Thanks so muchThanks a lot didi,& same 2 u
Bat to sahi he. Dono ke piya pardesh. Ati prem bhara or manoranjakसाउथ की ट्रिप
चाय पीते पीते हम तीनों बरामदे में आ गए थे,
जेठानी जी का फोन घनघनाया, और मैंने उचक कर देख लिया, जेठ जी का था.
जेठानी जी ने गुस्से से मुझे देखा और तब तक फोन की घंटी बंद हो गयी।
उनकी ठुड्डी पकड़ के मनाते हुए मैं बोली, " अरी दी, गुस्सा मत होइए अभी फिर आएगा। "
ये ट्रिक मैं जेठ जी की कई बार देख चुकी थी, पहली काल एक मिस्ड काल,... जिससे जेठानी जी कहीं कोने अतरे, जिससे दोनों कबूतर मन भर गुटरगूं कर सके, ठीक साढ़े चार मिनट बाद दूसरा फोन ,
वो मुस्कराने लगीं और एक जोर का मुक्का मेरी पीठ पर पड़ा, और मैं सासू जी की ओर देख के जोर से चिल्लाई, फिर मुस्करा के जेठानी जी को फिर से छेड़ा,
" दी, अरे यही तो बोलेंगे न कल आरहा हूँ, अगवाड़े पिछवाड़े अच्छी तरह वैसलीन लगा के रखना, अंदर तक। "
अबकी मुक्का सच में तेज था और साथ में जेठानी जी ने छेड़ा,
" अच्छा अपना भूल गयी , पूरी बड़ी वाली वैसलीन की शीशी तेरे तकिये के नीचे रखी थी और अगले दिन, आधे से ज्यादा खाली। अगली रात फिर नयी बड़ी शीशी वैसलीन की और पूरी एक लीटर वाली , कडुवा तेल की बोतल,... "
" क्या दी आप भी न एकदम कंजूस , जरा ज़रा सी चीजों का हिसाब रखती हैं , लेकिन ये बताइये यही फोन आएगा न अब हम से क्या शरमाना , हम दोनों तो एक ही नाव में हैं " मैंने भी मुस्कराते हुए उन्हें जवाब दिया।
और अब उन्होंने भी बिंदास आवाज में पहले तो जबरदस्त अंगड़ाई ली फिर बोलीं बड़े झक्कास अंदाज में , ' अब हम लोग वैसलीन वैसलीन नहीं लगाते , तू लगाती है ? "
मैंने भी डबल कॉन्फिडेंस में उन्ही की तरह जवाब दिया , " नहीं दी. आखिर आप की असली एकलौती देवरानी हूँ , जैसे चले जेठानी वैसे देवरानी, मैं अब प्योर आर्गेनिक हूँ , आप के देवर इतना लार टपकाते रहते हैं न बस वही,... "
तबतक ४ मिनट २८ सेकेण्ड हो चुके थे जेठानी जी उठना चाहती थीं लेकिन मैंने कस के पकड़ रखा था , ठीक ४. ३० मिनट बाद घंटी फिर बजी और मेरे और सासु जी के सामने ही उन्हें बात करनी पड़ी, बात ज्यादा लम्बी चली भी नहीं, कुछ हूँ हूँ हाँ, अभी देखती हूँ। माता जी का , ... नहीं नहीं,...
कुछ समझ में मेरे आया, कुछ नहीं। इतना तो मुझे पता था की कल वो आनेवाले हैं और उसके बाद हफ्ते दस दिन घर पर ही रहेंगे। उनका बिजनेस ऐसा था की टूर का काफी काम रहता था, महीने में पन्दरह बीस दिन तो आम बात थी, हाँ जेठानी जी नहीं जाती थीं उनके साथ।
मैं और सासू जी बात ख़तम होने के बाद मुख्या समाचार सुनने का इन्तजार कर रहे थे.
जेठानी जी थोड़ी देर चुप रहीं जैसे उनकी समझ में न आ रहा हो क्या बोले कैसे बोले आखिर जब सासू जी ने टोका तो वो बोलीं।
मामला सच में थोड़ा सा उलझा था, होली के दो दिन बाद ही अचानक उनकी एक दिन चेन्नई में और उसके दो दिन बाद मदुराई में मीटिंग थी, इस लिए उन्हें होली के अगले दिन ही जाना पड़ेगा और आठ दस दिन साउथ इंडिया में,... जो बात जेठानी ने नहीं कही वो मैं और सासू जी दोनों समझ गए.
जेठ जी चाहते थे की जेठानी जी भी उनके साथ जाएँ, मीटिंग के साथ घूमना और मस्ती हो जायेगी,
" तू भी चली जा न, साउथ घूम आएगी, आठ दस दिन की तो बात है,... " सासू जी ने जेठानी जी का धर्म संकट दूर किया पर अब भी जेठानी जी ये सोच रही थीं की इन्हे अकेले छोड़ कर कैसे और रास्ता मैंने निकाला, ...
