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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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Bahut he ajeeb suspense hai Atlantic ka Raj_sharma bhai
Bahut badiya jaa rhe hoo lage rho bhai
Aur kya? Aise hi samjhe ho kya atlantis ko? :shhhh: Iss sansaar ki sabse rahasyamayi jagah hai wo.
Thanks for your valuable review bhai :thanx:
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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Well story is nicely poised. I want to see aap kaise Tilism ke bare mein batate ho, ye sab sach hai ya nahi main believe nahi kar pa raha hoon, kyonki abhi bahut se aise events huye hain jis par believe karna bhi mushkil hai aur thik usi tarah main es story par bhi nahi kar pa raha hoon. Main sirf present mein believe karta hoon. Past mein ye sach mein hua hai ya nahi mujhe nahi pata par abhi main ye janne ke mood mein bhi nahi hoon. Abhi main kisi aur hi chij par focus kar raha hoon.

Well 👍 and lovely 🌹 update brother.
Koi isse nahi hai mitra, take your time to see that:approve: Waise itihaas aise kai sacche kisso ko bayaan kar chuka hai, fir bhi aap bas ise ek kahani ki tarah padho, kahe dimaak per jor daalna jab sab kuch saamne hi aayega:D, Thanks for your valuable review and support bhai :thanx:
 

parkas

Well-Known Member
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#55.
लेकीन इससे पहले कि लाइब्रेरियन कुछ और कह पाता। वेगा ने अपने पर्स से निकलकर एक कार्ड लाइब्रेरियन के सामने लहराया।

कार्ड देखकर लाइब्रेरियन खुश होते हुए बोला- “सोरी सर, आप केबिन में किताब पढ़ सकते हैं।"

यह कहकर लाइब्रेरियन ने एक केबिन खोल दिया। वेगा, वीनस को लेकर उस केबिन में आ गया।

केबिन में एक कांच की गोल टेबल रखी थी और उसकी चारो तरफ चार कुरसियां लगी थी. वेगा और वीनस एक-एक कुरसि लेकर आमने-सामने बैठ गये।

“वाह! मुझे तो पता ही नहीं था कि मैं एक वी.आई.पी. के साथ चल रही हूं।'' वीनस ने शोखी से अपनी आंखों को गोल-गोल नचते हुए कहा।

वेगा ने मुस्कुराकर वीनस को देखा, पर बोला कुछ नहीं। अब वेगा की निगाहें उस किताब पर थी। वेगा ने उस किताब पर धीरे से हाथ मारा।
किताब से थोड़ी सी धूल निकल इधर-उधर बिखर गयी।

“ये तो ऐसा लग रहा है कि इस किताब को किसी ने सालों से खोला ही ना हो।” वीनस ने किताब को देखते हुए कहा- “अरे! इस पर लिखी भाषा भी अजीब सी है... मैं तो यह पढ़ भी नहीं पा रही हूं।"

"यह 'एरकान' भाषा है।" वेगा ने वीनस को देखते हुए कहा- "यह अमेरिका की सबसे प्राचीन भाषा में से एक है।"

“तो फिर तुम भाषा यह कैसे पढ़ सकते हो?” वीनस ने अपनी आँख को सिकोड़ते हुए पूछा।

“मेरे बाबा ने मुझे यह भाषा सिखाई है।” वेगा ने कहा।

"वैसे इस किताब का नाम क्या है?" विनस ने किताब की ओर देखा हुआ पूछा।

“इस किताब का नाम है-'अटलांटिस का इतिहास' और इसके लेखक का नाम है 'कलाट'. इस किताब को सन् 1508 में लिखा गया था।"

“बाप रे! यह तो लगभग 500 वर्ष पुरानी किताब है।'' वीनस ने अश्चर्य से कहा- "फिर तो में भी सुनूंगी, इस किताब की कहानी।"

“हां-हां! क्यो नहीं? इसीलिये तो केबिन लिया है मैने, जिस से हमारी आवाज लाइब्रेरी में ना गूंजे। '' वेगा ने वीनस को देखते हुए कहा।

वीनस ने हां में सिर हिलाया और उत्सुकता से वेगा की ओर देखने लगी। वीनस को अपनी तरफ देखते हुए पाकर वेगा ने किताब का पहला पन्ना खोला और जोर-जोर से कहानी पढ़ने लगा-

“अटलांटिस जैसे देवताओं की धरती कही जाती थी।” अटलांटिस एक ऐसा द्वीप जिसे 'पृथ्वी का स्वर्ग' कहा गया था। अटलांटिस द्वीप का आकार छेत्रफल की दृष्टि से, आज के एशिया के कुल छेत्रफल से भी बड़ा था. इतना बड़ा महाद्वीप जहां का विज्ञान, आज विज्ञान से भी बहुत जयादा उन्नत था। अचानक एक दिन वह पूरा का पूरा द्वीप समुद्र में समा गया गया। किस कारण से पूरी सभयता समुद्र में समा गई? यह आज भी रहस्य बना हुआ है। किसी को पूरी तरह से अटलांटिस की जानकारी नहीं है। तो आइए आज हम जानते हैं अटलांटिस के इतिहास के बारे में।“

