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Non-Erotic Rudra Mhanyoda

Vk1989

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यह कहानी रुद्र नाम के एक लड़के के बारे में है जो 18 साल का है और वह एक ऐसी दुनिया में रहता है जहाँ जादू का उपयोग करके खुद को शक्तिशाली बनाना बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन रुद्र के अपने ही शिष्य ने लालच में आकर धोखे से रुद्र की हत्या कर दी, जब रुद्र की आँखें खुलीं खुद को एक 18 साल के लड़के के शरीर में पाया। अब रुद्र का एकमात्र लक्ष्य खुद को मजबूत बनाना था, चाहे इसके लिए उसे कितना भी कुछ करना पड़े? जानने के लिए पढ़ें |


CH 32 तीनों परिवार की मार्शल आर्ट.

Ch 33 - जख्मी रुद्र.


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111ramjain

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Ch 26 - कीड़े के समान

मास्टर महेश से थप्पड़ खाने के बाद विवेक शांत हो गया था जहां मास्टर महेश ने रुद्र से कहा 'लड़के तुम इतने भी ज्यादा बुरे नहीं हो अगर तुम हमारे मेहरा परिवार के साथ काम करने के लिए मान जाते हो तो हम तुम्हें छोड़ देंगे।"

महेश ने अपनी आंखों से रुद्र की काबिलियत देखी थी वह ऐसे ही किसी होनार लड़के को अपने हाथ से नहीं मारना चाहता था महेश, रूद्र को मेहरा परिवार का मार्शल आर्टिस्ट बनाने के बाद अपने नीचे लाना चाहता था जिससे वह उसके काम आ सके।

श्रेष्ठ का पद परिवार में सबसे ज्यादा ऊंचा होता है और सभी लोग श्रेष्ठ की इज्जत करते हैं महेश भी मेहरा परिवार का श्रेष्ठ था और वह किसी अरे गेरे परिवार का श्रेष्ठ नहीं बल्कि राजसी परिवार का श्रेष्ठ था जो राज परिवार के बाद सबसे ज्यादा ताकतवर परिवार में से एक आता था। ज परिवार का मुकाबला कोई भी नहीं कर सकता था और राज परिवार का मुखिया पूरे महाद्वीप का सम्राट था सभी राजसी परिवार के साथ-साथ राज परिवार पूरे महाद्वीप को भी कंट्रोल करता था हर परिवार की भी रैंक होती है जैसे सबसे कमजोर परिवार निचले स्तर की श्रेणी में आता है और उससे थोड़ा ज्यादा ताकतवर परिवार मध्य स्तर के श्रेणी में आता है ऐसे ही उच्च स्तर, राजसी परिवार और राज परिवार।

जिस परिवार के अंदर जितने ज्यादा ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट होते हैं वह परिवार उतना ही ज्यादा ताकतवर होता है इसलिए राजसी परिवार इतना ज्यादा ताकतवर है क्योंकि उनके परिवार में बहुत सारे ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट है जिन्हें श्रेष्ठ की उपाधि दी गई है।

इस वक्त रुद्र के सामने मेहरा परिवार का श्रेष्ठ खड़ा था जिसे देखते ही सभी लोग कांपते थे पर रूद्र को उससे बिल्कुल भी डर नहीं लग रहा था बल्कि वह उसके सामने बेफिक्र होकर खड़ा था और उसके चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट थी।

मास्टर महेश का प्रस्ताव बहुत अच्छा था राजसी परिवार के अंदर जाना हर मार्शल आर्टिस्ट का सपना होता है राजसी परिवार के अंदर जाकर वह अपनी ताकत को और भी ज्यादा बढ़ा सकता है नई-नई मार्शल आर्ट का अभ्यास कर सकता है।
पर मास्टर महेश को कहां पता था कि रूद्र पहले ही कौशिक परिवार जो कि मेहरा परिवार की तरह राजसी परिवार में से आता है उनका प्रस्ताव ठुकरा चुका है अगर मास्टर महेश को पता चल जाए कि कौशिक परिवार ने रूद्र को अपने परिवार में श्रेष्ठ का पद दिया था तो फिर उनके हैरानी की कोई सीमा नहीं होगी।

रुद्र में मास्टर महेश की आंखों में देखते हुए कहा "मास्टर महेश आपको क्या लगता है मैं आपको नहीं हरा पाऊंगा लगता है आपने मुझे कुछ कम आंक लिया।"

रुद्र की बात सुनकर मास्टर महेश के चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट आ जाती है कोई भी उन्हें देखकर बता सकता था उनके इरादे सही नहीं है महेश बोला "लगता है तू मेरी बात मानने के लिए तैयार नहीं है मैंने सोचा मुझे तेरे साथ अच्छे से बर्ताव करना चाहिए, पर तू इस लायक नहीं है कम से कम तुझे ये पता होना चाहिए यहां पर कौन ताकतवर है और कौन कमजोर।"

