update no.06
कहानी अब तक -
मैं सीधा जंगल के तरफ से जाकर हवेली के पीछे चला गया और वह पर मैं अंदर जाने का रास्ता ढूंढने लगा पर मुझे कोई रास्ता नही दिख रहा था की मैं कैसे अंदर जाऊ।
पीछे से पूरी हवेली में कही से जाने का रास्ता नही था ।
थक हर कर मैं वहा से जाने लगा
की तभी मुझे न जाने क्या हुआ KI मैं जंगल के ओर अंदर जाने लगा मैं चलता जा रहा था या फिर yu khu ki मुझे चलाया जा रहा था मैं चलता जा रहा था मैं जंगल के अधिक अंदर चला गया मैं चलता जा रहा था पर मुझे कुछ पता नहीं चल रहा था की मैं कहा जा रहा हु। जब मुझे होश आया तो मुझे थकान महसूस होने लगी। मैं बहुत थक गया था और मुझे प्यास भी लगी थी, लेकिन जंगल था की खत्म होने का नाम ही नही ले रहा था।
मैं…..बड़बड़ाते हुए...ले madarchod तुझे बहुत चूल मची थी की रहस्य जानने का तो अब जंगल में ढूंढ रहस्य land मिलेगा रहस्य उल्टा जंगल में रहने वाले भूत प्रेत तेरी ही gand मरेंगे। मैं चलता मैं थोड़ा ही आगे बढ़ा था की……
अब आगे -
मैने देखा की वहा पर एक मंदिर था।
मैने सोचा यहां पर कौन पूजा करता होगा जंगल में तो दर किए कोई आता ही नहीं है फिर क्या माजरा है।
चल कर ही देखते है…..
मंदिर के पास चला गया और मंदिर के भीतर जैसे ही एक पैर रखा मुझे एक जोर का झटका लगा और मार मंदिर से दूर पर जा गिरा।
Ah…. मर गया साला ये क्या था की मैं इतना दूर आ गिरा हु।
मैं फिर से कोशिश करता हु। इस बार मैं फिर से डरते हुए एक पैर आगे बढ़ाकर धीरे से मंदिर के प्रांगण में रखता हु तो मुझे फिर झटका लगता है लेकिन मैं इस बार दूर नहीं फेका गयाई मंदिर में प्रवेश कर गया और देखा मंदिर में पूरी साफ सफाई थी यह मंदिर एक ******** मंदिर था मैने मूर्ति के पास जाकर देखा तो पूजा की गई थी और धूपबत्ती भी जल रही थी।
मैं….कोई तो है यह पर नही तो गांव के लोग तो यह पर दर के मारे पूजा क्या जंगल में एक पैर भी नही रखते है।
मैं सोच ही रहा था की मेरे कंधे पर किसी ने थपथपाया मैं दर गया लेकिन अपने आप को मजबूत दिखाते हुए पीछे मुड़कर देखा तो एक भगवा धारी आदमी खड़ा मुझे ही देख रहा है। मैं समझ गया की यही इस मंदिर का पुजारी है।
मैं…..आ…प कौन है.
Pujari----- भेषभूसा से तुम्हे नही दिख रहा है की मैं इस मंदिर के पुजारी हु।
Mai- हा वो तो दिख रहा है लेकिन इस जंगल में आप अकेले इस मंदिर में बात कुछ हजम नही हो रही है।
Pujari---- हस्ता हुआ बोला….बेटा इसमें हजम होने वाली बात क्या है, ये मंदिर है मैं इस मंदिर का पुजारी हु अब हर मंदिर में एक पुजारी तो होते ही है।
Mai--हा होते तो है लेकिन इस जंगल में कोई आता जाता है नही तो आप इस जंगल में कैसे है आप केवल मंदिर में तो नही रहते होंगे मंदिर से तो बाहर जाते होंगे ही तो फिर जंगल के भूत प्रेत आपको कुछ नही कहते है।
Pujari--…...बेटा जिसके sath उस ऊपरवाले का हाथ उसका भला कोई कुछ कैसे बिगड़ सकता है और तुम भी तो आधे राक्षस ही हो तो फिर लोग तुमसे तो डरते ही होगे।
Mai-- क्या बात करते है पुजारी जी मैं मनुष्य हु और वो भी 100% आप ये क्या कह रहे है।
पुजारी_बात बदलते हुए...अच्छा ये बताओ इस जंगल में तुम क्या कर राहे हो जबकि यह कोई आता जाता है नही सिवाय मेरे।मैने तो आज बहुत दिनों के बाद इस जंगल में आदमी को देखा है।
मैं_पुजारी जी मैं उस हवेली का राज जानने के लिए हवेली के पीछे गया था फिर मैं जब वह से जाने लगा तो मैं अपने आप इस जंगल में खींचा चला आया।
पुजारी_तुम इस हवेली के बारे में क्यों जानना चाहते हो।
मैं_मैं अपनी जिज्ञासा शांत करना चाहता हु पंडित जी ।
पुजारी_उससे जुड़े सवालों का जवाब दिए बिन तुम्हे कुछ नही पता चलेगा शिवा।
मैं_शॉक...इन्हे मेरा नाम कैसे पता चला मैने तो अभी इन्हे अपना नाम भी नही बताया है।
पुजारी_ ज्यादा मत सोचो की मैं तुम्हारा नाम कैसे जनता हु,मैं तो तुम्हारे बारे में सब जानता हु, तुम्हारा जन्म एक महान कारण से हुआ है।
मैं_मैं कुछ समझा नहीं पंडित जी ।
पुजारी_सब कुछ समय पर छोड़ दो बेटा तुम्हे सब पता चल जायेगा तुम अब अपने सत्य से दूर नहीं रह गए हो।
मैं_ मेरा सत्य?