इतना कहकर वेगा ने एक नजर वीनस पर मारी और किताब का पन्ना पलट कर फिर से पढ़ना शुरू कर दिया-

“लगभग 20,000 वर्ष पहले समुद्र के देवता 'पॉसाइडन' ने धरती पर स्वर्ग बनाने की कल्पना की। इसके लिए एक विशाल द्वीप और कुछ बुद्धिमान इंसानो की आवश्यकता थी। इसके लिए 'पोसाइडन' ने सबसे बड़े द्वीप की खोज शुरू की।

तलाश करते- करते 'पोसाइडन' को एक बहुत बड़ा द्वीप मिला। जो समुद्र के बीच चारो तरफ से पहाड़ियो से घिरा हुआ था। उस द्वीप पर उस समय 12 अलग-अलग राज्य हुआ करते थे। जहां पर अलग-अलग तरह की 12 जातियाँ भी रहती थी।

सभी राज्य आपस में हमेशा वर्चस्व की लड़ाई करते रहते थे। इस द्वीप पर ‘पोसाइडन’ को एक खूबसूरत लड़की दिखी। जिसका नाम 'क्लिटो' था जो की अपने पिता 'अवनार' और मां ‘लुसिपी’ के साथ रहती थी। 'क्लिटो' का सौंदर्य बिल्कुल देवियों की तरह था। ‘पोसाइडन’, 'क्लिटो' को देखकर उस पर मोहित हो गया।

‘पोसाइडन’ ने 'क्लिटो' से शादी कर ली और उसे इन 12 राज्य की देवी घोषत कर दइया. ‘पोसाइडन’ ने 'क्लिटो' को उस द्वीप के निर्माण के लिए एक फुटबॉल के आकार का काला मोती दिया। काला मोती में ब्रह्मांड की अपार शक्तियाँ समाई थी। वह ब्रह्मांड के सप्त तत्वों 'अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी, आकाश, ध्वनि और प्रकाश' पर भी नियंत्रण कर सकता था।

अतः काला मोती सप्त तत्वों की मदद से ब्रह्मांड के हर एक नक्षत्र और निर्जीव वास्तुओं का निर्माण कर सकने में सक्षम, था। लेकिन उस काले मोती को सिर्फ वही कंट्रोल कर सकता था, जिसके पास 'पोसाइडन' दी गई 'तिलिस्मी अंगूठी' हो। 'पोसाइडन' की यह तिलिस्मी अंगूठी 'ब्रह्मकण' से निर्मित थी और ब्रह्मकण ने ही ब्रह्माण्ड के सभी सजीव जीवों की रचना की थी। इसी ब्रह्म-कण को 'ईश्वरीय कण' के नाम से भी जाना जाता है।

पोसाइडन ने काले मोती को कंट्रोल करने के लिए, अपनी ये तिलिस्मी रिंग भी 'क्लिटो' को दे दी।पोसाइडन की दी हुई यही तिलिस्मी रिंग बाद में रिंग आफ अटलैंटिस के नाम से नाम से फेमस हुई। क्लिटो ने तिलिस्मी अंगूठी की सहायता से काले मोती को नियंतत्रित कर, उस द्वीप पर एक विशालाकाय और भव्य सभ्यता की रचना की।

क्लिटो ने इस सभयता का आकार भी तिलिस्मी अंगूठी के समान ही गोल बनाया। पूरे द्वीप को पांच भाग में विभक्त किया गया। पूर्व, पछिम, उत्तर, दक्षिण और केन्द्र। केंद्र का भाग क्लिटो के महल के रूप में विकसित हुआ। जहाँ पर पोसाइडन के एक भव्य मंदिर का निर्माण किया।

कहते है कि यह मंदिर इतना विशालकाय था कि उसकी दीवार बदलो के भी ऊपर तक चला गया थी, क्लिटो ने अटलान्टिस के पांच भागो में एक-एक विशालकाय पिरामिड की रचना भी की। ये पिरामिड उस समय द्वीप की सभी ऊर्जा की जरुरत को पूरा करते थे। इस द्वीप के हर हिस्से में, लोगो की जरूरत के हिसाब से लाल और काले पत्थरो से विशालकाय भवनो का निर्माण किया गया।

