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Thriller Dharkan

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Update 9
जब देव2 दिव्या के प्यार के बारे में पता करना है तो उसे एक बार पता चलती है
Flash back
एक बार अजय और रतन एक साथ बैठे हुए थे तब अजय ने रतन से अपने बेटे करण के लिए निशा का तथा अर्जुन के लिए दिव्या का हाथ मांगा। जिस पर रतन भी राजी हो गए उस समय करण की उम्र 4 साल थी और निशा की भी उम्र 4 साल। वे दोनों एक दूसरे को मन ही मन प्यार करते थे वहीं दूसरी तरफ अर्जुन और दिव्या ने अभी-अभी जन्म ही दिया था। लेकिन दिव्या को बचपन से ही बताया गया था कि उसका विवाह अर्जुन से तय किया हुआ है जो पढ़ने के लिए शहर गया हुआ है जिस कारण वह अर्जुन से प्यार करने लगी लेकिन बाद में उसे पता चला कि अर्जुन लापता है।
वहीं दूसरी तरफ देव अभी भी सेनापति और अपने हुई बीच की बात को सोच रहा था
Flesh back
लगभग 20 साल पहले एक दिन
यह यह वही दिन था जब अर्जुन के जन्म का समारोह होने वाला था उस दिन के 1 दिन पहले पुजारी की मृत्यु हो जाती है जिस कारण कोई दूसरा पुजारी बनता है इस घटना के बारे में अजय को कोई जानकारी नहीं थी यह घटना सिर्फ विजय के कानों तक ही पहुंची थी। विजय जाकर पुजारी से मिलता है और उससे कुछ बातचीत करता है दूसरे दिन पुजारी के कहने पर महाराज अजय का पूरा परिवार एक विशेष मंदिर जो वही किसी चोटी पर स्थित था वहां जाता है लेकिन उसके साथ विजय का कोई बात नहीं जाता है पूजा के बाद समारोह राजभवन में ही होने वाला था। अजय के परिवार के जाने के कुछ समय बाद विजय और पवन अपने कुछ भरोसेमंद लोग को लेकर हर निकल जाते हैं और कुछ समय बाद वापस आ जाते हैं। शाम हो गई लेकिन महाराज और उनका परिवार वापस नहीं आया इस कारण विजय कुछ सैनिकों को लेकर उन्हें ढूंढने के लिए मंदिर जाता है जहां उनका कोई पता नहीं चलता लोग सोचते हैं कि महाराज किसी दूसरे मंडल के होंगे जिस कारण यह लोग वापस राजभवन आ जाते हैं लेकिन महाराज वापस नहीं आए दूसरे दिन पूरे राजभवन में खलबली मच गई क्योंकि महाराज के परिवार का भी तो कुछ पता नहीं चला था जिस कारण विजय कुछ सैनिकों को सेनापति रतन सिंह के साथ महाराज को खोजने के लिए भेजता है बहुत समय के बाद लोग वापस आते हैं तो यह पता चलता है कि उस पर्वत के नीचे खाई में एक परिवार की लाश मिली है जिसे पहचान तक मुश्किल है। एक पति पत्नी जो महाराजा और महारानी की उम्र के थे एक बच्चा करन की उम्र का और कुछ पुजारी के कपड़े में लोग उन सभी का चेहरा बुरी तरह से खराब हो चुका था पहाड़ पर गिरने का कारण
यह यह खबर धीरे-धीरे पूरे राज्य में फैल जाती है और बोलो इस बात का शोक मनाने लगते हैं। तथा विजय नया महाराज बनाया जाता है।
इस घटना के बाद पवन सिंह बहुत परेशान रहने लगा था एक दूसरे के पास जाता है और उससे कुछ बातें करता है
पवन उसे बनाता है की महाराज का निकलने के कुछ समय बाद विजय में निकल गया और मैं उसका पीछा करते-करते वहां पहुंचा तो देखा कि विजय महाराज महारानी करन तथा पुजारी होगा पहाड़ के नीचे फेंक चुके हैं और मैं जब अर्जुन को पहाड़ के नीचे फेंकने वाला था तो मैंने उससे पहले अर्जुन को लेकर पहाड़ के नीचे हैं लेकिन एक नदी में फेंक दिया था विजय का वापस जाने के बाद जब मैं बाहर से नीचे उतर कर नदी के पास दिखा तो मुझे पता चला कि अर्जुन को कोई परिवार लेकर जा रहा था जब मैं उनसे अर्जुन को मांगने जा रहा था तो मैंने देखा किवा परिवार राजकुमारी सुमन का था जिस कारण मैंने उसे वही रहने दिया
महाराजा महाराजा की हत्या में पूरा का पूरा हाथ विजय सिंह का है।
Jabardast dhamakedar update brother.....
to dev hi rajkumar arjun hai... Vijay Singh ne shadiyantra se apne bhai or bhabhi ko marwa diya...ab dekhna hai ki aage kya hota hai...
keep writing...
keep posting......
 