पुजारी_ हा तुम्हारा…
मैं_ क्या है मेरा सत्य बस इतना ही है की मैं इसी गांव में जन्म लिया हु मेरे माता सुधा देवी और पिता सुरेश जी है .
पुजारी_तुम्हे जब सचाई का पता चलेगा तो तुम खुद ब खुद अपने बारे मे जान जाओगे। अब तुम्हे जाना होगा बेटा क्योंकि अंधेरा होने वाला है। और हा मेरा सलाह है की तुम्हे कहानियों के मायाजाल को तोड़ने का प्रयास करना चाहिए।
मैं_बाबा मुझे पता चल गया है आप सब जानते पर आप ही क्यों नहि बाता देते।
पुजारी_मैं भगवान के द्वारा कहे गए शब्दो को कैसे तोड़ सकता हु तुम्हे केवल इतना बताता हु की यह कहानियों का मायाजाल तुम्हे सात दरवाजों को खोलने की चाबी देगी जिससे तुम us haveli ke बारे में जान सकते है क्योंकि यह हवेली एक ऐसे पुरुष के धरोहर की रक्षा कर रही है जो अगर गलत हाथो लग जाए तो पूरी दुनिया में तबाही मचा देगा।
मैं_तब तो मुझे भी प्रयास नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर मैं इस सातों दरवाजा खोल दिया तो उस धरोहर को कोई भी pa sakta hai। Lekin मैने सुना है की इस हवेली में saitani आत्मा कैद है।
Pujari_naho aisa nahi होगा क्योंकि अगर तुमने सारे दरवाजे खोल दिया तो वहा रखी धरोहर अपने आप अपने स्वामी के पास चली जायेगी। और रही बात आत्मा की तो लोगो की फितरत होती है की अगर अंगूर ना मिले तो यह बताए की अंगूर खट्टा है।
मैं_ तब तो कोई भी…
पुजारी_बीच में….नही ऐसा नहीं हो सकता है किसी के साथ नही होगा क्योंकि तुम एक महान कार्य करने के लिए पैदा हुए हो तो केवल तुम्ही ऐसा करोगे तो होगा।अब तुम्हे जाना होगा।
मैं पुजारी जी के आगे सर झुकाए तो उन्होंने मेरे सर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देते हुए कहा तुम्हारा जन्म जिसके लिए हुआ है वह तुम पूरा करो।
और उनका हाथ मेरे सर पर पड़ते ही पाता नहीं क्यों ऐसा लग रहा था की मेरे अंदर से कुछ निकल रहा है।
उसके बाद मैं वहा से घर आ गया ।
अब मेरे अंदर एक एनर्जी जैसा फिल हो रहा था।
मैं घर आकर रात के खाना खाया और 1 बज के 55 मिनट पर का अलार्म लगाकर सो गया।
रात के 1:55 पर मेरी नींद खुल गई अलार्म से मैं उठा और चुपके से घर से निकल कर चल दिया हवेली के तरफ और पहुंचा तो वह कल वाले बाबा वही पर बैठे हुए है।
मैं उन्हें प्रणाम किया और उनके पास बैठ गया…..
कुछ देर बाद उन्होंने पूछ तो बताओ तुमने क्या फैसला किया है क्या तुम हवेली के राज जानना चाहते हो।
मैं_हा बाबा मैं पूरी तैयारी करके आया हु आप मुझे कहानी बताइए मैं तैयार हु…..
बाबा_ तो ठीक है सुनो…..
To friends, how was the update so far, I would like to tell that after this update, the next update will come in Hinglish.
Stay tuned with this story to find out. Thank you