Rahul kumar
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Bhut dino k bad
Bhut dino k bad
वाह कोमल जी अरसे बाद आपकी कहानी की झलक देखी, लेकिन भगवान कसम जितना कमाल आपकी लेखनी करती है उससे ज्यादा कमाल आपकी इरोटिक सोच जो कोमल के किरदार ने इस कहानी में करती है। सच कहूँ तो भाभी हो तो कोमल भाभी जैसी....
वैसे भी आपकी कहानी का जादू इतना गहरा है कि कच्चे टीकोरों का स्वाद आपकी कहानी पढ़ने से ही मिल जाता है। जी ललचाये रहा ना जाये कच्चे टीकोरों का स्वाद चखना चाहें पर आसानी से चखा भी ना जाये। कमाल का अपडेट और प्रस्तुति... इसी प्रकार लिखती रहे और पाठकों का मनोरंजन करती रहें।