• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Romance Meri Life - kora kagaz

Status
Not open for further replies.

AK 24

Supreme
22,057
35,843
259
UPDATE -10

यू तो हमारे घर में 2 कार्स (रेनो की डस्टर और महिंद्रा की बोलरो) और 3 बाइक्स (पुल्सर 220, कत्म डूक 390 और बजाज प्लतीना) है लेकिन मेरी पहली पसंद है डूक……हो भी क्यों ना साला कान मरोदते ही जो स्पीड में भागती है…… मस्स्स्सालल्ल्लाहह….. नज़र ना लग जाए….
मैं ओर आनी बाइक पर कोचिंग के लिए….


अब आगे :-


निकल गये…..चूँकि हमें कोचिंग जाते 15-20 दिन हो गये थे सो हमारे कुछ फ्रेंड्स भी बन चुके थे, ओर खास कर आनी को एक बेस्ट फ़्रेंड मिल गयी थी……मीनू….

मीनू उर्फ मीनाक्षी एक बहुत ही चंचल स्वभाव की ओर खुले दिल की लड़की थी, उसका स्वभाव बहुत ही अच्छा था…..मीनू एक अनाथ लड़की थी ओर एक अनाथालाया में रहती थी…….वो अपने खुद के दम पर ही अपनी स्टडी और सारी ज़रूरते पूरी कर लेती थी……

क्लास में आनी, मीनू, डीपू और मैं चारों दोस्त फर्स्ट रॉ में बैठते थे, हमारा ग्रुप ज्यादा बड़ा नहीं था……फिर भी हमारा ग्रुप स्टडी में सबसे होशियार था…..काफी स्टूडेंट्स हमसे स्टडी रिलेटेड प्रॉब्लम्स पूछने भी आते थे….कुल मिला कर चारों तरफ बस स्टडी स्टडी……

पर हां स्टडी के साथ ही मेरा ध्यान धीरे धीरे आनी की तरफ भी बढ़ने लगा था, सुबह उसका मेरे घर आ कर उठना, फिर साथ कोचिंग जाना…क्लास में एक साथ बैठना शाम को एक साथ स्टडी करना…..कुल मिलकर हम दोनों को एक दूसरे की आदत सी हो गयी थी…..

यू ही एक दिन हम दोनों बाइक पर कोचिंग के लिए जा रहे थे…….आनी ने आज राजस्थानी लहंगा चुनी पहना था…..उसकी चुनी बार बार हवा से उड़ कर मेरे मुंह को ढके जा रही थी…..मुझे एक अजीब सा अहसास हो रहा था, चुकी मैं बाइक चला रहा था, सो मैं इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दिया…..पर फिर भी ना जाने मेरे दिल में एक हलचल सी मचने लगी थी सो मैंने बाइक को रास्ते में पड़ने वाले सेंट्रल पार्क के पास रोक दिया….

आनी: खुशाल हम यहां क्यों रुके है…..

मैं(बाइक स्टैंड पर लगते हुए) : अंदर चल सब बताता हूँ….

आनी: लेकिन क्लास…….. आनी इस से आगे कुछ बोलती उस से पहले ही मैंने उसकी बात काट दी.

मैं: एक दिन क्लास ड्रॉप कर देने से कोई पहाड़ नहीं टूट जाएगा…..

आनी: हम…… तुम खुशाल ही हो ना…..

मैं: अब चलो भी अंदर……

ओर मैं आनी का हाथ पकड़ कर उसे अंदर ले जाने लगा……

आनी: खुशाल क्या कर रहे हो, चोदो मेरा हाथ सब देख रहे है…..

ये सुन के मेरा मन तो नहीं हुआ लेकिन फिर भी मैंने आनी का हाथ चोर्र दिया और चल दिया अंदर की ओर…….अंदर मीनू हमारा पहले से ही वेट कर रही थी……सो मैं सीधा उसे डुनधते हुए चल पड़ा सेंट्रल पार्क के सेंटर में……… वही एक पेड़ के पास हमें मीनू बैठी हुई मिल गयी…

मैं: ही मीनू…….. आज इस वक्त हमें यहां क्यों बुलाया…..

मीनू: सब बताती हूँ, पहले यहां बैठो तो सही…..

