भी है....'
अजनली : 'और भी है....देखना चाहोगे....'
जवाब ने अजय ने वेटिंग का स्माइली बना कर भेज दिया... और वहाँ से
हँसी में लोटपोट स्माइली आ गया...
अजय का पूरा ध्यान प्राची की तरफ भी ....जो किचन मे खड़ी होकर उसके
लिए चिकन निकाल रही थी...उसने अपना फोन साइलेंट पर कर दिया,
ताकि अब कोई मैसेज आए भी तो उसकी टोन सुनाई ना दे...
प्राची आकर उसके पास ही बैठ गयी...अजय ने फोन जेब में रख लिया
था....और दोनो बातें करने लगे...एक मिनट बाद ही अजय को अपनी जेब में
वाइब्रेशन महसूस हुई...वो समझ गया की दूसरा मेसेज आ गया है...वो तुरंत उठा
और बाथरूम की तरफ चल दिया, प्राची के सामने बैठकर तो वो फोन देख
नही सकता था ना..
अंदर जाते ही उसने अपना लंड निकाला और खड़े हुए लंड से पेशाब की धार
सीधा कमोड को छोड़कर सामने वाली दीवार से जा टकराई...खड़े हुए लंड
से पेशाब करना बड़ा मुश्किल जो होता है...उसने दूसरे हाथ से अपना
मोबाइल निकाला और लंड को मसलते हुए मैसेज खोला
एक और पिक...
और ये भी एक नये टैटू की थी....और इस बार ये था कमर के पिछली तरफ...नीचे
के हिस्से में बना एक डिज़ाइन ...फूल पट्टियों वाला...जो काफ़ी सेक्सी
लग रहा था...
गोरी और मांसल कमर पर वो टैटू बड़ा सेक्सी लग रहा
था...नीचे की तरफ अंजलि की पेंटी भी दिख रही थी...अजय ने मोबाइल
को उपर किया और उस तस्वीर को चूम लिया...और बड़ी तेज़ी से अपने लंड
को रगड़ने लगा....
एक मिनट के अंदर ही अंदर उसके लंड से सफेद माल की तेज पिचकारी सामने
की दीवार से जा टकराई...और वो बंद आँखो से अंजलि के बारे में सोचता
हुआ झड़ने लगा...
अब वो एक ऐसा हंटर (शिकारी) बन चुका था,जिसके सामने उसके सभी
शिकार लाइन लगा कर खड़े थे,गन (लंड) उसके हाथ में थी, अपनी पूरी
योजना बनाकर उसे अब एक-2 करके इन सभी का शिकार करना था..
प्राची के घर से शुरू हुई ठरक का सिलसिला यहाँ तक आ जाएगा, ये नही
सोचा था उसने...
लेकिन सबसे पहला शिकार अब उसे अंजलि भाभी का ही करना
पड़ेगा...क्योंकि अपनी तरफ से तो वही पूरी लाइन दे रही थी...और ऐसे मौके
अगर ठर्कियों ने छोड़ने शुरू कर दिए तो उनकी जमात पर लानत होगी.
और अंजलि भाभी के बारे में सोचता हुआ वो वापिस अंदर आ गया...
पर वो कहते हैं ना जिसके बारे में ज़्यादा सोचा जाए वो मुश्किल से ही
मिलती है,अजय के साथ भी यही होने वाला था..पर उसके बदले उसे किसी
और की चूत जल्द मिलने वाली थी,जिसके बारे में उसने सोचा भी नही था..
Behtreen updateघर जाकर उसने पूजा से उस वक़्त तो ज़्यादा बात नही की, जबकि पूजा तो
कब से उसके आने का वेट कर रही थी..वो शायद जानना चाहती थी की आज
क्या-2 हुआ..उसने बोला की रात को कमरे में बताएगी.. और खाना खाकर
जब वो कमरे में पहुँची तो पूजा बाथरूम में चेंज करने गयी हुई थी..
रिया ने तब तक उसका फोन उठाया और जैसा अजय ने बताया था ,गूगल में
उसने सन्नी लिओनी टाइप किया और अगले ही पल उसकी ढेर सारी पिक्स
आ गयी उसकी...वो तो हैरान हुई जा रही थी उन्हे देखकर...और फिर उसने
हॉट पिक्स टाइप किया....कुछ और नंगी पुँगी फोटो आ गयी...और फिर
कुछ सोचकर उसने xxx पिक्स टाइप किया...और अब तो उसके चेहरे का रंग
लाल हो चुका था...मोबाइल पर सन्नी लेयोनी की नंगी पुँगी पिक्स आ
गयी...
पूरी नंगी...जिसमें वो अपने जिस्म की नुमाइश कर रही थी...चुद रही
थी....लंड चूस रही थी... अब वो समझ चुकी थी की वो एक पोर्न स्टार है
जो अब हिंदी पिक्चरों में आ गयी है
और वो देखते-2 उसे पता ही नही चला की कब पूजा बाथरूम से निकल आई
और ऐसे रिया को बड़े गोर से अपना मोबाइल देखते हुए वो भी चोंक
गयी...वो झट से आगे आई और उसने मोबाइल उसके हाथ से ले लिया...और
बोली : "मेरे मोबाइल में क्या देख रही है....दिखा ज़रा...''
और ऐसे पूजा को एकदम से अपने सामने देखकर रिया का चेहरा जो लाल
सुर्ख हो चुका था, फक्क से पीला पड़ गया...
और पूजा की आँखे फैलती चली गयी और अब उसका चेहरा लाल होने लगा
था वो सब देखकर..
पूजा को तो उम्मीद ही नही थी की रिया उसके मोबाइल में ऐसा कुछ देख
रही होगी..उसने तो सोचा था की वो उसके व्हाट्स ऎप के मेसेज ना पढ़ रही
हो..पर यहाँ तो वो उससे भी ज़्यादा ख़तरनाक काम कर रही थी..
पूजा के सामने सन्नी की नंगी पुंगी पिक थी जिसमे वो अपनी चूत के होंठों
को फैलाकर बड़े ही सेक्सी तरीके से सामने देख रही थी
पूजा (चिल्लाकर) : "ये क्या देख रही है तू....किसने बोला ये देखने के
लिए....जीजू ने कहा ना..''
