• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica मोहे रंग दे

komaalrani

Well-Known Member
21,441
54,301
259
Last Post and time to bid,...
 

komaalrani

Well-Known Member
21,441
54,301
259
नींद गायब



Teej-9d1b82c2b1f2736aff96fea04e4c168a.jpg




तबतक नीचे से जेठानी जी की आवाज आयी , खाना,

और मैं धड़धडाती नीचे,

खाने के बाद तो इनके लिए इनकी साली और सलहज के इंस्ट्रक्शन साफ़ थे , रात भर अच्छी तरह सोने के, और मुझे भी आज रात इन्हे 'तंग ' न करूँ , ज़रा भी नहीं,... तो ये तो तुरंत ही सो गए, लेकिन मैं रीत का एक मेसेज ,... उसके मेसेज ऐसे तो आते नहीं थी, किसी साइट पर एक मेसेज फिर वहां से डार्क वेब की यात्रा और वहां की अँधेरी कुठरिया और वहां पर उस का सन्देश,



कुछ देर मैने पढ़ा और फिर मैं सोचने लगी , मेरी आँखों से नींद गायब थी.


रीत की बातें रीत ही जाने ,लेकिन बहुत दम था उसकी बात में,
इन्हे सोते घंटे भर हो गया था, और नींद मेरी आँखों से कोसों दूर थी, जब से मैंने रीत के मेसेज पढ़े थे, डार्क वेब पर जाके उससे चैट की थी,

बातें ही ऐसी थीं,


मेरी आँखें घड़ी पर गयी और एक बार बेबस मैं मुस्करा पड़ी, यही कमरा यही बिस्तर और यही लड़का जो अब सो रहा है , उस समय कितना बेसबरा बेताब,


वही समय १०.२७, रोकते रोकते भी कित्ती जोर की चीख निकली थी, मैं भोली, मुझे क्या मालूम बाहर बेसरम ननदे कान फाड़े इसी चीख सुनने का इन्तजार किये बैठी थीं, ... अब तक सब चिढ़ाती हैं , भाभी १० बजकर २७ मिनट क्या हुआ था,
Girls-12cbe1fa2358277ec525175179f1cdda.jpg



लेकिन एक बार फिर दिमाग वही रीत वाली बात, मैंने अपनी ओर से सब बातें की लेकिन हर बातों पे जो बात वह कहती थी, वह सब मुझे सोचने को मजबूर कर देती थी और अब तो बार बार वही सब सवाल,...
 

komaalrani

Well-Known Member
21,441
54,301
259

रीत वाली बात,







Teej-south-indian-hot-saree-photos-1491801684200.jpg










लेकिन एक बार फिर दिमाग वही रीत वाली बात, मैंने अपनी ओर से सब बातें की लेकिन हर बातों पे जो बात वह कहती थी, वह सब मुझे सोचने को मजबूर कर देती थी और अब तो बार बार वही सब सवाल,...

डेमोक्रेसी, फ्रीडम ऑफ़ च्वायस, डिमॉक्रेसी नॉट ओनली इन पोलिटिकल स्फेयर बट एवेरी व्हेयर,... ये सब बातें मैंने उससे की लेकिन उसकी बातें,

" अच्छा ये बोलो तुम चुनती किसी चीज को किस आधार पर हो, कोई फिल्म देखनी हो कोई सामान खरीदना हो बहुत करोगी तो उस के बार में इन्फो इकठ्ठा करोगी, है न " रीत ने उलटा सवाल किया।

" एकदम, इंफॉरमरेशन ऐज है हर चीज की इन्फॉर्मेंशन सर्च करनी कितनी आसान है, ... " मैंने भी तुरंत जवाब दिया,


" लेकिन मान लो वो इन्फॉर्मेंशन हाफ ट्रुथ हो , अश्वथामा मरो, नरो या कुंजरो टाइप,... तो बेचारे द्रोणचार्य की जान तो गयी न " खिलखिलाते हुए वो बोली।

रीत से कोई सच में जीत नहीं सकता, और मैंने उसी की बात में बात जोड़ी, अपना ज्ञान झाड़ते हुए, पोस्ट ट्रुथ,... लेकिन मेरी दी थी, बनारस के रिश्ते से, मुझसे बड़ी, हर मामले में ( उसकी कप साइज डी थी, मेरी सी )

उसने झटाक से न सिर्फ डिफ़िनशन बता दी, ...


objective facts are less influential in shaping public opinion than appeals to emotion and personal belief.

