• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica सोलवां सावन

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,780
259
next part now
 

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,780
259
नदी नारे न जाओ



अठारहवीं फुहार




अगले दिन जब पूरबी मुझे लेने गयी तो आंगन में काफी धूप निकल चुकी थी। बहुत दिनों के बाद आज मौसम खुला था।



चन्दा के घर कुछ मेहमान आये थे इसलिये वह आज खाली नहीं थी। बसंती और भाभी आंगन में बैठे थे और बसंती मुन्ने को तेल लगा रही थी। तेल लगाते-लगाते, बसंती ने मेरी ओर देखकर, मालिश करते बोला-





आटा पाटा दही का लाटा, मुन्ने की बुआ का लहंगा फाटा।





भाभी ने मजाक में मुझसे धीरे से पूछा- क्यों लहंगे के अंदर वाला अभी फटा की नहीं।





मैंने मुश्कुराकर हामी में सर हिला दिया और उनका चेहरा खिल उठा। थोड़ी देर में, गीता, कजरी और नीरा भी नदी नहाने के लिये इकठ्ठा हो आयीं और हम लोग चल दिये।





मेरी समझ में नहीं आ रहा था की हम लोग नदी में नहायेंगे कैसे… क्योंकी बदलने के लिये कपड़ा हम लोगों ने लिया नहीं था। पर नदी के किनारे पहुँच कर मेरे समझ में आ गया।





सब लड़कियों ने साड़ी चोली उतार दी थी और अपना साया खूब कस के अपने सीने के ऊपर बांध रखा था। नहाने के बाद सिर्फ साड़ी चोली में घर वापस आ जातीं और गीले पेटीकोट साथ ले आतीं।



वह जगह एकदम एकांत में थी और मुझे गीता ने बताया कि औरतों का घाट होने के परण वहां मर्द नहीं आते। सबकी तरह मैंने भी अपने जोबन के ऊपर पेटीकोट बांध लिया और नदी में घुस गयी।



sixteen-girls-river-bath-download.jpg






पर थोड़ी देर में ही छेड़छाड़ शुरू हो गयी। पानी के जोर से सबका पेटीकोट ऊपर हो जाता और पूरा शरीर भीग रहा था। तभी मैंने पाया कि गीता ने पानी के अंदर घुसकर मेरे जोबन पकड़ लिये और मसलने लगी।





मैं क्यों छोड़ती, मैंने भी उसके उभारों को पकड़ के कस के दबा दिया।





तब तक कजरी भी मैदान में आ गयी और वह मेरे जांघों के बीच हाथ रगड़ने लगी। कुछ देर तक मैं और गीता एक दूसरे की चूचियां दबाते रहे पर तभी मैंने देखा कि पूरबी मुझे इशारे से बुला रही है। मैं जैसे ही उसकी ओर मुड़ी, गीता और कजरी एक दूसरे के साथ चालू हो गयीं।





पूरबी नीरा के पास नहा रही थी। उसने मुझसे आँख मारकर इशारे से पूछा-





teen-young-19807615.jpg



“क्यों इस कच्ची कली का मजा लेना है…”





मैंने कहा- “अभी बहुत छोटी है…”

पूरबी बोली- “जरा नीचे का चेक करो, छोटी वोटी कुछ नहीं है…”



जब तक वो बेचारी कुछ समझती, मैंने उसकी जांघों के बीच में हाथ डालकर कस के दबोच लिया था।

उसकी छोटी-छोटी काली झांटें मेरे हाथ में आ गयीं।



जब तक वह कुछ बोलती, पूरबी ने उसके दोनों छोटे छोटे उभरते उभारों को कस के पकड़ लिया था और मजे ले-लेकर दबा रही थी।



मुझे सुनील की याद गयी कि कल कैसे कस-कस के उसने मेरी चूत फाड़ी थी और आज उसकी बहन…

मैंने अपनी उंगली का टिप उसकी चूत में बिना सोचे डाल दी।

मेरा दूसरा हाथ उसके छोटे-छोटे चूतड़ दबा रहा था।







हम लोग इतनी मस्ती कर रहे थे पर ऊपर से कुछ पता नहीं चलता, क्योंकी हमारे हाथ जो शैतानियां कर रहे थे वो पानी के अंदर थे।



