• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest Ghar me ghamasan

Aditya01kh

Member
303
613
93
Bhaiyo aur baheno mujhe ummeed hai ki mujhe sujhao denge
Maa ke saath koi adultery na dalna q ki shayad hi koi maa ki adultery wali kahani padhta hai
 
  • Like
Reactions: Xabhi

Xabhi

"Injoy Everything In Limits"
10,210
42,638
174
भाई तू तो रहेगा ही ,अगर मेरे से कोई चूक हुई तभी तुम संभाल लेना,
क्या बोलते हो पप्पू । पप्पू बोला जैसे आपका हुकुम मेरे आका,,,
इतने में ,,माहिरा बोली की पप्पू ठीक बोल रहा है हम दोनो के लिए ये खेल नया है, और पप्पू पहले काफी खेल चुका ये खेल अगर मेरी मानो तो पप्पू ही ठीक रहेगा पहले ,,
मैने बोला ,, की तू उसकी चिंता न कर छीनाल मैं सब संभाल लुंगा।
पप्पू,,,उसकी चूची के दाने को सहलाते हुए बोला राजू चल बेटा अब सुरू कर ,,,माहिरा भी लन्ड खाने के लिए त्यार है
क्या बोलती है माहिरा जन्नत की सैर सुरु किया जाए ।।
माहिरा,,,,बोली की नेकी और पूछ पूछ लेकिन मुझे बहुत फिकर हो रहीं है,, किस बात किस बात कि फिकर है मेरी जान,,, पप्पु बोलते हु उसके होंटों पे एक चुम्मा जड़ दिया,,
माहिरा,, बोली की मेरी चूत की होल इतनी छोटी है उसमे
राजू जी का लन्ड कैसे जाएगा मै यही नहीं समझ पा रही हु
मुझे ये सोच के ही बहुत डर लग रही हैं की कहीं कुछ हो गया तो मैं । क्या करूंगी ,,
मैने बोला पप्पु इसको समझा ये फोकट में इतना सदमे में है
जो चीज जिसके लिए है तो इसमें डरने वाली क्या बात है,
फिर पप्पू बोला रानी , लन्ड चूत में जाने के लिए ही होता है।
और सबकी चूत ऐसे ही रहती है जैसे तुम्हारी है एक बार जायेगा तो रास्ता अपने आप ही बन जायेगा ,,
लेकिन,, पहेली ही बार में इतना बड़ा और मोटा लन्ड कैसे जाएगा ,, इसलिए बोली थी की पहले पप्पु तुम करते तो मुझे कम तकलीफ होती,,
मैने,, बोला देख अगर आज मेरे लन्ड से शुरुआत कर लेगी तो जो होना है आज ही हो जायेगा, कल फिर कैसा भी लन्ड से तू मजे लेते रहेगी । इसलिए मुझे करने दे । पहले और तू आंखे बंद करके जन्नत की सैर कर।
पप्पू ,, बोला चल अब देर मत कर मै दोनो घुटने के बल उसकी टांगों के बीच में बैठ गया अब मेले उसकी चूत को सामने से देख पा रहा था और पप्पू उसके सर की तरफ बैठ के उसके होठ चूसते हुए उसकी निप्पल साहेला रहा था मैं उसकी चूत के फाकों को अपनी उंगली से खोला तो मैं उसकी रसीली गुलाबी चूत को देख कर उत्तेजित होगया क्या गजब की रस भरी गुलाबी चूत थी माहिरा की मै ने देरी करना मुनासिब नहीं समझा और उसकी दोनो टांगो के बीच में बैठ कर अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल कर अपने लन्ड के सुपाड़े और माहिरा की चूत पर लगाने के बाद अपने लन्ड का सुपाड़ा उस के चूत के मुंह पर रख ही था की माहिरा मचल उठी मुझे ऐसा लगा की अब वो लन्ड लेने के लिए तैयार है,
मैने पप्पू से बोला पप्पू पोजीसन संभाल लो ,
पप्पू अब सीधा उसके सर के पास बैठ के अपने दोनो घुटने जोडके जमीन पर बिछा दिया और माहिरा कर अपने गोदी में रख कर अपने दोनो हाथ उसके कंधे पे रख कर उसके निप्पल सहलाते हुए मुझे बोला अब अपना काम कर उधर माहिरा अपनी चूतड उछाल रही थी मैं ने उसके दोनो जांघो को अपने हाथों से पकड़ कर एक ऐसा झटका मारा की मानो जमीन हिल गई माहिरा तड़प के चिल्ला उठी वो तो पप्पू झट से उसके मुंह पर हाथ रख दिया और जोर से उसका मुंह बंद करदी माहिरा के आंखो से आंसू छलक वो बस छूटने की नाकाम कोसिसे करने लगी मैंने वो झटका मरते ही रुक गया मुझे ऐसा लगा की किसी गरम भट्टी में , मैने अपना लन्ड डाल दिया हु,, गज़ब की गर्मी महेसुस हो रही थी करीब दो मिनट तक हम लोग वैसे ही बैठे रहे अब धीरे धीरे उसका तड़पना काम हुआ तो पप्पू ने उसके मुंह को खोल दिया मुंह खुलते ही माहिर फुदक फुदक के रोने लगी बोली राजु तरस खाओ मेरे ऊपर रोते हुए बोली ,,
इतने में पप्पू बोला,,,
पगली अब क्या अब जो होना था होगया ,,
नही पप्पू ,, मुझे छोड़ दो मेहर बानी होगी मैने अपनी अभी तक के जिंदगी में ऐसा दर्द कभी नहीं झेली हूं जो आज मेरे चूत और उसके अगल बगल में जो दर्द है सिर्फ मै ही महेसूस, कर रही हु तुम्हे क्या पता की मै किस तकलीफ से गुजरी हु
अभी ,, पप्पू,,बोला रानी अब कैसा हैं, तुम्हारा दर्द अब ठीक है ना,,माहिरा बोली अब थोड़ा बेहतर महेसुस हो रहा है लेकिन मुझे मेरे कमर के नीचे कुछ भी महेसुस नही हो रहा है रानी अभी सब महेसुस होगा और मजा भी मिलेगा तुम खुद ही चोदने के लिए बोलो गी,।
