देवर ने बहुत चिरौरी मिनती की मान लिया उसकी बहिन , भौजी जिससे भी कहेंगी , चाहेंगी , वो वो उसकी बहिन के ऊपर चढ़ेगा ,...
और देवर के हाथ खुल गए , लेकिन अभी भी वो नीचे दबा था ,
हाँ देवर भौजी दोनों का फायदा होगया , दोनों चूँची का रस कस कस के वो निचोड़ रहा था , कस के भौजी की पीठ देवर ने पकड़ ली ,
और अब जब कम्मो ने धक्के लगाने शुरू किये तो नीचे से अनुज भी धक्के का जवाब धक्के से देता , वो भी अब कभी भौजी के रसभरे उभार चूस लेता , कभी अपने नाख़ून भौजी की पीठ में गड़ा देता ,
और भौजी मस्ती में , एकदम लंड उसका बाहर निकाल कर , ... एक धक्के में पूरा अंदर , गप्प और जोर से अपनी चूत को सिकोड़ के देवर का लंड भींचने लगतीं , कोई भी देवर ऐसी ही होली चाहेगा ,
पर कुछ देर बाद देवर ऊपर भौजी , धक्के थोड़े धीमे होगये , मस्ती बढ़ गयी , चुम्मा चाटी , काटा काटी ,
एक बार भौजाई की मोटी मांसल जाँघे देवर ने फैलाई और अब चुदाई एक बार फिर पूरी जोर से , देवर इतना कच्चा खिलाड़ी भी नहीं था , लंड के बेस से वो कम्मो भौजी की क्लिट रगड़ने लगा
कम्मो की देह थरथराने लगी , कांपने लगी , और उस के बाद जोर जोर के धक्के ,
कम्मो ने झड़ना शुरू किया , उसकी बुर ने देवर का लंड भींचना शुरू किया और साथ में अनुज भी ,
देर तक देवर की पिचकारी सफ़ेद रंग फेंकती रही भौजी की बाल्टी में , जिसके बिना किसी देवर भाभी की असली होली पूरी नहीं होती ,
देर तक अनुज कम्मो के ऊपर पड़ा रहा और उठा तो कम्मो की जाँघों के बीच , गाढ़ी सफ़ेद मलाई थक्केदार बाहर बहती हुयी ,
कम्मो ने अंगुली से निकाल के देवर को चटा दिया और एक बार कस के फिर बाँहों में बाँध लिया और लेटी रही ,
फिर कम्मो ने पूछना शुरू कर दिया , बताना शुरू कर दिया ,
बनारस का प्रोग्राम , ... अनुज ने बताया , होली के अगले ही दिन उसका इम्तहान है , इसलिए आज ही निकल रहा है , तीन चार दिन कोचिंग , लेकिन गुड्डो और उसकी माँ दोनों ने बोला है इम्तहान के बाद चार पांच दिन रुकने का , होली में तो वो कमरे में बंद रहेगा , अगले दिन एग्जाम , इसलिए ,
कम्मो ने समझाया , अरे यार बनारस में रंग पंचमी होती है , होली के बाद भी पांच दिन तक होली , तो तुम्हारे एग्जाम के बाद भी तीन दिन तक तो होली रहेगी , लेकिन समझ लो , क्या करना है , गुड्डो की तूने ले ही ली है , अब गुड्डो की माँ उसकी सहेलियां , बनारस का रस सबको नहीं मिलता , और हम लोगों की नाक मत कटवाना , कोई बचनी नहीं चाहिए , उमर वुमार रिश्ता विस्ता मत देखना , बस सीधे , ...
और शुरू हो गयी कम्मो की पाठशाला ,