" आप भी चली जाइये न, आप दोनों आप देखिये साउथ घूमने का इतना अच्छा मौका नहीं मिलेगा, फिर कल मैं भी चली जाउंगी, "
मन तो उनका बहुत कर रहा रहा था लेकिन , फिर दबी जुबान से कुछ चिढ़ाते हुए बोलीं,
" अरे तू जा उसके साथ, मैं कहाँ दाल भात के बीच मूसलचंद।"
कुछ बातों में हम देवरानी जेठानी एकदम एक तरह सोचते थे , एक साथ दोनों बोले,
" अरे आपके लिए भी मूसलचंद का इंतजाम हो जाएगा , घबड़ाइये मत "
Shasuma koi or nandiya ko bhi bhej do. Unka bhi booking ho jaega. Maza aa gaya.२१ दिन
कुछ बातों में हम देवरानी जेठानी एकदम एक तरह सोचते थे , एक साथ दोनों बोले,
" अरे आपके लिए भी मूसलचंद का इंतजाम हो जाएगा , घबड़ाइये मत "
इंटरनेट पर मेरा हाथ तेजी से चलता था, झट से मैने मेल एस्कॉर्ट्स इन साउथ इंडिया साइट खोल दी, एक से एक हंक,...
मैंने सासू जी को दिखाया पीछे से खिलखिलाती हुयी जेठानी भी झाँक रही थी,
" देखिये हर शेप साइज के हैं, मसाज से लेकर फुल सर्विस तक, आपके बेटों को पता भी नहीं चलेगा मैं अभी बुक कर देती हूँ ,... "
सासू ने मेरे गाल कस के पिंच कर लिए,... और अपनी समधन को दस असली वाली गालियां सुनाते बोलीं,
" बहू, तेरे बाप का तो पता नहीं, लेकिन तू एकदम अपनी माँ पर गयी है,... "
यानी वो जाने को तैयार हो गयी थीं.
मैंने जेठानी जी के फ़ोन से जेठ जी का पूरा टूर प्रोग्राम निकाला, फिर उसी के साथ जोड़ के कुछ और ऊपर नीचे का एक ट्रेवेल साइट खोल के कुछ चैट की और जेठानी जी से बोला,
"डन, साउथ के सारे टेम्पल, बीचेज और जेठजी की मीटिंग्स भी, १४ दिन पंद्रह रातें, लेकिन एक मिनट पांच दिन का केरल और जोड़ देती हूँ , बैक वाटर्स, मसाज , पंच क्रिया,... जेठ जी को बोल दीजियेगा की कुछ छुट्टी ले लेंगे कुल २१ दिन "
" वही वो भी बोल रहे थे, कित्ते सालों से इन्होने छुट्टी नहीं ली छुट्टी का कोई मामला नहीं है। पर ट्रेन , रुकने का तुमने इतना लंबा प्रोग्राम बना तो दिया,... "
जेठानी जी अभी भी उलझी हुयी थीं, ... मन तो उनका बहुत कर रहा था, मेरे साथ साथ वो भी बुकिंग देख रही थीं , बेस्ट होटल्स, गाइडेड टूर्स,...
सासू जी भी परेशान लग रही थी,
" पूरे २१ दिन , इतने ट्रेनों में रिजर्वसेशन,... फिर सब जगह का , कैसे,... " मन उनका भी कर रहा था लेकिन कुछ समझ में नहीं आ रहा था, ...
तब तक ये आगये,
नींद से कोई जैसे उठा हो, उसी तरह, रात भर क्या, सुबह नौ बजे तो सोये होंगे,... लेकिन मैं उन्हें देखकर सासू जी से बोली
" अरे आपने ये छह फिट का लड़का क्यों पैदा किया है , खाली मेरी ननदों से आँख मटक्का करने के लिए,... "
और उन्हें मैंने सब कुछ समझा दिया,...
इन सब कामों में तो वो सुपर कम्प्यूटर थे, उंगलिया चलती नहीं दौड़ती थीं, बस दस मिनट के अंदर सारी ट्रेन की, होटल, एजंट्स , लोकल टूर,... और सब का पेमेंट ,. भी
" हे चाय मिलेगी। सब बुकिंग कन्फर्म है , अभी दस मिनट में सारे टिकट बुकिंग डिटेल्स आ जाएंगे, मैं कमरे में जाके प्रिंट आउट निकाल दूंगा। "
जेठानी जी खुश नहीं महा खुश और वो खशी उन्होंने अपने देवर का कान पकड़ के जाहिर की,
" हरदम मेरी देवरानी से मांगते रहते हो, किचेन में तेरी कम्मो भाभी हैं, जाके चाय मांग ले और कुछ मांगना है तो वो भी माँगना है तो वो भी मांग लेना,... "
ये किचेन में गए, और सासू ने अपनी मन में चल रही उथल पुथल बता दी,
" बहू पैसा बहुत लगा होगा न, ... "
मैं बड़ी सीरियस होके बोली,
" हाँ," फिर खिलखिलाती बोली,
" आप काहें चिंता कर रही हैं , बनारस जा रहीं हूँ न वहां दालमंडी ( बनारस का रेड लाइट एरिया ) में अपनी उस छुटकी ननदिया की एडवांस बुकिंग करा दूंगी तीन चार रात की , जो लगा है उस का तीन चार गुना मिल जाएगा।"
"लेकिन घर का क्या होगा, "
मेरी सासू जी ने चिंता व्यक्त की,
Komaliya ki koi jabardast shararat. Lekin ek chij he.इक्कीस दिन की ट्रिप - दक्षिण भ्रमण
मैं उन्हें देखकर सासू जी से बोली
" अरे आपने ये छह फिट का लड़का क्यों पैदा किया है , खाली मेरी ननदों से आँख मटक्का करने के लिए,... "
और उन्हें मैंने सब कुछ समझा दिया,...
