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Incest मां और मैं

Jassybabra

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Sangya

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जब हम गोवा से घर पहुंचे तो पिताजी घर पर इंतजार कर रहे थे, हम मां बेटे के चुदाई संबंध पर शक तो उन्हें पहले से ही था, गोवा में हमारा लंबा खींचा टूर और घर पहुंचने पर मां के चेहरे पर नवविवाहिता वाला संतुष्टि के भाव देख कर उन्हें यकीन हो गया कि मां बेटे ने गोवा में खुलकर हनीमून बनाया है पर उन्होंने पहले भी कभी एतराज नहीं किया था और ना ही ज्यादा मां बेटे के संबंध में ज्यादा उत्सुकता दिखाई थी और अब भी अपनी पत्नी यानि मेरी मां की खुशी देखकर उन्हें एक प्रकार से संतुष्टि ही हुई थी
थोड़ी देर तक पिताजी हमारे से गोवा ट्रिप की डिटेल पूछते रहे और जब उन्हें लगा कि सब अच्छे से हुआ है माँ बेटे ने बहुत मजे कीये है तो पिताजी ने मां को बोला कि अब मुझे 5 दिन की छुट्टी मिल गई है, तुम वहां गोवा में मुझे मिस कर रही थी तो हम अब गोवा घूमने चलते हैं, मां बेटे के मस्ती टूर के बाद हम पति-पत्नी एक हनीमून टूर मनाते हैं
मेरी मां की सेक्स की भूख बहुत ज्यादा है जितनी बार भी उसे पति या बेटे का लंड मिल जाए मां मस्ती में खा लेती है
पिताजी के इस प्रस्ताव से मां बहुत खुश हुई और बोली कब चलना है
पिताजी बोले कल ही चलते हैं
यह सुनकर मां की योनि में फिर से उत्तेजना की चीटींयां दौड़ने लगी और बोली कि मैं अपना अटैची नहीं खोलती आप अपने चार पांच कपड़े दूसरे बैग में डाल दो और सुबह ही हम चल पड़ेंगे
इस बात पर पिताजी बहुत खुश हुए कि मां उनके लौड़े की जरूरत अभी भी महसूस करती है तो वह खुशी खुशी गोवा जाने के लिए तैयारी करने लगे और अपने जानकार को टेलीफोन करके उन्होंने गोवा की टिकट बुक कराने को कह दिया।
रात में माता-पिता के बिस्तर में से संभोग की बहुत करारी आवाजें आ रही थी मैं अपने कमरे से निकलकर माता-पिता के कमरे की खिड़की के बाहर खड़ा होकर उनकी चुदाई की बातें सुनता रहा और मां की कामुक सिसकारियां और पिताजी के धक्के लगाने की आवाजों से उत्तेजित होकर मैंने दो बार मुठ मार ली
शायद मां-बाप रात सोए नहीं और लगातार चुदाई का कार्यक्रम करते रहे मां की चूत और पिताजी का लंड बहुत मजे से एक दूसरे को संतुष्टि देने में लगे हुए थे दोनों गोवा जाने के उत्साह में होमवर्क करके प्रैक्टिस कर रहे थे
सुबह उठकर मां ने मचलते हुए पिताजी के कपड़े पैक करने लगी और अपने अटेची मैं से भी मैले सेक्सी छोटी बिकनी जैसे कपड़े निकालकर दूसरे कम सेक्सी कपड़े पैक कर लिए और फिर से गोवा में अपने पति के साथ हनीमून मनाने की खुशी में उछलने लगी
मैं माता पिता को विदा करके घर बंद करके अंदर बैठकर रात को मां बाप की चुदाई और गोवा में उनके हनीमून के बारे में सोचकर खड़े हुए अपने लंड को निकाल कर मुट्ठ मार रहा था कि दरवाजे की घंटी बजी
मुझे बहुत गुस्सा आया कि शायद कोई पड़ोसी मेरे वीर्य उत्सर्जन की आनंदायक क्रिया में बिघ्न डालने आ गया है मैंने तुरंत निकर पहनी और भुनभुनाते हुए दरवाजा खोलने के लिए बाहर आया
दरवाजा खुलते ही मेरा जोश कई गुना बढ़ गया, मैं हैरान हो गया क्योंकि दरवाजे पर मेरी प्यारी मौसी खड़ी थी
मौसी ने मुझे आलिंगन में लिया और मैं मौसी को अपनी बाहों में लेकर अपने सीने से दबाने लगा और मेरे हाथ मौसी के नितंबों पर घूमने लगे कुछ देर मेंरा साथ लेकर मासी बोली अंदर भी आने देगा या यहां दरवाजे पर ही मौसी के शरीर का स्वागत या मजा ही लेता रहेगा

