Not possibleHot update bro....bhai ammi ko aabid se bhi chudawaye
Superb updateपिछले भाग में महक का एक्सीडेंट हो जाता है और कुछ दिन बाद महक को घर ले आते है।
अब आगे
नजमा अपने रूम में लेटे हुये कुछ सोच रही थी। तभी वहाँ सैम आता है। सैम दरवाजा बंद करके नजमा के पास लेट जाता है- “क्या बात है अम्मी क्यूँ परेशान हो.
नजमा- “महक की फिक्र हो रही है। सैम पता नहीं वो खुद को आइने में देख पाएगी भी या नहीं...”
सैम- “उफफफ्फ़ हो अम्मी... चिंता नहीं... मैंने यूके. जाने का इंतेजाम कर दिया है हम कल ही यूके के लिए निकल जायेंगे और वहाँ जाके एक अच्छे से डाॅ से महक का चेहरा ठीक करवाएंगे। आप बिल्कुल फिकर मत करो मैं हूँ ना आपका बेटा।
नजमा घूमकर सैम की छाती पे सर रख देती है- “बेटा नहीं, जान हो तुम मेरे...”
सैम- “नजमा दिल कर रहा है मेरा...”
नजमा मुश्कुराते हुये- “'धत्त ऐसे हालत में भी.
सैम- “दुनिया जाए भाड़ में मुझे मेरी नजमा की रोज चाहिये, मतलब चाहिये। चल इधर आ जा मेरी रानी...” और सैम नजमा को अपने ऊपर खींच लेता है और उसके कानों में धीरे से कहता है- “मेरी जान जरा चार्जिंग तो कर दो अपने बेटे की...”
नजमा अपनी नाइटी निकालकर फेंक देती है और सैम की पैंट नीचे सरका देती है, चूत की प्यास तो उसे भी लगे हुई थी। अगर आज ये सब ना हो जाता तो वो अपने हनीमून की रात मना रहे होते। नजमा सैम के लण्ड को हाथ में लेके सैम को किस करने लगती है।
नजमा- 'सैम आज मुझे बेरहमी से चोद जरा, सुबह से चूत में आग लगी है गलपप्प्प...”
सैम नजमा की पैंटी भी जिश्म से निकाल देता है और उसे अपने लण्ड पे झुका देता है- “अम्मी आपकी चूत की खैर नहीं आज...” और देखते ही देखते सैम का लण्ड नजमा के मुँह में घुसता चला जाता है। दोनों माँ बेटे दुनियादारी भुलाकर अपनी रासलीला में मग्न हो जाते हैं।
नजमा बड़े जोर से सैम का लण्ड चूसने लगती है- गल्पप्प्प... गलपप्प्प... गल्पप्प्प... उन्हअंनणन्... गलपप्प्प...
दूसरी तरफ निदा अकेले रूम में सो नहीं पा रही थी। वो अपने चूत में उंगली डाले सैम के लण्ड के बारे में सोचने लगती है। आखिरकार वो उंगली कर-करके थक जाती है और उठके पानी पीने किचेन की तरफ चली जाती है। जैसे ही वो नजमा के रूम के सामने से गुजरती है, उसे अंदर से नजमा की सिसकारियां भरने की आवाज सुनाई देती है।
सैम बड़े प्यार से नजमा की चिकने चूत चाट रहा था पर दरवाजा बंद होने की वजह से निदा को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। वो झुकके की-होल में से देखने लगती है और अंदर का नजारा देखकर उसकी आँखें फटी की फटी रह जाती हैं।
सैम का मुँह नजमा की चूत पे था और वो नजमा की फैली हुई चूत को चाटे जा रहा है गल्पप्प्प...
नजमा- “उनह... बड़ा अच्छा चाटता है रे जालिम तू उनह... खा जा ना रे बेटा और अंदर जबान डालके तेरी अम्मी की चूत उनह... ऊडईई माँ क्या कर रहा है रे.
सैम- मेरी नजमा की चूत चाट रहा हूँ गलपप्प्प...
नजमा- 'सैम उनह... चोद ना जल्दी से एक बार चोद ले, मुझे उसके बाद रात भर चाट लेना उनह...”
