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Thank you aapko story aachi lagi ye jaan ke bahut aacha laga mujheWOW
abhi aaj hi is thread pe aayi just story padhhna chalu kiya aise hi normal ki dekhti hu ek do episode
par is kahani ne muje chhoda hi nahi
Kya jordar likhi hai ek dam nya plot ke saath aur kahani ko gutha hai ha thoda atirek bhi hai par bahot majedar
vaise muje hai kabhi nahi socha aaj pata nahi soch badal rahi hai......
bahot badhhiya kahaani jaa rahi hai please likhte rahiye aur niche ki pari ko sukhne na de......
Mast hot yrrr ek muje intejar h divya birthday ka kaise apne baap se chudne ke liy raji nasseb wala h baap mmmm yrrrअब नूपुर दोनो को बेड पे kiss करते हुए अपनी बाहों में भर के लेट जाती हैं दिव्या शिवम का लंड अपनी गांड में घुसवा लेती हैं इस से शिवम को थोड़ा आराम मिल जाता हैं और दिव्य को भी अच्छा लगता हैं और थोड़ी देर में जरा सी kissing के बाद सब के सब सो जाते हैं।
अब आगे...
Update - 71a
अब सुबह के 5 बजे दिव्या की नींद खुल जाती हैं क्युकी शिवम का लंड सुबह सुबह हलचल करने लगता है। अब दिव्या उठ के घड़ी देखती हैं फिर चेहरा घुमा के शिवम को निहारती है। फिर वो अपनी होंठ आगे बढ़ा के शिवम के होंठो को चूमने लगती हैं जिसमें शिवम भी उसका साथ देता हैं। अब दोनो की चूमा चाटी जैसे ही बंद होती हैं पीछे से नूपुर की आवाज आती हैं: तुम दोनो की सुबह हुई नही चूमा चाटी चालू हो गई।
ये सुनते ही दिव्या वापस पलट जाती हैं तो देखती हैं नूपुर और निशा दोनो जाग रहे हैं। वो बोल पड़ती हैं: मम्मी आप ना।
नूपुर थोड़ा खिसक के दिव्या के होंठ को चूमते हुए बोलती हैं: बहुत अच्छी हूं ना या बहुत कामिनी हूं?
दिव्य: कामिनी हो पर दुनिया की सबसे अच्छी कामिनी हो आप।
नूपुर: अच्छा चलो सब लोग फ्रेश हो लो फिर तयार होके तुम दोनो को स्कूल भी जाना है और मैं ऑफिस निकल जाऊंगी।
दिव्य: और पलक दी?
नूपुर: उसकी कोचिंग लगवाई हैं मैने उसके कॉलेज एडमिशन के लिए तो आज से वो वहा जायेगी। पूरे दिन वही ही रहेगी। मैं कल ये बताना भूल गई थी।
दिव्य: अच्छा मम्मी फिर तो सही हैं दी बोर नही होंगी।
नूपुर: हां वो कल खुद ही बोली एडमिशन का तो मैने करवा दिया।
शिवम: सही किया तुमने अब चलो तयार होते आज सब काम पे जा रहे हैं अपने।
नूपुर: हां तुम दोनो जाओ अपने वाशरूम में।
नूपुर की बात सुनते ही निशा और दिव्य अपने रूम में चली जाती हैं फ्रेश होके तयारी होने। अब नूपुर फ्रेश होके तयार होती हैं फिर किचन में नाश्ता बनाने चली जाती हैं। निशा भी तयार होके नूपुर की हेल्प करने के लिए किचन में जाती वही दिव्या शिवम के रूम में चली जाती हैं। अभी शिवम नहाने नही गया होता हैं और न्यूज देख रहा होता हैं। तो दिव्या शिवम के पास जाति हैं इसका रिमोट लेके साइड में रख देती हैं और उसके ऊपर चढ़ के उसको चूमने लगती हैं पागलों की तरह। शिवम भी दिव्या का पूरा साथ देता हैं फिर उसको रोकता हैं और बोलता हैं: जान कितनी गरम हो रखी हो तुम? जरा न्यूज देख लेने दो।
दिव्य: पापा न्यूज में आपको ये तो देखना चाहिए आपकी बेटी की अब चूत उसको परेशान कर रही हैं। ये ज्यादा बड़ी न्यूज हैं आपके बिजनेस वर्ल्ड की न्यूज से।
शिवम: क्या कर रही हैं मेरी बिटिया की चूत?