इतना कहने के बाद मास्टर महेश अपने हाथों से एनर्जी बाहर निकालते हैं और फिर देखते ही देखते वह एनर्जी बहुत सारी जंजीर का रूप ले लेती है जो उड़ते हुए उस जगह पर जितने भी लुटेरे थे उनके आर पार हो जाती है और वे सभी लुटेरे एक ही झटके में मारे जाते हैं।

उस जगह पर 80 से भी ज्यादा लुटेरे मौजूद थे जिनको मास्टर महेश ने एक ही बार में मार दिया था।

महेश बोला "अब तूने मेरी ताकत का अंदाजा लगा लिया होगा, मेरी बात मान जा वरना तेरा भी यही अंजाम होगा और बाकी तो समझदार है ही।"

रुद्र बोला "क्या आप मुझे धमकी दे रहे हैं अगर मैं आपके साथ नहीं आऊंगा तो आप मेरे पूरे परिवार को मार डालेंगे पर मैं आपसे कुछ पूछना चाहता हूं आपने उन सभी लुटेरों को क्यों मार डाला उन्होंने आपके साथ सौदा किया था और वे सभी लुटेरे आपके साथ थे?"

अवनी भी रुद्र के पीछे खड़ी थी और वह उन दोनों की बातें सुन रही थी भले ही वह सोम पर्वत छोड़कर आ गई थी पर वे सभी लुटेरे गुप्ता परिवार से थे जिस वजह से अवनी को बुरा लग रहा था।

इधर रुद्र की बात सुनकर महेश ने अपने चेहरे पर कुटिल मुस्कुराहट के साथ कहा "मुझे तेरे सामने आना पड़ा जिस वजह से सभी लोगों को मेरे बारे में पता चल गया इसलिए मैंने इन सभी को मार डाला मैं नहीं चाहता इन सभी मसलों में मेरा नाम आए"

मास्टर महेश की बात सुनकर रुद्र पागलों की तरह हंसने लगता है रूद्र को इस तरह हंसता हुआ देखकर मास्टर महेश को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि ये पागलों की तरह क्यों हंस रहा है

रूद्र ने कुछ देर हंसने के बाद मास्टर महेश से कहा "बुड्ढे तू अपने आप को कुछ ज्यादा ही ताकतवर समझ रहा है तू जानता है मेरी नजरों में तेरी और तेरे मेहरा परिवार की औकात कितनी है"

इतना कहने के बाद रूद्र ने विवेक की ओर इशारा करते हुए कहा "इसकी जितनी औकात तेरी नजरों में है मेरी भी नजरों में तेरे पूरे मेहरा परिवार की औकात उतनी है बिल्कुल एक कीड़े की तरह, जिस तरह तू इस विवेक को कभी भी मसल सकता है मैं भी तेरे पूरे मेहरा परिवार को कभी भी मसल सकता हूं"

रुद्र की बात सुनकर मास्टर विवेक को बहुत ज्यादा गुस्सा आ जाता है उन्होंने गुस्से में कहा "तू अपनी औकात से कुछ ज्यादा ही बहार जा रहा है"

"बुड्ढे में नहीं तू अपनी औकात से बाहर जा रहा है तेरी औकात मेरी नजरों में कुछ भी नहीं, तुझे तो मैं एक कीड़े के बराबर भी नहीं समझता हूं"

अब मास्टर महेश का गुस्सा सातवे आसमान पर था उन्होंने गुस्से में रुद्र की ओर बढ़ते हुए कहा "अब तेरा मरना तय हैं"

अब आगे क्या होगा क्या मास्टर महेश सच में रूद्र को मार देंगे और रुद्र मास्टर महेश को इतना ज्यादा क्यों उकसा रहा था इसके पीछे रुद्र की क्या योजना थी जानने के लिए पढ़ते रहिए "

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Ch 27 - पांचवें स्तर की फॉर्मेशन

जब कोई साधारण इंसान मार्शल आर्ट की राह पर चलता है उसकी ताकत साधारण इंसान से थोड़ी ज्यादा होती है पर जैसे-जैसे वह अपनी ताकत को बढ़ाता है और दूसरे सितारे पर पहुंच जाता है उसकी ताकत अलग मुकाम पर पहुंच जाती है फिर वह वातावरण में मौजूद एनर्जी को अपने शरीर में समाहित करके उसका इस्तेमाल कर सकता है एनर्जी को सही से इस्तेमाल करने के लिए मार्शल आर्टिस्ट मार्शल आर्ट का अभ्यास करते हैं और अपने एनर्जी को नया रूप देते हैं।

बहुत से लोगों के पास ताकतवर मार्शल आर्ट नहीं होती है जिस वजह से वे लोग अपनी एनर्जी को अपने हाथ मे लाकर इस्तेमाल करते हैं जिस वजह से उनका साधारण मुक्का भी पूरी दीवार को तोड़ने के लिए सक्षम हो जाता है।

