उधर अंजुम बेख़बर थी कि उसका बेटा क्लब में घुस चुका है बार काउंटर के पास खड़ी मास्क पहनी हुई चुपचाप सीट पे बैठी हुई थी...उसके हाथ में अपनी और अपनी सहेली दोनो का पर्स शामिल था....अभी कुछ देर पहले राजेश उनके कॉल करने के बाद वहाँ आया था...और हेमा और अंजुम को ड्रिंक्स दे रहा था पर हेमा ने पी लिया लेकिन अंजुम ने काफ़ी ना नुकुर के बाद एक कोल्ड ड्रिंक की सीप ले ली थी वहीं कोल्ड ड्रिंक का ग्लास वो ख़तम किए पार्स काउंटर में रख देती है.,.उसे पता था बारटेंडर को राजेश ने बोला हुआ है कि उससे कोई पैसे ना ले....राजेश हेमा को लेके डॅन्स फ्लोर पे लेके कुछ देर वहाँ उसके नाचा था
फिर हेमा को उसने बाहों में लिया और उसकी सहेली के सामने ही दोनो सीडियो से उपर लगभग कुछ देर पहले ही चढ़के उपर जा चुके थे...हेमा ने सिर्फ़ इतना कहा था कि बस 1 घंटे में वो वापिस आ जाएगी....अंजुम को ऐसी जगहो में जाने की आदत ना थी वो छोटे शहर से बिलॉंग करती थी क्लब्स में वो कभी नही आई थी इतने में बारटेंडर ने अंजुम से ऑर्डर लेना चाहा "एनितिंग एल्स मॅम"........"जी नही".......अंजुम की बात सुनके बारटेंडर वापिस दूसरो को ड्रिंक्स सर्व करने लगा
अंजुम को बेहद अज़ीब लग रहा था उफ्फ एक तो इतना शोर और उपर से कैसे कैसी औरतें लिपटा चिपटी मर्दो से कर रही थी इतने में दो कपल पास आके एकदुसरे को जप्पी पप्पी करते हुए ड्रिंक्स का ऑर्डर देने लगे तो अंजुम को थोड़ा अज़ीब लगा तो वो थोड़ा किनारे वाली सीट पे जाके उन लोगो से दूर बैठ गयी...अचानक अंजुम को अहसास हुआ कि उसके सर में दर्द उठ रहा है उसे मालूम नही था कि उसकी कोल्ड ड्रिंक में नशा था....उसका सर बार बार हल्के नशे होने से घूमे जा रहा था.....उसे थोडी खाँसी हो गयी उसने बारटेंडर से एक ग्लास पानी माँगा....अंजुम को पानी देते हुए बारटेंडर फिर चला गया....जैसे ही अंजुम ने वो पानी भरा ग्लास एक बार में ही खाली करके रखा तो उसे पानी में भी थोड़ा अज़ीब सा सवाद लगा...अंजुम वैसी ही तिठकि हेमा को कोस रही थी कब वो जल्दी आए और वो यहाँ से निकले?
अब तक अंजुम को नशा होने लगा था..वो चुपचाप एक कोने में वैसी ही खड़ी थी....इतने में दो आदमी उसके ईर्द आगे ऑर्डर देके शराब की चुस्किया लेने लगे...उन्होने अकेली अंजुम को खड़ा पाया उसे दोनो ने बारी बारी से अपनी आँखो से उसके फिगर को घूरा....भरपूर जवान औरत थी पतली कमर थी बीच बीच में उनको उसकी गहरी नाभि दिख रही थी....लेकिन अंजुम ने उन लोगो से कोई जवाब सवाल नही किया वो अपने में चुपचाप खड़ी थी...अंजुम ने नोटीस किया कि वो लोग उसे खा जाने वाली नज़रों से देख रहे है...उसका एक पल मन हुआ कि वो बाहर चली जाए लेकिन जैसे उसने कदम बढ़ाए वो सर पकड़े वापिस काउंटर की सीट पे बैठ गयी....दोनो मर्द समझ चुके थे कि वो अकेली थी...लेकिन कोई भाव नही दे रही थी
उधर समीर भी हर रूम्स को लॉक्ड पाता है तो किसी को सटा हुआ...उसे पता चलता है कि हर रूम में कांड हो रहा था किसी में एक आध औरतो के साथ कुछ मर्द थे तो किसी में 3-4 मर्दो के साथ एक औरत....अंदर से आहों की आवाज़ें आ रही थी और शराब की बदबू...समीर सब दरवाज़ों को बराबर हल्का सा खोलने का प्रयास करके अंदर झाँकने की कोशिश कर रहा था....इसलिए जो लॉक्ड था उस पर दस्तक दे देता जिसमें से चिढ़ते हुए कोई ना कोई मर्द या औरत दरवाजा खोल कर उस पर बरस पड़ती सब नशे में धुत्त थे...समीर जैसे ही उस रूम के दरवाजे पे दस्तक देता है तो एक सड़ी हुई शकल लिए एक आदमी नशे में उसे घूर्रता है
