• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica सोलवां सावन

komaalrani

Well-Known Member
22,319
58,141
259
***** *****पचपनवीं फुहार -


भरौटी के मजे


Male-Sunil-1.jpg



माँ ने दे दिया गुलबिया को इनाम-

“सुन, अभी ले जा न इसको अपने टोले में, जरा वहां का भी तो मजा ले ले। मैं सोने जा रही हूँ। भोर होने पर सारा गाँव देखेगा, उसके पहले…”

mom-4.jpg


बस मैंने और गुलबिया ने खाली साड़ी टांग ली अपने देह के ऊपर,


Teej-topless-R.jpg


जब मैं गुलबिया के साथ निकल रही थी, आसमान की स्याही हल्की पड़ रही थी। भरौटी पहुँचते-पहुँचते, आसमान में हल्की सी लाली दिख रही थी।

morning-large.jpg



हम दोनों सीधे गुलबिया के घर में घुस गए।



उसका मर्द अपने काम के लिए निकल गया था, सिर्फ हमी दोनों थे। मैं बिस्तर पर कटे पेड़ की तरह गिर गई। लेकिन आधे घंटे भी नहीं सोई होऊँगी की गुलबिया ने जगा दिया।



आसमान में सूरज अभी बिंदी लगा रहा था।


एक बात अब मैं समझ गई हूँ, उस समय भी कुछ-कुछ अंदाज तो हो ही गया था। अगर किसी लौंडिया को रात भर जगा के रखो, और ऊपर से उसे झड़ने भी मत दो, तो बस एक तो मारे थकान के उसका विरोध एकदम कम हो जाएगा, और झड़ने के लिए भी वो एकदम बेचैन रहेगी।

और वही हुआ। पूरे दिन भर, भरौटी के लौंडों की लाइन,


शुरू से बताती हूँ।

थोड़ा फास्ट फारवर्ड करके, मुझे उठाते ही गुलबिया ने, मेरे आगे-पीछे एक सूखे कपड़े को उंगली में लपेट के अंदर की, सुनील और चुन्नू की सारी मलाई साफ कर दी। यानी एकदम सूखी।

और उसके साथ एक औरत थीं, गाँव के रिश्ते से जेठानी लगती थीं शायद, बस उम्र में गुलबिया से 1-2 साल ज्यादा होंगी, 26-27 साल की लेकिन हर बात में गुलबिया के टक्कर की, बल्की 20 ही होंगी।

Teej-topless-288-1000.jpg


अगवाड़े की सफाई गुलबिया ने की तो पिछवाड़े का जिम्मा उन्होंने लिया, गाण्ड मेरी एकदम सूखी कर दी। फिर वो बोलीं-

“रानी अब आयेगा मजा गाण्ड मराई का, जब पटक-पटक के लौंडे सूखी गाण्ड में पेलेंगे न, खूब परपरायेगी…”

लेकिन मैं कुछ बोलने की हालत में नहीं थी, रात भर की जागी, जमकर मेरी कुटाई हुई थी, एक पल भी न सो पाई थी, न एक बार भी झड़ी थी।


और उसके बाद उन्होंने गुलबिया के साथ मिल के जो मेरी हालत की थी, उस थकान के बाद भी एक बार फिर मेरी चूत में दोनों ने मिल के आग लगा दी। उंगली, जीभ औरतों के पास भी कम औजार नहीं होते पागल बनाने के लिए।

lez-pussy-lick-G.gif


नीचे की मंजिल उन्होंने सम्हाली और ऊपर की गुलबिया ने।

lez-nip-kiss-2-tumblr-ohelc7-AYp-Y1rd2rllo2-400.gif


पहले उन्होंने अपनी हथेली से मेरी गुलाबी सहेली को जाँघों के बीच रगड़ना शुरू किया, और मैं पागल हो गई। उसके साथ ही तर्जनी और अंगूठे के बीच मटर के दाने ऐसी मेरी भगनासा को जोर-जोर से रगड़ना शुरू कर दिया। बस, पल भर में मैं पनिया गई। बुर बुरी तरह गीली हो गई।

