उसका सरापा मुझसे पूछो, चेहरा ही चेहरा पाँव से सर तक। -फिराक गोरखपुरी
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,321 उसका सरापा मुझसे पूछो, चेहरा ही चेहरा पाँव से सर तक। -फिराक गोरखपुरी Reactions: The Immortal
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,322 कब तक छुपाओगे रूखे-जेबां नकाब में, बर्के-जमाल रह नहीं सकती हिजाब में। Reactions: The Immortal
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,323 क्यों जल गया न ताब-ए-रूख-ए-यार देखकर, जलता हूँ अपनी ताकत-ए-दीदार देखकर। -मिर्जा गालिब Reactions: The Immortal
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,324 जब सूर्खिए-गुलशन का कभी जिक्र हुआ है, तेरे लबो-रूखसार की बात आ ही गई है। Reactions: The Immortal
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,325 जलवे की रोकथाम करेगा हिजाब क्या, दरिया के आगे आबे-रवाँ की बिसात क्या?
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,326 तुम मुखातिब भी हो, सामने भी हो, तुमको देखूँ कि तुमसे बात करूँ।
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,327 तुमने देखी है वो पेशानी वो रूखसार, वो होंठ, जिन्दगी जिनके तसव्वर में लुंटा दी मैंने। - फैज अहमद 'फैज'
तुमने देखी है वो पेशानी वो रूखसार, वो होंठ, जिन्दगी जिनके तसव्वर में लुंटा दी मैंने। - फैज अहमद 'फैज'
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,328 नकाब उनके चेहरे का सरका है शायद, बड़ी दूर तक बर्क लहरा नहीं है।
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,329 नकाबे-रूख उलटने तक तो मुझको होश था लेकिन, भरी महफिल मं उसके बाद क्या गुजरी खुदा जाने।
komaalrani Well-Known Member 22,168 57,646 259 May 25, 2020 #1,330 पूछा जो उनसे चाँद निकलता है किसत तरह, जुल्फों को रूख पै डालके झटका दिया कि यूँ।