अब मैं अपनी लन्ड की तरफ देखा तो पूरा लन्ड मेरा लाल खून से नहा चुका था,,
गांड़ तो मेरी भी फट गई देख कर इतना खून। जो चूत थोड़ी देर पहले इतनी रशीली दिख रही थी इस वक्त पूरा खून से नहा चुकी थी
मैने पप्पू को हाथ मारके इसारह किया उसे दिखाया तो बोला चुप रह मैने बोला साले अभी सिर्फ तीन इंच गया है वोह बोला ठीक है ,,,
पप्पू,,, ने महिरा से पूछा की कैसा लग रहा है रानी अब तुम्हे
माहिरा,,,बोली की दर्द तो अब नही है लेकिन थोड़ी थोड़ी खुजली हो रही है ,,पप्पू बोला डार्लिंग अब तुम्हे मजा आयेगा फिर वो मुझे बोला राजू आराम आराम से कर और अपने फिर पहले वाले पोजीसन में माहिरा के निप्पल को चूसने लगा उसके निप्पल को चूसते ही महिरा रंग में आने लगी और अपनी चूतड हिलाने की कोशिश करने लगी पर मेरे उपर होने की वजह से वो हिल नही पा रही थी , मैने पप्पू को एक नजर देखा और मुंडी नीचे कर के ढेर सारा थूक निकाल के उसके चूत पे लगाया और फिर एक जोरदार धक्का मारा इस बार मेरा 3 इंच लन्ड और उसकी चूत में समा गया उधर पप्पू उसके मुंह पे हाथ रख कर दबाए हुए था , और माही की आवाज नहीं निकल पा रही थी , मानो की वो एक दम से निढाल होगई मुझे तो ऐसा लग रहा था की अभी जान दे देगी,, लेकिन मेरे अंदर जैसे कोई सैतांन परवेस कर गया हो मुझे
उसपर कोई दया नही अरही थी
पप्पू,, बोला जान बस ये अखरी था अब तुम्हारी बारी है मजे लेने की,, जब तुम्हे मजा आयेगा तभी हमे भी मजा आयेगा,
फिर महिरा सिसकते हुए बोली की जो दर्द मै सहे रही हु वैसा दर्द राजू जी आपको भी हुआ है क्या ,, मैंने बोला दर्द तो हुआ है , लेकीन तेरे इतना नही थोड़ा सा हुआ है , फिर पप्पू उसके honto को चूमते हुए उसके पसीने को पोछने लगा कियोकी वो इतना पसीने में डुबी हुई थी, इधर मेरे तरफ अभी भी खून निकल के टपक रहा था मैं अब धीरे धीरे हिला तो माहिरा के मुंह से उई मां निकल पड़ी, मैने बोला क्या हुआ मैने कुछ नही किया है वो बोली हा लेकिन हिलने से भी थोड़ा सा दर्द हुआ
पप्पू,,बोला रानी बस थोड़ा सा और उसके बाद तुम जन्नत के मजे लो ,
महिरा, बोली अभी तक तो जहन्नम के ही मजे मिले है देखते है तुम कितने सच्चे हो,
पप्पू ,,बोला रानी जो होना था हो चुका अब तुम्हे ये दर्द कभी नही सहेना पड़े गा, ये दर्द हर लड़की को एक बार झेलना पड़ता है ।जब लड़कियों की चूत की सील टूट ती है तभी ये दर्द होता है , हा ये बात और है की तुम्हे ज्यादा दर्द हुआ क्यो की जिस लन्ड से तुम्हारा उद्घाटन समारोह हुआ है वो कोई आम लन्ड नही है एक दम गधे की साइज की है इस लन्ड से तो तुम्हारी मां के पसीने छूट जायेंगे , तुम तो अभी कली हो खैर जो होना था होगया इतना बोलते ही पप्पु उसके निप्पल को चूसते हुए मुझे बोला राजू अब अंदर डालने की कोसीस मत करना अब अंदर बाहर थोड़ी देर करो जब माहिरा इशारा करे तभी थोड़ा सा अन्दर घुसाने की प्रयास करना समझ गए ना,
मैने बोला,, हा गुरु जी समझ गया जैसे आपकी आज्ञा फिर मैने धीरे से उसकी टांगों को ढीला किया और लन्ड बहार करने लगा तो माहिरा के मुंह सिसकारी निकल पड़ी hss hmmm,, अब मैं अपने लन्ड को धीरे धीरे आगे पीछे करते हुए चुदाई करने लगा और पप्पू भी अब अपना लुंड उसके मुंह देके उसकी चूची को दबाते हुए मजे ले रहा था , अब माहिरा भी मस्ती में आने लगी और अपनी चूतड को उछालने लगी मैं समझ गया की अब ये मजे ले रही है, और मस्त होके चुदाई।
का आनंद ले रही थी अब उसके मुंह से आआह्ह,,, उह,, निकल रहा था मैने थोड़ा सा और दबाया, उई मां,,, आह
मैने पूछा कैसे लग रहा है तो वो बोलने की स्थिति में नहीं थी बस आंखे बंद करके मजे ले रही थी इस समय मेरा छे इंच लन्ड अंदर बाहर हो रहा था और माहिरा मस्ती में chudai का भरपूर आनंद ले रही थी मैने फिर थोड़ी kosis ki lekin मेरी कोशिश बेकार गई मुझे ऐसा लगने लगा की मेरा लन्ड कन्ही जाके टकरा रही थी, फिर मैं छे इंच से chudai karte हुए बोला अब बोल छीनाल मजा आराहा है बोली राजू जी करते रहो bahot मजा आ रहा है , थोड़ा और धक्के मारो जल्दी जल्दी , मुझे पता नही क्या हो रहा है ऐसे लग रहा जैसे मै पेसाब कर दूंगी ,
पप्पू,, को रहा नही गया बोला जान मुतास नही लगी है अब तुम अपनी चरम सुख के अंत में आगयी हो ,
इतना बोल ही रहा था की एक पानी का सैलाब माहिरा चूत से निकल कर मेरे पूरे लन्ड को गीला कर दिया और माहिरा अपना चूतड हिला हिला कर झड़ गई मैं अभी भी पेलना चालू रखा ,