इन सब कामों में तो वो सुपर कम्प्यूटर थे, उंगलिया चलती नहीं दौड़ती थीं, बस दस मिनट के अंदर सारी ट्रेन की, होटल, एजंट्स , लोकल टूर,... और सब का पेमेंट ,. भी
" हे चाय मिलेगी। सब बुकिंग कन्फर्म है , अभी दस मिनट में सारे टिकट बुकिंग डिटेल्स आ जाएंगे, मैं कमरे में जाके प्रिंट आउट निकाल दूंगा। "
जेठानी जी खुश नहीं महा खुश और वो खशी उन्होंने अपने देवर का कान पकड़ के जाहिर की,
" हरदम मेरी देवरानी से मांगते रहते हो, किचेन में तेरी कम्मो भाभी हैं, जाके चाय मांग ले और कुछ मांगना है तो वो भी माँगना है तो वो भी मांग लेना,... "
ये किचेन में गए, और सासू ने अपनी मन में चल रही उथल पुथल बता दी,
" बहू पैसा बहुत लगा होगा न, ... "
मैं बड़ी सीरियस होके बोली,
" हाँ," फिर खिलखिलाती बोली,
" आप काहें चिंता कर रही हैं , बनारस जा रहीं हूँ न वहां दालमंडी ( बनारस का रेड लाइट एरिया ) में अपनी उस छुटकी ननदिया की एडवांस बुकिंग करा दूंगी तीन चार रात की , जो लगा है उस का तीन चार गुना मिल जाएगा।"
"लेकिन घर का क्या होगा, "
मेरी सासू जी ने चिंता व्यक्त की, पर अब जेठानी जी ऑलमोस्ट झुंझला रही थी, किसी तरह झुंझलाहट रोक के वो बोलीं ,
" कम्मो है न ".
मैं समझ रही थी लेकिन मेरी दिमाग की शैतान की चरखी कुछ और तेजी से चल रही थी, घर खाली रहेगा, सिर्फ कम्मो, अगर किसी तरह गुड्डी रानी यहाँ आ जातीं तो कम्मो का पूरा प्लान बिना रोक टोक के हो जाता है,
मेरे दिमाग की चरखी डबल स्पीड से घूम रही थी, कितना सुनहला मौका, कल रात गुड्डी रानी की जो जबरदस्त रगड़ाई हुयी थी , और आज जो कर्टसी रीत मैं भौरों के साथ उसके संवाद सुन रही थी। चार से तो ऑलमोस्ट उसने स्कर्ट पसारने के लिए हाँ कर दी थी, बेचारे लिबरा भी तो पिछले छह महीने से रहे हैं, और कम्मो ने जो होली के अगले ही दिन अपने गाँव के तीन जबरदस्त पठान के लौंडो को दावत दी है, गुड्डी रानी के कुंवारे बिन फटे कोरे पिछवाड़े की,...
मेरी सास और जेठानी २१ दिन के लिए गायब, २१ दिन तक ये घर खाली रहेगा, अगर किसी तरह वो अनारकली यहाँ आ जाए, फिर तो,.. और एक बार कम्मो के चक्कर में , फिर गुड्डी रानी के चाहने से भी कुछ नहीं होगा, दिन रात चक्की चलेगी,... लेकिन कैसे, कैसे ,...
और उधर सास मेरी परेशांन थी, घर कैसे खाली छोड़ के, वो भी इतने दिनों के लिए, पर साउथ घूमने का मौका भी,...
और मेरी जेठानी परेशान थी , साजन के साथ २१ दिन लगातार रात में भी, दिन में भी, केरल के बीच , मस्ती के साथ , अपनी किटी पार्टी वालियों पर रोब झड़ने का कित्ता अच्छा मौका लेकिन , घर को लेकर अगर कही सासू जी ने, वैसे भी जेठ जी के साथ वो कम ही निकल पाती थीं, हर बार यही बात अटक जाती थी, माँ अकेले कैसे रहेंगी, कहीं कोई परेशानी हो जाये, और अब जो रिजर्वेशन हो गया, छुट्टी की भी प्लानिंग तो ये नया भूत, घर का, कौन रहेगा,आखिर कम्मो है तो और वो कौन सी बच्ची है,... उनके मुंह से निकल ही गया,
" कम्मो है न " .
