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★☆★ Xforum | Ultimate Story Contest 2023 ~ Reviews Thread ★☆★

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Trinity

Staff member
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Last date for posting reviews for the award of best reader is also increased, now you can post your reviews to feature in the best reader award till 15 th March 2023 11:59 Pm.You can also post your reviews After that deadline but they won't be counted for the best readers award. So Cheers.
 

Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
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कहानी- यादें
रचनाकार- SANJU ( V. R. ) महोदय


बहुत ही बेहतरीन और शानदार कहानी महोदय।

प्यार के बारे में लोग तरह तरह के विचार रखने हैं, सबकी प्यार को लेकर अलग अलग धारणाएं होती हैं। प्यार वो है जो बिना किसी उम्मीद के सामने वाले से किया जाय, बिना किसी स्वार्थ के किया जाए। प्यार हमेशा पाने का नाम नहीं होता। प्यार में बहुत कुछ गंवाना पड़ता है। कभी कभी प्यार साथ रहकर नहीं दूर रहकर अमर होता है।

अरमान का का प्यार वर्षा के लिए ऐसा ही था। वर्षा को अरमान से बिछड़े हुए 20 वर्ष से ज्यादा का समय बीत चुका था लेकिन अरमान वर्षा की यादों के सहारे अपना जीवन काट रहा था। वर्षा तो बाप और भाई के दबाव में अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गई थी लेकिन अरमान आज भी वहीं खड़ा था जहां पर वर्षा उसे छोड़के गई थी।

त्योहार के मौसम में लगभग सभी ट्रेनों का यही हाल होता है। तिल रखने की भी जगह नहीं होती ट्रेनों में। कुछ यादें ऐसी होती हैं जो हमारे मस्तिष्क में अमिट छाप छोड़ जाती हैं। हम कितना भी उसे भुलाने की कोशिश करें वो उतना ही हमें याद आती हैं। अरमान भले ही आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गया, लेकिन वर्षा की यादों में वो हमेशा के लिए बस गया।
 

Sanki Rajput

Abe jaa na bhosdk
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174
Story:-Architect
Writer:- Apna Werewolf

Samay naam tha ki aage ki kahani ek suspense tha ye shuru shru me but jaise kahani ka ant hamare ghere me aaya bc bhoot ki maa ki ahem-ahem i mean wo bhutni thi par bechari par dard hue pade the sach me wo bhauchakka kar dene wala scene tha khaskar wo goonga bahen ka lawda sale ki gand me lath kya serial killer tha banda bc otho ko sill diya literally iss scene ko aur Samay ke jo raat ke scenes dikhaye wo sach me meko "The exorcist" or "the nurse of lifetime" ka yaad dila rahi thi literally goosebumps gaand me ghusane ko thi.

Well ab aate serious strance par to sach kahu jo scene samay ka ju ne starting se dikhaya hai wo horror concept story ki bilkul bhi nhi dila rahi thi feel but but kuch para baad hi jo beech pasa aur soch palta sach kahu to mujhe wo scene bohot pasand aaya literally bohot jyada khaskar jab gate ko samay ne pita tab ka scene jab dham se kar kuch tapa khane ki awaz aayi wo scene padh kuch to feel nhi hua but last me jab ju ne jis tarah clearout kiya sach kahu to wo bohot pasand aaya bhai bohot jyada aise scenes horror aur excorcism uss goonga ki literally bohot pasand aayi meko.



"Kismat ne samay ko bandh rakha tha uski jindagi me par jab Samay kismat ke bandh se chuta to jindagi se wo chut gaya."

Uss goonga ki harqat literally bohot weird thi jitane bhi teen jagah ju ne dikhaye aur bc wo sar dhad se karne ka tatkha boleto guillotine leke kya hi intezam aur apne aap ko satisfaction ka intezam kiya tha usne literally wo banda iss story ka horror charecter wahi tha main naki wo sari wali aurat.