मै अभी भी पेलना चालू रखा, उधर पप्पू भी उसे चूम चाट रहा था, अभी मेरा लन्ड 6 इंच से अंदर नही जा पा रहा था ,
माहिरा ,अब काफी रिलैक्स महेसुस करने लगी थी अब वो एक दम से टांगे। फैला के लेटी थी , इतने में पप्पू मेरे तरफ देख कर बोला राजू अभी तेरा होने वाला है की नही मैने राजू से बोला यार मेरा अभी तक 6इंच ही अंदर जरहा है,मुझे तो ऐसा लग रहा है की जैसे अंदर अब जगह ही नहीं जाने की ,पप्पू, बोला नही भाई ऐसी कोई बात नही है अंदर जगह का प्रोब्लम नही होता है, पप्पू ने महिरा से पूछा डार्लिंग कैसा लग रहा है , पप्पू बहुत मजा आया था तभी मैं खड़ी थी डार्लिंग जैसे तुम खड़ी हो वैसे ही राजू भी झड़े गा तब जाके उसका लन्ड शांत होगा, तुम्हे कन्हि दर्द वगैरा तो नही है ना,
नही दर्द तो नहीं है लेकिन झड़ने के बाद थोड़ा जलन हो रही है ,
उतना तो होगा ही क्यों की तुम्हारी चूत सुख गई है ना अब एक काम करो पोजीसन चेंज कर लो,
राजू रुक जा भाई नही तो इसकी चूत फटने तक भी तू नही झड़ेगा,
इतना सुनते ही राजू अपना विशाल काय लन्ड बाहर निकाल कर पीछे हटा तो माहिरा उठ कर बैठने लगी तो वोह उठ नही
पा रही थी ,
फिर पप्पु ने उसे सहारा देकर बैठने में मदद की , जब माहिरा बैठ कर अपनी चूत को और राजू के लन्ड को देखी तो हैरान
होगई ,बोली बाप ,रे क्या होगया है इतना खून कहा से निकला ।पप्पू बोला, तुम्हारी चूत ने ही खून की उलटी की है ,
माहिरा बोली की इतना खून कैसे आया फिर पप्पू उसे समझाते हुए ,
मेरी रानी पहेली बार आता है खून हर लड़की को अब तुम कभी भी chudai करेगी तो खून नहीं गिरेगा ,
और तूने लिया भी तो कितना बड़ा मेरे लन्ड से लगभग दोगुना मोटा है , अब एक काम करो तुम घुटनों के बल दोनो हाथ जमीन पे रख कर घोड़ी बन जाओ ,
माहिरा , वैसे ही की जैसे पप्पू ने उसे बोला और मैं खड़े होकर माहिरा के ही सलवार में अपना लन्ड साफ कर रहा था फिर पप्पू उसे घोड़ी बना कर अपने लन्ड पे थोड़ा थूक लगाया और उसकी चूत के ऊपर भी थूक लगाया फिर पप्पू घुटनों के बल बैठ के लन्ड उसके चूत में सटा ते हुए धक्का मारा तो माहिरा उई मां आह,,, करके बोल उठी अब पप्पू का पूरा 6इंच का और दो इंच मोटा लन्ड माहिरा के चूत के अंदर जचुका था। और माहिरा भी घोड़ी बने ही आह उह कर रही थी पप्पू ने मुझे बोला ,
राजू तू उसके मुंह में लन्ड देके चूसा जब तक मै इसे चोदता हू
फिर मैं भी घुटनों के बल बैठ गया और उसके में लन्ड देते हुए बोला ,माहिरा मजा अरहा है ना वोह ha me सर हिला के जवाब दी उधर पप्पू बड़ बड़ कर रहा था साली अभी तक कहां थी इतनी मस्त चूत लेकर आ मजा आगया कितनी टाईट चूत है यार ऐसी चूत मैने आज तक नही चोदी क्या कमाल की चूत है ,
इधर माही भी अब वापस मस्ती में आचुकी थी और kosis कर रही थी की पूरा का पूरा लन्ड अपने मुंह ले ले लेकिन ये पॉसिबल नही था,
उधर पप्पू के चुदाई करने से पूरे मे पढ़ पढ़ की आवाज गूंज रही थी, सारा बड़ा माहिर चुड़ककड़ था पप्पू
पूरे स्पीड से chudai कर रहा था वो और माहिरा भी मस्ती में उह उह की सदाये बुलंद कर रही थी करीब 15 मिनट के विशाल chudai ke baad माहिरा झड़ने लगी माहिरा दोनो हाथो से मेरी कमर को पकड़ कर लन्ड को मुंह में चूसते हुए झड़ने लगी ,
