आगाज ऐसा है तो अंजाम कैसा होगा...Thanks so much, abhi to garamnaa shuru kiya hai
आगाज ऐसा है तो अंजाम कैसा होगा...Thanks so much, abhi to garamnaa shuru kiya hai
च- चूत, चूची, चुदाई, चूसना... इत्यादि...किसी ने सच्ची कहा है की औरत च** के आगे बेबस हो जाती है
बाबा चूत चोद दास...या फिर कबूरदास...जिसने भी कहा एकदम सही कहा।
अब एक बार फिर से खिल उठने की बारी है मिसेज मोइत्रा की....Sab kuch hoga, lekin thode cooments , thode views aate rahen,....
गलती तो गलती से हीं होती है...वाह कोमल मैम
हमेशा की तरह मादक, शानदार और उत्सुक्त कर देने वाला अपडेट।
आपकी लेखनी धन्य है।
गलती से गलत जगह पोस्ट हो गया था, क्षमा प्रार्थी हूं।
सादर
wow Mrs Moitra ka number aa gaya ab.जोरू का गुलाम भाग २०७
मिसेज मोइत्रा और मंजू
20,12,82
मंजू के अंदर रस की गागर छलकती रहती थी, लेकिन वह रस की गागर दूसरे की भी छलकाना ढलकाना जानती थी और आज की रात मौका था, मिसेज मोइत्रा को न सिर्फ निचोड़ लेने का बल्कि उन्हें पागल कर देने का,... इसलिए उसने मिसेज मोइत्रा की दोनों बेटियों के घर से बाहर जाने का इन्तजार भी नहीं किया,... और फिर मिसेज मोइत्रा अगर सिसकने लगतीं,... तो जवानी की दहलीज पर चढ़ी बेटियों को भी कुछ अंदाज लग ही जाता मम्मी क्या कर रही हैं।
इसलिए मंजू मिसेज मोइत्रा को आलमोस्ट धकेलते हुए उनके बेड रूम में, बड़े से बिस्तर पर, दरवाजा भी बस लात से मारकर उढ़का दिया, और पहले तो मिसेज मोइत्रा का आँचल उड़ा दोनों कबूतर मंजू के हाथ में फिर बिन बोले पेटीकोट से उसने साड़ी खोल के निकाल ली, और साड़ी देह से अलग, ...
" ये साड़ी वाड़ी आपके ऊपर घर से बाहर ही अच्छी लगती है," ...
और दोनों सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में मिसेज मोइत्रा के ऊपर चढ़ी मंजू बोली, और हलके हलके दोनों ब्लाउज से छलकते जोबन दबा के चिढ़ाया,
" आज तो बाबू पे दोनों गोले ये चल गए, सिर्फ यहीं निगाह अटकी थी मैं देख रही थी साफ़ साफ़ "
मिसेज मोइत्रा कुछ नयी दुल्हन की तरह लजाई फिर मंजू से बोलीं,
" तू भी न कुछ बोलती रहती है , वो बेचारा बड़ा सीधा है तू भी न सबको,... "
हलकी सी गुदगुदी लगाते हुए मिसेज मोइत्रा के चोली के बंध खोलते मंजू ने छेड़ा,
" एक तो तू सीधी है , एक वो तेरा बेचारा चाहने वाला, मैं देख नहीं रही थी क्या , पैंट में कितना बड़ा सा बम्बू खड़ा था,... इसे देख के "
और अब चोली भी साड़ी के साथ और मिसेज मोइत्रा के जोबन मंजू के हाथ, रगड़ते मसलते मंजू छेड़ रही थी,... और मिसेज मोइत्रा ने भी कबूला,....
" बात तो तू सही कह रही है है तो सीधा लेकिन एकदम टनाटन था, और कितना बड़ा,... "
गलती उनकी भी नहीं उसके पहले तो उन्होंने मिसेज मोइत्रा की दोनों जवान होती बेटियों के चूजे दबाये थे और अब खुद मिसेज मोइत्रा जिस तरह से जुबना उभार कर, एकदम चिपकी हुयी, उनका इम्पोर्टेड सेंट और मिसेज मोइत्रा का हाथ भी सीधे उनके बल्ज पर, ... कोई भी कह सकता था की गलती स इन्ही जानबूझ के वो नापतौल कर रही थीं,...
और मिसेज मोइत्रा भी आज की पार्टी में लेडीज क्लब में गरमा गयी थीं , सिर्फ सॉफ्ट ड्रिंक वाली को ऑरेंज जूस के नाम पर ऑरेंज वोडका मिला दो ग्लास, तीन पेग के बराबर,... फिर भांग मिले गुलाबजामुन और रम और शुद्ध नान वेज मज़ाक, गालियाँ,... मिसेज मोइत्रा अच्छी तरह गरमा गयीं थीं मीटिंग में पूरी तरह मस्त लेकिन उनकी हालत और खराब हुयी जब लौटते हुए अपनी दोनों जुड़वां बेटियों का उन्होंने वीडियो देखा आडियो सहित,
ऑडियो पहले उनके दामाद की आवाज,...