Aurat peeche padi thi samay ke sirf uss pendant ke karan sayad issliye nhi ki log kahte hai ki bhoot se related ki cheez agar dusri ke pass chali jaye to wo uske peeche lag jate hai saye ki tarah jaise yaha samay peeche thi wo par sayad bas yahi karan nhi tha,karan tha ki pendant mila to samay ko par madad krne ke bajaye maut uss ladki ki ussi ke hath ho gayi sahi hi to kahte hai kismat kisi ko nhi dekhti sirf apni raah dekhti hai wo aur wahi hua samay ki kismat ne usse khub bhi katwaya aur usse maut bhi ussi tarah diya jis tarah uss se khun karawaya mano aise ki samay ne khub ki uss aurat ka darwaza ko peete aur dhaka dete hue jo sara intezam uss killer ne kiya tha aur samay ki maut ka karan bhi ulta hi hua bad darwaza uss kholte goonge ne khola ya kaho to dhaka diya jiska parinam samay ka maut hua khair dono khun ya kaho to maut ek hi shakhs ne kiya meri mano to aur wo tha wo Serial killer jiske hath me yaha waqt bhi tha aur kismat bhi par kya pata yahi khel uske sath bhi hojaye kabhi :D .

Sari wali aurat wo bhi baigani sari me goosebumps milne hi the aakhir jo hua uske sath wahi chis samay ke sath bhi hua,Uski ichaye,uski chahate sari yaade uski aankho me bhunate hue chali gayi hogi bhale wo pal kuch seconds ke hi kyu na the khaskar uski maa,dukh hota jab apni ichao ka bhada liye mrityu se waqif hojata hai koi aur yaha to usne apni maa ki awaz tak na sun paya ek baar aur bas hi apne uss dost amit ki jiske sath wo goa ghum paya.

Story bohot lajavab thi.Khair all the best for contest bhai !!
 
Last edited:

Darkk Soul

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कहानी : शैली
लेखक : Darkk Soul

सबसे पहले शुरू करता हूँ लेखनी से - साफ़ सुन्दर भाषा का प्रयोग, और देवनागरी में लेखन! इसके कारण कहानी पढ़ने में बहुत आनंद आया।
सुपर-नेचुरल थीम (जादू / टोना / टोटका) की कहानियाँ कम ही पढ़ता हूँ, क्योंकि उनमे सर पैर नहीं होता। लेकिन इस कहानी में वो दिक्कत नहीं आई, क्योंकि कहानी के मध्य में वो सब शुरू हुआ - तब तक कहानी में इतनी रूचि आ गई थी कि रोका नहीं गया :)
शैली की हालत देख कर ऐसा ज़रूर लगा कि वो चाहती नहीं थी अपने में ऐसा परिवर्तन - क्योंकि सुधीर के लिए उसके अंदर भावनाएँ अभी भी शेष थीं। इसलिए उन दोनों के लिए दुःख हुआ। अंत में सुधीर की अवस्था वही हुई, जो इस परिस्थिति में किसी भी पति की होती! और अच्छा किया कि इस कहानी का आदि - अंत लिखने और अनावश्यक आख्यान देने से आप बचे! कहानी की रोचकता उससे और भी बढ़ गई!

बहुत ही सुन्दर कहानी! मेरे ख्याल से ये शीर्ष कहानियों में शुमार होनी चाहिए! 👍

अपने व्यस्तम दिनचर्या में से कुछ समय निकाल कर मेरे कहानी को पढ़ने व उसपे इतना सुंदर रचनात्मक समीक्षा करने के लिए आपको हृदय की गहराईयों से बारंबार धन्यवाद. 🙏
:)

सुपर नैचरल कहानियाँ कम पढ़ने के बाद भी मेरी कहानी को पूरा अंत तक आपने पढ़ा; ये जान कर और भी अच्छा लगा. 😊
 