मैंने मासी को थोड़ा अंदर आने दिया और दरवाजा बंद करके दोबारा वही मौसी से लिपट गया और मौसी का मुंह चूमने लगा मौसी ने भी तुरंत अपनी जीभ मेरे मुंह में दाग दी और मैं कसकर मासी को अपने शरीर पर दबाने लगा मेरे हाथ मासी की पीठ और चूतड़ों कर सैर करने लगे बहुत मजा आ रहा था फिर जैसे मौसी को होश आया वो बोली क्या कर रहा था
तेरी मां अभी तक नहीं आई! कहां है? सो रही है क्या? मैंने कहा नहीं मां अपने हनीमून पर गई है!!!
क्या तू घर पर अकेला है मैंने मासी को चूमा और बोला :मौसी आपका प्यारा बेटा आपका नन्हा लेकिन बड़े लंड वाला आपका सेवक बेटा आपकी तन मन से सेवा करने के लिए अकेला ही घर पर हाजिर है
मासी बोली मैंने चिट्ठी लिखी थी पर कोई जवाब नहीं आया !! क्या तेरी मां को चिट्ठी नहीं मिली
इसपर मैं मासी को चुमते हुए घर के कमरे के अंदर लेकर गया पलंग पर बिठाकर बोला कि हम घर पर नहीं थे इसलिए हो सकता है चिट्ठी किसी ने भी ना देखी हो
मौसी बोली : घर पर नहीं थे! क्या मतलब? तो मैंने पूरी कहानी बताई कि पिताजी को छुट्टी नहीं मिलने के कारण पहले मुझे और मां को घूमने जाना पड़ा और वापस आते ही पापा मां की खुलकर लेने के लिए माँ को लेकर अपनी ठरक मिटाने चल पड़े हैं और अभी एक हफ्ते बाद ही वापस आएंगे
मौसी बहुत खुश होकर मेरे को चूमने लगी और बोली बहुत अच्छा हुआ मेरे बेटे मैं भी तेरे साथ अकेले में कुछ समय बिताना चाहती थी
मैंने थोड़ा झुककर मौसी के सामने मौसी की दोनों टांगों के बीच में अपने घुटन फँसाकर मौसी के टांगे फैलाते हुए कहा कि मौसी तुम्हारा बेटा भी तुम्हारे साथ फुरसत के कुछ पल बिताना चाहता है हम सराय में जोश में मिले उसकी याद करके मेरा मन बहुत अच्छा महसूस करता है
मौसी ने मेरे को चिकोटि काटी और बोली हां बेटा मां जैसी मौसी की चुदाई करने को मिल गई वह समय तो बार-बार याद आएगा पर ये बात की गोवा में तू और तेरी माँ अकेले थे तेरी माँ भी बहुत ठरकी है ऊपर से वो भी लंड की प्यासी , जरूर तूने वणः मौका मिलते ही अपनी मदारचोदी वाली हरकत कर दी होगी और तेरी माँ टूटे पेड़ जैसे तेरे लंड पर अपना भोंसड़ा डालकर चुद गई होगी
मैंने बात बदलते हुए मासी के ऊपर लगभग लेटते हुए मौसी के शरीर को अपने शरीर से दबाया और बोला कि मौसी भी तो मेरे से मिलने को उतनी ही बेताब लगती है
मौसी ने मेरे होंठों को चूमा और बोली हां बेटा आग तो दोनों तरफ बराबर ही लगी हुई है और देखो आग बुझाने के लिए तुम्हारा पाइप और मेरी पानी की टंकी दोनों ही बड़े पूरी तैयारी के साथ मौजूद हैं
मौसी की बात सुनते-सुनते मैंने जल्दी में पहना हुआ अपना निक्कर उतार दिया और बिल्कुल नंगा हो गया मौसी ने मेरे नंगे दंड को पकड़ा और सहलाने लगी मैंने अपने हाथों से मौसी के ब्लाउज के बटन खोल दिए और ब्रा को थोड़ा ऊपर सरका दिया तो मौसी की सूचक मेरे मुंह में पानी भरने लगे मैंने घप से मौसी के चूचक को अपने मुंह में भर लिया नीचे मौसी की मुनिया भी कुनकुनाने लगी थी और मौसी की टांगे मेरी टांगों से रगड़ खाने लगी
इतना सुनते ही मैंने हाथ नीचे करके मौसी साड़ी पेटीकोट समेत ऊपर करनी शुरू की और मौसी ने अपने चूतड़ों को हल्का सा ऊपर उठाकर साड़ी पेटीकोट के घेरे को आपनी कमर के गिर्द चढ़ने दिया इस तरह से मौसी नीचे से पुरी नंगी हो गई
मैंने खुद को टेढा करते हुए मौसी के ब्लाउज के ऊपर के नंगे दिख रहे मम्मों को जीभ से चाटने लगा तो मौसी बोली कुछ सब्र कर ले सफर से आई हूं रास्ते की धूल मिट्टी लगी होगी
मैं बोला “ मेरी रसभरी पर चाट मसाला लगा हुआ है, मुझे तो और ज्यादा मजा आएगा
मौसी मैं मेरे डंडे को पकड़कर जोर-जोर से हिलाया और बोली तुझे चाट मसाले वाली रसभरी चूसनी है तो चूस ले पर मुझे तो अपना गन्ना बिल्कुल साफ सुथरा ही चाहिए, तूने अपना लंड धोया हुआ है कि नहीं?
मैं बोला मौसी जब तुम आई थी तो अपने लंड को धोकर तुम्हारी सेवा के लिए उसकी मालिश कर रहा था बिल्कुल चिकना किया हुआ है जीभ लगा कर देख लो!!!
मौसी ने मेरे लंड के डंड को जोर से दबाया और पजामे के ऊपर से उसे चुम कर बोली मेरे लल्ला मुझे कैसा भी मिल जाए उसे बुलाकर दुलार कर उसका जूस पी लूंगी
बातें करते करते मैंने मौसी को बिस्तर पर धकेला और दोनों हाथों से उसकी साड़ी और पेटीकोट को एक साथ मौसी की गदर आई देवी गदर आई हुई कमर के और ऊपर ले जाकर लपेट दिया जिससे मौसी की गहरी नाभि भी नंगी हो गई मुझे देख कर बहुत अच्छा लगा कि मौसी ने मां की तरह कच्छी पहन नहीं छोड़ दी थी और मेरे से चुदवाने की तैयारी करके मौसी माँ अपनी झांटे बिल्कुल सफाचट करके अपनी चूत को गोरा चिकना करके आई थी
मैंने झुककर मौसी की चूत की चुम्मी ली और जीभ से उसे सहलाकर बोला कि मौसी अपने भतीजे के लोड़े को अपनी चूत का मजा देने के लिए बिल्कुल तैयार होकर आई हो यह कहते हुए दोबारा झुककर मैंने अपनी जीभ मौसी की चूत की फांकों के बीच में रगडनी शुरू कर दी और अपने हाथ सिर के ऊपर से ले जाते हुए मौसी के मम्मों को ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा
मौसी उत्तेजना से कांपने लगी थी और अपने हाथों से मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगी तथा हाथ नीचे करके मौसी ने मेरे लंड को पकड़ना चाहा पर मेरा पोजीशन के कारण मेरा लंड मौसी की पकड़ से बहुत दूर था
मौसी ने दोबारा से हाथ ऊपर करके मेरे गालों और सिर को मसलना शुरू किया कुछ देर बाद मौसी ने अपनी जांघें कसकर में सिर के आसपास दबा दी मैंने अपनी जीभ को लंबा करके जितनी गहराई तक हो सकता था उतनी गहराई तक मौसी की चूत में उतार दी
मौसी की सिसकारियां बढ़ने लगी और मौसी माँ अपने नितंबों को मचल कर हिलाने लगी मौसी की कसमसाहट से पता चल रहा था कि मौसी बहुत दिनों से प्यासी है
मैंने मौसी की चुत को चूसते हुए थोड़ा मुंह उठाकर पूछा की मौसी पूरी तैयारी के साथ आई थी अगर मां घर पर होती हमारी ब्लू फिल्म कैसे बनती ?
मौसी बोली मादरचोद समय खराब मत कर!! मैं तो 2 महीने से अपनी प्यासी चूत के आंसू पोछने के लिए तेरे पास आई हूं और मेरी किस्मत देख कि मुझे तेरे साथ तनहाई में खुलकर चुदवाने का मौका मिला है
मौसी के मन की इच्छा जानकर मैंने अपने हाथों से मौसी के मम्मों को जोर से रगड़ा और अपने मुंह से मौसी के नीचे होठों को रगड़ कर गीला करने लगा मौसी बोली : अपने मुंह से तो मजा ले रहा है मेरे मुंह का भी कुछ ख्याल कर
मैं मौसी माँ की बात समझ कर पलट गया और मौसी के मुँह के सामने अपना मुसल जैसा लोड़ा लगा कर अपनी दोनों जांघों के बीच में मौसी का मूंह कर लिया और अपना मुंह मौसी की जांघों के बीच में दबाकर मौसी की मलाई चाटने लगा
मौसी ने भी तुरंत मेरे मुसल पर कब्जा कर किया एक हाथ से लोड़े को पकड़ा और अपना मुंह थोड़ा सा उठाते हुए मेरे लोड़े के सुपाड़े की चमड़ी पीछे करते हुए अपनी जीभ लोड़े के छिद्र पर चलाने लगी
मौसी की इस हरकत से मेरी भी सिसकारियां निकलने लगी
मेरी आतुरता देखकर मौसी ने मेरा पूरा लंड अपने मुंह में भर लिया और मैंने भी एक धक्का मार कर अपने लंड को मौसी की गर्दन तक उतार दिया
मौसी पूरी सहनशीलता से घोड़े को चूसने लगी धप धप करके हप धप करके मेरी लंबी कुल्फी को पिघलाकर लंड की मलाई को चाटने की कसरत में जुट गई

