अभी तक बहुत बढ़िया चल रही है । हमारे लंड को आपका ही सहारा है । बाकी आपको वादे के हिसाब से तड़के से आगे जाना होगा । आखिर आपकी सासु मा इतनी मेहनत से तीर्थ यात्रा कर रही है । मनौती तो पूरी ही करनी पड़ेगी । और आपकी बुआ सास का किस्सा तो पिछले कई फ़ोरम्स से उधार चल रहा है , उनकी पेलगाडी आपके सांड से कब और कैसे हुई उसका भी तो बखान होना बनता है । अगले उपकार आई मीन अपडेट की प्रतीक्षा में ...


देर से और कभी कभार आने से आप कभी कभी लगता है कनफुजिया जाते हैं दो कहानी के बीच में
अरे सास हमारी तीरथ बरत करने गयीं है पंडों के साथ धक्कम धुक्का, मेले में ठेला ठेली का मज़ा लेने, और हमरी मम्मी और हमारी दोनों की मनौती में अपनी मनौती मिला के,... जोरू का गुलाम वाली कहानी में और उनके आने के पहले ही इनकी बचपन की माशूका और होने वाली रखैल को लेकर हम लोग उड़न छू होने वाले हैं उस कहानी में
इस कहानी वाली सास तो छुटकी के कच्चे टिकोरे कुतुर कुतुर के मस्त हो रही हैं। तो दोनों कहानी पे आइये , आपके कमेंट के बिना तो कहानी का मजा न लिखने में न पढ़ने में।
देर से और कभी कभार आने से आप कभी कभी लगता है कनफुजिया जाते हैं दो कहानी के बीच में
अरे सास हमारी तीरथ बरत करने गयीं है पंडों के साथ धक्कम धुक्का, मेले में ठेला ठेली का मज़ा लेने, और हमरी मम्मी और हमारी दोनों की मनौती में अपनी मनौती मिला के,... जोरू का गुलाम वाली कहानी में और उनके आने के पहले ही इनकी बचपन की माशूका और होने वाली रखैल को लेकर हम लोग उड़न छू होने वाले हैं उस कहानी में
इस कहानी वाली सास तो छुटकी के कच्चे टिकोरे कुतुर कुतुर के मस्त हो रही हैं। तो दोनों कहानी पे आइये , आपके कमेंट के बिना तो कहानी का मजा न लिखने में न पढ़ने में।