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हेमा की बातों का आज अंजुम पे कुछ असर पड़ा था...इतने में हेमा ने बताया कि उसके पति सरदार ने एक मस्त फिल्म लाकर दी है काफ़ी ज़िद्द के बाद हेमा ने अंजुम के सामने ही एक मस्त बीएफ लगा दी...अंजुम हड़बड़ा के उठके जाने लगी तो हेमा ने उसे बिठा दिया और उसे दिखाने लगी कि एक कम उमर के तीन लड़के एक भारी भरकम गोरी अँग्रेज़ औरत को तीनो जगहो से चोद रहे थे....अंजुम के दिमाग़ में वैसे ही चुदाई के सीन कुछ देर पहले घूमे हुए थे और आज इतने सालो बाद वो एक ब्लूफिल्म देख रही थी....फिल्म में तीनो लौन्डो ने काफ़ी रापचिक चुदाई की उस औरत की और उसके मुख गान्ड और चूत के छेदों को वीर्य से भर दिया...अब तो अंजुम की हालात खराब होने लगी....हेमा हँसने लगी पर अंजुम की सही में हालत खराब हो गयी
अंजुम झटपट वहाँ से घर आई....और जब उसने अपने कपड़े बदलने के लिए उतारे तो उसकी पैंटी गीली थी उफ्फ आज इतने सालो बाद अंजुम को सेक्स के मारें पानी छोड़ना पड़ा था उसकी चूत से लेके जांघों तक रस लग गया था...उमर 38 बरस थी अंजुम की उसे यकीन नही हो रहा था कि आज वो खुद पे काबू ना कर सकी...उसने अपनी गीली पैंटी को एक बार नाक तक लाया तो उसे अज़ीब सी गंध फील हुई...बेहद अज़ीब सी...अंजुम को अपने सख़्त निपल महसूस हुए उसने एक बार अपनी दोनो चुचियों को ब्रा खोल कर देखा जो चुभ रहे थे....उसकी साँसें तेज़ चल रही थी....
अगले दिन अंजुम लेडी डॉक्टर के पास गयी जिसने उसकी पूरी हालत को समझा...उसने अंजुम को बताया कि गंदी फिल्में देखने से और सेक्स महसूस करने से वो झड गयी थी...अगर उसने इसके लिए कोई गोली खाई तो उसे दूसरी प्राब्लम हो जाएगी इसलिए लेडी डॉक्टर ने अंजुम को अपने पति के साथ संबंध बनाने के लिए कहा...पर अंजुम ने इसके लिए नामंज़ूरी की..उसने अपनी दुविधा बताई कि उसका पति उसके बदन को देखते ही छूट जाता था इस वजह से उसकी आग ठंडी नही हो पाती और उसे पेट में दर्द उठ जाता है लेकिन लेडी डॉक्टर ने सॉफ कह दिया कि उन्हें संबंध तो बनाना ज़रूरी है वरना सेक्स ना करने से भी उसे कयि बीमारियो का सामना करना पड़ सकता है...अंजुम आख़िरकार बिना कुछ कहें डॉक्टर से कन्सल्ट होके वापिस घर पहुचि....सोच की गंभीरता से अंजुम लगभग आदम को लिए टेन्षन के बारे में भूल गयी...
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आदम सप्लाइ ऑफीस में मौज़ूद काम में फँसा पड़ा था...इतने में उसे सप्लाइ लेके मानिकचर जाने के लिए मालिक ने कहा...आदम ट्रक के साथ मानिकचर के लिए निकल पड़ा....वहाँ से काम निपटाते निपटाते दोपहर ढल गयी....शाम को वो वापिस हाइवे रोड के जाम से झुझता थका हारा घर लौटा...वो अभी बातरूम की तरफ जा रहा था कि इतने में मकान मालिक को दरवाजे पे खड़ा पाया...आदम उनके पास आया तो मकान मालिक ने बताया कि सुबह दो औरतें आई थी एक खुद को उसकी मौसी बता रही थी और दूसरी कोई कामवाली जैसी औरत थी...आदम सुनके मुस्कुराया और वापिस कमरे में लौटा
उसने ताहिरा मौसी को फोन लगाया....मौसी ने तुरंत फोन उठा लिया...."क्या रे? मुझे लगा तू दोपहर को तो खाना खाने घर आता है? पर तब भी ताला लगा देखा? तेरा मकान मालिक पूछताछ करने लगा हमे देखकर"..........ताहिराम मौसी ने ब्यान किया
आदम : अर्रे हां वो दरअसल क्या करूँ काम में फस गया था मौसी
ताहिरा : अच्छा छोड़ भूक वूक लगी है साथ में कुछ लाउ (आदम की आँख चमकी यानी ताहिरा मौसी अभी आना चाह रही है उसने हामी भर दी साथ में सुधिया काकी को भी लाने को कहा)
ताहिरा : अर्रे तू उस बुढ़िया में इंट्रेस्टेड है क्या? वो तो सुबह से मेरे कान में बस तेरे लिंग की चर्चा कर रही थी
आदम : हाहाहा अर्रे मासी मेहनत तो उसकी भी है ले आओ उन्हें भी क्या फरक पड़ता है?