उसके झड़ने के बाद ही पप्पू भी उसकी चूत में ही उल्टी कर दिया अब पप्पू एक दम से झड़ने के बाद लन्ड बाहर निकाल लिया और माही को सीधा खड़ा करके खुद बैठ गया ।,
माहिरा के खड़े होते ही ही उसकी चूत से पप्पु का सफेद पानी नीचे उसकी जांघो पे आने लगा ,
और पप्पु उसकी सलवार उठा के सब साफ किया माहिरा से खड़े होना भी गवारा नहीं था ,
माहिरा , बोली की कमर के नीचे bahot dard ho raha है
मैने कहा एक काम कर नीचे बैठ जा फिर वो नीचे बैठ gayee,,
पप्पू का लन्ड अब एकदम से छोटा हो गया था और वो मेरी तरफ देखते हुए बोला भाई मेरा तो आज का कोटा पूरा होगया ,
मैने कहा साले तेरा तो होगया लेकिन मेरा अभी नहीं हुआ है
और ये भी दो बार मजे ले चुकी है
फिर माहिरा हस्ते हुए बोली की इस में हमारी क्या गलती है
तुम्हार लन्ड इतना बड़ा है की जब जाने में ही इतनी मेहनत करनी पड़ी की मेरी जान निकल गई ,
पप्पु को देखो कितने आसानी से निपट गया ,
मैने कहा की वोह तो मेरी ही मेहरबानी है कि उसे मेहनत नही करनी पड़ी
पप्पू भाई तुम इसकी चूत चाट कर इसका मुड़ बनाओ भाई नही तो मेरा गजब तुम दोनो देखोगे
पप्पू बोला जैसे हुकुम हो सरकार माहिरा लेट जाओ मेरी रानी मै तुम्हारा मूड बना देता हु
और माहिरा वापस पीठ के बल से लेट गई और राजू उसकी चूत चाटने लगा जैसे ही उसकी चूत पर जुबान फिराने लगा वैसे ही माहिरा की आंखे बंद होने लगी
माही बोली यार पप्पू पता नही क्या है तेरे जुबान में मदहोश कर दिया तूने मजा आगया हा जानू जीभ अंदर डालके चोदो मेरी चूत को अपनी जुबान से जानू बहुत ही कामुक अंदाज में माहिरा बोल रही थी ,
आह मेरे राजा घुसा दो पूरी जुबान चोद दो मुझे अपने मुंह से
मैने पप्पू को बोला अब रहें दे,
मै भी अपने लन्ड पे थूक से गीला कर चुका था पप्पू के हटने से माहिरा आंखे बंद करके ही बड़ बड़ते हुए बोली क्यों रुक गए मेरे राजा चाटो ना बहुत मजा araha था,
मैने अपना लन्ड जैसे ही उसके चूत पे रखा वोह अपनी आंखे खोलते हुए बोली कितना गरम लन्ड है जैसे कोई गर्म लोहे का रोड रख दिया हो
पप्पू भी उसकी चूमते हुए उसकी चूची को चूस ने लगा अब माहिरा मस्ती में बोली राजू जी फाड़ दो मेरी चूत को पेल दो अपना लन्ड मेरी चूत में भर दो पूरा मेरी चूत को
इतना मदहोश हो चुकी थी जिसका मुझे अनुमान भी नही था
उसकी चूत भी एक दम रसीली हो चुकी थी
देर करना अब मुनासिब नहीं समझा मैने और अपना लन्ड धीरे धीरे अंदर दबाते हुए पेलने लगा,,
अब माही की सास रुकने लगी बोली आह ,,,,राजा कितना
टाईट है अभी भी पेलो राजा डालो अंदर तक aaaahh मै मर जाऊंगी आह,,,, आह
मैने अब अपना पूरा छे इंच तक अन्दर डाल चुका था
फिर मैं अब आगे पीछे करने लगा उसकी चूत अब एक रसीली हो चुकी थी जिसके कारण लन्ड को आने जाने में बाहोत ही मजा आने लगा था
मेहनत तो bahot lag rahi thi uski chut ki dono दीवारों को फाड़ते हुए अंदर बाहर हो रहा था अब मैं ने थोड़ा सा जोर लगा के एक धक्का दिया जिसके वजह से माहिरा कराह उठी और मेरा लन्ड अब 7 इंच अंदर चले गया