मीनू के कहने पर मैं उसके पास ही उस पेड़ के नीचे बैठ गया……..तभी आनी डोदती हुई आई और मुझ पर बरस पड़ी……

आनी: वॉट थे हेल इस तीस, खुशाल ……तुम मुझे ऐसे वहां कैसे चोर्र के यहां आ सकते हो….. तुम्हें पता भी है मैं कितना डर गयी थी……

आनी की बात सुन कर मैं थोड़ा चौंक गया, शायद आनी कुछ ज्यादा ही ओवर रिएक्ट कर रही थी, क्योंकि मैं तो धीरे धीरे चल रहा था फिर भी पीछे रही गयी…..ओर चलो रही भी गयी तो इसमें कोसना डरने वाली बात थी…..पार्क की तो है ओर वो भी सुबह का टाइम…..हद है यार….ये गर्ल्स…….. भगवान भी ना समझ सके इन्हें……फिर मैं तो इंसान हूँ…..

मैं: अरे यार इतना ओवर रिएक्ट क्यों कर रही हो…….यहां कोनसा तुम्हें खा जाता जो तुम इतना…..

मेरा इतना कहना हुआ की आनी एक बार फिर मुझ पर बरस पड़ी…….ओर शायद इस बार उसकी आंखों में आँसू भी थे…….

आनी: हां तुम्हें तो ये सब ओवर रिएक्ट ही लगेगा ना…..तुम्हें मेरी चिंता कहा, एक मैं ही हूँ जो पूरे दिन तुझ जैसे मोटे के आगे पीछे घूमती रहती हूँ…….तुम्हें पता भी है….

मोटे……..हहेहेहहे….

आनी अपना गुस्सा जारी रखते हुए….

जब तुम आगे निकल आए थे तो वहां 3-4 मावल्ली मुझे छेड़ने लगे….और मुझे गंदी गंदी गलियाँ देने लगे…..पर तुम्हें इन सब से क्या……मैं चाहे मारू या जियु…..

आनी की बातें सुन कर मेरी आंखों में पानी भी आ रहा था, ओर गुस्सा भी……

मैं: यार प्लीज़ तू रोना बंद कर पहले ओर ये बता कोन थे वो सालों को अभी सबक सिखाता हूँ…..

ये कहते कहते मैंने अपनी पॉकेट से मेरा फोन निकाला और देव को कॉल लगाने लगा……तभी आनी वापस बोलने लगी….

आनी: रहने दे अब तेरे ये ऐक्टिंग करने से मुझ पर कोई एफेक्ट नहीं पड़ने वाला…..ओर वैसे भी मैंने उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया हैं…..

मैं: पुलिस…….

मैं कुछ ओर कहता इस से पहले ही मीनू माहौल को संभालने के लिए बीच में बोल पड़ी…..

मीनू: प्लीज़ तुम दोनों झगड़ा बंद करो और आनी प्लीज़ यहां बैठो और पूरी बात बताओ…..आख़िर हुआ क्या….

आनी चुप चाप आ कर मीनू के पास बैठ गयी ओर उसे पूरी बात बताने लगी……उसने एक बात बताते वक्त एक बार भी मेरी तरफ आँखें नहीं फेरी……ओर बस मीनू की तरफ ही मुंह कर के बोले जा रही थी….. यहां तक की मैंने बीच में एक बार कुछ बोलना भी चाहा लेकिन उसने मेरी बात को नज़र अंदाज कर दिया…….

ई आम शॉक्ड….मैं ये सब देख कर हैरान रही गया…..मना की मीनू आनी की सबसे अच्छी दोस्त थी…… लेकिन फिर भी आनी ने आज तक मेरे साथ ऐसा बिहेव नहीं किया था…….पहले भी हमारे बीच काफी बार झगड़े हुए है……लेकिन आज तो आज मुझे कुछ अलग सा फील हो रहा था…..ना जाने उसे क्या हो गया था…..

उसकी बताओ से भी कुछ अलग ही फील आ रही थी…. “मैं तुम्हारी लगती ही क्या हूँ” “मैं चाहे मारू या जियु,….
 

kamdev99008

FoX - Federation of Xossipians
8,656
35,044
219
So guys i am starting a new story jo thodi romantic hogi, ye story hogi ek ladke ki. jyada nhi bataunga abhi story padh ke hi maze le. Story jyada badi nhi hogi maximum 50 update tak jayegi.
Bas keep supporting daily update aate rahenge. But feedback to dena padega..
??
bhai ye story meine xossip par padhi thi...............lekin samajh nahin aa raha kiski thi............ajaykumar/prempyasa ya ...............
yessssssssssssss
hitesh.soni1 ki hai
Mera Jivan....... Kora Kagaz
 
  • Like
Reactions: AK 24

AK 24

Supreme
22,057
35,843
259
UPDATE -11


ई आम शॉक्ड….मैं ये सब देख कर हैरान रही गया…..मना की मीनू आनी की सबसे अच्छी दोस्त थी…… लेकिन फिर भी आनी ने आज तक मेरे साथ ऐसा बिहेव नहीं किया था…….पहले भी हमारे बीच काफी बार झगड़े हुए है……लेकिन आज तो आज मुझे कुछ अलग सा फील हो रहा था…..ना जाने उसे क्या हो गया था…..