लेकिन मेरी सास अभी भी पूरी तरह कन्विंस नहीं थी ,
मैंने भी जेठानी जी की तरफदारी की और वही बात दोहराई,
" दी ठीक तो कह रही हैं, कम्मो है न ,... "
लेकिन मेरी दिमाग की बत्ती तभी जली, पूरे १००० वाट का बल्ब,... और मेरी उँगलियाँ मोबाइल पर दौड़ने लगी, एक साथ चार चार व्हाट्सऐप मैं कर रही थी , दो फोन आये , एक को होल्ड कराया, दूसरे से बात की
जेठानी जी और सासू जी दोनों ध्यान से मेरी ओर देख रही थीं, पूरे चार मिनट तक,... फिर मैंने मुस्कराकर अपनी सासू जी की ओर देख कर कहा,
" हो गया, एकदम पक्का इंतजाम,.. लेकिन एक बात का जुगाड़ तो मैं करवा दूंगी , लेकिन दूसरी बात के लिए आपकी जरूरत पड़ेगी। "
पक्का इंतज़ाम - ननदिया का ,
मुस्करा के मैंने एक साइट खोल ली, और दिखाते हुए बोली,
" ये देखिये सिक्योर अलार्म और सीसी टीवी वालों से मेरी बात हो गयी है , ... शाम को चार बजे वो लोग आ रहे हैं , बरामदे में ही वो चार डोम कैमरे लगा देंगे सारे के सारे एच डी नाइट विजन, . और तीन बुलेट कैमरे सीधे कमरों के दरवाजों पर,... उसी तरह बाहर के दरवाजे, खिड़कियों पर और यहाँ तक की सड़क वाले गेट पर, वहां ताला लगा रहेगा, कोई आएगा तो सड़क से ही उसे बेल बजानी पड़ेगी और वहीँ से बात करने का सिस्टम रहेगा, कम्मो चेक कर लेगी और जब वो बटन दबाएगी तभी गेट खुलेगा, उसके अलावा बाहर वाली खिड़कियों पर वो प्रेशर पैड लगा देंगे, खिड़कियां वैसे तो अंदर से बंद रहेंगी, बाहर से कैमरे भी रहेंगे, लेकिन अगर कोई बाहर से उन खिड़कियों को या बाहर वाले दरवाजों को खोलने की या छूने की भी कोशिश करेगा तो बहुत तेजी से अलार्म बजेगा, चारों और लाइट जलेगी और उस अलार्म कंपनी वाले के यहाँ भी एलर्ट हो जाएगा और साढ़े चार मिनट में उनके छह सिक्योरटी गार्ड यहाँ पहुँच जाएंगे,... कुल १६ कैमरे लगेंगे, और एक बड़ा सा एन वी आर, एक एल इ डी टीवी पर सारे १६ कैमरे लाइव आते रहेंगे , और साथ में चार टीबी की एक हार्ड डिस्क जिसमें १८ दिन की पूरी रकिर्डिंग होगी , लेकिन उससे भी अच्छी बात ये सब आई पी ऐड्रेस से लिंक रहेगा इसलिए सारे कैमरे मोबाइल पर भी "
जेठानी जी थोड़ी परेशान हो रही थीं मोबाइल वाली बात सुन के लेकिन मैंने बात साफ़ कर दी,
" अरे आप लोगों के मोबाइल पर नहीं , सिर्फ मेरे मोबाइल पर अरे ससुराल में तो मेरी बहने भौजाइयां सब इनमे उलझी रहेंगी, मैं तो खाली ही रहूंगी। और कौन लगातार देखना है , कभी कभी देख लुंगी,... "
जेठानी जी ने चैन की सांस ली, उनकी जेठ जी के साथ कबड्डी में कोई विघ्न नहीं पड़ने वाला था, .... इतने दिनों बाद तो साजन का इतना लम्बा साथ मिलने वाला था.
सासू जी भी खुश , पक्का इंतजाम हो गया।
लेकिन मैंने असली बात आगे बढ़ाई और सासू जी से मिनती की,...
" लेकिन आप की थोड़ी सी हेल्प लगेगी,... "
और एक मिनट के लिए चुप हो गयी, सासू जी ने दुलार से मेरा सर सहलाते हुए कहा,
" बोल न "
और जेठानी जी ने हड़काया लेकिन प्यार से,
" हे चल सस्पेंस न बना, बोल न "
मैंने भी पहले थोड़ी भूमिका बनाई फिर मुद्दे पर आयी,
" असल में सब काम तो कम्मो से हो जाएगा, लेकिन कुछ काम उसके बस का नहीं है जैसे जो रिकार्डिंग होगी, उसे दिन में दो तीन बार उलट पुलट के चेक कर के देख लेना होगा की सब कैमरों की रिकार्डिंग आ रही है की नहीं , वैसे मुश्किल से दस पंद्रह मिनट का काम है लेकिन सब इंस्ट्रक्शन अंग्रेजी में लिखे होंगे तो इसलिए कम्मो के लिए, फिर रोज सुबह आठ दस बजे, अलार्म बंद और शाम को आठ बजे के आसपास अलार्म ऑन करना पर उसके भी सब इंस्ट्रक्शन इंग्लिश में ही हैं, लेकिन सब से बड़ी बात ये है की अलार्म कंपनी हर दूसरे दिन अलार्म का पासवर्ड दिए गए मोबाइल पर भेजती है, १६ डिजिट का और उसमें शब्द, गिनती, कैपिटल स्माल सब होते हैं, इसलिए वो तो कम्मो के लिए मुश्किल होगा तो पहले मैंने सोचा की अनुज होता तो उसी को बोल देती, कुछ दिन यहाँ आके , लेकिन ,...
मेरी बात काटी सासू जी ने " वो तो बनारस में है , होली के बाद उसका पेपर है "
और आगे जो बात मैं चाहती थी पर खुद कहने से बच रही थी, मेरी जेठानी ने पूरी कर दी,
" अरे तो गुड्डी है न, उसका स्कूल भी तो एकदम बगल में हैं , यहीं से स्कूल चली जायेगी,... "
" " और कम्मो है न कोई अकेले तो उसको रहना नहीं है , कम्मो भी तो उसकी भौजी है, नाश्ता खाना उसके जिम्मे, सुबह तैयार होक यहीं से स्कूल ,... "
सासू जी ने भी वही बात कही. लेकिन तबतक जेठानी जी ने इनके ननिहाल में फोन लगा दिया था, और फोन सासू जी के हाथों में,
कन्विंस करने की पावर सासू जी में गजब की, दो चार मिनट तो इधर उधर लेकिन पूरे ११ मिनट बात करने के बाद उन्होंने सूचना दे दी, काम हो गया लेकिन होली का क्या होगा वही , ... होली में तो वो अपने घर में ही,...
