• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest बेटी को लंड की प्यासी रंडी बनाया

कौनसा किरदार आपको सबसे अच्छा लगा?


  • Total voters
    70

Shivgoyal

Faminc
358
617
94

Shivgoyal

Faminc
358
617
94
अब ऐसे ही थोड़ी देर दोनो लड़किया ये करती हैं फिर एक दूसरे को kiss करते हुए शिवम के होंठो को बीच में ले आती हैं जिसपे शिवम अपनी जीभ बाहर निकल लेता है और दोनो अपने उसपे चलाने लगती हैं आगे पीछे। अब ऐसे ही तीनों एक तरीके से खेलते हैं उतने में नूपुर भी पलक के साथ घर वापस आ जाती हैं।
अब आगे....
Update - 67
अब थोड़ी देर तक सब लोग मजे करते हैं साथ में। कमरे में निशा, दिव्या, नूपुर, पलक और शिवम होते हैं। वहा पे अलग ही चुदाई का मंजर होता हैं सारी लड़कियां एक दूसरे को तो चूम रही होती हैं और साथ साथ कोई लड़की शिवम को तो कोई उसके लंड को चूम रही होती हैं। ऐसे ही करते करते कुछ समय बीत जाता है। और सारी लड़कियां थक कर लेट जाती हैं। दिव्य शिवम की तरफ देखती है तो उसको शिवम के चेहरे पे एक असंतोष का भाव दिखता हैं। शिवम खुश तो होता हैं इन सबसे पर उसका लंड अभी तक पूरा भरा हुआ होता हैं। शिवम ना चाह के भी उसको बैठा नही सक रहा होता हैं क्युकी उसके सामने 4 अप्सराएं नंगी पड़ी होती हैं। वो किसी से ये बोलना भी नही चाहता होता हैं क्युकी उसके लंड को एक छेद चाहिए और वो सिर्फ नूपुर दे सकती हैं और उस से ऐसे मांगने का मतलब सब बेटियों में हवस का जागना और अगर नूपुर पिघल गई तो बेचारी लड़कियों को जो दोनो तड़पा के सिखाना चाहते हैं वो पूरा नहीं हो पाएगा। शिवम इसी संकोच में चुप चाप अपने लंड का सितम सह रहा होता हैं।
इधर दिव्या शिवम के सारे संकोच समझ जाती हैं और सोचती हैं के एक छेद ही पापा को शांति दे सकता हैं। अब वो मन ही मन मुस्कुराती हैं और कोई बहाना सोचने लगती हैं। तभी उसको याद आता हैं के कल स्कूल में एक एग्जाम हैं जिसके लिए उसको स्कूल जाना ही पड़ेगा। वो तुरंत एक प्लान बना लेती हैं और बोलती हैं: हाए भगवान, मैं तो भूल ही गई।
नूपुर: क्या हुआ जान? (थोड़ा मजाक करते हुए): क्या बिना निरोध के पापा का माल अपनी चूत में ले लिया क्या?
नूपुर ये बोलके हसने लगती हैं और साथ में सब हस पड़ते हैं। दिव्य थोड़ा मुंह बनाते हुए बोलती हैं: कुछ भी मम्मी। वो बात याद रखने वाली है क्या एक बार पापा चूत में लंड तो डाले कोई निरोध को मैं घर आने नही दूंगी। बस पापा के बचे पैदा करती रहूंगी।