उसकी बताओ से भी कुछ अलग ही फील आ रही थी…. “मैं तुम्हारी लगती ही क्या हूँ” “मैं चाहे मारू या जियु,….

अब आगे :-


तुम्हें इस से क्या”……..मैं इस ही कस्माकस में डूबा रहा….तभी मीनू ने मुझे पुकारा….

मीनू: अरे खुशाल कहा खो गये….

मैं(उदास चेहरे से) : हम…. कही नहीं….

मीनू: चल ठीक है…..हां तो ये सुनो की मैंने तुम दोनों को यहां क्यों बुलाया है……

मैं: हां यार ये तो बता…..ऐसी क्या बात थी जो तूने यू अचानक बुला लिया…..जिस वजह से मेरा और आनी का झगड़ा भी हो गया….

तभी आनी बीच में बोल पड़ी….

आनी: चुप कर मोटे ओर मीनू की बात सुन…..

आनी जब ये बात बोल रही थी, तो उसके चेहरे पर वो ही पुरानी वाली हँसी थी, जो की रोज़ सुबह उठते ही मुझे दिखाई देती थी……शायद उसे मेरा यू उदास रहना अच्छा नहीं लगा था…… खैर जो भी हो अब मेरा भी मूंड़ कुछ हद तक सही हो चला था, सो मैं मीनू की तरफ देखने लगा….

आनी(मीनू की तरफ देखते हुए) अब तुझे क्या हुआ, बोल क्यों बुलाया हमें….

मीनू: बताती हूँ….. पहले तुम दोनों ये बताओ, आज के दिन में क्या स्पेशल है…..

मैं: ( कुछ सोचने की ऐक्टिंग करते हुए) ह्म्‍म्म्म…. आज संडे तो नहीं है……मेरा बर्थडे भी नहीं है……ओर ना ही आज घर में कुछ स्पेशल बन ने वाला……

आनी: तू तो चुप ही रही मोटे…….पूरे दिन खाने के अलावा ओर कुछ दिखता भी है तुझे……कहा कहा के सांड सा हो गया…..हाथी कही का……

ह्म्‍म्म्म…… हीरो की इन्सल्ट……. हहहे…
यू तो आनी के मुंह से ये सब सुन ना मेरी रोज की कहानी थी, चाहे मैं खाने के बारे में बोलू या ना बोलू वो दिन में मुझे 2-3 बार तो ये सब सुना ही देती थी…..लेकिन आज पता नहीं क्यों लेकिन मुझे अपने आप पर शर्म सी आने लगी…..आए भी क्यों ना कहा कहा कर वाकई मैं सांड सा हो गया था, एक दम सूमो पहलवान की तरह…..
आज आनी की ये बातें मुझे सुई की तरह चुभने लगी….ओर मैंने पतले होने का दृढ़ संकल्प कर लिया.. .


मीनू: अरे यार खुशाल ये बार बार कहा खो जाता है तू….

आनी: (मुझे छेड़ते हुए) ओर कहा खोया होगा, सोच रहा होगा… आज पूरे दिन में क्या क्या खाना है…..

मैं(गुस्से में) हुउन्न्ं…..

आनी: ओह हो…… चल छोड़ , ओर हां मीनू मुझे तो नहीं पता चल रहा आज क्या खास है, तू ही बता दे……

मीनू : दोनों के दोनों भूलकाड़ है, अरे पागलों आज नीरू दी का बर्थडे है….

मीनू की बात सुन कर मुझे एक झटका सा लगा, क्योंकि जब से मैंने होश संभाला था, मैं कभी दी का बर्थडे नहीं भुला था…..मेरे लिए ये सबसे बड़ा दिन होता था, नॉर्मली मैं दी को रात को ही विश कर दिया करता था, ओर आज मैं…….

एक तो मैं अपने भूलने की आदत से परेशान था, वही दूसरी ओर मुझे ये भी समझ नहीं आ रहा था, की मीनू दी को कैसे जानती है, ओर उन्हें दी के बारे के बारे में कैसे पता चला…..मेरा उतरा हुआ सा चेहरा देख के मीनू फिर कहने लगी…

मीनू: कहा खो गया भाई,….

