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आप ऐसे रससिद्ध, भावप्रणव, गुणग्राही, पाठकों से ऐसे शब्द पढ़ के,... बस लगता है जो मैं कहना चाहती थी, जिस तरह से बस उसी तरह से आप तक पहुंचा पायी,ये तुलना हीं बाकी कहानियों से जुदा नजारा पेश करता है...
भावनाओं को सही शब्दों के तालमेल से व्यक्त करना ... कहानी में एक अलग रंग भर देता है...
आपकी यही कला एक अद्वितीय अनुभव कराती है...
आभार,कोटिशः नमन साथ देने के लिए उत्साह वर्धन के लिए।
![Folded hands :pray: 🙏](https://cdn.jsdelivr.net/joypixels/assets/7.0/png/unicode/64/1f64f.png)
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![Thank You :thank_you: :thank_you:](/uploads/smilies/thank_you.gif)
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