Darkk Soul

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रियल लाइफ मे कुछेक चीजें ऐसी होती है जो हमारे लिए हमेशा एक अनसुलझा सवाल जैसा होता है।
लेकिन कहानी चाहे छोटी हो या बड़ी , उसका अंत सुखान्त हो या फिर दुखान्त , एक तो होता ही है। जब कहानी के निष्कर्ष मे कोई सवाल पैदा हो जाता है तो इसका मतलब कहानी का ' द एंड ' अभी होना बाकी है।

बहुत बढ़िया लगा आपसे बाते कर। अगर सम्भव हो तो आप " नदी का रहस्य " के सेकेंड पार्ट लिखिए। :D
बहुत खुबसूरत कहानी थी वह।

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जी, फ़िलहाल किसी पार्ट २ को ले कर कोई योजना नहीं है... पर लगता है कुछ करना पड़ेगा. अक्सर ही प्रिय पाठकों का मैसेज आता रहता है. सच कहूँ तो मन में एक दुविधा वाले भय ने आश्रय खोजना आरम्भ कर दिया है... 'नदी का रहस्य' कहानी के प्रति पाठकों के प्यार ने इस कहानी को एक अलग ही स्तर पर पहुँचा दिया है... चिंता (भय) होती है की कहीं यदि पार्ट २ को भी उस स्तर पर न पहुँचा पाया तो पार्ट 1 और इससे जुड़े पाठकगणो के साथ भारी अन्याय होगा; जो मैं नहीं होने देना चाहता.

इसी कारण अब तक पार्ट 2 से संबंधित 3 प्लॉट्स को स्थगित / ड्रॉप कर दिया है मैंने.

आपने इस कॉन्टेस्ट में उपलब्ध कई अच्छे कहानियों के बीच 'नदी का रहस्य' कहानी का उल्लेख किया इसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूँ. 😊

बहुत धन्यवाद. 🙏
 

Darkk Soul

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कहानी- शैली
रचनाकार- Darkk Soul महोदय


बहुत ही बेहतरीन और शानदार कहानी की शानदार प्रस्तुति।
आज के समय मे भले ही विज्ञान की तरक्की के कारण लोग ये मानने लगे हैं कि ऊपरी दोष/हवा(ये शब्द गांव देहात में प्रयोग किया जाता है) जैसा कुछ नहीं होता, लेकिन ये सत्य नहीं है। ऐसी भी चीजें होती हैं हमने खुद अपनी आंखों से देखा है खुद महसूस किया है इसको।
एक सच्ची बात हमारे यहां मशहूर है। इलाहाबाद में आज भी जब किसी को सांप काटता है तो तुरंत एक विष मांगी जाती है कि अगर ये ठीक हो गया तो मद्दु बाबा का पानी पिलाएंगे। सबसे बड़ी बात ये कि जिस आदमी को सांफ काटा रहता है वो ठीक भी हो जाता है तब भी उसे मद्दु बाबा का पानी पिलाने के लिए ले जाने पर उस क्षेत्र से एक किलोमीटर पहले ही उस आदमी की हालत ऐसी हो जाती है जैसे उसे अभी अभी किसी सांप ने डसा है।

कहानी जादू टोने टोटके पर आधारित है, लेकिन फिर भी कहीं से ऐसा नहीं लगा कि इसका जबरन प्रयोग हुआ है कहानी में। शैली के ऊपर भले ही बाहरी दोष है इसलिए वो अप्रत्याशित हरकत करने लग जाती है लेकिन उसके दिल मे अभी भी सुधीर के लिए बहुत प्यार है।

अपनी पत्नी की ऐसी हालत देखकर सुधीर का परेशान होना जायज है क्योंकि वो भी शैली से बहुत प्रेम करता है। इसका विज्ञान में कोई इलाज नहीं होता। सुधीर को पंडित जी की उस भभूति ने बचा लिया शैली से, लेकिन शायद शैली उस ऊपरी दोष के भेंट चढ़ गई।


