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कोमल मैं मेंन किरदार के क्या रोल है इसलिए पूछ रहा हूं कोमल मैं कि हम लोग मेंन किरदार को ही लेकर पढ़ते हैं की जोरू के गुलाम की तरह इसमें भी मेंन किरदार को गढ़वा बना दोगी कमेंट करके जरूर बताना कोमल में आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
शायद ये पहली स्टोरी थी जिसे मैने अंतिम अपडेट तक पढ़ा था पर यह मेरा दुर्भाग्य भी था कि उस वक्त मेरा उस फोरम पर एकाउंट नही था । मै बहुत कुछ कहना चाहता था पर कह ही नही सका।कोमल मैं इस कहानी में इसलिए पूछ रहा हूं जब जोरू का गुलाम कहानी पढ़ रहा था शुरू शुरू में बहुत अच्छा लगा था बीच-बीच में इतना बुरा लगने लगा था इसलिए कहानी छोड़ना पड़ा था आप किरदार कितना भी रखो उसे मतलब नहीं होता कोमल में मेंन किरदार का अहमियत कितना है वह मायने रखता है जोरू के गुलाम की तरह इसमें भी गढ़वा मत बना देना कोमल में कमेंट करके जरूर बताना आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
बहुत बहुत आभार धन्यवादइस बार आपकी कहानी शुरू से पढूंगा। बीच में पढ़ने में मजा नही आता।
बधाई हो नए सूत्र की, और आशा है कि हर कहानी की तरह इसमें भी आपके शब्दों के जादू से सब मोहित हो।
एक फर्क मेरे लिए ये पड़ेगा की आप ऐसे रस सिद्ध पाठक के कमेंट हर भाग पर मिलेंगे जो मुझे उत्साहित करेंगे, उत्प्रेरित करेंगे और सुधार के लिए उकसायेंगे भी।Komal ji Maine apki yeh kahani xossip pe padi thi par Puri nahi pad paya,chalo ek bar phir se ek adbhut or Sundar kahani padne ko milegi,apko bohot bohot shubkamnaye![]()
Thanks so much for your best wishes, I will need them, a lot of them . And every part will wait for your comments. Thanks so much
I like your every word, my ears are glued. as i said you were the first to comment and supported the idea of posting this story. Your are as much part of this story or may be more than me.
I like your every word, my ears are glued. as i said you were the first to comment and supported the idea of posting this story. Your are as much part of this story or may be more than me.
Bahoot Bahoot dhanyvaad, kahanai par saath baanaye rkahiye. aapki upasthiti maatr hi prernadayak hoti hai.Dhanyavad Komal ji. Purani yaadain fir se tazza ho gayi.
मैं तो सिर्फ यही अनुरोध कर सकती हूँ की अपने व्यस्त समय में कुछ समय इस कहानी के लिए भी निकालिएगा। हफ्ते में एक भाग पोस्ट होगा नियमित रूप से तो काफी समय रहेगा आपको पढ़ने के लिए, कमेंट के लिए।बहुत ही बेहतरीन और खुबसूरत कहानी है यह । मैने गॉसिप पर पढ़ा था । ये एक उपन्यास ही है जहां आपको बहुत कुछ पढ़ने को मिलेगा । यहां आपको - टेररिस्ट अटैक , स्लिपर सैल , प्रेम , इश्क , रोमांस , एक्शन , रोमांच , गांव के मिट्टी की खुशबु , होली के अवसर पर छेड़छाड़ और शरारत , इरोटिका , सेक्स और सबसे बढ़कर कोमल जी की अद्भुत लेखनी - सबकुछ पढ़ने को मिलेगा ।
एडल्ट फोरम के सर्वश्रेष्ठ कहानियों मे इस कहानी की गिनती की जाती है ।
Thanks so much. I will be waiting for your comments.Congratulations for posting this story Komal ji.
Although I have read this story but I would definitely like to read it again.
Will give review tomorrow.