बहुत देर तक उसको छेड़ने मजा लेने के बाद, अचानक पूरबी ने पैंतरा बदलकर मेरे जोबन दबाने चालू कर दिये।

lez-boobs-massage.jpg


पर जब मैं उसकी चूचियां पकड़ने लगी तो वो तैरकर दूर निकल गयी।

पर उसे ये नहीं पता था की मैं भी पानी की मछली हूं। मैं इंटर-स्कूल तैराकी चैम्पियन थी।



मैंने भी उसका पीछा किया। जब मैंने उसे पकड़ा तो वो जगह एकदम एकांत में थी।

नदी में तेज मोड़ आ आया था और वहां से हमारी सहेलियां क्या, कुछ भी नहीं दिख रहा था।





दोनों ओर किनारे खूब ऊँचे और घने लंबे पेड़ थे। पानी की धार भी वहां एकदम कम थी।



पूरबी पानी में खड़ी हो गयी। वहां उसके सीने से थोड़ा ही कम पानी था और पेटीकोट के भीग जाने से, उसके पत्थर से कठोर स्तन एकदम साफ दिख रहे थे।



मैंने पीछे से उसे पकड़कर उसके भरपूर जोबन कस-कस के दबाने शुरू कर दिये।

lez-dom-boobs.jpg


पर वो भी कम नहीं थी।


थोड़ी देर में मेरे हाथ से मछली की तरह वो फिसल गयी और तैर कर सामने आ गयी। जब उसने मेरे सीने की ओर हाथ बढ़ाया, तो मैंने अपने दोनों उभारों को हाथ से छिपा लिया।

पर मुझे क्या मालूम था कि उसका इरादा कुछ और है।

उसने एक झटके में मेरे पेटीकोट का नाड़ा खींच लिया और जब तक मैं सम्हलूं, पानी के अंदर घुसकर उसने नीचे से उसे खींच लिया और यह जा वह जा।



मैं भी उसके पीछे तैरी।



थोड़ी देर मेरा पेटीकोट हाथ में लिये, वो मुझ चैलेंज करती रही पर जब मैं पास में पहुँची तो उसने उसे किनारे पर दूर फेंक दिया।

पहली बार इस तरह खुले आसमान के नीचे, नदी में मैं पूरी तरह निर्वस्त्र तैर रही थी।


नदी का पानी मेरे जोबन, जांघों के बीच सहला रहा था।


जल्द ही मैंने उसे धर पकड़ा, पर पूरबी पहले से तैयार थी और उसने अपने साये का नाड़ा कस के पकड़ रखा था।


काफी देर खींचातानी के बाद भी जब मैं उसका हाथ नहीं हटा पायी तो उसकी जांघों के बीच हाथ डालकर मैंने कसकर उसकी चूत को पकड़कर मसल दिया।


अपने आप उसका हाथ नीचे चला आया और मैंने उसका नाड़ा खोलकर पेटीकोट खींच दिया। जब तक वह मुझे पकड़ती मैंने उसका पेटीकोट भी वहीं फेंक दिया, जहां मेरा पेटीकोट पड़ा था।


अब हम दोनों एक जैसे थे।


sixteen-girl-in-river-22-download.jpg
 

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,780
259

पूरबी
sixteen-wet-2.jpg


ब हम दोनों एक जैसे थे।





अब पूरबी ने मुझे पकड़ने की कोशिश की तो मैं तैरकर किनारे की ओर बढ़ी, पर इस बार पूरबी ने मुझे जल्द ही पकड़ लिया (मैं शायद चाहती भी थी, पकड़वाना)।




मैं हार मानकर खड़ी हो गयी। वहां पर पानी हमारे सीने के आस-पास था। पूरबी ने मुझे अपनी बांहों में भरकर, अपनी बड़ी-बड़ी चूंचियों से मेरी चूंचिया रगड़नी शुरू कर दीं।



उसके हाथ मुझे कसकर जकड़े हुये थे और मैंने भी उसे पकड़ लिया था। चूचियों से चूचियां मसलते हुये पूरबी ने प्यार से मेरी ओर देखा और अचानक मेरे होंठों पर अपने होंठ रखकर कसकर एक चुम्मी ले ली। मेरी देह भी अब दहकने लगी थी और मैं भी अपनी चूचीं उसकी चूची पर दबा रही थी।