हम दोनों पूरी तरह गरम हो चुके थे मुझे लग रहा था कि मौसी मेरे मुंह में ही झड़ जाएगी और मैं भी रात भर मां की चुदाई देखने के बाद जल्दी है अपना वीर्य एक कसी हुई चूत में छोड़ना चाहता था इसलिए मैंने आसन बदलते हुए पलटी खाई और अपनी कमर मौसी की जांघों के बीच में लाते हुए अपना मुसल मौसी की तंग मुंहाने वाली गुफा के ऊपर टिका दिया
मैं एक झटके से अपना लंड मौसी की चूत के अंदर करना चाहता था उससे पहले ही मौसी ने कमर उचका कर एक झटके हैं मैं अपनी मेरा लौड़ा आपनी चूत की गहराइयों में उतार दिया लिया मौसी की जल्दबाजी को देखकर मेरी उत्तेजना बढ़ गई और मैं घपा घप मौसी की चूत के ऊपर धक्के मारने लगा इस तरह से हमारे उस दिन की पहली चुदाई बहुत जल्दबाजी में और मजे से शुरू हुई
एक बार मेरा लड़ा मेरी मौसी मां की चूत में घुसा तो मौसी ने मुझमें उत्साह भरते हुए कहा बेटा अपनी प्यासी मौसी मां की प्यास बुझा दे !!! पूरे जोर से धक्के मार !!! शाबाश बेटा !!! पूरी ताकत से धक्के मार !!! प्यासी मौसी अपने बेटे के पास अपनी चूत की प्यास बुझाने आई मेरा राजा बेटा मार ली मेरी चूत !!! और जोर से !!! शाबाश बेटा !!! बहुत प्यारा बेटा है !!! लगा दे लगा दे मौसा की प्रॉपर्टी पर अपना झण्डा लगा दे !!! हा हा हा हा बेटा !!! बेटा शाबाश बेटा !!! शाबाश पेल दे मौसी को अच्छे से !!! कहकर मौसी जोर-जोर से आहें भरते हुए कामुक आवाज निकालने लगी
मौसी की कामुकता भरी आवाजों ने मेरे अंदर जोश भर दिया और मैं रेल गाड़ी की स्पीड से मौसी को चोदता रहा है | लो तुम्हारे बेटे का है चोदना जारी रखा
थोड़ी देर में मौसी का शरीर सख्त होने लगा और मेरे शरीर में भी करंट दौड़ने लगा मौसी ने अपने पैरों की कैंची बनाकर मेरी कमर के गिर्द लपेट भी और मैंने भी अपने हाथ मौसी की पीठ पर खींचते हुए मौसी को अपने से चिपका लिया इस तरह से मैं और मौसी इकट्ठे झड़ गए और झरने के बाद भी ऐसे ही मैं मौसी से लिपटा रहा और मौसी ने भी मुझे कसकर अपने ऊपर लिटाए रखा
मौसी की चूत में से मेरा लंड सिकुड़ते हुए बाहर निकला उसके साथ ही हम दोनों का वीर्य मां की चूत से निकलता हुआ नीचे चादर भिगोने लगा पर हम दोनों :मेरी रात भर की प्यास और मौसी की पता नहीं कितने दिनों की प्यास जाने के बाद संतुष्ट होकर पड़े रहे काफी देर बाद मैं थोड़ा हिल कर मुझे अपने से ऊपर से उठ गया हम दोनों नंदन बिस्तर पर बैठकर फिर से आलिंगनबंद्ध हो गए और दुबारा से एक दूसरे को चुमने लगे चूमते चूमते ही मेरा लंड दुबारा सख्त हो गया
सरकते सरकते मौसी का हाथ ने मेरे लंड को अपनी मुट्ठी में जकड़ लिया
मौसी ने जैसे ही मेरे लोड़े की शक्ति को महसूस किया तो मौसी मेरे आगे आकर मेरी गोदी में चढ़ गई
मौसी और मैं बिस्तर के किनारे पर पैर नीचे लटका कर बैठे थे और मौसी ने अपने दोनों हाथ मेरे कंधे के नीचे से निकालते हुए अपनी छाती को मेरी छाती से जोड़ दिया और मेरे बड़े लंड का लक्ष्य लेते हुए अपनी चूत को मेरे लंड के सिरे पर दिखा कर टीका कर नीचे सरकने लगी और मौसी की चूत मेरे लंड पर एक दस्ताने की तरह चढ़ती चली गई मौसी की चूत की गर्मी का कर मेरा लंड अपने आप चूत के अंदर झटके खाने लगा और मैंने अपने हाथ नीचे करते हुए मौसी को नितंबों से मौसी के नितंबों को अपने हाथों पर समेट लिया और पूरी ताकत से मौसी के नितंबों को उठाते हुए मौसी की चूत को अपने लंड पर पोल डांस करवाने लगा बैटरी पोजीशन में बैठी हुई पोजीशन में मेरा लंड मौसी की चूत की गहराई को अलग ढंग से रगड़ रहा था जिससे मौसी की उत्तेजना सभी सीमाएं पार कर गई और मौसी बोलने लगी मादरचोद पेल अपनी मौसी को बहनचोद अपनी मौसी की चूत का हलवा बना दे रगड़ दे मौसी की चूत को मां की चूत की तरह मौसी की चूत के अंदर अपनी निशानी छोड़ दे पेल बेटा पेल मौसी की चूत मौसी के सारे कल निकाल दे और मैं मौसी तेरा बेटा बैंड बजाएगा पिलवाले अपने बेटे से अपनी चूत बेटे का लोड़ा मौसी की चूत के लिए ही तो है करते हुए मैं गद्दे पर और उछलते हुए मौसी की चूत की गहराइयों में अपना लैंड चढ़ाने लगा और मौसी जी जवाब में पूरी तरह से उछल उछल कर बहुत तालमेल के साथ अपनी चूत मेरे लोड़े पर कश्ती जा रही थी यह वासना का तूफान बहुत देर तक चलता रहा हम दोनों पसीना पसीना हो गए मेरे हाथ मौसी के नितंबों को मौसी का भार उसके नितंबों से उठाते हुए खत में लगे थे तो मैं बिस्तर पर पीठ के बल लुढ़क गया और मौसी ने थोड़ा आगे होते हुए मेरे लंड पर सवारी करनी शुरू कर दी हम दोनों की तरफ से मौसी कमर के आसपास अपने मेरे लोड़े पर अपनी टांगे मोड़ पर मेरे लोड़े पर वह चल रही थी और मैं भी कमर उसका कर मौसी की चूत में अपना हल चला रहा था काफी देर बाद मौसी नहीं निढाल होते हुए अपने को दोहरा करते हुए मेरी छाती पर लेट गई और मैंने भी मौसी को कसकर अपने से चिपका लिया और 24 गहरे दमदार झटके मार्केट अपना भी रे वीर्य मौसी की चूत में छोड़ दिया और हम दोबारा से निढाल होकर लेटे रहे एक दूसरे की बाहों में लिपटे हुए लेटे रहे

