arushi_dayal
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All my friends…lots of rains floods and landslides are happening in northern India. Please take very good care of yourself and your family and stay safe. And use precautions while in home too
thanks do take care and do carve out some time to grace the last part ( page 605) and bless it with your comments.All my friends…lots of rains floods and landslides are happening in northern India. Please take very good care of yourself and your family and stay safe. And use precautions while in home too
Fabulous combination of sports & adult content.भाग ६२ फाइनल राउंड
( तीसरे राउंड के बाद - भौजाइयां ६ - ननदें ४ )
१०,४३, ९५९
तीसरा राउंड खतम हो चुका था, एक बार फिर हम लोग दो से आगे हो गए थे, बस एक राउंड और,...
लेकिन तीसरे राउंड में ननदों ने एक बार बराबरी कर ली, और उनका डिफेंस बहुत तगड़ा था वो तो तीसरे राउंड के अंत में लीलवा,... लीलवा तगड़ी भी थी, फुर्तीली भी और दिमाग भी उसका बहुत तेज चलता था,...
और उसके रहते बाहर हल्ला कर रही ननदों में जोश भी बहुत था,
पर छुटकी ने सिर्फ पकड़ने में पर बाद में रगड़ाई भी करने में, और मिश्राइन भाभी की चाल थी, जो छुटकी को उन्होंने चुना,... और ललकारा, हे छुटकिया आज जरा यह लीलवा क माँ बहिन सब चोद दे, मालूम हो जाए ननदन को तोहार ताकत और जोश,
मिश्राइन भाभी थीं ने इशारे से चमेलिया गुलबिया की जोड़ी को आगे बढ़ने से रोक दिया और छुटकी को इशारा किया, आगे का काम तेरे हवाले, तेरी भी तो ननद लगेगी।
छुटकी मिश्राइन भाभी को देख के मुस्करायी,... जैसे कोई शेरनी अपनी शाविका को शिकार करना सिखाती है उसी तरह मिश्राइन भौजी छुटकी को ननदों का शिकार करना सिखा रही थीं,...
छुटकी ने पल भर में लीलवा की शलवार का नाड़ा खींच के निकाल लिया, मुट्ठी में लपेटा और भौजाइयों की ओर,... एक हमारी पड़ोसन ने लपक लिया और लहरा के ननदों को दिखा के बोलने लगी,
" अभी तुम सब की भी शलवार, चड्ढी इसी तरह खुलेगी और इसी से हाथ बांधा जाएगा "
छुटकी के हाथों की फुर्ती से बिजली मात खा रही थी, जब तक लीलवा पैर से पैर फंसा के शलवार उतरने से रुके, सररर छुटकी ने दोनों हाथों से खींच के मिश्राइन भाभी को जीत की ट्राफी की तरह से उछाल दिया,...
लेकिन मैं समझ रही थी लीलवा इत्ते दिन से मैच खेल रही वो क्या करेगी, वो अपनी दोनों टांगों को फंसा के पलटी मारने की कोशिश करेगी, जिससे छुटकी उसकी बुर को हाथ न लगा सके,... बस मैं लीला ननद की दोनों टांगों के अपनी टाँगे फैला के बैठ गयी और मेरा एक हाथ लीला की एक जांघ के दबोचे और दूसरी पर चमेलिया पूरी ताकत से, गुलबिया ने अपने दोनों हाथों से लीला के जबरदस्त जोबन को दबौच कर उसे जमीन से चिपका रखा था, अब लाख उछले लीला रानी बिना लीले बच नहीं पाएंगी,...
बाहर से भौजाइयां नारा लगा रही थीं,
अरे लीला, कुछ आज लीला, कुछ काल्ह लीला, लीला लीला,....
छुटकी अपनी हथेली से लीला की बिल रगड़ रही थी और थोड़ी देर में लीलवा पनियाने लगी,...
एकदम एक्सपर्ट भौजाइ की तरह छुटकी ननद को गीली कर रही थी, फिर दो उंगलिया मुंह में और सीधे एक झटके में लीला की बिल के अंदर,...
बाहर से एक भौजाई चिल्लाई,...
अरे छुटकी ये स्साली कातिक में कउनो कुत्ता नहीं छोड़ती, एक दो ऊँगली से का होगा ससुरी का,... और छुटकी की तीसरी ऊँगली भी अंदर, फिर जिस तेजी से अंदर बाहर कर रही थी, गोल गोल घुमा रही थी किसी चार बच्चो की माँ की भी हालत खराब हो जाती, साथ ही छुटकी ने अपना अंगूठा लीला की क्लिट पे लगा के रगड़ना शुरू कर दिया,...
और छुटकी लीलवा की बुर में ऊँगली करते हुए बाहर बैठी नंदों को, ... जो अबतक बहुत हल्ला कर रही थीं, गरिया रही थीं, कोई भौजाई पकड़ी जाती तो गारी दे दे कर, उन नंदों को अब चिढ़ा रही थी, ललकार रही थी,...