पूरबी का एक हाथ सरक कर पानी के अंदर मेरे चूतड़ों तक पहुँचा और उसनेउसे कसकर भींच लिया। उह्ह्ह मेरे मुँह से सिसकारी निकल गयी। अब उसकी चूत भी मेरी चूत दबा रही थी।




धीरे-धीरे, उसने मेरी चूत पर अपनी चूत रगड़नी शुरू की और मेरा एक हाथ भी खींचकर अपनी चूची को रखकर दबवाने लगी। हम दोनों कसकर अपनी चूत एक दूसरे से रगड़ रहे थे,



lez-gif-2.gif

मैं उसकी पथरीली, कड़ी-कड़ी चूचियां अपने हाथे से सहला दबा रही थी

और पूरबी का एक हाथ मेरे चूतड़ों को कसकर भींच रहा था।





हम दोनों एकदम मस्त होकर आपा खो बैठे थे और किनारे के काफी पास पहुँच गये थे।







वहां एक पत्थर सा निकला हुआ था, जिस पर पूरबी ने मुझे लिटा दिया।



मेरी आँखें मुंदी जा रही थीं।

पूरबी के एक हाथ ने मेरी चूत में उंगली डालकर मंथन करना शुरू कर दिया और दूसरा कस के मेरी चूची मसल रहा था और मेरे चूचुक को खींच रहा था।


pussy-fingering-tumblr-n1ciai-Jq-DH1rw5um0o1-r1-400.gif


मैंने भी पूरबी की चूत पानी के अंदर पकड़ ली और उसे रगड़ने मसलने लगी।

अभी भी पानी हम दोनों की कमर से काफी ऊपर था। पूरबी की उंगली तेजी से मेरी चूत के अंदर-बाहर हो रही थी और अंगूठा मेरी क्लिट को रगड़ रहा था।



मैं एकदम झड़ने के कगार पर पंहँच गयी थी। तभी जैसे किसी ने मेरे पैर पकड़ के पानी के अंदर खींच लिया।







मैं एकदम डर गयी।





मैंने सुन रखा था कि, पानी के अंदर कुछ… होते हैं जो सुंदर कन्याओं को पकड़ ले जाते हैं,

लेकिन तभी उसने पीछे से मेरे किशोर उरोजों को पकड़ लिया, पहले मुझे लगा कि पूरबी है, पर वह तो सामने खड़ी हँस रही थी



और अबतक मैं मर्दों का हाथ पहचानने भी लगी थी।







दोनों जोबनों को कस के दबाते उसने पीछे से ही मेरे गालों पर खूब रसभरा कसकर चुम्बन ले लिया। उसका लण्ड भी एकदम खड़ा होकर मेरे चूतड़ों के बीच धंस रहा था।





“हे कौन…”


मैंने पीछे मुड़ने की कोशिश करते हुये पूछा। पर एक तो उसकी पकड़ बड़ी तगड़ी थी और दूसरे, अब उसने मेरी पीठ के पीछे अपना मुँह छिपा लिया था।





पूरबी मुश्कुराती हुई बोली-

Joru-K-teen-young-8.jpg


“अरे तुम्हें लण्ड से मतलब या नाम से…”

और उससे बोली-

“ठीक है आ जाओ सामने…”





जब वह सामने निकला तो मैं उसे पहचान गयी, ये तो वही था, जो उसे दिन मेले में मेरी इतनी तारीफ कर रहा था और जिसके बारें में चम्पा ने बताया था कि वह पूरबी के ससुराल का यार है, गोरा, लंबा, ताकतवर, कसरती गठा बदन।





“अपने आशिकों की लिस्ट में इसका भी नाम लिख लो, राजीव नाम है इसका…” हँसती हुई, पूरबी बोली।





अब तक उसने मुझे अपनी बाहों में भर लिया था और कस-कस के चूम रहा था, उसकी चौड़ी छाती मेरे कड़े-कड़े उत्तेजित रसीले जोबनों को दबा रही थी, और उसका सख्त, कड़ा लण्ड मेरी चूत पे धक्का मार रहा था।



