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अपडेट पोस्टेड - एक मेगा अपडेट, जोरू का गुलाम - भाग २३९ -बंबई -बुधवार - वॉर -२ पृष्ठ १४५६
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Wah kya style komal ji Mrs Moitra se baat ugalwane ki.मस्ती मंजू और मिसेज मोइत्रा की
" हे तू काहें छिपा के रखी है अपना खजाना,... " मिसेज मोइत्रा भी अब मंजू के रंग में रंग गयी थीं,... और मंजू के पेटीकोट का नाड़ा उन्होंने भी खोल दिया,...
थीं तो दोनों ऑलमोस्ट समौरिया, मंजू दो चार साल बड़ी रही होगी, लेकिन चालीस के नीचे ही, ... दोनों ही लम्बी ५-६, ५-७ के आसपास, भरी भरी देह की, जोबन और चूतड़ दोनों के जबरदंग,... लेकिन जरा भी ढीले नहीं,
मंजू तो कभी भी ब्रा और चड्ढी नहीं पहनती थी,... अब उसने मिसेज मोइत्रा को भी ये आदत डलवा दी थी,
और आज लेडीज क्लब की मीटिंग में भी वो बिना ब्रा पैंटी के गयीं,... ब्रा तो इसलिए की वैसे ही चोली उनकी बहुत टाइट थी ब्रा के बाद तो घुस ही नहीं सकती थीं,... और पैंटी उनके हाथ से मंजू ने छीन ली, 'इतने दिन बाद घर से बाहर निकल रही हैं थोड़ा बुलबुल को भी हवा धूप लगने दीजिये,...'
मंजू की एक बेटी, गीता जो मिसेज मोइत्रा के जुड़वाँ बेटियों से मुश्किल से चार साल बड़ी रही होगी,
मिसेज मोइत्रा की जुड़वां बेटियां, मंजू की बेटी से तीन चार साल छोटी, लेकिन मंजू की शादी भी जल्दी हो गयी थी,... फर्क सिर्फ इतना था की मंजू को खेत जोतने वालों की कमी नहीं थी और मिसेज मोइत्रा के खेत ने कितने सालों से हल देखा नहीं था,... और इसलिए वो थोड़ी चिड़चिड़ी ज्यादा हो गयी थीं पर मंजू के आने के बाद वो भी अब मंजू के रंग में ढल रही थीं।
" हे तू काहें छिपा के रखी है अपना खजाना,... " मिसेज मोइत्रा ने जो मंजू के पेटीकोट को खोलते हुए छेड़ा तो मंजू हँसते हुए बोली,
" अरे खजाना छुपाने के लिए नहीं लुटाने के लिए होता है, ... "
और मिसेज मोइत्रा की दोनों जाँघों को फैला के बीच में हथेली से रगड़ते हुए चिढ़ाया,
" और यह खजाना भी जल्दी ही लुटेगा, और लूटेगा आपका दामाद,.... अब तैयार हो जाइये खजाना और जुबना दोनों लुटाने के लिए,...
और मंजू उनके ऊपर से उठी, बाहर का दरवाजा अभी भी खुला था,... उसे बंद करने के लिए वो उठी तो फर्श पर से मिसेज मोइत्रा के सारे कपडे भी अपने कपड़ों के साथ समेट लिए और बाहर, और बुदबुदा रही थी, आज सारी रात इन्हे ऐसे ही , कपड़ा छोडो एक सूत भी बदन पे नहीं रखने दूँगी,....
लौटने के पहले मंजू ने अपने एक यार को फोन घुमाया कुछ मंगाने के लिए, और सीधे हमला बोल दिया, दोनों जाँघों के बीच हथेली से मसलते हुए मंजू ने चिढ़ाया, "गीली हो रही है क्या दामाद की याद आ रही है, खूब कड़ा है न "
सच में एकदम लोहे का रॉड, मिसेज मोइत्रा बोलीं,
वो ,सोच रही थीं बस पल भर के लिए जान बूझ के पैंट के ऊपर से उन्होंने बल्ज को छू दिया था,... कितना सख्त,...
और मंजू ने झटके में एक साथ दो ऊँगली पेल दी, अभी भी मिसेज मोइत्रा की बुर अभी भी बहुत टाइट थी,... पेलते हुए मंजू ने चिढ़ाया
" क्यों अपने साहब की मोइत्रा साहब की याद आ रही है,... "
मिसेज मित्रा चिढ गयीं, बोली 'क्या केंचुआ की याद दिला दी कड़ियल नाग के सामने, ...'