मैं: कही नहीं, लेकिन तू ये बता तू दी को कैसे जानती है और तुम्हें कैसे पता की आज दी का बर्थडे है….

आनी: हां यार ये तो मैंने भी नहीं सोचा……

मीनू: अरे मेरे भुलकड़ो…… वो क्या है की आज सुबह मैं जब जॉगिंग पर निकली थी, तो दी मुझे पार्क में मिली थी, वो पार्क के एक कोने में बैठी हुई रो रही थी……….
तभी मैंने मीनू की बात को बीच में कटा और कहने लगा….


मैं: हाईईईई….. दी रो रही थी, लेकिन क्यों, क्या किसी ने उनके साथ कुछ किया…..

मीनू: अरे नहीं यार…… आक्च्युयली उन्हें किसी की याद आ रही थी, जो उन्हें चोर्र कर चला गया…..

मैं: कोन चोर्र गया, नाम बता साले का……

मीनू बारे ही शरारती लहज़े में बोली…….. खुशाल …

मैं: (चोकते हुए) मैं दी को कब चोर्र गया….. यार जो भी है सीधे सीधे बोल…..

मीनू: मैं कुछ नहीं घुमा रही….. मुझे तो जैसा दी ने कहा वैसा ही बोल रही हूँ…..

मैं: प्लीज़ यार तू पूरी बात बता…..

मीनू: आक्च्युयली सुबह जब मैं पार्क पहुँची तो मैंने देखा एक लड़की जिसका चेहरा कुछ कुछ तुम से मिलता है, वो एक कोने में बैठी रो रही थी, मुझे लगा की कुछ गड़बड़ है, सो मैं पहुँच गयी वहां…… और….

आगे की कहानी मीनू की ज़बानी…..

जब मैं वहां पहुँची तो दी मुझे देख कर अपने आँसू पूछने लगी….

मैं: ही ई आम मीनू…..एवेरितिंग इस फाइन….

लड़की : हम…

मैं: यार गजब लड़की हो, बात नहीं करनी तो कम से कम ही ही बोल दो….

लड़की (खिजते हुए) ही, अब ठीक है….

मैं: हहे, बायें थे वे मैं तुम्हें कुछ पूछ सकती हूँ….

लड़की: नो…..और प्लीज़ जाओ यहां से मुझे किसी से कोई बात नहीं करनी….

मैं: हववव, इतना गुस्सा…… अब तो मैं शुरू हूँ,,, तुम खुशाल की बहन हो ना……

लड़की: कोन खुशाल , मैं किसी खुशाल को नहीं जानती…….
ये बोलते बोलते उस लड़की की आंखों में वापस आँसू आने लगे…..लेकिन मैं तो शुरू थी की वो खुशाल की बहन ही है, क्योंकि उसका फेस और उसका बिहेवियर दोनों खुशाल से मैच खा रहे थे।


मैं: देखो तुम्हें नहीं बताना तो मत बताओ लेकिन ई आम शुरू तुम हीतू की ही बहन हो…..

मेरी बात सुन इस बार वो लड़की गुस्से में आ गयी, और कहने लगी….

लड़की: हां हूँ मैं खुशाल की बहन, लेकिन तुम्हें इस से क्या मतलब…….पता नहीं कहा कहा से आ जाते है…. हुउन्न्ं….

मैं: अरे यार तुम गजब हो यार… चलो कोई नहीं, नहीं बताना तो मत बताओ…मैं खुशाल को कह देती हूँ, की तुम यहां बैठी रो रही हो……

मेरी बात सुन कर उसने गुस्से से मुझे देखा ओर मुझसे मेरा मोबाइल छीन लिया, ओर मुझे अपने रोने का कारण बताने लगी…….

दी: तुम्हें पता है, आज तक मैंने मेरा हर पल मेरे छोटे भाई खुशाल की लिए….
 

Chinturocky

Well-Known Member
4,397
12,810
158
Behtareen update,
Apni sabse pyari didi ka hi birthday bhul gaya very bad.??
Jaha tak patale hone ka sawal hai bhai her mota Insan her Teesare ya chahte din yahi baat sochata hai fir bhi mota hi rahta hai.???
 
  • Love
Reactions: AK 24

piyanuan

Active Member
1,318
806
128
:verysad: khusal dee ka birthday bhul gaya,par dee ro kyu rahi hain, khusal ki wajah se ya koi aur wajah hain ?
 
  • Love
Reactions: AK 24
Status
Not open for further replies.
Top