अपने आप मेरी जांघें फैल गयीं। थोड़ी देर में मेरी बाहें भी उसी जोश से उसे पकड़े थीं और अब उसका एक हाथ कस-कस के मेरी चूचियों का रस ले रहा था और दूसरा मेरा चूतड़ नाप रहा था।





पूरबी ने ही मुझे इतना गरम कर दिया था और फिर जब उसका लण्ड मेरी अब पूरी तरह गीली चूत को टक्कर मारता, तो बस यही मन कर रहा था कि अब ये कस के पकड़ के मुझे चोद दे।





मन तो उसका भी यही कर रहा था। उसने मेरी टांगों को थोड़ा फैलाकर मेरी चूत में अपना लण्ड डालने की कोशिश की पर वह नहीं घुस पाया। इसके पहले मैंने कभी खड़े-खड़े नहीं चुदवाया था और फिर वह भी नदी के भीतर… उसकी कोशिश से लण्ड तो नहीं घुस पाया पर मैं और गरम हो गयी।







पूरबी ने रास्ता सुझाया- “जरा और किनारे को चले आओ, यहां…” उसने उस पत्थर की ओर इशारा किया जिस पर लिटाकर वह कर रही थी।





उसने वही किया और पत्थर पर मुझे पेट के बल लिटा दिया। मेरे कंधे के ऊपर पानी से बाहर था और बाकी सारा शरीर नदी के अंदर। पूरबी मेरा सर सहला रही थी।






पीछे जाकर उसने मेरी जांघों को खूब चौड़ा करके फैला दिया और मेरी चूत में कस-कस के उंगली करने लगा, उसका दूसरा हाथ नदी के अंदर मेरी चूची मसल रहा था। मेरी हालत खराब हो रही थी।





मैं खीझकर बोली- “हे करो ना… डालो… प्लीज… जल्दी… हां ऐसे ही… ओह… लगा रहा है… एक मिनट… बस…”




मेरे बोलते-बोलते उसने दोनों हाथों से मेरी कमर पकड़ के कस के अपना लण्ड मेरी चूत में डाल दिया और चोदने लगा। मेरे चिल्लाने का उसके ऊपर कोई असर नहीं था और वह पागलों की तरह मुझे पूरी ताकत से चोद रहा था। और ऊपर से पूरबी, वह मेरे दोनों उरोजों को उससे भी कस के दबा, मसल रही थी और उसे उकसा रही थी-


“हां रा
fucking-ruff-J-tumblr-nvpwj4-J1m-Z1uydt1yo1-500.gif
जीव रुकना नहीं पूरी ताकत से चोदो, फाड़ दो इसकी…
 

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,780
259
राजीव


fucking-hard-bw-G.gif

“हां राजीव रुकना नहीं पूरी ताकत से चोदो, फाड़ दो इसकी…”

और राजीव का हाथ जैसे ही मेरी क्लिट पर पहुँचा मैं झड़ने लगी।








पर राजीव रुका नहीं वह कभी मेरे चूतड़ पकड़कर,


fucking-ruff-tumblr-oppp3vbx-GU1vz5sogo1-540.gif



कभी कमर पकड़कर, कभी चूचियां दबाते, नदी के अंदर चोदता रहा, चोदता रहा और बहुत देर चोदने के बाद ही झड़ा।







हम दोनों किनारे पे आकर बड़ी देर लेटे रहे।

फिर अचानक मुझे याद आया कि अपनी साड़ी और चोली तो हम घाट पे ही छोड़ आये हैं।





मैंने जब पूरबी से कहा तो वो हँसके बोली-


ये तेरा आशिक किस दिन काम आयेगा। जैसे ही राजीव कपड़े लेने गया, पूरबी मुझे पटक के मेरे ऊपर चढ़ गयी और बोली-

तूने तो मजा ले लिया पर मेरा क्या होगा… जो काम हम कर रहे थे, चलो उसे पूरा करते हैं…”