जीजू पर एकदम से इल्ज़ाम आता देखकर एक पल में ही रिया घबरा गयी, वो
ये बात तो अच्छी तरह से जानती थी की पूजा अपने जीजू को किस नज़र से
देखती है..अगर ये बात उसे पता चल गयी की उन्होने ही रिया को ये
आइडिया दिया है तो बात काफ़ी बिगड़ सकती है...
इसलिए एक दम से सकपकाते हुए वो बोली : "नही दीदी.....जीजू भला क्यों
बोलेंगे ये सब...वो तो आज मैने इस हीरोइन की मूवी का पोस्टर देखा
था...जैकपॉट, और उसमे जिस तरह से ये दिख रही थी तो मुझसे रहा नही
गया,इसलिए घर आते ही मैने मोबाइल पर देखा...पर आई थिंक ये तो कोई
पॉर्न स्टार है....''
पूजा का गुस्सा भी एकदम से साबुन के बुलबुले की तरहा फट गया, वो समझ
गयी की रिया को शायद सन्नी के बारे में ज्यादा पता नही है...लेकिन
गूगल में देखकर अब शायद वो समझ चुकी है.
पूजा : "अरे मेरी प्यारी बहन, तू सच में बड़ी भोली है....ये जो हेरोइन है ना, ये
एक पॉर्न स्टार है...अब बॉलीवुड में आ गयी है..सब जानते है..तुझे बस अभी
पता चला है...''
रिया : "दीदी....आप भी जानते थे क्या...''
पूजा : "यस ....मुझे भी पता था...और मैने तो इसके दूसरे वाले विडिओ भी देखे है...''
'दूसरे वाले विडिओ ' का नाम सुनते ही रिया चोंक गयी, यही तो उसके
जीजू ने भी बताया था,जिसे वो गूगल में सर्च कर रही थी...वो एकदम से
बोली : "दीदी, प्लीज़ ...मुझे भी दिखाओ ना...मुझे देखना है...प्लीज़ प्लीज़...''
पूजा हंस पड़ी, वो अंदर ही अंदर बोली 'ये शायद जानती नही की ये क्या
देखने की ज़िद कर रही है..'
पर वो कुछ बोली नही.
पूजा : "अच्छा , वो तो मैं दिखा दूँगी, पर पहले तू ये बता की आज पूरा दिन
क्या-2 हुआ...मुझे हर बात डिटेल में बताना तू...''
रिया ने बताना शुरू किया, एडमिशन की बात बोलने के बाद वो मूवी देखने
की बात गोल कर गयी, क्योंकि अभी कुछ देर पहले उसने यही कहा था की
सिर्फ़ पोस्टर देखा है, अब अगर मूवी देखने के बारे में बोलती तो पता नही
क्या सोचती पूजा...इसलिए वो बात नही बताई...पर हाँ , लोधी गार्डेन
जाने वाली बात ज़रूर बता दी..
लोधी गार्डेन का नाम सुनते ही पूजा चोंक गयी, और बोली : "वहाँ जाने
की क्या ज़रूरत थी...वो जगह तो सिर्फ़ लवर्स जाते हैं, जीजू तुझे वहां क्यों
लेकर गये..''
रिया ने बात संभाली : "अरे दीदी, वो हम लोग काफ़ी थक गये थे ना, और
वो गार्डेन सामने ही था..और अंदर जाकर जीजू ने कहा भी की वहां से
चलते हैं, क्योंकि वहां तो हर जगह लड़के-लड़कियाँ एक दूसरे को चूमने चाटने में
लगे हुए थे...''
पूजा : "हाँ ...ये मैं जानती हू...मेरी भी कई फ्रेंड्स अपने बी एफ के साथ
जाती हैं वहां ..''
रिया (आँखे नचाते हुए) : "और पता है दीदी, जीजू और प्राची दीदी भी
शादी से पहले वहां जाया करते थे...और वो भी यही सब करते थे..''
ये बात सुनते ही पूजा के दिल की धड़कन एकदम से तेज हो गयी...जैसी
कल्पना उस वक़्त रिया ने की थी वही कल्पना पूजा भी करने लगी...खुली
आँखो से उसे अपने जीजू और दीदी एक दूसरे को गार्डेन में चूमते हुए दिख रहे थे...
पर अगले ही पल उस ख़याल को झटकते हुए पूजा थोड़े गुस्से में बोली : "मैं
जानती थी, जीजू अपनी बदमाशी से बाज नही आएँगे..ये सब जानते हुए भी
तुझे वहाँ लेकर गये...ज़रूर उन्होने तेरे साथ कुछ बदतमीज़ी भी की होगी...''
ये सुनते ही रिया थोड़े उँचे स्वर मे बोली : "क्या बोल रही हो दीदी....आपने
तो जीजू को पूरा विलेन बना कर रखा हुआ है...ऐसा कुछ भी नही
हुआ...उन्होने मुझे हाथ भी नही लगाया..बल्कि वहाँ जाकर तो वो वापिस
चलने के लिए भी बोल रहे थे...और वो मुझे वहां इसलिए लेकर गये थे क्योंकि
उन्होने सुना था की कुछ महीने पहले पुलिस ने ऐसे लोगो का आना-जाना
बंद करा दिया है...पर वहां फिर से वही माहौल देखकर जीजू ने वापिस चलने
को बोला पर मैने ही मना कर दिया था...''
पूजा को भी ये बात पता थी, न्यूसपेपर में भी आया था की ऐसे लवर्स को
पुलिस ने पकड़ना शुरू कर दिया है...पर शायद वो उनका शुरू-2 का जोश
था...बाद में सब पहले जैसा हो गया होगा..
पूजा : "अच्छा ....चल मान लिया की तेरे जीजू के मन में ऐसा कुछ नही
था...फिर तुझे क्या हुआ था...तू क्यों मना कर रही थी वहां से वापिस आने के लिए..''
अब ये बात सुनकर रिया शरमा सी गयी...उसका चेहरा पहले की तरह गुलाबी
हो गया..वो धीरे से बोली : "दीदी...वो...मुझे सब देखकर मज़ा आ रहा था...''
