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Incest यह क्या हुआ

Raja1239

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अपनी मां कमला को चंदन पहली बार पुरी तरह नंगी करके चोद रहा था। कमला घोड़ी बनी थीं और चंदन पीछे खड़े होकर दनादन अपना land कमला के chut me पेले जा रहा था।

अपनी मां की गोरे गोरे बड़ी बड़ी चिकनी कूल्हे को देखकर, चंदन बावरा हो गया वह अपनी मां के चूतड को चूमने चाटने लगा।

कमला _शर्माते एवमसिसकते हुवे बोली, बेटे ये क्या कर रहा है।

चंदन _मां तुम्हारी चूतड कितनी खूबसूरत है। पीछे से चोदने में बड़ा मजा आ रहा है।

और चंदन आपनी मां के चूतड सहलाते हुए जोर जोर से चोदने लगा।

मां बेटे दोनो ही दिन दुनिया से बेखबर किसी दुसरे लोक की सैर कर रहे थे। संभोग के चरम सुख को प्राप्त कर रहे थे।

कमला अपने चूतड को चंदन के land से सटा सटा कर उसका पूरा सहयोग दे रही थी। कमरे में थप थप, कमला की चूड़ी की खन खन खनकने की आवाज़ और कमला की सिसकने की आवाज़ गूंज रहा था। जिससे कमरे का माहौल एक दम गर्म हो गया था।

कमला के योनि से रस झरने की तरह बह रहा था।land उसके योनि में गप अंदर बाहर हो रहा था।

चंदन _आह मां chudai में बडा मजा आ रहा है। अब तो मैं तुम्हे रोज ही चोदूंगा । बोलो मां रोज चोदने दोगी न मुझे।
चंदन जोर जोर से चोदते हुए बोला
मां बोलो न क्या तुम्हे मजा नही आ रहा है,,
मुझे रोज चोदने दोगी ना, रोज मेरे कमरे में आओगी न चुदाने बोलो।

कमला स्वर्ग में थी वह सिसकते हुवे बोली। तुम जब भी बुलाओगी आऊंगी बेटा,, आह,ऊ, उई मां,, आह आह ऊ ह आह,, तू बडा मस्त चोदता है re, तेरे बाप से ऐसा सुख मुझे कभी नही मिला।

कमला आंखें बंद कर chudai का मज़ा ले रही थी।

चंदन _ले मां,ले और मजा ले,ले खा मेरा land
ऐसा बोल बोलकर, दोनो chudai ka मजा लेने लगे।

पर कुछ ही देर बाद दोनो अपने चरम अवस्था में पहुंच गए। चंदन अपने मां की क़मर को अपने land se जोर से सटा लिया और झड़ने लगा ढेर सारा गाड़ा गाड़ा वीर्य अपने मां की योनि में भरने लगा, आह मां आह, आह मां, करके कराहने की आवाज़ से कमरा गूंजने लगा।

गरम गरम वीर्य को अपने बच्चेदानी में जाता अनुभव कर कमला का शरीर कपकापने लगा और वह भी झड़ने लगी।

चंदन कुछ देर बाद अपना land अपनी मां की योनि से बाहर निकाला वीर्य कमला के योनि से बाहर बहने लगा लगा।

चंदन और कमला जबरदस्त chudai से थक चुके थे दोनो पलंग पर लेट कर सुस्ताने लगे।

कुछ समय बाद जब कमला होस में आई और देखी की वह अपने बेटे के सामने बिल्कुल नंगी है वह शर्म से गड़ गई तुरंत बेड से उठी और अपनी पेटिकोट पहनने लगी।

इधर जब कमला अपने कपड़े पहनने लगी तो चंदन की नज़र उसके चूतड पर गया जिसे देखकर उसके land में फिर तनाव आने लगा।

इधर कमला अपने ब्लाउज पहनने लगी।

चंदन का फिर से खड़ा हो गया था वह अपने मां को वस्त्र पहनता देख। अपने land सहलाने लगा।

जब साड़ी पहनने के लिऐ चंदन की ओर मुड़ी तब कमला की नज़र चंदन के land पर पड़ी। इस वक्त चंदन अपने मां को देख रहा था और अपना land सहला रहा था। उसका land पूरी तरह तना हुवा था। जिसे देखकर कमला मुस्कुराने लगी।
चंदन _मां देखो न ये तो फिर से खड़ा हो गया। आओ न एक बार और करते हैं।

कमला _, मुस्कुराते हुए बोली, न बाबा ना बहुत देर हो गई है। तुमारा तो हमेशा खड़ा ही रहता है।

चंदन _मां आओ न एक बार फिर मजा लेते है। देखो ना कितना लंबा मोटा हो गया है।

कमला अपनी साड़ी पहन चुकी थी। वह पलंग किनारे बैठे गई और चंदन से बोली।

कमला _अब तुम अपने मन पर काबू रखना सीखो जब देखो खड़ा ही कर लेता है। वह चंदन के land को हाथो में लेकर सहलाते हुए बोली अब जो भी करना है कल कर लेना। ऐसा कह कर वह शर्माते हुवे कमरे से बाहर चली गई। और दरवाजा बन्द कर दी।

चंदन अपना land सहलाते लेटा रहा कुछ देर बाद।
कमरे में किसी की आने की आहट हुई चंदन ने देखा।

चंदा ने दरवाजा धकेलकर कमरे के अन्दर आ गई और चंदन, चंदा को देखकर चौकते हुवे बोला दीदी तुम।

चंदा _मुसकुराते हुवे बोली, लगता है मां बेटा दोनो मिलकर chudai का खूब मज़ा लिए हो। मां कैसे चीख एवम सिसक रही थी।

चंदन _दीदी तुम यहां, तुम तो सोई थी।

चंदा _मुझे पेशाब लगी थी तो मैं मूतने उठी थी, बाथरूम जाते समय तुम्हारे कमरे से सिसकने की आवाज़ सुनाई दी तब मुझे पता चला की यहां मां बेटा अपनी राते रंगीन करने में लगे हुए है।

खाफी देर तक चला है re तुम दोनो का खेल।

इस समय चन्दन अपने शरीर के उपर चादर डाल लिया था। अंदर उसका land अभी भी तना huwa था।

चंदन _दीदी तुम मां को ये कभी मत बोलना की हम दोनो को chudai करते हुए देखा है नही तो मां मेरे पास फिर नही आयेगी।

कमला _मुसकुराते हुए बोली, ठीक है पर एक शर्त पर तुम्हे भी मेरी प्यास बुझाना पड़ेगा।

कमला अपनी chut सहलाते हुए बोली तुम दोनो की chudai ka आहट पाकर निगोडी कब से पानी छोड़ रही है। मुझे परेशान करके रखी है।

चंदन _दीदी मैने कब मना किया है तुम्हे मां के जाने के बाद तुम आ जाना मेरे कमरे मे। तुम्हारे इस chut की प्यास बुझा दूंगा, ऐसा कह कर वह चंदा की chut को कपड़े के उपर से सहलाने लगा।

चंदा सिसक उठी।

चंदा भी चादर के उपर से चंदन के land का मुआयना करने लगी।

चंदा _हाय दईया, तुम्हारा तो अभी भी खड़ा है re
मां ने तुम्हारा पानी नहीं झाड़ा है क्या?