बहुत देर बाद मौसी को जगाते हुए मैंे कहा मौसी चाय पी लो नाश्ता कर लो
मौसी नाश्ता तो हो गया अब तो लंच करना है!!!!
मैंने भी हंसते हुए कहा कि मौसी बेटे का नंग धड़ंग लंच! किचन का कुछ नाश्ता करने के बाद ही कर पाएंगे, मौसी तुम लेटी रहो सफर से थक कर आई हो मैं तुम्हारे लिए चाय और टोस्ट बना देता हूं

मौसी सेक्स के खुमार में पलट कर बिस्तर पर लेट गई और मैं किचन में जाकर चाय बनाने लगा

अगले अपडेट में मेरा और मौसी का नंग धड़ंग लंच का किस्सा कोशिश करके कल ही दे दूंगा
 

Sangya

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मौसी के आते ही स्वागत में झटपट की चुदाई के बाद थोड़ी देर के लिए संतुष्ट होकर मौसी लेट गई थी और मैं मौसी के लिए चाय बनाने किचन में गया वापस लौटा तो देखा कि मौसी नहा धोकर साफ मैक्सी में बिस्तर पर पालथी मारकर बैठी हुई है
मैंने चाय बेड के साथ टेबल पर रखी और मासी के पास बैठने लगा तो मौसी बोली तू भी झटपट नहा कर आ जा साफ-सुथरे होंगे तो अच्छे से मिलेंगे
मैं मौसी का भाव नहीं समझा तो मौसी ने मेरे गाल पर चपत मारते हुए कहा कि तू इतना बड़ा मादरचोद हो गया है कि मौसी के आते ही मौसी की चूत और मम्मे सब रगड़ लिए पर पैर छूना भूल गया, तुझे तमीज सिखानी पड़ेगी

मैं मौसी की बात पर हंस पड़ा और मौसी के मम्मे छूने की कोशिश करता हुआ बोला कि पैर ही तो नहीं छूए बाकी तो कुछ नहीं छोड़ा, सब कुछ तो अपने मुँह जीभ और अपने पप्पू से छू दिया था
मैंने अपने मुंह से आपकी टांगों के ऊपरी हिस्से में बने तिकोने पार्क इतने अच्छे से छुआ था मेरी जीभ ने तो आपको टांगों के जोड़ पर आपकी गुफा को चूत समेत सब जगह छूकर आशीर्वाद लिया है
मासी बोली नहीं सबसे पहले अपने हाथ से मेरे पैर छू
मौसी की बात पर मैंने मौसी के पांव पर झुक कर अपना सिर रख दिया और मौसी जी प्रणाम बोला
मौसी ने मुझे मेरे सिर पर हाथ फेरते हुए मुझे आशीर्वाद दिया और फिर मुझे गले से लगा लिया मौसी के गले लगते ही मुझे अपने बचपन की याद आ गई जब मौसी मुझे कसकर गले लगाती थी और मैं मौसी के बड़ी बड़ी छातियों अपनी छाती में दबते हुए पाकर उत्तेजित तो होता था पर मुझे लंड चूत के खेल के बारे में नहीं पता था