" लेकिन आपका मोइत्रा साहब के टाइम में जलवा कितना था "
बुर में से ऊँगली निकाल के मिसेज मोइत्रा के होंठों पर रगड़ते हुए मंजू बोली।
और मिसेज मोइत्रा उठ के बैठ गयी और मंजू को गले लगा के बोलीं,
" तुमसे क्या छिपा है, लेकिन जितना मेरा जलवा अब हो गया है न सब उसी मेरे दामाद के चक्कर में,... वो जो हॉट्रिकलचर वाला मिसेज एम डी के दस बार फोन करने पर भी नहीं आता था, खुद और बेस्ट रोजेज, मोइत्रा के जाने के बाद तो मैं कहीं फोन नहीं करती थी और करती थी तो कोई उठाता नहीं था लेकिन अब,
जब से मेरा ये,दामाद ... एक फोन और,... और सिर्फ टाउनशिप में नहीं बाहर भी ,... मिस्टर मोइत्रा के टाइम पे तो उनके सेक्रेटरी से कहो,... मैं जानती हो क्लब क्यों नहीं जाती थी, मैं जानती थी पहले मेरी इज्जत थी लेकिन अब वहां मिस्टर मोइत्रा के जाने के बाद कोई पूछेगा नहीं, ... जिन चमचियों के लिए मैंने इतना किया उनके हस्बेंड को एक से एक टेबल , पोस्ट, ... वो भी नजर मोड़ ले रही थीं,..
मिसेज मोइत्रा ने एक पल रुक के साँस ली और फिर अपने दिल की सब बात मंजू से कह डाली। अब वो उनकी पक्की और अकेली सहेली थी, पूरी राजदार। और फिर बात जारी रखी,
पर आज मुझे खुद विश्वास नहीं हुआ, सब की सब मेरे इन्तजार में बाहर खड़ी थी, और वो चमचियाँ बस मेरे पैर पे गिर के उन्होंने माफ़ी नहीं मांगी बाकी सब कुछ,... कोई फैसला कुछ भी मेरे पूछे बिना नहीं , यहाँ तक की सबको मालूम था की मुझे ऑरेंज जूस पसंद है और कोई ड्रिंक नहीं तो मेरे लिए वो भी,... कौन करेगा इतना ,...
मेरी बेटियों का भी जलवा, ... देखो पहले स्कूल में २ मिनट भी लेट हुईं तो गेट बंद मुझे लौटा दिया, और अब ठाठ से जाती है दोनों, गाडी पहचान के गेट मैं दूर से देख के गेट खोलता है,... टेनिस में भी जीती सब "
हलके से धक्के से मंजू बाई ने मिसेज मोइत्रा को बिस्तर पर गिरा दिया, .... और प्यार से कस के जोबन दोनों दबाते बोली,
" तुम हो बुद्धू,... ये तेरे दामाद न तेरे इस जुबना के लिए पागल है, इसलिए सब करता है की आप पे असर पडेगा तो आप किसी दिन,.... उसको जुबना क दान दे दीजियेगा,... "
" तो ले ले ना मेरे जोबन मैंने कब मना किया है " वो भी अब किसी सहेली की तरह मंजू की अपने टक्कर की चूँचियाँ कस के मसलते बोलीं,
" अरे तो तूने पकड़ा था न " मंजू ने फिर छेड़ा, ...
