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Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

motaalund

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पढ़ाई तो जीवन भर चलती है और गीता ऐसी गुरुआइन हो तो, अब तक जो कुछ वर्जित है उससे गुड्डी वर्जित थी, लेकिन इस बारिश में बादल के गर्जन के साथ वर्जनाओं के टूटने के बाद,... अब तो गीता रोज ही

और वर्जनाओं का यह टूटना एकदम समय पर है क्यों की दो तीन दिन बाद दो तीन और लोग आ रहे है गुड्डी की असली रगड़ाई करने बचे खुचे द्वार खोलने
Its a life long process...
 

motaalund

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Not a reprint but new edition, we had many Devdas, from KL Sehgal to SRK and all of them had differences so it is better to not recall the previous version while reading new one. Just enjoy the story, you are absolutely right.
:love2::love2:
 

motaalund

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एकदम सही कहा आपने फागुन और सावन दोनों में,....

लेकिन सावन में जब बाहर बारिश हो रही तो अंदर न हो,... बाहर सब कुछ गीला हो रहा हो

और भीगे बदन को देखकर और गरमा उठता है तन मन, पिछली तीनों पोस्टें सावन को ही समर्पित


और इन भीगी भीगी पिक्स के लिए कोई भी थैंक्स कम होगा।
Pics says a lot as compared to words.
 

motaalund

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and inspired by your pics


rain-nice-14.gif



बारिश-1 / परवीन शाकिर​


नवेद कोई बनाम-ए-मौसम
न तहनियत कोई चश्म ऐ नाम को
न मुस्कराने का था सबब कुछ
मगर मिले तो
ख़ुशी छुपाए न छुप रही थी
हम अपनी आवाज़ सुन के हैरान हो रहे थे
हमारे लहज़े में
रात में होने वाली बारिश खनक रही थी
rain-g-7.jpg
नवेद कोई बनाम-ए-मौसम
न तहनियत कोई चश्म ऐ नाम को

मतलब भी समझा दें तो बहुत मेहरबानी होगी...
 
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komaalrani

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Super mind blowing
Thanks and welcome to my thread.
 

motaalund

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I am a great fan of Raji Ji. She came, she saw and she conquered.

now something about this story,

It was first posted in English a few years back. it was comparatively short and crisp with the background of light femdom and was more a tribute to an incomplete story of Incestbi, a perverted Indian wife.

we exchanged a few mails and i goaded him to complete his story, but he admitted that he was sort of not much interested or short of ideas how to push it ahead.

I was aware that there are really few stories with Indian backdrop about light or any femdom. and a story was born. I wanted to write as i felt all genre should be represented.


There was a clamour both for Hindi version and to extend the story after Guddi, the teenage sis-in law has gone along with her bhaiya and bhabhi.

and after i completed Fagun ke din chaar, i started writing Hindi version which became completely new and femdom gave way to SMTR ( she makes the rules).

it went on for more than a year and suddenly xossip got closed and story was left incomplete.

I never leave any story mid-way so i started it again here from the beginning with a lot of opposition and some hesitation. many readers wanted to start from where i have left, but my worry was supposing some new readers comes along? and again a lot of episodes were added.

now talking about words, Pahgun ke din chaar had almost 7 lakh words and this will be far exceeding that.

thanks
many readers wanted to start from where i have left, but my worry was supposing some new readers comes along?
In that case the new additions will be missed by even readers who have previously read.
Its your right decision that posting afresh will infuse new freshness..
 

motaalund

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जोरू का गुलाम भाग १९९

एक नयी सुबह मेरी ननद

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१७,६६,७४१


बारिश तो रुक गयी थी पर बादलों ने अभी भी उषा का रास्ता रोक रखा था , पेड़ों की पत्तियों से बूंदे टपक रही थीं, बस उसी से हम दोनों ने एक दूसरे की देह का कीचड़ साफ किया,


लेकिन गीता का मन अभी भरा नहीं था, उसने गुड्डी को बाहों में बाँध लिया और खड़े खड़े दोनों एक दूसरे को चूमने लगे, ... गीता के हाथों के दबाव ने गुड्डी को बता दिया, वोस सरकती हुयी, गीता के देह की सीढ़ी उतरती,... होठों से जोबन तक,... कुछ देर तक गीता के उरोजों का रस लेने के बाद गहरी नाभि और फिर दोनों जंघाओं के बीच रस कूप,... बस गीता यही तो इन्तजार कर रही थी, उसकी जाँघों की पकड़ किसी लोहार की सँड़सी से कम नहीं थी,... और गीता ने गुड्डी के सर को भी दोनों हाथों से पकड़ कर दबोच लिया, ... गुड्डी के होंठ अपने आप खुल गए



और फिर गीता के निचले होंठों से सुनहली शराब और अबकी गुड्डी खुद ही,... और इस बार पहली बार से भी ज्यादा देर तक, खड़े खड़े,... दोनों में से किसी को फरक नहीं पड़ रहा था, और यही काम की पराकष्ठा है जब देह का सुख ही सब कुछ तय करे,...

