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अपडेट पोस्टेड - एक मेगा अपडेट, जोरू का गुलाम - भाग २३९ -बंबई -बुधवार - वॉर -२ पृष्ठ १४५६
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सारा कच्चा चिट्ठा और ऊपर से लाल डायरी....aap ne mere man ki baat kah di aur maine page 400 pe ek Jethani ke karnamon ka short appraisal kar diya hai uske baad bhi agar koyi sympathy ho to,...
May be having some ulterior motive.Please read Page 400 and go through the links provided, page numbers mentioned and then form an opinion, my humble request
क्या बात कही है.... दे ताली..... ठोको ताली...Jitana stong Villain ya Vamp hoti hai utana hi Hero ya Heroine ka charchter ubharata hai , to yahan VAMP bhi strong aur mere liye VAMP vahi hai do dilon ke milne men rok bane
हाँ अब जगह थोड़ी चेंज होनी चाहिए.... कुछ फ्रेशनेस के लिए...is liye aur kahani ko ab aage bhi badhana hai , inke mayake se inke work place par bhi to bas do chaar episodes aur vapas Guddi ke saath
आप कवयित्री के रूप में भी सबसे बढ़कर हैं....सिमटता है अंधेरा पाँव फैलाती है दीवाली
हँसाए जाती है रजनी हँसे जाती है दीवाली
क़तारें देखता हूँ चलते-फिरते माह-पारों की
घटाएँ आँचलों की और बरखा है सितारों की
वो काले काले गेसू सुर्ख़ होंट और फूल से आरिज़
नगर में हर तरफ़ परियाँ टहलती हैं बहारों की
निगाहों का मुक़द्दर आ के चमकाती है दीवाली
पहन कर दीप-माला नाज़ फ़रमाती है दीवाली
उजाले का ज़माना है उजाले की जवानी है
ये हँसती जगमगाती रात सब रातों की रानी है
वही दुनिया है लेकिन हुस्न देखो आज दुनिया का
है जब तक रात बाक़ी कह नहीं सकते कि फ़ानी है
वो जीवन आज की रात आ के बरसाती है दीवाली
इसका ठीक उलटा ... जेठानी जी के हाथों संदीप के छेद फैला कर और साजन के मूसल को खुद पकड़कर... संदीप की फाड़ कर ...Bhai muje pata hai jethani villan hai karke but jethani sab sab socha ta huwa nahi..mai ye nhi kahta bro jethani jeete..but usko bhi pawer full bhanaho..heroine our villan dono sem honge na to our bhi majja aayenga abhi dekho hiroine ne majbhur kiya jethani ko kya khch nahi kiya..jab jethani bhadhla lengi to fhir kitna majja aayenga..takkar hongi.jethani ki chal to dekhi hongi na..kitni khatrnak thi..lekin heroine ne sab फेल kardiya..esse patta chalta hai jethani kitni pawer full hai..ethne aashanise jethani ko hara denge to majja nahi aayenga lambi story hone ko hona..ishliye mai khahta hu jethani ne bhi heroine ke shat sab karne ko hona jo heroine ne kiya jethani ke shat..hiroine ke shat hai..divya.guddi our sajan..vs jethani ke shat hai uski sisters..sandeep..our uski maa..dhekhte hai aage kya honga..tum bhata ho aise story padhkar kitna majja aayenga..divya our guddi ko jethani our uski sisters majja le to..sajan ki gand mare sandeep..kitna majja aayenga aisi story likho yaar plz bhahut majja aayenga
अब आया है ऊंट(जेठानी) पहाड़ के नीचे....Ab to lagta hai jethani ki Kher nahin vese uski bhi planning bahut jabardast thi,data churane wali aur apne devar ko jalil karne ki.Adbhut updates filled with erotica & suspense.
Happy Diwali again Komal didi
Gajabbbbbसही कहा एकदम कुत्ती हीं है....
जैसे गली के सब कुत्ते कुतिया पर चढ़ जाते हैं.... वैसे हीं बचपन से हीं सारे यारों को अपने ऊपर चढवाती फिरती थी...