" हाँ पकड़ा क्या बस हलके से छुआ था स्साली देख के मेरी गीली हो रही थी,... " मिसेज मोइत्रा ने कबूला।
" क्या छुआ था, नाम लेने में तो तेरी स्साली गाँड़ फटती है,... नाम तो ले नहीं पा है " मंजू बोली कचकचा के उनके निपल काटने लगी और मिसेज मोइत्रा भी खिलखिला के हंसने लगीं जैसे मंजू ने उनकी रगरग समझ ली थी उसी तरह उन्होंने भी,... बिना बुलवाये वो,... और वो और मंजू तो अब, ... फिर आज लेडीज क्लब में भी सब एकदम खुल के,... हंस के बोलीं
लंड मेरे दामाद का लंड
पांच बार बोलने पे ही मंजू ने निप्स छोड़े और फिर गाल पर चूम के बोली ,
तू सीधे से नहीं मानती कटवाने का मन कर रहा हो बोल दे न स्साली, अच्छा बोल तेरे तो दामाद का और तेरी दोनों बेटियों का,
मेरी बेटियों के जीजू का लंड, ... स्साला क्या मस्त खड़ा था मन कर रहा था
Wah ri Manju. Mrs Moitra ki training ke sath sath apni bhi santushthi kar rahi hai.मंजू की ट्रेनिंग
" क्या छुआ था, नाम लेने में तो तेरी स्साली गाँड़ फटती है,... नाम तो ले नहीं पा है "
मंजू बोली कचकचा के उनके निपल काटने लगी और मिसेज मोइत्रा भी खिलखिला के हंसने लगीं जैसे मंजू ने उनकी रगरग समझ ली थी उसी तरह उन्होंने भी,... बिना बुलवाये वो,... और वो और मंजू तो अब, ... फिर आज लेडीज क्लब में भी सब एकदम खुल के,... हंस के बोलीं
"लंड मेरे दामाद का लंड"
पांच बार बोलने पे ही मंजू ने निप्स छोड़े और फिर गाल पर चूम के बोली ,
'तू सीधे से नहीं मानती कटवाने का मन कर रहा हो बोल दे न स्साली, अच्छा बोल तेरे तो दामाद का और तेरी दोनों बेटियों का,"
"मेरी बेटियों के जीजू का लंड, ... स्साला क्या मस्त खड़ा था मन कर रहा था बस उसमे पेलवा लूँ उस स्साले से "
मिसेज मोइत्रा भी अब रंग में आ गयी थीं
" स्साली भोंसड़ी की गलती तेरी ही है खोल के लंड पकड़ लेना चाहिए था न , मुठिया देती तो स्साला खुद पागल हो जाता नंबरी चोदू है वो खाली बित्ते भर का लंड नहीं है बिना तीन बार झाड़े कभी झड़ता नहीं है लेकिन जिस दिन तेरी चोदेगा न वो दो दिन बिस्तर से उठ नहीं पायेगी "
मंजू ने और आग लगाई
" अरे मंजू नहीं उठूंगी न , तू हो है ही न कर देना सब मेरा काम लेकिन तू भी न हाँकती बहुत है कोई मर्द हो सकता है जो औरत के झड़ने का इन्तजार करे,... और तू ऊपर से तीन बार बोल रही, मिस्टर मोइत्रा तो नीली गोली फुल पावर की खा के भी, ... साल दो साल में एक बार, घुसने के पहले बाहर फेंक देते थे,,.. तुझे कैसे मालूम स्साली तू भी किस्से सुनाती है मानतीं हूँ उसका मोटा है लम्बा है कड़क भी है इतना तो बल्ज देख के भी अंदाजा लग जाता है "
मिसेज मोइत्रा भी अब मंजू की तरह ही बोल रही थीं।
" अरे मैंने देखा है यह मत पूछना किसके साथ, कोमल मैडम के साथ, दोनों इतने चुदवासे रहते हैं हरदम उन्हें फरक नहीं पड़ता की घर में मैं हूँ और वैसे भी कोमल तो मेरी सहेली की तरह जैसे आप हो गयी हो अब,... "
और मंजू ने इनकी चुदाई का किस्सा सुनाना शुरू कर दिया। लेकिन उसके पहले, मंजू ने मिसेज मोइत्रा को इशारा कर दिया की उन्हें क्या करना होगा अगर दामाद का किस्सा सुनना है,...
" जरा नीचे मुंह लगाओ न, ज़रा ठीक से झाड़ दो तो आज वो सब बताउंगी न की दामाद अगले दिन आएगा तो सीधे मुट्ठी में,... " और मंजू ने अपनी मांसल जाँघे फैला के मिसेज मोइत्रा का सर खींच के अपनी बुर के बीच में,... "
चटवाया तो मंजू ने पहले भी दो चार बार था,... लेकिन आज तो पूरी रात अपनी थी, वरना मिसेज मोइत्रा के मन में ये डर रहता थी की कहीं उनकी जुड़वां बेटियां न आ जाएँ,...