" अरे काहें चुपाय गयी, मुंहवा में कोई घोटाय दिया का,... जैसे तोहरी बहिनी को हां रहा है न बस थोड़ी देर और,... ऊँगली नहीं सीधे मैं मुक्का अंदर करुँगी, कोहनी तक,... घबड़ा मत जैसे लीला ननदिया को ऊँगली पेल रही हूँ बस दो चार दिन और हम सबके मायके से भाई आ आ के,... अगवाड़ा पिछवाड़ा दोनों,... अपने भैया से बहुत चुदवायी होगी अब हमरे भैया आके पलेंगे न तो पता चलेगा,... "
लीला काँप रही थी
पर घडी चल रही थी साढ़े तीन मिनट हो गए थे,... और अब चमेलिया भी मैदान में आ गयी बस उसने अपना मुंह लगाया और कस के क्लिट चूसने लगी , और गुलबिया जो दोनों जुबना दबोचे थी उसके निपल पकड़ के रंगड़ने मसलने लगी,... मिश्राइन भाभी ने छुटकी को इशारा किया अपनी ऊँगली फैला के और कैंची के फाल की तरह छुटकी ने ऊँगली फैला दी, लीला की बुर में और बुर के अंदर करोचने लगी,
और अचानक जिस तरह से लीला उछली मैं समझ गयी, छुटकी को उसका जी प्वाइंट मिल गया बुर के अंदर, और छुटकी भी समझ गयी बस वहीँ अंदर ऊँगली से उसने रगड़ना शुरू कर दिया,.... अब जबकि दुबारा लीलवा उछली तो मैंने छुटकी को ननद के चूतड़ की ओर इशारा किया और अब छुटकी की दो ऊँगली गाँड़ के अंदर,... पूरे दो पोर,...
बस लीला ने झड़ना शुरू कर दिया,... मैं कस के उस के दोनों पैर जकड़े हुए थी, मेरी सबसे छोटी बहन जिसे देख के मेरी ससुराल में सब ललचा रहे थे, वो, छुटकी लीलवा की बुर और गाँड़ दोनों में एक साथ ऊँगली कर रही थी.
, अब चननिया ने लीलवा के हाथ छोड़ दिए मैं भी हट गयी , जिससे सब ननदें भौजाइयां लीलवा की हालत और छुटकी की ताकत देख लें,...
बाहर बैठी सब ननदों को मालूम हो गया था छुटकी की ताकत की अकेले लीलवा ऐसी खेली खायी की दोनों ओर, बुर और गाँड़ में ऊँगली पेले हुए थी, जड़ तक, मेरी जेठानियाँ सब खुश होके प्यार से दुलार से मेरी छोटी बहन की कलाई की ताकत देख रही थीं, आखिर उन की भी तो छोटी बहन थी।
पांच मिनट होते होते लीलवा चार बार झड़ चुकी थी, वो लीलवा जिसको झड़ाने में इस गाँव के बड़े बड़े चुदक्क्ड़ मर्दों का पसीना छूट जाता था, छुटकी ने उसे झाड़ झाड़ कर थेथर कर दिया था।
जब हम सब ने छोड़ दिया तो भी उसे उठने में दिक्कत हो रही थी मैंने और चमेलिया ने उसे पकड़ के उठाया,... अब वो छुटकी को मुस्करा के देख रही थी,... बस मुस्कराती छुटकी ने लीलवा की बुर से निकली तीन उँगलियाँ उसकी मुंह में,... अरे चाट ला चासनी, जिसको चाटने के लिए यह गाँव क कुल लौंडे बेचैन रहते हैं,...
लीलवा भी कम नहीं थी जैसे कोई मोटा लौंड़ा चूसे उस तरह छुटकी की उँगलियाँ चूस रही थी, और जैसे ही वो उठी छुटकी ने लीलवा की गाँड़ से निकली ऊँगली उसके मुंह में ठेल दी
इहो तो तोहरे देह क हो ,...
तीसरा राउंड ख़तम हो चुका था,...
बस एक राउंड और ,... ननदों की टीम में अब चार बची थीं ,, नैना, गीता, कम्मो और पायल,... जो चार लड़कियां उनकी असली डिफेंडर थीं अब गायब हो गयी थीं.
भाभियों की टीम में अभी भी छः बची थी मैं मिसराइन भौजी, छुटकी, चमेलिया, गुलबिया और चननिया।
लेकिन मैं और मिश्राइन भाभी जानती थीं असली परेशानी,...
Ab precautions bhi bata hi do,All my friends…lots of rains floods and landslides are happening in northern India. Please take very good care of yourself and your family and stay safe. And use precautions while in home too
Wah Komalji jabardast.भाग ६२ फाइनल राउंड
( तीसरे राउंड के बाद - भौजाइयां ६ - ननदें ४ )
१०,४३, ९५९
तीसरा राउंड खतम हो चुका था, एक बार फिर हम लोग दो से आगे हो गए थे, बस एक राउंड और,...
