बल्कि उलटा रीत हीं मास्टर्स डिग्री का कोर्स करा देगी...बहुत ही मजेदार और रोमांचकारी अपडेट है रीत और आनंद के बीच संवाद बहुत ही मजेदार था आनंद को खुली छूट दे दी है रीत ने
आनंद को रीत को कामरस में ग्रेजुएशन करा देना चाहिए
बल्कि उलटा रीत हीं मास्टर्स डिग्री का कोर्स करा देगी...बहुत ही मजेदार और रोमांचकारी अपडेट है रीत और आनंद के बीच संवाद बहुत ही मजेदार था आनंद को खुली छूट दे दी है रीत ने
आनंद को रीत को कामरस में ग्रेजुएशन करा देना चाहिए
चौतरफा घिरे हुए हैं...आनंद बाबू तो अपने आप को खिलाड़ी समझ रहे थे लेकिन उनका दाव तो उल्टा पड़ गया रीत तो आनंद पर भारी पड़ गई अब जमकर रगड़ाई होने वाली है आनंद की अब तो रसाला गया काम से
फिर सबके कान काटेंगे.....दुहरा हमला है लेकिन ये तो अभी शुरुआत है
ससुराल वो भी बनारस फिर फागुन, गैंग बैंग तो अभी बाकी है आनंद बाबू का, तभी तो उनकी शर्म लिहाज, झिझक जायेगी
मंझली भी तो है...ये छोटे कबूतर हैं भी तो दमदार, छुटकी के, एकदम बेचैन उड़ने को, गुड्डी की सबसे छोटी बहन, मस्ती में सबसे आगे है।
आस पड़ोस की नई भौजाई भी..ससुराल का मजा ही साली सलहज का है और होने वाली सास अगर पक्की एम् आई एल ऍफ़ हो कहना ही क्या। आपके कमेंट पढ़ के कहानी का सारा रस एक दो लाइनों में आ जाता है।
And amalgamation of these characters are enthralling....Madam, the last update (on Pg 175)..
Well...as usual a good one...no doubt about it.
This update was all about Holi...and when I say Holi..it means you are on familiar turf...you and Holi are synonymous with each other
Need I say more??
While Dubey Bhabhi is slowly but surely "coming to form" (wrt teasing and double meaning dialog baazi) Sandhya Bhabhi getting into the mix was an interesting addition...and her "sighting" of Anand Babu should make things more spicy..
A good and wonderful update. I am sure, these are all prelude to Anand Babu completing his training and joining the work force..we will wait more on that later though...
Thanks and Apologies for the late comment/review.
komaalrani
यहाँ पढ़े लिखे होने से ज्यादा .. प्रेजेंस ऑफ माइंड ज्यादा जरुरी है...रीत तो चाचा चौधरी निकली अपना दिमाग लगा कर उसकी प्रोब्लम का सॉल्यूशन चुटकी बजाते ही कर दिया गुड्डी ने सही कहा था कि आनंद बुद्धू है अगर आनंद अपना दिमाग लगाता तो अपनी साली से ठगा नही जाता लेकिन क्या करे साली के साथ मस्तियों का मजा कुछ और ही है गुंजा रीत और चंदा भाभी जैसी कड़क माल हो तो बंदा कुछ भी कर सकता है
ये तो कामरस खेलते खेलते q - question खेलने लग गए
वो तो बस एक आँख से सबको एक समान देखता है...भांग का असर आनन्द और वोडका का रीत पर असर हो रहा है दोनो म्यूजिक पर झूम रहे हैं लेकिन छोटा वाला आनन्द भी फुल मूंड में आ गया है वह तो रीत के अंदर अपना खूंटा गाड़ने के लिए तैयार हैं रीत अपने मैदान में छोटे नवाब को जंग के लिए तैयार कर दिया है अब देखते हैं आनन्द मैदान को देखकर ढेर होता है या मैदान में एंट्री करता है
बेचारे अभी नौसिखिया हैं...आनन्द बड़ा वाला चुतिया है रीत ने अपना मैदान पूरा तैयार कर लिया था मैदान गीला भी हो गया था आनन्द ने में दरवाजा भी खोल दिया था लेकिन अपने छोटे नवाब की एंट्री नही करा पाए भाभी के द्वारा सिखाए गए lession का 10%ही use कर पाया