मंजू ने उनका सर पकड़ कर उनके होंठ सीधे अपनी बुर की फांको पर,... और वो चुसूर चुसूर,... ऐसी नौसिखिया भी नहीं थी लेकिन बहुत दिनों से,... मंजू कुछ देर तक उनका सर सहलाती रही और सोचती रही, इस स्साली की दोनों कच्ची उमर वाली बेटियों से चुसवाने में कितना मजा आएगा,... सुबह शाम दोनों टाइम।
छुटकी तो थोड़ी बहुत चंगुल में आ रही है, उसकी चुनमुनिया उन्होंने सहलाई है एकदम कच्ची, लेकिन मक्खन मलाई,... लेने के लिए बिलकुल तैयार,... बड़की भी पट जायेगी, ...
अभी तो उन दोनों की माँ मंजू की जाँघों के बीच चूस रही थी कस के पर सर उठा के वो बोली,...
" मंजू सुना न यार, तूने खुद देखा है न "
मंजू ने उसका सर पकड़ के वापस अपनी बुर पे सटा दिया और बोली,... एकदम देखा है और ये बात गारंटी से कहती हूँ , तेरी चूँची भी चोदेगा वो गाँड़ भी मारेगा। बिना गाँड़ मारे छोड़ेगा नहीं, ... अरे पूरा नंबरी चोदू है, ... दिन में खाने में आएगा और मुझसे पहले ही बोल देगा आज जल्दी नहीं है थोड़ी देर से, ... और दरवाजा भी नहीं बंद करता चालू,... मैं कह रही थी न की तीन पानी बिना झाड़े,... तो पहला पानी तो वो करीब करीब चाट चाट के चूस के
और जब मैडम एकदम गरमा जाती हैं , झड़ने के करीब हो जाती हैं दस बार उसे कहती हैं, साफ़ साफ़ चोद न चोद न, उसकी माँ बहन का नाम ले ले के गारी देती हैं तो पहला धक्का ही इतना कस के मारता है की बच्चेदानी तक हिल जाती है, बांस ऐसा है भी,... “
सुन सुन के मिसेज मोइत्रा की हालत खराब हो रही थी, और अपना सारा जोश वो मंजू की बुर पे दिखा रही थी, पूरी ताकत से चूसती थीं, कभी पूरी जीभ निकाल के चपड़ चाटती थीं सोचती थीं, उस से भी ऐसे ही चटवाउंगी जरा भी मुंह हटाया तो दूंगी एक कस के,...
मंजू को भी चुसवाने में मजा आ रहा था, कभी वो चूतड़ उचकाती तो कभी कस के मिसेज मोइत्रा का सर अपनी बुर पे दबा के रगड़ती,...
" हे जीभ डाल न अंदर, पेल कस के जैसे वो पेलेगा तेरी बुर में,... "
सोच के ही मिसेज मोइत्रा गीली हो गयीं, आराम से खूब चुदी मंजू की बुर की दोनों भरी भरी फांको को उन्होंने ऊँगली से फांक किया और जीभ अंदर ठेल दी, उनकी जीभ गोल गोल घूम रही थी मंजू की बुर में और होंठ दोनों अभी भी बुर चूसने में लगे थे.
बहुत दिन बाद मिसेज मोइत्रा बुर चूस रही थीं, जब वो बोर्डिंग में गयी थीं, क्लास ११ में कलिम्पोंग में
Wow Komal ji aap kamaal ki writer ho. Chhoti chhoti baton ko itna interesting banaa deti ho . Mazaaa aa jata hai.बोर्डिंग की रैगिंग
सोच के ही मिसेज मोइत्रा गीली हो गयीं, आराम से खूब चुदी मंजू की बुर की दोनों भरी भरी फांको को उन्होंने ऊँगली से फांक किया और जीभ अंदर ठेल दी, उनकी जीभ गोल गोल घूम रही थी मंजू की बुर में और होंठ दोनों अभी भी बुर चूसने में लगे थे.
बहुत दिन बाद मिसेज मोइत्रा बुर चूस रही थीं, जब वो बोर्डिंग में गयी थीं, क्लास ११ में कलिम्पोंग में, गर्ल्स स्कूल था, और पहली रात ही रैगिंग में सीनियर गर्ल्स ने चूत चूसना सिखा दिया था,...
घुटने के बल बैठ के,.. लेट के, कोई सीनियर ऊपर चढ़ जाती अपनी चूत मुंह में रगड़ती,...