लेकिन तीसरे राउंड में ननदों ने एक बार बराबरी कर ली, और उनका डिफेंस बहुत तगड़ा था वो तो तीसरे राउंड के अंत में लीलवा,... लीलवा तगड़ी भी थी, फुर्तीली भी और दिमाग भी उसका बहुत तेज चलता था,...
और उसके रहते बाहर हल्ला कर रही ननदों में जोश भी बहुत था,
पर छुटकी ने सिर्फ पकड़ने में पर बाद में रगड़ाई भी करने में, और मिश्राइन भाभी की चाल थी, जो छुटकी को उन्होंने चुना,... और ललकारा, हे छुटकिया आज जरा यह लीलवा क माँ बहिन सब चोद दे, मालूम हो जाए ननदन को तोहार ताकत और जोश,
मिश्राइन भाभी थीं ने इशारे से चमेलिया गुलबिया की जोड़ी को आगे बढ़ने से रोक दिया और छुटकी को इशारा किया, आगे का काम तेरे हवाले, तेरी भी तो ननद लगेगी।
छुटकी मिश्राइन भाभी को देख के मुस्करायी,... जैसे कोई शेरनी अपनी शाविका को शिकार करना सिखाती है उसी तरह मिश्राइन भौजी छुटकी को ननदों का शिकार करना सिखा रही थीं,...
छुटकी ने पल भर में लीलवा की शलवार का नाड़ा खींच के निकाल लिया, मुट्ठी में लपेटा और भौजाइयों की ओर,... एक हमारी पड़ोसन ने लपक लिया और लहरा के ननदों को दिखा के बोलने लगी,
" अभी तुम सब की भी शलवार, चड्ढी इसी तरह खुलेगी और इसी से हाथ बांधा जाएगा "
छुटकी के हाथों की फुर्ती से बिजली मात खा रही थी, जब तक लीलवा पैर से पैर फंसा के शलवार उतरने से रुके, सररर छुटकी ने दोनों हाथों से खींच के मिश्राइन भाभी को जीत की ट्राफी की तरह से उछाल दिया,...
लेकिन मैं समझ रही थी लीलवा इत्ते दिन से मैच खेल रही वो क्या करेगी, वो अपनी दोनों टांगों को फंसा के पलटी मारने की कोशिश करेगी, जिससे छुटकी उसकी बुर को हाथ न लगा सके,... बस मैं लीला ननद की दोनों टांगों के अपनी टाँगे फैला के बैठ गयी और मेरा एक हाथ लीला की एक जांघ के दबोचे और दूसरी पर चमेलिया पूरी ताकत से, गुलबिया ने अपने दोनों हाथों से लीला के जबरदस्त जोबन को दबौच कर उसे जमीन से चिपका रखा था, अब लाख उछले लीला रानी बिना लीले बच नहीं पाएंगी,...
बाहर से भौजाइयां नारा लगा रही थीं,
अरे लीला, कुछ आज लीला, कुछ काल्ह लीला, लीला लीला,....
छुटकी अपनी हथेली से लीला की बिल रगड़ रही थी और थोड़ी देर में लीलवा पनियाने लगी,...
एकदम एक्सपर्ट भौजाइ की तरह छुटकी ननद को गीली कर रही थी, फिर दो उंगलिया मुंह में और सीधे एक झटके में लीला की बिल के अंदर,...
बाहर से एक भौजाई चिल्लाई,...
अरे छुटकी ये स्साली कातिक में कउनो कुत्ता नहीं छोड़ती, एक दो ऊँगली से का होगा ससुरी का,... और छुटकी की तीसरी ऊँगली भी अंदर, फिर जिस तेजी से अंदर बाहर कर रही थी, गोल गोल घुमा रही थी किसी चार बच्चो की माँ की भी हालत खराब हो जाती, साथ ही छुटकी ने अपना अंगूठा लीला की क्लिट पे लगा के रगड़ना शुरू कर दिया,...
और छुटकी लीलवा की बुर में ऊँगली करते हुए बाहर बैठी नंदों को, ... जो अबतक बहुत हल्ला कर रही थीं, गरिया रही थीं, कोई भौजाई पकड़ी जाती तो गारी दे दे कर, उन नंदों को अब चिढ़ा रही थी, ललकार रही थी,...