नूपुर: अच्छा ये बहुत सही सोचा है जान। अच्छा क्या याद आया तुम्हे?
दिव्य: मम्मी वो कल स्कूल में एग्जाम हैं और कल स्कूल जाना जरूरी हैं।
नूपुर: अच्छा पढ़ना हैं फिर?
दिव्य: नही मम्मी बात ये हैं मुझे कुछ स्टेशनरी का सामान चाहिए था आपको याद होगा उस दिन आपसे बोला था पर फिर हम सब इन सब में इतना लग गए के ना मैं स्कूल गई और ना ही स्टेशनरी करीदी। पर कल लेके जानी पड़ेगी।
नूपुर कुछ कुछ दिव्या का दिमाग समझ रही होती हैं तो वो सोचती है जो दिव्या चाह रही हैं वैसे ही चलते हैं। और वो दिव्या से बोलती हैं: तो जान जाओ ले आओ।
दिव्य: मम्मी शाम होगायी हैं और बहुत वक्त से हम बाहर कपड़े पहन के नही निकले हैं और इस वक्त ऐसे निकली तो पापा को चूत नही दे पाऊंगी सबसे पहले।
नूपुर: हम्म्म। तो क्या करे?
दिव्य: मैं सोच रही हूं पापा के साथ चली जाती हूं।
नूपुर: ठीक हैं तो तुम निशा और शिवम चले जाओ।
दिव्य नूपुर की बात सुनके खुश हो जाती हैं क्युकी निशा का उसको कोई डर नहीं होता हैं। तो वो बोलती है: ठीक हैं मम्मी।
इधर निशा भी खुश हो जाती हैं पर शिवम परेशान हो जाता है के अब और देर लंड को झेलना पड़ेगा। अब निशा और दिव्य एक एक गाउन पहनते हैं और शिवम धोती कुरता पहन लेता है जिस से लंड को आराम रहे।
अब तीनो गाड़ी में बैठते तो दिव्या बोलती हैं: पापा उस तरफ ले चलो।
शिवम: जान उस जगह तो कोई दुकान नही हैं और वह पे तो सुनसान होगा इलाका।
दिव्य: पापा एक शॉप हैं वहां आप चलिए तो दिखती हूं।
शिवम दिव्या के कहे अनुसार चल देता हैं। अब जैसे ही वो लोग दिव्या के बताए जगह पे पहुंचते हैं वहां सन्नाटा पसरा होता हैं। शिवम दिव्या की ओर देखता हैं और बोलता हैं: कहा हैं तुम्हारी शॉप।
दिव्य अपना गाउन उतरके निशा की ओर फेकते हुए बोलती हैं: यही तो हैं।
शिवम: मतलब?
दिव्य शिवम को kiss करती हैं और अपने हाथो से धोती खोल देती है और बोलती हैं: पापा इसकी वजह से आप परेशान थे घर पे तो मेरी चूत तो बह रही पर गांड तो चुद सकती हैं न। बस इसलिए आपको अपने साथ लाई हूं मैं।
शिवम: वाह क्या आइडिया था जान। तू इतना सब समझ गई थी?
दिव्य: हां जान मैं नही समझूंगी तो कौन समझेगा।
ये बोलके दिव्या शिवम के लंड को अपनी गांड में डाल देती हैं।
 