और पहली रात ही वार्निंग मिल गयी थी, अगर चूस चूस के पानी नहीं निकाला न, तो दूसरा वाला, खारा वाला पानी पिला दूंगी,... महीने भर रैगिंग चली, कोई दिन नहीं बचता था जब चार पांच सीनियर्स की उन्हें,... और रैगिंग ख़तम होने के बाद तो उन्हें भी अच्छा लगने लगा था, कोई जबरदस्ती करे, जबरदस्ती ऊपर चढ़ के चुसवाये,...
जैसा इतने दिनों बाद आज मंजू कर रही थी, गाली दे कर, जबरदस्ती कर के,...
जैसे कोई एक बार साईकिल चढ़ ले, चला ले तो दस साल बाद भी उसे सिखाना नहीं पड़ेगा, कुछ देर बाद तो वो एक हाथ छोड़ कर चलाने लगेगा, वही हाल, चूत चटोरियों का होता जिन्हे हाईस्कूल इंटर में एक बार चूसने की आदत लग गयी, दस साल बाद भी बस,.. थोड़ी सी जोर जबरदस्ती और वो उसी तरह सपड़ सपड़, दिमाग भूल जाए, जीभ नहीं भूलती।
लेकिन मिसेज मोइत्रा मंजू को चूसते समय आज डबल जोश में थी, एक तो जो वो गरिया रही थी, रगड़ रही थी, जबरदस्ती कर रही थी उन्हें अपने टीनेज के दिन , स्कूल की रैगिंग की मस्ती याद आ रही थी, ...
दूसरे जिस तरह वो उनके दामाद, उनके जुड़वाँ बेटियों के जीजा का हाल बयान कर रही थी वो सोच सोच के बहुत दिनों बाद आग लगी थी, बस सोच रही थीं की कब कैसे चोदे वो,...
अब कुछ भी करना पड़े, कुछ भी का मतलब कुछ भी, शादी के बाद से एक बार भी उनकी चुनमुनिया की प्यास नहीं बुझी थी. और जिस तरह से मंजू बखान कर रही थी,...
तेरी कलाई से भी मोटा है और तेरे बित्ते से भी लम्बा,...
और मिसेज मोइत्रा को अपने पति मोइत्रा का याद आ रहा था, सालों से तो किया नहीं था, पहले वो नीली वाली गोली खा के दो मिनट, ... लेकिन जब से ब्लड प्रेशर की परेशानी बढ़ी वो भी बंद,... और जब करते भी थे गोली वाली खा के,... यहाँ मंजू कलाई से मोटा की बात कर रही है, वहां मोइत्रा का तो लिटिल फिंगर से भी पतला था, ....
"क्या जोर जोर से धक्के मारता है वो तेरा दामाद,... मैं किचेन में रहती हूँ तब भी सुनायी पड़ता है, जिस तरह से सिसकियाँ आती हैं,... कई बार तो देखा भी है दिन दहाड़े,... लेकिन एक बात बड़ी मजेदार है,"
मंजू चालू थी और मिसेज मोइत्रा उसकी बुर चूसती हुयी नीचे लेटी कान पारे सुन रही थीं। और अब मंजू बाई ने जो बात बोली, वो सुनने के लिए ही उनके कान तरस रहे थे,...
" वो तेरा बहनचोद दामाद, लेकिन पागल है तेरे जोबन पे, एकदम दीवाना,... "
कस कस के मिसेज मोइत्रा की बड़ी बड़ी चूँचियों को निचोड़ती हुयी ,... निपल पकड़ के रगड़ती अपनी बुर से उनके मुंह पे धक्के मारती बोली, और फिर बताया,...