मै पेलते पेलते थक चुका था लेकिन मेरे जॉस की वजह से मै chudai कर पा रहा था।
मैने माही से पूछा की एक और धक्का मारू तो सायेद पूरा लन्ड अंदर चला जाए
माहिरा बोली राजू जी मजा तो bahot araha है जो करना हो करो चाहो तो फ़ाड़ दो मेरी प्यारी चूत को लेकिन बिना मुझे झड़े रुकना नही,,
मुझे उसके बातो से लगा की वो झड़ने वाली है फिर मैने एक धक्का और मारा इस बार मैं अपने मंज़िल तक पहुंच गया और मेरा पूरा लन्ड समा गया उसकी चूत में माहिरा बोली
राजू जी मेरी चूत को फ़ाड़ दिए isbar बहुत मीठा
दर्द हुआ है करो अब ,, चोद दो मुझे
ऐसा लग रहा है की मेरे पेट तक आपका लन्ड चले जा रहा
मुझे wanha तक महेसुस हो रहा है लेकिन रुकना मत ,
अब मेरी चोद ने की आवाज़ गुजने लगी टप टप टप की आवाज़ आने लगीं और मेरे राजा चोदो मुझे जोर से पेलो
आह। आह,,, उह,,,आह,, मैं गई,,,,,आह,, करते हुए माही झड़ गई ओर मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी tap ठप ठप की आवाज से पप्पू का भी लन्ड खड़ा होने लगा
और मैं भी अब अपनी चरम सीमा तक पहुंच ही गया एका एक मेरे लन्ड ने पिचकारी निकलने लगी जिस से माहिरा की पूरी चूत भर गई थोड़ी देर मैं उसके ऊपर ही निढाल होके पड़ा रहा अब मेरा लन्ड छोटा होके उसके चूत से बाहर आगया मुझे पप्पू ने उठने को बोला बेटा जल्दी करो नही तो वोह लोग आगये तो गड़ बड़ हो जायेगी,,
इतना सुनते ही मैं उठ गया और अपना लन्ड बाहर निकाल लिया इस बार भी उसके चूत से खून निकल गया था जो मेरे लन्ड पे लगा हुआ था ,
मैने अपना sort और t shirt pahen ke रेडी होगया
ओर पप्पू भी फटा फट अपने कपड़े पहन कर तैयार होगया
माहिरा अभी भी जमीन पे बिना कपड़े के ही पड़ी थी पप्पू ने बोला उठ जल्दी कपड़े पहन नही तो तेरी मां और बहन आते ही होंगे उनकी भी लीला खतम हो गई होगी ,,
माहिरा क्राहते हुए बोली पप्पू मेरे अंदर जरा भी हिम्मत नही है उठने की मेरे बदन में ऐसा दर्द उठ रहा की मत पूछो और चूत में bahot jalan ho rahi hai kamar ke neeche ka हिस्सा मेरा एक दम से हिलाया भी नही जा रहा ,
अच्छा एक काम कर राजू इसको पकड़ के बिठा मै इसके कपड़े पहनता हूं ,,
मैने माहिरा के दोनो कंधे के नीचे अपना हाथ डालके उठाया
फिर पप्पु ने उसकी कमीज़ उठाई जिसमे खून लगा हुआ था
असल में माहिरा के ही कपड़े उसके कमर के नीचे वाले हिस्से में था ,,
कैसा भी करके कमीज हमने पहेना दी फिर माहिरा को लिटा कर जब उसकी सलवार को पप्पू ने देखा तो देखते ही रहे गया पूरा सलवार उसकी खून से सनी थी लेकिन खून सुख चुका था
हमने उसे लिटाके उसकी सलवार भी पहिना दी
अब उसे खड़ा करके उसको सहारा देके चलाने की kosis karne lage leki wo chal नही पा रही थी
Too be continued
Mere pyare readers bhai aap logo se जान ना चहेता hu ki माहिरा के साथ जो कुछ भी हुआ इसके बारे में उसकी मां और मेरे पापा और रज्जो को मालूम पड़ना ही है मुझे ये बताए की किसने किया ये क्या बता दू की छुपा lu
Mujhe thoda is bare me सहयोग करें
Kamuk update bhai jabarjast sandar lajvab amazing Superb