चंदन _नही दीदी ऐसी बात नहीं है। मां तो आज जमकर chudi है मुझसे और खूब मज़ा दी है मुझे।

उसी पल को याद कर फिर से खड़ा हो गया है।

चंदा_हां भाई, नया नया जोश है। चल अब मेरी प्यास बुझा दे।

चंदा ने चादर को खीच दिया। चंदन इस समय नंगा था। उसके land ko हाथ में लेकर चंदा खेलने लगी।

चंदा की chut तो पहले से ही पानी छोड़ रही थी उससे रहा ना गया दोनो ही chudai के लिए तैयार थे।

चंदा अपनी चड्डी निकाल दी और बेड पर चढ़ गई और अपनेपेटिकोट साड़ी उठाकर चंदन के कमरे पर बैठ गई।

चंदन का land उसके chut को छू रहा था।

चंदन ने चंदा को अपनी ओर झुका कर उसके चूची को ब्लाउज की उपर से ही मसलने लगा। चंदा अपने ब्लाउज को खोल दी। उसे अपने शरीर से अलग कर दी।

चंदा के सुडौल स्तन को अपने हाथ में लेकर उसका मर्दन करने लगा उसके निप्पल को मुंह में लेकर चूसने लगा। मसल मसल कर उसके दूध निकाल कर।

उसके दूध पीने लगा, जिससे चंदा और बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई। उससे रहा ना गया और वह चंदन के land को अपने हांथ से पकड़कर उसे अपने chut के छेद पर रख कर धीरे धीरे उस पर बैठने लगी।land उसके chut में समा गया।

फिर चंदा land पर उछल उछल कर chudne लगी। कमरे का माहौल फिर एक बार गर्म हो गया। कमरे में फिर से एक औरत की सिसकने आवास गूंजने लगी। कुछ देर तक इसी पोजीशन में chudne के बाद चंदा land के उपर से उठी और और पीछे घूमकर land के उपर बैठ गई। और क़मर उछाल उछाल कर chudne लगी। चंदन भी अब जोश में आ गया था और चंदा की क़मर को अपने दोनो हाथों से पकड़कर अपने लन्ड में पटक पटक कर चोदने लगा।

Land सीधा chut को दीवारों को जकड़ कर कसा कसा हुआ अंदर बहार आ जा रहा था इस आसन में चंदन को खूब मजा आ रहा था।

वह जोश में आकर चंदा को जोर जोर से चोदने लगा।

चंदा को लगा की इस आसन में और chudi तो land बच्चा दानी को फाड़ देगा और बच्चा अभी बाहर आ जायेगा।

कमला _चंदन रूको रि, कितना जोर जोर से धक्का लगा रहा है। इस आसन में इतना धक्का ठीक नहीं मेरा बच्चादानी फट जायेगा।

चंदन _ chudai रोकते हुए कहा,माफ करना दीदी, मै खाफी जोश में आ गया था।

चंदा अब land से उठी land chut से फुच की आवाज़ के साथ बाहर आया अब चंदा घोड़ी बन गई।

चंदन से बोली _ले अब इस आसन में मार ले chut जितना मारना है ये ज्यादा सुरक्षित हैं।

चंदन उसके पीछे आ गया और चंदा के chut के छेद में अपना लन्ड सेट कर gach से पेल दिया।land एक ही बार में सरसरता huwa अन्दर जा घुसा, इस आसन में चंदन ने चंदन की chut की जमकर कुटाई किया। चंदा बर्दास्त न कर सकी और झड़ गई जबकि चंदा अपनी मां को एक बार चोदकर झड़ चुका था। वह अभी जल्दी झड़ने वाला नही था।

अतः वह आसनों को बदल बदल कर चंदा को चोदता रहा जब तक वह झड़ा नहीं। चंदा दो बार झड़ी थी उसका chut की प्यास बुझ चुकी थी।

कुछ देर रुककर चंदा अपने कमरे मे सोने चली गई।

चंदन का land भी अब ढीला पड़ चुका था। उसे भी शीघ्र नींद आ गई। मां बेटे और बहन तीनो चैन की नींद में सो गए।

इस तरह तीनो अपनी प्यास बुझाने लगे कुछ दिन बाद चंदा ने एक सुंदर स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया उसका पति कुछ दिन बाद चंदा को अपने साथ ले गया।

अब चंदन और कमला, खुलकर खेलने लगे क्यू की कमला को अब किसी के देख लेने की चिंता या डर नहीं था।

1साल बाद चंदन की शादी चम्पा से हो गया, वे दोनो सतर्क रहकर chudai करने लगे। उनके बीच चंपा के आ जाने के बाद chudai बहुत कम हो गया क्यों की उन्हें मौका कम मिलने लगा पर जब चंपा पेट से थी तो चंपा को ने chudai karana बहुत कम कर दिया जिससे चंदन अपनी प्यास अपनी मां से बुझाना शुरू कर दिया।

दोनो के बीच फिर आय दिन chudai होने लगा। इसी बीच एक दिन मां बेटो को chudai करते देख लिया पर यह बात लोकलाज के डर से किसी को बताई नही क्यों की किसी को बताती हैं तो उसके ही घर की बदनामी होनी थी और वह मां भी बनने वाली थीं। ऐसी हालत में वह कहीं जा भी नही सकती थीं इसलिए इस हालात से चंपा ने समझौता कर लिया।

भगत ने राजेश से कहा तो यह कहानी थी चंपा और उनके बेटे चंदन के बीच नाजायज संबंध बनने की।

कहानी सुनने के बाद मेरा उस घर में आना जाना बड़ गया और मैने भी चंपा से सहमति लेकर उसकी सास कमला के शरीर को जी भर कर भोगा।

कमला ही वह पहली औरत थी जिसका मैने पहली बार गाड़ मारा था। और आज भी जब गांव जाता हू तो चंपा और कमला का जमकर लेता हूं।

भगत ने राजेश से कहा _ राजेश भाई तुम मेरे साथ एकात बार गांव क्यू नही चलते दोनो मिलकर मारेंगे कमला और चंपा की।

राजेश_यार स्टोरी तो काफ़ी हॉ, इंटरेस्टिंग और मजेदार था। एक बार तो जरूर जाना पड़ेगा। चंपा, चंदा और चंपा को चखने।

स्टोरी सुनकर राजेश का land तनकर खड़ा हो गया था उसे chudai ka तीव्र इच्छा हो रहा था उसका land उसके पेंट में बुरी तरह अकड़ा huwa था।

उसने अपना मोबाइल देखा, 4से ज्यादा बज चुका था।
राजेश _यार काफ़ी देर हो गई है कालेज में भी छुट्टी हो चुकी होगी अब मैं घर निकलता हू।

भगत _भाई तुम कहो तो कौशिया मां जी को बुला लाऊं। अब यहां आए हो तो गदराई boor का मजा ले लो वो तो तुम्हारे आने का कब से इंतजार कर रही थी।

राजेश _आज नही यार फिर कभी। अभी मुझे जाना होगा।

राजेश अपना बाइक लेकर वहा से निकल गया। रास्ते में उसने अपना मोबाइल देखा सुमन का कई बार मिस कॉल आया था। उसने सुमन को कॉल किया।

सुमन इस समय कॉलेज से घर जा चुकी थीं और वह राजेश को लेकर काफ़ी चिंतित थी राजेश उसका कॉल क्यों नहीं उठा रहा।