" दर्जनों भर बार तो मैंने अपने कानों से सुना है, अपनी बीबी से बोलतेहुए
" यार जोबन हों तो मैडम जैसे, छूने को तो इस जनम में मिलेंगे नहीं लेकिन ब्लाउज के अंदर से ही देख कर के वो मजा आ जाता है,... "
और उधर से वो भी कोमल मैडम भी चिढ़ा के बोलती हैं,
" तो मांग ले,.. न जितना हक़ जीजा साली का एक दूसरे पर है उससे कम सेक्सी रिश्ता सास दमाद का नहीं है,... उनकी एक बेटी पे तो बिना नागा चढ़ते हो तो अब माँ बहन पे भी मेरी नंबर लगाओगे क्या,... न मैं मना करुँगी, न वो सब लेकिन स्साले तेरी ही फटती है "
मिसेज मोइत्रा की जीभ मंजू की बुर में थी लेकिन उनके दिमाग में अपने दामाद का मोटा लंड नजर आ रहा था,... मंजू एकदम सही बोल रही है,... आज पार्टी के बाद कोमल ने यही आडियो तो सुनवाया था
कोमल जी, मैं पति के साथ विदेश चली गई और निरंतरता खो गई। मैं इसके लिए अपने पाठकों से क्षमा चाहती हूँ। नीचे कुछ पंक्तियोंके साथ उस एपिसोड को ख़त्म करना चाहती हूँWe miss you badly on this thread,
आपकी जीजा साली वाली कविता कहानी बीच में रुक गयी है, पाठकों के साथ
जीजा और साली भी इन्तजार कर रहे हैं।
कोमल जी, मैं पति के साथ विदेश चली गई और निरंतरता खो गई। मैं इसके लिए अपने पाठकों से क्षमा चाहती हूँ। नीचे कुछ पंक्तियोंके साथ उस एपिसोड को ख़त्म करना चाहती हूँWe miss you badly on this thread,
आपकी जीजा साली वाली कविता कहानी बीच में रुक गयी है, पाठकों के साथ
जीजा और साली भी इन्तजार कर रहे हैं।
कोमल जी, मैं पति के साथ विदेश चली गई और निरंतरता खो गई। मैं इसके लिए अपने पाठकों से क्षमा चाहती हूँ। नीचे कुछ पंक्तियोंके साथ उस एपिसोड को ख़त्म करना चाहती हूँ
चोद दिया साली को जीजाजी ने रीझ से
साली हो गई ग़ाबिन जीजाजी के बीज से
पति भए चुतिया दुबई में काम हो रहा है नोट
बीवी यहां पे जीजा का डंडा रह रही है घोंट
आप जो भी लिखती हैं...मंजू - मिसेज मोइत्रा
और जुड़वां बेटियां
मंजू ने छेड़ा,... इसी में से निकली होंगी दोनों जुड़वां बहनें,...
और मिसेज मोइत्रा खिलखिला के हंसी, बोलीं
" आज यह पहली बात मंजू तूने गलत बोली,.... वरना तेरी हर बात १०० फीसदी सही, अरे यार वो दोनों, आपरेशन से हुयी थीं, और लेडी डाक्टर मेरी सहेली थी, इतना बढ़िया आपरेशन किया एक चीरे का निशान भी नहीं दिखता,... और मेरी बुर उस कमीनी डाक्टर ने, बोर्डिंग में मेरी जूनियर थी,... उसी के साथ फिर से जो थोड़ी बहुत ढीली हुयी भी थी, फिर से टाइट कर दी और चिढ़ाया की जीजू को अब सुहागरात का मजा मिलेगा,... उसे क्या मालूम था का जीजू का मैगी छाप है उसी तरह पतला उसी तरह लुजलुज, .... "
अब मंजू समझी साल्ली छिनार की इतनी टाइट क्यों है, कुँवारी तो नहीं लेकिन नयी ब्याही ऐसी ही लगती है,...
बस मंजू ने ऊँगली तेज करनी शुरू की और चिढ़ाया,
"मेरी बात मान, जरा सा बेटियों को छूट दे, उन से दोस्ती कर मस्ती कर,... और फिर अपने दामाद को चढ़ा,.... देखना हफ्ते भर में चोद चोद कर के वो स्साली छिनार तेरी चूत का भोंसड़ा बना देगा,..."
"एकदम तेरी सब बातें मानूंगी, स्साली मैं ही बेवकूफ थी, ओह्ह उफ़"
चूतड़ पटकते हुए मिसेज मोइत्रा बोलीं, ... फिर मंजू से कहने लगीं,
"यार मेरी मंजू मेरी रानी बस एक बार झाड़ दे, बहुत मन कर रहा है , बहुत तड़प रही हूँ,"
मंजू ने ऊँगली निकाली और मिसेज मोइत्रा की कसी बुर चूसना शुरू कर दिया, और चूस के तो वो कच्ची कलियों को दो मिनट में झाड़ देती थी ये तो वैसे ही गरमाई थी,...