और ऊपर ऊपर से दोनों कच्ची अमियों को चखना, काटना गुलबिया ने शुरू कर दिया। वो तो गाँव के लौंडों से भी ज्यादा मेरी कच्ची अमिया की दीवानी थी। कभी निपल चूसती तो कभी चूची पे ही कचकचा के दांत गड़ा देती।

Lez-nip-suck-19626778.gif


इस दुहरे हमले का असर ये हुआ की मस्ती से मेरी आँखें बंद हो गई, दोनों मिल के मुझे झड़ने के कगार पे ले जाती और फिर छोड़ देतीं।

रात भर मैं तड़पती रही थी, और सुबह से फिर वही। मस्ती से मेरी हालत खराब थी, बस मन कर रहा था दोनों कुछ भी करें, कुछ भी करें मुझे झड़ा दें। लेकिन अबकी जब मेरी देह कांपने लगी, मैं थरथराने लगी तो उसी समय दोनों रुक गईं।

मैं आँखें बंद किये सोच रही थी कि दोनों छिनार अब कुछ करेंगी, अब कुछ करेंगी लेकिन



हार कर जब मैंने आँखें खोली तो सामने एक लड़का था, खूब तगड़ा, मस्क्युलर और बस मेरी आँख खुलते ही उसने अपना छोटा सा लूंगी सा लिपटा कपड़ा हटा लिया।


sixteen-Male-8.jpg
 

komaalrani

Well-Known Member
22,319
58,141
259
***** *****एक-एक पर तीन तीन,

MMF-17963784.webp


लड़के को मैंने तबतक पहचान लिया था। परसों दिन में ही तो जब मैं गुलबिया के साथ जा रही तो ये मिला और बजाय कुछ छेड़ने के, कमेंट के सीधे बोल दिया था-

“कब चुदवायेगी? आ घोंट ले मेरा लण्ड…”



male-tumblr-3b30492efda849e79053b2c425a7510d-8c62190e-500.jpg


और आज भी उसका लण्ड एकदम फनफना रहा था, न कोई फोरप्ले, न चूमा चाटी, सीधे चढ़ गया। जब तक मैं सम्हलूँ, पूरा मोटा सुपाड़ा उसने अंदर पेल दिया। मोटा तो खैर था ही लेकिन जिस तरह से उसने अंदर ठेला, लग रहा था जैसे किसी ने अचानक एक झटके में पूरी मुट्ठी पेल दी हो, मेरी जान निकल गई। बस उसके तगड़े हाथों ने मेरी कोमल कलाइयों को जकड़ रखा था जिससे मैं सूत भर भी हिल नहीं सकती।


Fucking-ruff-tumblr-m6xgmfr0ox1qeskczo1-500.gif


मेरी कोमल मुलायम चमड़ी को रगड़ते, दरेरते जिस तरह उसका मोटा लण्ड घुसा, जोर से मेरी चीख निकल गई। लेकिन उसे न तो कोई फर्क पड़ा, न उसने मेरे चीखने की, दर्द की परवाह की। न उसने अपने होंठों से मेरे होंठ सील करने की कोशिश की, न उसने मेरे गदराये किशोर जोबन की परवाह की, जिसपे गाँव के सारे लौंडे लट्टू थे, बस अपनी कमर के जोर से दूसरा धक्का मार दिया, फिर तीसरा, फिर चौथा,



“अईईई… ओह्ह… ओह्ह्ह… आह्ह… जान गईईईई…” मेरी ह्रदय विदारक चीख पूरे भरौटी में गूँज गई।


Fucking-G-ruff-17221178.gif


लेकिन उसने लण्ड आलमोस्ट पूरा निकालकर एकदम ऐसा धक्का दिया की बस… जैसे कोई खूब तगड़ा, खेला खाया साँड़, किसी पहली बार वाली बछिया पर चढ़ जाए।

“ओह्ह… हाँ रुक-रुक…” फिर गुलबिया से “हे भौजी बोलो न, जान निकल जायेगी मेरी, नहीं उईईई…”