इलाहबाद वाली घटना की बात कर आपने कुछ नई जानकारी दी, इसके लिए भी आपको धन्यवाद. जी हाँ बिल्कुल, सुधीर को पंडिताइन के दिए भभूत ने बचा लिया था परंतु शैली की किस्मत इतनी अच्छी नहीं थी. स्पष्ट शब्दों में प्रशंसा व बारीक़ समीक्षा के लिए आपका हृदय की गहराईयों से आभार एवं बारंबार धन्यवाद. 🙏 😊
 

Darkk Soul

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कहानी - लार टपकाता रह गया

रचनाकार - Shetan

कहानी का शीर्षक अच्छा व नया है. पर व्यक्तिगत तौर पे यदि देखा जाए तो इस रचना में रचनात्मकता का फ़ैलाव और अधिक हो सकता था. साथ ही प्लॉट एकदम अलग कुछ हो सकता था और यदि ऐसा होता तो वाकई बहुत कमाल का होता.

इस कहानी में इंसेस्ट सोच के साथ एडल्ट्री - अप्रोच का ताना-बाना बुनने की अच्छी कोशिश की गई है... but to be very honest, इस कहानी में बहुत कुछ होते - होते रह गया...

हिंदी और अँग्रेज़ी, दोनों ही भाषाओं के वर्तनियों में बहुत गलती है. साथ ही शब्द संयोजन में सुधार की गुंजाइश रह जाती है. वार्तालापों को और अधिक व्यवहारिक किया जा सकता था. शीर्षक के साथ कहानी कहीं भी बैठी नहीं... अच्छा होता यदि शीर्षक 'हिलाता रह गया' या 'चाटता रह गया' जैसा कुछ होता. लेखिका के पास दिनों के गिनती के हिसाब से बहुत समय था --- प्रकाशित करने में शीघ्रता नहीं करनी चाहिए थी.

फ़िर भी कुछ अलग लिखने के किंचित मात्र प्रयास के लिए आपका साधुवाद. 🙏
:applause:
 

Shetan

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कहानी - लार टपकाता रह गया

रचनाकार - Shetan

कहानी का शीर्षक अच्छा व नया है. पर व्यक्तिगत तौर पे यदि देखा जाए तो इस रचना में रचनात्मकता का फ़ैलाव और अधिक हो सकता था. साथ ही प्लॉट एकदम अलग कुछ हो सकता था और यदि ऐसा होता तो वाकई बहुत कमाल का होता.

इस कहानी में इंसेस्ट सोच के साथ एडल्ट्री - अप्रोच का ताना-बाना बुनने की अच्छी कोशिश की गई है... but to be very honest, इस कहानी में बहुत कुछ होते - होते रह गया...

हिंदी और अँग्रेज़ी, दोनों ही भाषाओं के वर्तनियों में बहुत गलती है. साथ ही शब्द संयोजन में सुधार की गुंजाइश रह जाती है. वार्तालापों को और अधिक व्यवहारिक किया जा सकता था. शीर्षक के साथ कहानी कहीं भी बैठी नहीं... अच्छा होता यदि शीर्षक 'हिलाता रह गया' या 'चाटता रह गया' जैसा कुछ होता. लेखिका के पास दिनों के गिनती के हिसाब से बहुत समय था --- प्रकाशित करने में शीघ्रता नहीं करनी चाहिए थी.

फ़िर भी कुछ अलग लिखने के किंचित मात्र प्रयास के लिए आपका साधुवाद. 🙏
:applause:
Aap ki bat bilkul sahi he. Sayad is topic ko padhkar redars ki kuchh or adhik padhne ki umid rahi hi hogi. Darsal ye esi ab tak ki sabse paheli hi kahani he jisme beti ne apne hi bap ko slave or co cold bana ne ki kosis ki ho.

Vese to ye kuchh alag hi formet se likhne ki kosis ki. Par ye formet yaha kisi ko samaz nahi aa raha. Vese meri najar me to short story ka tahi fomet tha.

