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अपडेट पोस्टेड - एक मेगा अपडेट, जोरू का गुलाम - भाग २३९ -बंबई -बुधवार - वॉर -२ पृष्ठ १४५६
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online interview भी चंपा बाई पक्के तरीके से ठोक बजा के ले रही है...जोबन दमदार
जेठानी की आवाज से अंदाज से रूप से चम्पा बाई खुश लग रही थीं। पर उन्होंने एक साफ़ साफ हुकुम सुना दिया ,
" मेरे कोठे पर सिर्फ मेरा हुकुम चलता है और एक बार तूने हाँ कर दी तो तुझे मेरी सारे बातें माननी होगी ,तेरी माँ की तरह हूँ मैं ,मुहे मौसी बोलसकती हो। बोल मानेगी न "
"हाँ एकदम "जेठानी ने बिना हिचके हामी भर दी ,और सवाल जवाब ऐक्शन में बदल गया.
" अरे तानी अंचरा हटाओ ,आपन जोबना दिखाओ न " चम्पा बाई ने कुछ हुकुम सुनाया कुछ अनुरोध किया।
और कुछ लजाते शरमाते ,कुछ अदा दिखाते इनकी 'संस्कारी ' भाभी ने आँचल सरका दिया , पहले तो जोबन की हल्की सी झलक , फिर निपल्स और उसके बाद पूरी गोलाई
चंपा बाई के चेहरे से साफ़ साफ़ झलक रहा था जो उन्हें दिख रहा है वो उन्हें न सिर्फ पसंद है बल्कि बहुत पसदं है।
३६ डी डी की साइज के बावजूद बिना ब्रा के सपोर्ट के भी इनकी जेठानी के उभार एकदम कड़े , ज़रा भी सैगिंग नहीं थीं। परफेक्ट गोल,
उभार,कटाव ,कड़ापन ,शेप साइज सबमें दस में दस , और ऊपर से जिस तरह
नीचे से जेठानी ने अपनी दोनों उँगलियों से अपने उरोजों को हलके हलके छूना सहलाना शुरू कर दिया ,धीरे कभी थोड़ा सा दबाते , मसलते उँगलियाँ ऊपर बढ़ रही थीं , चम्पा बाई की भी हालत खराब हो गयी।
निप्स भी एकदम परफेक्ट।
ज़रा सा घुंडी पकड़ के ,गोल गोल घुमाके , ... चम्पा बाई बोलीं।
और मेरी जेठानी बचपन की खेली खायी , गन्ने के खेत में कबड्डी खेल खेल कर बड़ी हुईं ,...
उन्होंने मंझली और तर्जनी उँगलियों के बीच निपल दबने के बावजूद गोल गोल कंचे की तरह एकदम कड़े ,
और जिस तरह से उँगलियों के बीच वो घुमा रही थीं ,मेरी हालत खराब हो रही थी ,चम्पा बाई के कोठे पर आने वाले मरदों की हालत तो ,...
'गजब ,बहुत अच्छा ,... "
जिसने कितनी कुंवारियों की सील तुड़वाई होगी , कितनी एक से एक जिसके कोठे पर चढ़कर मशहूर हुयी होंगी ,उसके मुंह से किसी की तारीफ़ निकलजाये तो इससे बड़ी तारीफ़ क्या होगी।
चंपा बाई के चेहरे से भी लग रहा था की ये माल उनके कोठे पर आग लगा देगा।
साडी अब सरक कर इनकी भाभी की गोद में सिमटी पड़ी थी , वो पूरी तरह टॉपलेस ,पान के पत्ते की तरह चिकना पेट ,पतली कमर गहरी नाभी सब दिख रही थी।
" पेट कितनी बार गिरवाया, शादी के पहले " चंपा भाई ने टेढ़ा सवाल कर दिया।
जैसे उन्हें समझ में नहीं आया इस तरह वो चम्पा बाई की ओर देखती रहीं ,फिर मुस्कराते हुए ना में उन्होंने सर हिलाया और हलके से बोला
" नहीं कभी नहीं। "
" मैंने इसलिए पूछा की तुमतो शादी के चार पांच साल पहले से ही ,जब हाईस्कूल में पहुंची थी तभी से ,... और गाँव में कंडोम वन्डोम तो ,.. "
चम्पा बाई ने साफ़ साफ़ बात अपनी पूरी की।
" आप एकदम सही कह रही हैं , गाँव में कंडोम का तो सवाल ही नहीं उठता न कंडोम न वैसलीन। सब एकदम डायरेक्ट सीधे ही ,सटाया ,धँसाया ,घुसेड़ दिया। " मेरी जेठानी हँसते हुए बोली।
और अब उनमें और चंपा बाई में खुल के सहेलियों की तरह बातें हो रही थी।
" मैं गोली लेती थी ,जब से मेरे पीरियड शुरू हुए उसके कुछ दिन बाद ही मेरी माँ ने खुद ही ,... " जेठानी ने अपनी निर्भीक कच्ची जवानी में चुदाई का राज खोला।
" तुम्हारी माँ सच में बहुत समझदार थीं ,और मेरे कोठे पर भी कोई कंडोम वन्डोम नहीं सीधे सीधे ,इसलिए मैं पूछ रही थी अच्छा शादी के बाद तो कभी पेट नहीं गिरवाया?"