पर जिसके पास ताकतवर मार्शल आर्ट होती है वह अपनी एनर्जी को फिनिक्स, शेर या फिर किसी हथियार का रूप दे सकते हैं जिस वजह से उनकी ताकत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है जैसे मेहरा परिवार के अधिकतर श्रेष्ठ अपनी एनर्जी को जंजीर का रूप दे सकते हैं और उन जंजीर को हमला करने और किसी को बंधक बनाने के लिए इस्तेमाल करते है।"

अब तक सूरज ढल चुका था और चारों तरफ अंधेरा छा गया था वर्मा परिवार के बाहर विवेक और मास्टर महेश, रुद्र के सामने खड़े थे और रुद्र से कुछ दूरी पर अवनी खड़ी थी।

रूद्र ने मास्टर महेश को कुछ ज्यादा ही गुस्सा दिला दिया था जिस वजह से मास्टर महेश, रुद्र की तरफ तेजी से हमला करने के लिए आ रहे थे मास्टर महेश बहुत ज्यादा ताकतवर थे जिस वजह से उनकी स्पीड भी साधारण इंसान के मुकाबले में काफी ज्यादा थी कब मास्टर महेश रुद्र के करीब पहुंच गए किसी को भी नहीं पता चला, पर रूद्र अलग था उसने अपनी फॉर्मेशन को पहले से ही चालू किया हुआ था जिस वजह से मास्टर महेश का मुक्का रुद्र की रक्षा फॉर्मेशन पर लगा था।

इस वक्त रुद्र के चारों तरफ हल्की-हल्की नीले रंग की परत थी जो रक्षा फॉर्मेशन की वजह से बनी थी जितनी हल्की वह शील्ड लग रही थी उतनी हल्की वह सील्ड नहीं थी मास्टर महेश के मुकके से उस शील्ड पर एक भी क्रैक नहीं आया था। मास्टर महेश यहीं पर नहीं रुके थे वे लगातार रुद्र की फॉर्मेशन पर मुक्का मारने लगते हैं जहां रूद्र अपने दोनों हाथ जोड़कर उस फॉर्मेशन को एनर्जी दे रहा था।

इधर विवेक मास्टर महेश और रुद्र को लड़ता हुआ देख रहा था और उसे अब तक समझ में आ गया था कि उसमें और रुद्र में कितना बड़ा अंतर है विवेक को रूद्र पर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था पर इस वक्त गुस्सा करने का वक्त नहीं था। विवेक ने एक झलक रूद्र को देखा और फिर उस जगह से भागते हुए अपने आप से कहा "मैं ताकतवर बनकर वापिस से आऊंगा और तुझे तो मैं ही अपने हाथों से मारूंगा।"

इतना सोच कर विवेक उस जगह से भाग जाता है अवनी की नजर भी विवेक पर चली गई थी अवनी, विवेक को अपने हाथों से मारना चाहती थी क्योंकि उसकी वजह से लगभग-लगभग गुप्ता परिवार पूरा खत्म हो गया था वह तो रुद्र ने अवनी और मास्टर जसवीर को बचा लिया था अवनी के दिल में विवेक के लिए बहुत ज्यादा गुस्सा था और वह गुस्सा उसे मार कर ही शांत हो सकता था।

अपने परिवार के बारे में याद करके अवनी विवेक का पीछा करने लगती है रुद्र की नजर भी अवनी पर चली गई थी जिसे देखकर उसने थोड़ा गुस्से में कहा "क्या ये पागल हो गई ये बेवकूफ लड़की उसका सामना कभी नहीं कर पाएगी।"

रुद्र जानता था अगर अवनी ने विवेक का पीछे किया तो उसका मरना तय है रुद्र अपने इविल सोल को बाहर निकालता है और अवनी की मदद करने के लिए भेज देता है।

इधर मास्टर महेश रुद्र की शील्ड को तोड़ने ही वाले थे तभी रूद्र अपने हाथ में अपनी एनर्जी को लाता है और मास्टर महेश के मुंह पर मुक्का मारने के लिए अपना हाथ आगे बढाता है।

अगर रुद्र का ये मुक्का मास्टर महेश के चेहरे पर लग जाता तो वे बहुत ज्यादा घायल हो जाते पर अफसोस रुद्र का मुक्का लगने से पहले ही मास्टर महेश पीछे हट गया था।

अब रुद्र की शील्ड बहुत ज्यादा कमजोर हो गई थी और मास्टर महेश का एक मुक्का और रुद्र की शील्ड चकनाचूर हो जाएगी, रुद्र जिस शील्ड की मदद से अपनी रक्षा कर रहा था वह तीसरे स्तर की रक्षा फॉर्मेशन थी जिसे तोड़ पाना किसी साधारण मार्शल आर्टिस्ट के लिए नामुमकिन था पर मास्टर महेश राजसी परिवार के श्रेष्ठ थे जिनकी ताकत कम नहीं थी। मास्टर महेश ने अपने चेहरे पर कुटिल मुस्कुराहट के साथ रुद्र से कहा "मैंने जितना सोचा था तू उससे कहीं गुना ज्यादा ताकतवर है तूने तो तीसरे स्तर की रक्षा फॉर्मेशन बना ली पर आज तेरा सामना मुझसे हुआ है तेरा बचपाना नामुमकिन है।"