" अरे काहें चुपाय गयी, मुंहवा में कोई घोटाय दिया का,... जैसे तोहरी बहिनी को हां रहा है न बस थोड़ी देर और,... ऊँगली नहीं सीधे मैं मुक्का अंदर करुँगी, कोहनी तक,... घबड़ा मत जैसे लीला ननदिया को ऊँगली पेल रही हूँ बस दो चार दिन और हम सबके मायके से भाई आ आ के,... अगवाड़ा पिछवाड़ा दोनों,... अपने भैया से बहुत चुदवायी होगी अब हमरे भैया आके पलेंगे न तो पता चलेगा,... "
लीला काँप रही थी
पर घडी चल रही थी साढ़े तीन मिनट हो गए थे,... और अब चमेलिया भी मैदान में आ गयी बस उसने अपना मुंह लगाया और कस के क्लिट चूसने लगी , और गुलबिया जो दोनों जुबना दबोचे थी उसके निपल पकड़ के रंगड़ने मसलने लगी,... मिश्राइन भाभी ने छुटकी को इशारा किया अपनी ऊँगली फैला के और कैंची के फाल की तरह छुटकी ने ऊँगली फैला दी, लीला की बुर में और बुर के अंदर करोचने लगी,
और अचानक जिस तरह से लीला उछली मैं समझ गयी, छुटकी को उसका जी प्वाइंट मिल गया बुर के अंदर, और छुटकी भी समझ गयी बस वहीँ अंदर ऊँगली से उसने रगड़ना शुरू कर दिया,.... अब जबकि दुबारा लीलवा उछली तो मैंने छुटकी को ननद के चूतड़ की ओर इशारा किया और अब छुटकी की दो ऊँगली गाँड़ के अंदर,... पूरे दो पोर,...
बस लीला ने झड़ना शुरू कर दिया,... मैं कस के उस के दोनों पैर जकड़े हुए थी, मेरी सबसे छोटी बहन जिसे देख के मेरी ससुराल में सब ललचा रहे थे, वो, छुटकी लीलवा की बुर और गाँड़ दोनों में एक साथ ऊँगली कर रही थी.
, अब चननिया ने लीलवा के हाथ छोड़ दिए मैं भी हट गयी , जिससे सब ननदें भौजाइयां लीलवा की हालत और छुटकी की ताकत देख लें,...
बाहर बैठी सब ननदों को मालूम हो गया था छुटकी की ताकत की अकेले लीलवा ऐसी खेली खायी की दोनों ओर, बुर और गाँड़ में ऊँगली पेले हुए थी, जड़ तक, मेरी जेठानियाँ सब खुश होके प्यार से दुलार से मेरी छोटी बहन की कलाई की ताकत देख रही थीं, आखिर उन की भी तो छोटी बहन थी।
पांच मिनट होते होते लीलवा चार बार झड़ चुकी थी, वो लीलवा जिसको झड़ाने में इस गाँव के बड़े बड़े चुदक्क्ड़ मर्दों का पसीना छूट जाता था, छुटकी ने उसे झाड़ झाड़ कर थेथर कर दिया था।
जब हम सब ने छोड़ दिया तो भी उसे उठने में दिक्कत हो रही थी मैंने और चमेलिया ने उसे पकड़ के उठाया,... अब वो छुटकी को मुस्करा के देख रही थी,... बस मुस्कराती छुटकी ने लीलवा की बुर से निकली तीन उँगलियाँ उसकी मुंह में,... अरे चाट ला चासनी, जिसको चाटने के लिए यह गाँव क कुल लौंडे बेचैन रहते हैं,...
लीलवा भी कम नहीं थी जैसे कोई मोटा लौंड़ा चूसे उस तरह छुटकी की उँगलियाँ चूस रही थी, और जैसे ही वो उठी छुटकी ने लीलवा की गाँड़ से निकली ऊँगली उसके मुंह में ठेल दी
इहो तो तोहरे देह क हो ,...
तीसरा राउंड ख़तम हो चुका था,...
बस एक राउंड और ,... ननदों की टीम में अब चार बची थीं ,, नैना, गीता, कम्मो और पायल,... जो चार लड़कियां उनकी असली डिफेंडर थीं अब गायब हो गयी थीं.
भाभियों की टीम में अभी भी छः बची थी मैं मिसराइन भौजी, छुटकी, चमेलिया, गुलबिया और चननिया।
लेकिन मैं और मिश्राइन भाभी जानती थीं असली परेशानी,...
Koi nai bhouji party. Dill chhota mat karo. Is khel me to har aur Jeet dono ka maza he.चौथा राउंड शुरू
चमेलिया,...
बस एक राउंड और ,... ननदों की टीम में अब चार बची थीं ,, नैना, गीता, कम्मो और पायल,... जो चार लड़कियां उनकी असली डिफेंडर थीं अब गायब हो गयी थीं.
भाभियों की टीम में अभी भी छः बची थी मैं मिसराइन भौजी, छुटकी, चमेलिया, गुलबिया और चननिया।
लेकिन मैं और मिश्राइन भाभी जानती थीं असली परेशानी,...
नैना भी अपनी असली ताकत जानती थी लेकिन उसने कभी नहीं सोचा था की आखिरी राउंड में वो पीछे रहेगी और सबसे बढ़कर उसकी डिफेंडर की पूरी यूनिट ख़तम हो जायेगी,...