" न ना " अबकी इनकी भाभी की आवाज में खिलखिलाहट नहीं थीं। कभी उलटी तक तो हुयी नहीं , गाभिन होने का सवाल ही नहीं था।
लेकिन मैं चम्पा बाई के सवालों का मतलब समझ रही थी। जेठानी के चिकने मुलायम गोरे गोरे पेट पर प्रिगनेंसी का कोई निशान नहीं था। एकदम किसी नयी ब्याही दुल्हिन की तरह कोरे कागज की तरह चिकनी ,
" बच्चे वच्चे तो नहीं हुए न ,... "मालूम होने के बावजूद चम्पा भाभी ने साफ़ साफ़ पूछ लिया।
" नहीं नहीं , कोई नहीं " जल्दी से मेरी जेठानी ने वो टॉपिक बंद किया
.और चम्पा बाई ने उनकी सहेली खुलवा दी।
जेठानी जी ने काफी मेंटेन करके रखा है....चिकनी चमेली
और चम्पा बाई ने उनकी सहेली खुलवा दी।
खूब मांसल गोरे गुलाबी पपोटे , भगोष्ठ ,चिकनी मांसल जाँघे , झांटो का नाम निशान नहीं।
और बीच में एकदम दबा मुश्किल से दीखता छेद।
अबकी बिना कहे ही जेठानी ने अपनी गदोरी से अपनी सोन चिरैया को हलके हलके दबाना शुरू कर दिया।
"ज़रा जाँघे अच्छी तरह फैलाओ ,.. " स्काइप से आवाज आयी और इनकी भौजाई ने जैसे किसी यार के सामने अपनी टाँगे फैला रही हों।
" उन्हह ,ऊँगली ,... " चम्पा बाई की आवाज आयी और जेठानी ने अपनी मंझली ऊँगली सोनचिरैया के मुंह में घुसाना शुरू किया।
जेठानी की बुर इस तरह की थी की वो कितनो से चुदे कसी की कसी रहती , और चंपा बाई को ये अंदाजा हो गया था।
कलायी के पूरे जोर से एक ऊँगली का दो पोर घुसा।
"दूसरी ऊँगली ,.. "
और अबकी जेठानी ने पूरी ताकत लगा दी तब जाकर ,...
यही तो चंपा बाई चाहती थीं ,खेली खायी हो चुदवासी हो पर एकदम टाइट हो।
ज़रा पिछवाड़ा दिखाओ ,
और जेठानी ने पीछे मुड़ कर न सिर्फ अपना पिछवाड़ा दिखाया बल्कि दोनों हाथों से कस के चूतड़ फैलाकर पिछवाड़े का छेद भी ,
" बहुत कसा है , पहली बार लंड कब लिया कितने लंड घोंटे हैं गांड में " चम्पा बाई अब एकदम साफ़ साफ़
कुछ हिचक कर जेठानी ने बोल दिया , बस आज , एक ( बात सही थी मैंने तो डिलडो इस्तेमाल किया था ,लंड तो उन्होंने सिर्फ मेरे सैयां का अपने 'सीधे साधे देवर' का घोंटा )
" मेरे कोठे पर कोई रंडी मना नहीं करती की वो गाड़ में नहीं लेगी या मुंह में नहीं लेगी "
चंपा बाई की बात स्टेटमेंट भी थी और जेठानी को बताया भी उन्होंने।
और मेरी जेठानी ने एकदम सर हिलाकर हामी जताई।
इंटरव्यू आलमोस्ट पूरा हो गया था।
चम्पा बाई को जेठानी पसंद आ गयी थीं ,बल्कि अब वो किसी भी कीमत पर उन्हें अपने कोठे पर बैठाकर ही मानने वाली थीं।
जेठानी के सामने दिया बैठी जिसके हाथ में मोबाइल था और जेठानी के सामने न करने को कोई चारा भी नहीं था।
दिया की ऊँगली का एक इशारा और उनके मायके ससुराल में हर जगह न सिर्फ उनकी अपनी आवाज में उनकी कच्ची जवानी के कच्चे चिट्ठे , बल्कि कल रात से उनकी सारी फोटुएं वीडियो और वो डीवीडी आज रात ही केबल पर चल जानी थी।
पर मुझे लग रहा था की असल में मन तो जेठानी जी का भी कर रहा था।
कच्ची जवानी से छिनार,बचपन की चुदवासी जेठानी जो संस्कारी बनकर ,... अब एकबार फिर से अपने असली रूप में ,...
