कोमलरानी (इरोटिका क्वीन)
पिछली वेबसाइट पर इनकी हिन्दी साहित्य की पुरानी कहानियों की भी एक थ्रीड थी जिसमे हिन्दी की प्रारंभिक कहानियों का संकलन किया था। खड़ी बोली हिन्दी की शुरुआत जिन कविताओं से मानी जाती है, वो वियोग और मिलन की बेजोड़ रचनाएं है। (सभी श्रृंगार का बेहतरीन उदाहरण है)।
इसके अतिरिक्त अंग्रेजी साहित्य के जिन निविदाओं (Quotes) प्रयोग किया है वो इनकी अंग्रेजी में गति को बताता है। कुल मिलाकर हिन्दी हो या अंग्रेजी, इनका सहित्यिक ज्ञान वृहद है।
श्रृंगार, आंचलिक शब्दों का प्रयोग, पूर्वांचल की परंपरा और उसके किंक के लगाये तड़के से सजी कहानियों के आगे सब झुक जाते है। कोमल, रीत, गुड्डी, मंजू से इन्होंने जो प्यार करवाया है कि बार-बार इनको पढ़ने का दिल करता है।