ashik awara
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कोमल जी जोरू का गुलाम ६१ पार्ट तक मेरे पास हे क्या उसमे आपने कोई बदलाव किया हे क्या आपने
नहीं थोड़ा बहुत हो सकता है लेकिन ज्यादातर उसके बाद हीकोमल जी जोरू का गुलाम ६१ पार्ट तक मेरे पास हे क्या उसमे आपने कोई बदलाव किया हे क्या आपने
बिना इमेज के कहानियाँ पी डी ऍफ़ रूप में इसी फोरम के पी डी ऍफ़ वाले सेक्शन में हैंकोमल जी मेरे कमेंट्स का जबाब देने के लिए आपका आभार , कोमल जी सेक्स बाबा पर मुझे बहुत सारी कहानियां आप सभी लेखकों की मिली हें और मेने उन सभी कहानियों को अपने फोल्डर में संजो कर रखा हुआ हे , मुझे कहानी एक नोवल के रूप में पढना पसंद हे . इसीलिए में शुरू में कमेन्ट करने में असमर्थ हूँ , दूसरी बात सेक्स बाबा पर लेखक से सम्वाद करना बेहद मुश्किल हे , इस फोरम पर मुझे इस बात की ख़ुशी हे की लेखकों से सम्वाद करने का अवसर मिल रहा हे , और कई लेखकों ने मेरे कमेन्ट पर जबाब भी दिया हे , स्वस्थ सम्वाद करना अच्छा ही रहता हे आपकी कहानी जोरू का गुलाम मेने अपने फोल्डर पर बिना किसी इमेज के सेव की हुई हे, और बिना इमेज के पढने में उतनी ही मजेदार लगती हे , बाकि अगर बिना इमेज के आप कहानी मुझे दे सके तो आपका आभार रहेगा बाकि कहानी तो पढनी हे ही , आप इसी तरह लिखती रहें , धन्यवाद
ekdam janata ki yahi maang thi , aur janmat ka smaan to karna hi chahiaye naaKya shandaar shuruwat ki hai......
Khun kharabe aur shor sharabe se bharpur.....
Abhi to bas shuruwat hai..... aage aage to aur bhi chikhe nikalni hai
uski bhi din saayit samay aayegaa aur us raat ka bhi kissa isi tarh haal khulasa bayan hoga , assal men maximum fertility ke chance ka ek period hota hai, ...period kahatm hone ke 10-12 baad se 5-6 din tak bas usi smaay aur bakayada garbhadhan sanksaar bhi hogaPills khilakar kar galti kar di guddi ki bhabhi ne, pregnant hone deti, suhagraat me hi,
Thanks koshish karungi ki aaj Chhukri vaali incest vaali story pe udpate de dun, ...ye abhi production stage men hain par jld hiWaiting for next apdate
Yes but aap update dete raheiye ek sath sab padne ka maza aayega aur reply dene ka bhisad but true
वो तो आपकी बात ठीक हे , कमेन्ट पढने लालच तो होता ही हे, पर मेरे जेसे पाठक जो कहानी शुरू होने के काफी समय बाद जुड़ते हें , या कहानी पूरी होने के बाद जुड़ते हें , वो भी तो पूरी कहानी पढने के बाद अपने कमेन्ट देना चाहते हें , और फिर एपिसोड की तरह से कहानियां पढने में वो मजा नही आता , जो एक नोवल को लेकर पढने बेठे और जब उस में रम गये तो जब तक नोवल पूरा पढ़ नही लिया तबतक नोवल को छोड़ा ही नही , टीवी सिरिअल देखना मेने बंद कर दिया क्यूंकि सिरिअल देखने में फिल्म वाला मजा नही आता ,बिना इमेज के कहानियाँ पी डी ऍफ़ रूप में इसी फोरम के पी डी ऍफ़ वाले सेक्शन में हैं
लेकिन एक तो उसमें बाद के जोड़े हुए हिस्से नहीं है और दूसरे ये कहानी अधूरी थी तो इस बार मैं कोशिश करुँगी उसे पूरी करने की,... तो जैसे टीवी पे सीरयल चलते हैं या ओटीटी पे सीरीज
और फिर हर पोस्ट के बाद आपके कमेंट पढ़ने का लालच ,