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Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

komaalrani

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Lajawab update 👌👌👌👌👌
Thanks so much
 

komaalrani

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रंगीली गीता... गुड्डी को और रस लेने को तैयार कर रही है....
एकदम, गीता और मंजू दोनों की ही इच्छा थी की ये गुड्डी को ले आएं , दोनों ने उनके साथ उनकी बहन और माँ का रोल प्ले भी इसी लिए एकदम खुल के किया की इनकी मन की माँ -बहन के प्रति दबी इच्छा खुल के सामने आ जाए


और पृष्ठ ४६ भाग ४२ में जहाँ मंजू बाई पहली बार इस कहानी में पहली बार आती हैं वो रिश्ता वहीँ से सेट हो जाता है

"लेकिन मम्मी की निगाह से इनकी चोरी कैसे बचती , उन्होंने मंजू बाई से इनकी ओर इशारा कर के पूछ लिया ,

" सुन तू मेरी बेटी को बहू कहती है तो फिर ,... तेरी बेटी इसकी क्या लगेगी। "


मंजू बाई इशारा समझ गयी थी , मुस्करा के इनकी ओर देख के बोली ,

" बहन लगेगी ,और क्या। "

और फिर अपने बड़े बड़े उभार छलकाते हुए पल्लू खोंस लिया।


( गीता ,मंजू बाई की बेटी ,देह तो मंजू बाई ऐसे थी खूब भरी भरी थी ,गदरायी लेकिन रंग एकदम गोरा चम्पई था ,जैसे कोई दूध में केसर डाल दे।)


फिर मंजू बाई जब पहली बार गुड्डी की पिक्चर घर में देखती है तो फिर से,...

" डस्टिंग करते करते उनकी निगाह पिक्चर फ्रेम पे पड़ी जिसमें गुड्डी की तस्वीर लगी थी।


वो उसे झाड़ रहे थे की पीछे से काम ख़तम कर के मंजू बाई भी आगयी।

" बड़ा पटाखा माल है ,कौन है ये। "

" मेरी बहन है ,छोटी। गुड्डी। "

उन्होंने बोल दिया।

" कबूतर तो बड़े मस्त हैं इसके , खूब दबाये होंगे तूने। "

और पेज ४९ पर जब गीता और इनका प्रसंग परवान चढ़ता है, तो उस समय फिर गीता को को देख के इन्हे अपनी ममेरी बहन याद आती है,...

" सच में भैया बहुत नाइंसाफी है मैंने तो तेरा सब कुछ देख लिया ,छू लिया ,इतना मस्त मोटा और अपना , खजाना छुपा के बैठी हूँ। "

कुछ देर तक तो वो उनका चेहरा देखती रही फिर उकसाया

" अरे भैया देख क्या रहे हो खोल दो न अपने हाथ से बहन के पेटीकोट का नाड़ा "
उनके आँखों के सामने एक बार फिर गुड्डी का चेहरा घूम गया।

गुड्डी का नाड़ा



वो भी तो उन्हें ऐसे भैया बोलती थी ,ऐसे ही खूब प्यार से ,..

और आज कल तो वो कुरता शलवार ही पहनती है ,


शलवार का नाडा।

" शरमाते काहें हो ,भइय्या तुम सच में बहुत बुद्धू हो ,प्यारे वाले बुद्धू , अरे हर बहन यही चाहती है , इससे अच्छी बात क्या हो सकती है बहन के लिए की उसका भाई नाडा खोले , ,... खोलो न। "

और गीता ने खुद उसका हाथ पकड़ के अपने नाड़े पर रख दिया।

बस अपने आप उनके हाथ नाडा खोलने लगे , सरसरा के पेटीकोट नीचे ,

लेकिन मन उनका कहीं और , उस दिन जब वो मौका चूक गए थे।




शादी में ,

गुड्डी ने पहले उनसे केयरफ्री लाने को बोला था और जैसे ही वो निकले ,

ढेर सारी स्माइली के साथ गुड्डी का मेसेज आया

,"आल लाइन क्लीयर ,अब नहीं चहिये। आंटी जी चली गयीं। टाटा बाई बाई। मेरी छुट्टी खत्म "