अब तक मास्टर महेश ने रुद्र की ढाल तोड़ने के लिए अपनी एनर्जी का इस्तेमाल नहीं किया था और अब मास्टर महेश ने अपनी एनर्जी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था जिस वजह से उनके हाथ के चारों तरफ लाल रंग की एनर्जी आ गई थी।

मास्टर महेश रुद्र की शील्ड की ओर बढ़ने लगते हैं और रुद्र से कहते हैं "मैं भी देखता हूं तू अपनी सील्ड के अंदर कितनी देर तक रहता है।"

मास्टर महेश की बात सुनकर रुद्र के चेहरे पर बिल्कुल भी डर नहीं था वह बिल्कुल शांत अपनी फॉर्मेशन में खड़ा था तभी रूद्र अपने एक हाथ को जमीन पर रखता है और रुद्र के चारों तरफ तीन शील्ड और बन जाती है।

रुद्र की उन तीन शील्ड को देखकर मास्टर महेश ने रुद्र की ओर बढ़ते हुए कहा "तेरी यह शील्ड मेरे आगे कुछ भी नहीं है अब मैं अपनी एनर्जी को इस्तेमाल कर रहा हूं।" इतना कहने के बाद मास्टर महेश रुद्र की शील्ड पर मुक्का मारते हैं और वह शील्ड उसी वक्त चकनाचूर हो जाती है मास्टर महेश अपने हाथ का दोबारा से मुक्का बनाते हैं और रुद्र की दूसरी शील्ड पर दे मारते हैं और वह शील्ड भी उसी वक्त चकनाचूर हो जाती है और जैसे ही मास्टर महेश रुद्र की आखिरी शील्ड तोड़ने वाले थे तभी रुद्र के चेहरे पर कुटिल मुस्कुराहट आ जाती है।

एक बार के लिए मास्टर महेश भी रुद्र की कुटीर मुस्कुराहट देखकर थोड़े डर जाते हैं पर वह अपने आप को संभालते हैं और रुद्र की ढाल पर हमला कर देते हैं जैसे ही वह सील्ड टूटती है जमीन के अंदर से एक फिनिक्स बाहर निकलता है।

उस एनर्जी से बने फीनिक्स को देखकर मास्टर महेश थोड़े हैरान हो गए थे वे जल्दी से अपनी एनर्जी को बाहर निकालते हैं और जंजीर बनाकर रुद्र के फिनिक्स को उसमें कैद कर लेते हैं।

मास्टर महेश जल्दी से अपनी जंजीरों का इस्तेमाल इसलिए नहीं करते थे क्योंकि इसमें उनकी बहुत ज्यादा एनर्जी जाती थी अभी मास्टर महेश ने उस फिनिक्स को ही कैद किया था तभी जमीन के अंदर से चार फिनिक्स और बाहर निकलते है जिन्हें देखकर मास्टर महेश हैरान हो गए थे और अब तक रुद्र का पहला फिनिक्स भी मास्टर महेश की जंजीरों से आजाद हो गया था। उन सभी फिनिक्स को देखकर पहले तो मास्टर महेश थोड़े हैरान थे पर फिर बाद में उन्होंने रुद्र से कहा "लड़के तू बहुत ज्यादा ताकतवर है तीसरे स्तर की फॉर्मेशन बनाना ही बहुत ज्यादा मुश्किल होता है पर तूने पांचवें स्तर की फॉर्मेशन बना ली तूने मुझे बहुत ज्यादा गुस्सा दिला दिया था पर मैं तुझे अभी भी एक मौका देने के लिए तैयार हूं हमारे मेहरा परिवार मैं आने के लिए तैयार हो जा मैं तुझे छोड़ दूंगा इस छोटे से परिवार में रहकर तुझे क्या मिलेगा अगर तू एक बार मेहरा परिवार में आने के लिए तैयार हो गया, मैं लिखकर कह सकता हूं तू अपनी इस फॉर्मेशन को और भी ज्यादा ताकतवर बन सकता है और हम तुझे और भी ताकतवर मार्शल आर्ट देंगे जिससे तेरी ताकत और भी बढ़ेगी।"

मास्टर महेश रूद्र को किसी भी तरह अपने परिवार में लाना चाहता था जिस से उनके परिवार की ताकत और भी ज्यादा बढ़ जाए पर रूद्र ने तुरंत कहा "मुझे अपने आप को ताकतवर बनाने के लिए तेरे परिवार की कोई जरूरत नहीं है तेरा बेकार परिवार मुझे कुछ भी नहीं सिखा सकता।"