बल्कि ये भी जोड़ा की डाटा से किसी भी इमोशनल और परसनल बिलीफ न सिर्फ पता किया जा सकता है बल्कि बदला जा सकता ही जैसे तमाम सोशल मिडिया पर एकदम प्वाइंटेड ऐड आते हैं , कोई जो चीज दो चार बार चेक करो तो आपके पेज पर उसके विज्ञापन आने शुरू हो जाएंगे,

बात मेरी भी समझ में आ रही थी चाहे तेल साबुन बेचना हो चाहे कोई पार्टी को अपने को आगे बढ़ाना हो, कैम्ब्रिज ऐनेलिटिका डाटा स्कैंडल मैंने भी पढ़ा था, दिस इज योर डिजिटल लाइफ कर के एक ऐप था, और उसके क्वैश्नेयर से किसी भी आदमी की साइकोलॉजिकल प्रोफ़ाइल, बिलीफ सिस्टम,... पांच करोड़ से ज्यादा फेसबुक अकाउंट, और आज कल , बिना फेसबुक व्हाट्सऐप और इंस्टा के कोई जिंदगी है, मैंने अपनी उस छुटकी ननदिया को खुद समझाया था ,



' बिन्नो, अगर किसी लड़की के ४ से कम फेसबुक और ६ से कम इंस्टा हैं तो समझो वो लड़की ही नहीं है, मानव जन्म बेकार,.... "


पर रीत जब सीरियस हो न और ज्ञान देने पर तुली हो तो फिर उसको रोकना, बात उसने दूसरी ओर मोड़ दी


डेटा,... उसने एक अखबार की आर्टिकिल मुझे लिंक की थी , और मैं उसको दो बार पढ़ चुकी थी, एकदम बेसिक बातें लेकिन इम्पोर्टेन्ट,... खेती हो या उद्योग, चार चीजें, जमीन और इंफ्रास्ट्रक्चर, पूँजी, श्रम और उद्यम या
 

komaalrani

Well-Known Member
21,441
54,301
259
डेटा,...




Teej-e9790f350af848a37fd7056e406ce61e.jpg







पर रीत जब सीरियस हो न और ज्ञान देने पर तुली हो तो फिर उसको रोकना, बात उसने दूसरी ओर मोड़ दी,


डेटा,... उसने एक अखबार की आर्टिकिल मुझे लिंक की थी , और मैं उसको दो बार पढ़ चुकी थी, एकदम बेसिक बातें लेकिन इम्पोर्टेन्ट,...

खेती हो या उद्योग, चार चीजें, जमीन और इंफ्रास्ट्रक्चर, पूँजी, श्रम और उद्यम या इंटरप्रेन्योरशिप, लेकिन खेती किसानी में थी थोड़ा बहुत डेटा लगता है, मौसम , कौन सी जमींन में कौन सी फसल होगी, कितने में बिकेगी, और कितना अपने खाने पीने के लिए रखें, कब बेचें,

कमरे में मैं बाहर पलाश के दहकते पेड़ देख रही थी,


Holi-palash-2-images.jpg


कहीं पास में ही कुछ रिक्शे वाले फाग गा रहे थे, आसमान में चाँद चमक रहा था, आधी खुली खिड़की से मीठी मीठी फागुनी हवा आ रही थी, लेकिन मेरी बंद आँखों में इतिहास के पन्ने पलट रहे थे,

पंद्रहवीं सोलहवीं शताब्दी, मसालों के लिए मार, यूरोप के व्यापारी, डच, पुर्तगीज, जायफर और जावित्री ऐसे मसालों के लिए १६२१ में डच लोगों ने, ३००० बान्दानीज मारे गए और १७०० गुलाम बनाये गए, १८वी उन्नीसवीं शताब्दी और फिर कॉटन और ओपियम, चीन को दो दो बार अफीम और चाय के लिए हुए लड़ाई का सामना करना पड़ा, और फिर गल्फ की कितनी लड़ाइयों का कारण पेट्रोल और ऊर्जा,... और अब मैंने कहीं पढ़ा था, सबसे ज्यादा ट्रेडिंग जो हो रही है , होने वाली है, वो डेटा की होगी,



रीत भी न , मेरी पक्की सहेली है लेकिन मेरी अब बड़ी बहन की तरह, वैसे तो घर , रिश्तेदारी में भी मुझसे बड़ी कोई नहीं , लेकिन ये अब एकदम दी मेरी , पक्की बड़ी बहन की तरह, ... उस्तानी जी की तरह मुझसे सवाल पूछ लिया , डिफाइन पावर,... मैंने भी पॉलिटिक्स अमंग नेशंस पढ़ रखी थी , झट से बोल दिया,



