• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica फागुन के दिन चार

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
फागुन के दिन चार भाग २७

मैं, गुड्डी और होटल

is on Page 325, please do read, enjoy, like and comment.
 
Last edited:

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
wow
aisi tayyari dekhkar hi maja aa gaya
2 gulaab jamun me hi sab set tha
upar se beer
guddi ki aaj shamat nahi haiI
wonderful update
I am humbled and speechless to see you here. I and my thread both feel privileged. your presence itself enthuses me and such words, I am so happy to see you on my thread
 

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
वाह कोमलजी. ये डूबे भाभी भी क्या जबरदस्त किरदार है. आनंद बाबू जैसे चिकन पर तो पूरी फ़िदा है. जैसे गुड्डी और रीत दोनों को खुद ही परोस देगी. अब रीत हे भी सरारती. और लगे भी डूबे भाभी की नांदिया. मौका वो भी ना छोड़े. आनंद बाबू का साथ उनका सहारा लेकर डबल डोज़ वाले दो गुलाब जामुन खिला दिये. साथ मे बियर का केन भी चढ़वा लिया. माझा आ गया. पर रंग पंचमी वाले दिन वैसी भेट होंगी??? अगर होंगी तो माझा ही आ जाएगा. और गुड्डी रानी मतलब लम्बे वक्त से कोरी ही है. इंतजार रहेगा कब आनंद बाबू के प्रेम की छाप लगेगी. माझा आ गया कोमलजी.

IMG-20240511-154020
अरे कैसे भेंट नहीं होगी ? आनंद बाबू की जिंदगी का सवाल है, गुड्डी के बारे में लाइफ टाइम फैसला बिना गुड्डी की मम्मी के हाँ के तो हो नहीं सकता और उन्होंने पहले ही हुकुम सुना दिया है की आनंद बाबू को ' होली आफटर होली ' में कम से कम तीन दिन बनारस में भी बिताने हैं तो मम्मी का हुकुम और ऊपर से भी अब दूबे भाभी ने भी वही बात कह दीं,

राजा नल है एक और दमयन्तिया अनेक, तो एक दिन में किसकी किसकी प्यास बुझेगी और नए ज़माने की लड़कियां तो हैं नहीं क्विकी से काम चला लिया, नेपकिन से मलाई पोछी, जींस ऊपर सरकायी और बाइक पे पीछे बैठ के, दूसरे यार के साथ, यहाँ तो सब चंदा भाभी टाइप, जब तक रात भर आसन बदल बदल कर कबड्डी न हो, तीन चार राउंड तो क्या मजा आएगा, इसलिए दूबे भाभी ने तीन दिन वाली शर्त रखी

हाँ आज छुआ छुआई, मुंह दिखाई हो जायेगी, औजार कैसा है, काम लायक है की नहीं, और गुड्डी भी चाहती है की आनंद बाबू के कपडे उतरें,

वो तो देख ही चुकी हैं, पकड़ भी चुकी है लेकिन मामला ओनर्स प्राइड नेबर्स एनवी वाला है , सबको मालूम हो जाए गुड्डी वाला कितना जबरदस्त है, इसलिए
वो सबके ऊपर चढ़ने के लिए ग्रीन सिग्नल दे रही है
 

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
आनंद की दशा देख कर ऐसा महसूस होता है जैसे एक शरीफ , भले और चिकने - चुपड़े युवक को चार - चार तेज तर्रार महिलाओं के बीच मे एक कमरे के अंदर छोड़ दिया गया हो ।
सवाल ही नही पैदा होता ऐसे सिचुएशन मे कोई भी मर्द इनसे पार पा सके ।

आनंद साहब का ब्रेक फास्ट भांग मिश्रित पकवानों के साथ साथ वाइन , वोदका और वियर का रूकने का नाम ही नही ले रहा । कभी चंदा भाभी के साथ , कभी गुड्डी के साथ , कभी रीत के साथ और कभी दूबे भाभी के साथ मिलाकर कई - कई दौर का यह खान-पान हो चुका ।
पर ताज्जुब है अब तक आनंद साहब होशो हवाश मे है और साथ मे सभी महिलाएं भी भली चंगी हैं । काफी मजबूत मिट्टी के बने हैं यह सब । :D