पूजा ये सुनते ही मुस्कुराने लगी...अब बात ही ऐसी थी ये...शायद वो खुद
भी होती वहां होती तो वापिस आने का मन ना करता उसका...
पूजा भी अब जॉली मूड में आ गयी..वो बोली : "अच्छा बता ना मुझे, क्या
देखा तूने वहाँ...''
ये सुनकर एक पल में ही रिया की आँखो में वहां की पूरी फिल्म घूम
गयी...और वो बिना किसी रोक टोक के एक-2 बात पूजा को सुनाने
लगी..और वो भी कुछ ज़्यादा ही डीटेल में ..की कैसे लड़के अपनी जी एफ
को चूम रहे थे...उनके होंठों को चूस रहे थे...उनकी ब्रेस्ट को दबा रहे थे..और
उन्हे मुँह से लगाकर उनका दूध भी पी रहे थे..
सब कुछ बोलने के बाद रिया बोली : "और दीदी, वो सब देखकर मुझे तो ऐसा
लगा की मेरा पेशाब निकल गया है...बाद में बाथरूम में जाकर देखा तो बड़ा
ही अजीब सा,कुछ गाड़ा-2 सा निकल रहा था यहाँ से...''
उसने अपनी चूत पर हाथ लगाकर कहा.
पूजा को अब उसपर तरस सा आ रहा था...बेचारी को ये बात भी नही पता
थी की वो सब देखते-2 झड़ गयी थी...उसकी चूत का रस निकल गया था
बाहर...शायद आज से पहले उसे ये सब समझाने वाला मिला ही नही
था...उफ्फ्फ ....
क्या -2 समझाना पड़ेगा अपनी मासूम बहन को....ये सोचते -2 वो मुस्कुराती
हुई बेड पर आई और रिया के साथ बैठ गयी..
पूजा : "देख...वो जो निकला था ना, पेशाब नही होता, वो हमारे अंदर का
रस होता है जो तभी निकलता है जब हमें मस्ती चड़ती है...हम अपनी
उंगलियों से इस जगह को रगड़ते हैं...या सेक्स करते है तब....''
रिया की आँखे गोल होती चली गयी..वो बोली : "पर दीदी...मैने तो आज
से पहले ऐसा कभी नही किया...और ना ही मैने वहां उंगलियाँ रगडी
आज...सेक्स तो दूर की बात है...''
पूजा : "अरे,ज़रूरी नही की रगड़ने से ही वो निकले...कभी-2 ज़्यादा ठरक
चड़ती है तो बिना रगडे ही निकल जाता है वो कामरस...''
रिया समझने के अंदाज में अपना सिर हिलाती रही...और बोली : "यानी
ठरक हमें भी चढ़ती है, और आप हो की सिर्फ जीजू को ही ठरकी समझते हो ''
ये सुनकर दोनों हंसने लगी
फिर पूजा ने उसे डीटेल में सब कुछ बताया..और रिया काफ़ी कुछ समझने के
बाद अब अपने आप को थोड़ा बहुत बुद्धिमान समझ रही थी...जिसे लाइफ के
एक नये रहस्य के बारे में पता चल चुका था...
और बाद में हमेशा की तरह, इन सबसे दूर रहने की सलाह देते हुए दोनो बहनें सो
गयी...पूजा तो सो गयी पर रिया उन बातों को सोचते-2 काफ़ी देर तक
जागती रही...उसका मन तो कर रहा था की अपनी चूत पर उंगलियो को
रगड़ कर देखे तो सही की वो जादुई पानी दोबारा निकलता है या नही, पर
उसकी हिम्मत नही हुई..और करीब 3 बजे जाकर उसे नींद आई...
दूसरी तरफ, रिया को घर पर छोड़ने के बाद अजय जब घर पहुँचा तो प्रिया
किचन में खाना बना रही थी...वो थोड़ी देर पहले ही ऑफीस से आई
थी...अजय भी कपड़े बदल कर ,अपना पेग बना कर टीवी देखने बैठ गया...और
तभी उसके मोबाइल पर व्हाट्स ऍप मैसेज आया... उसने देखा तो कोई नया
नंबर था...मैसेज खोलकर देखा तो वो हैरान रह गया, उसमे उसके दोस्त अनिल
की बीबी अंजलि भाभी की एक पिक थी, जिसमे वो एक नयी वाइट ड्रेस
में दिख रही थी...
जो उसके भरे हुए शरीर पर काफ़ी जाँच भी रही थी..उसके
उभरे हुए बूब्स और सैक्सी चेहरे को देखकर अजय का दिल धड़कने लगा
अजय ने किचन की तरफ देखा,प्राची बड़े आराम से चिकन बना रही
थी...अंजलि भाभी ऑनलाइन शो हो रही थी, उसने तुरंत अपनी तरफ से
रिप्लाइ भेजकर मैसेज पर बात करनी शुरू कर दी : 'कमाल लग रही हो
भाभी...'
और नीचे उसने किस्सस का आइकान भी बना कर भेज दिया.
एक ही मिनट मे रिप्लाइ भी आ गया : 'थेंक्स'
अजय : 'मेरे पास आपका नंबर सेव नही था...अब कर लेता हूँ '
अंजलि : 'ह्म्*म्म्म'
अजय : 'और दिखाओ ना....'
अंजलि : 'क्या ....'
अजय : 'ऐसी ही कोई और पिक ..... सेक्सी सी ....'
अंजलि : 'ओहो ... जैसी उस दिन प्राची ने भेजी थी तुम्हे ....वैसी वाली ... ही ही '
और नीचे उसने हँसी में लोटपोट होता हुआ स्माइली बना कर भेज दिया..
अजय : 'वैसी भेजोगी तो मज़ा ही आ जाएगा...वैसे भी आपने उस दिन
वादा किया था मुझे...'
और नीचे उसने भी एक शरमाता हुआ स्माइली बना कर भेज दिया.
अंजलि : 'वादा ...मैने कब वादा किया था....मैने तो सिर्फ़ बोला था...'
अजय : "आपने जो बोला, वो मेरे लिए वादे जैसा ही था...'
अंजलि : 'लगता है आज जनाब कुछ मस्ती के मूड में है...प्राची नही है क्या
आस पास...'