और इस बार दो धक्के में ही लण्ड बच्चेदानी पे ठोकर मार रहा था।

गुलबिया आई, लेकिन बजाय मुझे बचाने के उसे ही ललकारने लगी-

“अरे ऐसे हल्के-हल्के चोदने से कुछ नहीं होगा। आई तो रंडी की जनी, खानदानी 7 पुस्त की रंडी है। इसके खानदान में लौंडियों की झांटें बाद में आती हैं, लौंड़ा पहले ढूँढ़ती है। आई तो गदहे कुत्तों से चुदवाने वाली है, इसके चिल्लाने पे न जाओ। आई वैसे छिनारपना कर रही है, पेल साली को पूरी ताकत से…”


Teej-Peticoat-c4d54036b9b816ad8f056e78e9927794.jpg


फिर तो ऐसे तूफान मचा, और गुलबिया और उसकी जेठानी भी, कोई मेरी चूची काटता तो कोई निपल उमेठता। और उस लड़के की चुदाई भी, जैसे कोई मशीन चोद रही हो मुझे।



न उसे मेरे दर्द की परवाह थी न मजे की, बस हर धक्का पहले से भी तगड़ा होता था। मैं कच्ची फर्श पे चूतड़ रगड़ रही थी, चीख रही थी, चिल्ला रही थी, लेकिन बस वो चोद रहा था।



एकदम जंगली और रूखा,

ऊपर से गुलबिया की जेठानी, जोर से मेरा निपल काट के बोलीं-

“अरे तनी और जोर से चिल्लाओ न, जैसे नौटंकी में नगाड़े का काम होता है न बस वही काम इस टोले में चीख का है। चुपचाप चुदवा लेती तो शायद बच जाती, लेकिन अभी तुम्हारी चीख सुन के देखना गुड़ पे मक्खी की तरह लौंडे आ जायेंगे…”


nip-suck-lez-19192148.gif


और वही हुआ। 15-20 मिनट की धक्कम पेल चुदाई के बाद मुझे उस दर्द में भी मजा आने लगा था, एक अलग तरह की सिहरन, चूत सिकुड़ने फैलने लगी थी। मैं उसके धक्के का साथ देने की कोशिश करने लगी थी, मस्ती से मेरी आँख बंद हो गई थी।

और जब मेरी आँख खुली तो एक लौंडा और खड़ा था, अपना बियर कैन मार्का लण्ड मुठियाते हुये। मेरी तो आँखें फटी रह गईं। आज तक इतना मोटा लण्ड नहीं देखा था और अभी पूरी तरह खड़ा भी नहीं था, बस वो मुझे देखकर मुठिया रहा था।
 
Last edited:

neerathemall

New Member
19
29
13
चस्का स्वाद बदलने का


rain-18-e0e15ec5f35a92422134cafde3fded31.jpg


और तभी आँगन में पानी की पहली बूँद पड़ी, लेकिन हम तीनों में से कोई हटने वाला नहीं था। एक, दो, तीन, चार, सावन की बूंदें, आसमान बादलों से भर गया था।

rain-drops-new-2.gif


और माँ ने गुलबिया को बोला- चल अब भौजाई का नम्बर।

और गुलबिया मेरे मुँह के ऊपर थी, मैंने खुद मुँह खोल दिया।

लेकिन अबकी माँ ने गुलबिया के ही ब्लाउज से मेरी कोमल-कोमल कलाई कस के बांध दी थी और खुद मेरी कमर के पास बैठ गई थी।


थोड़ी देर तक गुलबिया ने खेल तमाशा किया, तड़पाया फिर बोली-

“बहुत भूखी होगी मेरी ननदिया न?”

Teej-Peticoat-99610e7e990fda99b3f4300126ab36c4.jpg


अब मैं इतनी नासमझ नहीं थी, मैंने मुँह तुरंत बंद करने की कोशिश की। पर गुलबिया के आगे…

anal-face-sitting-17243537.gif


मेरे नथुने उसने बंद कर दिया, बोली- '

चल गाण्ड चाट, अभी मेरे सामने इतनी मस्ती से चाट रही थी,"