जब उसने देखा राजेश का कॉल है वह खुश हो गई।

सुमन _राजेश तुम कहा थे, मैंने तुम्हे कितना कॉल किया? उठाए क्यू नही।

राजेश _जान सॉरी, मै भगत के साथ था , कुछ काम था।

सुमन _जानते हो मै कितनी चिंतित एवम परेशान हो गई थी। कही कल की घटनाओं के कारण तो ये सब नहीं है।

राजेश _नही जान, ऐसा कुछ बात नही है। तुम खमोखा परेशान हो रही थीं।

सुमन _अछा सुनो, तुम आज घरआ रहें हो ना ।

भगत की कहानी सुनकर राजेश को chudai करने की तीव्र इच्छा हो रहा था। वह भी सुमन को भोगना चाहता था घर जायेगा तो वह मां का सामना अभी नही कर ना चाहता था।

इसलिए वह घर न जाकर सुमन के घर जाने का मन बनाया।

वह सुमन से बोला _डार्लिंग मै अभी तुम्हारे घर आ रहा हूं मैं भी तुमसे मिलने तड़प रहा हूं।

सुमन _सच तुम अभी आ रहे हो,,
राजेशा _हा यार अभी आ रहा,,

सुमन बहुत खुश हो गई।

सुमन _अच्छा सुनो नाश्ता में कुछ बना दू। क्या खाओगे।

राजेश _नाश्ता को छोड़ो डियर दूध से काम चला लेंगे।
सुमन समझ गया की राजेश किस दूध की बात कर रहा है वह शर्माते हुवे बोलो।

धत पागल।

तुम जल्दी आओ मैं तुम्हारा इंतजार कर रही।

राजेश _बस मै अभी पहुंचा।

सुमन बहुंत खुश थीं की राजेश आ रहा है। वह अपने काम वाली को छुट्टी देदी।

इस समय वह सलवार शूट में थी जो कॉलेज पहनकर गई थी।

अब वह सलवार सूट निकालकर वह कल वाली शादी का ड्रेस लहंगा चोली पहन ली और चुनरी ओढ़ ली। क्यू की उसे पता था कि राजेश को यह ड्रेस बहुंत पसंद आया था। इसे ड्रेस में देखकर वह काबू में नहीं रह पाएगा। वहा ड्रेस पहनकर सोफे में बैठकर राजेश का आने का इंतजार करने लगी।

राजेश सुबह से कुछ खाया नही था। उसका जिस्म के भूख के साथ साथ पेट का भूख भी बड़ी हुईं थी।

उसने सोचा कीखाली पेट chudaiमें मजा नही आयेगा क्यों न पहले पेट का भूख मिटा लू। और चौपाटी पर गाड़ी रोकी। वहा काफ़ी भीड़ थी।

फिर उसने सोचा नहीं बाहर कुछ खाना ठीक नहीं मैडम के हाथो से बना आमलेट उसी के हाथों से खाऊंगा तो ज्यादा मजा आयेगा।

और फ़िर वह सीधे गाड़ी को सुमन के घर की ओर आगे बढा दिया।
Super duper hot update.
 

Raja1239

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राजेश सुमन का घर पहुंचा । दरवाजा बंद था उसने घंटी बजाया।सुमन इस समय लहंगा चोली पहनकर तैयार बैठी राजेश का ही आने का इंतजार कर रही थी।

बेल बजने पर उसका दिल जोरो से धड़कने लगा। वह दरवाजा खोलने धड़कते दिल के साथ गई। दरवाजा खुलने पर देखा सामने राजेश खड़ा था।

सुमन खाफी खूबसूरत और हॉट लग रही थी। पोर्न स्टार की तरह बड़ी बड़ी चूचियां, पतली कमर, उसके गोरे बदन पर खूबसूरत गहरी नाभि, किसी भी मर्द को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए पर्याप्त था।

राजेश एक टक सुमन को ही निहारने लगा। उसके शरीर का मुआइना करने लगा। सुमन राजेश द्वारा इस तरह देखने शर्म महसूस करने लगी।

सुमन सिर नीचे कर मुस्कुराते हुवे बोली अब दरवाजे पर ही खड़े रहोगे या अंदर भी आओगे मेरे स्वामी जी।
और वह मुस्कुराने लगी।

राजेश सुमन के खूबसूरती में खो गया था।

वह जैसे नींद से जागा और शर्माते हुवे कहा, सामने कोई स्वर्ग की अप्सरा खड़ी हो तो पुरुष की आंखें चौड़ी होगी ही, मेरी रानी। राजेश ने अपना दोनो हांथ सुमन के कमर पे रख अपनी ओर खींचते हुवे कहा।

सुमन _अछा जी, मै तुम्हे अप्सरा लगती हू, तो आज दिनभर मेरी याद क्यू नहीं आई,? सुमन ने अपने दोनो हाथों को राजेश के गले में डालते हुए बोली।

भगत _आज दिन भर जहा था। अपनी रानी को ही याद कर रहा था।

सुमन _चल झूठे। पता है तुम्हे कालेज में न पाकर और तुम्हारा मेरी काल न उठाने से कितनी परेशान हो गई थी।

भगत _मुझे नही पता था मेरी जान की तुम मेरे लिए इतनी तड़प रही है, नही तो सारा काम छोड़ के तेरे पास चला आता।
ऐसा कहकर, राजेश सुमन को अपनी तरफ और खीच लिया और किस करना चाहा मगर सुमन ने रोकते हुवे कहा, अरे तुम तो अभी से शुरू हो गए।

राजेश _क्या करू, जब बीवी इतनी हॉट और खूबसूरत हो तो, मर्द कितनी देर तक रूक सकता है?

सुमन _नही अभी नही, पहले अंदर चलो।

और सुमन अपने को राजेश से छुड़ाते हुवे, राजेश को अंदर जाकर सोफे पर बैठने को बोला और खुद दरवाजा बंद कर उसके पास आ गई।

सुमन _बोलो क्या खाओगे, तुम्हारे लिऐ कुछ बना दू।

राजेश ने सुमन को खींचकर अपने गोद में बिठा लिया। और उसके कंधे पर अपना सिर रखकर उसके कंधे को चूमते avmएक हाथ से उसका पेट सहलाते हुए कहा।

भूख तो जोरो की लगी है। शरीर की भी और पेट की भी। पहले पेट की भूख मिटा दो फिर शरीर की मिटा देना।
सुमन को अपनी गाड़ में राजेश के land का चुभने और उसके खड़े होने का अहसास हुआ
सुमन _ मुसकुराते हुवे। तुम्हे तो सच में बड़ी जोर की भुख लगी है।भूख लगी थी तो फ़ोन पर ही बता देते मै कुछ बना के रख देती। बोलो क्या खाओge

राजेश उसके चूची को मसलते हुए कहा।
मन तो कर रहा है तुम्हे पहले खाउ, पर नही पहले कुछ बना दो। पहले पेट का भुख मिटा लू।

सुमन हंसते हुवे बोली

ठीक है अब मुझे छोड़ो मैं तुम्हारे लिए कुछ बना के लाती हूं। और वह राजेश के गोद से उठकर मुसकुराते हुए कीचन में चली गई।

राजेश अपने land को सहलाते हुवे उसे जाते हुए देखता रहा।

कीचन में जाकर वह ब्रेड और अंडे से डिस बनाने लगी।

इधर राजेश ज्यादा देर तक इंतजार न कर सका और वह कीचन में जाकर सुमन को पीछे से अपने बाहों मे भर लिया। और उसके गर्दन को चूमने लगा।

सुमन _ मुसकुराते हुवे,अरे स्वामी जी तुम तो बड़े बेताब लग रहे हो थोड़े देर रुक नही सकते क्या?