वो शायद कन्फर्म कर लेना चाहती थी की अजय ऐसी बातें करता हुआ
पकड़ा ना जाए...
अजय : 'वो किचन में है...और अनिल कहाँ है ...?'
अंजलि : 'वो कुछ काम से बाहर गये हैं...एक घंटे में आएँगे...बैठी हुई बोर हो रही
थी ,इसलिए सोचा तुमसे गप्पे मार लू '
अजय मुस्कुरा दिया...यानी अपने पति के ना होने पर वो उसके साथ फ्लर्ट
कर रही थी...साली सीधा क्यों नहीं बोलती की अपनी चुदाई इंतजाम कर
रही है
अजय : 'तो फिर देर किस बात की ....भेजो ना कुछ ऐसा....जो मैने पहले नही
देखा...'
ऐसा टाइप करते हुए उसके दिल की धड़कन काफ़ी तेज चल रही थी...शायद
अपनी पूरी लाइफ में वो अंजलि को ऐसे ना बोल पाता,पर मेमैसेज में लिखने
में उसे वो डर महसूस नही हो रहा था जो सामने बोलने में होता..
अंजलि : 'ओके .....रूको , कुछ ख़ास दिखाती हूँ ...'
ये पड़कर अजय का लंड एकदम से अकड़ सा गया....अंजलि ऑफलाइन हो
गयी...अब तो उसे पक्का विश्वास हो गया की अंजलि अपने कपड़े उतार कर
अपनी पिक खींच रही होगी...
अजय ने एक ही सीप में पूरा ग्लास खाली कर दिया...और दूसरा . बना
लिया...और तभी मेसेज की टोन दोबारा बजी, पर अजय की खराब किस्मत
तो देखो,जैसे ही टोन बजी, प्राची किचन से निकल कर उसके करीब आकर
खड़ी हो गयी और बोली : "किसके साथ लगे हुए हो मैसेज पर...दिखाओज़रा...''
अजय मन में बड़बड़ाया : 'साली, शक्की औरत '
प्राची ने अपना हाथ आगे करके अजय का मोबाइल माँगा...अजय की तो
गांड फटकर हाथ में आ गयी...मोबाइल उसके सामने ही पड़ा था, टेबल
पर...अगर वो मना करता तो प्राची का शक़ यकीन में बदल जाता की वो
ज़रूर किसी के साथ फ्लर्ट कर रहा था...और अगर दिखा देता है तो प्राची
ने उसकी लेनी कर देनी थी ...
वो थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए बोला : "तुम्हे तो बस मौका मिलना
चाहिए...अभी दो दिन पहले का शक़ का कीड़ा नहीं निकला तुम्हारे
दिमाग़ से जो फिर से वही सब शुरू कर रही हो...''
प्राची भी एकदम से घबरा गयी...वो सहम गयी वो सब याद करके , और
बोली : "अरे नही अजय...मैं तो बस मज़ाक कर रही थी...रूको मैं तुम्हारे लिए
चिकन लाती हूँ ''
इतना कहकर वो वापिस किचन मे चली गयी..अजय ने फॉरन अपना फोन
उठाया और मेसेज चेक किया...अंजलि का ही मेसेज था...और वो उस पिक
को देखकर दंग रह गया जो उसने भेजी थी...
वो उसकी गर्दन के पीछे की तरफ बने हुए एक टैटू की तस्वीर थी, जिसमे गर्दन
से लेकर पीठ तक रंग बिरंगे स्टार्स बने हुए थे...
अंजलि की लगभग नंगी बेक और ब्रा के स्ट्रेप्स देखकर अजय का पूरी तरह से
उत्तेजित हो गया...उसने तो सोचा भी नहीं था की अंजलि उसे अपने टैटू
की पिक भेजेगी...और वो भी ऐसी ड्रेस में ...इतने सेक्सी अंदाज में ...
अजय : 'वाव भाभी......मज़ा आ गया....ये कब बनवाया...मैने तो देखा ही
नही....'
अंजलि : 'लास्ट ईयर जब गोआ गये थे ,तब बनवाया था मैने ये...और वैसे
भी,अभी ऐसा बहुत कुछ है जो तुमने देखा नही है...'
और नीचे फिर से एक स्माइली...
अजय बेचारा अपना लंड मसल कर रह गया...
और फिर उसने काँपते हुए हाथों से लिखा : 'सिर्फ़ यहीं बनवाया था या
कहीं और भी है....'
अजनली : 'और भी है....देखना चाहोगे....'
जवाब ने अजय ने वेटिंग का स्माइली बना कर भेज दिया... और वहाँ से
हँसी में लोटपोट स्माइली आ गया...
अजय का पूरा ध्यान प्राची की तरफ भी ....जो किचन मे खड़ी होकर उसके
लिए चिकन निकाल रही थी...उसने अपना फोन साइलेंट पर कर दिया,
ताकि अब कोई मैसेज आए भी तो उसकी टोन सुनाई ना दे...
प्राची आकर उसके पास ही बैठ गयी...अजय ने फोन जेब में रख लिया
था....और दोनो बातें करने लगे...एक मिनट बाद ही अजय को अपनी जेब में
वाइब्रेशन महसूस हुई...वो समझ गया की दूसरा मेसेज आ गया है...वो तुरंत उठा
और बाथरूम की तरफ चल दिया, प्राची के सामने बैठकर तो वो फोन देख
नही सकता था ना..
अंदर जाते ही उसने अपना लंड निकाला और खड़े हुए लंड से पेशाब की धार
सीधा कमोड को छोड़कर सामने वाली दीवार से जा टकराई...खड़े हुए लंड
से पेशाब करना बड़ा मुश्किल जो होता है...उसने दूसरे हाथ से अपना
मोबाइल निकाला और लंड को मसलते हुए मैसेज खोला
एक और पिक...
और ये भी एक नये टैटू की थी....और इस बार ये था कमर के पिछली तरफ...नीचे
के हिस्से में बना एक डिज़ाइन ...फूल पट्टियों वाला...जो काफ़ी सेक्सी
लग रहा था...