मैं चाटना शुरू कर दिया। लेकिन,

ass-licking.jpg


तभी आसमान एकदम काला हो गया। राकी, माँ, पेड़ की बस छाया दिख रही थी। बारिश बहुत तेज हो गई थी।



rain-nice-16.gif


माँ ने एक साथ मेरे निपल और क्लीट नोच लिए मैं जोर से चीखी मेरा मुँह पूरा खुल गया,



और,



और,



और,



और, तेज तूफान आ गया था। बिजली चमक रही थी, बादल गरज रहे थे।

Rain-lightning-strikes-sky-to-ground-animated-gif.gif


फिर तो वो सब हुआ जो न कहने लायक, न लिखने लायक। एकदम गर्हित, किंकी, पूरी रात, गुलबिया, मा॰।



खूब भोगी गई मैं, चार-चार बार उन दोनों को झाड़ा मैंने



लेकिन…



लेकिन न तो एक बूँद मैं रात में सोई न एक बार झड़ी। न मैं न राकी, उन दोनों ने ही नहीं छोड़ा मुझे। फिर जब रात अभी खतम नहीं हुई थी, एक आध पहर बाकी होगी। बारिश करीब-करीब बंद हो गई थी।


क्या क्या स्वाद न चखाया माँ और गुलबिया ने मुझे, गुलबिया तो बसंती से दस हाथ आगे थी , लेकिन माँ गुलबिया से भी सौ हाथ आगे,

बदल बदल कर स्वाद, जो मुझे बसंती और चंपा भाभी चिढ़ाती थी , मेरी सहेली चंदा बोलती थी, वो भी स्वाद गुलबिया ने, ... तेज बारिश बिजली में और फिर माँ ने जो जो गुलबिया ने किया, वो सब और उससे भी ज्यादा और बार बार बोलती भी थी , चख ले ये सब स्वाद, बदल बदल कर , एक बार चस्का लग गया न स्वाद बदलने का तो फिर ,.. हर तरह का,...

बदल बदल कर स्वाद ले , एक बार चस्का लग गया स्वाद बदलने का न तो,... खूब मजे लेगी , हर स्वाद के

कुछ भी नहीं बचा , सब कुछ कह भी नहीं सकती , फोरम के नियम कानून , बस आप सब की कल्पना पे छोड़ती हूँ , किंक की तो,...

माँ ने दे दिया गुलबिया को इनाम- “सुन, अभी ले जा न इसको अपने टोले में, जरा वहां का भी तो मजा ले ले। मैं सोने जा रही हूँ। भोर होने पर सारा गाँव देखेगा, उसके पहले…”

बस मैंने और गुलबिया ने खाली साड़ी टांग ली अपने देह के ऊपर, जब मैं गुलबिया के साथ निकल रही थी, आसमान की स्याही हल्की पड़ रही थी। भरौटी पहुँचते-पहुँचते, आसमान में हल्की सी लाली दिख रही थी। हम दोनों सीधे गुलबिया के घर में घुस गए।

उसका मर्द अपने काम के लिए निकल गया था, सिर्फ हमी दोनों थे। मैं बिस्तर पर कटे पेड़ की तरह गिर गई। लेकिन आधे घंटे भी नहीं सोई होऊँगी की गुलबिया ने जगा दिया।
, सिर्फ हमी दोनों थे
 

neerathemall

New Member
19
29
13
, सिर्फ हमी दोनों थे
 
  • Like
Reactions: komaalrani

komaalrani

Well-Known Member
22,319
58,141
259
तीनों छेदों में मोटे मूसल





mmf-gang-3-15133884.webp







और जब मेरी आँख खुली तो एक लौंडा और खड़ा था, अपना बियर कैन मार्का लण्ड मुठियाते हुये।

cock-thick-17395724.jpg


मेरी तो आँखें फटी रह गईं। आज तक इतना मोटा लण्ड नहीं देखा था और अभी पूरी तरह खड़ा भी नहीं था, बस वो मुझे देखकर मुठिया रहा था।

देखने में इतना गंवार, चेहरा भी एकदम, शायद वैसे तो मैं उसकी ओर मुँह उठा के भी नहीं देखती, लेकिन इस समय बस मेरी निगाहें उसके लण्ड से चिपकी रह गई।



मेरी निगाहें हटीं जब दो जोरदार चाँटे मेरे चूतड़ पर लगे और जो भरौटी का लौंडा मुझे चोद रहा था, उसने पहली बार बोला, मेरे चूतड़ पर झापड़ मारते-