" तो फिर पक्का न , किस दिन ,.. " चम्पा बाई ने जेठानी से हामी भरवाई।
जेठानी ने तारीख बता दी। आज से ११ दिन बाद की। और साफ़ साफ़ कारण भी बता दिया ,
" हमारी सास ८-१० दिन के लिए जा रही है बाहर और इनकी भी हफ्ते भर की ट्रेनिंग है दिल्ली में , तो ये भी इसलिए ,... "
मेरी निगाह उस तारीख पर कैलेण्डर में घूम रही थी , शुक्रवार का दिन था।
और उसी दिन मेरी मम्मी मेरी सास को लेकर मेरे घर आने वाली थीं ,उन्हें सुबह ही निकलना था ,दोपहर तक वो हमारे घर पहुँच जाती।
आखिर पूत के पांव पालने में नजर आते है...प्रोग्राम पक्का
" तो फिर पक्का न , किस दिन ,.. " चम्पा बाई ने जेठानी से हामी भरवाई।
जेठानी ने तारीख बता दी। आज से ११ दिन बाद की। और साफ़ साफ़ कारण भी बता दिया ,
" हमारी सास ८-१० दिन के लिए जा रही है बाहर और इनकी भी हफ्ते भर की ट्रेनिंग है दिल्ली में , तो ये भी इसलिए ,... "
मेरी निगाह उस तारीख पर कैलेण्डर में घूम रही थी , शुक्रवार का दिन था।
और उसी दिन मेरी मम्मी मेरी सास को लेकर मेरे घर आने वाली थीं ,उन्हें सुबह ही निकलना था ,दोपहर तक वो हमारे घर पहुँच जाती।
" तो पक्का न शुक्रवार को रंजीत को मैं भेज दूंगी। शाम को चार बजे। उस का नंबर भी तुझे मेसेज कर दूंगी " चम्पा बाई ने बात पक्की की।
" ठीक है ,उस समय तो मैं एकदम अकेली ही रहूंगी। " जेठानी ने साफ़ साफ़ प्रोग्राम पक्का कर दिया।
" बस उस रात को , ... और तू तो अकेली ही रात रहेगी हफ्ते भर तो ,... तीन चार दिन के कपडे ,... तीन चार पांच दिन कोठे पर रहेगी , दिन रात तो कोठे के सब रंग ढंग सीख जाएगी। और घबड़ाना मत मैं तो रहूंगी न वहां एकदम तेरी माँ की तरह ,कोई बात हो तो ,... तुझे तो पहले दिन से ही ,.. आजा सारी रात घोड़े दौड़वाउंगी तेरे ऊपर , सब एक से एक तगड़े। .. आज से ही रंजीत को लगा देती हूँ तेरी बुकिंग ढूंढना शरू कर देगा तो पक्का शुक्रवार को ,... "
" जी " कुछ घबड़ाते कुछ शरमाते जेठानी बोलीं।
" यही साडी पहन के आना ,लाल रंग तेरे ऊपर बहुत फबता है। चल अब साडी ठीक कर ले। शुक्रवार को चढ़ जा मेरे कोठे पर। मैं वेट करुँगी ,हाँ पर एक बात समझ लो एक बार हाँ कहने के बाद कोई लौंडिया चंपा बाई को मना नहीं कर सकती ,जबरदस्ती उठवा लेती हूँ और फिर उसे चवन्नी छाप रंडी बना के,... शाम से दरवाजे पर खड़ी हो के ग्राहक पटाती है और दिन भर मेरे कोठे के भंडुए उसका भोग लगाते हैं। कच्ची चूत का हफ्ते भर में भोंसड़ा बना के बेच देती हूँ , ... "
जेठानी के चेहरे पर घबड़ाहट नजर आ रही थी , वो जल्दी जल्दी बोली ,..
" नहीं नहीं मैं शुक्रवार को ,.. शाम के पहले ही आप रंजीत को भेज दीजियेगा मैं आ जाउंगी चार पांच दिन के लिए। वैसे भी घर में तो कोई रहेगा नहीं। "
" अरे तेरे लिए थोड़े ही कह रही हूँ पगली , तू तो बेकार में ,.. तू तो मेरी बेटी की तरह है , तू आज से मुझे अपनी माँ समझना। तू तो मेरे कोठे की शान बन के रहेगी। तूने कहा था न मजा और पैसा दोनों तो दोनों ही मिलेगा। खूब लम्बे और मोटे मोटे , सरदार ,पठान ,...