बाद में धीरे-धीरे मैं मौसी की चूत मारने के सपने देखने लगा तभी मौसी मुझे वैसे ही गले लगाती थी और मैं भी मौसी को गले लगाने के बहाने ढूंढता रहता था
आज वही याद ताजा हो गई मैं काफी देर तक मौसी को सब जगह हाथ फ़ेरकर चेक कर रहा
फिर मौसी बोली जा बेटा नहा कर आ जा फ्रेश होगा तो हम अच्छे से लंच की तैयारी करते हैं
मैं बोला मौसी अभी नाश्ता भी नहीं हुआ है लंच कहां से ?
मासी बोली मादरचोद बहनचोद मौसीचोद दो बार नाश्ता करके भी बोलता है नाश्ता नहीं हुआ तो मैं मौसी के मम्मे उमेठता हुआ बोला मेरी समझ में अब आया कि मासी एडल्ट लंच की बात कर रही है और मैं बुद्धू की तरह खाने वाले लंच की तैयारी सोच रहा हूं
मौसी : ज्यादा मुठ मारने से बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है सारा दिन माँ मौसी और पड़ोसनों की चूत मारने के चक्कर में मुट्ठ मारकर तूने अपनी अक्ल खराब कर ली है मुझसे ज्यादा चुदाई किया कर
मैं बोला मौसी जब आप आती हो तभी तो चूत मिलती है वरना मैं तो मां और आपके सपने देखता हुआ ही मुट्ठ मार कर गुजारा करता हूं
कल रात को भी मेरे पापा मेरी मां की चूत बहुत अच्छे जोर शोर से ताकत लगाकर मार रहे थे और माँ भी जोरों से चिल्ला कर पूरे घर को सिर पर उठा रही थी
मां ने जरा भी नहीं सोचा कि उसका जवान बेटा आपने लंड को मुट्ठी में दबाए हुए अपनी मां को चोदने के सपने देखता है और मां की कामुक सिसकारियां सुनकर उसके दिल पर क्या बीत रही होगी
मासी बोली तू पगला है यह तो तेरी मां तुझे उत्तेजित करके अपनी ओर आकर्षित करने के लिए शोर मचाती है चिल्लाती है तुम मौका देखकर कभी भी अकेले में मां को पेल देगा तो तेरी मां तेरे को मना नहीं करेगी और खुशी खुशी से तेरे नीचे लेटकर तेरे से अपनी चूत का बाजा बजवा लेगी
फिर मौसी एकदम से बोली अरे हां गोवा में क्या तुम आराम से रहे होगे तेरे जैसा मादरचोद बहनचोद मौसीचोद और तेरी लंड की भूखी मां दोनों इतने करीब होकर एक कमरे में गोवा में रहते हुए चुदाई के सपने नहीं देख रहे होगे यह तो मैं मान ही नहीं सकती
गोवा में तुम बीच पर भी गए होगे और वहां नहाते हुए भी क्या तूने अपनी मां को नहीं छेड़ा होगा
मैं बोला मौसी वहां तो घूमने में ही थक जाते थे कमरे में आकर तो होश ही नहीं होती थी कि चुदाई बात भी सोचें
मासी बोले मैं खूब जानती हूं थकावट हुई होगी, नहीं भी हुई होगी तो तुमने मालिश करने के बहाने से मां की मैक्सी कमर तक उठाकर उसकी चूत में अपना लंड डालने की पूरी कोशिश की होगी और जब तुमने कोशिश की होगी तो तेरी मां ने मैक्सी को गले से उतारकर पूरी नंगी होकर तेरे नीचे लेटने में देर नहीं की होगी
मैं तेरे को अब अच्छी तरह से जानती हूं और तेरी मां को तो तब से जानती हूं जब से उसकी चूत पैदा हुई है इस तरह से मुझे बुद्धू बनाने की कोशिश मत कर सच-सच बता मां के साथ तूने कहां तक सेक्स किया है ?
मैं अपनी मौसी को क्या बताता की मैंने और मां ने ना केवल पिछले दिनों बल्कि पिछले कई सालों से धुआंधार सेक्स किया है हम मां बेटे की चुदाई तो पति पत्नी की चुदाई से भी ज्यादा बार हो चुकी होगी फिर मैं मौसी के सामने शर्माता हुआ बोला सच में मौसी मां की चूत मारने की हिम्मत नहीं हुई, सिर्फ माँ की चूतओर मम्मे देखता हूं वहां पर बीच पर मां हमेशा सलवार कमीज पहनकर ही जाती थी
मौसी तपाक से बोली तेरी मां तो सलवार कमीज के नीचे ब्रा और पेंटी नहीं पहनती और गीले कपड़ों के नीचे तेरी मां की चूची और चूत तुझे साफ साफ दिखती होगी और तु जब बरमूडा में अपना तना हुआ लोड़ा दिखाता होगा तो तेरी मां उस पर लटक ही जाती होगी
मैंने मौसी को से कुछ खुलते हुए कहा हां मौसी यह तो सच है जब मेरा तना हुआ लोड़ा मौसी की मां की निगाहों में आता था तो मां बहाने से अपने चूतड़ मेरे लंड पर दबा देती थी और कभी सामने से आलिंगन करके मेरे लोड़े को अपनी दोनों जांघों के बीच में या पेट के ऊपर महसूस करती थी

मौसी ने मेरे को हल्की सी चपत मारी और बोली नीचे देख यह बात याद करते-करते ही तेरा लोड़ा तनने लगा है जरूर तुम मुझसे आगे की चुदाई वाली बात छुपा रहा है जल्दी बता जब मां तेरे लोड़े से चिपकती थी तो तू क्या करता था

मैंने शरमाते हुए जवाब दिया जब मैं आगे से मुझे आलिंगन करती थी तो मैं मां की पीठ और नितंबों को रगड़ कर मां को अपने से और ज्यादा चिपका लेता था और मां जब अपने चूतड़ मेरे लोड़े के इर्द-गिर्द करती थी तो मैं कपड़ों के ऊपर से ही धक्के मार कर मां की को चुदाई की फ़ील दे देता था

मौसी: वाह मेरे शेर, बेटा तो तूने मां को कपड़ों के ऊपर तो चोद ही दिया और कपड़ों के बिना कहां तक चोदा है यह बता !!! मालिश करने का तो तूने मौका छोड़ा ही नहीं होगा?