Last edited:
  • Love
Reactions: Birender

Shivgoyal

Faminc
358
617
94
ये बोलके दिव्या शिवम के लंड को अपनी गांड में डाल देती हैं।
अब आगे....
Update - 67b
दिव्या अब शिवम के लंड पे अपनी गांड आगे पीछे करने लगती हैं और शिवम दिव्या की गर्दन को चूम रहा होता हैं। पर दिव्या जरा सा कर के हिलना बंद कर देती हैं। शिवम दिव्या से पूछता हैं: क्या हुआ जान रुक क्यों गई?
दिव्य: पापा इधर अच्छे से नही चुद पा रही हूं। गांड में लंड डाल के गाड़ी सीखना अलग हैं पर इस सीट पे सही से चुदाई नही हो रही हैं आज।
शिवम: अच्छा तो क्या करे?
दिव्य अब पीछे देखती हैं वहां पे निशा चूत में उंगली कर रही हैं। उसको देख के दिव्या बोलती हैं: ओ रंडी! चल आगे आ।
निशा: हां दी क्या कहा आपने?
दिव्य: रंडी देवी जी आगे आइए मुझे और पापा को चुदाई करनी हैं।
निशा: अच्छा दी आती हूं आगे।
अब निशा आगे जाती हैं ड्राइविंग सीट के बगल वाली पे। वही पहले दिव्या उठ के पीछे वाली सीट पे जाती हैं और घोड़ी बन जाती हैं। उसके पीछे पीछे शिवम भी चला जाता है। दिव्य निशा को देखती हैं जिसने शिवम की धोती को एक हाथ में पकड़ा हुआ हैं और दूसरे में दिव्या का गाउन और वो कभी एक को सूंघती है तो कभी दूसरे को। दिव्य ये देख के बोलती हैं: साली रण्डी हम दोनो सामने चुदाई कर रहे हैं पर तुझे कपड़े सूंघने हैं। सुन ये दोनो कपड़े नीचे डाल और अपना गाउन उतार के उंगली कर। समझी।
निशा: हां दी।
दिव्य: और सीशो पे कवर लगा दे कोई गाड़ी के अंदर क्या हो रहा हैं न देख पाए।
निशा: ओके।
अब निशा सब करती हैं तो दिव्या बोलती हैं: जान तू चाहे तो पापा को अपनी चूत दे दे। मेरी तो बह रही हैं इसलिए कुछ कर नही सकती हूं।
निशा: नही दी आपकी चूत जब चुद जायेगी तब मैं अपने दोनों छेद दूंगी पापा को।
दिव्य: अच्छा मेरी जान।
अब शिवम दिव्या के सर पे हाथ रख के उसको नीचे की ओर धकेल देता हैं और अपना लंड दिव्या की गांड के छेद पर टिकाता हैं और दिव्य तुरंत उस के लंड को महसूस करके बोलती हैं: आह निशा मेरी जान अब देखना ये रंडियों के बाप कितने जालिम होते हैं। साले बेटीचोद अपना इतना बड़ा लंड कैसे अपनी बेटी की चूत में डालते हैं।
शिवम उसकी बात सुनके उसका मुंह नीचे पूरा दबा देता हैं जिससे अब दिव्या की आवाज नही बस उसकी आवाज के वाइब्रेशन आ रहे होते हैं। निशा की आंखों में अलग चमक आ जाती हैं ये सब देख के और उसके मन में यही चलने लगता हैं कब इसके पापा उसको ऐसे रंडियों की तरह ट्रीटमेंट देंगे।
अब शिवम अपने लंड को टीका के एक झटक जोर से मार देता हैं जिस से दिव्या की गांड में उसका टोपा घुस जाता हैं। दिव्य इससे बहुत तेज चिलाती हैं पर मुंह के दबे होने से आवाज नहीं निकल पाती हैं पर उसके आंखों से आंसू आ जाते हैं। निशा ये देखले और खुश हो जाती हैं। शिवम बोलता हैं: आह जान तेरी गांड तीन से चार बार चोदी हैं पर हर बार लगता हैं जैसे के बिल्कुल नई हैं।
दिव्य: हम्म्म हम्म्म।
अब मुंह के दबे होने की वजह से हम्म ही निकल रहा होता हैं। अब शिवम फिर झटका मारता हैं और आधा लंड अंदर हो जाता हैं। दिव्या और चीखती हैं पर आवाज नहीं निकल पाती हैं वो बस अपने हाथ सीट पे मार के विरोध जाता पा रही होती हैं। शिवम बोलता हैं: जान तुम आज बहुत चिल्ला रही हो भूल गई मम्मी ने क्या सिखाया हैं?
दिव्य अपने चेहरे को उठाने का इशारा करती हैं जिसपे शिवम उसके बालो को पकड़ के उसको ऊपर खीच लेता हैं।
दिव्य: सारी पापा वो मैं निशा को आम लड़कियां इस लंड से चुदती तो कैसे करती वो दिखा रही थी।