नौकरी के पहले एक बांड भी भरवाते हैं....भाग १५१
चंपा बाई
" अरे नहीं दीदी , ...एक बार ये सब डाटा अगर मैं सब सही जगह पहुंचा दूंगी तो न तो बस , आपके देवर की तो नौकरी जाएगी ,देवरानी की सारी एकड़ भी। फिर तो उसके सामने ही आप जिस के आगे कहियेगा गुड्डी रानी अपनी शलवार खोलेंगी ,
हाँ आपकी ननद के लिए मैंने एक अच्छा लड़का सोचा है , अरे वो है न ताली बजाने वाला , लड़के के होने पे जो लोग आते हैं न वही उसी गोल का , .. रोज औरत का ड्रेस पहनते हैं , आपकी ननद बियाहने के लिए दूल्हे का ड्रेस पहना देंगे न अरे मजा आएगा सुहागरात में ,
बहुत आग लगी रहती है न उसकी सुरमेदानी में , आपके भइआ को मना की थी न , सुहागरात में डेढ़ इंच वाला मिलेगा न , बस मुझे परसों लौट के आने दीजिये ,... और ये लोग चले भी जायँगे फिर ,... "
मेरे तो सर से पैर तक आग लग गयी , गुस्से से मैंने मोबाइल चूर चूर कर दिया , जिस रिकार्डिंग के बल पर उसे भरोसा था ,... डाटा भी सब डिलीट हो गया था।
उस छुटकी की तो मैं ,.. सब की ओपिनियन मांगूंगी क्या होना चाहिए इनकी बहना के लिए और फिर दिया के साथ मिल के ,...
मैं जेठानी और उनकी बहना के बारे में सोच रही थी ,तभी,... स्काइप पर
चंपा बाई प्रकट हो गयीं। खूब गोरी चिठ्ठी ,मांसल भरी भरी देह , उमर ४५-४६ से कम नहीं लेकिन ३५ से एक दिन ज्यादा नहीं लगती थी। हीरे की कील नाक में चमक रही थी। और सबसे बढ़कर ऎटिट्यूड ,
" नाम बताओ न ,मायका कहाँ है " उन्होंने बहुत प्यार से पूछा।
और जेठानी तुरंत ही नार्मल हो गयीं , नाम भी बताया , मायके के गाँव का नाम भी।
और सवाल जवाब बात चीत में बदल गया लेकिन साथ ही साथ बहुत कुछ पूछ भी लिया चम्पा बाई ने और वो भी एकदम खुल के ,
" कोठे पे काहें आना चाहती हो ,खाली मजे के लिए या पैसे के लिए भी "
और जेठानी जी ने एकदम सही जवाब दिया और सही स्टाइल में भी , कुछ शर्माते कुछ खिलखिलाते , रुक के बोलीं वो
"दोनों के लिए "
और चम्पा बाई भी मुस्करा दीं।
" बहुत रगड़ायी होगी तेरी सोच ले " चंपा बाई ने पूछा भी ,थोड़ा डराया भी और जेठानी का मन जानने की कोशिश की।
जेठानी की मुस्कराहट ने जवाब दे दिया।
" चल तेरी दोनों बात पूरी होगी, सब बित्ते भर से ऊपर वाले, एक से एक मरद मिलेंगे तुझे रगड़ के रख देंगे, मज़ा पूरा आएगा,... और पैसा भी भरपूर मिलेगा, ... एक तेरा अकाउंट अलग से खुलवा दूंगी, रोज की आमदनी रोज, महीने भर में दो चार लाख तो कम से कम, और जितना ज्यादा उतारेगी उतना ही, मजा भी मिलेगा और पैसा भी।" चंपा बाई ने जेठानी का मन जानने के बाद साफ़ साफ़ उन्हें समझा दिया और जेठानी का चेहरा खिल गया.
और जब ये पक्का हो गया तो चम्पा बाई ने साफ़ साफ़ सवाल करने शुरू कर दिए ,
" पहली बार कब करवाया था ,किस उम्र में ,किस के साथ "
" शादी के पहले कितनी बार ?"
