ये यश तो बेहद सस्ती मौत मर गया - उसके पापों का सही दण्ड नहीं मिला उसको।
वैसे पाप के बराबर दण्ड - यह सब बेकार की बातें हैं, जो हम मध्यमवर्गीय लोगों के मन बहलाने के लिए कही जाती हैं। मैंने कैसे कैसे पापी देखे हैं, जो अपने आखिरी समय तक केवल मलाई खाते रहे। खैर, चलो, एक पापी तो गया।
प्रतिभा ऑन्टी बढ़िया लगती हैं - लेकिन विश्व से उनका ममतामई लगाव बड़ा abrupt (अचानक) सा लगता है। वैसे किसी भी माँ का हृदय तो होता ही है स्नेह और ममता से लबालब! किसी भी बात पर ममता और स्नेह का वो स्रोत बहने लग सकता है। इसलिए कोई बात नहीं।