द्वीप पर केंद्र से बाहर की ओर तीन विशालकाय 'आउटर रिग' बनाए गए। एक रिंग से दूसरी रिंग की दूरी 9 किलोमीटर थी। यह 9 किलोमीटर के छेत्र में समुंद्र का पानी भरा गया। पहले और दूसरी रिंग को 10 भाग में विभजीत कर उन्हें 10 राज्य का रूप दिया गया, जिनमे द्वीप की 10 जातियो को जगह दी गई। तीसरी और आखरी रिंग में बाकी की बची दो जातियो ‘सामरा’ और ‘सीनोर’ को योधाओ के रूप में अटलांटिस की सुरक्षा के लिए बसाया गया।

बाद में मुझे क्लिटो के महल को केंद्र मानकर एक सीधी रेखा में 8 चौड़े पुल का निर्माण किया। ये पुल हर एक राज्य से होकर जाते थे। इस पूरी द्वीप के नीचे काँच की ट्यूब में समुंद्र के अंदर रास्तो का जाल बनाया गया।

संपूर्ण राज्य का निर्माण इस प्रकार किया गया था कि बड़े से बड़ा पानी का जहाज भी सीधे महल तक पहुच सके। अपने उन्नत विज्ञान के कारण अटलान्टिस वासियो की औसत उम्र 800 साल होने लगी और उनहोने पानी में भी सांस लेने का कला सीख ली।

इसिलए उनके राज्य का बहुत सा हिस्सा समुंद्र के अंदर भी बनाया गया। पानी के अंदर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए काँच के कैप्सूल के समान छोटी-छोटी नाव बनाई गई, जो कि समुन्द्र की लहरो से ऊर्जा प्राप्त कर चलती थी।
क्लिटो ने अलग-अलग जीवो को मिलाकर कुछ नए जीवो की रचना की, जिन्हे ‘जलोथा’ का नाम दिया गया। ये सारे जलोथा आकार और प्रकार में भिन्न-2 प्रकार के थे। ये विचित्र जीव, जल और थल दोनो ही स्थान पर जीवित रह सकते थे।

इस भव्य साम्राज्य की स्थापना कर क्लिटो वहां आराम से रहने लगी। धीरे-धीरे एक-एक कर क्लिटो ने पांच बार जुड़वाँ बच्चों को जन्म दिया। क्लिटो के इन 10 बच्चों में एक भी लड़की नहीं थी। समय आने पर क्लिटो ने अपने सबसे बड़े पुत्र 'एटलस' को इस साम्राज्य का राजा बना दिया। धीरे-धीरे बाकी के 9 पुत्रो ने भी अटलांटिस के 9 अलग-अलग राज्यों को संभाल लिया।

बाकी बचे दो राज्य 'समरा' और 'सीनोर' के योद्धाओं को क्लिटो खुद नियंत्रित करती रही। बाद में एटलस के नाम पर ही उस द्वीप का नाम 'अटलांटिस' रखा गया। काले मोती की वजह से अटलांटिस का विज्ञान इतना उन्नत हो गया कि ब्रह्मांड के अन्य ग्रहों से पर ग्रहवासियो का भी पृथ्वी पर आना-जाना शुरू हो गया।

एक बार पोसाइडन को किसी बात पर क्लिटो के चरित्र पर शक हो गया। उसने गुस्से में आकर क्लिटो से अपनी तिलिस्मी रिंग छीन ली। क्लिटो ने बिना तिलिस्मी अंगूठी के जैसे ही काले मोती को अपने हाथ में उठाया, वह पत्थर की बन गई। इसके बाद पोसाइडन ने एक कृत्रम द्वीप का निर्माण किया और इस द्वीप का नाम 'अराका' रखा गया। यह द्वीप पर पानी भी तैर सकता था।

पोसाइडन ने उस द्वीप पर एक विशालकाय मानव आकृति वाले, पर्वत जैसे तिलिस्म की रचना की और क्लिटो को काला मोती सहित उस तिलिस्म में डाल दिया। इस प्रकार क्लिटो तिलिस्म में युगो-युगों तक के लिए कैद हो गई। बाद में मुझे पोसाइडन ने गुस्से में, अपनी तिलिस्मी रिंग भी उसी पहाड़ पर कहीं फेंक दी। जब क्लिटो के बेटे एटलस को यह बात पता चली तो वह पोसाइडन के इस कृत्य पर बहुत गुस्सा हुआ।

उसने अटलांटिस के 10 महायोद्धाओं को तिलिस्म तोड़कर काला मोती लाने को भेजा। मगर सारे महायोद्धा तिलिस्म तक पहुंचने के पहले ही 'अराका' के 'मायावन' मैं मारे गए।


जारी रहेगा_________✍️
Bahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and beautiful update....
 

dhalchandarun

[Death is the most beautiful thing]
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Koi isse nahi hai mitra, take your time to see that:approve: Waise itihaas aise kai sacche kisso ko bayaan kar chuka hai, fir bhi aap bas ise ek kahani ki tarah padho, kahe dimaak per jor daalna jab sab kuch saamne hi aayega:D, Thanks for your valuable review and support bhai :thanx:
Nope main ise sach isliye nahi manta hoon kyonki ye sabhi chije yadi sach hai hoti to sabhi ke liye ek god hota sabhi religion ka alag alag god kyon hai, mujhe lagta hai sabhi religion ne apne apne religion ko superior samjhne ke liye apne apne religion ko bata diya hai ki uske god ne pure universe ko create kiya hai.
 

