मंजू - मिसेज मोइत्रा
और जुड़वां बेटियां
मंजू ने छेड़ा,... इसी में से निकली होंगी दोनों जुड़वां बहनें,...
और मिसेज मोइत्रा खिलखिला के हंसी, बोलीं
" आज यह पहली बात मंजू तूने गलत बोली,.... वरना तेरी हर बात १०० फीसदी सही, अरे यार वो दोनों, आपरेशन से हुयी थीं, और लेडी डाक्टर मेरी सहेली थी, इतना बढ़िया आपरेशन किया एक चीरे का निशान भी नहीं दिखता,... और मेरी बुर उस कमीनी डाक्टर ने, बोर्डिंग में मेरी जूनियर थी,... उसी के साथ फिर से जो थोड़ी बहुत ढीली हुयी भी थी, फिर से टाइट कर दी और चिढ़ाया की जीजू को अब सुहागरात का मजा मिलेगा,... उसे क्या मालूम था का जीजू का मैगी छाप है उसी तरह पतला उसी तरह लुजलुज, .... "
अब मंजू समझी साल्ली छिनार की इतनी टाइट क्यों है, कुँवारी तो नहीं लेकिन नयी ब्याही ऐसी ही लगती है,...
बस मंजू ने ऊँगली तेज करनी शुरू की और चिढ़ाया,
"मेरी बात मान, जरा सा बेटियों को छूट दे, उन से दोस्ती कर मस्ती कर,... और फिर अपने दामाद को चढ़ा,.... देखना हफ्ते भर में चोद चोद कर के वो स्साली छिनार तेरी चूत का भोंसड़ा बना देगा,..."
"एकदम तेरी सब बातें मानूंगी, स्साली मैं ही बेवकूफ थी, ओह्ह उफ़"
चूतड़ पटकते हुए मिसेज मोइत्रा बोलीं, ... फिर मंजू से कहने लगीं,
"यार मेरी मंजू मेरी रानी बस एक बार झाड़ दे, बहुत मन कर रहा है , बहुत तड़प रही हूँ,"
मंजू ने ऊँगली निकाली और मिसेज मोइत्रा की कसी बुर चूसना शुरू कर दिया, और चूस के तो वो कच्ची कलियों को दो मिनट में झाड़ देती थी ये तो वैसे ही गरमाई थी,...
स्साली रंडी, अब तेरा दामाद,... तेरी बेटियों को चोदने वाला दामाद झाड़ेगा तुझे,... चल बताती हूँ,... " मंजू ने चिढ़ाया और फिर बोली,
" तेरा दामाद, तेरी ये दोनों मस्त टांगे उठाएगा, .... फैलाएगा,... "
लेकिन मंजू के टाँगे उठाने के पहले खिलखिलाते हुए मिसेज मोइत्रा ने खुद ही अपनी गोरी गोरी लम्बी लम्बी टाँगे फैला के उठा के मंजू के कंधे पे रख दीं, जैसे कोई बहुत ही चुदवासी औरत खुद ही मरद के कंधे पर रख देती है और मंजू से बोली,
" तेरे मुंह में घी गुड़, जल्दी ही तेरी ये बात सही निकले साला, बेटियों को चोदना हो तो चोदे, लेकिन मेरी तो टाँगे उठाये,... बेटी अगर दामाद से नहीं चुदेगी तो किससे चुदेगी,...स्साला दोनों मेरी कुँवारी बेटियों की झिल्ली फाड़े, गाँड़ मारे, मुंह में दे,... स्साला जीजा तो बड़े शौक से बना था तो ये कौन करेगा, और बित्ते भर का औजार,... सास और साली के काम न आये "
यही तो मिसेज मोइत्रा के मुँह से मंजू सुनना चाहती थी, घचाक से दो उँगलियाँ उसने जड़ तक मिसेज मोइत्रा के बुर में पेल दिया और चिढ़ाते हुए बोली,...