समीर ऐसे ही झाँकता है....और झूंठ कहता है कि उसकी गर्लफ्रेंड किसी रूम में उसका इन्तिजार कर रही है इसलिए उसे मालूम नही चल पा रहा कि कौन से रूम में है?.....राजेश का वो दोस्त होता है वो लगभग झल्लाते हुए उसके सामने ही दरवाजा लगा देता है....समीर ने देख लिया था कि अंदर हेमा है जो पूरी निवस्त्र थी और कमरे में 2 मर्द मज़ूद थे...वो ये देखके वापिस होने लगता है...क्यूंकी हेमा के साथ अंजुम नही दिखी उसे वो शूकर करता है
हेमा अंदर राजेश के कपड़े उतारे उसके लंड को कच्छे के उपर से सहला रही होती है...राजेश का दोस्त उसे एक ड्रिंक और बनाके देता है जिसे वो गटकते हुए गले से खाली करके फैक देता है उसके बाद हेमा की साड़ी उपर टाँगों तक उठाए उसके ब्लाउस को लगभग फाड़ते हुए पर हेमा उसे रोकके खुद ही अपने हाथो से ब्लाउस के बटन खोल देती है तो उसकी चुचियाँ 40 साइज़ की बाहर होती है जिसे राजेश भरपूर दबाता है....हेमा सोफे पे गिर जाती है और राजेश लगभग पॅंट घुटनो के नीचे कच्छे सहित किया उसके उपर चढ़ जाता है.....हेमा टाँगें खोल देती है वो अपनी भोसड़ी में राजेश का लंड सरका लेती है
"उई हाए आहह ओह्ह्ह हाहह".........राजेश नशे में धुत्त हेमा की दबा के चुदाई करते करते 5 मिनट में झड जाता है....उसके झाड़ते ही सेक्स की खुमारी उसके उपर से हवा की भांति गायब हो जाती है...तो हेमा उसे अपने उपर से हटाते हुए फ़ौरन अपनी चूत के बीच से उसके लगे कॉंडम को निकाल फेंकती है जिसमें उसका जमा वीर्य होता है...हेमा देखती है कि उसका दूसरा दोस्त अब तक वहाँ मौज़ूद था
इतने में फिर दरवाजे पे दस्तक होती है तो राजेश का फ्रेंड आगे जाके दरवाजा खोलता है वहाँ 3 लौन्डे और होते है जो लगभग 35 साल के करीब होते है....वो तीनो एक बार हेमा को अपना ब्लाउस ठीक करते देखते है हेमा जल्दी जल्दी अपनी चुचिओ को ब्लाउस के भीतर ठेलते हुए उन्हें गुस्से से देखती है फिर उसके दोस्त को कहती है कि ये लोग यहाँ क्या कर रहे है? राजेश का दोस्त राजेश के कहने पे ही वहाँ रुक कर उन दोनो की चुदाई देख रहा होता है इसलिए अब उसकी भी नियत खराब हो जाती है राजेश खर्राटे भर रहा था इसलिए उसके उठने की अब कोई वजह नही थी
हेमा : आए ये सब क्या है? बात तो राजेश से हुई थी ना? तो ये लोग कौन है?
"हम भी राजेश के दोस्त ही है...दरअसल इस जगह का इंतज़ाम हमने ही करवाया है...साला ठरकी तो 3-4 धक्को में ही पश्त हो गया अब ज़रा हमसे भी अपनी मरवाले"........तीनो ठहाका लगाए हंसते है
हेमा : रंडी समझा है क्या? बात एक मर्द की हुई थी तुम लोगो को मैं नही जानती मैं जा रही हूँ
राजेश का दोस्त जो पहले से कमरे में मौज़ूद था..उसने कस कर उसकी बाह पकड़ ली हेमा उसे मारने लगी पर उस पर कोई असर नही हुआ...."अर्रे ज़्यादा नखरे मत कर डर क्यूँ रही है? 4 ही तो है एक से तो चुद ली अबे रंडी होती तो इतने नखरे काहे करती अब चल चुपचाप मान ले 25 की बात राजेश ने की थी हम 30000 देंगे बस एक एक राइड प्लस्स"...........एक लड़के ने जल्दी जल्दी ऑफीसर'स चाय्स की एक ड्रिंक बनाके हेमा की बाह पकड़े राजेश के दोस्त को दी..