Raj_sharma

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Supreme
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Bahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and beautiful update....
Thank you very much for your valuable review and support bhai :thanx:
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
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Nope main ise sach isliye nahi manta hoon kyonki ye sabhi chije yadi sach hai hoti to sabhi ke liye ek god hota sabhi religion ka alag alag god kyon hai, mujhe lagta hai sabhi religion ne apne apne religion ko superior samjhne ke liye apne apne religion ko bata diya hai ki uske god ne pure universe ko create kiya hai.
Bhai bhagwan ek hi hai, baaki use ansh to ho sakti hai, lekin sarv-saktimaan nahi,
 

dhalchandarun

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Bhai bhagwan ek hi hai, baaki use ansh to ho sakti hai, lekin sarv-saktimaan nahi,
Isliye mujhe ye sabhi story lagti hai na ki sach, jaise maine bahut pahle padha tha ki yadi dharti par kahin jannat hai to wo hai Kashmir aur abhi aapki story ke according Atlantic ko bataya ja raha hai.
 

Raj_sharma

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Supreme
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Isliye mujhe ye sabhi story lagti hai na ki sach, jaise maine bahut pahle padha tha ki yadi dharti par kahin jannat hai to wo hai Kashmir aur abhi aapki story ke according Atlantic ko bataya ja raha hai.
Are bhai ye kaafi bada charcha ka visay hai, iske liye aao kabhi haweli per, wahi charcha hogi :D Filhal to agla update dene ja raha hu:declare: Wo padho👍
 

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
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#56.

फिर तो जैसे एक सिलसिला शुरू हो गया। एटलस और उनके भाई हर साल नए योद्धाओं का चुनाव करते और उन्हें तिलिस्म को तोड़ने के लिए भेज देते थे, पर कोई सफल नहीं हो पा रहा था।

आख़िरकार एटलस ने 'एरियन आकाशगंगा' के महान 'टाइटन योद्धाओ' उस तिलिस्म को तोड़ने के लिए अमंत्रित किया।

जिससे गुस्सा होकर पोसाइडन ने यह श्राप दिया कि अब इस तिलिस्म में मनुष्यो के अलावा कोई भी अटलान्तियन, टाइटन, देवता या देवपुत्र प्रवेश नहीं कर सकता। और काले मोती को भी अब कोई देवपुत्री ही धारण कर सकती है।

पोसाइडन को पता था कि एटलस की अगली सात पीढ़ियो में अभी कोई नहीं पुत्री जन्म नहीं लेने वाली और रही बात मनुष्यो की, तो उसे पता था की मनुष्यो के पास इतनी शक्ति और बुद्धि नहीं है कि वह तिलिस्म को तोड़ सके।

अब एटलस के पास कोई रास्ता नहीं बचा था। अंततः क्रोधित होकर एटलस ने पोसाइडन के ही विरुद्ध ही युद्ध का ऐलान कर दिया।

चूंकी एरियन के टाइटन योद्धा के साथ अब एटलस के साथ थे इसिलए ये युद्ध बहुत ही भयानक हुआ।

इस युद्ध को 'देव युद्ध' के नाम से जाना गया। इस युद्ध में पोसाइडन की तरफ से कुछ ग्रीक देवताओं ने भी युद्ध किया।

जब पोसाइडन को लगा कि अब यह देवपुत्र धीरे-धीरे खतरनाक होते जा रहे हैं तो पोसाइडन ने अपनी सारी शक्तियो को एकत्रित कर अटलांटिस की पूरी धरती को हिलाकर प्रलय ला दिया।

अटलांटिस की धरती पर एक साथ हजारो ज्वालामुखी फटे, भूकंप आये और फिर अविसनीय सुनामी। इस प्रलय के कारण पृथ्वी का जल स्तर 800 मीटर से ऊपर हो गया।

अंततः पूरी अटलांटिस की भव्य धरती धीरे-धीरे समुद्र में समा गई।

एटलस साहित उसका सारे भाई इस युद्ध में मारे गए। बची थी तो केवल एटलस की पत्नी 'लिडिया', जो प्रेग्नेंट होने के कारण अपनी मां के घर 'एरियान' गैलेक्सी' पर मौजूद थी।