मैंने और ज्यादा शर्माने की एक्टिंग की और बोला मौसी तुम भी क्यों सब पूछ रही हो

मौसी बोली अब शर्मा मत मुझे साफ-साफ बता और जिस तरह तूने अपनी मां को चोदने की शुरुआत की थी उसी तरह मुझे भी आज अकेले में चोदना
मैं यह मानकर चल रही हूं कि तूने सच में मां को चोद दिया होगा मुझे बिल्कुल भी यकीन नहीं है कि मां बेटा गोवा में बिना चुदाई किए बिना हनीमून मनाए वापिस आ गए होगे गोवा में तो तो मां बेटे ने खुलकर फुल चुदाई वाला हनीमून मनाया होगा, अगर तू मुझे सच नहीं बताएगा तो में तेरे को कल तक अपनी चूतके आसपास तेरा लोडा तो छोड़ हाथ भी नहीं लगाने दूँगी

मौसी की बातें सुनकर मैंने खुलने का फैसला किया ताकि मौसी को उत्तेजना आए और अपनी बहन से ईर्ष्यावश मौसी और ज्यादा मन से मुझसे अपनी चूत मरवाए

मैंने झूठी कहानी गढ़ते हुए मौसी को कहा कि शुरुआत तो ऐसे हुई थी कि पहले दिन गोवा में पिताजी के ना आने के कारण मां दुखी और गुस्से में थी और मेरे साथ गोवा मार्केट में घूमती रही इस कारण शाम को मां बहुत थक गई थी और होटल में आते ही पैर दर्द की शिकायत करने लगी मैंने अपना पुराना फार्मूला जो आप पर चलाया था वही लगाया कि मां मालिश कर देता हूं तो मां ने चुपचाप हामी भरी और मैक्सी पहन कर बिस्तर के किनारे बैठ गई
मैंने तेल की शीशी लेकर मां के सामने बैठ गया और मां का एक पैर अपने कंधे पर रख लिया जिसके कारण मैंक्सी में कुछ गैप आ गया फिर तेल लगाने के लिए मैंने मेक्सी को मां के घुटनों तक उठा दिया एक पैर में मालिश करने के बाद मैंने मां का दूसरा पैर भी अपने कंधों पर रखा तो मां बिल्कुल वाले पोज में आ गई थी और मैंने झटके से मैक्सि मा के कमर तक उठा दी आपको तो पता है कि मां मैक्सी या अन्य कपड़ों के नीचे ब्रा पेंटी नहीं पहनती है इसलिए मां की चूत मेरे सामने खुल गई
गोवा जाने की तैयारी में मां ने अपनी चूत अपनी झांटे साफ करके चूत को बिल्कुल चिकना बनाया हुआ था कि पिताजी धमा धम मां की चूदाई करेंगे और वहां मन अब अपने बेटे को अपनी नई नकौर की हुई चूत को खुलकर चिकना करके अपने बेटे को अपनी चूत दिखा रही थी
मेरे लिए तो मां की चूत हमेशा ही बिल्कुल नई लगती है तो मां की चूत देखते ही मेरा लौड़ा खड़ा हो गया और बरमूडा के अंदर ही सलामी देने लगा
मैंने भी सिर्फ बरमूडा पहना हुआ था तो मैं मां के दोनों जांघो और जांघों के अंदर वाली साइड की भी मालिश करने लगा
मां को भी मस्ती सूझी तो मां ने एक पैर नीचे करके मेरे लोड़े के ऊपर रख दिया और अपनी उंगलियों से मेरे लोड़े को दबाने लगी
मां ने जब देखा कि मेरा लौड़ा पूरी तरह से तना हुआ है और मां को चोदने के लिए तैयार है तो मां बोली पैर तो हो गए अब मेरी पीठ की मालिश कर दे यह कहकर माने बिना शर्म किए मैक्सी अपने कंधों तक उठा रही और बेड पर उल्टी हो कर लेट गई मां के नंगे चूतड़ मेरे सामने से और मुझे मां के पैरों के बीच में बैठकर मां की पीठ की मालिश करनी थी तो मैंने भी बिना सोचे समझे अपना बरमूडा उतार दिया और मां की टांगों के बीच में से झुकते हुए मां की पीठ और कंधों पर तेल लगाने लगा मेरे बार-बार झुकने के दौरान मेरा लौड़ा मां के चूतड़ों के बीच में जाकर अटकता
मां ने मेरे नंगे लंड को उस दिन पहली बार अपने चूतड़ों पर महसूस किया और समझ गई कि मैने बरमुडा उतारकर मां की चूत में झंडा फहराने का फैसला कर लिया है मां भी पापा से नाराज़ होने के कारण मुझसे चुनवाने को तैयार लग रही थी
मेरा नंगा लौड़ा मेरी मां के नंगे चूतड़ों के बीच में टकरा रहा था मुझे तो बहुत मजा आना ही था मां को भी मेरे लोड़े को अपनी चूत के आसपास महसूस करके बहुत अच्छा लग रहा था कुछ देर में मां ने ठरक बढ़ने पर अपनी टांगे और ज्यादा फैला दी तो मां की चूत मेरे लोड़े को टच करने लगी
मेरे लोड़े को और ज्यादा करीब से महसूस करने के लिए मां ने मुझे बोला कि हां बेटा ऐसे ही हाथ बढ़ाकर मेरी गर्दन और कंधे अच्छे से मल दे
मां की गर्दन और कंधे ऊपर तक मसलने के लिए मुझे लगभग मां के ऊपर लेटना पड़ रहा था यही तो मां चाहती थी और मैंने बेफिक्र होकर मां के ऊपर लेट कर मां के कंधे और गर्दन एक दो बार मसले फिर मैंने मौके का फायदा उठाते हुए अपने हाथ मां की साइड में जाकर बिस्तर में दबे होने के कारण मां की बगलों के साइड में बाहर निकल रहे मम्मे को पर तेल लगाने लगा
मेरे हाथ मा के मम्मों पर पहुंचते ही मां ने अपने धड़ को बिस्तर से थोड़ा सा उठा लिया तो मैंने हाथ नीचे करके मां के निपल्स के आसपास अपनी हथेली में रख दी और मम्मों की मालिश करने की एक्टिंग करने लगा
इस पर मां सिसकारियां छोड़ने लगी और बोली मेरे राजा बेटा तो मां की कितने अच्छे से मालिश करता है अब सामने से भी कर दे कहकर मां ने करवट ली और पीठ के बल बिस्तर पर लेट गई मैं ऊपर आने लगा तो मां बोली नहीं जगह मत बदल वहीं टांगों के बीच में बैठकर हाथ लंबे करके मेरी छातियां और कंधे सामने से मसल दे
मां का इशारा साफ था एक तो मां ने मुझे बरमूडा उतारकर बिल्कुल नंगा होने के बावजूद कुछ नहीं बोला और अब मुझे अपने ऊपर लिटाने के लिए एक योजना बना रही थी
मैंने मां की इच्छा को मानते हुए टांगों के बीच में लेटकर मां के मम्मों को अच्छे से मसलकर मां को गर्म कर दिया और फिर गर्दन मलते मलते पूरी तरह से मां के ऊपर लेट कर लेट गया जिससे मेरा लंड मां की चूत के ऊपर ठोकर खाने लगा
मां बोली यह तेरा डंडा मुझे चुभ रहा है इसको थोड़ा साइड में कर
मैं बोला ना मुझे तो साईड जगह नहीं दिख रही आप ही कर दो तो मां ने आपकी बात को सच करते हुए मेरे लंड को पकड़ कर उस पर झूल गई फिर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत के लबों के बीच में रख दिया और बोली अपने डंडे को इस थैली में रख दे
यह तेरी तलवार की म्यान है मैं मां की इस बात से खुलकर बोला कि मां यह तो पिताजी की म्यान है मां बोली बाप की प्रॉपर्टी पर तेरा पूरा हक है अपने तलवार इसमें रखकर तलवार को अंदर बाहर कर ताकि तलवार की चमक बढ़ जाए
मैंने तुरंत ही में अपने हाथ अपने हाथों में खूब सारी क्रीम लेकर मां की चूत के ऊपर मल दी और अपना लौड़ा मां की चूत के अंदर उतारते तैयारी कर दी और बोला इस क्रीम से आप की प्यारी मखमली थैली की मालिश कर देता हूं
बेटे से चुदाई का सपना पूरा हो ने को है यह जानकार मां बहुत खुश होकर मेरे से लिपट गई और नीचे से अपनी गांड को उछाल उछाल कर मेरे लंड को अपनी गहरी गुफा में बार-बार समाने लगी और मैं हर बार झटके से अपना डंडा बाहर निकाल कर दोबारा मां की गहरी संकरी नली में डाल देता था
इस तरह से हमारा पहला चुदाई का दौर शुरू हुआ