गोरी और मांसल कमर पर वो टैटू बड़ा सेक्सी लग रहा
था...नीचे की तरफ अंजलि की पेंटी भी दिख रही थी...अजय ने मोबाइल
को उपर किया और उस तस्वीर को चूम लिया...और बड़ी तेज़ी से अपने लंड
को रगड़ने लगा....
एक मिनट के अंदर ही अंदर उसके लंड से सफेद माल की तेज पिचकारी सामने
की दीवार से जा टकराई...और वो बंद आँखो से अंजलि के बारे में सोचता
हुआ झड़ने लगा...
अब वो एक ऐसा हंटर (शिकारी) बन चुका था,जिसके सामने उसके सभी
शिकार लाइन लगा कर खड़े थे,गन (लंड) उसके हाथ में थी, अपनी पूरी
योजना बनाकर उसे अब एक-2 करके इन सभी का शिकार करना था..
प्राची के घर से शुरू हुई ठरक का सिलसिला यहाँ तक आ जाएगा, ये नही
सोचा था उसने...
लेकिन सबसे पहला शिकार अब उसे अंजलि भाभी का ही करना
पड़ेगा...क्योंकि अपनी तरफ से तो वही पूरी लाइन दे रही थी...और ऐसे मौके
अगर ठर्कियों ने छोड़ने शुरू कर दिए तो उनकी जमात पर लानत होगी.
और अंजलि भाभी के बारे में सोचता हुआ वो वापिस अंदर आ गया...
पर वो कहते हैं ना जिसके बारे में ज़्यादा सोचा जाए वो मुश्किल से ही
मिलती है,अजय के साथ भी यही होने वाला था..पर उसके बदले उसे किसी
और की चूत जल्द मिलने वाली थी,जिसके बारे में उसने सोचा भी नही था..
अजय की किस्मत अभी बुलंद चल रही है। क्या उसे अपनी सास का साथ मिलने वाला है। रोमांचक अपडेटघर जाकर उसने पूजा से उस वक़्त तो ज़्यादा बात नही की, जबकि पूजा तो
कब से उसके आने का वेट कर रही थी..वो शायद जानना चाहती थी की आज
क्या-2 हुआ..उसने बोला की रात को कमरे में बताएगी.. और खाना खाकर
जब वो कमरे में पहुँची तो पूजा बाथरूम में चेंज करने गयी हुई थी..
रिया ने तब तक उसका फोन उठाया और जैसा अजय ने बताया था ,गूगल में
उसने सन्नी लिओनी टाइप किया और अगले ही पल उसकी ढेर सारी पिक्स
आ गयी उसकी...वो तो हैरान हुई जा रही थी उन्हे देखकर...और फिर उसने
हॉट पिक्स टाइप किया....कुछ और नंगी पुँगी फोटो आ गयी...और फिर
कुछ सोचकर उसने xxx पिक्स टाइप किया...और अब तो उसके चेहरे का रंग
लाल हो चुका था...मोबाइल पर सन्नी लेयोनी की नंगी पुँगी पिक्स आ
गयी...
पूरी नंगी...जिसमें वो अपने जिस्म की नुमाइश कर रही थी...चुद रही
थी....लंड चूस रही थी... अब वो समझ चुकी थी की वो एक पोर्न स्टार है
जो अब हिंदी पिक्चरों में आ गयी है
और वो देखते-2 उसे पता ही नही चला की कब पूजा बाथरूम से निकल आई
और ऐसे रिया को बड़े गोर से अपना मोबाइल देखते हुए वो भी चोंक
गयी...वो झट से आगे आई और उसने मोबाइल उसके हाथ से ले लिया...और
बोली : "मेरे मोबाइल में क्या देख रही है....दिखा ज़रा...''
और ऐसे पूजा को एकदम से अपने सामने देखकर रिया का चेहरा जो लाल
सुर्ख हो चुका था, फक्क से पीला पड़ गया...
और पूजा की आँखे फैलती चली गयी और अब उसका चेहरा लाल होने लगा
था वो सब देखकर..
पूजा को तो उम्मीद ही नही थी की रिया उसके मोबाइल में ऐसा कुछ देख
रही होगी..उसने तो सोचा था की वो उसके व्हाट्स ऎप के मेसेज ना पढ़ रही
हो..पर यहाँ तो वो उससे भी ज़्यादा ख़तरनाक काम कर रही थी..
पूजा के सामने सन्नी की नंगी पुंगी पिक थी जिसमे वो अपनी चूत के होंठों
को फैलाकर बड़े ही सेक्सी तरीके से सामने देख रही थी
पूजा (चिल्लाकर) : "ये क्या देख रही है तू....किसने बोला ये देखने के
लिए....जीजू ने कहा ना..''
जीजू पर एकदम से इल्ज़ाम आता देखकर एक पल में ही रिया घबरा गयी, वो
ये बात तो अच्छी तरह से जानती थी की पूजा अपने जीजू को किस नज़र से
देखती है..अगर ये बात उसे पता चल गयी की उन्होने ही रिया को ये
आइडिया दिया है तो बात काफ़ी बिगड़ सकती है...
इसलिए एक दम से सकपकाते हुए वो बोली : "नही दीदी.....जीजू भला क्यों
बोलेंगे ये सब...वो तो आज मैने इस हीरोइन की मूवी का पोस्टर देखा
था...जैकपॉट, और उसमे जिस तरह से ये दिख रही थी तो मुझसे रहा नही
गया,इसलिए घर आते ही मैने मोबाइल पर देखा...पर आई थिंक ये तो कोई
पॉर्न स्टार है....''
पूजा का गुस्सा भी एकदम से साबुन के बुलबुले की तरहा फट गया, वो समझ
गयी की रिया को शायद सन्नी के बारे में ज्यादा पता नही है...लेकिन
गूगल में देखकर अब शायद वो समझ चुकी है.
पूजा : "अरे मेरी प्यारी बहन, तू सच में बड़ी भोली है....ये जो हेरोइन है ना, ये
एक पॉर्न स्टार है...अब बॉलीवुड में आ गयी है..सब जानते है..तुझे बस अभी
पता चला है...''
रिया : "दीदी....आप भी जानते थे क्या...''
पूजा : "यस ....मुझे भी पता था...और मैने तो इसके दूसरे वाले विडिओ भी देखे है...''