“चल छिनार चढ़ मेरे लण्ड पे, चोद चढ़ के मुझे…”

spank-J-tumblr-ojodqoz-PHS1w36doyo1-500.gif


एक पल के लिए तो मैं सकपकायी लेकिन गुलबिया ने इशारा किया की मैं चुपचाप उसकी बात मान जाऊँ वरना, और बिना रुके उसने फिर दो जबरदस्त चाँटे मेरी गाण्ड पे मार दिए। चूतड़ पे जैसे गुलाब खिल आये।

बस बिना रुके, मैं अब ऊपर थी।


WOT-G-CU-tumblr-okfhgg-Q3141vtzi3vo1-1280.jpg


स्साले का लंड नहीं बांस था, बित्ते से बड़ा,... और मोटा मेरी मुट्ठी से भी ज्यादा, इत्ते लौंडो, मर्दों के लंड पर चढ़ी थी मैं , लेकिन इस का तो,...समझ में नहीं आ रहा था , जान पहले जायेगी या लंड पहले पूरा घुसेगा


कुछ देर तक तो मैं हल्के-हल्के उसे चोदती रही, लेकिन फिर उसने जोर से मुझे अपनी ओर खींच लिया, कचकचा के मेरे निपल काट लिए और हचाक से जैसे कोई भाले बींधे, अपना एक बित्ते का लण्ड मेरी चूत में पेल दिया।

WOT-G-9088624.gif


मैं फिर जोर से चीखी, चीखती रही, क्योंकी अब चूतड़ों पर झापड़ पूरी तेजी से बरस रहे थे।

गुलबिया की जेठानी, क्या लोहे के हाथ थे, उनके हाथों के तमाचे, पूरे चूतड़ पे जैसे किसी ने मिर्ची का लेप लगा दिया हो, ऐसे छरछरा रहा था।
spank-17958103.webp


मैं सोच रही थी , इसके पहले तो लौंडे बहलाते फुसलाते थे, चुम्मा चाटी, मीजना मसलना , रगड़ना और गरम हो के जब मैं गीली हो जाती थी , पिघलने लगती थी तब पेलते थे , दर्द तो होता था लेकिन मजा भी आता था , यहाँ तो ये सीधे सीधे , बस पेलना,...

और मेरे बिन कहे जैसे मेरे मन की बात समझ के, चार जबरदस्त चांटे उसी जगह पर चूतड़ पर जो चांटे खा खा के लाल हो गयी, गुलबिया की जेठानी ने लगाए और गरियाते हुए बोलीं,...
" छिनार, तोहार काम मज़ा देना है, मजा लेना नहीं ,जो तोहैं चोदे आएंगे सब अपने मजे के लिए, अरे रंडी के पास कोई काहें जाता है, ... मज़ा लेने,...मजा देने नहीं और तू चूतमरानो तो खानदानी रंडी है , सात पुश्त से,.. और आज जब भरौटी से लौटोगी न तो जो थोड़ी बहुत कसर है वो भी पूरी हो जायेगी, पक्की रंडी बना के भेजेंगे आज हम सब। "


mummy-hott.jpg



नीचे से वो हचक के चोद रहा था, चुदाई का मजा भी आ रहा था, दर्द भी हो रहा था। एक पल के लिए उसने चुदाई रोक दी, अपनी दोनों टाँगें मेरी कमर के ऊपर बाँध दी, हाथ भी, और पीछे से गुलबिया की जेठानी ने मेरी गाण्ड पूरी ताकत से खोल दी,



asshole-12921396.jpg


गुलबिया बिचारी मेरा सर सहला रही थी।

अचानक नीचे से उसने फिर मेरा निपल कस के काटा, दूसरा निपल गुलबिया ने पकड़ के उमेठ दिया। दर्द से मैं दुहरी हो गई थी, जोर से चीख निकली। लेकिन ये दर्द तो कुछ भी नहीं था।