शिवम: सच में यही वजह थी के तुमसे अब दर्द नही सहा जा रहा हैं। अगर ऐसा हैं तो घर चलते हैं वापस।
दिव्य: नही नही सॉरी पापा घर मत चलो मुझे याद नहीं तो बात और सर दबा हुआ तो मैंने अपने दर्द पे कंट्रोल नही किया सॉरी पापा। प्लीज आपको जैसा चोदना हैं चोदो अब मैं विरोध नहीं करूंगी प्रोमिस।
शिवम: ठीक हैं जान। बस तुम आहे भरो ना के चिल्लाओ। तुम्हारी आहे सबसे प्यारी हैं।
दिव्या: हां पापा आप अब मत रुको न रुकना चोदते रहना जब तक झड़ ना जाओ और झड़ते हुए मेरी चूत के अंदर टोपा डाल के अपना माल निकालना।
शिवम: क्यों बिना चुदे बच्चा चाहिए क्या?
दिव्य: हां पापा अब मेरे दिन होने ही वाले हैं तब तक अपनी इस घीले खेत में बीज ले लूं ताकि मौसम आते ही मैं भी फसल देने लगूं।
शिवम: ठीक हैं जान अब मैं चोदू तुम्हे?
दिव्य: हां पापा।
अब शिवम अपना लुंड जरा सा पीछे कर के एक अखरी झटका मारता हैं जिससे पूरा लंड निशा की चूत में घुस जाता हैं। इसपे निशा एक लंबी आह भरती हैं और तुरंत अपनी गर्दन शिवम की ओर घुमा लेती हैं जिसको समझते हुए शिवम उसके होटों को चूमने लगता हैं। अब शिवम तेज तेज झटके मार रहा होता हैं और दिव्य शिवम को मगन होके चूम रही होती हैं। निशा भी बहुत जोश में आके आहे भरने लगती हैं शिवम और दिव्या के नाम की और अपनी चूत में तेज तेज उंगली करने लगती हैं। अब दोनो बाप बेटी आधे घंटे तक चुदाई करते हैं और निशा की पीरियड्स वाली चूत से खून बहे जा रहा होता हैं वही शिवम भी झड़ने को आ जाता हैं। शिवम अपना होंठ अलग करके बोलता हैं: जान तेरी चूत बहुत गंदा कर रही है। गाड़ी को मैं तेरी गांड मैं ही माल निकल रहा हूं।
दिव्य: पापा अब तो गंदी हो गई हैं न मेरी चूत में ही निकालो वेस्ट मत करो ना प्लीज।
शिवम: ठीक हैं। तू अब लेट जा मैं तेरी चूत में डालता हूं।
दिव्या तुरंत अलग होके पीठ के बल अपने खून से सनी सीट पे लेट जाती हैं शिवम अपने लंड के टोपे को उसकी चूत पे रख के धक्का मारता हैं अब दिव्या को दर्द नही होता हैं क्युकी पूरी चूत घीली हो चुकी होती है अब शिवम उसके होंठो को चूमने लगता हैं और उसका लंड दिव्या की चूत के अंदर अपनी पिचकारी निकल देता हैं। अब सारा माल निकलने के बाद शिवम उसी के ऊपर लेटा रखे उसका स्तनपान करने लगता हैं।
अब दोनो जब हफना बंद करते हैं और थकान थोड़ी कम होती हैं तो दिव्या बोलती हैं: थैंक यू पापा अपने आज अपनी कुंवारी बेटी की चूत का कुंवारापन लिया बिना ही उसके कोख में बच्चा डाल दिया।
शिवम: तू हैं तो कामिनी ही हैं। वैसे ये आइडिया किसका था?
दिव्य: हम्म्म ये आइडिया वैसे सच बोलूं तो आपकी बीवी का था।
शिवम: लगा ही था वो रंडी ही होगी इस चीज के पीछे।
दिव्य हस्ते हुए: पापा क्या दिक्कत है ये हुआ तो।
शिवम: कोई दिक्कत नही हैं मेरी जान।
ये बोले शिवम दिव्या के होंठो को चूमने लगता है। अब थोड़ी देर तक चूमने के बाद दिव्या बोलती हैं: पापा आपको गाड़ी धोनी पड़ेगी और मुझे भी पीठ साफ करनी हैं।
निशा: दी मैं पोंछ दूंगी आपकी पीट।
दिव्य: थैंक यू जान। तुमने एंजॉय किया वैसे मुझे बुरा लग रहा हैं तुम चुद लेती तो तुम्हे अच्छा लगता।
निशा: ना दी ऐसा नहीं हैं मैने आप दोनो की चुदाई जितनी एंजॉय की उतनी खुद के में न एन्जॉय कर पाती मैं।
दिव्य: अच्छा थैंक यू। अब पापा उठो ना चलना भी हैं।
शिवम: ठीक हैं।
अब शिवम और दिव्य उठते हैं और निशा दिव्या की पीट पोछती हैं और शिवम का लंड चाट के साफ कर देती फिर सीट पे भी निशा और दिव्या कपड़ा मार देते हैं। अब तीनो घर जाने से पहले दुकान की ओर निकल जाते है समान लेने।
 