सब कुछ ख़तम होने के बाद जब लीडिया अटलान्टिस पहुची तो वहां सिर्फ सामरा और सीनोर जाति के कुछ योद्धा ही बचे थे और बचा था तो बस अराका द्वीप....! जो पानी पर तैरने की वजह से इस खतरनाक दुर्घटना से बच गया था।

लीडिया अब सामरा और सीनोर के साथ अराका पर रहने लगी। कुछ समय के बाद लीडिया ने एक पुत्र को जन्म दिया।

सामरा और सीनोर दोनो जातियां लीडिया को देवी की तरह पूजते थे। अब लीडिया को इंतजार था कि उसके परिवार में किसी लड़की का जन्म हो, जो उस तिलिस्मी अंगूठी को खोजकर, काला मोती को प्राप्त कर सके और अटलांटिस राज्य को दोबारा से स्थापित कर सके।

धीरे-धीरे हजारों वर्ष बीत गए, पर एटलस की अगली सात पीढ़ियो में एक भी लड़की का जन्म नहीं हुआ।

आख़िरकार वह शुभ बेला आ ही गयी। 13070 साल बाद एटलस के परिवार में एक लड़की का जन्म हुआ। जिसका नाम 'ऐलेना' रखा गया। बड़ी होने पर ऐलेना की शादी 'एरियन आकाशगंगा' के एक महान योद्धा 'आर्गस' के साथ हुई।

अब फिर शुरू हुआ सिलसिला तिलिस्मी अंगूठी को खोजने और काले मोती को प्राप्त करने का। समय धीरे-धीरे बीतता गया पर ऐलेना को तिलिस्मी रिंग नहीं मिली।

कुछ समय बाद ऐलेना ने भी एक-एक कर 8 बच्चों को जन्म दिया। जिनमे 7 लड़के थे और एक आखिरी सबसे छोटी लड़की थी। लड़की का नाम 'शलाका' रखा गया।

'शलाका' बचपन से ही बहुत तेज थी। दूसरे समय के साथ-साथ सामरा और सीनोर जातियो ने भी आपसी मतभेद शुरू कर दिया था। पर शलाका ने अपनी सूझ-बूझ से दोनों को अच्छे से नियंत्रण कर लिया और अराका द्वीप के आधे-आधे हिस्से को दोनो में बांट दिया।

शलाका और उसके 7 भाइयो ने कई आकाशगंगाओ से ज्ञान अर्जित किया, ऐलेना को यह विश्वास था कि शलाका हर हाल में तिलिस्मी अंगूठी ढूंढ लेगी और अटलान्टिस की सभ्यता की फिर से रचना करेगी।"

इतना पढ़कर वेगा रुक गया और वीनस की ओर देखने लगा।

“क्या हुआ चुप क्यों हो गए?” वीनस ने वेगा से पूछा।

“बस अटलांटिस का इतिहास यहीं तक था।” इसके आगे देवी शलाका और उनके 7 योद्धा भाइयो की शक्तियाँ और एरियान गैलेक्सी का जिक्र है बस. और उसको पढ़ने का कोई फायदा नहीं है क्यों की मुझे उस पर आर्टिकल थोड़े ही लिखना है।" वेगा ने वीनस को समझाते हुए कहा।

“पर जो भी कहो, अटलांटिस का इतिहास बहुत शानदार है।” वीनस ने कहानी की तारीफ करते हुए कहा- “पर काश ये सब सच होता ?”

“मतलब????” वेगा के चेहरे पर उलझन के भाव आये।

“मतलब...ये तो एक काल्पनिक फिक्शन या काल्पनिक किताब है ना।”...?"

वीनस ने कहा- ''आज के समय में तो लोग पोसाइडन पर ही विश्वास नहीं करते, फिर देवी शलाका पर कैसे विश्वास कर लेंगे। हां...पर जो भी हो, लेखक की कल्पनाओ की उड़ान बहुत अच्छी है।" यह कहकर वीनस खड़ी हो गयी।

"तुम मुख्य द्वार की ओर चलो, मैं अभी आता हूं।" यह कहकर वेगा लाइब्रेरियन की तरफ मुड़ गया।

वीनस ने एक नजर वेगा पर डाली और फिर मुख्य दरवाजे की ओर चल दी, लाइब्रेरियन वेगा को अपनी तरफ आते देख खड़ा हो गया।

“मुझे यह किताब इश्यू करवानी है।” वेगा ने लाइब्रेरियन की आंखो में आँख डालते हुए कहा।

“पर सर……मैं आपको तो पहले ही कह चुका हूँ की…….” वेगा कि आँखों में देखते हुए लाइब्रेरियन अचानक चुप हो गया।