Par fir bhi is dosh me le lati hu. Kyo ki short story or incast lkhne ka muje bolkul anybhav nahi he. Muje to crimes or horror likhna pasand he.

Sath spelling mistek meri bahot badi kamjori rahi he. Ye to 200% meri badi galti he. Jise shudharne ki kosis bhi ho rahi he. Darsal jin weiters ke pas bahot kam redars hote he. vo redars ki bahot jyada parwah karte he. me bhi unme se ek hu. Mere kuchh redars hindi padhna nahi jante. Or English muje nahi aati. Is lie roman ka istamal mere lie jyada jaruri he. Thokar khate sikhte sambhal hi jaungi.

Ek bahetarin review ke lie bahot bahot shukriya janab.
 

Darkk Soul

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कहानी - AnandBhavan - Ek Erotic-Horror Kahani

रचनाकार - HusnKiMallika


कहानी का शीर्षक मस्त है. केवल शीर्षक पढ़ने भर से ही एक रोमांच जाग गया था पूरे शरीर में... जोकि कहानी के ख़त्म होते-होते न जाने एक कैसी संशय के दलदल में अटक गई. वो हवस का मारा भूत / प्रेत / आत्मा कौन था? उसके जीवित रहने से लेकर आत्मा बनने तक की पृष्ठभूमि क्या थी?

यहाँ हेलोवीन की बात की गई जोकि हमारे देश में नहीं मनाई जाती और यदि कुछेक फ्रेंड सर्कल में मनाते भी होंगे तो बाकी के देशवासियों को इससे रत्ती भर का भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा. तो फिर हेलोवीन शब्द का उल्लेख क्यों? यदि इस शब्द की कोई महत्ता थी इस कहानी में या इस शब्द पर विशेष ज़ोर देना था; तो इस विषय से संबंधित कुछ और बातों का भी उल्लेख होना अनिवार्य था.

'विलाप करी', 'फैसला करी' ..... ये 'करी' शब्द पूर्णतया गलत है... हिंदी व्याकरण में इस प्रकार का न तो कोई शब्द है और न होने देने के लिए स्थान ही छोड़ा गया है. विशेष कर इस तरह की शीर्षक व थीम पर कहानी लिखने वालों से ऐसी गलती नहीं होने की अपेक्षा की जाती है.


इरॉटिका का अर्थ होता है सेक्स सीन्स को कम शब्दों में बताना और अधिक गहराई में न जाते हुए अपनी लेखनी से सेक्स की क्रियाओं को कुछ ऐसे बताना जिससे की पाठक यौनोत्तेजित हो जाए. लेखक महोदय सेक्स सीन्स की गहराईयों पर अधिक न जा कर हॉरर वाले एलिमेंट पर यदि फ़ोकस करते तो कदाचित ये कहानी इस प्रतियोगिता की कुछ शीर्ष कहानियों में से एक होती.

हाँ, अंत में ट्विस्ट देने का अच्छा प्रयास है जिसकी प्रशंसा की जा सकती है परंतु तब तक बहुत देर भी हो चुकी होती है.

कुल मिलाकर ये कहानी औसत ही कही जाएगी.


आशा है, भविष्य में आपसे इससे भी अधिक मनोरंजक कहानियाँ पढ़ने को मिलेंगी.
 

Darkk Soul

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Aap ki bat bilkul sahi he. Sayad is topic ko padhkar redars ki kuchh or adhik padhne ki umid rahi hi hogi. Darsal ye esi ab tak ki sabse paheli hi kahani he jisme beti ne apne hi bap ko slave or co cold bana ne ki kosis ki ho.

Vese to ye kuchh alag hi formet se likhne ki kosis ki. Par ye formet yaha kisi ko samaz nahi aa raha. Vese meri najar me to short story ka tahi fomet tha.

Par fir bhi is dosh me le lati hu. Kyo ki short story or incast lkhne ka muje bolkul anybhav nahi he. Muje to crimes or horror likhna pasand he.