पर सैम नजमा की चूत को अंदर तक चाटे जारहा था गल्लपप्प्प... गल्लपप्प्प...
नजमा जल्द से जल्द फौलादी लण्ड अपनी चूत में लेके मस्त होना चाहती थी, पर जालिम सैम आज चूत का दीवाना हुआ पड़ा था। आखिर कई मर्तबा नजमा के पुकारने पे सैम नजमा के ऊपर चढ़ जाता है और अपना लण्ड उसकी चूत पे घिसने लगता है।
नजमा- 'उनह... डाल दे सैम अंदर जल्दी से.
सैम अपने लण्ड का सुपाड़ा नजमा की चूत पे लगा देता है। और दोनों हाथों से नजमा की कमर पकड़कर अंदर पेल देता है- “ले रानी अपने बेटे का...”
नजमा- “आराम से घुसाया कर उनह... सैम तेरी अम्मी अभी-अभी खुली है और अंदर तक आ जा मेरे...”
सैम नजमा के ऊपर चढ़कर दनादन अपना लण्ड चूत की दीवारों से रगड़-रगड़कर अंदर घुसता चला जाता है।
दोनों के होंठ एक दूसरे को कसके जकड़ लेते हैं और दोनों की कमर एक साथ झटके खाने लगती है। ना सैम कुछ बोल रहा था और ना नजमा, वो दोनों चुपचाप इस प्यार का मजा ले रहे थे। रूम में दोनों की आवाज़ें गूँज रही थीं, कभी ऊपर से तो, कभी पीछे से सैम नजमा को चोदे जा रहा था और नजमा हर चुदाई के साथ-साथ और खुलते चली जा रही थी।
सैम नजमा को एक करवट लेटाकर पीछे से अपना लण्ड उसकी चूत में डालके चोदने लगता है। ये पोजीशन सैम और नजमा दोनों को पसंद थी, इससे सैम का लण्ड पूरी तरह नजमा की चूत के अंदर तक घुस जाता था।
नजमा- 'सैम कोई सुन लेगा नाआआ...”
सैम चोदते हुये चिल्ला रहा था जिससे नजमा उसे रोकने लगती है, पर सैम नजमा की चूचियां दबा-दबाकर और अंदर तक लण्ड घुसाने लगता है। दोनों रात भर नहीं थकने वाले थे और ना रुकने वाले। पर वो जो दरवाजे पे खड़ी थी उसकी चूत जवाब दे चुकी थी।
निदा अपनी चूत रगड़ते हुये अपने एक चूची को मसल रही थी और अंदर का नजारा उसे और गरम कर रहा था। वो चोर नजरों से सैम और नजमा की चुदाई देख रही थी। कुछ देर बाद निदा को रूम में से किसी के आने की आवाज सुनाई देती है और वो जल्दी से अपने कपड़े ठीक करके अपने रूम में भाग जाती है।
सैम कमर पे तौलिया लपेटे किचेन में पानी पीने आता है। सुबह का आलम बड़ा है दिलकश और दिलनशीन था।
रात भर जमकर चुदाई की वजह से नजमा का अंग-अंग खिला हुआ था। वो किचेन में नाश्ता बना रही थी। पर जेहन में अब भी रात का हर वो मंजर घूम रहा था, वो सारी मोहब्बत भरी बातें जो सैम और नजमा के बीच हुई थी।
महक अपने रूम में लेटी हुई थी। और निदा अपने रूम में अभी-अभी नहाकर आई थी और आइने के सामने खड़ी बाल सुखा रही थी। उसका दिल ओ दिमाग आज जगह पे नहीं था। रात का वो नजारा जो उसने देखा था उसे बेचैन कर रहा था, उसे एक तरह से जलन हो रही थी। जाहिर है की ये तो हर औरत की फितरत है की अपनी चूत का लण्ड दूसरे की चूत में भला कौन बर्दाश्त कर सकती है।
Superb updateरात की चुदाई के बाद अगली सुबह सैम नहाकर बाहर निकलता है और नजमा को गुड-मार्निंग किस करके निदा के रूम की तरफ बढ़ जाता है। निदा खामोश खड़ी थी तभी सैम पीछे से आके उसे पकड़ लेता है
सैम- “निदा मेरी जान कैसी हो
निदा गुस्से से- “ज़िंदा हूँ अभी हटो छोड़ो मुझे कपड़े चेंज करने दो.