“क्या कह चुके हो आप?" वेगा ने पूछा।

"आप यह किताब ले जा सकते हैं।" अचानक लाइब्रेरियन का सुर बदल गया- “रुकिए मैं आपको यह किताब पैकेट में डाल कर देता हूं, जिससे आपको कोई समस्या नहीं होगी।''

यह कहकर लाइब्रेरियन ने किताब को वेगा से लेकर 1 लिफाफे में डाल दिया। और पैकेट को सील कर, वेगा को पैकेट थमा दिया।

वेगा वह पैकेट लेकर तेजी से वीनस की ओर चल दिया। वीनस ने वेगा के हाथ में थमा पैकेट तो देखी पर उससे कुछ पूछा नहीं !

दोनो मुख्य द्वार से निकलकर पार्किंग की ओर चल दिये। उधर लाइब्रेरी में एक दूसरा व्यक्ति लाइब्रेरियन के पास एक किताब लेकर पहुचा।

“हैलो सर, मुझे यह किताब इशू करवानी है।” उस इंसान ने लाइब्रेरियन से कहा।

लाइब्रेरियन पर अभी भी कुछ हवा में देख रहा था। यह देख उस इंसान ने लाइब्रेरियन को धीरे-धीरे हिला दिया। उस आदमी के झकझोरते ही लाइब्रेरियन ऐसे हड़बड़ाया, मानो सोते से जगा हो।

लाइब्रेरियन ने एक झटके से इधर-उधर देखा, उस पर वेगा कही नजर नहीं आया। लाइब्रेरियन ने अपने सिर को एक हलका सा झटका दिया और पुनः अपने काम पर लग गया। ----------------------------------------------------------------------------- दोस्तो, यह थोड़ा सा फ्लैश बैक था, जिस से आपको कहानी समझ में आ सके और मुझे यकीन है कि काफी महानुभावों को आ भी गई होगी !!

अब उससे आगे....................

चमत्कारी पेड़
7जनवरी2002, सोमवार, 10:30, रहस्यमय द्वीप- अराका

एक नई सुबह हो चुकी थी। सभी की आंखों की लाली बता रही थी कि कोई भी रात में ठीक से सो नहीं पाया था!

सागर की लहरो की आवाज और पंछियो के चहचहाट कानो में मीठा रस घोल रही थी। हवा भी खुशबू लिए हुई थी। मौसम काफी सुहाना था, पर फिर भी सभी के चेहरे पर उदासी की एक रेखा दिखयी दे रही थी और इसका कारण था ‘सुप्रीम’ के डूब जाने का। सभी नित्य कर्मों से फरिग होकर सुयश के पास एकत्रित हो गये।

सुयश ने एक नजर वहां खड़े सभी लोगों पर डाली और फिर बोलना शुरू कर दिया- “दोस्तो सुप्रीम का डूबना हमारी सबसे बड़ी।” बदकिस्मती थी। पर हम सबका बच जाना भी किसी चमत्कार से कम नहीं है, इसिलए हमें हिम्मत नहीं हारना चाहिए।

हमें अभी भी लड़ते रहना होगा... इस जंगल से, अपनी परिस्थियों से, अपने अकेलेपन से और सबसे बढ़कर आने वाली मुसीबतों से। वैसे तो यहां मौजूद हर इंसान का अपना व्यक्तित्व है जिससे वह अपनी क्षमता के हिसाब से अपनी जिंदगी के डिसीजन सवयं लेता है, पर मैं चाहता हूं कि अब हम यहां अपने सारे फैसले खुद ना ले बल्कि एक टीम की तरह काम करें क्योकी आप जानते हैं इस द्वीप पर कितने खतरे हो सकते हैं और हम एक बनकर ही इन खतरों से लड़ेंगे।"

“मैं आपकी बातों से इत्तेफाक रखता हूं कैप्टन।” अल्बर्ट ने आगे बढ़कर अपनी बात कही- “वैसे भी मैं पीछे घटी किसी घटना के लिए यहां किसी को भी जिम्मेदार नहीं मानता, यहां तक कि आपको भी नहीं।
आपने जो कुछ भी किया, हम सभी लोगो कि भलाई के लिए ही किया। वह सब समय का एक खराब चक्र था जो कि बीत गया। हमको आपकी काबिलियत पर कोई शक नहीं है, इसिलए मैं यह चाहता हूं कि अब भी आप ही हमारी टीम का नेतृत्व करें।''

अल्बर्ट कि बात सुन वहां खड़े बाकि सभी लोगो ने भी हाँ मै सर हिलाकर अल्बर्ट कि बात का समर्थन किया। यह देख पहले तो सुयश थोड़ा भावुक हो गया, इस घटना ने उसमें एक नई शक्ति का संचार कर दिया।
वह शक्ति थी उन सभी लोगों के विश्वास की। सुयश ने एक नजर द्वीप के अंदर मारी और फिर सबको देखते हुए अपनी मुट्ठी को बांधकर सबकी तरफ जोश से लहराया।