इस अपडेट मे आनंद साहब को रंगपंचमी मे वापस बनारस आने की बात कही गई है । कारण अवश्य रंग खेलने का और उस दौरान कुछ मस्ती करने का है । लेकिन चूंकि आनंद को ट्रेनिंग के लिए बाहर जाना है इसलिए यह प्रोग्राम कुछ फेरबदल के साथ दो दिन पहले तक का कर दिया गया ।
नो डाऊट , इस दौरान वह सबकुछ होगा जो इन महिलाओं ने सोच रखा है एक्सेप्ट राॅकी इवेंट । राॅकी की चर्चा सिर्फ आनंद साहब की शर्म दूर करने की ही है ।

और वह सब भी होगा जो आनंद साहब के ममेरी बहन के बारे मे कहा गया है । गुड्डी अपने कमिटमेंट पर खरा न उतरे , यह हो नही सकता ।

आनंद साहब को ट्रेनिंग से वापसी के बाद शायद वह बनारस और वह ससुराल न दिखे जो वर्तमान मे दिखाई दे रहा है । मुझे याद है बनारस उस वक्त बम धमाकों से बहुत कुछ बदल चुका था । शायद रीत का साथ भी उनके ट्रेनिंग जाने से पूर्व तक का ही है ।

बहुत खुबसूरत अपडेट कोमल जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।
आपको इस थ्रेड पर देख कर जो ख़ुशी होती है मैं बता नहीं सकती,
एक मूर्धन्य, सिद्धहस्त समीक्षक की उपस्थिति ही अन्य पाठको को थ्रेड को ' कम से कम एक बार ट्राई करने लायक, पढ़ कर देखने लायक' बनाने की हिम्मत देता है,

ऊपर से आपके कमेंट, कहानी के पीछे की भावना, उसका मूल रस, जैसे कोई समुद्र मंथन कर अमृत निकाल कर परोस दे

और सबसे बड़ी बात आपका कमिटमेंट, आप ने शुरू में वायदा किया की आप नियमित पढ़ेंगे, कमेंट भी देंगे और मुझे कभी कहना नहीं पड़ा,

मैं अनुग्रहित हूँ बहुत बहुत आभार
 

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
वाह भाई वाह. आनंद बाबू को रोकने के लिए गुड्डी का सहारा लिआ जा रहा था. अमेज़िंग.

सादी से पहले सादी वाली फीलिंग कुछ अलग ही होती है. एक दूसरे पर निर्भरता जताना
जैसे आनंद बाबू के बोल : गुड्डी ना होती तो मेरा क्या होता. वाओ... जबरदस्त सिंपल पर खट्टी मीठी फील है.

वही प्यार मे हक़ जमाना वो भी प्रेमिका से. दिल गुद गुदा देता है.
गुड्डी :

डूबे भाभी की मन की मुराद पूरी तो हुई. एक दिन कम सही. पर आनंद बाबू रुके तो. सारा श्रेय गुड्डी की जवानी, रीत का जोबन, और खुबशुरत सालियों के कारण ही हुआ. सब ने अपने होने वाले जीजा को बाट ही रखा है.


बहोत सारा है इस अपडेट मे. पर बता ही नहीं पाई. अमेज़िंग अपडेट. लव इट.

IMG-20240511-190436
रही बात आनंद बाबू तो अभी से मान भी गए. जोरू के गुलाम... अब आने वाले वक्त मे गुड्डी भी को
आप की कहानी पढ़ के जो सुख मिलता है वही आपके कमेंट में भी

एकदम सटीक कुछ ही शब्दों में बात कहने का जादू

" शादी से पहले शादी वाली फीलिंग" एकदम सही बात कही है, आपने लड़की का हक जताना, और लड़के के मन में ये बात आना की ये हक जमाये, सब के सामने जताये, एक गुदगुदी सी, और यह बात भी आपकी एकदम सटीक है

गुड्डी की जवानी, रीत का जोबन और खूबसूरत सालिया ( उनमे वो दर्जा नौ वाली भी है जिसने मिर्च वाले ब्रेड रोल खिला के अपना इरादा बता दिया था, वो छोटी साली है करेगी तो अपनी मर्जी की, आखिर साली किस बात की )

बहुत बहुत धन्यवाद इतने अच्छे सटीक कमेंट्स के लिए, बाकी जादू टोना आपको कितना आता है पता नहीं लेकिन शब्दों का जादू बहुत अच्छा है, आपको प्रुस्कृत करके फोरम ने अपना सम्मान बढ़ाया है।
मलिया की तरह बोलेगी. मेला छोनु मोनू....
 

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
वाह भाई मान गए. गजब की शारारत है ये तो.