Akhir kar mahira ki faad hi di hero ne apne anaconda se Vahi Pappu ne bhi maze le liye...

In dosto ke bare me yadi pta Chal gya to fir uska baap aur bhi chauda hokr chalega ki uska beta bhi unki tarah hai or ho sakta hai apni Bibi ko bhi bta de vo...
Isliye naam nhi aana chahiye Bich me...
 

shahil3

Mere pyare dosto
58
224
34
UPdate 07
मेरे प्यारे दोस्तो कहानी को आगे बढ़ाते है।
माहिरा ठीक से चल नही। सकती थी। हम दोनो ने उसे दोनो
तरफ से पकड़ कर धीरे धीरे बाहर तक ले आए ।
जब हम उसके गेंहू के खेत के मेढ़ पर पहुंचे तो वाही पर
बिठा दिए।
माहिरा के अंदर बैठने की ताकत भी नही बची थी उसके शरीर के अंदर की पीड़ा काफी तकलीफ दे थी ।
उसकी हालत देख कर मुझे ऐसा लग रहा था। मैने पप्पू से कहा। भाई देख इन लोगों के पास पानी हो तो ले आ
माहिरा बोली। मसीन के पास खाने के झोले में पानी की
बोतल होगी।
पप्पू झट से उठा और मासीन के पास जाके बोतल ले आया
मैने माहिरा को बोतल से पानी पिलाया,, जब पानी पिचुकी।
तो माहिरा को काफी अच्छा फील होने लगा ।
माहिरा बोली की मां और आपके पापा आयेंगे मुझे इस हाल में देख कर मुझ सवाल करेंगे तो उन्हें मै क्या जवाब दूंगी।
मेरा कपड़ा देखो किस हाल में है ।
मै बताता हूं। तुम्हे क्या बोलना है । अपनी मां से कहेना की ये जो मेरी हालत आप देख रही हैं। ये सिर्फ और सिर्फ आपके
गुनाहों की सजा है। जो गुनाह कर आप रही है।पर सजा आपके बच्चो को मिलनी है ।
जिसकी सुरवात आज मुझसे हुई है। आज जो पीड़ा और दर्द
मैंने कहा है।
वह आने वाले दिनों में आपके सभी बच्चों को सहेना पड़ेगा
इतना कहकर उनकी करतुतौ को बता देना जो तूने अपनी
आंखों से देखी है।
और हम दोनों का नाम बिल्कुल भी नहीं आना चाहिए,
समझ गई तुम,,,
हमारा नाम नही आना चाहिए
नही बोलूंगी,, लेकीन मेरे साथ ये सब किसने किया मैं कैसे बताऊंगी,,
तुम उन्हें बोल देना की वोह दो लोग थे और चेहरा ढके हुए थे मै उन्हें पहचान नहीं पाई।
अब हम जा रहे है। और हां अगर तुम्हे कुछ पूछना रहेगा तो पप्पू से बात कर लेना । ठीक है ,,
हा ठीक है , राजू जी
अब माहिरा वही मेढ़ पर लेटी रही और कराहती रही हम दोनो खेतो के रास्ते से घर की तरफ आगए।
मै अपने घर के पास पहोंचने के बाद पप्पू से बोला की अब ठीक है मैं जाऊं अपने घर ।
हा भाई ठीक ही है चलो अब दिन भी ढलने लगा है।
और मैं अपने घर आगया और पप्पू गांव में चले गया।
उधर खेत में क्या होरहा है माहिरा के जुबानी
मै लेट के मां के आने का इंतजार कर रही थी की करीब 15
मिनट के बाद मुझे रज्जो आते हुए दिखी ।
वोह मस्त मचलते हुए अरही थी । जब वो मेरे करीब आकर मेरी हालत देखी तो घबरा गई।।
पूछी की ये सब क्या है। और कौन किया तेरे साथ
में कुछ बोली नहीं बस रोने लगी ,,
और वो वापस भागते हुए जाने लगी थोड़ी दूर जाते ही उसे मां और अंकल आते हुए दिखें वो हाफते हुए बोली
मां वो माहिरा को किसी ने ,,,, रुकते
रेशमा,,, क्या किसी ने बोल क्या हुआ माहिरा को
रज्जो,, चलके देखें मै नही बता सकती फिर वो लोग जल्दी जल्दी मेरे पास आए और मुझे रोते हुए देख कर और मेरी हालत गंभीर देखा तो वो बहुत परेशान हुई मुझ से पूछा,,किसने किया तेरे साथ ये किसकी इतनी जुर्रत है जो मेरी बेटी की ये हाल किया बता कौन था वो
मैने रोने के इलावा एक शब्द भी नहीं बोल पा रही थी
फिर, अंकल ने कहा रज्जो पहले इसको घर ले चलो अभी इसकी हालत ठीक नहीं है ,
पहले ये शांत हिजाए ये बहुत तकलीफ में है अभी इसे और परेशान मत करो ,
देखो जरा उसकी हालत रोने के इलावा ओह कुछ कह नहीं पा रही रज्जो चलो, उठाओ इसे
रेशमा और रज्जो ने उसे उठाने लगी ,
लेकिन बड़ी मेहनत के बाद मैं खड़ी हो सकी मुझे कमर के नीचे जो पीड़ा हो रही थी मैं बता नहीं सकती थी मैं अपने पैर हिला भी नही पा रही थी ,
फिर मेरी मां ने मेरी खून के धब्बों को छुपाने के लिए खेत से गीली मिट्टी निकली और मेरे कपड़ों पे लगा दी,
लेकीन मै चल नही सक्ति थी ।फिर रज्जो ने मुझे कंधे पर बिठाया और हम घर की तरफ आने लगे मै अभी भी रोरही थी। हम लोग आगे चले गए।अंकल हमारे साथ में नही आए थे । वोह वही से खेतो के रास्ते से दूसरी तरफ चले गए थे।
अभी हम गांव में पहुंचे ही थे की मेरे पेट में भी दर्द चालू हो गया।
मां बोली रज्जो जल्दी चल घरपे और रज्जो थोड़ा तेज कदमों से चलने लगी थोड़ी देर बाद हम घर पहुंच गए अंकल हम लोगो से पहले ही घरमें बैठे थे
रज्जो मुझे सीधा कमरे में ले गई और बिस्तर पे लिटा के पानी लेने चली गई
To be continued
 

shahil3

Mere pyare dosto
58
224
34
Mere sabhi dosto se anurodh hai ki kahani me ek galti ho gayee hai use sab log galti samajh ke sudhar Lena khet me maine reshma ki badi ladki ka jikr kiya tha kahani jiska naam सालू है लेकिन कहानी में रज्जो का नाम लिखा है मैने जबकि खेत में रज्जो नही सालू थी
 