और जब जेठानी से चम्पा भाई ने ये सवाल पूछा एक दिन में कितने लौंडे उतारे थे तो जेठानी ने तुरंत जवाब नहीं दिया, कुछ सोचने लगीं तो चंपा बाई ने सोचा शायद शर्मा रहे हैं तो उन्होंने हिम्मत बंधाई,...
" चल कोई नहीं , एक से ज्यादा नहीं ,... तो क्या होगया अब तो चढ़ेंगे पांच -छह हर रोज। "
" नहीं नहीं याद करने की कोशिश कर रही हूँ बताती हूँ बताती हूँ , ... " जेठानी कुछ सोचती हुयी बोलीं,... फिर उनके चेहरे पे चमक आ गयी, और वो चालू हो गयीं,...
" होली वाले दिन, सबेरे सबेरे हमारा ग्वाला दूध देने आया था तो वही दो बार चढ़ गया, दोपहर के बाद सहेली के यहाँ गयी थी, उसके जीजा और उसके दोस्त,... और लौटते हुए, हमारे गाँव के भैया, सगे से बढ़कर, छुटपन से उन्ही को राखी बांधती थी, ... तो उन्होंने और उनका साला आया था, मेरी उमर का ही होगा, दो चार साल बड़ा, कुल पांच लोग,... होली के दिन और उस के पांच दिन बाद मेरा बोर्ड का इम्तहान शुरू हुआ था , हाईस्कूल का "
चंपा बाई के चेहरे पे चमक आ गयी लेकिन जेठानी ने कुछ रुक के जोड़ा,...
लेकिन एक बार उससे भी ज्यादा,... स्कूल की पिकनिक थी , मैं बारहवें में थी चार लड़के थे दिन भर की पिकनिक , बहुत दिन से मेरे पीछे पड़े थे तो उन चारों के साथ , ... एक साथ नहीं बारी बारी से, फिर एक टीचर ने देख लिया, पिकनिक से लौटने के पहले उन्होंने मुझे बता के, तो उन्होंने भी और उनके एक साथ के टीचर थे वो भी आ गए। कुल छह
और रात को मैं घर लौटी तो मेरा फुफेरा भाई आया था , उसके साथ तो मैं हाईस्कूल से ही ,... और माँ भी घर पे नहीं थी, तो उसके साथ तो पूरे रातभर का खेल हर बार होता था,.... चार लड़के दो टीचर छह और भैया को जोड़ लूँ तो सात। तो एक दिन में मैक्सिमम सात, जब मैं बारहवें में थीं। "
" गांड कब मरावायी पहली बार ?"
"कल पहली बार, अपने देवर से"
हिचकिचाते हुए जेठानी सब बातों का सही सही जवाब दे रही थीं।
उन्हें नहीं मालूम था पर मुझे मालूम था की कल जेठानी जी की आवाज में जो उनकी कच्ची जवानी की कहानी मैंने रिकार्ड करवाई थी वो दिया ने चम्पा बाई के पास भिजवा दी थी।
जेठानी की आवाज से अंदाज से रूप से चम्पा बाई खुश लग रही थीं। पर उन्होंने एक साफ़ साफ हुकुम सुना दिया ,
" मेरे कोठे पर सिर्फ मेरा हुकुम चलता है और एक बार तूने हाँ कर दी तो तुझे मेरी सारे बातें माननी होगी ,तेरी माँ की तरह हूँ मैं , मुझे मौसी बोलसकती हो। बोल मानेगी न "
"हाँ एकदम "जेठानी ने बिना हिचके हामी भर दी ,और सवाल जवाब ऐक्शन में बदल गया. " अरे तानी अंचरा हटाओ ,आपन जोबना दिखाओ न " चम्पा बाई ने कुछ हुकुम सुनाया कुछ अनुरोध किया।
जेठानी के बचे अरमान पूरे होंगे....Karva diya Jethani ka interview bhi Champa bai se,ab to bas dhamal hone wala hai jethani ke sath kothe par.Adbhut ,gazab update![]()