'दूसरे वाले विडिओ ' का नाम सुनते ही रिया चोंक गयी, यही तो उसके
जीजू ने भी बताया था,जिसे वो गूगल में सर्च कर रही थी...वो एकदम से
बोली : "दीदी, प्लीज़ ...मुझे भी दिखाओ ना...मुझे देखना है...प्लीज़ प्लीज़...''
पूजा हंस पड़ी, वो अंदर ही अंदर बोली 'ये शायद जानती नही की ये क्या
देखने की ज़िद कर रही है..'
पर वो कुछ बोली नही.
पूजा : "अच्छा , वो तो मैं दिखा दूँगी, पर पहले तू ये बता की आज पूरा दिन
क्या-2 हुआ...मुझे हर बात डिटेल में बताना तू...''
रिया ने बताना शुरू किया, एडमिशन की बात बोलने के बाद वो मूवी देखने
की बात गोल कर गयी, क्योंकि अभी कुछ देर पहले उसने यही कहा था की
सिर्फ़ पोस्टर देखा है, अब अगर मूवी देखने के बारे में बोलती तो पता नही
क्या सोचती पूजा...इसलिए वो बात नही बताई...पर हाँ , लोधी गार्डेन
जाने वाली बात ज़रूर बता दी..
लोधी गार्डेन का नाम सुनते ही पूजा चोंक गयी, और बोली : "वहाँ जाने
की क्या ज़रूरत थी...वो जगह तो सिर्फ़ लवर्स जाते हैं, जीजू तुझे वहां क्यों
लेकर गये..''
रिया ने बात संभाली : "अरे दीदी, वो हम लोग काफ़ी थक गये थे ना, और
वो गार्डेन सामने ही था..और अंदर जाकर जीजू ने कहा भी की वहां से
चलते हैं, क्योंकि वहां तो हर जगह लड़के-लड़कियाँ एक दूसरे को चूमने चाटने में
लगे हुए थे...''
पूजा : "हाँ ...ये मैं जानती हू...मेरी भी कई फ्रेंड्स अपने बी एफ के साथ
जाती हैं वहां ..''
रिया (आँखे नचाते हुए) : "और पता है दीदी, जीजू और प्राची दीदी भी
शादी से पहले वहां जाया करते थे...और वो भी यही सब करते थे..''
ये बात सुनते ही पूजा के दिल की धड़कन एकदम से तेज हो गयी...जैसी
कल्पना उस वक़्त रिया ने की थी वही कल्पना पूजा भी करने लगी...खुली
आँखो से उसे अपने जीजू और दीदी एक दूसरे को गार्डेन में चूमते हुए दिख रहे थे...
पर अगले ही पल उस ख़याल को झटकते हुए पूजा थोड़े गुस्से में बोली : "मैं
जानती थी, जीजू अपनी बदमाशी से बाज नही आएँगे..ये सब जानते हुए भी
तुझे वहाँ लेकर गये...ज़रूर उन्होने तेरे साथ कुछ बदतमीज़ी भी की होगी...''
ये सुनते ही रिया थोड़े उँचे स्वर मे बोली : "क्या बोल रही हो दीदी....आपने
तो जीजू को पूरा विलेन बना कर रखा हुआ है...ऐसा कुछ भी नही
हुआ...उन्होने मुझे हाथ भी नही लगाया..बल्कि वहाँ जाकर तो वो वापिस
चलने के लिए भी बोल रहे थे...और वो मुझे वहां इसलिए लेकर गये थे क्योंकि
उन्होने सुना था की कुछ महीने पहले पुलिस ने ऐसे लोगो का आना-जाना
बंद करा दिया है...पर वहां फिर से वही माहौल देखकर जीजू ने वापिस चलने
को बोला पर मैने ही मना कर दिया था...''
पूजा को भी ये बात पता थी, न्यूसपेपर में भी आया था की ऐसे लवर्स को
पुलिस ने पकड़ना शुरू कर दिया है...पर शायद वो उनका शुरू-2 का जोश
था...बाद में सब पहले जैसा हो गया होगा..
पूजा : "अच्छा ....चल मान लिया की तेरे जीजू के मन में ऐसा कुछ नही
था...फिर तुझे क्या हुआ था...तू क्यों मना कर रही थी वहां से वापिस आने के लिए..''
अब ये बात सुनकर रिया शरमा सी गयी...उसका चेहरा पहले की तरह गुलाबी
हो गया..वो धीरे से बोली : "दीदी...वो...मुझे सब देखकर मज़ा आ रहा था...''
पूजा ये सुनते ही मुस्कुराने लगी...अब बात ही ऐसी थी ये...शायद वो खुद
भी होती वहां होती तो वापिस आने का मन ना करता उसका...
पूजा भी अब जॉली मूड में आ गयी..वो बोली : "अच्छा बता ना मुझे, क्या
देखा तूने वहाँ...''
ये सुनकर एक पल में ही रिया की आँखो में वहां की पूरी फिल्म घूम
गयी...और वो बिना किसी रोक टोक के एक-2 बात पूजा को सुनाने
लगी..और वो भी कुछ ज़्यादा ही डीटेल में ..की कैसे लड़के अपनी जी एफ
को चूम रहे थे...उनके होंठों को चूस रहे थे...उनकी ब्रेस्ट को दबा रहे थे..और
उन्हे मुँह से लगाकर उनका दूध भी पी रहे थे..
सब कुछ बोलने के बाद रिया बोली : "और दीदी, वो सब देखकर मुझे तो ऐसा
लगा की मेरा पेशाब निकल गया है...बाद में बाथरूम में जाकर देखा तो बड़ा
ही अजीब सा,कुछ गाड़ा-2 सा निकल रहा था यहाँ से...''
उसने अपनी चूत पर हाथ लगाकर कहा.
पूजा को अब उसपर तरस सा आ रहा था...बेचारी को ये बात भी नही पता
थी की वो सब देखते-2 झड़ गयी थी...उसकी चूत का रस निकल गया था
बाहर...शायद आज से पहले उसे ये सब समझाने वाला मिला ही नही
था...उफ्फ्फ ....