मैंने तुरंत सासू जी को हल बता दिया,... आप लोगो की ट्रेन होली की रात में दस बजे है, सवा नौ, साढ़े नौ निकलिएगा तो भी चलेगा, बस वो होली के दिन शाम को साढ़े सात, आठ तक आ जाये,...
और यही बात सास जी ने आगे बढ़ा दी , तय हो गया की गुड्डी रानी ठीक आठ बजे होली वाले दिन आ जाएँगी , उस के बाद घर उनके हवाले हाँ एक काम उन्होंने मुझे पकड़ा दिया , गुड्डी को कन्विंस करना,
एकदम, एकदम आखिर उसकी भाभी हूँ , ननद को पटाने का काम भाभी नहीं करेंगी तो कौन करेगा।
और मैंने चैन की साँस ली, अब मेरी ननद की कुटाई का पक्का इंतजाम हो गया था, २१ दिन वो यहीं रुकेगी, उस मेरे कमरे में जहाँ कल उसकी झिल्ली फटी थी, और कम्मो के भरोसे, जिसने पहले ही उसे साफ़ साफ़ बता दिया है, अगवाड़ा उसके भैया ने फाड़ा है लेकिन पिछवाड़ा बनारस वाले फाड़ेंगे,...
तब तक जेठ जी मिस्ड काल वाला फोन आ गया और जेठानी जी अपने कमरे में चली गयीं, सासू जी भी किचेन में कम्मो से बात करने , और मैंने गुड्डी को फोन लगाया। लेकिन उसके पहले जो रीत ने जासूसी वाला ऐप दिया था उससे अपनी ननदिया के व्हाट्सऐप में घुस के उसके भौंरो से हुए मेसेज खंगाले और दो की बात की रिकार्डिंग भी सुनी , परेशानी वही थी, मिलन कहाँ हो?
Lo chidiya chug gai dana. Bhabhi he to fikar kesi. Chhutki chhinar komal devi ki sharan me he. Ab bas chhinariya to tange felae rakh. 21 din Ron ragadai hogi. Wow maza aa gayaभौंरे
एकदम, एकदम आखिर उसकी भाभी हूँ , ननद को पटाने का काम भाभी नहीं करेंगी तो कौन करेगा।
तब तक जेठ जी मिस्ड काल वाला फोन आ गया और जेठानी जी अपने कमरे में चली गयीं, सासू जी भी किचेन में कम्मो से बात करने , और मैंने गुड्डी को फोन लगाया।
लेकिन उसके पहले जो रीत ने जासूसी वाला ऐप दिया था उससे अपनी ननदिया के व्हाट्सऐप में घुस के उसके भौंरो से हुए मेसेज खंगाले और दो की बात की रिकार्डिंग भी सुनी , परेशानी वही थी, मिलन कहाँ हो?
कुड़ी फ़ास्ट लर्नर है , मैं मुस्करायी और अपनी कम्मो भौजी की पक्की चेली। उसके १४ भौंरो में से जिन चार भौंरो को पहले चारा डालने को कम्मो ने बोला था, ये दो उसी में थे, एक तो उसी के गली के बाहर रहता था, और दोनों पिछले आठ महीने से लगातार उसकी गली से उसके स्कूल तक साथ साथ जाते थे और छुट्टी होने पर साथ साथ जाते थे, कितने तो मेसेज, चिट्ठियां,...
और आज सुबह से दोनों के दर्जन बाहर मेसेज का गुड्डी रानी ने न सिर्फ जवाब दिया, बल्कि दो बार दोनों से गुटरगूं भी हुयी और बात मिलने तक भी पहुँच गयी, लेकिन मामला वहीँ जाकर अटक गया , एक अपनी फेमली के साथ रहता था दूसरा किराए के कमरे में जहाँ दो और लड़के उसके साथ रहते थे, और छोटा कस्बाई शहर तो कोई ऐसे कैफे, रेस्टोरेंट भी नहीं थे,... और वहां ' वो ' सब हो नहीं सकता था जो भौंरे चाहते थे,... आखिर आठ महीने से इन्तजार करने के बाद तो लड़का सीधे टाँगे फैलाना चाहेगा,
और मैं भी तो यही चाहती थी,... की न सिर्फ मेरी ननद की टाँगे फैले बल्कि उसके मोहल्ले के लौंडे उसे हचक हचक के चोदे।
अब उसका मैंने पक्का इंतजाम कर दिया था पूरे २१ दिन तक, दिन रात,...
अगला फोन मैंने गुड्डी रानी को लगाया और उसके फोन उठाते ही चिढ़ाना शुरू कर दिया,
" ननद रानी ने कितने भौंरो को चारा डाला , ... कित्तों से गुटरगूं हुयी। "
वो पहले जोर से खिलखिलाती रही, फिर बोली आप और कम्मो भौजी का हुकुम था , लेकिन भाभी आप की बात एकदम सही थी, दो से बेचारे बहुत दिन से चक्कर काट रहे थे आज मैंने दो के व्हाट्सऐप का जवाब दे दिया , बस तीन मिस्ड काल डेढ़ मिनट के अंदर, ... पांचवी काल पर मैंने उठा लिया, क्या चमचा गिरी कर रहे थे स्साले, बस एक बार मिल लो प्लीज, प्लीज,...