Abhi32

Well-Known Member
8,023
12,408
188
Nice update bro maja aa gaya
 
  • Like
Reactions: Xabhi and shahil3

shahil3

Mere pyare dosto
58
224
34
Update 07
Continue
सालू मुझे बिस्तर पे लिटा कर पानी लेने चली गईं,, इतने में मेरी बाकी सभी बहने आगई मेरे पास ,,रज्जो, सायरा,और दोनो छोटी बहने,डाली,
और बेबी,
ओ सब बोल तो कुछ नही रही थी बस मेरी तरफ देखे जा रही थी । उनमें से रज्जो , जो सिर्फ घर के ही काम करती थी ।
वो मेरे सर के पास बैठ कर मेरे आंसुओ को पोंछ रही थी
और बोल रही थी किन हरामियो ने किया है ये सब तेरे साथ
मुझे कुछ नही पता है आपा मै इतना बोल कर चुप हो गई
मेरी मां आते ही सबको बाहर जाने को बोली और सब चले
गए सिर्फ मां और सालू कमरे में थी ।
मेरी मां ने सालू से कहा बेटी इसके कपड़े निकालने पड़ेंगे
फिर सालू ने मुझे कंधे से पकड़ कर बिठा दी मेरी मां मेरे कपड़े निकाल ने लगी और क्या था सिर्फ कमीज ही पहन रखी थी मैं
कमीज़ उतार कर फेंक दी अब मैं उपर से पूरी नंगी थी मेरे ऊपरी हिस्से में खरोच भी नही थे ।
मां ने मुझे ऐसे ही लिटाने को बोली सालू को सालू ने मुझे कंधे से पकड़ कर लिटा दी अब मां ने मेरी सलवार की नाडी खोल कर नीचे करके निकाल दी अब मैं बिल्कुल जन्म जात नंगी थी।फिर मां ने मेरी चूत को हाथ लगाई तो जैसे मेरी जान निकल जाएगी। मै सिहर उठी और बोली की मत छू उधर बहुत दर्द होता है मां ने ऐसे ही मुआयना की तो बोली की सिर्फ उन लोगो ने इसकी चूत ही मारे है एक दम से सूज गई है। मां ने कहा की गरम पानी लेके आ जल्दी। और सालू पानी लेने चली गई। थोड़ी देर बाद पानी लेके आगयी
मां ने साफ कपड़ा लेके मेरी जांघों को और चूत को सेकने लगी
सेकते हुए मुझ से पूछने लगी कि वे कौन लोग थे।
मैने कहां मां मुझे नही पता वो कौन लोग थे उनके चेहरे छुपे हुए थे
मै उन्हें पहचान नहीं पाई लेकिन ये सब तेरे कर्मो की सजा है जो आज मुझे मिली है ।
क्या मतलब तेरा तू क्या बोल रही है हा मां मैं सच बोल रही हूं। सालू भी वही खड़ी थी कमरे में ।
फिर मैं ने कहा की वोह जो भी थे मुझ से जबरदस्ती बिल्कुल भी नही की है मुझे पहले वो लोग तेरे बारे में बताए लेकिन मुझे विश्वास नहीं हुआ फिर वो लोग मुझे वहां ले गए जहां तुम तीनो थे मैने सब कुछ अपनी आंखो से देखा ।
ओर वो सब बाते बताई जो राजू जी ने मुझे बोलने बोला था।
मेरी मां सारी बाते सुन लेने के बाद बोली बेटी वो हम लोगो से
गलती हो गई । लेकिन ऐसा नहीं है हमारे गुनाहों की सजा तुझे क्यो मिलेगी।
मैने जब तेरी शरीर देखी तो मुझे भी लगा की तेरे साथ जबरदस्ती नहीं किए है वो लोग । क्यों कि तेरे ऊपरी हिस्से पे जरा भी खरोच नही है । और तेरी चूत पे भी कोई जबर दस्ती वाली निसान नही है । लेकीन तेरे चूत की ये हालत कैसे हो गई । ऐसा नहीं होता है । हा पहली बार चुदाने से थोड़ा दर्द होता है । हम लोगो ने भी की है पहेली बार थोड़ा सा खून आता है हल्का सा दर्द होता है बस ।
मुझे ये समझ में नहीं अरहा की तेरी चूत में इतनी सूजन कैसे हुआ ।
मां उसका लन्ड बहुत बड़ा था। मैने अंकल की भी लन्ड देखी थी ।जब तुम दोनो चूस रही थी । लेकिन उसका लन्ड अंकल के लन्ड से दो गुना मोटा था और करीब 8इंच लम्बी थी मां
ओह क्या बात करती है।
ये सुनके मेरी मां और सालू के मुंह से लार टपक रहे थे।
मां,, फिर तू chudai करने को क्यो राजी हुई माना कर देती थी उनको।
मैने माना किया था लेकिन वोह लोग बोले की बड़ा है तो ज्यादा मजा मिलेगा तुझे मैं उन लोगो के बातो में आगयी थी।
दूसरे वाले का बड़ा नही था । उसका तो अंकल के जितना ही था वो तो आराम से निपट गया था । लेकिन वो बड़े वाले का झेलना आसान नहीं था मां लेकिन उस समय मजा भी बहुत
आया था मै दो बार झड़ गई थी । मोटे वाले से मां
लेकीन ये दर्द भी उसी की वजह से है । दूसरा वाला तो आराम से कर लिया था ।
मेरी बाते सुनकर मेरी मां और सालू अपनी चूत को मसल रही थी।
वोह दोनो आपस में खुसुर पुसुर करने लगी ।
मेरा ध्यान उनके ही तरफ थी वो सालू बोली कास ऐसा लन्ड हमको मिलजाता तो मजा अजाता।
मां ने मेरी सिकाई करके उपर से चादर डालके बोली की अब तू आराम कर । एक घंटे के बाद फिर एक बार कर देंगे सिकाई। उसके बाद खाना ख़ाके सो जाना ।
अब
राजू की जुबानी
मेरे घर्मे सब नॉर्मल था मै आया तो मां ने मुझ से पुछा किधर गया था तू। मैने बोला की मां मैं कहां गया था खेत में ही तो था । मां बोली ठीक हैं बेटा चल अभी हाथ मुंह धोले मै
नल पे जाके हाथ मुंह धोकर वापस दादा जी पास चला गया और थोड़ी देर उनके हाथ पैर दबा के खेत के बारे में बात किए और फिर खाना वगैरा खाने के सब सोने चले गए ।
दो तीन दिन मैं अपने खेतो में पानी खाद दवा मारके खेती के सारे काम निपटा चुका था ।



आप सभी दोस्तो से अनुरोध है की मेरी कहानी के बारे में बताए मुझे और कहानी कैसी लग रही है ये भी लिखे
 