अरे आनंद बाबू मुबारक हो. तुम्हारी बहना का रिस्ता पक्का भी हो गया. किस से. अरे तुम्हारे ही ससुराल वालों की तरफ से. तुम्हारा साला रोकी.

वाह नथ उत्तरी या नहीं ये भी चैक होगा. नहीं उत्तरी तो कोई बात नहीं आनंद बाबू. वो मौका तो आप को ही दिया जाएगा. चढोगे ना.


डूबे भाभी ने भी काम किसे सौपा. वो भी तुम्हारी वाली को. अब दाव पर तो उसका पिछवादा लग गया. अब पीछे मत हटना.

IMG-20240511-153909
गुड्डी की हिम्मत नहीं जो दूबे भाभी की बात टाले, बल्कि पूरे बनारस में किसी की हिम्मत नहीं

और आनंद बाबू में हिम्मत नहीं की गुड्डी की बात टालें

तो आनंद बाबू के मायके में ही सादे समारोह में गुड्डी की उपस्थिति में गुड्डी अपने मरद से अपनी सहेली और आनंद बाबू की बहिनिया की नथ उतरावायेगी और उसका हाल चाल आप सब को पूरे डिटेल के साथ इस कहानी में बतया जाएगा, फोटो इत्यादि भी रहेंगी, बिना कुछ छिपाए, ताकि सनद रहे और वक्त बेवक्त काम आये
 

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
बनारस का असली मजा तो देह की होली...
और गुंजा तो कसम धरा के चंदा भाभी की बराबरी करेगी...
हर जेनरेशन का अलग मजा, अलग स्टाइल

और आनंद बाबू दोनों जेनरेशन का मजा लेंगें
 

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
किसी को कोई कमी नहीं होने दी जाएगी....
असली कारण दूसरा है

गुड्डी आजकल की बहुओं में नहीं है, वो मायके और ससुराल में अंतर् नहीं करती और यही गुन अपने साजन को सिखा रही है, मायके और ससुराल में अंतर न करें, जो व्यवहार साली के साथ वही बहन के साथ, तो कोई यह नहीं कहेगा की लड़का शादी के बाद खाली अपने ससुराल वालों के चक्कर में
 

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
लेकिन रॉकी बेचारा...
शायद फोरम के रुल के मुताबिक....
यही तो,

सोलहवा सावन में भी वही हुआ

लेकिन आगे आगे देखिये
 

komaalrani

Well-Known Member
22,121
57,303
259
जोरू का गुलाम भाग २२४ -खेल खिलौने

स्लेव कॉलर -ननदिया के लिए

updates posted, please do read, comment, like and enjoy.
 
10,180
42,783
258
आपको इस थ्रेड पर देख कर जो ख़ुशी होती है मैं बता नहीं सकती,
एक मूर्धन्य, सिद्धहस्त समीक्षक की उपस्थिति ही अन्य पाठको को थ्रेड को ' कम से कम एक बार ट्राई करने लायक, पढ़ कर देखने लायक' बनाने की हिम्मत देता है,

ऊपर से आपके कमेंट, कहानी के पीछे की भावना, उसका मूल रस, जैसे कोई समुद्र मंथन कर अमृत निकाल कर परोस दे

और सबसे बड़ी बात आपका कमिटमेंट, आप ने शुरू में वायदा किया की आप नियमित पढ़ेंगे, कमेंट भी देंगे और मुझे कभी कहना नहीं पड़ा,

मैं अनुग्रहित हूँ बहुत बहुत आभार
कोमल जी ,
जो इंसान अपने वादे पर , अपने कमिटमेंट पर खरा नही उतरता उसके विश्वसनियता पर प्रश्न चिन्ह लगता ही लगता है । वह इंसान किसी फिल्ड मे तरक्की नही कर सकता जिसका कमिटमेंट कभी पुरा न होता हो ।

इस फोरम पर मैने कुछ ऐसे भी थ्रीड , ऐसे भी कुछ राइटर्स पर अंतिम अपडेट तक साथ निभाया है जहां सिर्फ मै ही था। यह उनकी महानता थी कि उन्होने विचलित हुए वगैर मेरे इस हौसलाअफजाई को एप्रीसिएट किया और अपनी शाहकार को मंजिल तक पहुंचाया ।
आप का मै वैसे भी बहुत बड़ा प्रशंसक हूं । कम से कम इस थ्रीड पर अपनी मौजूदगी कैसे जाया कर देता ।
आप इस आभासी दुनिया की जेम्स हो । 👏
 
Top