राजेश _मुझसे रहा नही जा रहा है जान क्या करूं?
और वह सुमन की चोली का बटन खोलने लगा।

सुमन _ये क्या कर रहे हों जानू रूको न पहले कुछ खा तो लो।

राजेश _तुम अपनी काम करो दिलरुबा मुझे मेरा काम करने दो।

सुमन _इसे मत खोलो ना, मुझे शर्म आयेगी।

राजेश नही माना और उसकी चोली निकाल कर ब्रा भी खोल दिया और सुमन की चुचियों को आजाद कर दिया।

और पीछे से उसे अपने हाथो में लेकर मसलने लगा। सुमन सिसकने लगी।

सुमन _ सिसकते हुए,जानू, मुझे शर्म आ रही है, तुम बड़े बदमाश निकले। मै तो तुम्हे भोला भाला समझता था।
राजेश सुमन के पीठ को सहलाने एवम चूमने चाटने लगा।

सुमन किसी तरह डीस तैयार किया। और कुछ नमकीन तलने लगी।

सुमन जानती थी की ऐसे समय में मर्द को क्या खाना चाहिए।

नमकीन तलने के बाद वह राजेश की और मुड़ी और बोली चलो पहले नाश्ता कर लो।

पर राजेश उसके चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा।
सुमन आंखें बंद कर सिसकने लगी।

राजेश अब चूची से नीचे गया और नीचे फर्श पर बैठ कर उसके नाभी को चूमने लगा।

सुमन _उसके सिर को सहलाते एवम सिसकते हुवे कहा, जानू अब बस करो पहले कुछ खा लो अब तो मैं तुम्हारी हू खाने के बाद कर लेना जो करना है।

राजेश खड़ा huwa और अपने पैंट और अंडरवियर उतार दिया उसका land suman को सलामी देने लगा।

राजेश अब सुमन को land चुसने का इसरा किया।

राजेश के land देखकर, सुमन से भी रहा न गया और उसे अपने हाथो में लेकर सहलाने लगा। फिर वह नीचे बैठ गई और राजेश की ओर देखने लगी राजेश ने उसे चुसने का इशारा किया।

सुमन अपनी जीब निकालकर पहले टोपे को चांटा फिर मुंह में टोपे को भर लिया राजेश आनद में अपनी आंखें बन्द कर लिया।

सुमन अब राजेश की ओर देखते हुए land को मुंह में लेकर चूसने लगी।land को अपनी गुलाबी ओंठ में दबाकर चुसने लगी।

राजेश अपने हाथो से सुमन के सिर पकड़ कर सहलाने लगा सुमन राजेश के land को अपने मुंह में गपागप अंदर बाहर करने लगी।

Rajhesh स्वर्ग में पहुंच गया।

कुछ देर land चुसने के बाद land चूसना छोड़ कर सुमन उठ गई और राजेश से बोली चलो पहले नाश्ता कर लो।

और वह प्लेट में नाश्ता निकलकाकर हाल में आ गई। राजेश भी उसके पीछे पीछे आ गया। और सोफे में आकर बैठ गया।

सुमन ने नाश्ता का टुकड़ा अपने हांथ में लेकर राजेश की ओर बढ़ाया।

राजेश ने सुमन से कहा पहले मेरे गोद में बैठो दूध पी पीकर खाना है मुझे।

सुमन मुस्कुराने लगी अच्छा जी आज काफ़ी मूड में लग रहे हो। और हसने लगी।

राजेश उठा और सुमन को अपने गोद में उठा कर सोफे में बैठ गया। राजेश उसके होंठ चूसने लगा।
राजेश अब नाश्ता का टुकड़ा सुमन के मुंह में डाल दिया फिर अपना मुंह आगे बडा कर नाश्ता का टुकड़ा उसके मूंह से अपने मुंह में लेकर खाने लगा और उसके होंठो को चुसने लगा।

कुछ देर तक ऐसे ही चलता रहा फिर उसने अपना शर्ट और बनियान उतार कर फेंक दिया और पुरी तरह नंगा हो गया।

सुमन के लहंगा का नाड़ा खींच दिया और अब सुमन
सिर्फ पेंटी में थी। राजेश पेंटी के उपर से ही उसके chut ko सहलाने लगा जिससे सुमन सिसकने लगी।

राजेश अब पेंटी को भी खींचने लागा सुमन उसे रोकने की कोशिश की पर ज्यादा विरोध न कर सकी और अगले ही क्षण वह पुरी तरह नंगी हो गई। राजेश सुमन के chut ko सहलाने लगा एक ऊंगली अंदर डाल दिया और भगनासे को रगड़ने लगा जिससे सुमन अत्यंत काम विहिल हो गई।

राजेश ने अपने आंखो से सुमन को अपने land पर बैठे का इशारा किया।
सुमन राजेश की ओर मुंह करके उसके land के उपर बैठ गई अब राजेश सुमन को चूमने चाटने लगा और उसके स्तन को मसलने एवम चुसने लगा।

सुमन सिसक रही थी।

अब राजेश सुमन को थोड़ा ऊपर उठा दिया और एक हाथ से अपने land को पकड़कर उसके chut के छेद पर सेट कर दिया। सुमन को बैठने का इशारा किया।

सुमन को भी chudne ki तीव्र इच्छा हो रही थी वह land पर बैठने लगी chut गीली हो चुकी थी। सुमन काफी उत्तेजित हो गई थी, उसके chut का रस झरने की तरह बह रहा था।

सुमन के बैठते ही land boor को चीरता हुआ पूरा अंदर समा गया।



सुंदर लेखनी
 

VijayD

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Sanju@

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रात में जब चंदन दुकान बन्द करने वाला था। तभी कमला दुकान में पहुंची, और दुकान में कुछ ढूंढने लगी। चंदन ने अपने मां से पूछा मां क्या ढूंढ रही हो?

कमला को चंदन के सामने जाने उनसे बात चीत करने में शर्म तो महसूस हो रही थी फिर भी किसी तरह वह चंदन से बोली, बेटा रेजर कहा है? दिख नही रहा।

रेजर शब्द सुनते ही चंदन के शरीर में एक करेंट सा लगा। वह जान रहा था कि उसकी मां रेजर का क्या करेगी? उसके शरीर के नशों में खून का रफ्तार बड़ गया।

वह अपने मां से बोला रेजर वहा पर रखा हैं मां।

चंदन खुद ही रेजर निकालकर अपनी मां को देने लगा। कमला इस समय शर्म से गड़ी जा रही थी वह अपने सिर को नीचे झुका ली थी।

जैसे ही कमला जाने को हुई तो चंदन ने अपने मां से कहा, मां मां बालो की सफाई के लिए आजकल महिलाएं रेजर का उपयोग नहीं करती कई प्रकार की क्रीम आती है जिससे आजकल महिलाएं उपयोग करती है। हमारे गांव की कई महिलाएं दुकान से क्रीम ले जाती है। रेजर से कटने का डर रहता है।

चंदन दूकान से क्रीम निकालकर अपनी मां को देते हुए कहा मां, इसका उपयोग करके देखो एक बार। कमला शर्म से गड़ी जा रही थी। वह किसी तरह चंदन के हाथों से क्रीम ली और तेजी से वहा से वापस चली गईं।

रात मे खाना खा लेने के बाद जब सभी सोने चले गए तब कमला क्रीम लेकर चंपा के रुम में पहुंच गई।

अपनी मां को अपने कमरे मे देखकर चंपा बोली। मां कुछ काम था क्या?