मौसी बोली वाह मेरे शेर!!!! गोवा में पहले ही दिन मौका मिलते ही तुमने अपनी मां की चूत मार ली और मेरे सामने भोला बनता था।!!!
चलो अच्छा है मेरी ट्रेनिंग मेरी दी हुई चूत मारने की ट्रेनिंग तेरे काम तो आई और मेरी बहन का भी भला हो गया!!!
मौसी को यह नकली कहानी सुनाते सुनाते मेरा लौड़ा पूरी तरह से तन गया था मेरी आंखों के सामने मेरी प्यारी रसेदार मां की असली चूत और मम्मे और गहरी नाभि घूमने लगी थी !!!
मौसी ने हाथ नीचे करते हुए मेरे लंड को पकड़ कर जोर जोर से हिलाया और बोली अभी तक तूने मां और मौसी की मालिश की है चल अब मैं तेरी मालिश करती हूं यह कहकर मासी ने पास में पड़ी क्रीम की शीशी उठाई और मेरे लंड पर प्यार से मालिश करने लगी
मौसी की मालिश से मैं इतना गर्म हुआ कि मैंने मौसी को धक्का देकर बेड पर गिराया और मौसी की मेक्सी को कमर दर्द उठा कर एक झटके में ही अपना लंड मौसी की चूत में उतार दिया और धकाधक मौसी की चूत अपने क्रीम लगे हुए लंड से मार ली
मौसी ने भी खुलकर साथ दिया काफी देर चुदाई करने के बाद हम दोनों झड़ गए
यह राउंड होते ही मुझे चाय और नाश्ते की याद आई और मैंने मौसी को बोला की मौसी अभी नाश्ता का एक दौर और हो गया है अब थोड़ी चाय और ब्रेड खा लो
मौसी बोली हां मेरे बेटे मैं तुझे दूध पिलाती हूं कहकर मौसी ने अपना मम्मा मेरे मुंह में ठूंस दिया मैंने कुछ देरर मौसी का मम्मा चूसा और फिर बोला सच में मौसी अभी भैंस का दूध पीते हैं और मैं नहा कर आता हूं फिर हम अच्छे से लंच की तैयारी करेंगे
मौसी ने मेरे चूतड़ पर थपकी मारी और बोली : अभी लंच की तैयारी की बात नहीं है लंच तैयार है तू सिर्फ लंच करने के लिए टेबल पर आ जा
मैं और मौसी बिना रुके ही आपने एडल्ट नाश्ते के बाद लंड चूत वाले एडल्ट लंच की तरफ बढ़ गए
मैंने मौसी की मैक्सी पूरी तरह से उतारकर मौसी को नंगा कर दिया
मैं तो पहले से ही नंगा था और बोला मौसी बोलो लंच में पहले क्या करना है।
मौसी बोली पहले सूप पीते हैं यह कहकर मौसी 69 में मेरे ऊपर लेट गई और मेरे लोड़े को अपने मुंह में डाल दिया मैंने भी मौका देखकर मौसी की चूत में अपनी जीभ उतार दी और हम दोनों लपालप लंड और चूत को चूस कर एक दूसरे का जूस निकालने में लग गए बीच-बीच में मौसी मेरे लंड को अपने गले तक उतार देती थी और फिर बाहर निकाल कर दोबारा से चूसने लगती और कभी जीभ से मेरे लोड़े के छिद्र को सैहलाती कभी सुपाड़े पर दांत से काटती और कभी पूरा का पूरा लंड अपनी गर्दन तक निगल लेती जिससे मेरी उत्तेजना बढ़ रही थी
मैं भी कभी मौसी के भगनसे पर जीभ रगड़ता कभी दांतों से मौसी की चूत के होठों को दांतो से काटता और सहलाता और कभी नाक से मौसी की चूत के उपरी हिस्से को सहला कर मौसी से कामुक सिसकारियां निकलवाता आहें भरवाता रहा
काफी देर 69 में लंड और चूत चूसने के बाद हम दोनों झडने लगे और हम दोनों ने बहुत प्यार से एक दूसरे का सारा का सारा कामरस पी लिया झड़ने के बाद मौसी मेरी सीधी होकर मेरी बगल में लेट गई और मुझे खींच कर अपने आलिंगन में ले लिया
मौसी पीठ के बल थी और मैं मौसी के ऊपर उल्टा होकर लेटा हुआ था हम दोनों नंगे थे मेरा लंड मौसी की चूत के बीच में छुहारा बनकर पड़ा हुआ था और मौसी मौसी की छातियां मेरी छाती में रुई के गोलों की तरह दब रही थी
मैंने अपने होंठ मौसी के होंठों से जोड़कर अपनी जीभ मौसी के मुंह में डाल दी मौसी ने अपनी जीभ से मेरी जीभ का स्वागत किया और अच्छे से जीभ लड़ाने लगी
मैं अपने हाथों से मौसी की जांघों को सहला रहा था और मौसी अपने हाथों से मेरे नितंबों पर दबाव डाल रही थी कभी हम और चूसते और कभी एक दूसरे के गालों को चुसते इस तरह से हम लोग लंच की तैयारी करते रहे