स्साली रंडी, अब तेरा दामाद,... तेरी बेटियों को चोदने वाला दामाद झाड़ेगा तुझे,... चल बताती हूँ,... " मंजू ने चिढ़ाया और फिर बोली,
" तेरा दामाद, तेरी ये दोनों मस्त टांगे उठाएगा, .... फैलाएगा,... "
लेकिन मंजू के टाँगे उठाने के पहले खिलखिलाते हुए मिसेज मोइत्रा ने खुद ही अपनी गोरी गोरी लम्बी लम्बी टाँगे फैला के उठा के मंजू के कंधे पे रख दीं, जैसे कोई बहुत ही चुदवासी औरत खुद ही मरद के कंधे पर रख देती है और मंजू से बोली,
" तेरे मुंह में घी गुड़, जल्दी ही तेरी ये बात सही निकले साला, बेटियों को चोदना हो तो चोदे, लेकिन मेरी तो टाँगे उठाये,... बेटी अगर दामाद से नहीं चुदेगी तो किससे चुदेगी,...स्साला दोनों मेरी कुँवारी बेटियों की झिल्ली फाड़े, गाँड़ मारे, मुंह में दे,... स्साला जीजा तो बड़े शौक से बना था तो ये कौन करेगा, और बित्ते भर का औजार,... सास और साली के काम न आये "
यही तो मिसेज मोइत्रा के मुँह से मंजू सुनना चाहती थी, घचाक से दो उँगलियाँ उसने जड़ तक मिसेज मोइत्रा के बुर में पेल दिया और चिढ़ाते हुए बोली,...
" ऐसे ही पेलेगा तेरी इस कसी बुर में तेरा दामाद,... फरक सिर्फ इतना होगा की मेरी दो ऊँगली नहीं, मेरी कलाई ऐसा मोटा खूंटा होगा उसका और लोहे के डंडे ऐसा कड़ा.फाड़ के रख देगा तेरी, "
मंजू कुछ देर तक गपागप ऊँगली अंदर कर रही थी पर उसका मन आज सिर्फ तड़पाने का था झड़ने का नहीं,... और मिसेज मोइत्रा का मन चुसवाने का हो रहा था, वो मंजू से बोलीं,...
" अरे यार चूस चूस के झाड़ न "
" अरे तेरे पास इत्ती मस्त मस्त दो माल हैं सालियों से चुसवाओं न खाली तेरे दामाद का मोटा लंड घोंटेंगी अपनी माँ के लिए कुछ नहीं करेंगी, "
मंजू ने चिढ़ाया और कस के मिसेज मोइत्रा की दोनों चूँचियाँ मसल दी।
" अरे अभी उन बेचारियों को कुछ नहीं आता, चल अभी तो तू चूस मंजू मेरी अच्छी मंजू, बड़ी आग लगी है मेरी बुर में " मुस्कराते हुए मिसेज मोइत्रा बोलीं,...
इसका मतलब मिसेज मोइत्रा को उनकी बेटियों का जिक्र बुरा नहीं लगा था, मंजू ने बात आगे बढ़ाई
" चल स्साली, कोई बात नहीं, पांच दिन में ही उन दोनों को पक्की चूत चटोरी बना दूंगी,... ऐसी मस्त चूसेंगी,... एक से बुर चुसवाना, एक से गांड चटवाना, दो ऐसे मस्त मस्त माल घर में और तुझे,... "
मंजू बोल ही रही थी की मिसेज मोइत्रा खिलखिलाने लगीं, और बोलीं
" अरे मंजू तुझे इन्तजार करना पडेगा, कल से ही उन दोनों की माहवारी शुरू हो जायेगी,... दोनों जुड़वा है तो दोनों की एक ही दिन होती है,... लेकिन सिखा देना पांच दिन के बाद, दोनों तेरे हवाले,... अपने सब गुन ढंग,... सिखा देना, न माने तो जबरदस्ती,... लेकिन अभी मेरी नीचे की भट्ठी में जो आग लगी है उसका तो कुछ कर,... "
" चल, करती हूँ,... लेकिन आँख बंद कर के सोच स्साली की तेरी एक बेटी चूस रही है तेरी बुरिया,... उसमें तेरे दामाद की मलाई बजबजा रही है और तेरी बेटी,... किस बेटी से चुवायेगी बुर पहले,... " मंजू ने और उकसाया।
मिसेज मोइत्रा के पल के लिए चुप रहीं फिर, कस के उन्होंने मंजू का सर पकड़के अपनी दोनों जाँघों के बीच दबोच लिया और बोलीं,
" छुटकी चल चूस कस कस के चाट अपनी माँ की बुर, जिस बुर से तू निकली है.... बड़ी आग लगी है छुटकी चल चाट , चूस। "