कमला _ कमला शर्माते हुवे बोली।बेटी मुझे कुछ पूछना था।

चंपा _मां मुझसे क्या शर्माना पूछो क्या पूछना है?

कमला _बेटी मै चंदन से ये रेजर लेने गई थी तो उसने मुझे ये क्रीम थमा दिया और बोला की आजकल की महिलाएं क्रीम से बाल साफ़ करती हैं। मैने तो कभी इसका उपयोग किया नहीं इसलिए तुमसे पूछने चली आई की इसका उपयोग कैसे करना है? वह शर्म से पानी पानी हो रही थी।

चम्पा _ ये हुई ना बात। पर चंदन दुकान में ऐसा क्रीम भी रखता है मुझे तो पता ही नहीं था।

कमला _अरे मुझे भी कहा मालूम था की इस क्रीम का उपयोग बाल साफ़ करने के लिए करते हैं मैं तो इसे चेहरे पर लगाने वाला क्रीम समझती थी।

कमला लजाते हुवे बोली।

चंपा _मां इसे उपयोग करना बहुत आसान है।

चंपा ने अपनी मां को अच्छेसे समझा दिया की क्रीम का उपयोग कैसे करना है? और अपने मां से बोली मां तुम लगा लोगी तो मुझे भी देना। और हसने लगी।

कमला _क्यू तू लगा कर किसको दिखाएगी। दामाद जी तो है नही। मुझे तो तुम पर भरोसा नहीं है कही अपने ही भाई से अपना मुंह काला न करा बैठो। कलमुही कही की।

चंपा _ऐसा हो भी सकता है, जब तुम दिखा सकती हो तो मैं क्यू नही। और चंपा हसने लगी।

कमला _छी कितनी बिगड़ गई है तू। अपने छोटे भाई को अपना boor दिखाएगी निर्लज। देखा था सुबह कैसे अपने भाई से अपनी चूची मसलवा रही थी।

चंपा _वो तो मैं तुम्हारी मदद के लिए कर रही थी। चंपा यह बोलकर हसने लगी।

कमला _अब मै जा रही हूं। और तुम भी सुबह जल्दी उठ जाना।

चंपा _क्यू मां अभी भी मेरी जरूरत नहीं है।

कमला _मै तुम्हारी तरह बेशरम नही कि अपने बेटे के रुम में जाकर बोलूं बेटा मेरा सुद्धिकरण का समय हो गया है। तुम उठ जाना सुबह जल्दी।

चम्पा _ठीक है मां।

अगले दिन सुबह कमला जल्दी उठ गई और बाथरूम में जाकर क्रीम से अपने झांटों की सफाई कर ली। अपने चमकते फुली हुई चिकनी chut को देखकर खुद ही शर्मा गई। पता नही चंदन देखने के बाद क्या रिएक्ट करेगा।

उसके बाद वह चम्पा के रुम में गई और उसे उठा कर दोनो चंदन के रुम मे पहुंच गए।

चंदन तो रात भर ठीक से सोया नहीं था उसे बार बार शुद्धिकरण करने में मिलने वाले मजा याद आ रहा था जिससे उसके धोती में land तना हुवा था।

जब कमला और चंपा दोनो रुम में पहुंचीं तो चंदन का दिल का धड़कन बढ़ गया।

चंपा _चंदन को छेड़ते हुवे कहा अरे चंदनतू तो पहलेसे जगा huwa है । लगता है तू रात भर सोया है कि नही मां का शुद्धिकरण करने बडा उतावला लग रहा है। और वह हसने लगी।

चंदन _ शर्माते हुवे,, नही दीदी ऐसी कोई बात नहीं।

चम्पा _हू, मै सब समझती हूं,,,,, और वह हसने लगी।
फिर बोली मां तुम बेड के किनारे लेट जाओ।

कमला बेड के किनारे पीठ के बल लेट गई।

चंपा _अब देख क्या रहा है चंदन, निकाल अपना धोती और लंगोट। चम्पा मुस्कुराते हुए बोली।

चंपा के कहने पर चंदन अपना धोती और लंगोट निकालने लगा। आज चंदन कल जैसा घबराया हुवा नही था। बल्की आज वह पहले से ही बड़े जोश में था यह सोचकर की कल सुबह की तरह आज भी उसे खूब मजा मिलने वाला है। उसका land फूलकर पहले ही लंबा और मोटा हो गया था। जोश के कारण शर्म भी गायब हो गया था वह सीधा धोती और लंगोट निकालकर नंगा हो गया। उसका land हवा में लहराने लगा।

चंपा _हाय दिया, आज तेरा तो पहले से ही खडा है re, मुझे तो आज अपनी दूदू दिखाने की ज़रूरत ही नहीं। देखो तो कैसा हवा में ठुमक रहा है। आज तो तू पहले ही तैयार है। मैने कहा था न कि तू आज मां का शुद्धिकरण करने उतावला लग रहा। चंपा हसने लगी,,,,

चंपा_मां आज चंदन तो पहले से ही तैयार है। चलो अब तुम भी अपनी साड़ी और पेटिकोट ऊपर करके अपनी टांगे चौड़ी करो। चंदन से रहा नहीं जा रहा। और वह हसने लगी,,

कमला _चुप बेशर्म कही की। कुछ भी बोलती है।

कमला अपनी साड़ी और पेटिकोट ऊपर करके अपनी टांगे खोल कर शर्म से अपनी आंखें बंद कर ली।

चम्पा _कमला की चिकनी boor देखकर बोली, हाय दईया, अम्मा तुम्हारी बुरिया तो आज कितनी चिकनी और फुल्ली हुई लग रही है। आज तो चंदन को खूब

मजा आने वाला है शुद्धिकरण में।

कमला शर्म से गड़ी जा रही थी।

इधर चंदन ने अपनी मां की फुली हुई चिकनी chut देखा तोबावरा सा हो गया। उसका land लोहे की रॉड की तरह हो गया। जिसे देखकर चंपा बोली। हाय दईया

देखो तो कैसे बिल को देखकर साप फुपकारी मार रहा है । अब देख क्या रहा है शुरू कर अपना काम।

चंदन अब अपने मां के टांगों के बीच आ गया और अपने land को पकड़कर अपनी मां के boor के छेद में रख दिया।
तभी चंपा ने अपने हाथो के उंगलियों से chut की फांकों को फ़ैला दी और बोली लगा धका।

चंदन ने एक जोर का धक्का boor पे मारा land boor को चीरता हुआ आधा से ज्यादा अंदर चला गया। कमला के मुंह से एक दबी हुई चीख निकल गई।

चंपा मुस्कुराते हुए बोली अब अंदर बाहर कर।

चंदन land को धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू किया।

Land boor में अंदर बाहर होने से कमला धीरे धीरे गर्म होने लगी और उसके boor से पानी निकलने लगी जिससे land चिकना हो गया और पूरा land boor me समा गया।

तभी चंदन ने अपनी दीदी के ब्लाउज की ओर देखा उसके कबूतर आज पिंजरे मे कैद था। वह ब्लाउज के उपर से ही चंपा की चूची को मसलने लगा। चंपा भी गर्म हो गई थी। वह अपने ब्लाउज को खोल कर चूची बाहर निकाल ली।