रूद्र को किसी परिवार में जाने की जरूरत नहीं थी उसके पास पहले से ही अपने पिछले जन्म की बहुत सारी मार्शल थी जिनके सामने बड़े-बड़े राजसी परिवार की मार्शल आर्ट भी फीकी पड़ जाएगी।" रुद्र के भाव देखकर मास्टर महेश को समझ में आ गया था इसे कितना भी समझ ले पर यह हमारे परिवार में आने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं होगा अब मास्टर महेश अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करने लगते हैं और रुद्र की तरफ तेजी से बढ़ते हुए कहते हैं "अगर तेरा यही फैसला है फिर तू मरेगा मैं किसी होनार लड़के को जिंदा नहीं रहने दे सकता हूं।"

एक तरफ मास्टर महेश थे और दूसरी तरफ रुद्र और उसके 5 फिनिक्स ।

अब आगे क्या होगा, क्या रुद्र अपने पांचवें स्तर की फॉर्मेशन से मास्टर महेश को रोक पायेगा, जो राजसी परिवार के श्रेष्ठ है? या फिर मास्टर महेश रुद्र को मार डालेंगे? जानने के लिए पढ़ते रहिए l

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Manojsharma

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Nice update bhai super
 

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Ch 28 - पिछले जन्म की यादे

एक तरफ मास्टर महेश थे और दूसरी तरफ रुद्र अपनी फॉर्मेशन को नियंत्रित करते हुए उन पांच फिनिक्स के साथ हमला करने के लिए तैयार था।

रुद्र की बातें सुनकर मास्टर महेश को भी गुस्सा आ गया था और वे अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करते हुए रुद्र की ओर बढ़ने लगे थे।

रुद्र भी मास्टर महेश को अपनी तरफ आता हुआ देखकर उन फिनिक्स को मास्टर महेश पर हमला करने के लिए भेज देता है रुद्र जो भी अपने मन में सोच रहा था वे सभी फिनिक्स भी वही कर रहे थे।

मास्टर महेश अपनी एनर्जी का इस्तेमाल करते हुए दोबारा से बहुत सारी जंजीर बना लेते हैं और रुद्र के दो फिनिक्स को उन जंजीरों में बांध लेते हैं।

पर रुद्र के वे दोनों फिनिक्स धमाका करके खत्म हो गए थे और साथ में मास्टर महेश की जंजीर भी वातावरण में विलुप्त हो गई थी रुद्र यहीं पर नहीं रुका था उसने अपने बचे हुए तीन फीनिक्स से मास्टर महेश के ऊपर धमाका करवा दिया था जिस वजह से मास्टर महेश को
पीछे हटना पड़ा था रुद्र के फिनिक्स का वह धमाका इतना बड़ा था देखने से ऐसा लग रहा था जैसे कि मास्टर महेश के ऊपर बम फोड़ा गया हो।

मास्टर महेश चौथे सितारे के मार्शल आर्टिस्ट थे उनका शरीर लोहे से भी ज्यादा मजबूत था जिस वजह से मास्टर महेश को बाहरी चोट नहीं लगी थी पर रुद्र के उन धमाकों की वजह से मास्टर महेश को अंदरूनी चोट लग गई थी जिस वजह से उन्हें खून की उल्टी हो गई।

रूद्र ने मास्टर महेश का मजाक बनाते हुए कहा "मैंने सुना है तू राजसी परिवार का श्रेष्ठ है क्या राजसी परिवार के सभी श्रेष्ठ इतने ज्यादा कमजोर होते हैं तेरी हालात देखकर मुझे नही लगता है तेरा परिवार सात राजसी परिवार में आने के लायक है।"

रुद्र इस वक्त मास्टर महेश की बेज्जती नहीं कर रहा था बल्कि वह पूरे मेहरा परिवार की बेज्जती कर रहा था वह परिवार जिससे पूरे राजगिरी महाद्वीप के सभी परिवार थर-थर काप्ते थे राज परिवार के बाद कोई भी ऐसा परिवार नहीं था जो 7 राजसी परिवार में से किसी एक भी परिवार के साथ पंगा ले सके, पर रूद्र मास्टर महेश के साथ पंगा भी ले रहा था और उनके साथ पूरे मेहरा परिवार की बेज्जती भी कर रहा था। मास्टर महेश को भी रुद्र की बात सुनकर बहुत ज्यादा गुस्सा आ गया था उन्होंने रूद्र पर चिल्लाते हुए कहा "अगर अब तू अपने घुटनों के बल बैठकर भी मुझसे माफी मांगेगा मैं तुझे तब भी माफ नहीं करूंगा अगर खुद भगवान भी आकर मुझसे कहे कि मैं तुझे छोड़ दूं मैं फिर भी तुझे नहीं छोडूंगा आज तेरा मरना तय है।"