क्या -2 समझाना पड़ेगा अपनी मासूम बहन को....ये सोचते -2 वो मुस्कुराती
हुई बेड पर आई और रिया के साथ बैठ गयी..
पूजा : "देख...वो जो निकला था ना, पेशाब नही होता, वो हमारे अंदर का
रस होता है जो तभी निकलता है जब हमें मस्ती चड़ती है...हम अपनी
उंगलियों से इस जगह को रगड़ते हैं...या सेक्स करते है तब....''
रिया की आँखे गोल होती चली गयी..वो बोली : "पर दीदी...मैने तो आज
से पहले ऐसा कभी नही किया...और ना ही मैने वहां उंगलियाँ रगडी
आज...सेक्स तो दूर की बात है...''
पूजा : "अरे,ज़रूरी नही की रगड़ने से ही वो निकले...कभी-2 ज़्यादा ठरक
चड़ती है तो बिना रगडे ही निकल जाता है वो कामरस...''
रिया समझने के अंदाज में अपना सिर हिलाती रही...और बोली : "यानी
ठरक हमें भी चढ़ती है, और आप हो की सिर्फ जीजू को ही ठरकी समझते हो ''
ये सुनकर दोनों हंसने लगी
फिर पूजा ने उसे डीटेल में सब कुछ बताया..और रिया काफ़ी कुछ समझने के
बाद अब अपने आप को थोड़ा बहुत बुद्धिमान समझ रही थी...जिसे लाइफ के
एक नये रहस्य के बारे में पता चल चुका था...
और बाद में हमेशा की तरह, इन सबसे दूर रहने की सलाह देते हुए दोनो बहनें सो
गयी...पूजा तो सो गयी पर रिया उन बातों को सोचते-2 काफ़ी देर तक
जागती रही...उसका मन तो कर रहा था की अपनी चूत पर उंगलियो को
रगड़ कर देखे तो सही की वो जादुई पानी दोबारा निकलता है या नही, पर
उसकी हिम्मत नही हुई..और करीब 3 बजे जाकर उसे नींद आई...
दूसरी तरफ, रिया को घर पर छोड़ने के बाद अजय जब घर पहुँचा तो प्रिया
किचन में खाना बना रही थी...वो थोड़ी देर पहले ही ऑफीस से आई
थी...अजय भी कपड़े बदल कर ,अपना पेग बना कर टीवी देखने बैठ गया...और
तभी उसके मोबाइल पर व्हाट्स ऍप मैसेज आया... उसने देखा तो कोई नया
नंबर था...मैसेज खोलकर देखा तो वो हैरान रह गया, उसमे उसके दोस्त अनिल
की बीबी अंजलि भाभी की एक पिक थी, जिसमे वो एक नयी वाइट ड्रेस
में दिख रही थी...
जो उसके भरे हुए शरीर पर काफ़ी जाँच भी रही थी..उसके
उभरे हुए बूब्स और सैक्सी चेहरे को देखकर अजय का दिल धड़कने लगा
अजय ने किचन की तरफ देखा,प्राची बड़े आराम से चिकन बना रही
थी...अंजलि भाभी ऑनलाइन शो हो रही थी, उसने तुरंत अपनी तरफ से
रिप्लाइ भेजकर मैसेज पर बात करनी शुरू कर दी : 'कमाल लग रही हो
भाभी...'
और नीचे उसने किस्सस का आइकान भी बना कर भेज दिया.
एक ही मिनट मे रिप्लाइ भी आ गया : 'थेंक्स'
अजय : 'मेरे पास आपका नंबर सेव नही था...अब कर लेता हूँ '
अंजलि : 'ह्म्*म्म्म'
अजय : 'और दिखाओ ना....'
अंजलि : 'क्या ....'
अजय : 'ऐसी ही कोई और पिक ..... सेक्सी सी ....'
अंजलि : 'ओहो ... जैसी उस दिन प्राची ने भेजी थी तुम्हे ....वैसी वाली ... ही ही '
और नीचे उसने हँसी में लोटपोट होता हुआ स्माइली बना कर भेज दिया..
अजय : 'वैसी भेजोगी तो मज़ा ही आ जाएगा...वैसे भी आपने उस दिन
वादा किया था मुझे...'
और नीचे उसने भी एक शरमाता हुआ स्माइली बना कर भेज दिया.
अंजलि : 'वादा ...मैने कब वादा किया था....मैने तो सिर्फ़ बोला था...'
अजय : "आपने जो बोला, वो मेरे लिए वादे जैसा ही था...'
अंजलि : 'लगता है आज जनाब कुछ मस्ती के मूड में है...प्राची नही है क्या
आस पास...'
वो शायद कन्फर्म कर लेना चाहती थी की अजय ऐसी बातें करता हुआ
पकड़ा ना जाए...
अजय : 'वो किचन में है...और अनिल कहाँ है ...?'
अंजलि : 'वो कुछ काम से बाहर गये हैं...एक घंटे में आएँगे...बैठी हुई बोर हो रही
थी ,इसलिए सोचा तुमसे गप्पे मार लू '
अजय मुस्कुरा दिया...यानी अपने पति के ना होने पर वो उसके साथ फ्लर्ट
कर रही थी...साली सीधा क्यों नहीं बोलती की अपनी चुदाई इंतजाम कर
रही है
अजय : 'तो फिर देर किस बात की ....भेजो ना कुछ ऐसा....जो मैने पहले नही
देखा...'
ऐसा टाइप करते हुए उसके दिल की धड़कन काफ़ी तेज चल रही थी...शायद
अपनी पूरी लाइफ में वो अंजलि को ऐसे ना बोल पाता,पर मेमैसेज में लिखने
में उसे वो डर महसूस नही हो रहा था जो सामने बोलने में होता..
अंजलि : 'ओके .....रूको , कुछ ख़ास दिखाती हूँ ...'
ये पड़कर अजय का लंड एकदम से अकड़ सा गया....अंजलि ऑफलाइन हो
गयी...अब तो उसे पक्का विश्वास हो गया की अंजलि अपने कपड़े उतार कर
अपनी पिक खींच रही होगी...