जब गुड्डी उठी तो गीता ने बड़े दुलार से उसके गीले होंठों को चूम के कहा,

" अब थोड़ा सो जाओ, आज काम हम अकेले निपटा देंगे, और कल से रोज मुंह अंधियारे, ... आके सबसे पहले यही काम,

गुड्डी ने ख़ुशी से हामी में सर हिलाया, पर ननद की बात भाभी सीधे से मान ले तो वो भाभी नहीं, मैंने जोड़ा

" अरे एक टाइम से का होगा , दोनों जून "

मैं और गुड्डी बिस्तर पर जैसे ही एक दूसरे की बाँहों में लेटे, मस्ती और थकान, पल भर में नींद आ गयी।

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मेरी नींद खुली तो बस आठ बजने वाली थी। मेरी पलंग खाली थी , मेरी गौरेया गायब।

सिर्फ हलकी सी सुनहली धूप फर्श पर पसरी हुयी थी , खिड़की खुली और बाहर पेड़ों पर से चिड़ियों की चहचाहट जैसे ढेर सारी लड़कियां अपनी सहेलियों को , ब्वॉयफ्रेंड्स को ट्वीट कर रही हों ,

---

मैंने एक नाइटी बस अपने ऊपर डाल ली , फ्रेश हुयी और किचेन में ,



किचेन एकदम साफ़ , सब चीजे रेडी , चाय की भी नाश्ते की , .... गीता सब काम करके गयी थी। ,... वही तो थी जिसने मेरे बाद गुड्डी पर नंबर लगाया था , और बाहर बगिया में बारिश के बीच गुड्डी को दो बार अपनी ' सुनहली शराब' पिलाई थी और बोला भी था, कल से रोज सुबह, पहला काम यही,... रोज गुड्डी ही तो जाती थी गीता के लिए दरवाजा खोलने और फिर किचेन में हाथ बटाने

चाय चढ़ाकर मैं अपनी ननद की खोज में लग गयी , वो अपने कमरे में लैपटॉप खोल कर , ... उसकी कोचिंग का पेज , निगाहें वहीँ चिपकी।
और सिर्फ एक रैप ओढ़ कर बैठी ,

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मैंने उसका रैप खींच लिया और बोली
" हे चाय चलेगी , ... "

" दौड़ेगी ,... भाभी " और उसने मेरा गुड मॉर्निंग किस दे दिया।

" सुबह वाली कैसी थी ,...बेड टी " मैंने उसे चिढ़ाया।

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वो खिलते गुलाब की तरह ब्लश कर उठी और हलके से बोली ,
" धत्त ,... "

"अरे यार थोड़ा सा तो पिलाया था , ... मुश्किल से क्वार्टर कप "

अब वो खिलःखिलायी , एकदम सुबह की धूप की तरह।

" भौजी , सच में आप बहुत कंजूस हो और ,... बेईमान भी . यहाँ भी कंजूसी कर गयी , सिर्फ ,... "

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" तो चल , अब पिला देती हूँ। .. तुम भी हो , मैं भी हूँ , और मैंने घर के सारे दरवाजे बंद कर दिए हैं। "मैंने छेड़ा

" नहीं भाभी , अभी नहीं , इसे देख रही हैं , मेरा दुश्मन ,... " उसने लैपटॉप की ओर इशारा किया और समझाया

सुबह उसकी कोचिंग से सात बजे ही मेसेज आ गया था।

एक आन लाइन टेस्ट है सवा आठ बजे , फिजिक्स के न्यूमेरिकल पर। डेढ़ घंटे चलेगा। १०० सवाल नब्बे मिनट में। एक सवाल का जब वो जवाब दे देगी तभी अगला सवाल स्क्रीन पर आएगा। स्पीड और एक्यूरेसी दोनों ,... आज जनरल फिजक्स और हीट के न्यूमेरिकल आएंगे। उसको अपना टारगेट भी खुद सेट करना है , उसने ८० सवाल का टारगेट सेट किया है। सुबह से वो जनरल फिजिक्स और हीट के न्यूमेरिकल के फार्मूले दुहरा रही थी।

