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और अभी तो बहुत प्रक्टिकल बाकी भी हैPhD की कुछ क्लास तो शुरू हो गई है साथ ही प्रैटिकल भी हो गया है
और अभी तो बहुत प्रक्टिकल बाकी भी हैPhD की कुछ क्लास तो शुरू हो गई है साथ ही प्रैटिकल भी हो गया है
यही तो गुड्डी में ख़ास बात है।गुड्डी ने तो अपने साजन के साथ मजे लेकर होली खेल ली है आनंद बाबू तो गुड्डी के कबूतरो को देखकर उसमे ही खो जाते हैं गुड्डी को भी अपने कबूतरो को रगड़वाने में मजा आ रहा है होली का मजा तो तब ज्यादा आता है जब रीत जैसी साली हो । यहां तो सजनी खुद चौकीदारी करके साली के साथ होली खेलने का मौका दे रही है
दूबे भाभी असली हेडमास्टरनी हैं, और उन्हें पटा के रखना बहुत जरुरी हैदुबे भाभी से तो सब डर गए लेकिन आनंद ने अपनी साली और सजनी का बचाव कर लिया दुबे भाभी की बातो से लगता है वो भी बहती गंगा में डुबकी लगाने वाली है गुड्डी तो तेज निकली अपने सैया के चहरे पर पहले ही तेल लगा दिया ताकि रंग पक्का ना हो लेकिन दुबे भाभी के सामने उनकी चालाकी पकड़ी गई दुबे भाभी चिकने की अब तो मस्त रगड़ाई करने वाली है
मैंने चिढ़ाया- “हे रीत, मैंने तेरी ब्रा के अन्दर कबूतरों के पंख लाल कर दिए थे, उन्हें भी सफेद कर दूँ फिर से… क्या बात कही है आनंद ने
बेचारी रीत की तो किस्मत ही खराब है जब भी करते हैं कोई न कोई आ टपकता है
पर ऐसी साली जरूर होनी चाहिए करे तीन बार और गिने एक बार
बहुत ही शानदार लाजवाब और मजेदार अपडेट था
यह कहना आपकी स्वभावगत विनम्रता है, मैंने आपकी कई लघु कथाएं पढ़ीं, पर उनमे रिप्लाई बंद हो गयीं थी, जैसे चरित्रहीन, और उसमें जिस तरह से आपने लोकगीत का प्रयोग कियाकोमल जी, आप मुझको ऐसे चने के झाड़ पर न चढ़ाईए!
मामूली सा लिखने वाला हूं। कुछ कुछ लिख लेता हूं कभी कभी। इसी फोरम पर इतने सारे बढ़िया लिखने वाले उपस्थित हैं। इसलिए आपसे सीखने की बात कही!
अगर पहला ही पृष्ठ इतना बढ़िया है, तो आगे तो क्या ही होगामुझे यकीन है कि जीवन के सभी रंग देखने को मिलेंगे इस उपन्यास में।
आपकी इस कहानी से बहुत देर में जुड़ रहा हूं, इसलिए ऐसे कुसमय कमेंट्स आते रहेंगे मेरे। आप लिखती रहें। आप भी मेरी पसंदीदा लेखकों में शामिल हैं अब![]()
agree...i know how difficult it is..if the story does not get views inspite of you putting so much effort in each update. That's the sad partyes, the keyword is
"If we ignore the views"
जैसे खेले खाये मरदों का दिल मचलता है कच्ची कलियों को देख के वही हालत प्रौढ़ा औरतों की भी होती है नयी उम्र के लड़कों को देख केबहुत ही शानदार और मजेदार अपडेट है दुबे भाभी का भी जी ललचा रहा है चिकने लौंडे को देखकर
Thanks so much to you and friends like you who support my threads. it is your love and affection that pushed me to this height.Wow wow wow 50,000 Likes complete.
अगला भाग संध्या भाभी के नामSandhya bhabhi chi maal hain.
Aur saali aur sahlaj bhi unhe ghere ke maje le rahi hainAnand ji bahut Anand le rahe hain.