Manju bhi ekdam mast hai. Mrs Moitra ko ekdam tayyar kar rahi hai Damad ke liye.मस्ताया दामाद गरमायी सास
लेकिन उनकी हालत और खराब हुयी जब लौटते हुए उन्होंने वीडियो देखा आडियो सहित,
ऑडियो पहले, उनके दामाद की आवाज,...
" यार मैडम के यहाँ जाने पर ,... एक ,... एक बड़ी मुश्किल हो जाती है ,... " उनकी आवाज थी।
" क्यों डांटती वाँटती हैं क्या , ... सही करती हैं , तुम काम ही ऐसा करते होंगे। " मेरी आवाज।
" अरे नहीं यार , वो डांट सकती ही नहीं , उनकी आवाज में ,... तो क्या कहूं ,.. एकदम शहद घुला है , तुम न समझती नहीं , वो बात दूसरी है। " वो बोले , फिर जारी रखा ,
" असल में , उनके ,... कैसे बताउं ,... उनके यहाँ मेरी पैंट टाइट हो जाती है ,... "
" मोटे हो रहे हो , सास खिलाती होंगी खूब , इसलिए रोज जाते हो , पैंट ढीली करवा लो कमर पर ,... " मैंने छेड़ा।
" अरे यार , कमर पर नहीं , यहाँ ,... वहां थोड़ा नीचे , एकदम वो ,... क्या करूँ जैसे उन्हें देखता हूँ , न अपने आप ,... " उन्होंने कबूला।
" बदमाश ,... " मैं फुसफुसाई। " तो साफ़ साफ क्यों नहीं कहते की ,... मिसेज मोइत्रा को देखकर तेरा खड़ा हो जाता है। मुन्ना तेरा बदमाश हो रहा हैं ,... " मेरी आवाज थी।
" लेकिन अगर उन्होंने तुझ इस हालत में देख लिया तो ,... " मैं फिर बोली ,
" यही तो डरता हूँ , ... किसी तरह कभी वहां हाथ रख लेता हूँ , कभी कुछ , कभी पैर मोड़ के , पर ,... बड़ी घबड़ाहट होती है अगर कहीं मैडम को पता चल गया। " वो बोले।
" घबड़ा मत कुछ नहीं होगा , ... सिर्फ तेरा कान पकड़ के घर से बाहर कर देंगी , और फिर उस घर के दरवाजे तेरे लिए हमेशा के लिए बंद , जो रोज वहां जाने के चक्कर में सुबह शाम रहते हो न , ...सब बंद।
" वही तो डरता हूँ , यार , ... तुम भी न और डराती हो। मुझे सबसे ज्यादा ये लगता है ,... वो इतनी सीधी साधी , भोली , शरीफ , ... मेरे ऊपर इतना ट्रस्ट करती हैं ,.. क्या सोचेंगी ,... कितना बुरा लगेगा उन्हें की मैं कैसी निगाह रखता हूँ उनके ऊपर ,... आज तक कभी किसी लड़की , औरत को देख कर नहीं हुआ , पर उन्हें देखते ही ,.. ये एकदम ,... पैंट एकदम टाइट ,... और एकदम साफ साफ़ ,.. " उनकी आवाज से घबड़ाहट परेशानी साफ़ साफ़ झलक रही थी।
" चल यार कोई बात नहीं , पर ये बता ,.. मैडम की कौन सी चीज तेरी ये हालत करती है , बोल न। मैं उनसे बताउंगी थोड़ी। " मैंने उन्हें पुचकारते हुए पूछा।
" सब कुछ लेकिन ,... लेकिन वैसे तो उनका आंचल और मैडम एकदम एकदम ,... लेकिन कहीं अगर पल भर के लिए आँचल उनका ढलक गया , बस मैं लाख ट्राई करूँ , ... ये अगले ही पल लोहे का रॉड। वो तुरंत ठीक कर लेती हैं , मैं भी निगाह हटा लेता हूँ , पर उतनी ही देर में , ... ये एकदम टनटना जाता है , ... पूरा। और मैडम के ,... हैं भी यार ,... आज तक मैंने फोटो में भी कभी परफेक्ट दूध के कटोरे नहीं देखे , ... खूब गोरे , परफेक्ट साइज शेप और इस साइज पर भी एकदम कड़े ,... "
" स्साले , अपनी सास के मम्मों पर नजर रखता है , बदमाश ,... अच्छा बोल मुन्ना क्या मन करता है , कभी मिल भी जाएँ तो ,... " मैंने और छेड़ा।
" क्या यार कोई चांस नहीं। वो इत्ती सीधी , और मैं। .. मैं सोच भी नहीं सकता , बस डरता हूँ कहीं उन्हें मालुम हो गया ,... की ,... " वो बहुत घबड़ा रहे थे।
" अरे यार कैसे मालूम होगा , तेरी हिम्मत नहीं सात जन्म बोलने की , मैं बताउंगी नहीं ,.. और ये बात तेरी सही है , तुझे वो सात जन्म नहीं मिलने वाले ,..लेकिन मान ले ,... . लेकिन मान लो सपने में , ... कभी फैंटेसी में ,... तो क्या करोगे उनके साथ ,... " उन्हें और चढाती मैं बोली।