" तो मिल जाती न , मिलने की बात कर रहे थे चुदवाने की तो नहीं,... " मैंने उसे छेड़ा।वो खुद खिलखिलाते बोली , " मन तो उन सबों का वही कर रहा था, दोनों हैं नंबरी, कम्मो भौजी ने सही सेलेक्ट किया है , लेकिन,... "
अब उसकी आवाज में उदासी थी ,...
" वही तो ,... बाहर सब लोग जानते पहचानते ,हैं फिर एक तो मोहल्ले का ही है , मेरी गली के बाहर वाला "
" आखिर मैं किस लिए हूँ , बोल करवा दूँ जगह का जुगाड़ लेकिन सीधे से टांग फैला देना अपने यार के आगे, ज्यादा ंनखड़ा नहीं,... " सस्पेंस मैंने जारी रखा.
" भाभी आप भी न , कल सुबह सुबह तो खुद अपने मायके चली जा रही है, मायके के यारों की पिचकारी का मजा लेने ,.. " कुछ उदासी कुछ चिढ़ाते वो बोली,
" तो तू भी चुदवा न अपने मायके के यारों से , ...चल यार तू भी क्या याद करेगी , मुझे लग गया था मेरी नंनदिया की क्या परेशनी है , और उसका मैंने हल भी निकाल लिया है ,... बस एकदम टोटल प्राइवेसी , किसी को कानोकान खबर नहीं होगी , किस यार से तू मिल रही है , चौबीसों घंटे , कोई नहीं ,... "
अब वो और गुस्सा हो गयी,
" भाभी आप भी न आप के कहने पर मैंने बात करना शुरू किया अब तो पांच मिनट का मिलना भी मुश्किल है और आप क्या क्या बोले जा रही हैं। "
और जब मैंने उसको पूरी बात बताई, होली के दिन शाम को वो हम लोगों के घर पर , और शाम को घर से सब लोग २१ दिन के लिए बाहर, ... वो अकेले बस कम्मो , और कम्मो तो खुद चाहती है,... ऊपर वाले मेरे कमरे में ही हम लोगो के बेड पर , स्कूल उसका पास में ही है तो जो भौंरे स्कूल से उसका पीछा करते है , वो बस उसके पीछे,...
बस हम लोग गले नहीं मिले और फोन पर हाई फाइव हो गयी लेकिन गुड्डी रानी ने शेडूलिंग की प्राबलम खड़ी कर दी, ...
" भाभी, होली के अगले दिन तो कम्मो भौजी के गाँव के रिश्ते वाले भैया, पहले से उन्होंने बोल रखा था तो ये दोनों,... "
" चल कोई नहीं , तूने तो अभी दो को ही न ,... तो मंगल , बृहस्पति , शनिवार को तेरे भौंरे , सायंकालीन सभा में, स्कूल से तेरे पीछे पीछे, ... और बाकी दिन तू कम्मो भौजी के हवाले ,... "
" एकदम सही भाभी और उस ने फोन काट दिया और मैं समझ गयी भौंरों से बात करने के लिए चींटे काट रहे होंगे , ये खुश खबर सुनाने के लिए।
रीत के दिए ऐप का फायदा उठाकर मैं अपनी ननद के फोन में घुस गयी,... और मान गयी मैं अपनी छुटकी ननदिया को,... स्साली
एकदम शरारती, और जो मैंने और कम्मो ने उसे सिखाया था, सब का सब उसने अच्छी तरह से सीख लिया था , भौंरों को ललचाना, फंसाना, इशारे कर कर के लुभाना,
Chhinariya to badi tez he. Ese bholi ban rahi thi. Bate to jabardast. Komal ki tarah planing kar rahi he. Par he to ab bhi niche superb....खुश खबर
" चल कोई नहीं , तूने तो अभी दो को ही न ,... तो मंगल , बृहस्पति , शनिवार को तेरे भौंरे , सायंकालीन सभा में, स्कूल से तेरे पीछे पीछे, ... और बाकी दिन तू कम्मो भौजी के हवाले ,... "
" एकदम सही भाभी और उस ने फोन काट दिया और मैं समझ गयी भौंरों से बात करने के लिए चींटे काट रहे होंगे , ये खुश खबर सुनाने के लिए।
रीत के दिए ऐप का फायदा उठाकर मैं अपनी ननद के फोन में घुस गयी,... और मान गयी मैं अपनी छुटकी ननदिया को,... स्साली
एकदम शरारती, और जो मैंने और कम्मो ने उसे सिखाया था, सब का सब उसने अच्छी तरह से सीख लिया था , भौंरों को ललचाना, फंसाना, इशारे कर कर के लुभाना,
सबसे पहले मेरी ननद के फोन से उस की गली वाली यार के पास फोन की घंटी गयी, लेकिन पहली घंटी जाते ही मेरी ननद ने फोन काट दिया, और मुस्कराने लगी, बिजली का असर हुआ उस के यार नंबर वन पर, तुरंत ही उस का फोन आया, पांच , छह , आठ घंटी बजी , लेकिन गुड्डी रानी ने फोन नहीं उठाया। थक कर घंटी फिर रुक गयी,
मैं जो सोचती थी वही हुआ, उस भौंरे ने दुबारा फोन लगाया फिर वही घंटी बज बज कर , वो मुस्कारते हुए फोन को देख रही थी. पांच बार फोन बजा, जब छठवीं बार उसका फोन बजा और पांच छह घंटी बजी तो बड़ी बेरुखी से उसने फोन उठाया और बोली,
" हे क्या है, फोन क्यों कर रहे हो, ... "
" आप, तुम,आप का , मेरा मतलब आप का,... "
बेचारा भौंरा घबड़ा रहा था झिझक रहा था पर गुड्डी ने खिलखलाते हुए उसे छेड़ा,
" अरे तू भी न कैसा लड़का है , मेरी गली का है , पूरे सात महीने से पीछे पड़ा है , लाइन मार रहा है और अभी तक नाम नहीं मालूम कर पाया, आप तुम में उलझा हुआ है, मेरा नाम नहीं मालूम है क्या,... बोल न काहें को फोन किया,... "
" वो मिस्ड काल थी,... आपकी, तेरी " मुश्किल से वो बोल पा रहा था ,
" अरे यार गलती से दब गया होगा,.. चल काटती हूँ। " गुड्डी बोली लेकिन वो बेचारा तुरंत बोल उठा,...