चंपा की सुडौल दूध से भरे बड़ी बड़ी चूची देखकर चंदन और जोश में आ गया और land को तेजी से chut में अंदर बाहर करने लगा।

चंदन चंपा की चूची को चुसने एवम मसलते हुवे land को कमला के boor me गपागप अन्दर बाहर करने लगा। जिससे कमला को स्वर्गीय आनंद आने लगा और वह अपने हाथो से भगत के क़मर को पकड़कर उसका सहयोग करने लगी।

चंपा भी बहुत गर्म हो गई थी। चंपा भी अपने उंगलियों से साड़ी के उपर से ही अपने boor को रगड़ने लगी।
इधर कमला न चाहते हुवे भी झड़ने की स्थिति में आ गई। वह जन्नत में पहुंच गई थी। इधर चंदन भी पूरे जोश में कमला का chut मारने लगा उसका land कमला के boor ras से पुरी तरह भीग गया था। और फैच फच्च की आवाज़ करता huwa land boor me अंदर बाहर हो रहा था। कमरे में मां बेटी की कामुक सितकारे गूंज रही थी।

कमला से बर्दास्त करना muskil हो गया और वह चंदन को को जकड़ कर झड़ने लगी।

इधर चंदन chudai थोड़ा बन्द कर अपने बहन चंपा के ओंठो को चूसना सुरू कर दिया, चंपा को इसकी उम्मीद नहीं थी अचानक से हुवे इस हमले से वह शर्मा गई। एक हाथ से अपने चूची मसलते हुए। चंदन चंपा की कभी ओंठ तो कभी उसके दुदू चुसने लगा जिससे चंपा का शरीर कपकापने लगा।

चंदन काफ़ी जोश में था अब फिर वह कमला के chut me धीरे धीरे land अंदर बाहर करने लगा। और फिर अपना स्पीड बड़ाने लगा जिससे कमला फिर गर्म होने लगी। अब चंदन पूरे जोश में आकर कमला की chudai करने लगा। कमला फिर जन्नत में पहुंच गई उसका chut se रस बहकर चंदन के अंडकोष से टपकने लगा अब चंदन अपने को रोक पाने में असमर्थ था और वह कमला के दोनो कमर को अपने हाथो से पकड़ कर जोर जोर से चोदने लगा और अपने क़मर से सटाकर आह आह आह कर के कराहते हुवे झरने लगा।

उसके land से वीर्य की लंबी लम्बी पिचकारी निकलकर कमला के गर्भाशय का शुद्धिकरण करने लगा। गर्भाशय पर वीर्य का अहसास पाते ही कमला खुद को न रोक सकी और चंदन को जकड़ कर फिर एक बार झड़ गई इधर चंपा भी झड़ चुकी थी।

हवस का तूफान जाने के बाद तीनों बेड पर लेट कर कुछ समय सुस्ताने लगे।
बहुत ही कामुक गरमागरम और उत्तेजना से भरपूर अपडेट है
 

Sanju@

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तीसरे दिन सुबह कमला चंदन के कमरे मे अकेले ही जानें का फैसला किया उसके पिछे कारण था कि वह शुद्धिकरण के समय न चाहते हुए भी काफ़ी उत्तेजित हो जाती थीं और उसके मुंह से सिसकारी निकलने लगती थीं। जिसके कारण बाद में वह बेटी के सामने लज्जित महसूस करने लगी थी।

चंदा भी अपने मां को छेड़ने में कोई मौका नहीं छोड़ती थी। और मजा लेती थी। कमला शर्म से पानी पानी हो जाती थी। अतः उसने उसने अब चंदन के कमरे मे अकेले ही जानें का मन बनाया।

तीसरे दिन सुबह वह अकेले ही चंदन के कमरे में पहुंचीं। इधर चंदन अपनी मां और दीदी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था। उससे रहा न जा रहा था। उसे अपनी मां का शुद्धिकरण करने में जो मजा आ रहा था उसे मजे को फिर से प्राप्त करने के अहसास से ही उसका land उसके धोती में ही तनकर खड़ा हुआ था।
उसने अपने मां को अकेले देखकर पूछा।

चंदन _मां दीदी नही आई।

कमला _बेटा चंदा सो रही है उसे क्या रोज रोज परेशान करना।

कमला पलंग पर बैठ गई। और बोली चंदा का होना जरूरी है क्या? बोलो तो बुला लाऊं।

चंदन _नही मां ऐसी कोई बात नही।

कमला अब पलंग पर पीठ के बल लेट गई, और चंदन से बोली बेटा पूजा का समय हो हो गया है बेटा जल्दी करो।

चंदन _ठीक है मां।

चंदन तो पहले से ही तैयार था जोश के कारण उसका शर्म भी कम हो गया था। वह अब अपना धोती और चड्डी क़मर से अलग कर दिया जिससे उसका land हवा में लहराने लगा। वह अपने land को अपने हाथो में लेकर सहलाने लगा।

कमला की नज़र जब चंदन के land पर पड़ी तो वह शर्मा गई। अब वह अपने साड़ी और पेटिकोट को उपर उठाकर अपना टांगे फैला दी।

चंदन समझ गया कि उसे क्या करना है? वह अपने मां के टांगों के बीच आ गया। कमला की नज़र उसके land पर ही टिकी थी। उसका दिल की धड़कन बढ़ गया था कि फिर से वह अपने बेटे से chudne वाली हैं।

चंदन अपनी मां की फुली हुई चिकनी गोरी chut को देखा तो उससे रहा न गया वह उसे अपने हाथो से सहलाने लगा। चंदन का हाथ उसके chut पर लगते ही कमला का शरीर सिहर उठी।

कुछ देर तक सहलाने के बाद चंदन अपने ऊंगली से अपने मां के भगनाश को रगड़ा जिससे कमला सिसकने लगी उससे बर्दास्त ना हुवा तो वह चंदन से बोली बेटा जल्दी करो समय हो चुका है।

अब चंदन अपने land के टोपे को अपने मां के योनी के छेद में रख कर थोडा दबाव डाला जिससे उसका land का टोपा boor के अंदर चला गया। फिर एक जोर का धक्का मारा जिससे land boor को चीर कर आधा से ज्यादा अंदर चला गया।

कमला के मुख से आह निकल गई थीं।

अब चंदन अपने land ko धीरे से बाहर खींचा और फिर योनी के अंदर ठेल दिया। अब धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू किया। जिससे कमला उत्तेजित होने लगी। कमला के योनी से सफेद चिपचिपा रस निकालने लगा। जिससे योनि कीअंदर की दीवार चिकना हो गया अब land बड़ी आसानी से योनी में अंदर बाहर होने लगा।

Land अब पुरी तरह कमला के योनी में समा गया था। और गपागप अंदर बाहर होने लगा। कमला आंखें बन्द कर संभोग सुख का आनंद लेने लगी।

चंदन को भी बहुत मजा आने लगा। चंदन की नज़र उसके मां की चूचों पर पड़ी उसे चूचों से खेलने का मन huwa। वह ब्लाउज के उपर से ही चूचों को मसलने लगा। चंदन जोश में होने के कारण शर्म को काफ़ी पीछे छोड़ दिया था। उसे chut चोदने में बड़ा मजा आ रहा था।