Anshu0Kraj

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Update 10
Flash back
चलिए अब थोड़ा पीछे चलते हैं जब सेनापति ने सूरज के हाथ पर एक त्रिशूल का निशान देखा था।
जब जब सेनापति ने उस निशान को गौर से देखा तो उसे पता चला कि वह ऐसा निशान नहीं है जैसा राज परिवारों के हाथ पर निशान होता था उसने इस बारे में सूरत से बात की और उससे उसके परिवार वालों के बारे में पूछा जिससे उसे पता चला कि सूरज राजकुमारी सुमन का बेटा है और राजकुमार अर्जुन उनके यहां देव बंद कर रहा है क्योंकि उन्हें अपने सच्चाई के बारे में कुछ भी पता नहीं था सेनापति को यह जानकर बहुत दुख हुआ कि कुछ साल पहले सूरज के माता-पिता का मृत्यु हो गया था।

चलिए अब थोड़ा आगे चलते हैं जब सेनापति सूरत से मिलने गया था। जब सेनापति ने देव को देखा तो उसे तुरंत ही पता चल गया है कि यही राजकुमार अर्जुन है क्योंकि उसका चेहरा महाराज अजय की तरह है सेनापति ने देव उर्फ अर्जुन को एक पिक्चर दिखाएं जिसमें दो परिवार बैठे थे सेनापति ने उसे बताया किया उसके माता-पिता बड़ा भाई और बाद में वह है और दूसरा तरफ मेरा परिवार है इसमें मैं मेरी पत्नी और मेरी दोनों बेटी है यह उस समय की तस्वीर थी जब महाराज अजय रतन सिंह के पास अपने बेटे का रिश्ता लेकर गया था उसके बाद सेनापति ने अर्जुन को बहुत सारी बातें बताएं जिसका जिक्र हम पहले कर चुके हैं। सारी बातों का पता चलने के बाद देव उर्फ अर्जुन बहुत गुस्सा हो गया और फिर सेनापति और सूरज के समझाने पर वह शांत हुआ और उसने एक बहुत ही सटीक प्लान बनाया।
देव उर्फ अर्जुन ने सेनापति से कहा कि वह कुछ दिनों के बाद राजमहल आएगा
जिसजिस पर सेनापति ने कहा कि वहां पर लोग तो मैं तुरंत पहचान जाएंगे कि तुम्हारा चेहरा महाराज अजय की तरह है
इस पर देव उर्फ अर्जुन ने कहा कि वह अपने चेहरे पर कोई मास्क लगाकर आएगा और उसका पहचान सूरज वहां पर अपने भाई देव2(राज) बनाकर करवाएं। देव का कोई दोस्त राज नहीं था जो राज राज भवन के आता वह देव ही था जिसने मास्क लगा लिया था।
 