अजय ने एक ही सीप में पूरा ग्लास खाली कर दिया...और दूसरा . बना
लिया...और तभी मेसेज की टोन दोबारा बजी, पर अजय की खराब किस्मत
तो देखो,जैसे ही टोन बजी, प्राची किचन से निकल कर उसके करीब आकर
खड़ी हो गयी और बोली : "किसके साथ लगे हुए हो मैसेज पर...दिखाओज़रा...''
अजय मन में बड़बड़ाया : 'साली, शक्की औरत '
प्राची ने अपना हाथ आगे करके अजय का मोबाइल माँगा...अजय की तो
गांड फटकर हाथ में आ गयी...मोबाइल उसके सामने ही पड़ा था, टेबल
पर...अगर वो मना करता तो प्राची का शक़ यकीन में बदल जाता की वो
ज़रूर किसी के साथ फ्लर्ट कर रहा था...और अगर दिखा देता है तो प्राची
ने उसकी लेनी कर देनी थी ...
वो थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए बोला : "तुम्हे तो बस मौका मिलना
चाहिए...अभी दो दिन पहले का शक़ का कीड़ा नहीं निकला तुम्हारे
दिमाग़ से जो फिर से वही सब शुरू कर रही हो...''
प्राची भी एकदम से घबरा गयी...वो सहम गयी वो सब याद करके , और
बोली : "अरे नही अजय...मैं तो बस मज़ाक कर रही थी...रूको मैं तुम्हारे लिए
चिकन लाती हूँ ''
इतना कहकर वो वापिस किचन मे चली गयी..अजय ने फॉरन अपना फोन
उठाया और मेसेज चेक किया...अंजलि का ही मेसेज था...और वो उस पिक
को देखकर दंग रह गया जो उसने भेजी थी...
वो उसकी गर्दन के पीछे की तरफ बने हुए एक टैटू की तस्वीर थी, जिसमे गर्दन
से लेकर पीठ तक रंग बिरंगे स्टार्स बने हुए थे...
अंजलि की लगभग नंगी बेक और ब्रा के स्ट्रेप्स देखकर अजय का पूरी तरह से
उत्तेजित हो गया...उसने तो सोचा भी नहीं था की अंजलि उसे अपने टैटू
की पिक भेजेगी...और वो भी ऐसी ड्रेस में ...इतने सेक्सी अंदाज में ...
अजय : 'वाव भाभी......मज़ा आ गया....ये कब बनवाया...मैने तो देखा ही
नही....'
अंजलि : 'लास्ट ईयर जब गोआ गये थे ,तब बनवाया था मैने ये...और वैसे
भी,अभी ऐसा बहुत कुछ है जो तुमने देखा नही है...'
और नीचे फिर से एक स्माइली...
अजय बेचारा अपना लंड मसल कर रह गया...
और फिर उसने काँपते हुए हाथों से लिखा : 'सिर्फ़ यहीं बनवाया था या
कहीं और भी है....'
अजनली : 'और भी है....देखना चाहोगे....'
जवाब ने अजय ने वेटिंग का स्माइली बना कर भेज दिया... और वहाँ से
हँसी में लोटपोट स्माइली आ गया...
अजय का पूरा ध्यान प्राची की तरफ भी ....जो किचन मे खड़ी होकर उसके
लिए चिकन निकाल रही थी...उसने अपना फोन साइलेंट पर कर दिया,
ताकि अब कोई मैसेज आए भी तो उसकी टोन सुनाई ना दे...
प्राची आकर उसके पास ही बैठ गयी...अजय ने फोन जेब में रख लिया
था....और दोनो बातें करने लगे...एक मिनट बाद ही अजय को अपनी जेब में
वाइब्रेशन महसूस हुई...वो समझ गया की दूसरा मेसेज आ गया है...वो तुरंत उठा
और बाथरूम की तरफ चल दिया, प्राची के सामने बैठकर तो वो फोन देख
नही सकता था ना..
अंदर जाते ही उसने अपना लंड निकाला और खड़े हुए लंड से पेशाब की धार
सीधा कमोड को छोड़कर सामने वाली दीवार से जा टकराई...खड़े हुए लंड
से पेशाब करना बड़ा मुश्किल जो होता है...उसने दूसरे हाथ से अपना
मोबाइल निकाला और लंड को मसलते हुए मैसेज खोला
एक और पिक...
और ये भी एक नये टैटू की थी....और इस बार ये था कमर के पिछली तरफ...नीचे
के हिस्से में बना एक डिज़ाइन ...फूल पट्टियों वाला...जो काफ़ी सेक्सी
लग रहा था...
गोरी और मांसल कमर पर वो टैटू बड़ा सेक्सी लग रहा
था...नीचे की तरफ अंजलि की पेंटी भी दिख रही थी...अजय ने मोबाइल
को उपर किया और उस तस्वीर को चूम लिया...और बड़ी तेज़ी से अपने लंड
को रगड़ने लगा....
एक मिनट के अंदर ही अंदर उसके लंड से सफेद माल की तेज पिचकारी सामने
की दीवार से जा टकराई...और वो बंद आँखो से अंजलि के बारे में सोचता
हुआ झड़ने लगा...
अब वो एक ऐसा हंटर (शिकारी) बन चुका था,जिसके सामने उसके सभी
शिकार लाइन लगा कर खड़े थे,गन (लंड) उसके हाथ में थी, अपनी पूरी
योजना बनाकर उसे अब एक-2 करके इन सभी का शिकार करना था..
प्राची के घर से शुरू हुई ठरक का सिलसिला यहाँ तक आ जाएगा, ये नही
सोचा था उसने...
लेकिन सबसे पहला शिकार अब उसे अंजलि भाभी का ही करना
पड़ेगा...क्योंकि अपनी तरफ से तो वही पूरी लाइन दे रही थी...और ऐसे मौके
अगर ठर्कियों ने छोड़ने शुरू कर दिए तो उनकी जमात पर लानत होगी.
और अंजलि भाभी के बारे में सोचता हुआ वो वापिस अंदर आ गया...
पर वो कहते हैं ना जिसके बारे में ज़्यादा सोचा जाए वो मुश्किल से ही
मिलती है,अजय के साथ भी यही होने वाला था..पर उसके बदले उसे किसी
और की चूत जल्द मिलने वाली थी,जिसके बारे में उसने सोचा भी नही था..