चंदन के चूची मसलने से कमला की उत्तेजना और बड़ गई। इधर चंदन भी जोश में था उसने अपने मां की चूची का दीदार करने के लिए उसके ब्लाउज का बटन खोलने का प्रयास किया। वह सफल न हो सका तो वह अपनी मां से बोला।

चंदन _मां खोलो ना।

कमला शर्मा गई पर वह भी काफ़ी उत्तेजित थी। वह ना चाहते हुए भी अपने ब्लाउज का बटन खुद खोलने लगी कुछ ही देर, में कमला के चूचे ब्लाउज से आजाद होकर चंदन के सामने आ गया।

चंदन अपनेमां कीबड़े बड़े बड़े मम्मे देखकर बोला

चंदन _मां तुम्हारी दुदू तो बड़े मस्त है।

चंदन के मुंह से यह शब्द सुनते ही कमला शर्मा गई। और शर्म से अपनी आंखें बन्द कर ली।

इधर चंदन से रहा न गया और मम्मो को अपने हाथो से लेकरउससे खेलने लगा उसे दबाने लगा। जब उसके चुचक को मुंह में लेकर चूसा तो कमला अपने आंखें पलटने लगी।

उसके मूंह से सिसकारी निकलने लगी। इधर चंदन समझ गया था कि ऐसा करने से उसके मां को भी मज़ा आ रहा है। वह अपने मां की निप्पल को चूसते हुए जोर जोर से चोदने लगा।

जिससे कमरे मे fach fach gach gach की आवाज़ गूंजने लगा मां बेटा दोनो ही जन्नत में पहुंच गया।

चंदन ने देखा की उसकी मां अपनी आंखें बन्द कर chudai ka मजा ले रही है वह निप्पल चूसना बंद कर दिए और अपने मां के होन्टो को अपने मुंह में भर कर चूसने लगा।

कमला ने अपने आंखें खोली और बोली बेटा ये क्या कर रहा है? मै तुम्हारी मां हू बीवी नही।

चंदन _मां बहुत मजा आ रहा है। चुसने दो ना।
और वह अपने मां के ओंठ और गाल उसके गर्दन को चूमने लगा।

कमला भी काफ़ी उत्तेजित थी। वह चंदन का विरोध करने की स्थिति में नही थी। क्यों की चंदन की इन हरकतों से उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था।

इधर चंदन अपने मां के honto को चूसते हुए land को योनी में अंदर बाहर कर रहा था।

कमला अब झड़ने की स्थिति में पहुंच गई थी। वह अपने क़मर हिलाकर चंदन का सहयोग करने लगी। अब चंदन अपने मां की चूची को जोर जोर से मसलते हुए।land se योनी की दनादन chudai करने लगा। मां बेटे दोनो संभोग की असीम सुख को पा रहे थे।

कमला को ऐसा सुख अपने पति से कभी नही मिला था। लगातार उसके मुंह से सिसकारी निकल रही थी। कमला से बर्दास्त नहीं huwa और वह झड़ने लगी इधर चंदन भी जोर जोर से धक्का लगाते हुए कहराते हुवे अपने मां के योनी में झड़ने लगा।

उसके land se वीर्य के लंबी लम्बी पिचकारी कमला के कोख में छोड़ने लगा। और अपने मां के ऊपर ढेर हो गया। कमला चंदन के पीठ को सहलाने लगी।

चंदन अपने मां के उपर वैसे ही पड़ा रहा जब दोनो होश में आए। तब कमला को बहुंत शर्मिंदगी महसूस होने लगी। वह चंदन से बोली।

कमला _उठो बेटे।

चंदन अपने मां के उपर से उठकर पलग पे लुड़क गया और पीठ के बल वैसे ही नंगा लेटा रहा।

इधर कमला शर्मीदगी महसूस करते हुवे पलंग से उठ कर अपने साड़ी और पेटिकोट ठीक की और अपने ब्लाउज का बटन लगाने लगी। उसे अपने बेटे से नज़र मिलाने की हिम्मत नहीं थी जबकि चंदन अपने मां को ही देख रहा था।



इधर चंदन मुस्कुरा रहा था। उसने आज फिर से उसने संभोग का परम सुख जो पाया था। वह अपने land को सहलाने लगा।

इधर कमला जब कमरे से बाहर निकलने वाला थी तो एक नज़र चंदन की ओर देखी चंदन को मुस्कुराते एवम land सहलाते देख वह शर्म से पानी पानी होने लगी और शर्माते हुवे बिना कुछ बोले वहा से निकल गई।
बहुत ही कामुक और उत्तेजना से भरपूर अपडेट है
 

Ajju Landwalia

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राजेश सुमन का घर पहुंचा । दरवाजा बंद था उसने घंटी बजाया।सुमन इस समय लहंगा चोली पहनकर तैयार बैठी राजेश का ही आने का इंतजार कर रही थी।

बेल बजने पर उसका दिल जोरो से धड़कने लगा। वह दरवाजा खोलने धड़कते दिल के साथ गई। दरवाजा खुलने पर देखा सामने राजेश खड़ा था।

सुमन खाफी खूबसूरत और हॉट लग रही थी। पोर्न स्टार की तरह बड़ी बड़ी चूचियां, पतली कमर, उसके गोरे बदन पर खूबसूरत गहरी नाभि, किसी भी मर्द को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए पर्याप्त था।

राजेश एक टक सुमन को ही निहारने लगा। उसके शरीर का मुआइना करने लगा। सुमन राजेश द्वारा इस तरह देखने शर्म महसूस करने लगी।

सुमन सिर नीचे कर मुस्कुराते हुवे बोली अब दरवाजे पर ही खड़े रहोगे या अंदर भी आओगे मेरे स्वामी जी।
और वह मुस्कुराने लगी।

राजेश सुमन के खूबसूरती में खो गया था।

वह जैसे नींद से जागा और शर्माते हुवे कहा, सामने कोई स्वर्ग की अप्सरा खड़ी हो तो पुरुष की आंखें चौड़ी होगी ही, मेरी रानी। राजेश ने अपना दोनो हांथ सुमन के कमर पे रख अपनी ओर खींचते हुवे कहा।

सुमन _अछा जी, मै तुम्हे अप्सरा लगती हू, तो आज दिनभर मेरी याद क्यू नहीं आई,? सुमन ने अपने दोनो हाथों को राजेश के गले में डालते हुए बोली।

भगत _आज दिन भर जहा था। अपनी रानी को ही याद कर रहा था।

सुमन _चल झूठे। पता है तुम्हे कालेज में न पाकर और तुम्हारा मेरी काल न उठाने से कितनी परेशान हो गई थी।

भगत _मुझे नही पता था मेरी जान की तुम मेरे लिए इतनी तड़प रही है, नही तो सारा काम छोड़ के तेरे पास चला आता।
ऐसा कहकर, राजेश सुमन को अपनी तरफ और खीच लिया और किस करना चाहा मगर सुमन ने रोकते हुवे कहा, अरे तुम तो अभी से शुरू हो गए।

राजेश _क्या करू, जब बीवी इतनी हॉट और खूबसूरत हो तो, मर्द कितनी देर तक रूक सकता है?