कुछ ही देर में मौसी की चूत फिर से गीली होने लगी और मेरा लंड भी तन तना कर सख्त हो गया था मैंने बिना भूमिका बांधे अपने हाथ में लंड को पकड़ कर दूसरे हाथ से मौसी की चूत के होंठ फैलाकर अपना लंड मौसी की चूत में प्रवेश करवा दिया और झट से मौसी की चूत मैं धक्का मार दिया
मौसी जोर से चिल्लाई हाय मैया मेरी चूत फ़ाड़ दी तूने
मैं बोला सुबह से 3 बार चढ़ चुका हूं और चौथी बार में कोई ज्यादा फट गई क्या?
मौसी बोली पहले नाश्ते में हल्का समान था अभी लंच में तूने इसे रोस्ट करके बहुत भारी कर दिया है !!! सच में मेरी जान निकल रही है !!! धीरे-धीरे पेल
मैंने मौसी की बात की परवाह किए बिना जोर जोर से धक्के मार कर मौसी को चोदना जारी रखा तभी मौसी के बाल पकड़कर चूदाई के बीच में ही मौसी को गाल चूमता कभी अपनी कमर मोड़ कर मौसी की मम्मे चूस लेता और कभी धक्के मारते मारते मौसी की गर्दन पर दांतो से हल्का सा काट लेता
इस तरह से मौसी की चुदाई जारी रखते हुए मैंने मौसी को पूरा पूरा मजा देने की कोशिश करता रहा और मौसी भी उसी तरह से उछल उछल कर मेरे लंड को अपनी चूत में लेते हुए पूरे मजे ले रही थी
धक्के मारते मारते मैंने मौसी के छक्के छुड़ा दिए और अपने लंड की जोर से मां सी मौसी का पानी छुड़वा दिया पर मेरे लंड ने अभी पानी नहीं छोड़ा था तो मैं मौसी के झड़ने के बाद भी मौसी की चूत पर धक्के मारता रहा इस तरह से मौसी की लंड से लंच चुदाई का पहला दौर पूरा हुआ और सांस लेने के बाद मौसी बोलीली दैया रे मेरा दो पानी छोड़ दिया है पर तेरा लंड अभी भी उसी तरह से सख्त बना हुआ है
मुझे सांस लेने दे फिर दोबारा से मेरी मार लियो
मैं बोला मौसी दोबारा मारने की बात नहीं है अभी तो पहला नान खाया है अब तुम्हारी घी की कटोरी में अपनी कड़छी डुबोकर दाल में तड़का लगा लूंगा
मौसी ने हामी भरी और पैर खोल कर टांगे खोल कर बिस्तर पर पसर गई मैंने नीचे झुक कर मौसी के होंठ चूमे और आगे गुलाबी गालों को चूसते हुए मौसी के 40" के मम्मों को अपने दांतों से कुरेदने लगा
में और आगे बोला कि इसी तरह से अपने भतीजे से अपनी चूत पिलवाती रहो बहुत मजा आएगा
मौसी ने अपनी टांगे उठाकर पैर के तलवे च
छत की तरफ कर दिए और बोली आजा मेरे चोदू सनम !! तेरी मौसी तेरे डंडे का स्वागत करने के लिए तैयार है
आगे पीछे देखे बिना दोबारा से झुक कर मैंने अपना तना हुआ डंडा मौसी की चूत में दोबारा से उतार दिया और पूरी ताकत के साथ धक्के मारने लगा
मौसी की टांगे ऊपर उठी होने की वजह से मुझे मौसी की कटोरी अपने डंडे के लिए पूरी तरह से खुली हुई मिल रही थी इसलिए मैंने बिना देरी किए पूरी ट्रेन की स्पीड से मौसी की के चूचे, मौसी के मम्मे को रगड़ते हुए चूतड़ दबाते हुए और मौसी के मम्मे दबाते हुए मौसी को फिर से कंपकंपाते हुए झाड़ दिया और साथ ही अपने खड़े हुए लंड को दूसरे दौर में ठंडा कर लिया
झड़ जाने के बाद काफी देर तक हम दोनों ऐसे ही लेटे रहे फिर मैं मौसी से बोला अभी एक सब्जी और रोटी तो हो गई
लंच में और क्या करना है मौसी बोली मेरा तो एक रोटी नहीं पेट नहीं भरा है मुझे एक रोटी और खिला
मैंने खुश होकर मौसी से कहा कि ठीक है अपनी तुम्हारे सामने लच्छा पराठा पेश करता हूं यह कहकर मैंने नीचे झुक कर मौसी को चूतड़ चाटने शुरू किए और अपने हाथों से मौसी की गांड के छेद में उंगली डाल दी और उंगली डालकर सहलाने लगा और सहलाने के कारण मौसी फिर से गर्म होकर फिर से मेरे से लिपट गई
मौसी की गुदाज़ मांसल शरीर और तड़पती हुई जवानी को देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं फिर से मौसी को पेलने के लिए तैयार हो गया इस तरह से हमारे लंच के अगले राउंड की शुरुआत हो गई थी

मौसी की चुदाई की कहानी अगले अपडेट में जारी रहेगी
 

Meenabhabhi

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Maja aa gya
Mausi ki chudai ka update bahut achha hai
Put more double meaning dialogues
 
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