राजेश सुमन का घर पहुंचा । दरवाजा बंद था उसने घंटी बजाया।सुमन इस समय लहंगा चोली पहनकर तैयार बैठी राजेश का ही आने का इंतजार कर रही थी।
बेल बजने पर उसका दिल जोरो से धड़कने लगा। वह दरवाजा खोलने धड़कते दिल के साथ गई। दरवाजा खुलने पर देखा सामने राजेश खड़ा था।
सुमन खाफी खूबसूरत और हॉट लग रही थी। पोर्न स्टार की तरह बड़ी बड़ी चूचियां, पतली कमर, उसके गोरे बदन पर खूबसूरत गहरी नाभि, किसी भी मर्द को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए पर्याप्त था।
राजेश एक टक सुमन को ही निहारने लगा। उसके शरीर का मुआइना करने लगा। सुमन राजेश द्वारा इस तरह देखने शर्म महसूस करने लगी।
सुमन सिर नीचे कर मुस्कुराते हुवे बोली अब दरवाजे पर ही खड़े रहोगे या अंदर भी आओगे मेरे स्वामी जी।
और वह मुस्कुराने लगी।
राजेश सुमन के खूबसूरती में खो गया था।
वह जैसे नींद से जागा और शर्माते हुवे कहा, सामने कोई स्वर्ग की अप्सरा खड़ी हो तो पुरुष की आंखें चौड़ी होगी ही, मेरी रानी। राजेश ने अपना दोनो हांथ सुमन के कमर पे रख अपनी ओर खींचते हुवे कहा।
सुमन _अछा जी, मै तुम्हे अप्सरा लगती हू, तो आज दिनभर मेरी याद क्यू नहीं आई,? सुमन ने अपने दोनो हाथों को राजेश के गले में डालते हुए बोली।
भगत _आज दिन भर जहा था। अपनी रानी को ही याद कर रहा था।
सुमन _चल झूठे। पता है तुम्हे कालेज में न पाकर और तुम्हारा मेरी काल न उठाने से कितनी परेशान हो गई थी।
भगत _मुझे नही पता था मेरी जान की तुम मेरे लिए इतनी तड़प रही है, नही तो सारा काम छोड़ के तेरे पास चला आता।
ऐसा कहकर, राजेश सुमन को अपनी तरफ और खीच लिया और किस करना चाहा मगर सुमन ने रोकते हुवे कहा, अरे तुम तो अभी से शुरू हो गए।
राजेश _क्या करू, जब बीवी इतनी हॉट और खूबसूरत हो तो, मर्द कितनी देर तक रूक सकता है?
सुमन _नही अभी नही, पहले अंदर चलो।
और सुमन अपने को राजेश से छुड़ाते हुवे, राजेश को अंदर जाकर सोफे पर बैठने को बोला और खुद दरवाजा बंद कर उसके पास आ गई।
सुमन _बोलो क्या खाओगे, तुम्हारे लिऐ कुछ बना दू।
राजेश ने सुमन को खींचकर अपने गोद में बिठा लिया। और उसके कंधे पर अपना सिर रखकर उसके कंधे को चूमते avmएक हाथ से उसका पेट सहलाते हुए कहा।
भूख तो जोरो की लगी है। शरीर की भी और पेट की भी। पहले पेट की भूख मिटा दो फिर शरीर की मिटा देना।
सुमन को अपनी गाड़ में राजेश के land का चुभने और उसके खड़े होने का अहसास हुआ
सुमन _ मुसकुराते हुवे। तुम्हे तो सच में बड़ी जोर की भुख लगी है।भूख लगी थी तो फ़ोन पर ही बता देते मै कुछ बना के रख देती। बोलो क्या खाओge
राजेश उसके चूची को मसलते हुए कहा।
मन तो कर रहा है तुम्हे पहले खाउ, पर नही पहले कुछ बना दो। पहले पेट का भुख मिटा लू।
सुमन हंसते हुवे बोली
ठीक है अब मुझे छोड़ो मैं तुम्हारे लिए कुछ बना के लाती हूं। और वह राजेश के गोद से उठकर मुसकुराते हुए कीचन में चली गई।
राजेश अपने land को सहलाते हुवे उसे जाते हुए देखता रहा।
कीचन में जाकर वह ब्रेड और अंडे से डिस बनाने लगी।
इधर राजेश ज्यादा देर तक इंतजार न कर सका और वह कीचन में जाकर सुमन को पीछे से अपने बाहों मे भर लिया। और उसके गर्दन को चूमने लगा।
सुमन _ मुसकुराते हुवे,अरे स्वामी जी तुम तो बड़े बेताब लग रहे हो थोड़े देर रुक नही सकते क्या?
राजेश _मुझसे रहा नही जा रहा है जान क्या करूं?