उसके होंठों ने मेरी चूत को कस के भींच लिया था और वह उसे कस-कस के चूस रही थी।

अपनी चूत भी वह मेरे मुँह पर रगड़ रगी थी।


Lez-face-sitting-14271176.gif





थोड़ी देर में उसकी तरह मैं भी चूत चूसने लगी।

यह मेरी
sixty-nine-th.gif
सिक्स्टी नाईन की पहली ट्रेनिंग थी।




जब हम लोग झड़कर अलग हुए तो देखा कि राजीव हम दोनों के कपड़े लिये मुश्कुरा रहा है।





पूरबी के कपड़े तो उसने दे दिये पर मेरे कपड़ों के लिये उसने मना कर दिया।





जब मैंने पूरबी से बिनती की तो वो बोली-

तेरे कपड़े हैं तू मना इसको या फिर वैसे ही घर चल।




tits-young-2.jpg



मैंने राजीव से कहा की-


“मैं सिर्फ उससे ही नहीं बल्की आज के बाद अगर गांव में जो भी मुझसे मांगेगा, मैं मना नहीं करूंगी…”



मेरे पास चारा क्या था।





बड़ी मुश्किल से कपड़े मिले और उसपर से भी दुष्ट पूरबी ने जानबूझ कर मेरी चोली देते हुये नदी में गिरा दी। वह अच्छी तरह गीली हो गयी, और मुझे भीगा ब्लाउज पहनकर ही घर आना पड़ा।


मेरी चूचियों से वह अच्छी तरह चिपका था और रास्ते में दो-चार लड़के गांव के मिल भी गये जो मेरी चूचियों को घूर रहे थे।


wet-8.jpg



पूरबी ने मुझे चिढ़ाया- “अरे दे दो ना जोबन का दान, सबसे बड़ा दान होता है ये…”









ये तो धूप अच्छी थी, रास्ते में वह कुछ सूख गया।

गनीमत था कि जब मैं घर पहुँची तो भाभी और चम्पा भाभी नहीं थी, सिर्फ बसंती थी।

उसने बताया कि सब लोग पड़ोस के गांव में गये हैं और शाम के आस-पास ही 3-4 घंटे बाद लौटेंगे, मेरा खाना रखा है और उसे भी कुछ काम से जाना है।







मैं अपने कमरे में चली गई और जल्दी से कपड़े बदले।






कहीं जाना तो था नहीं इसलिये मैंने, एक टाप और स्कर्ट पहना और खाना खाने आ गयी।


halter-top-2.jpg

खाने के बाद मैं अपने कमरें में थोड़ी देर लेटी थी और बसंती सब काम समेट रही थी।



तभी बसंती ने दरवाजे के पास आकर बताया कि दिनेश आया है।
 

Riyansh

Active Member
1,259
2,540
143
Superb Hotttt update he madam fantastic Maja a gya pdhke. bhot bdhia l:yourock::yourock:
 

Siraj Patel

The name is enough
Staff member
Sr. Moderator
136,768
113,731
354
Hello, Ladies :kiss: & Gentleman, :hi:
We are so glad to Introduce Ultimate Story Contest of this year.

Jaise ki aap sabhi Jante Hain is baar Hum USC contest chala rahe hain aur Kuch Din pahle hi Humne Rules & Queries Thread ka announce kar diya tha aur ab Ultimate Story Contest ka Entry Thread air kar diya hai jo 17th, Nov 2019, 11:59 PM ko close hoga.

Khair ab main point Par Aate Hain Jaisa ki entry thread aired ho chuka hai isliye aap Sabhi readers aur writers se Meri personally request hai ki is contest mein aap Jarur participate kare aur
Apni kalpnao ko shabdon ka rasta dikha ke yaha pesh kare ho sakta hai log use pasand kare.
Aur Jo readers nahi likhna chahte wo bakiyo ki story padhke review de sakte hai mujhe bahut Khushi Hogi agar aap is contest mein participate lekar apni story likhenge to.

Ye aap Sabhi Ke liye ek bahut hi sunhara avsar hai isliye Aage Bade aur apni Kalpanao ko shabdon Mein likhkar Duniya Ko dikha De.

Ye ek short story contest hai jisme Minimum 800 words se maximum 6000 words tak allowed hai itne hi words mein apni story complete Karni Hogi, Aur ek hi post mein complete karna hai aur
Entry Thread mein post karna hai.
I hope aap mujhe niraash nahi Karenge aur is contest Mein Jarur participate Lenge.