जो लौंडा बियर कैन सा लण्ड मुठिया रहा था, उसने मेरी गाण्ड में सुपाड़ा पेल दिया, न कोई क्रीम, न कड़ुआ तेल, आप सोच सकते हैं की क्या हालत हुई होगी मेरी? खूब जोर से चीखी मैं। आँख में आंसू डबडबा आये। लेकिन वो ठेलता रहा, धकेलता रहा और कुछ ही देर में सुपाड़ा मेरी गाण्ड ने घोंट लिया।



anal-tumblr-muq71hj-VHN1ry89juo1-540.jpg


गुलबिया की जेठानी अब मेरे सर के पास बैठी थीं, गुलबिया के साथ, मुश्कुरा के गुलबिया से बोली-

“जो तुम कह रही थी, एकदम छिनार वैसे निकली। एह उमर में इतनी ताकत, आज तक हम कौनो लौंडिया में नहीं देखे थे, जबरदस्त रंडी बनेगी ये…”

दर्द तो अभी भी हो रहा था, लेकिन अब धक्के नीचे ऊपर दोनों ओर से बंद थे इसलिए थोड़ा कम, लेकिन मुझे क्या मालूम था ये तूफान के पहले की चुप्पी थी, अभी गाण्ड का छल्ला तो बाकी ही था, और पीछे से जो अबकी उसने जोर का धक्का मारा, मेरी दोनों चूचियां पकड़ के, बस…

गाण्ड के छल्ले को दरेरता फाड़ता, एक के बाद एक, दर्द से लग रहा था मैं बेहोश हो गई, लेकिन मैं चीख भी नहीं पाई।

MMF-tumblr-mg0ort8nr-U1rms87jo1-500.gif



मैंने देखा नहीं था एक और लौंडा,

और उसने अपना लण्ड मेरे मुँह में ठोंक दिया।


BJ-J-ruff-tumblr-odyqam6b-O51vf0bn3o1-400.gif



गुलबिया और उसकी जेठानी दोनों खिलखिला रही थी, गुलबिया बोली-


“अब आयेगा तोहें भरौटी क लौंडन क असली मजा…”

Teej-afbac35a4fec2bbef226f68d6e49ae47.jpg



यहाँ दर्द से जान निकली जा रही थी, तीनों छेदों में मोटे मूसल चल रहे थे और गुलबिया,



.......पर जिस चीज के लिए मैं रात भर तड़पती रही वो… दर्द से सिसकते, चीखते हुए भी बस पांच मिनट के अंदर मैं झड़ गई।

लेकिन उन तीनों पर कोई असर नहीं पड़ा। वो चोदते रहे, पेलते रहे, गाण्ड मारते रहे। दस मिनट के अंदर मैं दुबारा झड़ रही थी। और जब मैं तीन बार झड़ चुकी उसके बाद,



mmf-gnag-3-21667440.webp



वो तीनों, कहने की बात नहीं है की जिसने मेरी गाण्ड मारी, उसका लण्ड खुद गुलबिया की जेठानी ने पकड़ के मेरे मुँह में ठेल दिया।


मैं उसका चाट के साफ कर रही थी तब तक एक और लौंडा, मेरी गाण्ड में।

जिन दोनों ने मुँह और बुर चोदा था उन दोनों ने भी गाण्ड का भुरता बनाया।


anal-ruff-G-tumblr-nj081qd68-W1sprsjzo1-400.gif



और मेरी चूत और गाण्ड में तो लण्ड घुसे ही थे, अक्सर मुँह में भी। दो तीन घंटे तक उन लौंडों ने मेरी ऐसी की तैसी की। जब वो गए तो बस समझिये जैसे मैं किसी गाढ़ी रबड़ी के तालाब में गोते लगा रही थी।


उठा नहीं जा रहा था,
 
Last edited:

komaalrani

Well-Known Member
22,319
58,141
259
, सिर्फ हमी दोनों थे
Thanks for gracing this thread with your august presence
 
  • Love
Reactions: Rajizexy

komaalrani

Well-Known Member
22,319
58,141
259
Next update
aaj maine apni teen stories men update post kiya iske lavaa do aur

1. Joru ka Gullam

2. Holi ke rang

please do read them and post your comments
 
Last edited:
  • Like
Reactions: Shetan and Rajizexy
Top