Last edited:
  • Love
  • Like
Reactions: Birender and Bittoo

abhayincest

Member
112
43
29
Puri kahani kro plz
 
  • Like
Reactions: Shivgoyal

Bittoo

Member
322
439
63
मैं आशा करता हूं के ये कहानी आप सबको अच्छी लग रही होगी। मैने बहुत लंबे वक्त बाद इस स्टोरी को आगे बढ़ाने का सोचा है। मुझे नहीं कितने लोग इस स्टोरी के आगे पाठ का सोचते सोचते इस कहानी से मुंह मोड़ लिए हैं। पर अभी जब तक मैं इस कहानी को सुनने के लिए मानसिक तौर पे तयार हूं तब तक मैं इस कहानी को आगे बढ़ाने की कोशिश करता रहूंगा।
Family extension
श्रद्धा: ये शिवम की छोटी बहन हैं इसकी शादी एक अमीर बिजनेसमैन से हुई थी। वो इंसान इस शादी के वक्त अमीर था क्युकी उस वक्त तक वो अपने पुस्तनी कारोबार को संभाल रहा था। एक वक्त आया के श्रद्धा के पति का कारोबार डूब गया। फिर श्रद्धा ने घर की जिम्मेदारियों को समझते हुए अपने भाई के बिजनेस में सामिल होगई। श्रद्धा काम में होसियार और तेज हैं। पर उसकी अपने पति से बनती नही हैं। शादी से पहले का प्यार दोनो के बीच में नही हैं। श्रद्धा अपने पति को इसलिए नही पसंद करती हैं क्युकी उसका शादी के दिन से आज तक कभी भी श्रद्धा को बिस्तर पे सुख नहीं दे पाया। शादी के कुछ महीनो तक उसने पैसों का सुख दिया था श्रद्धा को पर वो कारोबार डूबने के बाद बंद होगया। श्रद्धा का पति कारोबार के लॉस के बाद नशे का आदि होगया और साथ ही में श्रद्धा के पैसे चोरी करकर के वो रखैल और रंडियों के जंजाल में फस गया। श्रद्धा ने भी इन हरकतों की वजह से अपने पति से अलग रहने लग गई। और सेक्स के नाम पे दोनो की शादी को यही कोई 18–19 साल हो रहे होंगे पर दोनो में संबंध शुरू के तीन महीने ही बना जिसमें श्रद्धा की कुंवारी चूत कुंवारी ही रही। कुछ वक्त बाद श्रद्धा की एक बेटी हुई और उसके बावजूद उसका शरीर बिलकुल कुंवारी लड़कियों जैसा ही रहा।
शीला: ये श्रद्धा की एक लौती बेटी हैं श्रद्धा की शादी के दो साल बाद ये पैदा हुई थी। श्रद्धा पति इसको अपनी बेटी नही मानता हैं क्युकी श्रद्धा और वो शादी के एक महीने के बाद ही अलग अलग रहने लगे थे। पर श्रद्धा इसको अपने पति की ही बेटी बताती हैं और सबको सफाई में ये बोलती हैं के एक दिन उसका पति जबरदस्ती नशे में घर आया था और उसके साथ जबरदस्ती की थी नशे की हालत में जिसके बाद ये पैदा हुई थी। श्रद्धा की बात पे सबको यकीन है क्युकी उसका पति बहुत बड़ा नसेड़ी हैं। शीला पैदा किसी भी वजह से हुई हो पर श्रद्धा की उसमें जान बस्ती है वो उसको बड़े नाजों से रखती हैं। शीला जिस्म उसकी उमर के हिसाब से बहुत निखरा हुआ है। उसके साथ के लड़के उसको देखते ही पैंट में बह देते हैं अपना माल। शीला की खूबसूरती देख कई बार लोगो को यकीन नही होता हैं के इसमें इसके बाप माल है।
आगे की कहानी में ये दोनो किरदार भी इस फैमिली में एक खास जगह बनाएंगे।
Welcome back
Keep posting
One of the best incest story on incest👌👌
 