सभी ने सुयश का अनुशरण कर मुट्ठी बांधकर जोर से हुंकार भरी।
अब सभी द्वीप के अंदर कि ओर जाने को तैयार दिख रहे थे।

“तो सबसे पहले हम अपने पास मौजूद सभी चीज़ों को एक बार चेक कर लेना चाहिए, जिस से सही समय पर हम उस चीज का उपयोग कर पाये।'' यह कहकर सुयश मोटरबोट की ओर बढ़ गया।




जारी रहेगा_________✍️
 

Raj_sharma

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Planning to acchi chal rahi hai....dekhte hai aage kaise new year ko checking karte hai...

Sabhi update shandar the Raj_sharma bhai lekin ye supreme kaise dub gya aur Aslam kya krega

Bilkul Sanju ji me aapse 100% sahmat hu.....
Aapke har review ko padhkar bahot kuch sikhne ko milta hai. Aapki observation skills too good.:respekt:

To aakhir Shefaali bhi mil gayi matlab ye pakka hai ki wahi is kahani ki nayika hai, suyash bechare ke hath me sivaay afsos karne ke kuch bhi nahi hai😞 wsise ye laashe paani me ksise doob rahi thi? Ye sala taapu bohot hi rahasyamayi hai🤔 koi na , jab waha pahuch hi gaye to pata chal hi jaana hai, mind blowing writing ✍️ bhaiya 👌🏻👌🏻👌🏻

Nice update....

मैं इनको कम नहीं बल्कि हिंदी के सर्वोत्कृष्ट लेखकों में से मानता हूं। एक तरह से साहित्यिक श्रेणी की लेखनशैली है इनकी
लेकिन जो सत्य है मेरा, वहीं तो कहूंगा मैं :D

जलेबी की तरह बिल्कुल सीधी सी कहानी हैं
और औरत की तरह सब कुछ समझ आ गया 😂😂😂😂😂😂

इस घटना के बाद अब तो गिनती के लोग बचें हैं ! सुप्रीम भी गया और समुंद्र सब कुछ निगल गया है !
सुयश के लिए ये रहस्य भी सुलझाना है की दीप सुरक्षित जगह है या इस पर भी कोई छुपी हुई मौत का समान है ?

बहुत ही शानदार लिख रहे हो आप भाई !

👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻💐💐💐💐


Awesome update

Bahut hi shandar update he Raj_sharma Bhai,

Ek nayi duniya ke safar me le kar chal pade he aap hum sabko.........

Bada hi maja aane wala he............

Keep rocking Bro

कहानी काफ़े दिल्चस्प है अब हालाकि ये न्यूयार्क शहर में शुरू हुई है तो ये थोड़ा सा समझना मश्किल है कि क्या ये मॉडर्न स्टोरी है कि थोड़ा सा ओल्ड रेट्रो टाइप क्योंकि यहाँ पर शिप्स हैं, समुंद्र है, किताबे हैं, जिसकी कोई मिस्टरी है !

nice update


जहाज के लगभग सभी पैसेंजर को मार कर , जहाज को समंदर मे डुबोकर अब यह किस युग , किस सभ्यता मे ले जा रहे हैं हम मासूम रीडर्स को !
पहले आप जहाज के पैसेंजर को जिंदा कीजिए , जहाज को समंदर से बिल्कुल सुरक्षित उसी रूप मे बाहर निकालिए , फिर हम आप के इस सभ्यता की कहानी सुनेंगे । :D
वैसे इस बार आपने एक नवयुवक और उसके गर्लफ्रेंड के माध्यम से अटलांटिस के रहस्य बताने का मन बनाया है जिससे बहुत कम लोग भिज्ञ होंगे । लेकिन इस ट्विस्ट के साथ कि इसमे भारतीय पौराणिक काल का जिक्र होगा , साइंस की बात होगी और ग्रीक कल्चर का भी समावेश होगा ।
यह वास्तव मे बहुत ही कठिन टास्क होगा । इतने सारे विषयों को एक सूत्र मे पिरोना सहज कार्य तो हरगिज नही ।
खैर देखते हैं आगे आगे क्या होता है !

खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।आउटस्टैंडिंग अपडेट ।

Maine toh pehle hi bol diya tha yahan... ke jahaj dubne wala hai...yeh Raj sir ek din Titanic dekh lete hai agle din Jumanji ke script daal de yahan :kekdog:

Ab dekhte hoon kya jawab aata hai 👀

Interesting update

Shaandar jabardast Romanchak Update 👌👌👌

बढ़िया, कालांतर लाते हुए इस कहानी के मुख्य बिंदु को विस्तारपूर्वक बताने के लिए शुक्रिया।

कहते हैं हर तिलिस्म का एक अंत जरूर होता है, नश्वर धरती पर कुछ भी हमेशा के लिए नहीं है। पर फिर भी हिन्दू पौराणिक कथाओं में सप्त अमर हैं, मतलब सात ऐसे लोग जो हमेशा के लिए इस धरती पर रहेंगे।

पर फिर भी मेरा मानना यही है कि वो भी नश्वर ही होंगे, क्योंकि प्रलय आएगी ही, इसीलिए अगर जो और कहीं कुछ भी ऐसा है जो हमें ज्ञात नहीं है, वो भी कभी न कभी सामने आएगा जरूर।

बढ़िया राज भाई :applause:

वाह भाई वाह क्या जबरदस्त और लाजवाब रहस्य पुर्ण अपडेट है मजा आ गया
तो उस प्राचीन किताब में अटलांटिस के निर्माण की कहानी है साथ में उसकी रचना और सुरक्षा का भी वर्णन हैं और सुप्रीम को जो व्दीप बार बार दिख रहा था उसका निर्माण और उसके रहस्य की भी कहानी है उस रहस्यमयी प्राचीन किताब में
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार और रहस्योंसे भरे अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा


Kya hi jabardast or intresting updates diye hai ekdum mast
To is update me atlantis ke banne ki kahani batai gayi hai
Or vah dveep Jo baar baar supreme ke raste me aa raha tha vah dveep jrur yah araka hi hai isme iska rahasya bhi bataya gaya
Pratiksha rahegi agle update ki

सुप्रीम का सफ़र (और suffer) शुरू हुए अब पंद्रह दिन हो गए।
और उसको डुबा कर अपने राज भाई हमको एक अलग ही तिलिस्मी सफ़र पर ले जा रहे हैं।

योहानेस गुटेनबर्ग - एक जर्मन इन्वेंटर ने प्रिंटिंग प्रेस का निर्माण किया था। कलाट की यह किताब 1508 पे छपी है - उस लिहाज से टाइम लाइन बिलकुल सटीक है।
लेकिन एक बात में थोड़ी गड़बड़ हो गई - अमेरिका में प्रिंटिंग अनेकों वर्षों बाद सत्रहवीं शताब्दी में आई। ख़ैर, अनावश्यक नुक़्ताचीनी नहीं करनी चाहिए। :)

Venus और Vega -- दोनों ही नाम युरोपियन पुराणों से आए हुए हैं। इस कहानी में हैं, मतलब इनकी कड़ी कैसे भी कर के अराका या फिर अटलांटिस से जुड़ेगी।

ये अराका अपना वाला द्वीप है। स्वयं पोसाइडन ने बनाया है।
सुप्रीम के यात्रियों को क्या वहाँ उस तिलिस्म को तोड़ने के लिए लाया गया है? असलम इन लोगों से कैसे कनेक्टेड है?
जिस तिलिस्म को ऐसी अद्भुत वैज्ञानिक क्षमता वाले लोग न तोड़ सके, उसको ये लोग कैसे तोड़ेंगे?
देखते हैं। बहुत बढ़िया Raj_sharma भाई :)

Badhiya romanchkari update bhai

Atlantis ka itis to wakayi majedar tha kaise atlantis bana kaise uska nirman hua sab ek dam romanchkari tha bas ek bat ha klito ne aisa to kya kar diya tha ki use aisi bada saja mili or atlantis bhi dub gaya tha

Kher ab to lagta ha jis dwip ke karan itna kand hua ha wo अराका hi ha kyonki sari detail usse match hoti ha or klito ab bhi usi per kaid ha or tilasmi ring bhi usi dwip per ha kya pata koi tilasmi ring dhundker klito ko wapas jinda kar de dekhte han ki kya hota ha


Bahut he ajeeb suspense hai Atlantic ka Raj_sharma bhai
Bahut badiya jaa rhe hoo lage rho bhai

Well story is nicely poised. I want to see aap kaise Tilism ke bare mein batate ho, ye sab sach hai ya nahi main believe nahi kar pa raha hoon, kyonki abhi bahut se aise events huye hain jis par believe karna bhi mushkil hai aur thik usi tarah main es story par bhi nahi kar pa raha hoon. Main sirf present mein believe karta hoon. Past mein ye sach mein hua hai ya nahi mujhe nahi pata par abhi main ye janne ke mood mein bhi nahi hoon. Abhi main kisi aur hi chij par focus kar raha hoon.

Well 👍 and lovely 🌹 update brother.

Bahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and beautiful update....

Update Posted friends :declare:
 
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