:thanks:
On Behalf of Admin Team
Regards :-
Siraj Patel


 
287
616
109
राजीव


fucking-hard-bw-G.gif

“हां राजीव रुकना नहीं पूरी ताकत से चोदो, फाड़ दो इसकी…”

और राजीव का हाथ जैसे ही मेरी क्लिट पर पहुँचा मैं झड़ने लगी।








पर राजीव रुका नहीं वह कभी मेरे चूतड़ पकड़कर,


fucking-ruff-tumblr-oppp3vbx-GU1vz5sogo1-540.gif



कभी कमर पकड़कर, कभी चूचियां दबाते, नदी के अंदर चोदता रहा, चोदता रहा और बहुत देर चोदने के बाद ही झड़ा।







हम दोनों किनारे पे आकर बड़ी देर लेटे रहे।

फिर अचानक मुझे याद आया कि अपनी साड़ी और चोली तो हम घाट पे ही छोड़ आये हैं।





मैंने जब पूरबी से कहा तो वो हँसके बोली-


ये तेरा आशिक किस दिन काम आयेगा। जैसे ही राजीव कपड़े लेने गया, पूरबी मुझे पटक के मेरे ऊपर चढ़ गयी और बोली-

तूने तो मजा ले लिया पर मेरा क्या होगा… जो काम हम कर रहे थे, चलो उसे पूरा करते हैं…”

उसके होंठों ने मेरी चूत को कस के भींच लिया था और वह उसे कस-कस के चूस रही थी।

अपनी चूत भी वह मेरे मुँह पर रगड़ रगी थी।


Lez-face-sitting-14271176.gif





थोड़ी देर में उसकी तरह मैं भी चूत चूसने लगी।

यह मेरी
sixty-nine-th.gif
सिक्स्टी नाईन की पहली ट्रेनिंग थी।




जब हम लोग झड़कर अलग हुए तो देखा कि राजीव हम दोनों के कपड़े लिये मुश्कुरा रहा है।





पूरबी के कपड़े तो उसने दे दिये पर मेरे कपड़ों के लिये उसने मना कर दिया।





जब मैंने पूरबी से बिनती की तो वो बोली-

तेरे कपड़े हैं तू मना इसको या फिर वैसे ही घर चल।




tits-young-2.jpg



मैंने राजीव से कहा की-


“मैं सिर्फ उससे ही नहीं बल्की आज के बाद अगर गांव में जो भी मुझसे मांगेगा, मैं मना नहीं करूंगी…”



मेरे पास चारा क्या था।





बड़ी मुश्किल से कपड़े मिले और उसपर से भी दुष्ट पूरबी ने जानबूझ कर मेरी चोली देते हुये नदी में गिरा दी। वह अच्छी तरह गीली हो गयी, और मुझे भीगा ब्लाउज पहनकर ही घर आना पड़ा।


मेरी चूचियों से वह अच्छी तरह चिपका था और रास्ते में दो-चार लड़के गांव के मिल भी गये जो मेरी चूचियों को घूर रहे थे।


wet-8.jpg



पूरबी ने मुझे चिढ़ाया- “अरे दे दो ना जोबन का दान, सबसे बड़ा दान होता है ये…”









ये तो धूप अच्छी थी, रास्ते में वह कुछ सूख गया।

गनीमत था कि जब मैं घर पहुँची तो भाभी और चम्पा भाभी नहीं थी, सिर्फ बसंती थी।

उसने बताया कि सब लोग पड़ोस के गांव में गये हैं और शाम के आस-पास ही 3-4 घंटे बाद लौटेंगे, मेरा खाना रखा है और उसे भी कुछ काम से जाना है।







मैं अपने कमरे में चली गई और जल्दी से कपड़े बदले।






कहीं जाना तो था नहीं इसलिये मैंने, एक टाप और स्कर्ट पहना और खाना खाने आ गयी।


halter-top-2.jpg

खाने के बाद मैं अपने कमरें में थोड़ी देर लेटी थी और बसंती सब काम समेट रही थी।



तभी बसंती ने दरवाजे के पास आकर बताया कि दिनेश आया है।
पूरा मदमस्त कर देती हैं आप।
 

komaalrani

Well-Known Member
22,209
57,780
259
पूरा मदमस्त कर देती हैं आप।
Thanks
 

Sexy launda

Active Member
683
1,162
138
Update to de dijiye
 
  • Like
Reactions: Shetan
Top