सैम निदा को अपने बाहों में कसते हुये- “मेरी जान मैं तुझे नंगी करने आया हूँ और तू है की कपड़े बदलने की बात कर रही है.
निदा कसमसाते हुये- छोड़ो सैम... तुम थक गये होंगे ना... रात भर मेहनत करनी पड़ती है तुम्हें...”
सैम- “ओह... तो मेरा शक सही निकला। मैंने कल किसी को रूम के सामने से भागते हुये देखा था, इसका मतलब मेरी जान को सब पता चल गया है.
निदा- “जी हाँ तुम लगे रहो मेरी किसे परवाह है मैं जियूं या मरूं, हटो जाने दो.
सैम निदा को अपने छाती से चिपका लेता है- “इधर देख... मुझे तेरे परवाह नहीं है क्या...”
निदा- हाँ नहीं है।
सैम अपना एक हाथ निदा की शलवार में डाल देता है, जिससे निदा सिहर जाती है।
निदा बोली- क्या कर रहे हो सैममम...”
सैम- “देख रहा हूँ की तेरी चूत भी नाराज है क्या मुझसे...”
निदा- हाँ... है वो नाराज, रात भर रोती रहती है। पर कौन समझे हमारे दिल की बात...”
सैम का हाथ पूरी तरह निदा की चूत को मसलने लगता है और निदा की चूत पानी-पानी होने लगती है।
सैम निदा के होंठों को अपनी गिरफ़्त में ले लेता है और उसे चूसने लगता है गलपप्प्प... गलपप्प्प... कुछ सेकेंड में ही निदा का सारा गुस्सा गायब हो जाता है और वो अपने होने वाले बच्चे के बाप को बेतहाशा चूमने लगती है।
सैम- “निदा, मुँह में ले ना...”
निदा- “अम्मी आ जायेंगी तो.
सैम- “मैं तुझे कह रहा हूँ की मुँह में ले.
निदा नीचे बैठ जाती है और सैम की पैंट नीचे करके उसका लण्ड बाहर निकाल लेती है।
वो बड़े दिनों बाद इसे देख रही थी। दिल में डर भी था पर मुँह भी सूख रहा था। वो दिमाग की बात नहीं सुनती और दिल से काम लेती है और अगले ही पल सैम का लण्ड निदा के मुँह मैं चला जाता है। गल्लपप्प्प गल्लपप्प्प... वो चटखारे मार मारकर उसे चूमने लगती है और चाटने लगती है।
तभी निदा की नजरें दरवाजे की तरफ जाती हैं। नजमा उसे ही देख रही थी। एक पल सिर्फ़ एक पल के लिए निदा का दिल जोर से धड़कता है और फिर अगले ही पल वो कुछ सोचकर नजमा की आँखों में आँखें डालकर सैम का लण्ड चूसने लगती है। गल्लपप्प्प
नजमा सैम को आवाज देती है- “अगर मुँह भराई हो गयी होंगी तो नाश्ता कर लो...” नजमा की आवाज सुनके सैम चौंक जाता है पर अभी वो इस कंडीशन में नहीं था की निदा के मुँह से लण्ड निकाल सके।
सैम- आया अम्मी
नजमा उन दोनों को घूरते हुये किचेन में चली जाती है।
निदा खड़ी होके अपने सारे कपड़े निकाल देते है। रात भर से ये कपड़े उसके जिश्म को उस गर्मी से बचा रहे थे जो उसके जिस्म के अंदर लगी हुई थी। वो जल्द से जल्द इनसे निजात पाना चाहती थी। वो डौगी स्टाइल में बेड पे लेट जाती है और अपनी कमर हिलाकर सैम को अपने पास बुलाती है।
सैम का लण्ड भी तना हुआ था वो पीछे से निदा की चूत में निशाना लगता है और कमर पकड़के अंदर लण्ड घुसा देता है।
निदा कमर हिला-हिलाकर और अंदर तक सैम का लण्ड ले रही थी और सैम सटा-सट निदा की चुदाई कर रहा था।
सैम निदा को सीधा लेटा देता है और उसके ऊपर चढ़कर अपना लण्ड सीधा उसकी बच्चेदानी तक घुसा देता है।
निदा तड़प उठती है- “उनह... आराम से चोदो ना आपका बच्चा अंदर है ना...”