अब हमारी टीम थक रही थी, खास तौर से मिश्राइन भाभी और चननिया, छुटकी अकेली ताजादम थी, ... गुलबिया और चमेलिया थकी तो नहीं थी लेकिन अब उतनी फ्रेश भी नहीं थी. उधर नैना, और गीता दोनों जोश से भरी और कम्मो और पायल छुटकी की उम्र की, एकदम छरहरी,... जोबन बस आ ही रहे थे, किसी लड़के के नीचे नहीं दबी थीं इसलिए छनछनाई गरमाई भी बहुत थीं,
हम लोग दो प्वाइंट्स से आगे थे। लेकिन ये बात नैना भी जानती थी की अब हम लोग थक रहे थे, खास तौर पर मिश्राइन भौजी और चननिया,... चननिया की उमर ३२ पार कर चुकी थी, दो बच्चे भी थे,... हाँ चमेलिया तो खैर मेरी अकेली देवरानी थी, मुझसे भी छोटी और गुलबिया हमसे साल भर पहले आयी होगी पर उमर में बराबर होगी और लड़का बच्चा का सवाल ही नहीं , मरद पंजाब था तो रतजगा भी नहीं होता था।
और नैना अब हमला मिश्राइन भौजी और चननिया,...पर ही करवाती।
अगर किसी तरह से मिश्राइन भौजी को उसने आउट कर दिया तो एकदम से सबकी हिम्मत जवाब दे जायेगी।
और चौथा राउंड शुरू हुआ और हर राउंड से अलग इस बार पहला प्वाइंट हमें ही,
हर बार नए राउंड के शुरू में ही एक प्वाइंट लूज करते थे, पर ऐसा नहीं हुआ, और इस बार क्रेडिट ले गयी गाँव की मेरी अकेली देवरानी, कल्लू कहार जो मेरे कुंवे पे पानी भरता था उसकी मेहरारू, चमेलिया,... रमजनिया से उसकी खूब पटती थी लेकिन जिस तरह से पायल ने रमजानिया को आउट किया,.... वो कुछ बोली नहीं लेकिन जब ननदों के पाले में गयी,... वो कुछ तय कर के गयी थी रमजनिया का बदला,...
हम सब ने उसको बोल रखा था किसी को मारने के चक्कर में मत पड़ना बस हमें ये दो प्वाइंट की लीड बचा के रखनी है,...
और अबकी पायल और कम्मो ललचाने का काम कर रही थी और एक साइड में गीता और एक में नैना झुकी बैठी थीं की लौटते हुए जब साँस थोड़ी थक जाए, बच के निकलने की जल्दी हो उस समय पकड़ लें, ...
लेकिन चमेलिया अंदर घुसी ही नहीं सीधे गीता के पीछे पड़ी. बायीं ओर वो थी, ... गीता उसे ललचाते, ललकारते चिढ़ाते और अंदर तक ले गयी, और अब पीछे से कम्मो और पायल,... नैना लाइन के पास अभी भी पकड़ने के लिए,
कम्मो और पायल दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ के उसे टैकल और ब्लाक करने की कोशिश की,
लेकिन गाँव की सबसे कम उमर की भौजाई,... वो एकदम बगल से डाइव मार के निकल गयी और तेजी से लाइन की ओर लपकी,.. आगे आगे पायल पीछे से कम्मो,...
लाइन बस चार -पांच हाथ रह गयी थी,...
नैना ने दोनों से इशारे से पीछे आने को कहा, अभी वो पकड़ भी लेतीं तो चमेलिया डाइव मार के,... उसका हाथ तो लाइन के पार पहुँच जाता,,...
हम लोग सोच रहे थे बस अगले पल चमेलिया वापस आ जाएगी,...
लेकिन चमेलिया थोड़ी धीमे हुयी बस हलकी सी,... ननदो को नहीं मालूम था की मेरी देवरानी के चार आंखे हैं, ... वो देख रही थी पायल जस्ट पीछे है,... और बिना रुके चमेलिया ने पीछे की ओर एड़ी से मारा, जैसे घोड़ी कोई दुलत्ती मारे,... और वो पायल को टच कर गयी,....
साथ ही चमेलिया ने डाइव भी आगे की ओर मारी ,... और लाइन पार,...
पायल जिस ने रमजनिया को अपनी फुर्ती से गेम से आउट किया था, अब खुद आउट हो गयी थी।
अब हम लोग तीन प्वायंट से आगे थे, बस पन्दरह मिनट का गेम बचा था।
भौजाइयों ने खूब जोर से हल्ला किया,... मेरी एक जेठानी, मेरी पड़ोसन जो मेरी ननद के बगल में बैठी थीं, उन्हें दबोच के चुम्मा लेते हुए बोला,...