abhayincest

Member
112
43
29
20230626-065842
Dosto aise agar bitiya ghar mei baithi ho to uske saath uske baap ko kya karna chahiye??
Usko pyar se chod dena chahiye uske liy papa ka land hi sb kuch h
 
  • Like
Reactions: Shivgoyal

Shivgoyal

Faminc
358
617
94
अब शिवम और दिव्य उठते हैं और निशा दिव्या की पीट पोछती हैं और शिवम का लंड चाट के साफ कर देती फिर सीट पे भी निशा और दिव्या कपड़ा मार देते हैं। अब तीनो घर जाने से पहले दुकान की ओर निकल जाते है समान लेने।
अब आगे...
Update - 68a
थोड़ी दूर पहुंच के दिव्या को एक दुकान दिखाई देती हैं। वो बोलती हैं: पापा दुकान आ गई यही से समान ले लेते हैं।
शिवम: ठीक हैं। वैसे क्या क्या लेना है तुम्हे।
दिव्य: कुछ नही।
अब वो हस्ती हैं और फिर बोलती हैं: पापा मैं तो आपको चुदाई के लिए लाई थी इसलिए ये बहाना बनाया था।
शिवम: बहुत कमिनी हो तुम।
दिव्य: वो तो हूं ही गई भी तो अपने मां बाप पे ही हूं।
शिवम: हां हां। तो अब कुछ नही लेना हैं तो घर ही चलते हैं।
दिव्य: नही ना पापा खाली हाथ घर नही लौट सकते हैं बात को समझो।
शिवम: हां कह तो ठीक रही हो तो मैं जा के कुछ रजिस्टर ले लेता हूं और कुछ pens ले लेता हूं।
दिव्य: पापा मैं भी चलती हूं रुको।
शिवम दिव्या को ऊपर से नीचे तक देखता हैं वो पूरी नंगी होती हैं जिसको देख शिवम बोलता हैं: इस हालत में?
दिव्य हस्ते हुए: क्यों पापा ऐसे नही जा सकती हूं क्या ऐसे चलूंगी तो आप वही pe चोद दोगे क्या?
शिवम: नही जान पर तुझे देख के दूसरे लोग जरूर तुझे चोद देंगे।
दिव्य: तो तो ये अच्छी बात हैं। निशा तू भी चल फिर तो दोनो बहने साथ में चुदेंगी।
निशा: हां दी सही कह रही हो मजा ही आ जायेगी।
शिवम: तुम दोनो ना। अच्छा पक्का तुम दोनो चलोगी ऐसे।
दिव्य: पापा आप पागल हो क्या हम दोनो कपड़े पहन के चलेंगे भले ही वो कपड़े छोटे हैं बहुत पर पहन के ही जायेंगे आपके साथ।
शिवम: तो ठीक हैं तुम वहा के लोगो के लंड को टाइट करवाना जिससे कुछ डिस्काउंट मिल जाए।
दिव्य और निशा हस्ती और एक साथ हां बोल देती हैं। अब दोनो लड़किया अपने कपड़े गाड़ी में से उठा कर पहनती हैं। और फिर तीनों दुकान में समान लेने चले जाते हैं।
 
Last edited:
  • Like
Reactions: Birender
Top