" ऐबिलिटी टू इन्फ़्लुएंस डिसीजन "



" और आज कल सबसे ज्यादा डिसीजन किससे इन्फ़्लुएंस होता है " उसने पूछा और मेरे बिना पूछे जवाब दे दिया , डेटा,



बात उसकी एकदम सही थी, ... और ये जिस प्रॉजेक्ट पर काम कर रहे थे, कन्वर्जेंस , ये भले बिन बोले टीम लीडर की तरह हों, लेकिन छह सात लोग थे , हर तरह के सब कंप्यूटर वाले नहीं, एक लड़की थी क्रास कल्चर बिहैवियर साइकोलॉजी वाली, एक कल्चरल एंथ्रोपॉलजी से, एक कोई फाइंसेस वाला तो एक बिजनेस स्ट्रेटजी का,...
 

komaalrani

Well-Known Member
21,441
54,301
259
कन्वर्जेंस ,


Teej-73a1869e6e3e650f6f793f1d6b42fc29.jpg


बात उसकी एकदम सही थी, ... और ये जिस प्रॉजेक्ट पर काम कर रहे थे, कन्वर्जेंस , ये भले बिन बोले टीम लीडर की तरह हों, लेकिन छह सात लोग थे , हर तरह के सब कंप्यूटर वाले नहीं, एक लड़की थी क्रास कल्चर बिहैवियर साइकोलॉजी वाली, एक कल्चरल एंथ्रोपॉलजी से, एक कोई फाइंसेस वाला तो एक बिजनेस स्ट्रेटजी का,...

मैंने बताया तो था पहले, ... कार्ड यूनिक नंबर सबको रिप्लेस करने के लिए,... ये आइडिया भी मैंने दिया था एक टैटू, एक नैनो चिप्स जिसमें कम्युनिकेटिंग डिवाइस भी, और वो बॉडी पर कहीं भी, शॉप हो , बैंक हो, रीडर अपने आप उसे रीड कर ले,

इन्ही के ग्रुप के किसी ने सजेस्ट किया था, सर्वर्स किसी भी कंट्री में नहीं रखें बल्कि एक सेटलाइट पर, शुरू में हायर कर सकते हैं बाद में परचेज कर सकते हैं,
और फेस रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर के साथ अगर कन्वर्जेस होगा तो, अभी भी गूगल मैप अगर किसी ने ऑन कर रखा है , तो किस दिन कब कहाँ गए सब पता चल जाता है , और इसमें आप मोबाइल न भी ले जाएँ, टैटू आप की बॉडी का पार्ट होगा, और डाटा को फेस से लिंक कर के,



रीत का कंसर्न प्रायवेसी था लेकिन उससे ज्यादा , मिसयूज ,

वो कह रही थी, पोलिटिकल सरवायलेंस के लिए कहीं इसका इस्तेमाल न किया जाय , लेकिन दूसरी सबसे बड़ी चिंता थी , एक नए कॉम्बिनेशन , बिजनेस और पोलिटिकल कॉम्बिनेशन , क्या कहते हैं आजकल क्रोनी,... और उसी के साथ बड़ी बड़ी बिग डाटा कंपनियों का कोल्युजन,...

लेकिन रीत बड़ी टफ जज थी,

मैंने उसे पूरी प्लानिंग बता दी, हेल्थ के लिए, एजुकेशन के लिए, मैंने ढेर सारे आँकड़े भी गिना दिए की हेल्थ इंफ़्रा की क्या बुरी हालत थी,


वह इन लोगों के प्रॉजेक्ट के खिलाफ नहीं थी,

वैसे भी ये एक तरह का गैर ऑफिशियल प्रोजेक्ट था, कन्वर्जेंस का इनको भूत था, लेकिन सवाल जो उठाती थी सब सही पूछती थी, ..आखिर दी किसकी थी, मेरी न , और थी कहाँ की, बनारस की तभी तो लोग कहते हैं की चाचा चौधरी का दिमाग कम्प्यूटर से भी तेज चलता है और रीत का चाचा चौधरी से,