" तेल वेल लगा के आयी हो का, अभी थोड़ी देर में हमर देवरानी कोमलिया आएगी गाँड़ फाँड्ने,.... मायके ससुरारे में बहुत कबड्डी खेली होगी लेकिन आज की रगड़ाई नहीं भूल पाओगी,... "
एक भौजाई जो पिछले साल कप्तान थीं और इस साल मार्गदर्शक मंडल में , उनकी निगाहे कच्ची ननदों के कच्चे टिकोरों पर अटकी थी, अपनी देवरानियों को बोला,...
" अरे देखो ये कौनो ननद स्साली भागने न पाए,... पांच साल की हार का आज बदला लेना है,... गिन लो कितनी है और घेर लो, कउनो छिनार भागे न पावे ,... "
लेकिन न हम लोगों की ये बढ़ी हुयी लीड ज्यादा देर टिक पायी न भौजाई लोगो का उत्साह,... घड़ी टिक टिक कर रही थी और कम्मो उधर से आयी,...
Pasa kab palat ta he kuchh pata nahi. Maza bahot aa raha he.कम्मो
चननिया आउट
लेकिन न हम लोगों की ये बढ़ी हुयी लीड ज्यादा देर टिक पायी न भौजाई लोगो का उत्साह,... घड़ी टिक टिक कर रही थी और कम्मो उधर से आयी,...
बहुत तेज फिरकी की तरह , कभी कभी इधर कभी उधर, जैसे पूरे गांव के लौंडो को अपने पीछे नचाती थी और कोई अभी उसकी चड्ढी खोल नहीं पाया था ,...
और हम सब समझ गए थे की नैनाने समझ लिया था अब भौजाइयों को अपनी ओर घेर के मारना मुश्किल है तो हमला कर के ही , और वो भी टार्गेटेड जिसका मैक्सिमम असर पड़े,...दूसरी बात नैना ने उधर से आनेवालियों को बोल रखा था, भाभियों को दौड़ाने के लिए थकाने के लिए और टारगेट पे चननिया मिश्राइन भौजी
और सबसे बढ़कर छुटकी के सामने पड़ने पर बचना था,...
मैं बोली तो नहीं लेकिन मैं समझ गयी कोशिश मिश्राइन भाभी को आउट करने की होगी, अब वो फुर्ती उनमे नहीं बची थी,... लेकिन मोरल सपोर्ट और मोटिवेशन वही दे रही थीं,.. और उनके आउट होते ही हम सब की हिम्मत आधी हो जायेगी, ... फिर उनका दिमाग जितना तेज चलता था, उड़ती चिड़िया के पर वो गिन लेती थीं, उनके बिना तो हम कुछ सोच ही नहीं सकते थे,... मैच जीतने का,
तो बस उनको हम लोगों ने दाएं कोने में,... और उनको सेव करने के लिए छुटकी और चमेलिया,... मैं पास में ही ,...
दूसरे साइड में चननिया और कजरी की भौजी, गुलबिया ,... जिसे मैंने इशारे से बता दिया था की अगर मिश्राइन भाभी पे हमला ऐसा हो जाये की वो बच ना पाएं तो उनके आगे आ के अपने को खुद छुवा लेना और कम्मो के ऊपर गिर पड़ना,...
कम्मो कभी आगे कभी पीछे.
और छुटकी बार बार कम्मो पर हमला करने का दिखावा करती, उसके टखने पकड़ने का, जाँघों को दबोचने का,.. लेकिन वो खाली दिखावा था पर कम्मो कभी डाइव मार के, कभी जम्प मार के बच जाती और थोड़ी देर में ही वो समझ गयी,.... की बिना छुटकी को हराये मिश्राइन भाभी तक पहुंचना असंभव है , और छुटकी से जूझने में पकडे जाने का पूरा खतरा है,... टाइम भी निकल रहा था,...
वो वापस लाइन के पास
हम लोगो को भी लगा की बस अब वो टाइम पास कर रही है,... लेकिन मिश्राइन भाभी का व्यूह हम लोगों ने ढीला नहीं पड़ने दिया, मैं, चमेलिया और छुटकी एकदम उन्हें घेर के ,...
लेकिन कम्मो फिर लपकी लेकिन अबकी उसका टारगेट चननिया थी. गुलबिया और चननिया दोनों पीछे की ओर,... पर चननिया थोड़ा सा धीमे थी, और उसे कम्मो ने हाथ बढ़ा के छुआ और जब तक हम सब कुछ करें, एक पार्ट हम लोगों का दाएं कोने पे था मिश्राइन भाभी के साथ , गुलबिया बाएं कोने पे
चननिया आउट
कम्मो मुड़ी और लाइन पार
ननदें एक बार फिर जोश में और सब गालियों का टारगेट मैं और छुटकी,
अभी चननिया गयी है फिर चमेलिया, गुलबिया,... नयकी को बचा के रखना आराम से स्वाद ले ले के , मेरी एक ब्याहता ननद बोलीं
अरे अभी सरेंडर कर दीजिये भौजी और अपनी एक बची हुयी बहिनिया महतारी को बुला लीजिये,... बस वरना, धोबिया को बोल दी हूँ, सांझ के पहले गदहवा ले के आ जाएगा, हम लोगों के सामने,... अरे हम सब पकड़ के निहुरा देंगें, सटा देंगे, बाकी का काम तो गदहवा करेगा,... लीलवा की सगी छोटी बहन रूपा शुरू से ही सबसे ज्यादा हल्ला मचा रही थी, वो चालू हो गयी
लीड हमारी फिर तीन से घट के दो पर आ गयी थी,...