Anshu0Kraj

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Update 11
अब आपको हम यहां पर एक बात कंफर्म कर देगी देव, देव2 और अर्जुन तीनों एक ही व्यक्ति है जो बचपन में पवन के द्वारा नदी में फेंकने पर सुमन सिंह को मिल गया सुबह अर्जुन से देव बन गया और वही जब वह दोबारा राजमहल में आया तू देव से राज या देव2 बन गया
Flash back
कुछ दिन पहले जब अर्जुन अपने कक्ष में कुछ भरोसेमंद राज दरबारियों की सभा बुलाता है तो वह सभा में अपने मास्क को उतरता है जिससे सभा में बैठे सभी लोग आश्चर्यचकित हो जाते हैं। अर्जुन उसे पूरी बात बताता है जिससे सभी राजदरबारी उसके समक्ष हो जाते हैं क्योंकि वह भी विजय सिंह के अत्याचार से परेशान हो गए थे विजय सिंह जब चाहे जिससे कर वसूल कर लेता था किसी के भी घर की इज्जत पर हाथ डालता था और उसका बेटा देवा सिंह उसी की तरह था जिससे उनका भविष्य खतरे में पड़ सकता था इसलिए उन्होंने अर्जुन का साथ दिया। लेकिन एक परेशानी की बात या पैदा हो गई की विजय सिंह पहलवान था और शातिर भी तो उसे कैसे हराया जा सकता है।
अर्जुन ने इस बात का भी हल निकाल दिया उसने कहा कि वह विजय सिंह को खुद संभाल लेगा।और जब मैं विजय सिंह को संभालू तब आप लोग देवा को ठिकाने लगा दीजिएगा या फिर क्या दिखाने में डाल दीजिएगा इसी तरह कुछ दिन बीत गया लेकिन अर्जुन को कोई रास्ता दिखाई नहीं दिया एक दिन उसे पता चला कि राज्य में एक बहुत बड़े पहलवानी का मुकाबला होने वाला है। जिसका आयोजन महाराज विजय सिंह खुद कर रहे हैं और इस पहलवानी मुकाबले में एक बहुत ही खतरनाक कह दी भी शामिल होने वाला है महाराज ने उसके अधिक के समक्ष एक शर्त रखी है कि वह यदि सभी पहलवानी मुकाबलों को जीत गया तो उसे कैद से मुक्त कर दिया जाएगा उसका आदि के बारे में विजय सिंह के अलावा कुछ हि लोगो को जानकारी है।
अर्जुन इस अवसर का फायदा उठाने का सोचा। उसने तय कर लिया की पहले वह उस पहलवान को हराएगा फिर उसके बाद महाराज को पहलवानी के लिए ललकारेगा क्योंकि महाराज एक पहलवान थे तो वह इस पहलवानी मुकाबले से कभी पीछे नहीं हट सकते और अर्जुन ने यह तय कर लिया कि वह इस मुकाबले को बल के साथ साथ छल से भी लगेगा। अर्जुन के बदले के दिन नजदीक आ रही थी क्योंकि भरवाने का मुकाबला भी नजदीक आ रहा था महाराज विजय सिंह ने इस पहलवानी का सारा दायित्व देवा को दिया और देवा ने इस काम में अपने दोस्त सूरज की मदद ली। अर्जुन ने इसी मौके का फायदा उठाकर अपने कुछ हथियार पहलवानी मुकाबले के बीच गुप्त स्थान पर छुपा दिया जहां किसी की कोई नजर नहीं पड़ती वह इस चीज के द्वारा विजय सिंह को मारने वाला था और देखते ही देखते प्रतियोगिता का दिन भी आ गया
Agar agar update kal shaam 4:00 से 6:00 के बीच
 

Anshu0Kraj

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Update 12
प्रतियोगिता के दिन अर्जुन सही समय पर प्रतियोगिता के स्थान पर पहुंच गया उसने वहां जाकर देखा कि मैदान में 20 पहलवान इस पहलवान और 21वा वही कहती है देखने पर वह कैदी बहुत ही ताकतवर मालूम हो रहा था। उसके बरे बरे बाल उसके पूरे चेहरे को देखते हुए आज तक अर्जुन में ऐसा इंसान भी नहीं देखा था। अर्जुन ने सोच लिया कि यदि महाराज विजय सिंह को हराना है तो उसे सबसे पहले इस कैदी को हराना पड़ेगा क्योंकि अगर वह इस कैदी को नहीं आ पाएगा तो वह महाराज को कैसे रहेगा। महाराज नया घोषणा कर दी कि जो भी पहलवान इस कैदी को हराएगा उसे ढेर सारा इनाम मिलेगा अगर यह कह दी जीत गया तो उससे कर से मुक्त कर दिया जाएगा
विजय सिंह अपने मन में (कैद से मुक्त कब होगा नगरिया जिंदा बचेगा)
वही वह कैदी सभी पहलवानों को अच्छे से देख रहा था और मन में सोच रहे इन सभी पहलवानों के बाद महाराज का भी नंबर है।