मास्टर महेश की बात सुनकर रूद्र अपने हाथ को ऊपर उठाता है और जमीन पर जितने भी स्पिरिचुअल स्टोन पड़े थे उनके अंदर से एनर्जी निकाल कर वातावरण में इकट्ठा होने लगती है और फिर देखते ही देखते उस एनर्जी ने दोबारा से 5 फिनिक्स का रूप ले लिया था वे सभी पांचो फिनिक्स पहले की तरह रूद्र जितने बड़े थे और इस वक्त वे सभी फिनिक्स रुद्र के पीछे खड़े थे यह सब इतनी जल्दी हुआ था मास्टर महेश को रिएक्ट करने का भी वक्त नहीं मिला था।

रुद्र बोला "तू सिर्फ कुत्ते की तरह भोक सकता है तेरे बस में कुछ भी करना नहीं है।"

इस बार मास्टर महेश रूद्र पर चिल्लाते नहीं है बस गुस्से में रूद्र को घूरने लगते हैं पर तभी देखते ही देखते मास्टर महेश के हाथ में एक हथियार आ जाता है मास्टर महेश ने वह हथियार अपनी स्पेस रिंग के अंदर से

निकाला था स्पेस रिंग एक जादुई अंगूठी है जिसके अंदर हम बहुत सारा सामान स्टोर कर सकते हैं।
वह हथियार एक खंजर था जो चाकू से थोड़ा बड़ा और तलवार से छोटा था वह खंजर हल्का-हल्का चमक रहा था जिसे देखकर कोई भी बता सकता था कि ये हथियार कोई साधारण हथियार नहीं है।

रूद्र को भी अब तक ये बात समझ में आ गई थी कि मास्टर महेश के हाथ में जो खंजर है वह कोई साधारण खंजर नहीं है इसलिए रूद्र मास्टर महेश के हाथ में वह खंजर देखकर हैरान हो गया था।

उस खंजर को रुद्र की तरफ करते हुए मास्टर महेश ने कहा "बच्चे तू बहुत किस्मत वाला है जो तुझे मारने के लिए मैंने अपना खंजर बाहर निकाला है ये खंजर में कभी-कभी बाहर निकालता हूं और आज तक मैंने जितनी बार भी ये खंजर बाहर निकाला है इसके सामने मेरा कोई भी दुश्मन जिंदा नहीं बचा है।"

उस खंजर को देखकर रूद्र ने अपने आप से कहा "इस तरह के खंजर को देखकर में बता सकता हूं इसकी ताकत कितनी है ये खंजर जरूर तीसरे स्तर का होगा इस खंजर की ताकत बहुत ज्यादा है इसके सामने मैं नहीं टिक पाऊंग मुझे कुछ करना होगा।"

इतना सोचने के बाद रूद्र ने अपने चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट लाते हुए मास्टर महेश से कहा "तू एक बच्चे को मारने के लिए जिसकी उम्र 18 साल से भी कम है

अपना जादुई हथियार बाहर निकाल रहा है क्या तुझे बिल्कुल भी शर्म नहीं आती है अगर बाकी 6 राजसी परिवार को इस बारे में पता चल गया वे सभी तो हंसते- हंसते ही मर जाएंगे।"

मास्टर महेश पर रुद्र की इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ा था वे अपनी जगह से तस से मस नहीं हुए थे बल्कि उन्होंने रूद्र को जवाब देते हुए कहा "मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और वैसे भी इस जगह पर हम दोनों के अलावा कोई भी नहीं है फिर मैंने तुझे इस हथियार से मारा है इस बारे में कौन बताएगा?"

मास्टर महेश की बात सुनकर रूद्र हमला करने के लिए तैयार हो जाता है रूद्र ने मास्टर महेश पर उन फिनिक्स से हमला करते हुए अपने आप से कहा 'इसको तो बिल्कुल भी शर्म नहीं आ रही, मुझे लगा था मेरी बात सुनकर ये अपने हथियार का इस्तेमाल नहीं करेगा पर इसे तो अपनी इज्जत की बिल्कुल भी परवाह नहीं है।"

पर तभी रूद्र को कुछ याद आता है "हां मुझे अब समझ में आया ये भी मेरी तरह शैतानी मार्शल आर्टिस्ट है शैतानी मार्शल आर्टिस्ट को अपनी इज्जत की बिल्कुल भी परवाह नहीं होती है अगर एक बार वे अपने दुश्मन को मारने की ठान लेते हैं फिर उन दोनों में से कोई एक ही जिंदा बचता है अगर मैं इसकी जगह पर होता मुझे भी अपनी इज्जत की बिल्कुल भी परवाह नहीं होती।"