रीत ने जो जो बातें बतायीं , मेरी भी आँखे नम हो गयीं,

संकटमोचन बम ब्लास्ट में उसके माँ पिता, और कोई था भी नहीं , अपने हाथों से घाट पर, ... घर लौटी तो सूना घर , झांय झांय, उसका अकेला दोस्त करन, उसी बम ब्लास्ट के साथ साथ शिवगंगा ट्रेन में भी , कितनों के चीथड़े उड़ गए थे , उस के कोट से,... उस के माता पिता जो उसे छोड़ने गए थे, ... वो भी,... और उन सब का भी, इंटर में पढ़ने वाली लड़की ने पांच पांच चिताओं का एक साथ,... बहुत दिन तक इधर उधर, कभी घाट पर कभी आश्रम में , वो तो दूबे भाभी थीं, ... और बाद में करन भी, मिला ,... उसने अपना कोट किसी को दे दिया था , घायल वह भी हुआ था और उसकी याददास्त खो गयी थी, देहरादून आई एम् ए में , पासिंग आउट परेड के लिए जा रहा था, ...मिला वो फिर ,... तिनके तिनके चुन के किस तरह उन्होंने अपना घोंसला ,

लेकिन , नयी आइडेंटी , रीत से नवरीत देवल, बनारस से पंजाब,... और अब यूरोप,... करन का एक बार फिर पता नहीं,...



लेकिन वो उसी तरह टफ, बोलीं , लेकिन अब जो आने वाले दिन हैं न वो मुझे जिस आग से मैं निकल के आयी हूँ उससे ज्यादा खतरनाक लग रहे हैं , उस्मने तो मालूम था सही कौन गलत कौन है आप लड़ किस से रहे हो , ... और अब तो लोग एकदम सबकी पसंद , सोच , सब कुछ सही गलत का अंतर्,
 

komaalrani

Well-Known Member
21,441
54,301
259
दोज हू कंट्रोल द पास्ट , कैन कंट्रोल द फ्यूचर,... एंड दोज हू कंट्रोल द प्रजेंट , कंट्रोल द पास्ट,...



K1134f3e41bb6e3d6863f5eb35354d27a.jpg








लेकिन वो उसी तरह टफ, बोलीं , लेकिन अब जो आने वाले दिन हैं न वो मुझे जिस आग से मैं निकल के आयी हूँ उससे ज्यादा खतरनाक लग रहे हैं , मालूम था सही कौन गलत कौन है आप लड़ किस से रहे हो , ... और अब तो लोग एकदम सबकी पसंद , सोच , सब कुछ सही गलत का अंतर्,

वो एक कहानी जो कितनी बार मैंने सुनी थी रीत ने फिर से सुनाई थी,

एक आदमी कहीं कुछ बकरियां बेचने जा रहा था और रास्ते में चार ठग मिले जो बारी बारी से उसे बोल रहे थे , अरे ये भेड़िया कहाँ ले जा रहे हो , ये तो तुझे ही खा जाएंगे , ... और अंत में उसने उन बकरियों को छोड़ दिया और ठग उन्हें ,...


रीत की बार सही थी, जब हमारी सोच ही खतरे में पड़ जाए, एक ही तरह के बातें अलग अलग प्लेटफॉर्म्स पर,...



रीत सच में पक्की बड़ी बहन बन गयी थी , उसने बोला, मेरे बहनोई तो अपने साली सलहज में उलझे रहेंगे , मैं रहती तो मैं भी निहुरा के बिना तेल लगाए लेती उसकी बड़ी हुयी तो क्या साली तो साली,... लेकिन मेरी और तेरी छोटी बहनें भाभियाँ अच्छी रगड़ाई करेंगी। पर तू तो खाली रहेगी न, और अभी तो तेरी भाभियाँ भी ननद से ज्यादा नन्दोई के चक्कर में पड़ी रहेंगी, तो तेरे लिए जो चैट रूम हैं वहीँ पर , नहीं मैं नहीं आउंगी , तेरे लिए कुछ रिसर्च पेपर, कुछ आर्टिकल्स,... रात बिरात रोज़ नहीं , कभी मौका मिला तो और अपने बहनोई की जो रगड़ाई हुयी वो भी सुनूंगी ,...



मैं सोच रही थी, ...

मिनिस्ट्री ऑफ़ ट्रुथ,...

मैंने एक दो साल पहले स्कूल की लाइब्रेरी से पढ़ी थी, कालेज का प्रॉजेक्ट था बुक रिव्यू का , १९८४,... और उस की दो लाइने आज कल अक्सर मेरे कानों में गूँजती रहती हैं,...