ताहिरा : ठीक है पर वक़्त लगेगा
आदम : अच्छा ठीक है
आदम ने फोन रखा और बिना बाथरूम गये दीवार से सटे वॉशबेसिन से अपना चेहरा और मुँह हाथ धो लिया....फिर अपने कपड़े उतारे और अपने कमर तक एक लूँगी बाँध ली...वो नीचे से पूरा नंगा था दोनो औरतों की चुदाई के बारे में सोच सोचके उसका खड़ा हो रहा था...उसने सोचा क्या नहाना पहले चुदाई हो जाए उसके बाद ही नहा लूँगा...वो बैठके टीवी देखने लगा करीब 1 घंटा हो गया...
ताहिरा मौसी सुधिया काकी के साथ दरवाजे पे प्रस्तुत होते ही....आदम ने तुरंत उठके टीवी बंद किया और दरवाजे की कुण्डी खोली...दोनो को देख वो मुस्कुराया
आदम : आओ आओ काकी आप लोग अंदर आओ
सुधिया : ताहिरा बताई कि तूने मुझे भी बुलवाया है क्या बात है बेटा? हम बूढ़ी औरतों का भी तुझे ख्याल है
आदम : सुधिया काकी आप लोगो के बदौलत तो मेरा लिंग 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा हुआ है
सुधिया : तो क्या आज भी मालिश करनी है?
आदम : मालिश का सेशन अब ख़तम काकी जी अब आप लोग की मालिश मैं करूँगा
ताहिरा : देखा सुधिया काकी कैसे बेशरमो की तरह हम जैसी बूढ़ी औरतों को लाइन मार रहा है यहाँ कि पूरी हवा लग गयी इसको (ताहिरा ने सुधिया काकी को आँख मारते हुए कहा)
सुधिया : हां हां वो तो दिख ही रहा है ताहिरा देख ना कैसे इसके लूँगी में तांडव कर रहा है अंदर देख देख लूँगी से उठ गया है कमीना (इतना कह कर सुधिया काकी ने लूँगी के उपर से ही मेरा लिंग दबोच लिया)
अंजुम झटपट वहाँ से घर आई....और जब उसने अपने कपड़े बदलने के लिए उतारे तो उसकी पैंटी गीली थी उफ्फ आज इतने सालो बाद अंजुम को सेक्स के मारें पानी छोड़ना पड़ा था उसकी चूत से लेके जांघों तक रस लग गया था...उमर 38 बरस थी अंजुम की उसे यकीन नही हो रहा था कि आज वो खुद पे काबू ना कर सकी...उसने अपनी गीली पैंटी को एक बार नाक तक लाया तो उसे अज़ीब सी गंध फील हुई...बेहद अज़ीब सी...अंजुम को अपने सख़्त निपल महसूस हुए उसने एक बार अपनी दोनो चुचियों को ब्रा खोल कर देखा जो चुभ रहे थे....उसकी साँसें तेज़ चल रही थी....
अगले दिन अंजुम लेडी डॉक्टर के पास गयी जिसने उसकी पूरी हालत को समझा...उसने अंजुम को बताया कि गंदी फिल्में देखने से और सेक्स महसूस करने से वो झड गयी थी...अगर उसने इसके लिए कोई गोली खाई तो उसे दूसरी प्राब्लम हो जाएगी इसलिए लेडी डॉक्टर ने अंजुम को अपने पति के साथ संबंध बनाने के लिए कहा...पर अंजुम ने इसके लिए नामंज़ूरी की..उसने अपनी दुविधा बताई कि उसका पति उसके बदन को देखते ही छूट जाता था इस वजह से उसकी आग ठंडी नही हो पाती और उसे पेट में दर्द उठ जाता है लेकिन लेडी डॉक्टर ने सॉफ कह दिया कि उन्हें संबंध तो बनाना ज़रूरी है वरना सेक्स ना करने से भी उसे कयि बीमारियो का सामना करना पड़ सकता है...अंजुम आख़िरकार बिना कुछ कहें डॉक्टर से कन्सल्ट होके वापिस घर पहुचि....सोच की गंभीरता से अंजुम लगभग आदम को लिए टेन्षन के बारे में भूल गयी...