रूद्र ने अपने पांचो फिनिक्स को एक साथ मास्टर महेश पर हमला करने के लिए भेज दिया था और इस बार रूद्र ने पिछली बार से ज्यादा ताकत लगाई थी पर जैसे ही वे सभी फिनिक्स मास्टर महेश के करीब पहुंचते हैं फिस्स्स्स. की आवाज के साथ मास्टर महेश रुद्र के सभी फिनिक्स को अपने खंजर से काट देते हैं।

मास्टर महेश के हाथ में जो खंजर था वह कोई मामूली खंजर नहीं था बल्कि तीसरे स्तर का खंजर था जिसका कोई मोल नहीं था उस खंजर की मदद से मास्टर महेश अपने जितने ताकतवर दो और मार्शल आर्टिस्ट को एक साथ मार सकते थे। पहले स्तर के हथियार मामूली होते हैं जिन्हें कोई भी खरीद सकता है पर दूसरे स्तर के हथियार थोड़े कीमती होते हैं जिन्हें सिर्फ अमीर मार्शल आर्टिस्ट ही खरीद सकते हैं पर तीसरे स्तर के हथियार बहुत ज्यादा कीमती होते हैं जिन्हें पैसों से नहीं खरीदा जा सकता।

तीसरे स्तर का हथियार मास्टर यशवंत पर भी था जो एक तलवार थी तभी तो मास्टर यशवंत ने उस तलवार की मदद से मास्टर राजेश के दो साथियों को मार डाला था जो यशवंत जितने ही ताकतवर थे।

अब रूद्र को समझ में आ गया था कि वह उस खंजर के सामने नहीं टिक पाएगा रुद्र दूसरे सितारे के पांचवें स्तर पर था और वही मास्टर महेश चौथे सितारे पर थे अगर देखा जाए कोई मार्शल आर्टिस्ट पहले सितारे के

दूसरे स्तर पर है और वही दूसरा मार्शल आर्टिस्ट पहले सितारे के चौथे स्तर पर है तो पहले वाला मार्शल आर्टिस्ट उसके सामने बिल्कुल भी नहीं टिक पाएगा और रुद्र इतनी देर से मास्टर महेश के सामने टिका हुआ था। रुद्र तो मास्टर महेश के एक ही हमले में मारा जाता पर वह इतनी देर तक फॉर्मेशन की मदद से बचा हुआ था पर अब मास्टर महेश के हाथ में वह खंजर देखकर रुद्र की सारी उम्मीद टूट गई थी।

रूद्र ने आखिरी कोशिश करते हुए मास्टर महेश से कहा "मास्टर रुक जाइए चलो बैठ कर बात करते हैं आप कह रहे थे कि मैं आपके परिवार का स्टूडेंट बन जाऊं।"

अचानक से रुद्र ने गिरगिट की तरह रंग बदल लिया था उसे अपनी इज्जत की बिल्कुल भी परवाह नहीं थी वह मास्टर महेश को अपना मास्टर मानने के लिए तैयार हो गया था एक शैतानी मार्शल आर्टिस्ट ऐसा ही होता है जब उसके पास अपने दुश्मन को मारने का या फिर उस जगह से बचकर भागने का कोई चारा नहीं होता है तो वह अपने दुश्मन के सामने झुक कर उससे बचकर भागने की कोशिश करता है।

पर रुद्र की फुटी किस्मत मास्टर महेश भी शैतानी मार्शल आर्टिस्ट थे और रुद्र कहीं ना कहीं जानता था वह कुछ भी कर ले मास्टर महेश उसे जिंदा नहीं छोड़ेंगे।

मास्टर महेश ने अपने खंजर को रुद्र की तरफ थ्रो करते हुए कहा "बच्चे तूने देर कर दी है अब तुझे मरना होगा आज मेरे हाथों से तुझे भगवान भी नहीं बचा सकता।"

मास्टर महेश का खंजर तेजी से रुद्र की तरफ आ रहा था और रुद्र उस मिनी सेकंड में सोच रहा था "क्या आज मैं मरने वाला हूं पर मैं नहीं मर सकता।"

तभी बूम. तेजी से खून जमीन पर गिरने लगता है कुछ ही सेकंड के अंदर जमीन खून से लतपत हो गई थी और मास्टर महेश की जोर-जोर से हंसने की आवाज ये गवाही दे रही थी कि रुद्र मारा गया है।

मास्टर महेश पागलों की तरह हंस रहे थे और वे अपना हाथ ऊपर उठाते हुए अपने खंजर को वापिस बुलाते हैं पर जैसे ही मास्टर महेश की नजर रूद्र पर गई थी उनकी आंखें चौड़ी हो जाती है मास्टर महेश ने हैरानी में कहा "तू कौन है?"