और साथ में हग की साइन भी।


और गीता ने वादा किया था की बस गुड्डी को किसी तरह पटा के लाने की देर है, ... बस एक बार घर की चौखट डांक गयी तो अगली सुबह से उसकी जिम्मेदारी होगी, उसे गीता से भी चार हाथ आगे बढ़ाने की,... तो बस उसी पृष्ठ भूमि में ये प्रसंग है,


और इस कहानी के किंक से जुड़े जो प्रसंग है वो भी मंजू और गीता वाले प्रसंग में ही इसलिए न मैंने सिर्फ लिंक दिया बल्कि गीता वाले हिस्से की पहली पोस्ट जस की तस छाप दी ,

आप के कमेंट्स के लिए कोई भी आभार कम हैं , कहानी का कोई भी प्रसंग, संवाद बचता नहीं और मैं मानती हूँ , की पत्रिका में छपी कहानी या किताब की कहानी और फोरम में यही फरक है,


यहाँ कहानी सुनाने वाला और सुनने वाला दोनों के बीच संवाद भी होता रहता है और कहानी के प्रसंगों को विस्तारित करके चर्चा भी,

एक बार फिर धन्यवाद
 

komaalrani

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ये यात्रा तो अब कारवां बन गया है...
हम सब इस कारवां के संगी-साथी...
Thanks so much
 
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komaalrani

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ओहो... तो बिन ब्याहे गुड्डी ... भौजाई के रोल में आ गई...
और क्या मस्त कच्ची कली भौजाई मिली है....

भईया नयकी भौजाई को गोद में उठा के सुहाग सेज पर...
इसीलिए तो गोद में उठा के चौखट डकायी थी,...

और जिन दैहिक रिश्तों के लिए वो आयी है वो तो उसे ' भौजाई' ही बनाएंगे,... गीता की

फिर कहानी में ननद भाभी की छेड़ खानी और मस्ती के लिए एक अदद ननद चाहिए थी तो गीता से बढ़कर कौन मिलती,...
 

komaalrani

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लगता है गीता को आने की खबर कर दी थी...
तभी सबेरे-सबेरे गीता-गुड्डी का मिलन हो गया...
एकदम गीता को न सिर्फ खबर थी बल्कि उसकी ' जिम्मेदारी' भी उसे मालूम थी, पहली सुबह ही न सिर्फ लाज सरम छुडवानी है बल्कि घर का काम धाम, भी सिखाने की शुरुआत हो जाए
 

komaalrani

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कहानी जो स्टोरीलाइन के साथ हो तो इतना बड़ा होना स्वाभाविक है...
और बचे हुए कहानी के पार्ट को मिला कर ये 8 लाख शब्दों को पार कर जाएगी...
कोई विरले हीं कहानी को इस लेवल तक ले कर जाते हैं और कहानी कंप्लीट भी करते हैं....
No words are enough to thanks you for your continuous support and words of praise
 
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komaalrani

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इस खेल में दोनों खिलाड़ी जीतते हैं...

और ऐसी कविताएँ और दोहों का उद्धरण ... हमें अभिभूत कर देती है....
You make me :blush::blush:
 
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komaalrani

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ये तो फेलो राईटर के लिए सम्मान है...
Dr Razi is very humble her story is galloping ahead in the incest section and somebody whose first language is not HINDI, writing in Hindi ( in Roman script ) migrating from Punjabi on the request of readers and attracting a huge following in her first two stories says a lot and success has not changed my friend a writer with the golden heart.
 
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लेकिन दुल्हन के रूप में सुहागरात की तैयारी... पूरे वीडियोग्राफी के साथ...
इनकी सास को तो सबूत चाहिए न और मुझे बाद में इन्हे और इनकी उसको चिढ़ाने छेड़ने के लिए भी,... तो वीडियोग्राफी तो जबरदस्त होगी, एक एक पल की क्लोज अप के साथ और ऐसी इन दोनों में किसी को पता न चले, वरना नेचुरल परफॉर्मेंस में फरक न पड़ जाए
 

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Bhut shandaar update.... geeta apne rang me rang rahi h guddi ko....
Thanks so much, ..
 
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