दिव्य: वो कह रही हैं मुझे लंड चाहिए। अब आप ही बताइए ऐसे कोई लंड मिलता हैं क्या जब इसका मन होगा तब ये लंड मांगेगी और जब नही होगा तो खून निकलेगी ये कोई अच्छी चूत की पहचान हैं क्या पापा आप ही बताओ।
शिवम: हम्म्म बिगड़ी हुई चूत हैं ये।
दिव्य: वही तो पापा इसको आप सुधार दो इतना मारो इसको के ये बिगड़ी हुई चूत बिलकुल सुधार जाए।
शिवम दिव्या को kiss करता है फिर बोलता हैं: जान चलो कहा लेते हैं फिर आज रात 12 बजे तुम्हे गिफ्ट में मजा मिलेगा और तुम्हारी इस बिगड़ी हुई चूत को सजा। बोलो सही हैं ना।
दिव्य: ठीक हैं पापा। चलो नहाते हैं।
अब शिवम दिव्या को गोदी में उठा के बाथरूम में ले जाता हैं और शावर खोलके दिव्या को kiss कर रहा होता हैं। इस वक्त दिव्या अपने पैर शिवम की कमर पे बांध लेती हैं और शिवम का लंड दिव्या की चूत पर ऊपर से घिस रहा होता हैं जिसमें मदहोश होकर दिव्या अपनी चूत को हिला रही होती हैं आगे पीछे लंड के।
शिवम अब थोड़ी देर तक ये करने के बाद दिव्या को पलट देता और अपने हाथ में साबुन ले लेता है और शावर बंद कर के दिव्या के बदन पे मलने लगता हैं और अपने लंड को दिव्या की गांड के ऊपर ही चला रहा हैं होता हैं जिसपे दिव्या बोलती हैं: पापा... आह्ह्ह... अब आप परेशान मत करो और इसको अंदर डाल दो मेरे। प्लीज पापा।
शिवम दिव्या की बात सुनके उसको छोर देता हैं जिसपे दिव्या हैरान होके शिवम को देखती हैं। अब शिवम साबुन अपने लंड पे अच्छे से लगा लेता हैं जिसको देख दिव्या मुश्करते हुए बोलती हैं: पापा आज मेरी गांड अच्छे से धोने का इरादा हैं क्या आपका?
शिवम: हां मेरी जान अब रोज जिस घर में ये रहता है उस घर को साफ रखने की जिम्मेदारी भी तो इसी की है ना।
दिव्य: हम्म्म सही कह रहे हो।
दिव्य पलटती हैं और बोलती हैं: मन तो कर रहा हैं इस साबुन से सने लंड को मुंह में ले लूं जिससे मुंह भी साफ हो जाए मेरा। पर वो कल करूंगी अभी मेरी पीठ भी गंदी है तो मैं जरा उसको साफ करने का इंतजाम कर दूं।
अब दिव्या शिवम के पीछे जा के चिपक के उसके ऊपर शरीर को साफ कर देती है। और फिर लंड और साबुन लगा देती हैं। जैसे ही सफाई हो जाती हैं शिवम दिव्या को वापस आगे खींचता हैं और उसकी पीठ पे अपना शरीर चिपका के अपना साबुन से सने शरीर से उसकी पीठ को घिसने लगता हैं और फिर एक बार में पूरा साबुन की झाग वाला लंड दिव्या की गांड मैं घुसा के दिव्या को चोदने लगता हैं। और अपने एक हाथ पे साबुन लगा के दिव्या की चूत में घुसा के सफाई करता हैं।
उतने में दिव्या की नजर लिक्विड बॉडी वाश पे पड़ती हैं और वो अपना हाथ उसपे ले जाके उसका धकन खोलती हैं तो शिवम अपने हाथ उसके सामने कर देता हैं जिसपे वो बॉडी वाश डाल देती हैं।और शिवम दिव्या को और रगड़ने लगता हैं फिर दिव्या उसको अपनी पीठ और शिवम की छाती के बीच में डाल देती हैं। अब शिवम के रगड़ने से वहा पे भी अच्छे से झाग बन जाता हैं। अब ऐसे दोनो चुदाई करते हैं तभी निशा बाथरूम में आती है और दोनो को देख उनके पास जाती हैं और बोलती हैं: आप दोनो ना धड़ से ऊपर के हिस्से में कोई झाग नही हैं और नीचे पूरा सराबोर हो रखा है।
दिव्य: आह.. साली रण्डी काम क्या हैं तुझे.... आह्ह्ह... ऐसे... ऐ... ऐसे... ह.. ह..ही....