" चल अभी पन्दरह मिनट है , मैं चाय ले आती हूँ , तुम थोड़ी फ्रेश भी हो जाओगी। "

और मैं किचेन की ओर चल दी।

चाय बनाते समय मैं सोच रही थी , सही है। आज उसका स्पेशल क्लास भी है फिजिक्स न्यूमेरिकल का, ए २ वाले नर्ड्स के साथ । मिसेज मल्होत्रा ने बताया भी था की उन लोगों के असेसमेंट में इस की यह एरिया थोड़ी वीक है , इसलिए वो लोग परसनालाइज्ड अटेंशन पे करेंगे।

चाय पीते समय भी उस की निगाह लैपटॉप पर थी , वो सारे फार्मूले रीपीट कर रही थी। जब उसका आन लाइन टेस्ट शुरू हो गया तो मैं फिर किचेन में

ब्रेकफास्ट की तैयारी ,... लंच मेरा तो मीटिंग में था और गुड्डी को कोचिंग में ही लंच करना था।

आमलेट के लिए में अंडे फेंट रही थी , साथ में कार्नफ्लेक्स , चिल्ले और फ्रेश ऑरेंज जूस।

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ब्रेकफास्ट की तैयारी के साथ मैं सोच रही थी , ये कोचिंग वाले , छोटी सी बच्ची पर ,... और गुड्डी ही ही क्यों सारे बच्चे हम सब लोगों की उम्मीदों का भारी बोझ लेकर ,...

सुबह सुबह डेढ़ घंटे की आन लाइन क्विज

मिसेज मल्होत्रा ने मुझे डिटेल में बताया था , उन्होंने गुड्डी ने आने के बाद जो क्वेशन्स किये थे आन लाइन कोचिंग के लिए , उसके और , बोर्ड के रिजल्ट्स की एनलिसिस कर के

उनलोगों ने गुड्डी के तीन वीक प्वाइंट , और एक स्ट्रांग प्वाइंट सेलेक्ट किया था।

सबसे वीक प्वाइंट उसका फिजिक्स न्यूमेरिकल था और स्ट्रांग प्वाइंट आर्गेनिक। कोचिंग वालों की स्ट्रेटजी ये थी की अगर स्ट्रांग प्वाइंट और तगड़ा होगा तो , ओवरआल स्कोर में हेल्प होगी. उसी तरह से वीक एरिया को आयिडनेटीफाई करके स्ट्रांग बनाने से भी ,...


गुड्डी ने यहाँ आने के पहले ही बताया था की फिजिक्स के लिए उसने रेसनिक हैलिडे , दो बार कवर टू कवर ख़तम की थी , और इरडोव से प्राबलम्स भी ,

लेकिन मिसेज मल्होत्रा का मानना था की उसकी प्राबलम कॉन्सेप्ट्स से ज्यादा स्पीड में है। और इंट्रेस टेस्ट में स्पीड और एक्यूरेसी मैटर करती है , इसलिए वो इसकी स्पीड के साथ इसका असेसमेंट की किस सवाल को इसे करना है और किसे छोड़ना है , इस को भी इम्प्रूव करेंगे , गुड्डी के अंदर थोड़ा सा ओवर कान्फिडन्स है , इसके चलते ,.. जो सवाल वो पक्का श्योर नहीं है वो भी ट्राई करती है। और निगेटिव मार्किंग होने के कारण उसका बहुत तगड़ा उसे नुक्सान उठाना पड़ सकता है इसलिए इस आस्पेक्ट को भी वो कवर करेंगे.


कोचिंग के लिए हर स्टूडेंट्स के साथ ये करना इम्पॉसिबिल है ,इसलिए वो ५० स्टूडेंट्स सेल्केट करते हैं , जिनकी पोजीशन फाइनल इक्जाम में अच्छी आने की उम्मीद हो और उनका नाम वो न्यूजपेपर में , बिलबोर्ड्स पर एडवरटाइजमेंट के लिए लगा सकें , इन ५० की वो परसनाइलज्ड कोचिंग करते हैं। इसमें से ३० लकड़ी तो ए १ सेक्शन के होते हैं , जो उनका सबसे अच्छा सेक्शन है , पढ़ाई के मामले में। परफेक्ट नर्ड्स। और बाकी बीस में कुछ ए २ सेक्शन के हैं , कुछ ऑन लाइन वाले और गुड्डी।

हर तीन महीने के बाद वो री असेसमेंट करते हैं वीक प्वाइंट्स का और कोचंग को उसी तरह फिर से फोकस करते हैं।