उसने जबरन हेमा को शराब पिला दी....पर हेमा टॅस से मस नही हो रही थी आख़िर में 2 पेग हेमा को जबरन उन लोगो ने पिला दी जिसके बाद हेमा को नशा बहुत ज़्यादा होने लगा और वो राजेश के दोस्त की गिरफ़्त में आ गयी...राजेश के दोस्त ने उसे अपने सीने से अलग करते हुए कस कर उसके दोनो बाँह पकड़ी
हेमा : हरामजादो छोड़ो मुझे अच्छा नही होगा आअहह अपनीी माँ पे चढ़ जाओ (राजेश के दोस्त लोग ठहाका लगाते उसकी हालत को देख हँसने लगे)
राजेश के दोस्तो ने आगे बढ़ते हुए उसके पेटिकोट को उपर तक किया और उसे कस कर पकड़ लिया....हेमा छुड़ा नही पा रही थी नशे में बडबडा रही थी..जब पेटिकोट का नाडा खोलते हुए उसके कपड़ों को उपर उठाए एक दोस्त ने कस कस के उसके नितंबो को मसलना शुरू किया तो एक ने पेटिकोट लगभग खींचते हुए टाँगों तक उतार दिया...राजेश का दोस्त जो पहले वहाँ मज़ूद था जिसने ड्रिंक पिलाई थी उसने उसके ब्लाउस के हुंक को जल्दी जल्दी खोलना शुरू किया..कुछ ही देर में बिस्तर पे हेमा की सारे कपड़े उतारके उन चारो ने उसे नंगा कर दिया...एक उसकी बुर को मसल रहा था तो दूसरा उसकी गान्ड को फैलाए छेदों को घूर्र रहा था.....
"उफ्फ रंडी पहले से लगता है केयी दफ़ा चुदि हुई है ये किसको उठाके लाया है राजेश का लॉडा साला खुद तो ठरक की आग भुजाए लॉडा सो रहा है और हमे ऐसी वाहियात औरत पकड़ा गया".......एक दोस्त ने कहा....दूसरे ने उसके हाथ पाँव को कस कर पकड़े रखा था...तीसरे ने आइडिया दिया कि साली को बाथरूम में ले जाके चोदते है....लेकिन राजेश का मज़ूदा दोस्त उन लोगो को पहले अपने अपने कपड़े उतारने को कह रहा था...चारो ने अपने कपड़े उतार दिए......हेमा मदरजात नंगी उन चारो नंगे मर्दो के बीच दबी हुई थी..चारो ने उसे लगभग जबरन बाथरूम में धकेला और शवर ऑन कर दिया....शवर के एकाएक खुलने से हेमा का बदन भीगने लगा और वो छटपटाते हुए होश मे आने लगी....लेकिन चारो ठहाका लगाते उसे अंदर धकेलते जा रहे थे...पर हेमा उनमें से ना किसी के लंड को सहला रही थी ना वो लोग उसे ज़बरन अपने लंड को उसके मुँह में दे पा रहे थे
"रंडी ज़्यादा नखरे ना कर एक एक लॉडा अंदर ले लेगी तो क्या आसमान टूट जाएगा?".......एक ने पीछे आके उसकी गान्ड के छेद में उंगली घुसा दी...हेमा चीख उठी..वो अब लगभग उनसे हाथा पाई करने लगी थी...उन्हें गंदी से गंदी गाली देके खुद को छुड़ाने का प्रयत्न कर रही थी....
ठीक उसी बीच राजेश का पहला वाला दोस्त बाहर आया और उसने कपड़े पहने..."उफ्फ इस रांड़ से तो कुछ मिलने नही वाला लगता है भोसड़ी बना चुकी है छेद भी गान्ड का खुला हुआ है...ऐसी तो रंडी की भोसड़ी होती है सड़ी हुई मैं नीचे जाता हूँ राजेश से सुना है इसकी एक सहेली भी आई हुई है वो अभी तक नीचे होगी"....राजेश का दोस्त कपड़े पहनते हुए बोला
"अर्रे तो फिर देरी कैसी? ले आता उसको".......
."राजेश ने मना किया था".....
"वो तो पड़ा हुआ है ढेर होके तू जा ले आ उसे कैसी है? कुँवारी?"......
"नही शादी शुदा है".....
"उफ्फ तब तो पट जाएगी ले आ साली को वैसे बस इसकी तरह रंडी ना निकले पकड़ साली को"...........हेमा राजेश के दोस्तो की बात सुन घबरा गयी और नशे में ही उन्हें मना करने लगी
हेमा : अर्रे हराम के उस पर अपनी निगाह मत कर कुत्ते मेरी सहेली है तुम रंडुए उसे मत कुछ करना रुक जा तू एम्म्म (लेकिन कस कर एक ने हेमा के मुँह पे जबरन हाथ रख दिया हेमा वैसी ही पूरी नशे में धुत्त थी तीनो उसे घसीटते हुए लगभग बाथरूम से बाहर ले आए और उसे नंगी ही बिस्तर पे लेटा दिए....उसके चूड़ी पहने हाथों को दो मुश्टंडों ने कस कर थाम लिया....बाकी तीसरा उसकी टाँग खोले उस पर चढ़ने की कोशिश करने लगा)