मंजू और मोइत्रा में खुल गए सारे भेद
दोनों मिल के चाट रही इक दूजे के छेद

भड़का रही है मंजू मोइत्रा की सोई आग
जल्दी से चूत में लेले दामाद का मोटा नाग
चुदी नहीं है चूत जो तेरी पिछले पंद्रह साल से
बहा रही हैं पानी अब उसके लौड़े के ख्याल से

पटाक रही है चूत सिर्फ उंगली को डलवाने पे
फट जाएगी चूत तेरी दामाद का लौड़ा जाने पे
तेरी चूत की भट्टी को कर देगा वो ठंडा
तेरी चूत में जायेगा जब उसका मोटा डंडा

तेरे मस्त योवन को वो जी भर के लूटेगा
अपने मस्त हथोड़े जब चूत तेरी कुटेग्गा

चुटकी और बड़की को भी कर दूंगी त्यार
वो भी मजे से घोंटेगी जीजा का हथियार
तेरी बेटियों को दो दिन में ऐसा मस्त बना दूंगी
कैसे चूसे जीजा का लौड़ा अच्छे से सिखा दूंगी

खुशकिस्मत है तेरी बेटियां जो जीजा से चुदवायेगी
उसके लम्बे मोटे लंड से अपनी चूत फडवाएंगी

तेरी बेटियां इस बिस्तर पर तुझसे जीजे का लौड़ा बांटेगी खोल की तेरी चुदी हुई चूत से जीजा का मक्खन चाटेगी