" नहीं नहीं थोड़ी देर बात करो न , तुम्हारी आवाज अच्छी लगती है मीठी मीठी,... "
" मक्खन, मक्खन, अच्छा चल तेरे लिए एक खुशखबरी, तू मार मिलने के लिए बेचैन हो रहा था न तो चल अगले मंगल को तेरा मंगल हो जाएगा। तुझसे तो हुआ नहीं मैंने जगह का जुगाड़ कर लिया है. "
" कहाँ,... " बेचारा एकदम बेताब, उछल पड़ा, मारे ख़ुशी के।
" अरे तुझे आम खाने से मतलब या पेड़ गिनने से,... " गुड्डी उसे हड़काते बोली।
" नहीं सिर्फ कच्ची अमिया कुतरने से ,... " वो भंवरा बोला।
मान गयी मैं, लौंडा मस्त था. और मेरी ननद की कच्ची अमिया भी तो सारा शहर दीवाना था.
" पीटेगा तू, बहुत जोर से पिटेगा मेरे हाथ से, थोड़ी सी लिफ्ट क्या दे दी,... सुन, यार रोज से तू स्कूल से मेरे पीछे पीछे आता है स्कूल ख़तम होने पर बिना नागा, तो बस मंगल को भी स्कूल बंद होने पर मेरे पीछे पीछे, बस पता चल जाएगा, लेकिन सुन ले तीन तगड़ी शर्ते हैं मेरी , अगर मंजूर हो ,... " गुड्डी मुस्कराते हुए बोली।
" यार तीन क्या तीन सौ शर्तें मंजूर हैं एक बार बोल तो सही." अब भौंरे से रहा नहीं जा रहा था।
" देख पहली शर्त, सिर्फ सात मिनट,... अच्छा चल ज्यादा मुंह मत लटका ओके चौदह मिनट, उससे ज्यादा एक मिनट नहीं, दूसरी बात , सोशल डिस्टेंसिंग पूरे दो गज की , एक इंच भी अगर नजदीक आने की कोशिश की न तो सोच ले , और हाँ तीसरी बात , सिर्फ बातचीत वो भी सीधी साधी, कोई रोमांस वोमान्स नहीं और अगर डबल मीनिंग शुरू किया न तो जबरदस्त पिटाई होगी , सोच लेना,... " गुड्डी अब पूरे रंग में थी, पर भौंरे ने ब्रेक लगा दिया,
" दो गज दूर रहोगी तो पिटोगी कैसे,... " बड़े भोलेपन से उसने पूछा।
" सैंडल खींच के मारूंगी, " खिलखिलाते हुए गुड्डी ने बोला और फोन काट दिया।
मैं समझ गयी अब वो दूसरे वाले को बृहस्पति वार की शाम की डेट देगी। मेरा काम होगया था। अब ये पक्का था गुड्डी रानी होली की शाम को आ जाएँगी , और पूरे २१ दिन ,... और साथ में सिर्फ कम्मो भौजी।
नीचे से जेठानी जी खाने के लिए आवाज दे रहीं थी, मैं नीचे पहुँच गयी और पहुँचते ही खुश खबर सुनाई, गुड्डी से बात हो गयी है , वो तैयार है। होली की शाम को सात बजते आ जायेगी अपना स्कूल का बैग और कपडे लेकर।
मेरी सास और जेठानी दोनों खुश. जेठ जी ने भी कन्फर्म कर दिया था प्रोग्राम, कल वो दोपहर के पहले आ जाएंगे , हालांकि हम लोग सुबह ही निकल जाएंगे इनकी ससुराल को .
Master ho aap to. Pariwarik majak vo chhed chhad. Vo dabi hui masti bhari bate kitni ashani se darsaya he. Superb२१ दिन की ट्रिप ----- पक्की
नीचे से जेठानी जी खाने के लिए आवाज दे रहीं थी, मैं नीचे पहुँच गयी और पहुँचते ही खुश खबर सुनाई, गुड्डी से बात हो गयी है , वो तैयार है। होली की शाम को सात बजते आ जायेगी अपना स्कूल का बैग और कपडे लेकर।
मेरी सास और जेठानी दोनों खुश. जेठ जी ने भी कन्फर्म कर दिया था प्रोग्राम, कल वो दोपहर के पहले आ जाएंगे , हालांकि हम लोग सुबह ही निकल जाएंगे इनकी ससुराल को .