" ऐसे ही पेलेगा तेरी इस कसी बुर में तेरा दामाद,... फरक सिर्फ इतना होगा की मेरी दो ऊँगली नहीं, मेरी कलाई ऐसा मोटा खूंटा होगा उसका और लोहे के डंडे ऐसा कड़ा.फाड़ के रख देगा तेरी, "
मंजू कुछ देर तक गपागप ऊँगली अंदर कर रही थी पर उसका मन आज सिर्फ तड़पाने का था झड़ने का नहीं,... और मिसेज मोइत्रा का मन चुसवाने का हो रहा था, वो मंजू से बोलीं,...
" अरे यार चूस चूस के झाड़ न "
" अरे तेरे पास इत्ती मस्त मस्त दो माल हैं सालियों से चुसवाओं न खाली तेरे दामाद का मोटा लंड घोंटेंगी अपनी माँ के लिए कुछ नहीं करेंगी, "
मंजू ने चिढ़ाया और कस के मिसेज मोइत्रा की दोनों चूँचियाँ मसल दी।
" अरे अभी उन बेचारियों को कुछ नहीं आता, चल अभी तो तू चूस मंजू मेरी अच्छी मंजू, बड़ी आग लगी है मेरी बुर में " मुस्कराते हुए मिसेज मोइत्रा बोलीं,...
इसका मतलब मिसेज मोइत्रा को उनकी बेटियों का जिक्र बुरा नहीं लगा था, मंजू ने बात आगे बढ़ाई
" चल स्साली, कोई बात नहीं, पांच दिन में ही उन दोनों को पक्की चूत चटोरी बना दूंगी,... ऐसी मस्त चूसेंगी,... एक से बुर चुसवाना, एक से गांड चटवाना, दो ऐसे मस्त मस्त माल घर में और तुझे,... "
मंजू बोल ही रही थी की मिसेज मोइत्रा खिलखिलाने लगीं, और बोलीं
" अरे मंजू तुझे इन्तजार करना पडेगा, कल से ही उन दोनों की माहवारी शुरू हो जायेगी,... दोनों जुड़वा है तो दोनों की एक ही दिन होती है,... लेकिन सिखा देना पांच दिन के बाद, दोनों तेरे हवाले,... अपने सब गुन ढंग,... सिखा देना, न माने तो जबरदस्ती,... लेकिन अभी मेरी नीचे की भट्ठी में जो आग लगी है उसका तो कुछ कर,... "
" चल, करती हूँ,... लेकिन आँख बंद कर के सोच स्साली की तेरी एक बेटी चूस रही है तेरी बुरिया,... उसमें तेरे दामाद की मलाई बजबजा रही है और तेरी बेटी,... किस बेटी से चुवायेगी बुर पहले,... " मंजू ने और उकसाया।
मिसेज मोइत्रा के पल के लिए चुप रहीं फिर, कस के उन्होंने मंजू का सर पकड़के अपनी दोनों जाँघों के बीच दबोच लिया और बोलीं,
" छुटकी चल चूस कस कस के चाट अपनी माँ की बुर, जिस बुर से तू निकली है.... बड़ी आग लगी है छुटकी चल चाट , चूस। "
आप जो भी लिखती हैं...
आग लगा देती हैं...
धीमी-धीमी आंच पर मंजू मिसेज मोइत्रा को .. अब तक क्या मिस कर रही थी... यह बता कर एक ज्वाला उत्पन्न कर रही है..
और दोनों बेटियों पर जो निगरानी लगा रखी है.... उसका भी इंतजाम कर रही है.....
अब दामाद जी जो भी करेंगे .. खुल कर करेंगे...
हो सकता है कि साथ-साथ एक हीं बिस्तर पर....
और फिर दो कलियों और उनकी खेली खाई माँ का नजारा...
सोच कर हीं उत्तेजना अपने चरम पर है...
बहुत खूब...
दस हजार कमेंट्स की बहुत-बहुत बधाइयाँ.....
साथ में बीस लाख व्यूज के लिए भी....