असल में इस वक्त रुद्र के सामने मास्टर जसवीर खड़े थे जिनकी बड़ी-बड़ी दाढ़ी हवा में लहरा रही थी मास्टर महेश के उस हमले को मास्टर जसवीर ने अपने हाथों से रोक लिया था जिस वजह से मास्टर जसवीर के हाथ घायल हो गए थे और उनके हाथों से खून जमीन पर गिर रहा था।
मास्टर जसवीर बिल्कुल शांत थे और उन्होंने मास्टर महेश के सवाल का शांति से जवाब दिया "मेरा नाम जसवीर गुप्ता है और मैं सोम पर्वत का मास्टर हूं तूने रुद्र के ऊपर हमला किया है और रुद्र मेरे परिवार का हिस्सा है इसका मतलब तू मेरा दुश्मन है।"

रूद्र ने मास्टर जसवीर को देखकर कहा "आप यहां पर, क्या आपने अपनी सभी ताकत को दोबारा से पा लिया है?"

मास्टर जसवीर बोले "हां मेरी सारी ताकत वापस आ गई है तुमने जो घाव भरने वाली दवाई दी थी वह बहुत ज्यादा असरदार थी उन दवाई की मदद से मेरी सारी ताकत वापस आ गई और मैं बहुत सालों से चौथे सितारे पर नहीं पहुंच पा रहा था पर उन दवाइयो की वजह से मैं चौथे सितारे पर पहुंच गया।"

मास्टर जसवीर की बात सुनकर रुद्र के चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट आ जाती है अभी कुछ सेकंड पहले रूद्र सोच रहा था कि उसे आज यहां से बचकर भागना होगा भले ही मास्टर महेश रुद्र से बहुत ज्यादा ताकतवर थे और उनके पास तीसरे स्तर का खंजर था पर रूद्र अपने पिछले जन्म में ताकतवर सम्राट था जिसके सामने पूरे राजगिरी महाद्वीप के सम्राट भी नहीं टिक सकते थे।

रुद्र एक ऐसी जगह पर रहता था जिस जगह पर दुनिया के सबसे ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट रहते थे उस जगह पर रहने वाले हर मार्शल आर्टिस्ट की ताकत इतनी ज्यादा होती थी वह अपने एक ही हमले में सैकड़ो सिटी उजाड़ सकता था और रुद्र उस जगह पर सम्राट था। पिछले जन्म में रुद्र की ताकत इतनी ज्यादा थी उस जगह के नौ सम्राट भी रुद्र से थर-थर कांपते थे पर रूद्र अपने ही धोखेबाज स्टूडेंट की वजह से मारा गया था उसने रुद्र की प्राचीन किताब के लालच में आकर रूद्र को मार डाला।

उस प्राचीन किताब के लालच में कोई भी आ सकता था क्योंकि उस प्राचीन किताब के अंदर ऐसी-ऐसी मार्शल आर्ट लिखी थी जिसका अभ्यास करके कोई भी मार्शल आर्टिस्ट दुनिया का सबसे ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट बन सकता था पर रूद्र को कभी नहीं लगा था उसका ही स्टूडेंट जिसे उसने अपने बेटे के समान समझा था वह उसे धोखा देगा। रूद्र ने सोच लिया था कि वह अपने स्टूडेंट को उस प्राचीन किताब की सभी मार्शल आर्ट सिखाएगा पर रुद्र के स्टूडेंट ने उससे पहले ही रूद्र को धोखा दे दिया उस वक्त रूद्र को इतना ज्यादा गुस्सा आ गया था उसने गुस्से में मरने से पहले अपनी पूरी ताकत लगाकर उस किताब को पूरी तरह खत्म कर दिया था।

जब रूद्र अपनी पिछली दुनिया में इतना ज्यादा ताकतवर था फिर उसके लिए मास्टर महेश से बचकर
भाग जाना मुश्किल नहीं था।

जैसे ही मास्टर महेश यह बात सुनते हैं कि उसके सामने खड़ा बुड्डा चौथ सितारे पर पहुंच गया वो जोर-जोर से हंसने लगता हैं मास्टर महेश ने हंसते हुए कहा "क्या कहा तूने तू चौथे सितारे पर पहुंच गया। मैं बहुत पहले ही चौथ सितारे पर पहुंच गया था और तू अभी-अभी जो चौथ सितारे पर पहुंचा है मुझे हराने के सपने देख रहा है मेरे पास तीसरे स्तर का खंजर है अगर इसके साथ तेरे जैसे दो और बुड्ढे आ गए मैं उन्हें भी मार डालूंगा।"

इतना कहने के बाद मास्टर महेश दोबारा से पागलों की तरह हंसने लगते है।

अब आगे क्या होगा, क्या सच में मास्टर महेश, मास्टर जसवीर को मार डालेंगे? और रुद्र अपने पिछले जन्म में ऐसी कौन सी जगह पर रहता था जिस जगह पर पूरी दुनिया के सबसे ताकतवर मार्शल आर्टिस्ट रहते थे? और क्या मास्टर ओमवीर, मास्टर गौतम और मास्टर यशवंत अपने दुश्मन मास्टर राजेश को पकड़ पाएंगे? जानने के लिए पढ़ते
 

111ramjain

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Nice update
 
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