Sath spelling mistek meri bahot badi kamjori rahi he. Ye to 200% meri badi galti he. Jise shudharne ki kosis bhi ho rahi he. Darsal jin weiters ke pas bahot kam redars hote he. vo redars ki bahot jyada parwah karte he. me bhi unme se ek hu. Mere kuchh redars hindi padhna nahi jante. Or English muje nahi aati. Is lie roman ka istamal mere lie jyada jaruri he. Thokar khate sikhte sambhal hi jaungi.


Ek bahetarin review ke lie bahot bahot shukriya janab.


You're welcome. And all the very best for your future projects (stories).
 

Shadow_Chaser

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Story- " SAFAR- Jeet ka? Haar ka? Ya...Vastvikta ka ? "
Writer- Shadow _Chaser.


बहुत ही खूबसूरत कहानी थी यह। एक सच्चे घटना पर आधारित इस कहानी को आपने एक अलग ही अंदाज से पेश किया है।
:hi:
कहीं भी इतिहास के साथ छेड़छाड़ नही किया किया हुआ है। सबकुछ रियल लिखा आपने एक्सेप्ट मृत्युपरान्त हिटलर के मन मे चल रही मानसिक अंतर्द्वंद्व को। लेकिन मानसिक अंतर्द्वंद्व ही तो कहानी का मेन सब्जेक्ट था और कहानी का उद्देश्य भी।
जर्मनी के पोलैड पर आक्रमण के बाद द्वितीय विश्वयुद्ध शुरू हो गया था। सोवियत यूनियन से सन्धि के बावजूद भी जर्मनी का आक्रमण करना हिटलर की सबसे बड़ी भूल रही और जर्मन के हार का कारण भी बनी।
हिटलर और एवा अन्ना पाउलर की लव स्टोरी भी रियल की लव स्टोरी थी। एवा और हिटलर के उम्र मे तेइस साल का काफी बड़ा अंतर था। 20 अप्रैल को शादी और 30 अप्रैल को दोनो ने सुसाइड कर लिया था।
इसका मतलब आपने बहुत अच्छी तरह से रिसर्च करके ही अपनी स्टोरी को लिखा है।
ईसाई समुदाय के लोग मृत्यु के बाद डेड बाॅडी को दफनाते है लेकिन हिटलर और एवा की डेड बाॅडी को जलाया गया था और यह हिटलर की ही ख्वाहिश पर हुआ था। यहां भी आपने सही घटना का ही उल्लेख किया था।
:bow: :bow: :bow:
Sir aapke reviews humesha behad impressive ,inspirational aur motivational hote h
Easy going reading ki bajaay apne na kewal facts ko cross check kiya balki unki lajawab sameekhsha bhi ki 😊 saath hi aapka amuman har subject ko lekar vast knowledge.. kya kehne 🤩:bow:
~ yakeenan soviet par aakraman karna sabse badi bhool thi, lekin - vinash kale vipareet buddhi - to ye to swabhavik sa hi lagta hai
~ har cheej ke kitne pehlu hote hai ek taraf kuch sahi to dusri taraf wahi galat.. jahan lagbhag puri duniya ke liye hitler khalnaayak tha to wahin eva ke liye wo mahanayak se kam nahi tha

हिटलर के मृत्यु के बाद आप ने कहानी का रूख ही बदल दिया। महाभारत कालीन गीता उपदेश के साथ साथ सौरमंडल की परिक्रमा करते हुए वापस पृथ्वी पर लाकर स्टोरी को वहां लाकर खड़ा कर दिया जहां एवा की डेड बाॅडी जलाई जा रही थी।
अद्भुत लिखा भाई आपने।
एक सच्ची घटना थी। एक प्रेम कहानी थी। इमोशंस था। और एक उपदेश था।
बहुत खूब। आउटस्टैंडिंग। बहुत ही खूबसूरत कहानी लगा मुझे।
Thank you very very much sir ji 😍
Really.. means a lot:vhappy:
 
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