और फिर चम्पा बाई ने मुस्कराते हुए एक बालिश्त दिखा के जेठानी को साइज का साफ़ साफ़ अंदाज कराया।
और पैसे की तो कमी ही नहीं रहेगी ,तेरा एक नया अकाउंट कोठे पर पहुंचते ही खुलवा दूंगी , सारा तेरा पैसा उसी में ,.. हाँ साड़ी ठीक कर ले। "
और चम्पा देवी अंतरध्यान।
लेकिन साडी ठीक करने में जेठानी ने एक बात नहीं सुनी , दिया भी स्काइप स्विच आफ करने में लगी थी ,
पर मैंने सुन ली। जो बात बहुत धीमे से मुस्कराकर चंपा बाई जाते जाते बोल गयीं।
"चम्पा बाई के कोठे पर सिर्फ चढने वाली सीढी है उतरने वाली नहीं। बस एक बार तू मेरे कोठे पर आ जा , पक्की रंडी ,... बनेगी तू।"
और मेरी निगाह एक बार फिर दीवाल पर टंगे कैलेण्डर पर चिपकी थी , आज बुधवार ,आज हम लोग दो तीन घंटे में इनकी बुलबुल को लेके अपने घर पहुँच जायेंगे।
और बृहस्पतिवार ,शुक्रवार , उसके ठीक एक हफ्ते बाद , अगले शुक्रवार को मम्मी मेरी सास को लेके दोपहर तक हमारे घर पहुँच जाएंगी।
शुक्रवार को ,
मेरी जेठानी कोठे पर चढ़ जाएंगी ,.... रात भर एक से एक मोटे लौंड़े घोंटेंगीं।
मेरी सास उस दिन रात में अपने बेटे का , जिस भोंसडे से ये निकले हैं उसी भोंसडे में इनका ,.. वो भी मेरे और इनकी सास के सामने ,..... गपागप सास मेरी घोंटेंगी।
I think you are versatile writer and whatever you write will reach to a new peak.Thanks so much, maine bahoot try kiya ek to load nahi hoti aur load hone ke baad bhi pic khulati nahi,aap ne sahi kaha himmat badhayi kuch der baad kohshish karungi, aapka saath rahe aapke comment aate rahe to tammam vighn badha ke baad bhi
aur ab aap se inspired hoke maine Chhutaki vaali story men INCEST bhi shuru kar diya hai to,...
Champa bai to aise interview le rahi hai jese bhens kharidte samay uske dant dekhe jate hain.Umda update![]()
नहीं-नहीं अभी ठोका नहीं है ... जब कोठे पर पहुँचेगी तो अच्छे से ठोक बजा के देख लेगी...Champa bai ne to sab thok baja ke dekh liya jese bhens ke dant ,than bagaira dekhe jate hai kharidte samay.Aur upar se sajan ka apni mummy se sexy milan ki ummid ka tadka.
Just perfectpercent uttam update, seven stars
![]()
अब साजन तो सारे आसन आजमाएंगे और बचपन के तमन्नाओं को पूरा कर के हीं दम लेंगे.....Jethani ka to thik hai , usko randi bana diya almost,ab to jayegi hi.Tum ne pata nahi kese sun liya ke kothe se neeche utrane ka option nhi hai ,sirf chadhne ka hai.Apni saas par uske bete ko chadhane tak to thik hai lekin apni saasu ma ke sath is se jyada kuchh mat karvana apni mummy se.
Gazab update didi
![]()
वो तो दोनों तरफ की इच्छा है....मस्त इंटरव्यू,
आगे का रास्ता साफ
अब तो गुलाम ( पति )के मादर चोद बनने के सारे रास्ते साफ
waiting की tomorrow कब आए....Thanks sooooooooooo much, aapki baat aur galat ho,... Problem solve ho gayi aur pics bhi post ho gayin,.... Thanks soooooooo much, you are a great help, will post updates on my INCEST story tomorrow
ekdam sahi kaha sis apane,.. Bhains ki tarh duh duh ke hi to Champa baai inse paisa kamaayegin, aur jis cheej ka dam lagega use dekhana jarori to hai hai , phir champa bai imaandaar bhi hain , doosari ladkiyon ko vo dalalon se kharidati hain yahan ye khud to inka vo commssion bhi overhead aur service delivery cost ke upar sirf 5 % commisson le rahi hain isliye Jethani ko bhi financial advanatge jyada hoga . Maine pahle hi kaha tha GST nahi hai . Sirf Champa Bai ka tax hai. aur Champa baai vaise to turn over pe operate karti hain isliye koyi customer 20 minute se jayda nahi,... lekin inke liye to vo niche marketing karengi tab bhi per day 5-6 tak,... to isiliye physical check up jaroori tha.