दोज हू कंट्रोल द पास्ट , कैन कंट्रोल द फ्यूचर,... एंड दोज हू कंट्रोल द प्रजेंट , कंट्रोल द पास्ट,...



और हम किसी चीज को कैसे देखते समझते हैं, अपने बिलीफ सिस्टम से , अपने एक नजरिये से, वो कुछ भी हो सकता है, और फिर सोशल मिडिया , ये मीडिया वो मीडिया, ... हमें अक्सर वही चीज दिखाता है जो हम देखना चाहते हैं , कुछ और दिखेगी तो हम उसे या तो इग्नोर कर देंगे या उसके खिलाफ दीवाल खड़ी कर देंगे, अरे ये तो,... चीजों को, लोगों को, बातों को मिडिया अलग अलग बॉक्स में,... और ये बिलीफ सिस्टम बनता है सोशलाइजेशन, हम जिस तरह की साइट्स पर जाएंगे , जैसी चैट्स करेंगे , बहुत से फैक्टर है , और उसी के साथ जुड़ा है,
 

komaalrani

Well-Known Member
21,441
54,301
259
डाटा एनलिटिक्स




K-8c3a85517e41de461f35e41b29b1ba36.jpg







बाकी सब डाटा एनलिटिक्स, मेरी एक सहेली कह रही थी, सुलभ शौचालय में भी जाओ तो आज कल मोबाइल नंबर पहले मांगते है , होटल में , मॉल में , ... जैसे अगर मोबाइल न हो तो लड़की को सूसू नहीं आएगी, वो मॉल में मस्ती करने नहीं जा सकती, ( खरीदने कौन जाता है, सब इतना महंगा मिलता है वहां , नयन सुख और ठंडी हवा के अलावा ) तो इतने लोगों का डाटा और वो मोबाइल नंबर वो यूनिक वाले डाटा के बिना तो ,... और फिर केवाईसी में वही मोबाइल नंबर , ... ऑन लाइन भी कुछ करो, पिज्जा मँगाओ , चड्ढी बनयान खरीदो , मोबाइल और कई बार के वाई सी,... और इनकी संगत में , इनकी बातें सुन सुन के इतना तो मैं सीख ही गयी थी, आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस और बिग डाटा अनेलटिक्स से केतना भी डाटा हो न , जैसे चलनी से हम लोगों के गाँव में छानते हैं छान छुन के बराबर , बस वही,...



और इतना डाटा हो तो , आखिर साबुन तेल बेचने वाले भी तो यही करते हैं , कौन खरीदता है , क्यों खरीदता है , कैसे पसंद बनती है और एकदम क्या कहते हैं कटीली , हाँ कटिंग चीजों पर,



ये बात तो दी की एकदम ठीक है, अगर एक नेक्स्ट जेनेरेशन वाली कोई चीज़ आएगी तो उसका बुरा इस्तेमाल करने वाले पहले आएंगे, लोगों को कंट्रोल , और कंट्रोल मुझे बिलकुल नहीं अच्छा लगता, गाँव में कित्ती मस्ती थी , खैर यहाँ भी, सास जेठानी दोनों तो अपने ही गोल की हैं ,.. तो दी बस यही चाहती हैं की मैं अलर्ट रहूं , किसी भी तरह इसका कंट्रोल किसी ऐसे वैसे के हाथ में ,... मैंने उनको बताया भी की इसी लिए ये लोग शेयरड टेक, ब्लाक चेन,... तब भी , स्टेक जितना बड़ा हो रिस्क भी उतना ही,



पास में बैंक का चौकीदार तीन का घंटा बजा रहा है , जिस दिन से इस कमरे में आयी हूँ , रोज सुनती हूँ , जब ये होते हैं तो इसी समय घडी देखकर इनका तीसरा राउंड शुरू होता था , सोते सोते कभी चार कभी पांच ,कभी नहीं भी सोते थे हम,...



और ये नहीं होते थे, फिर नींद कहाँ आती थी , हाँ ये घंटा सुन के इनकी याद बड़ी कस के आती थी, और आँखे भर आती थीं,...