VAJRADHIKARI

Hello dosto
1,454
17,286
144
Update 07
Continue
सालू मुझे बिस्तर पे लिटा कर पानी लेने चली गईं,, इतने में मेरी बाकी सभी बहने आगई मेरे पास ,,रज्जो, सायरा,और दोनो छोटी बहने,डाली,
और बेबी,
ओ सब बोल तो कुछ नही रही थी बस मेरी तरफ देखे जा रही थी । उनमें से रज्जो , जो सिर्फ घर के ही काम करती थी ।
वो मेरे सर के पास बैठ कर मेरे आंसुओ को पोंछ रही थी
और बोल रही थी किन हरामियो ने किया है ये सब तेरे साथ
मुझे कुछ नही पता है आपा मै इतना बोल कर चुप हो गई
मेरी मां आते ही सबको बाहर जाने को बोली और सब चले
गए सिर्फ मां और सालू कमरे में थी ।
मेरी मां ने सालू से कहा बेटी इसके कपड़े निकालने पड़ेंगे
फिर सालू ने मुझे कंधे से पकड़ कर बिठा दी मेरी मां मेरे कपड़े निकाल ने लगी और क्या था सिर्फ कमीज ही पहन रखी थी मैं
कमीज़ उतार कर फेंक दी अब मैं उपर से पूरी नंगी थी मेरे ऊपरी हिस्से में खरोच भी नही थे ।
मां ने मुझे ऐसे ही लिटाने को बोली सालू को सालू ने मुझे कंधे से पकड़ कर लिटा दी अब मां ने मेरी सलवार की नाडी खोल कर नीचे करके निकाल दी अब मैं बिल्कुल जन्म जात नंगी थी।फिर मां ने मेरी चूत को हाथ लगाई तो जैसे मेरी जान निकल जाएगी। मै सिहर उठी और बोली की मत छू उधर बहुत दर्द होता है मां ने ऐसे ही मुआयना की तो बोली की सिर्फ उन लोगो ने इसकी चूत ही मारे है एक दम से सूज गई है। मां ने कहा की गरम पानी लेके आ जल्दी। और सालू पानी लेने चली गई। थोड़ी देर बाद पानी लेके आगयी
मां ने साफ कपड़ा लेके मेरी जांघों को और चूत को सेकने लगी
सेकते हुए मुझ से पूछने लगी कि वे कौन लोग थे।
मैने कहां मां मुझे नही पता वो कौन लोग थे उनके चेहरे छुपे हुए थे
मै उन्हें पहचान नहीं पाई लेकिन ये सब तेरे कर्मो की सजा है जो आज मुझे मिली है ।
क्या मतलब तेरा तू क्या बोल रही है हा मां मैं सच बोल रही हूं। सालू भी वही खड़ी थी कमरे में ।
फिर मैं ने कहा की वोह जो भी थे मुझ से जबरदस्ती बिल्कुल भी नही की है मुझे पहले वो लोग तेरे बारे में बताए लेकिन मुझे विश्वास नहीं हुआ फिर वो लोग मुझे वहां ले गए जहां तुम तीनो थे मैने सब कुछ अपनी आंखो से देखा ।
ओर वो सब बाते बताई जो राजू जी ने मुझे बोलने बोला था।
मेरी मां सारी बाते सुन लेने के बाद बोली बेटी वो हम लोगो से
गलती हो गई । लेकिन ऐसा नहीं है हमारे गुनाहों की सजा तुझे क्यो मिलेगी।
मैने जब तेरी शरीर देखी तो मुझे भी लगा की तेरे साथ जबरदस्ती नहीं किए है वो लोग । क्यों कि तेरे ऊपरी हिस्से पे जरा भी खरोच नही है । और तेरी चूत पे भी कोई जबर दस्ती वाली निसान नही है । लेकीन तेरे चूत की ये हालत कैसे हो गई । ऐसा नहीं होता है । हा पहली बार चुदाने से थोड़ा दर्द होता है । हम लोगो ने भी की है पहेली बार थोड़ा सा खून आता है हल्का सा दर्द होता है बस ।
मुझे ये समझ में नहीं अरहा की तेरी चूत में इतनी सूजन कैसे हुआ ।
मां उसका लन्ड बहुत बड़ा था। मैने अंकल की भी लन्ड देखी थी ।जब तुम दोनो चूस रही थी । लेकिन उसका लन्ड अंकल के लन्ड से दो गुना मोटा था और करीब 8इंच लम्बी थी मां
ओह क्या बात करती है।
ये सुनके मेरी मां और सालू के मुंह से लार टपक रहे थे।
मां,, फिर तू chudai करने को क्यो राजी हुई माना कर देती थी उनको।
मैने माना किया था लेकिन वोह लोग बोले की बड़ा है तो ज्यादा मजा मिलेगा तुझे मैं उन लोगो के बातो में आगयी थी।
दूसरे वाले का बड़ा नही था । उसका तो अंकल के जितना ही था वो तो आराम से निपट गया था । लेकिन वो बड़े वाले का झेलना आसान नहीं था मां लेकिन उस समय मजा भी बहुत
आया था मै दो बार झड़ गई थी । मोटे वाले से मां
लेकीन ये दर्द भी उसी की वजह से है । दूसरा वाला तो आराम से कर लिया था ।
मेरी बाते सुनकर मेरी मां और सालू अपनी चूत को मसल रही थी।
वोह दोनो आपस में खुसुर पुसुर करने लगी ।
मेरा ध्यान उनके ही तरफ थी वो सालू बोली कास ऐसा लन्ड हमको मिलजाता तो मजा अजाता।
मां ने मेरी सिकाई करके उपर से चादर डालके बोली की अब तू आराम कर । एक घंटे के बाद फिर एक बार कर देंगे सिकाई। उसके बाद खाना ख़ाके सो जाना ।
अब
राजू की जुबानी
मेरे घर्मे सब नॉर्मल था मै आया तो मां ने मुझ से पुछा किधर गया था तू। मैने बोला की मां मैं कहां गया था खेत में ही तो था । मां बोली ठीक हैं बेटा चल अभी हाथ मुंह धोले मै
नल पे जाके हाथ मुंह धोकर वापस दादा जी पास चला गया और थोड़ी देर उनके हाथ पैर दबा के खेत के बारे में बात किए और फिर खाना वगैरा खाने के सब सोने चले गए ।
दो तीन दिन मैं अपने खेतो में पानी खाद दवा मारके खेती के सारे काम निपटा चुका था ।



आप सभी दोस्तो से अनुरोध है की मेरी कहानी के बारे में बताए मुझे और कहानी कैसी लग रही है ये भी लिखे
Superb story hai bro bas ek gujarish hai ki ise complete kare
 
  • Like
Reactions: Xabhi and shahil3

Shivraj Singh

Active Member
838
1,474
124
Arjun sahi bol rahe hai. Sari ladkiya striya sirf hero ki ho. Haa agar koi gair majhabi ho to unka scene bana do. Koi dikkat nahi.
 
Top