खाने के समय इन्हे छेड़ने में बहुत मजा आता था, सीधे नहीं तो मेरी ननद और सास के बहाने। वैसे भी उस समय मैं और जेठानी जी एक हो जाते थे, सासू जी न्यूट्रल। जिन चीजों को लेकर मैं जब उन्हें रात में चिढ़ाती थी, तो ये सीधे दूसरे गियर से चौथे गियर में पहुँच जाते और मेरा भुरकुस बना के छोड़ते थे, लेकिन खाने की टेबल पर बेचारे एकदम सीधे बने , सर झुकाये,... आज मैं सासू जी को चिढ़ा रही थी,... कमरे सब बुक हो गए थे , डिटेल भी आगये थे,... मैं सासू जी को बता रही थी, ' देखिये आपकी हर बुकिंग में डबल बेड वाले डीलक्स रूम को आप के बेटे ने बुक कराया है, आप के बेटे बहू से दूर,... जिससे आप के कमरे के शोर का उन लोगों को न पता चले,... केरल में तो मैंने रोज मालिश की बुकिंग कराई है , आखिर दिन भर की थकान,... पैर से शुरू कर के फुल बॉडी मसाज, आखिर घूमने जा रही हैं , पूरा मजा लीजियेग,.... "
जेठानी क्यों अपनी सास की खिंचाई का मौका छोड़तीं, वो भी अपने देवर के सामने, मुझे उन्होंने और चढ़ाया,... " हाँ, वो क्या कह रही थी तू , हाँ क्या तो नाम था , हाँ एस्कॉर्ट उसकी भी बाकी जगह भी बुक करा दे, इनके लिए ,... "
"एकदम दी, अभी कर देती हूँ आपने अच्छा याद दिलाया, आखिर २१ दिन के लिए घर से बाहर जा रही है, फिर इत्ते मंदिर घुमेगीं तो पुराना किया धरा तो सब साफ , इस लिए कुछ नया,... "
पर बात टालने में मेरी सास एकदम अपने बेटे पर गयी थीं , ये सब मजाक अच्छे तो तो उन्हें भी लग रहे थे, लेकिन,... और उनको बात टालने का मौका मिल गया. कम्मो आ गयी थी और वो मुझसे बोलीं,
" अरे इसको बताया की नहीं की २१ दिन तक घर की पूरी जिम्मेदारी उसके ऊपर,... " और सासू जी ने पूरी बात बता दी की कैसे वो जेठ जी , जेठानी जी होली की रात में दस बजे की ट्रेन से जा रही हैं, साउथ के लिए और तीन हफ्ते तक कम्मो को कहीं जाना नहीं है , घर रखाना है. "
कम्मो परेशांन, लेकिन सासू जी ने तुरंत उसकी मन की बात समझ ली , और दुलार से मेरी पीठ सहलाते बोलीं , की अरे तू मेरी नयी बहू को नहीं जानती, इसकी माँ ने पूरे बनारस में घूम घूम के के कैसे गाभिन हुईं थी ये तो उनको भी नहीं मालूम लेकिन बिटिया जबरदस्त पैदा की हैं. उसका दिमाग, मैं तो सोच ही नहीं सकती पता नहीं क्या क्या कैमरा अलार्म,... मैं तो सोच रही थी की मैं न जाऊं , लेकिन अब , और फिर सब टिकट कमरा एडवांस में बुक कर दिया है,... "
कम्मो के अभी भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था , मैं ने उसे आँख मारी , मुस्करायी भी, पर वो घर की जिम्मेदारी को सोच सोच के , आखिर मुझे बोलना पड़ा,...
" अरे भौजी आप अकेले थोड़ो रहेंगी , आप की छुटकी ननदिया भी रहेगी न , बस जो काम करवाना होगा उस से करवाइयेगा। गुड्डी रानी होली की शाम को ही सात बजे , दिन भर अपने मोहल्ले के लौंडो से होली के खेलने के बाद आ जाएँगी, अब होली में ये तो यहाँ रहेंगे नहीं तो क्या करे वो , लेकिन मुझसे उसकी बात हो गयी है , शाम को सात बजे ही, होली वाले दिन आ जायेगी,.. और इन लोगों की ट्रेन तो दस बजे हैं न , तो सब के जाने के पहले, स्कूल उसका तो बगल में ही है , छत पर से तो दिखता है, ... बस तैयार होके यहीं से स्कूल और फिर सीधे यहीं,... ऊपर हम लोगों वाले कमरे में , बाकी सब आप के हवाले,... "
अब कम्मो भौजी मुस्करायीं और सासू जी से बोलीं,
" आप लोग जाइये, मैं घर छोड़के कहीं नहीं जाउंगी, आप लोगों के आने के बाद देखा जाएगा,... ये अच्छी बात है घर में कोई और रहेगा , तो कभी घंटे आधे घंटे बाजार हाट के लिए जाना भी पड़ा."
बरतन रखने में जब किचेन में गयी तो बाकी की बात मैंने कम्मो से कर ली।