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अपडेट 108
महेश अपने कमरे से निकलकर अपनी बहु के कमरे में जाने लगा । उसने दरवाज़े के पास पुहंचकर जैसे ही दरवाज़े को धक्का दिया वह अपने आप खुल गया । महेश अंदर दाखिल हो गया और दरवाज़ा अंदर से बंद कर दिया, नीलम बेड पर लेटी हुयी थी और उसकी आँखें बंद थी वह नाइटी पहने हुयी थी।
महेश आगे बढ़कर बेड पर जाकर बैठ गया और अपने हाथों से अपनी बहु की खुली हुई ज़ुल्फ़ों से खेलने लगा। महेश को अपनी बहु की लम्बी काली ज़ुल्फ़ें बुहत खूबसूरत लग रही थी।
"बेटी नींद आ गयी क्या तुम्हें?" महेश ने अपनी बहु की ज़ुल्फ़ों से खेलते हुए ही कहा । नीलम जाग रही थी बस उसकी आँखें बंद थी मगर वह अपने ससुर को तडपाने के लिए कुछ भी नहीं बोली।
"बेटी उठो ना" महेश ने एक बार अपनी बहु को पुकारते हुए कहा मगर नीलम ने इस बार भी कोई जवाब नहीं दिया।
महेश समझ गया की उसकी बहु उसे तंग करने के लिए ऐसा कर रही है इसीलिए उसने अपने हाथ को उसकी ज़ुल्फ़ों से हटाकर उसके गालों से ले जाते हुए उसके गुलाबी होंठो पर रख लिया और अपनी एक ऊँगली को अपनी बहु के होंठो पर फिराने लगा । नीलम अपने ससुर का हाथ अपने होंठो पर लगते ही थोडा सा कांप उठी मगर उसने फिर से अपने आप सँभाल लिया और चुप होकर लेटी रही, अपने ससुर की ऊँगली अपने होंठो पर लगते ही नीलम की साँसें तेज़ हो गई थी और उसका जिस्म गरम होने लगा था।
महेश कुछ देर तक अपनी ऊँगली को नीलम के होंठो पर फिराने के बाद अपने हाथ को नीचे ले जाते हुए उसकी नाइटी को आगे से खोल दिया और अपनी बहु की ब्रा को भी उसकी चुचियों से नीचे सरका दिया । नीलम की चुचियां अब बिलकुल नंगी होकर उसके ससुर के सामने आ गयी थी और वह बुहत ज़ोर से ऊपर नीचे हो रही थी क्योंकी उत्तेजना के मारे नीलम की साँसें बुहत ज़ोर से चल रही थी, महेश ने एक नज़र अपनी बहु की नंगी चुचियों पर डाली और अगले ही पल उसके दोनों हाथ नीलम की चुचियों को मसलने लगे।
महेश अपनी बहु की चुचियों को बुहत ज़ोर से दबा रहा था जिस वजह से नीलम का अब चुप रहना मुश्किल हो गया था । अचानक महेश ने अपनी बहु की चूचि के एक दाने को अपनी उँगलियों के बीच डालकर ज़ोर से मसाल दिया।
"उईईईई आअह्ह्ह्हह्ह्" नीलम के मुँह से एक ज़ोर की चीख़ निकल गयी और उसने अपनी आँखें खोल दी।
"सॉरी बहु मैंने तुम्हारी नींद खराब कर दी" महेश ने मुस्कराते हुए कहा।
"पिता जी आप क्या कर रहे हैं आपको शर्म नहीं आती अपनी बहु को नींद में पाकर उसका फ़ायदा उठाते हुये" नीलम ने अपने ससुर को डाँटते हुए कहा।
महेश अपने कमरे से निकलकर अपनी बहु के कमरे में जाने लगा । उसने दरवाज़े के पास पुहंचकर जैसे ही दरवाज़े को धक्का दिया वह अपने आप खुल गया । महेश अंदर दाखिल हो गया और दरवाज़ा अंदर से बंद कर दिया, नीलम बेड पर लेटी हुयी थी और उसकी आँखें बंद थी वह नाइटी पहने हुयी थी।
महेश आगे बढ़कर बेड पर जाकर बैठ गया और अपने हाथों से अपनी बहु की खुली हुई ज़ुल्फ़ों से खेलने लगा। महेश को अपनी बहु की लम्बी काली ज़ुल्फ़ें बुहत खूबसूरत लग रही थी।
"बेटी नींद आ गयी क्या तुम्हें?" महेश ने अपनी बहु की ज़ुल्फ़ों से खेलते हुए ही कहा । नीलम जाग रही थी बस उसकी आँखें बंद थी मगर वह अपने ससुर को तडपाने के लिए कुछ भी नहीं बोली।
"बेटी उठो ना" महेश ने एक बार अपनी बहु को पुकारते हुए कहा मगर नीलम ने इस बार भी कोई जवाब नहीं दिया।
महेश समझ गया की उसकी बहु उसे तंग करने के लिए ऐसा कर रही है इसीलिए उसने अपने हाथ को उसकी ज़ुल्फ़ों से हटाकर उसके गालों से ले जाते हुए उसके गुलाबी होंठो पर रख लिया और अपनी एक ऊँगली को अपनी बहु के होंठो पर फिराने लगा । नीलम अपने ससुर का हाथ अपने होंठो पर लगते ही थोडा सा कांप उठी मगर उसने फिर से अपने आप सँभाल लिया और चुप होकर लेटी रही, अपने ससुर की ऊँगली अपने होंठो पर लगते ही नीलम की साँसें तेज़ हो गई थी और उसका जिस्म गरम होने लगा था।
महेश कुछ देर तक अपनी ऊँगली को नीलम के होंठो पर फिराने के बाद अपने हाथ को नीचे ले जाते हुए उसकी नाइटी को आगे से खोल दिया और अपनी बहु की ब्रा को भी उसकी चुचियों से नीचे सरका दिया । नीलम की चुचियां अब बिलकुल नंगी होकर उसके ससुर के सामने आ गयी थी और वह बुहत ज़ोर से ऊपर नीचे हो रही थी क्योंकी उत्तेजना के मारे नीलम की साँसें बुहत ज़ोर से चल रही थी, महेश ने एक नज़र अपनी बहु की नंगी चुचियों पर डाली और अगले ही पल उसके दोनों हाथ नीलम की चुचियों को मसलने लगे।
महेश अपनी बहु की चुचियों को बुहत ज़ोर से दबा रहा था जिस वजह से नीलम का अब चुप रहना मुश्किल हो गया था । अचानक महेश ने अपनी बहु की चूचि के एक दाने को अपनी उँगलियों के बीच डालकर ज़ोर से मसाल दिया।
"उईईईई आअह्ह्ह्हह्ह्" नीलम के मुँह से एक ज़ोर की चीख़ निकल गयी और उसने अपनी आँखें खोल दी।
"सॉरी बहु मैंने तुम्हारी नींद खराब कर दी" महेश ने मुस्कराते हुए कहा।
"पिता जी आप क्या कर रहे हैं आपको शर्म नहीं आती अपनी बहु को नींद में पाकर उसका फ़ायदा उठाते हुये" नीलम ने अपने ससुर को डाँटते हुए कहा।