सुमन _नही अभी नही, पहले अंदर चलो।

और सुमन अपने को राजेश से छुड़ाते हुवे, राजेश को अंदर जाकर सोफे पर बैठने को बोला और खुद दरवाजा बंद कर उसके पास आ गई।

सुमन _बोलो क्या खाओगे, तुम्हारे लिऐ कुछ बना दू।

राजेश ने सुमन को खींचकर अपने गोद में बिठा लिया। और उसके कंधे पर अपना सिर रखकर उसके कंधे को चूमते avmएक हाथ से उसका पेट सहलाते हुए कहा।

भूख तो जोरो की लगी है। शरीर की भी और पेट की भी। पहले पेट की भूख मिटा दो फिर शरीर की मिटा देना।
सुमन को अपनी गाड़ में राजेश के land का चुभने और उसके खड़े होने का अहसास हुआ
सुमन _ मुसकुराते हुवे। तुम्हे तो सच में बड़ी जोर की भुख लगी है।भूख लगी थी तो फ़ोन पर ही बता देते मै कुछ बना के रख देती। बोलो क्या खाओge

राजेश उसके चूची को मसलते हुए कहा।
मन तो कर रहा है तुम्हे पहले खाउ, पर नही पहले कुछ बना दो। पहले पेट का भुख मिटा लू।

सुमन हंसते हुवे बोली

ठीक है अब मुझे छोड़ो मैं तुम्हारे लिए कुछ बना के लाती हूं। और वह राजेश के गोद से उठकर मुसकुराते हुए कीचन में चली गई।

राजेश अपने land को सहलाते हुवे उसे जाते हुए देखता रहा।

कीचन में जाकर वह ब्रेड और अंडे से डिस बनाने लगी।

इधर राजेश ज्यादा देर तक इंतजार न कर सका और वह कीचन में जाकर सुमन को पीछे से अपने बाहों मे भर लिया। और उसके गर्दन को चूमने लगा।

सुमन _ मुसकुराते हुवे,अरे स्वामी जी तुम तो बड़े बेताब लग रहे हो थोड़े देर रुक नही सकते क्या?

राजेश _मुझसे रहा नही जा रहा है जान क्या करूं?
और वह सुमन की चोली का बटन खोलने लगा।

सुमन _ये क्या कर रहे हों जानू रूको न पहले कुछ खा तो लो।

राजेश _तुम अपनी काम करो दिलरुबा मुझे मेरा काम करने दो।

सुमन _इसे मत खोलो ना, मुझे शर्म आयेगी।

राजेश नही माना और उसकी चोली निकाल कर ब्रा भी खोल दिया और सुमन की चुचियों को आजाद कर दिया।

और पीछे से उसे अपने हाथो में लेकर मसलने लगा। सुमन सिसकने लगी।

सुमन _ सिसकते हुए,जानू, मुझे शर्म आ रही है, तुम बड़े बदमाश निकले। मै तो तुम्हे भोला भाला समझता था।
राजेश सुमन के पीठ को सहलाने एवम चूमने चाटने लगा।

सुमन किसी तरह डीस तैयार किया। और कुछ नमकीन तलने लगी।

सुमन जानती थी की ऐसे समय में मर्द को क्या खाना चाहिए।

नमकीन तलने के बाद वह राजेश की और मुड़ी और बोली चलो पहले नाश्ता कर लो।

पर राजेश उसके चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा।
सुमन आंखें बंद कर सिसकने लगी।

राजेश अब चूची से नीचे गया और नीचे फर्श पर बैठ कर उसके नाभी को चूमने लगा।

सुमन _उसके सिर को सहलाते एवम सिसकते हुवे कहा, जानू अब बस करो पहले कुछ खा लो अब तो मैं तुम्हारी हू खाने के बाद कर लेना जो करना है।

राजेश खड़ा huwa और अपने पैंट और अंडरवियर उतार दिया उसका land suman को सलामी देने लगा।

राजेश अब सुमन को land चुसने का इसरा किया।

राजेश के land देखकर, सुमन से भी रहा न गया और उसे अपने हाथो में लेकर सहलाने लगा। फिर वह नीचे बैठ गई और राजेश की ओर देखने लगी राजेश ने उसे चुसने का इशारा किया।

सुमन अपनी जीब निकालकर पहले टोपे को चांटा फिर मुंह में टोपे को भर लिया राजेश आनद में अपनी आंखें बन्द कर लिया।

सुमन अब राजेश की ओर देखते हुए land को मुंह में लेकर चूसने लगी।land को अपनी गुलाबी ओंठ में दबाकर चुसने लगी।

राजेश अपने हाथो से सुमन के सिर पकड़ कर सहलाने लगा सुमन राजेश के land को अपने मुंह में गपागप अंदर बाहर करने लगी।

Rajhesh स्वर्ग में पहुंच गया।

कुछ देर land चुसने के बाद land चूसना छोड़ कर सुमन उठ गई और राजेश से बोली चलो पहले नाश्ता कर लो।

और वह प्लेट में नाश्ता निकलकाकर हाल में आ गई। राजेश भी उसके पीछे पीछे आ गया। और सोफे में आकर बैठ गया।

सुमन ने नाश्ता का टुकड़ा अपने हांथ में लेकर राजेश की ओर बढ़ाया।

राजेश ने सुमन से कहा पहले मेरे गोद में बैठो दूध पी पीकर खाना है मुझे।

सुमन मुस्कुराने लगी अच्छा जी आज काफ़ी मूड में लग रहे हो। और हसने लगी।

राजेश उठा और सुमन को अपने गोद में उठा कर सोफे में बैठ गया। राजेश उसके होंठ चूसने लगा।
राजेश अब नाश्ता का टुकड़ा सुमन के मुंह में डाल दिया फिर अपना मुंह आगे बडा कर नाश्ता का टुकड़ा उसके मूंह से अपने मुंह में लेकर खाने लगा और उसके होंठो को चुसने लगा।

कुछ देर तक ऐसे ही चलता रहा फिर उसने अपना शर्ट और बनियान उतार कर फेंक दिया और पुरी तरह नंगा हो गया।

सुमन के लहंगा का नाड़ा खींच दिया और अब सुमन
सिर्फ पेंटी में थी। राजेश पेंटी के उपर से ही उसके chut ko सहलाने लगा जिससे सुमन सिसकने लगी।

राजेश अब पेंटी को भी खींचने लागा सुमन उसे रोकने की कोशिश की पर ज्यादा विरोध न कर सकी और अगले ही क्षण वह पुरी तरह नंगी हो गई। राजेश सुमन के chut ko सहलाने लगा एक ऊंगली अंदर डाल दिया और भगनासे को रगड़ने लगा जिससे सुमन अत्यंत काम विहिल हो गई।

राजेश ने अपने आंखो से सुमन को अपने land पर बैठे का इशारा किया।
सुमन राजेश की ओर मुंह करके उसके land के उपर बैठ गई अब राजेश सुमन को चूमने चाटने लगा और उसके स्तन को मसलने एवम चुसने लगा।

सुमन सिसक रही थी।

अब राजेश सुमन को थोड़ा ऊपर उठा दिया और एक हाथ से अपने land को पकड़कर उसके chut के छेद पर सेट कर दिया। सुमन को बैठने का इशारा किया।

सुमन को भी chudne ki तीव्र इच्छा हो रही थी वह land पर बैठने लगी chut गीली हो चुकी थी। सुमन काफी उत्तेजित हो गई थी, उसके chut का रस झरने की तरह बह रहा था।

सुमन के बैठते ही land boor को चीरता हुआ पूरा अंदर समा गया।

Shandar aur kamuk update he rajesh bhagat Bhai,

Keep posting
 

Enjoywuth

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Nice going dude... Waiting for new
 
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