मिसेज मल्होत्रा ने ये बात सही कही थी की ये स्टूडेंट्स कोर्स तो इंटर में ही कवर कर के आते हैं , बस असली चीज है कॉन्सेप्ट्स क्लियर करना और उसे इम्प्लीमेंटेशन , क्लास के लेक्चर इसी पर जोर देते हैं . और इन ५० स्टूडेंट्स को वो और ज्यादा अटेंशन देकर टॉप पोजीशन के लिए रेडी कराते है।



मेरे दिमाग में एक सवाल बार बार घूम रहा था और मैंने मिसेज मल्होत्रा से साफ़ साफ़ पूछ लिया
आखिर मेडिकल की तैयारी के लिए आई थी ..
तो उसकी तैयारी भी जोर -शोर से करनी पड़ेगी..
नहीं तो जेठानी के सामने नाक कट जाएगी...
और दस बातें सुनाएगी वो अलग...
 

motaalund

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पढाई भी मस्ती भी

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मिसेज मल्होत्रा ने ये बात सही कही थी की ये स्टूडेंट्स कोर्स तो इंटर में ही कवर कर के आते हैं , बस असली चीज है कॉन्सेप्ट्स क्लियर करना और इम्प्लीमेंटेशन , क्लास के लेक्चर इसी पर जोर देते हैं . और इन ५० स्टूडेंट्स को वो और ज्यादा अटेंशन देकर टॉप पोजीशन के लिए रेडी कराते है।

गुड्डी ने रेसनिक हैलिडे और इरिडोव की बात मिसजे मल्होत्रा को भी बताई थी, और उन्होंने अप्रिसिएशन भी जाहिर किया लेकिन उसके क्लास में जाने के बाद उन्होंने मुझे समझाया,...
" ये शार्प है, लेकिन वहां क्लास में टफ कम्पटीशन नहीं होने से जल्दी अपने लेवल से सेटसीफाइड हो जाती है,... हम लोग आई आई टी बॉम्बे की एक फैक्लटी से जिन्होंने जे इ इ के लिए पांच साल फिजिक्स के पेपर सेट किये थे उनसे कांटेक्ट किया है, उन्होंने पिछले १२ साल के जे इ इ के टफेस्ट १०० क्वेश्चन छांटे, जिन्हे टॉप १ % लड़कों ने या तो गलत किया था या छोड़ दिया था. अब उन्ही १०० सवालों के बेसिस पर ही १०० -२०० सवाल उसी लेवल के तैयार किये हैं, सरप्राइज क्विज में वही ,... और मैं अपनी ननद को उन लड़को के ग्रुप में डालूंगी जो उन सब्जेक्ट्स में टॉप होंगे जिससे इसे एक टफ कम्पटीशन मिले,... फिर जो क्वेश्चन ये गलत करेगी या छोड़ेगी, क्लास में उस के कांसेप्ट फिर से क्लियर किये जाएंगे,... और क्लास में फिजिक्स न्यूमेरिकल के टॉपर्स के साथ फिर से उसी टॉपिक्स पे,
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अभी वही क्विज़ चल रही थी,...

मेरे दिमाग में एक सवाल बार बार घूम रहा था और मैंने मिसेज मल्होत्रा से साफ़ साफ़ पूछ लिया , लेकिन फिर पार्टी, मस्ती ,... ये सब।

वो जोर से हंसी।

" ये तो बहुत जरूरी है। पढ़ाई के समय पढ़ाई , मस्ती के समय मस्ती। अरे १५ दिन में एक बार पार्टी से बैटरी रिचार्ज हो जाती है। वरना पढ़ते समय मस्ती सूझती है , और मस्ती के समय टेस्ट के स्कोर याद आते हैं। "

फिर कुछ सीरियस होकर उन्होंने बोला ,

" हम लोग हर साल एल्युमिनाई मीट करते हैं , उसमें मैंने नोटिस किया की लाइफ में एक्सेल करने के लिए सिर्फ टॉप करना ही काफी नहीं है , सोशल स्किल्स , बॉन्डिंग , आप कितना आर्टिक्युलेट हैं , इ क्यू ,... सारी चीजें काउंट करती हैं , और एक्सट्रोवर्ट होना भी , स्पेशली मेडिकल प्रोफेशन में। और ये पार्टी , मस्ती , लड़कों के साथ मिलना , दे कवर दैट पार्ट , ... और आई हैव फुल कान्फिडन्स इन अवर ननद। शी इज अ स्किल्ड टाइट रोप वाकर , और देखना उस की फोटो बिल बोर्ड पर लगेगी और पहली लाइन में। "