" सब कुछ ,... किस सक , हग और ,... और ,... " वो हकला रहे थे।
" और ,... और टिट फक नहीं करोगे ,... " मैंने उनकी बात पूरी की।
" एकदम यार टिट फक के लिए तो आइडियल हैं उनके बूब्स ,... सच में इसी लिए ,.. तो बस एक झलक देख कर , पूरा खड़ा हो जाता है , और मैं लाख कोशिश करूँ स्साला बैठता ही नहीं। "
" और बूब्स के साथ साथ साथ , ... " मैंने बात आगे बढ़ाई।
" उनके हिप्स ,... ऐसे हिप्स तो मैंने सपने में भी नहीं देखे ,... जस्ट परफेक्ट , एकदम क्लासिकल ,.. भरे हुए बड़े , मांसल लेकिन कितने कड़े ,... पर ,.. "
" पर क्या ,... " मैंने खींचा उन्हें।
" तुम भी न , मैंने तुम्हे , .... प्लीज प्लीज गलती से भी उन्हें मत बताना , वो इत्ती सीधी , शरीफ ,.. उनके मन में मेरे लिए इतनी अच्छी भावना ,... क्या सोचेंगी मेरे बारे में , ... यहाँ तो यही फटती रहती है की कहीं वो देख न लें , की उन्हें देख कर मेरी क्या क्या बुरी हालत हो जाती है ,... मैं न जाऊं उनके यहाँ तो वो बुरा मान जाएँगी , ... मन मेरा भी भी करता है उनके यहाँ जाने का ,... पर अब डर भी लगता है की कहीं मेरे इसको उन्होंने देख लिया तो कितना नाराज होंगी , कितना बुरा लगेगा उन्हें ,... और तुम भी न ,... उनकी बात करके ,.. अब ये बैठेगा भी नहीं जल्दी ,... ऐसा तुमने खड़ा कर दिया। " वो धीमे धीमे बोले।
" देख यार तेरे सास का तो मैं कुछ कर नहीं सकती , चल सास की बेटी से काम चला ले न ,.. "
मिसेज मोइत्रा के मन में उनके दामाद की बातें घूम रही थीं, वैसे तो कितना,... लेकिन है बहुत हैंडसम बस थोड़ा सा बुद्धू है, घबड़ाता है,... और वो यादों की बारात से वापस आयीं, मंजू की आवाज से,...
मंजू कस कस के अपने दोनों हाथों से उनके खुले खिले जोबन रगड़ रही थी, मसल रही थी, मंजू का हाथ लगते ही उनका मन गिनगिनाने लगता था, गीली होने लगती थीं वो ,
मंजू बोली, क्या सोच रही हैं दामाद का खूंटा, अरे आपकी इन दोनों चूँचियों के बीच डालकर चोदेगा वो हचक हचक के, जैसे लालचियों की तरह देखता रहता है , ... चूँची चोदे बिना नहीं छोड़ेगा अपने सास की,...
मिसेज मोइत्रा भी मंजू के रंग में रंग गयी थीं, ब्लाउज मंजू का भी उतर गया था. मंजू की बड़ी बड़ी चूँचियाँ दबाते मिसेज मोइत्रा हंस के बोलीं,
" तो चोद ले न चूँची , सास दामाद के बीच दूसरा कोई क्यों बोलेगा उसके सास की चूँची,.... "
और मंजू ने तभी कस के एक निपल खींच कर पिंच किया,... और मिसेज मोइत्रा सिसक पड़ीं तेजी से, ... आवाज बाहर तक,
तभी बाहर से आवाज आयी,... हम लोग जा रहे है सुबह मेरी दोनों बहने मेरे पास से ही,..मैंने आवाज लगाई उनकी दोनों बेटियों को अपने साथ ले जाते हुए .
बात काट के मंजू ने वही से आवाज लगाई,
"जाइये मैं दरवाजा बंद कर लूंगी "
और झुक के मिसेज मोइत्रा के दूसरे निपल को कचकचा के काट लिया ,
और अबकी जो वो सिसकी चीखीं पक्का था घर से बाहर निकल रही उनकी बेटियों को जरूर सुनाई पड़ा होगा,
पर उस मजे के आगे मिसेज मोइत्रा अब सब भूल चुकी थीं, फिर जो मंजू ने कस कस के पांच मिनट तक उनके निपल चूसे, चूँचियों की रगड़ाई की, मिसेज मोइत्रा एकदम गीली हो गयीं, ... एक हाथ से वो चूँची मसल रही थी दूसरे से उसने मिसेज मोइत्रा के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया अब पेटीकोट भी फर्श पे,...
" हे तू काहें छिपा के रखी है अपना खजाना,... "
मिसेज मोइत्रा भी अब मंजू के रंग में रंग गयी थीं,... और मंजू के पेटीकोट का नाड़ा उन्होंने भी खोल दिया,...