फिर तो कोमल रानी की जय.....Bhai sb pr najar marne ke chakkar me .... bahot mehnat jaegi
वही बताएंगी.....
फिर तो कोमल रानी की जय.....Bhai sb pr najar marne ke chakkar me .... bahot mehnat jaegi
यहाँ की गितवा भी दूसरी कहानी की गितवा से कम नहीं...बस आज रात से ही, बल्कि रस्ते से ही , और गीता तो वहां भूखी बैठी है, गुड्डी को अपने से भी दो हाथ आगे तैयार करने के लिए
ekdam bata to diya, is part ke shuru men hiफिर तो कोमल रानी की जय.....
वही बताएंगी.....
ekdam sahi kaha aapne kink ki queen hain dono Maan Beti aur Beti maan se bhi badhakarयहाँ की गितवा भी दूसरी कहानी की गितवा से कम नहीं...
बल्कि एक हाथ बढ़कर है.....
बचना भी नहीं चाहिए.....सच में,... यही कुछ ज्यादा ही सीधे थे
पर अब,
और मुझसे ज्यादा उनकी सास, अब तो पहले जिसको ले चल रही हूँ वो
फिर कोई इनके मायके वाली नहीं बचेगी।
ट्विस्ट देना तो कोई आपसे सीखे.....kya pata agali post men hi pata chalega
दोनों हीं एक-दूसरे का ख्याल रखती हैं......ननद क्या जो भाभी का ख्याल न रखे। आखिर सुहाग की सेज तक, पिया के पास तो वही पहुंचाती है।
दोहराव तो होता है... लेकिन कुछ नया ... जो पहली बार में छूट गया हो... वो भी पता चलता है....अगले कुछ हिस्सों में हो सकता है फ्लैश बैक ज्यादा हों, कारण अनेक हैं, कहानी के बहुत पहले के भागों से जोड़ने के लिए , अतीत में कई बार भविष्य की पदचाप छुपी होती या सिर्फ बीते हुए कल का सबकी तरह से व्यामोह,
जिन पाठक/पाठिकाओं को दुहराव की शिकायत होगी, उनसे अग्रिम क्षमा याचना
अगला भाग भी जल्द ही.///
वो कौन है???????नहीं नहीं, चंपा बाई का कोठा देखा, और उसे देख के चंपा बाई की शक्ल याद आयी और उस याद के साथ
एकदम उन्ही की जैसी शक्ल वाली, कद काठी, रूप जोबन उमर वाली याद आयीं,... कौन थीं क्यों याद आयीं ये सब बस अगले हिस्से में ढेर सारे फ्लैश बैक के साथ, आज या कल में पक्का
one to one chat ke bajay ... yahin par one to many ya manay to many chat ho jaaega....Hi komal ji
new user hu...is pr chat kese karte hai