और अभी भी ११ मिनट बचा था,... इत्ती देर में कुछ भी हो सकता था।
जो ननदें मैच के बाद होने वाली घमासान रगड़ाई से बचने के लिए छिपने की जगह ढूंढ रही थी, वापस आ गयी थीं और एक बार फिर नैना को जोश दिला रही थीं ,
तीन ननदें बची थी, नैना , गीता और कम्मो
हम भौजाइयों की टीम में पांच, मिश्राइन भौजी, मैं और छुटकी, चमेलिया और गुलबिया,...
मैंने छुटकी से आँखों में आँखों में बात कर लिए और चमेलिया गुलबिया को भी,...
मुझे लग रहा था अब गीता आएगी लेकिन उसके पहले हमारी ओर से किसी को जाना था, तो गुलबिया गयी, नाउन की बहू, कजरी की भौजी जो पिछली होली के ठीक पहले गौने उतरी थी, मेरी समौरिया ही,
और उसने अब किसी को मारने को कोशिश नहीं की, कम्मो ने खूब ललचाया, लेकिन दोनों ओर गीता नैना तैयार अगर वो ज़रा भी चक्कर में पड़ती तो मारी जाती,...हम सब समझ रहे थे की किसी तरह टाइम निकल जाए ये लीड बनी रहे
और वो बस किसी तरह से बच के वापस आ गयी,...
मैं समझ गयी थी अब गीता ही आएगी समय भी अब मुश्किल से आठ मिनट,... बस ये पांच छह मिनट निकल जाएँ और हमारी लीड कम न हो, अगर हमारी टीम से एक भी गया तो बस बालू की भीत की तरह सब ढह जाएगा,..
Dono to ki dosti bhi to tagdi he. Baheno jese. Bahot maza aa raha he. Amezingगीता
मैं समझ गयी थी अब गीता ही आएगी समय भी अब मुश्किल से आठ मिनट,... बस ये पांच छह मिनट निकल जाएँ और हमारी लीड कम न हो, अगर हमारी टीम से एक भी गया तो बस बालू की भीत की तरह सब ढह जाएगा,..
अब नैना के पास अपना अमोघ अस्त्र छोड़ने के अलावा कोई चारा भी नहीं था,... कम्मो अभी आयी थी, तो नैना या गीता,... और नैना अपने को आखिरी हमले के लिए बचा के रखती और अगर कहीं वो आउट हो जाती तो,...,
तो बस गीता को आना ही था और जो मुझे छुटकी को इस्तेमाल करना था,...
बस मुझे बहुत अच्छा भी नहीं लग रहा था लेकिन कोई चारा भी नहीं था,... जैसे कुंती को कर्ण से कवच कुण्डल मांगते हुए लगा होगा,... वैसा ही छुटकी को लगना था,... जैसे मैं उसकी बड़ी बहन थी उसी तरह गीता भी, बहन भी सहेली भी,...
मेरे भी मन में गीता के लिए स्नेह भी था इज्जत भी,... देखने में खूब मीठी एकदम शहद,... लम्बाई पांच चार या पांच पांच पांच की होगी,... और जैसे हाईस्कूल इंटर वाली लड़कियां होती है, पर जैसी लड़कियों के लिए तन्वंगी कहते हैं, तने की तरह चिकनी, छरहरी, हाँ गदरायी भी थी लेकिन सही जगहों पे बल्कि अपनी क्लास वालियों से ब्रा का नंबर दो ज्यादा ही होगा,...
लेकिन जिस बात के लिए मुझे अच्छी लगती थी,... उसकी दोस्ती सिर्फ बबुआने में नहीं, चमरौटी, भरौटी, अहीर टोला, ... सब जगह की लड़कियों से उसकी पक्की दोस्ती थी, चाहे घास काटने वाली हों या रोपनी, कटनी वाली और खेत में साथ साथ काम करती थी इसलिए उसकी देह भी खूब कसी, करेर, भागने दौड़ने में, हाथों की पकड़, बाहों की ताकत में किसी काम करने वाली से कम नहीं थी. गोरी खूब थी, चेहरे पे लुनाई और सबसे बड़ी बात उसकी बोली व्यवहार,... भले चमेलिया, गुलबिया भौजाई होने के नाते मेरी टीम में थीं लेकिन गीता से प्यार दुलार अपनी सगी ननदों से बढ़ के करती थीं,...