निशा: मैं नीचे नास्ते के लिए बुलाने आई थी पर आप दोनो बिजी हो वो मैं मम्मी को बता देती हूं। और मेरी प्यारी रंडी वो बॉडी वाश दो मैं पापा की पीठ पे रगड़ देती हूं अच्छे से।
शिवम: थैंक यू मेरी जान। पर एक काम और कर देगी मेरे हाथ करा धो दे और उनपे शैंपू डाल दे।
निशा शिवम की बात मानती हैं और शिवम के हाथ में शैंपू डालके शिवम की पीठ को अच्छे से मल देती हैं और शिवम वही दिव्या झुका देता हैं और उसके बालो को जोर से पकड़के उनकी शैंपू से मालिश करने लगता हैं निशा अब पीठ को साफ कर के थोड़ा शैंपू लेके शिवम के बालो पे लगा के हाथ धो लेती हैं और नूपुर के पास वापस निकल जाती हैं। अब शिवम एक दिव्य के गले को पकड़ के ऊपर खींच लेता हैं और उसका मुंह खोल देता हैं जिसपे दिव्या समझ जाती हैं अब मुझे थूक से नहाने को मिलेगा। अब शिवम उसके मुंह में ठीक देता हैं। अब थोड़ी देर इस चुदाई के बाद दिव्या थकने लगती हैं तो वो शावर ऑन कर देती हैं। अब शावर से दिव्या का आगे का हिस्सा साफ हो जाता हैं फिर को मुड़ जाती हैं और हाथो से शिवम के शरीर को मल के और लंड को मल के साफ कर देती हैं वही शिवम उसकी पीठ साफ करता है। अब बस दिव्या की गांड बच रही होती हैं।
अब शिवम दिव्या को शावर के सीध में झुकता है जिससे दिव्या की गांड का छेद शावर के ठीक सामने होती हैं। अब शिवम नीचे बैठ के उंगली डाल डाल के दिव्या की गांड धो देता हैं। अब दोनो नहा के निकलते हैं और बिना पोछे ही बिस्तर पे एक दूसरे को जकड़ के लेट जाते हैं।
Mast hot yrrr ek muje intejar h divya birthday ka kaise apne baap se chudne ke liy raji nasseb wala h baap mmmm yrrr next part jldi kro update
Mast ho hot h yrrr mmmmmmअब दोनो शिवम और पलक हां में गर्दन हिला देते हैं। और ये तीनो लड़किया गाड़ी में बैठ के निकल जाती हैं स्कूल के लिए।
अब आगे...
Update - 72a
अब नूपुर, निशा और दिव्या स्कूल की ओर जाती हैं। नूपुर दिव्या से पूछती हैं: दिव्या ये बताओ आज पापा के साथ बाथरूम सेक्स में मजा आया तुम्हे?
दिव्य: मम्मी बहुत ही ज्यादा मजा आई। पापा के साथ नहाते हुए एक एक बूंद पानी की मैने महसूस की हैं।
नूपुर: हम्म्म, इसलिए इतनी देर लग गई तुम्हे।
दिव्य: हां मम्मी। वैसे कुछ गलत किया क्या मैने?
नूपुर: अरे नही नही मैने तो ऐसे ही पूछा के आज मैं तुम्हारी चूत खुलवाऊंगी ना तो कल से बॉथरूम तुम तो पूरी मस्त चुदाई करोगी।
दिव्य: फिर तो मैं आपके और पापा के साथ एक साथ चुदाई करूंगी।
नूपुर: अच्छा हां हम ही लोग कर सकेंगे चुदाई। क्युकी कुछ रंडी तो ऐसी हैं यहां जो अपनी चूत को रिजर्व कर के बैठ हैं।
निशा: मम्मी ऐसा नहीं है। दिव्य के बाद मैं भी चूत और गांड़ दे दूंगी।
नूपुर: देखते हैं। दिव्य के बाद तुम्हारे पापा इंटरेस्टेड रहते भी हैं तुम्हारी चूत में या नहीं।
ये बोल के नूपुर हस देती हैं। अब निशा कहती हैं: मेरी मार लेंगे पापा आप टेंशन ना लो। वैसे मम्मी पलक दी और पापा अकेले देखे घर पे कुछ किया कर्म तो नही हो रहा हैं?
नूपुर अब गाड़ी साइड में लगती हैं और फोन निकलके उसमें घर का कैमरा एक्सेस करती हैं। उसमें दिखाता हैं पलक बस टेबल पे बैठी वही शिवम दिख नही रहा हैं। तो वो थोड़ा आगे बढ़ती हैं तो देखती हैं के पलक शिवम की गोद में जब बैठी हुई तो कुछ हरकत नही कर रही थी तो नूपुर के जाने के बाद शिवम भी अपना सामान लेके ऑफिस चला गया।
ये सब देख के नूपुर बोलती हैं: इस लड़की का क्या करूं ये कुछ करना ही चाहती हैं। इसकी जगह दिव्या होती तो चूत तक चुदवा लेती।
निशा: हां मम्मी सही कहा अपने। पलक दी की इन हरकतों की वजह से पापा का इंटरेस्ट नहीं आता हैं उनमें।
नूपुर: हां वही तो मैं तुम दोनों को लेके इसलिए ही निकली थी के ये कुछ करले पर इसको समझ ही नही हैं।
दिव्य: मम्मी आपको दी को अलग से सब समझना चाहिए।
नूपुर: हम्म यही करूंगी। आज तेरी चूत चुदवा दूं फिर।
अब नूपुर स्कूल पहुंचती हैं वह बच्चे आने शुरू हो जाते हैं तो वो देखती लड़की स्कूल ड्रेस में नही होती हैं जिसको देख उसका दिमाग ठनक जाता हैं। वो देखती हैं कुछ लड़कियां अधनंगी होती हैं। तो नूपुर दोनो से बोलती हैं: तुम दोनो कार में रहो मैं बात कर के आती हूं ये क्या मंजरा हैं। अगर ऐसी ही ड्रेस अलाउड है तो अभी मॉल चल कर दूसरी ड्रेस ले लेते हैं।
अब दोनो हां में गर्दन हिला देती हैं और नूपुर प्रिंसिपल से बात करने चली जाती हैं।