पहले दिन ही इन्हे देखा था , अपनी सहेली की शादी में बीड़ा मारते समय ,... जैसे उन्होंने आँख उठा के मुझे देखा समझ गयी जबरदस्त चोर है ये , एकदम काला चोर,... मुझ से मुझी को चुरा ले गया, और बुद्धू है ये भी उसी शादी में पता लग गया था जब मेरा नाम पता करने में इन्हे चौबीस घंटे से ऊपर लग गए थे ,... लेकिन बेवकूफ भी,.... एक दिन एकदम भोर होने वाली थी, बात करते मेरी आँखें लग गयी , बस पलक झपकी होगी, पल भर के लिए और आँख खोली तो ये बुद्धू,... सच में नंबरी, बस टुकुर टुकुर मुझे देख रहे थे, पहले तो मुझे हंसी आ गयी फिर जबरदस्त गुस्सा , ... मुझसे बोले,...



" सोते हुए तुम बहुत अच्छी लगती हो एकदम भोली सीधी,... कभी देखा है अपने को सोते हुए , सच में ,.. "

बहुत गुस्सा आया ,... मारे गुस्से के मैंने पांच किस्सी एक साथ ले ली,...



अभी खुद कैसे सो रहें हैं , सिम्पल स्लीपिंग बेबी की तरह ,... मन तो हुआ एक बार किस कर लूँ ,.. सोते हुए ये भी बड़े क्यूट क्यूट से लगते हैं ,

जगने पर तो शेर बस गड़प कर जाएँ , वैसे ,...

लेकिन मैंने अपनी छोटी बहनों को भाभी को प्रॉमिस कर रखा, आज ज़रा भी बदमाशी नहीं , फुल रेस्ट और गांव पहुँचते ही, ... ये जाने इनकी साली सलहज जाने ,...
पीछे ही रेल लाइन है इनके घर के , पौने पांच बजे एक ट्रेन जाती है , उसकी सीटी सुनाई पड़ी ,... फिर,...





फिर मैं सो गयी,
 

komaalrani

Well-Known Member
21,441
54,301
259
और साढ़े सात बजे रोज की तरह चाय लेकर ये जगा रहे थे , लेकिन आज अच्छे बच्चे की तरह एकदम तैयार

उठ न यार देर हो रही है, ... मायका मेरा पहुंचने की जल्दी इन्हे हो रही थी, हम चाय पी ही रहे थे की, इनकी साली का , छुटकी का , मेरी बहन का फोन ा गया , और क्या हड़काया उसने,... जीजू अभी तक चले नहीं आप ,... और फिर पीछे से रीतू भाभी , एक से एक अच्छी वाली गाली , इनकी माँ बहन सब को जोड़ जोड़ के ,

जब तक मैं नहा के तैयार हुई,... नीचे पहुंची सारा सामान लेकर ये नीचे, गाडी में रखवा रहे थे,...

और मेरी सास भी, मेरे पीछे , " अरे बहू देर हो जायेगी , जल्दी से कुछ मुंह में डाल लो,... "

फिर दही गुड़ , ...क्या कोई बिटिया बिदा करेगा,...


मैं अपनी बिदाई में नहीं रोयी थी , लेकिन मैं जब उनका पैर छूने के लिए झुकी, खींच के उठा के उन्होंने अँकवार में भर लिया , और मैंने भी कस के दबोच लिया, बड़ी देर तक, आवाज मेरी भी नहीं निकली , उनकी भी नहीं,... हाँ आँखे दोनों की भर आयी थीं, ... डबडबाती रहीं , उन्होंने आँचर की कोर से पोंछ लिया और जैसे माँ बेटी की विदा करती है , मुझे अपने हाथ से गाड़ी का दरवाजा खोल कर के बैठाया उन्होंने मुझे,

जानती मैं भी थी , वो भी , अब पता नहीं कब आउंगी, ... मायके से इनकी पोस्टिंग पर , फिर वहां से कब छुट्टी , काज अकाज ,...

देर तक मैं मुड़ मुड़ कर देखती रही,...

बार बार रीत दी की बातें भी याद आ रही थी ,सारी रात तो उसी में,...
और उन के कंधे पर सर रख कर मैं सो गयी ,

कार उसी सड़क पर दौड़ती जा रही थी , जिस सड़क से साढ़े चार महीने पहले मैं आयी थी, इसी तरह इनके कंधे पर सर धरे, और ये मुझे सम्हाले,...

………………………………………………………………

और अब यह कहानी यहीं ख़तम होती है , पढ़ने वालों , सुनने वालों, और कहने सुनने वालों से बस अब यहीं अलविदा
 

komaalrani

Well-Known Member
21,441
54,301
259
और अब यह कहानी यहीं ख़तम होती है , पढ़ने वालों , सुनने वालों, और कहने सुनने वालों से बस अब यहीं अलविदा
 
Top