सैम- “मेरे जान मेरे बच्चे की ताकत के लिए ही तो तुझे अंदर तक चोद रहा हूँ ताकि वो सेहतमंद पैदा हो। तेरी चूत की बहुत याद आई निदा मुझे सच में.
निदा- “उनह... तो बुला लेते ना मुझे। मैं भी तो तड़प रही थी आपके लण्ड को अपनी ओखली में लेने की लिए अहह धीरे
सैम- “निदा मैं और अम्मी महक के साथ यू-के जा रहे हैं 20 दिन की लिए...”
निदा- “उनह... मुझे भी ले चलो नाआआ... मैं कैसे रह पाऊँगी जी.
सैम- “मेरी जान... आफिस भी तो देखना है ना...”
सैम का लण्ड निदा की चूत में अंदर-बाहर हो रहा था और वो दोनों हॉफते हुये बातें भी कर रहे थे।
चुदाई का सिलसिला शुरू था और हर 5 मिनट के बाद सैम पोजिशन बदल रहा था, कभी निदा सैम के ऊपर होती, तो कभी वो सैम के दोनों हाथों से अपने चूचियां मसलवा रही होती। आखिरकार 5 मिनट की दमदार चुदाई के बाद दोनों पानी छोड़ने लगते हैं और एक दूसरे की बाँहों में सिमट जाते हैं।
सैम- “निदा आज रात तक आबिद घर आने वाला है। मैं चाहता हूँ की तू उसपे अपने नजरों का जादू करे और उसे अपने काबू में करे...”
निदा- क्यूँ
सैम- “क्यूंकी मुझे तेरी और उसकी शादी करवानी है.
निदा सैम से अलग होने का सोचते ही उसे गुस्सा आ रहा था।
पर सैम निदा को बाहों में कस लेता है- “अरे मेरी बात तो सुन पहले...”
निदा- “छोड़ दो मुझे सैम... तुम चाहते हो की मैं आबिद से शादी करू और ये जो मेरी कोख में तुम्हारा बच्चा पल रहा है उसका क्या... तुम ऐसा सोच भी कैसे सकते हो.
सैम- “आबिद से शादी करने की बाद तू पेरमानैंट इस घर मेँ एक बहू की हैसियत से रह सकती है और आबिद की मैं गारंटी लेता हूँ की वो तुझे तभी चोदेगा जब मैं उससे कहूँगा। वो तुझे हाथ भी नहीं लगाएगा। अरे उसका इतना छोटा है की वो तेरी इस चूत में ऊपर-ऊपर काट पे ही घूमकर रह जायेगा तुझे चोदने की बात तो बाद में है...
तो अगर तेरी और आबिद की शादी हो गयी तो मैं तुझे हर वक़्त बिना किसी की डर के चोद सकता हूँ और तुझे ऐसे कई बच्चे दे सकता हूँ। और अगर तू मना करेगी तो तेरा बहुत बड़ा नुकसान होगा, क्यूंकी मैं नजमा से वादा कर चुका हूँ की महक की प्लास्टिक सर्ज़री के बाद महक और मैँ शादी करेंगे।
निदा चौकते हुये- “तो क्या तुमने महक को भी नहीं छोड़ा...”
सैम- “वो भी तेरे तरह प्रेगनेंट है। या तो तू मेरे बात मान ले या फिर अबॉर्शन करवा ले आगे तेरे मर्जी...”
फिर सैम निदा के पास से उठके बाहर निकल जाता है, वो जानता था की निदा को सोचने की लिए थोड़ा वक़्त चाहिये और अगर वो निदा की बाहों में पड़ा रहा तो निदा उसे बातों में फुसलाकर कुछ उल्टा सीधा ना कर दे।