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आदम सप्लाइ ऑफीस में मौज़ूद काम में फँसा पड़ा था...इतने में उसे सप्लाइ लेके मानिकचर जाने के लिए मालिक ने कहा...आदम ट्रक के साथ मानिकचर के लिए निकल पड़ा....वहाँ से काम निपटाते निपटाते दोपहर ढल गयी....शाम को वो वापिस हाइवे रोड के जाम से झुझता थका हारा घर लौटा...वो अभी बातरूम की तरफ जा रहा था कि इतने में मकान मालिक को दरवाजे पे खड़ा पाया...आदम उनके पास आया तो मकान मालिक ने बताया कि सुबह दो औरतें आई थी एक खुद को उसकी मौसी बता रही थी और दूसरी कोई कामवाली जैसी औरत थी...आदम सुनके मुस्कुराया और वापिस कमरे में लौटा
उसने ताहिरा मौसी को फोन लगाया....मौसी ने तुरंत फोन उठा लिया...."क्या रे? मुझे लगा तू दोपहर को तो खाना खाने घर आता है? पर तब भी ताला लगा देखा? तेरा मकान मालिक पूछताछ करने लगा हमे देखकर"..........ताहिराम मौसी ने ब्यान किया
आदम : अर्रे हां वो दरअसल क्या करूँ काम में फस गया था मौसी
ताहिरा : अच्छा छोड़ भूक वूक लगी है साथ में कुछ लाउ (आदम की आँख चमकी यानी ताहिरा मौसी अभी आना चाह रही है उसने हामी भर दी साथ में सुधिया काकी को भी लाने को कहा)
ताहिरा : अर्रे तू उस बुढ़िया में इंट्रेस्टेड है क्या? वो तो सुबह से मेरे कान में बस तेरे लिंग की चर्चा कर रही थी
आदम : हाहाहा अर्रे मासी मेहनत तो उसकी भी है ले आओ उन्हें भी क्या फरक पड़ता है?
ताहिरा : ठीक है पर वक़्त लगेगा
आदम : अच्छा ठीक है
आदम ने फोन रखा और बिना बाथरूम गये दीवार से सटे वॉशबेसिन से अपना चेहरा और मुँह हाथ धो लिया....फिर अपने कपड़े उतारे और अपने कमर तक एक लूँगी बाँध ली...वो नीचे से पूरा नंगा था दोनो औरतों की चुदाई के बारे में सोच सोचके उसका खड़ा हो रहा था...उसने सोचा क्या नहाना पहले चुदाई हो जाए उसके बाद ही नहा लूँगा...वो बैठके टीवी देखने लगा करीब 1 घंटा हो गया...
ताहिरा मौसी सुधिया काकी के साथ दरवाजे पे प्रस्तुत होते ही....आदम ने तुरंत उठके टीवी बंद किया और दरवाजे की कुण्डी खोली...दोनो को देख वो मुस्कुराया
आदम : आओ आओ काकी आप लोग अंदर आओ
सुधिया : ताहिरा बताई कि तूने मुझे भी बुलवाया है क्या बात है बेटा? हम बूढ़ी औरतों का भी तुझे ख्याल है
आदम : सुधिया काकी आप लोगो के बदौलत तो मेरा लिंग 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा हुआ है
सुधिया : तो क्या आज भी मालिश करनी है?
आदम : मालिश का सेशन अब ख़तम काकी जी अब आप लोग की मालिश मैं करूँगा
ताहिरा : देखा सुधिया काकी कैसे बेशरमो की तरह हम जैसी बूढ़ी औरतों को लाइन मार रहा है यहाँ कि पूरी हवा लग गयी इसको (ताहिरा ने सुधिया काकी को आँख मारते हुए कहा)
सुधिया : हां हां वो तो दिख ही रहा है ताहिरा देख ना कैसे इसके लूँगी में तांडव कर रहा है अंदर देख देख लूँगी से उठ गया है कमीना (इतना कह कर सुधिया काकी ने लूँगी के उपर से ही मेरा लिंग दबोच लिया)