थोड़ी देर में ही वह कैदी 10 पहलवानों को हरा चुका था और देखते ही देखते उसने बिसो पहलवान को हरा दिया।
यह देखकर महाराज विजय सिंह सोचते हैं इसे तो अब से हराया जा सकता है और कहते हैं हमारे राज्य में कोई भी ऐसा वीर नहीं है जो इस कैदी को हरा सके।
वहीं दूसरी तरफ पूरे घटनाक्रम में अर्जुन सिर्फ उस कैदी की हार 1 साल को देख रहा था कैसे हो वार करता है अपना बचाव करता है। और वह उस पहलवान से लड़ने के बारे में कुछ सोच रहा था तभी महाराज के चुनौती के कारण अर्जुन को से लड़ने का रास्ता मिल गया और वह तुरंत ही पहलवानी के मुकाबले में पहुंच गया ।
अगले अगले अपडेट में आप देखेंगे इन दोनों के प्रतियोगिता का क्या निर्णय निकलता है क्या अर्जुन जीत जाता है या कैदी कैदी से मुक्त हो जाता है और सबसे बड़ा सवाल कि वह कैदी है कौन
 
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u.sir.name

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Jabardast update brother....
kahani ne bada mod le liya hai...mere hisab se woh kaidi or koi nahi dev ka real bada bhai hai...
keep writing.....
keep posting.......
 

Anshu0Kraj

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Update 13
अब तक आपने देखा की अर्जुन पहलवानी के मुकाबले में पहुंच चुका है अब आगे
जैसे ही अर्जुन पहलवानी के मुकाबले में पहुंचा तो वह कैदी अर्जुन से बोला क्यों बच्चे अपनी जिंदगी खराब करने यहां आ गए जिस पर अर्जुन बोला यह तो बाद में ही पता चलेगा कि बच्चा कौन है और बच्चे का बाप कैदी बोला तुम्हारी जुबान तो बहुत चलती है देखते हैं मुकाबले में कैसे हो यह कह कर कैदी ने सबसे पहले और तुम पर हमला किया और बच गया जिसके बाद अर्जुन ने भी कैदी पर हमला किया और वह भी बच गया इसी तरह दोनों की प्रतियोगिता का कोई हल नहीं निकल रहा था वहीं दूसरी तरफ
दिव्या दिव्या को यह पता चल चुका था की राज ही अर्जुन है और वह तुरंत ही मुकाबले में पहुंच गई ।प्रतियोगिता में
अर्जुन ने कैदी को पीठ के बल जमीन पर गिरा दिया था और उसकी गर्दन दबोच लिया था तभी अचानक उसे कुछ दिखाई देता है और वह आश्चर्यचकित हो जाता है कैदी इसी मौके का फायदा उठाकर तुरंत ही अर्जुन को नीचे गिरा कर उसके पीठ पर खुद बैठ जाता है। अर्जुन कैदी से कुछ करता है जिस पर कैरी पहले दो बहुत गुस्सा हो जाता है और फिर कुछ सोचता है और इसी अवसर पर अर्जुन वापस कैदी को नीचे गिरा देता है इससे कैदी को बहुत गुस्सा आता है और वह अर्जुन के गले को जोर से पकड़ लेता है अर्जुन छट-पटाने लगता है और देखते ही देखते हैं अर्जुन के हाथों का हिलना डुलना बंद हो गया और अंत में कैरी ने अर्जुन को छोड़ दिया जिससे सब को यह पता चल गया कि अर्जुन की मृत्यु हो गई है और वह कह दी वहां से उठकर महाराज के पास जाने लगा और अपनी रिहाई की खुशी में महाराज के आशीर्वाद मांगने के लिए महाराज विजय सिंह के पैरों पर गिर गया।
अगले अपडेट में हम जानेंगे किया कैदी कौन है और उसका विजय सिंह से क्या संबंध है और यह भी देखेंगे कि अर्जुन यदि मर गया है तो क्या वो वापस आएगा या उसका छोटा भाई उसके मौत का बदला पूरा करेगा। जाने के लिए अगले अपडेट का इंतजार
 
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Ankitshrivastava

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मेरा अपडेट छोटा होने का दो कारण है
1-मैं अपने लैपटॉप या कंप्यूटर से नहीं बल्कि मोबाइल से पोस्ट करता हूं।
2-अपडेट को पहले से सोचकर नहीं लगता है बल्कि लिखते समय उसे सोचता हूं और पोस्ट करता हूं।

Aapke dono reason sahi nhi lage.....

kyoki main bhi mobile se hi likh kar post karta hu....size aap dekh sakte ho....

aur main baat....koi bhi bina pre plan ke story nhi likhta....ha ye ho sakta hai ki likhte huye kych naya idea aa jaaye.. but ke pahle kuch to soch hoti hai...

y d way....ye tana nhi tha.....bas apna exp bata diya.....


Well...congrtz 4 new one....starting is good...lets c whts going on next.....
 
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