और अगर उनसे बढ़ के कोई उसे चाहता था वो वो मैं थीं,... और राज उसका कोई था नहीं, नीलू या चम्पा की तरह नहीं की,... अपने भाई के साथ था लेकिन , ..कोई छुपाव दुराव नहीं, और उसकी माँ को भी मालूम था,...
तो बस गीता के लिए मेरा ट्रम्प कार्ड छुटकी को दिया गया उसका एक वचन था जिसे छुटकी ने अभी भुनाया नहीं था,... और मैंने और छुटकी ने तय कर लिया था की बस यही मौका है छोटी बहन की तरह वो गीता से बोलेगी की वो,... गीता हार मान ले,...
हमारे ताकत के तौर पे बस दो बची थीं , चमेलिया और गुलबिया,...
और दोनों ने पहले गीता को पकड़ने की कोशिश की,... दोनों ने एक साथ दबोचा,... गीता हंसती रही मुस्कराती रही, और जब एक आगे एक पीछे, तो क्या धोबिया पछाड़ लगाया उसने चमेलिया के लिए,... वो दूर जाके, ....वो तो उसके गिरने के पहले मैंने और मिश्राइन भाभी ने संम्हाल लिया,... पर हम तीनों, भहरा के,
नंदों ने खूब जोर से बाहर हल्ला करना शुरू कर दिया,...
"आज रात भर यही आम के बाग़ में नयकी भौजी चोदी जाएंगी,... और चोदेगा कौन ",
एक ननद ने जोर से आवाज लगा के पूछा,
" हम सब ननदें , सब की मुट्ठी तैयार है नयकी भौजी की फाड़ने के लिए,... " सब ननदें हम सब ननदें,... जोर की आवाज गूंजी
अबकी मेरी ननद ने बोला,... और कल से
" हम सब के भाई,... " सब ननद जोर से बोलीं।
" और उस के बाद धोबियाने से गदहा ले आएंगे, यही बगिया में नयकी भौजी को निहुरा के,... गपागप, ... "
एक छुटकी बोली जिसकी अमिया अभी ठीक से आयी भी नहीं थीं,...
" हे भौजी लोग अब साल भर क गुलामी के लिए तैयार हो जाओ,... नयकी भौजी क तो महतारी और दोनों बहिनिया भी आएँगी , आप लोग भी अपने अपने मायके ,... "
एक मेरी पड़ोस की ननद बोली,... छुटकी सब ज्यादा हल्ला कर रही थीं,...
और मैं और छुटकी दोनों गीता की स्ट्रेटजी समझ गए, नैना ने उसे सिर्फ प्वाइंट स्कोर करने के लिए नहीं भेजा था बल्कि हमारी दो सबसे बड़ी स्ट्रेंथ चमेलिया और गुलबिया को न्यूट्रलाइज करने के लिए भेजा था, जिस तरह से उसने चमेलिया को उसने फेका था और अगर मैं और मिश्राइन भौजी ठीक टाइम पर नहीं सम्हालते तो वो पांच छह मिनट तक उठने के काबिल ही नहीं होती और अब सिर्फ सात मिनट बचा था ,
और चूँकि गुलबिया ने उसे पहले पकड़ा था तो गुलबिया गेम से आउट हो जाती बस हम तीन बचते,...
छुटकी भी यही सोच रही थी और गीता पल भर के लिए हमें देखती रही की कैसे हम तीनों , चमेलिया, मैं और मिश्राइन भाभी एक साथ गिरे,...
और इसी पल छुटकी ने बिजली की तेजी से गीता पर ऐंकल क्लैम्प वाला दांव लगाया। कोई दूसरा होता तो गया था,...
पर ये गीता थी, वो उछली, नैना की तरह वो भी तेल चुपड़ के उतरी थी,..
पर छुटकी की पकड़ तेज थी, हाथ उसका फिसला जरूर पकड़ कमजोर हुयी पर उसने छोड़ा नहीं,... और अब मैं भी आगयी थी अपनी छुटकी के साथ, मैंने गीता की जांघ पकड़ी,... और पीछे से गुलबिया ने जकड़ने की कोशिश की,
गीता हलके से धीमे हुयी देह को उसने गोल किया और तेजी से हवा में उछली और साथ में हम सब,... मेरा हाथ तो फिसल गया पर छुटकी और गुलबिया की पकड़ ढीली जरूर हो गयी पर छूटी नहीं,
और ऐन मौके पर चमेलिया ने आके उसे बॉडी टैकल किया और मैंने भी अब दूसरा टखना पकड़ा, और लाइन से दूसरी ओर खींच के ले गयी, अब हम चार वो अकेले, और मैदान के दांये कोने,... पल भर के लिए उसकी पीठ लगी तो छुटकी और चमेलिया दोनों उसके ऊपर चढ़ गयीं,... पर लग रहा था की गिरने में गीता के सर में हल्की सी चोट लग गयी है,...