मेरी भी सोच यही थी और चाहत भी।

मैंने एक बार जाकर गुड्डी के कमरे में झांका , वो फुल अटेंशन ऑनलाइन एक्जाम पर लगाए थी , अभी भी करीब २५ मिनट बचा था।

लेकिन मेरा अटेंशन भंग हो गया।


उनका फोन था। कांफ्रेस काल कब की उनकी ख़तम हो गयी थी , फिर कारपोरेट आफिस को रिपोर्ट और बाकी सब काम ख़तम हो गया था , मिसेज मोइत्रा की कबुतरियों को छोड़ने जाने में अभी भी आधा घंटा बाकी था।

और मैंने हड़काया

" अरे यार थोड़ा जल्दी पहुँच जाओगे तो क्या हो जाएगा , अरे जबतक तुम्हारी सालियाँ तैयार हो रही होंगी , मिसेज मोइत्रा पर लाइन मारना। "

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इन मामलों में मेरी ही कंसल्टेंसी चलती थी

" एकदम सही बोला तुमने , अरे यार ,... वो भी मस्त माल हैं ,... परफेक्ट एम् आई एल ऍफ़। चलता हूँ , और साढ़े दस बजे तक लौटना भी हैं। हाँ सेकंड हॉफ आज ऑफ है ( जिस दिन उनकी मॉर्निंग कांफ्रेंस होती थी , सेकंड हॉफ ऑफ़ होता ही था ).इसलिए डेढ़ बजे से छुट्टी , ... "
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वो बोले और मैंने काम की बात बतायी उनके लिए ,

" मैं बारह बजे मिसेज मोइत्रा को ले कर निकल जाउंगी , फिर पांच बजे के बाद ही , जब आप ग्रीन सिग्नल दोगे ,.. आज बिना मीजे रगड़े मत छोड़ना दोनों रसगुल्लों का। तीन चार घंटा मिल जाएगा एकदम क्लियर। "

मैंने फोन काट दिया और फिर ब्रेकफास्ट की तैयारी कर दी।

जब मैं ननद के पास पहुंची तो वो अभी भी लैपटॉप से जूझ रही थी , मैंने अपने हाथ से आमलेट का एक टुकड़ा तोड़ के बढ़ाया , और उसने जोर से मुंह खोल दिया , गप्प ,...

मैं अपने हाथ से उसे खिला रही थी थी , वो गटक रही थी।

तभी मेरी निगाह घडी पे पड़ी

" हे तेरा इक्जाम तो ख़तम हो गया होगा। "

" हाँ भाभी कबका ,.. " वो आमलेट ख़तम करते बोली।

" लेकिन फिर ये ,... " मैंने लैपी की ओर इशारा कर के पूछा।

" ज्यादा इम्पोर्टेन्ट एग्जाम है , " मुस्कराते हुए वो शरीर बोली।
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मैंने लैपी को ध्यान से देखा , उसकी फेसबुक की दो साइट्स , टिंडर , इंस्टाग्राम , और कोचिंग का सोशल मिडिया वाला पेज

साथ में उसके मोबाइल पर व्हाट्सऐप

" खिलाइये न , मेरे हाथ बिजी हैं और फिर भौजी के हाथ का मजा ही अलग है " वो मुंह बना के बोली ,

बहुत मीठी और शोख ,

हम दोनों ने ब्रेकफास्ट ख़तम किया ही था की फिर उसकी कोचिंग का एक पॉप अप चमका।

दस बजे ,... जो अभी ऑनलाइन एग्जाम हुआ था , उस में जो इसके सवाल गलत हुए थे वो , उसे सही करने का तरीका और वैसे कुछ और सॉल्व्ड इक्जाम्प्ल , दस बजे ऑनलाइन। ... और इसे कॉपी भी नहीं कर सकते , ..सिर्फ पंद्रह मिनट के लिए। ... दस से सवा दस बस ,

इसी में न सिर्फ पढ़ना है बल्कि समझना है और आत्मसात भी करना है।

अभी ७ मिनट बाकी थे।
गुड्डी ने रेसनिक हैलिडे और इरिडोव की बात मिसजे मल्होत्रा को भी बताई थी, और उन्होंने अप्रिसिएशन भी जाहिर किया लेकिन उसके क्लास में जाने के बाद उन्होंने मुझे समझाया,...
ये पुराने दिनों की याद दिला देता है....
और कहानी की गहराई को इंगित करता है....
Superb.....
 
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