और वह सुमन की चोली का बटन खोलने लगा।
सुमन _ये क्या कर रहे हों जानू रूको न पहले कुछ खा तो लो।
राजेश _तुम अपनी काम करो दिलरुबा मुझे मेरा काम करने दो।
सुमन _इसे मत खोलो ना, मुझे शर्म आयेगी।
राजेश नही माना और उसकी चोली निकाल कर ब्रा भी खोल दिया और सुमन की चुचियों को आजाद कर दिया।
और पीछे से उसे अपने हाथो में लेकर मसलने लगा। सुमन सिसकने लगी।
सुमन _ सिसकते हुए,जानू, मुझे शर्म आ रही है, तुम बड़े बदमाश निकले। मै तो तुम्हे भोला भाला समझता था।
राजेश सुमन के पीठ को सहलाने एवम चूमने चाटने लगा।
सुमन किसी तरह डीस तैयार किया। और कुछ नमकीन तलने लगी।
सुमन जानती थी की ऐसे समय में मर्द को क्या खाना चाहिए।
नमकीन तलने के बाद वह राजेश की और मुड़ी और बोली चलो पहले नाश्ता कर लो।
पर राजेश उसके चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा।
सुमन आंखें बंद कर सिसकने लगी।
राजेश अब चूची से नीचे गया और नीचे फर्श पर बैठ कर उसके नाभी को चूमने लगा।
सुमन _उसके सिर को सहलाते एवम सिसकते हुवे कहा, जानू अब बस करो पहले कुछ खा लो अब तो मैं तुम्हारी हू खाने के बाद कर लेना जो करना है।
राजेश खड़ा huwa और अपने पैंट और अंडरवियर उतार दिया उसका land suman को सलामी देने लगा।
राजेश अब सुमन को land चुसने का इसरा किया।
राजेश के land देखकर, सुमन से भी रहा न गया और उसे अपने हाथो में लेकर सहलाने लगा। फिर वह नीचे बैठ गई और राजेश की ओर देखने लगी राजेश ने उसे चुसने का इशारा किया।
सुमन अपनी जीब निकालकर पहले टोपे को चांटा फिर मुंह में टोपे को भर लिया राजेश आनद में अपनी आंखें बन्द कर लिया।
सुमन अब राजेश की ओर देखते हुए land को मुंह में लेकर चूसने लगी।land को अपनी गुलाबी ओंठ में दबाकर चुसने लगी।
राजेश अपने हाथो से सुमन के सिर पकड़ कर सहलाने लगा सुमन राजेश के land को अपने मुंह में गपागप अंदर बाहर करने लगी।
Rajhesh स्वर्ग में पहुंच गया।
कुछ देर land चुसने के बाद land चूसना छोड़ कर सुमन उठ गई और राजेश से बोली चलो पहले नाश्ता कर लो।
और वह प्लेट में नाश्ता निकलकाकर हाल में आ गई। राजेश भी उसके पीछे पीछे आ गया। और सोफे में आकर बैठ गया।
सुमन ने नाश्ता का टुकड़ा अपने हांथ में लेकर राजेश की ओर बढ़ाया।
राजेश ने सुमन से कहा पहले मेरे गोद में बैठो दूध पी पीकर खाना है मुझे।
सुमन मुस्कुराने लगी अच्छा जी आज काफ़ी मूड में लग रहे हो। और हसने लगी।
राजेश उठा और सुमन को अपने गोद में उठा कर सोफे में बैठ गया। राजेश उसके होंठ चूसने लगा।
राजेश अब नाश्ता का टुकड़ा सुमन के मुंह में डाल दिया फिर अपना मुंह आगे बडा कर नाश्ता का टुकड़ा उसके मूंह से अपने मुंह में लेकर खाने लगा और उसके होंठो को चुसने लगा।
कुछ देर तक ऐसे ही चलता रहा फिर उसने अपना शर्ट और बनियान उतार कर फेंक दिया और पुरी तरह नंगा हो गया।
सुमन के लहंगा का नाड़ा खींच दिया और अब सुमन
सिर्फ पेंटी में थी। राजेश पेंटी के उपर से ही उसके chut ko सहलाने लगा जिससे सुमन सिसकने लगी।
राजेश अब पेंटी को भी खींचने लागा सुमन उसे रोकने की कोशिश की पर ज्यादा विरोध न कर सकी और अगले ही क्षण वह पुरी तरह नंगी हो गई। राजेश सुमन के chut ko सहलाने लगा एक ऊंगली अंदर डाल दिया और भगनासे को रगड़ने लगा जिससे सुमन अत्यंत काम विहिल हो गई।
राजेश ने अपने आंखो से सुमन को अपने land पर बैठे का इशारा किया।
सुमन राजेश की ओर मुंह करके उसके land के उपर बैठ गई अब राजेश सुमन को चूमने चाटने लगा और उसके स्तन को मसलने एवम चुसने लगा।
सुमन सिसक रही थी।
अब राजेश सुमन को थोड़ा ऊपर उठा दिया और एक हाथ से अपने land को पकड़कर उसके chut के छेद पर सेट कर दिया। सुमन को बैठने का इशारा किया।
सुमन को भी chudne ki तीव्र इच्छा हो रही थी वह land पर बैठने लगी chut गीली हो चुकी थी। सुमन काफी उत्तेजित हो गई थी, उसके chut का रस झरने की तरह बह रहा था।
सुमन के बैठते ही land boor को चीरता हुआ पूरा अंदर समा गया।